नया जयपुर (Jaipur)

By LM GYAN

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new Jaipur

नगर निगम ग्रेटर व हेरिटेज को मिलाकर जयपुर नया जिला बना है। इसमें 3 उपखंड (जयपुर, आमेर व सांगानेर) व 4 तहसीलें शामिल की गई हैं।

क्र.सनाम उपखंडतहसील
1.जयपुर1. जयपुर तहसील का नगर निगम
जयपुर (हेरिटेज) एवं नगर निