अजमेर जिले का संपूर्ण विवरण
अजमेर राजस्थान का एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला है। यह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, ब्रह्मा मंदिर (पुष्कर), और अरावली पर्वतों के बीच स्थित अपनी अनूठी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
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सामान्य जानकारी
- राष्ट्रीय राजमार्ग: अजमेर जिले से एन.एच. 48, 58, और 448 गुजरते हैं।
- स्थापना: 1113 ई. में अजयराज (पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र) द्वारा बीठली पहाड़ी पर दुर्ग निर्माण के साथ ही अजमेर (अजयमेरू) नगर की स्थापना की गई।
- स्वतंत्रता के बाद: अक्टूबर 1956 तक अजमेर ‘सी’ श्रेणी के राज्यों में से एक था। नवम्बर 1956 को अजमेर-मेरवाड़ा का राजस्थान में विलय हो गया।
- शुभंकर: खरमोर।
- प्राचीन नाम: अजमेर मेरवाड़ा।
- जलवायु: अजमेर जिले में उपआर्द्र जलवायु पाई जाती है।
- रेलवे: दिल्ली-अहमदाबाद रेलवे राजमार्ग अजमेर जिले से होकर गुजरता है।
- अरावली पर्वतमाला: अजमेर जिले में अरावली पर्वतमाला का सबसे कम विस्तार और सर्वाधिक कटी-फटी भूमि है।
भौगोलिक स्थिति
- देशांतर एवं अक्षांशीय विस्तार: 26.4499° N, 74.6399° E
- कुल क्षेत्रफल: लगभग 8,481 वर्ग किमी
- सीमाएँ:
- उत्तर में जयपुर
- दक्षिण में भीलवाड़ा
- पश्चिम में नागौर और पाली
- पूर्व में टोंक
- जलवायु:
- गर्मियों में तापमान 45°C तक और सर्दियों में 5°C तक गिर सकता है।
- भूभाग:
- अरावली पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ क्षेत्र।
ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व
- ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह: अजमेर शरीफ़ के नाम से विश्वविख्यात। यहाँ प्रतिवर्ष रज्जब माह की 1 से 6 तारीख तक उर्स मेला भरता है।
- तारागढ़ का दुर्ग: राजा अजयराज द्वारा निर्मित, इसे अजयमेरु दुर्ग के नाम से जाना जाता है।
- तीर्थराज पुष्कर: अजमेर से 11 किमी. की दूरी पर स्थित। यहाँ ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर स्थित है। पुष्कर को तीर्थों का मामा और 100 मंदिरों का शहर कहा जाता है।
- पुष्कर पशु मेला: राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रतिवर्ष कार्तिक शुक्ल 8 से 15 तक आयोजित किया जाता है।
- चश्मा-ए-नूर: जहाँगीर द्वारा निर्मित, यह तारागढ़ के पश्चिम में स्थित है।
- दादाबाड़ी: श्वेताम्बर सम्प्रदाय के जैन संत जिन वल्लभ सूरि के शिष्य जिनदत्त सूरि की स्मृति में निर्मित समाधि स्थल।
- आनासागर झील: अर्णोराज (आनाजी) द्वारा निर्मित। यहाँ जहाँगीर द्वारा निर्मित दौलतबाग स्थित है।
- संस्कृत पाठशाला: बीसलदेव चौहान द्वारा निर्मित। इसके ऊपर हरीकेलि नाटक उकेरा गया है। कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा इसे तोड़कर अढ़ाई दिन का झोपड़ा मस्जिद बनाई गई।
- सोनी जी की नसियाँ: 1864 ई. में सोनी मूलचन्द द्वारा निर्मित जैन मंदिर। इसमें 400 किलो सोने का उपयोग किया गया है। इसे स्वर्ण मंदिर या अक्षरधाम भी कहा जाता है।
- राजस्थान का छोटा रामदेवरा: खुण्डिया वास गाँव (अजमेर)।
- अकबर का किला/मैगजीन किला: 1570 ई. में अकबर द्वारा निर्मित। इसे दौलतखाना भी कहा जाता है।
- भीमगढ़ दुर्ग: कर्नल जेम्स टॉड द्वारा निर्मित।
- नवग्रह मंदिर: राज्य का एकमात्र मंदिर, जहाँ नौ ग्रह की अलग-अलग पत्थरों पर प्रतिमाएँ हैं।
- खोबरानाथ मंदिर: इसे शादीदेव मंदिर भी कहा जाता है।
- ब्रह्माजी का मंदिर: पुष्कर में स्थित, यह विश्व का एकमात्र मंदिर है जहाँ ब्रह्माजी की पूजा की जाती है।
- सावित्री मंदिर/सरस्वती मंदिर: पुष्कर की रतनागिरी पहाड़ी पर स्थित। यहाँ राजस्थान का दूसरा रोप वे विकसित किया गया है।
- रंगनाथ जी का मंदिर: पुष्कर में स्थित, यह मंदिर गोमुख शैली में निर्मित है।
- राधा जी का मंदिर: सलेमाबाद, अजमेर में स्थित, यह राजस्थान में राधा जी का सबसे बड़ा मंदिर है।
- वराह मंदिर: चौहान राजा अर्णोराज द्वारा 1123-1150 ई. में निर्मित।
- मीरान साहब की दरगाह: तारागढ़ दुर्ग में स्थित।
- रूठी रानी का महल: बीसलपुर झील, अजमेर में स्थित।
- मान महल: पुष्कर में स्थित, वर्तमान में होटल सरोवर के रूप में प्रसिद्ध।
- कल्पवृक्ष का मेला: हरियाली अमावस्या (श्रावण अमावस्या) को मांगलियावास, अजमेर में आयोजित।
- तेजाजी का मृत्यु स्थान: सुरसुरा, अजमेर।
प्राकृतिक एवं वन्यजीव
- पुष्कर झील: राजस्थान की सबसे प्राचीन और सबसे बड़ी प्राकृतिक झील। इसकी सफाई के लिए पुष्कर गैप परियोजना चलाई जा रही है।
- फॉय सागर झील: बाण्डी नदी के किनारे स्थित। इसका पानी आनासागर झील में जाता है।
- गिद्ध संरक्षण केन्द्र: महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर द्वारा स्थापित।
- गौ अभयारण्य: अजमेर में प्रस्तावित।
शिक्षा एवं अनुसंधान
- राजस्थान का प्रथम केन्द्रीय विश्वविद्यालय: बांदरसिन्दरी गाँव, किशनगढ़ (अजमेर) में 2009 में स्थापित।
- राजस्थान की प्रथम आँवला नर्सरी: अजमेर में स्थापित।
- राजस्थान का प्रथम सिस्मोग्राफ संयंत्र: अजमेर में स्थित।
- राजस्थान का प्रथम साक्षर जिला: अजमेर।
- राजस्थान की प्रथम पुष्प मंडी: गनाहेड़ा गाँव, पुष्कर (अजमेर)।
- राजस्थान का प्रथम हाइटेक डाकघर: पुष्कर (अजमेर)।
- राजस्थान का सबसे पुराना महाविद्यालय: सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, अजमेर।
- देश का प्रथम बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र: तबीजी, अजमेर।
- मेयो कॉलेज: 1875 में स्थापित, यह राजस्थान में राजाओं और राजकुमारों को अंग्रेजी शिक्षा देने के लिए बनाया गया था।
- राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल: 1930 में स्थापित, 2007 में इसे राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल का नाम दिया गया।
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: 1957 में स्थापित, 1961 में अजमेर में स्थानांतरित।
उद्योग एवं व्यापार
- राजस्थान का प्रथम मेगा फूड पार्क: रूपनगढ़, किशनगढ़ (अजमेर) में स्थापित।
- एशिया की सबसे बड़ी मार्बल/संगमरमर मण्डी: किशनगढ़, अजमेर।
- HMT की स्थापना: चाचियावास, अजमेर में की गई।
- राजस्थान में सबसे अधिक फेल्सपार का उत्पादन: अजमेर में होता है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- 1857 की क्रांति: राजस्थान में सर्वप्रथम अजमेर जिले की नसीराबाद छावनी से 28 मई 1857 को शुरू हुई।
- किशनगढ़ प्रजामण्डल: 1939 में कांतिलाल चौथानी और जमालशाह द्वारा स्थापित।
- नागरीदास जी पैनोरमा: किशनगढ़, अजमेर में स्थित।
- निम्बार्काचार्य पैनोरमा: सलेमाबाद, अजमेर में स्थित।
- किशनगढ़ किला: 1949 में महाराजा रूपसिंह द्वारा निर्मित।
- केहरीगढ़ किला: किशनगढ़ (अजमेर) में स्थित।
- अजमेर जिला: राजस्थान में मुर्गी पालन की दृष्टि से प्रथम स्थान पर है।
- देश की पहली व विश्व की सबसे बड़ी गैस पाइप लाइन: जामनगर लोनी गैस पाइप लाइन के लिए बूस्टर नसीराबाद के निकट गोदरी गाँव में लगाया गया।
- अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA): 14 अगस्त 2013 को स्थापित।
- सर ट्रॉमस रो: 22 दिसम्बर 1615 ई. को अजमेर आए।
- मुगल बादशाह अकबर: अजमेर की पाँच बार पैदल यात्रा की।
- जहाँगीर: 1613-1616 तक अजमेर में मुगल दरबार लगाया।
- राजकीय संग्रहालय: 1908 में अजमेर में स्थापित।
- रेल संग्रहालय: 4 मार्च 2019 को उद्घाटन।
- राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC): 20 अगस्त 1949 को स्थापित, मुख्यालय अजमेर।
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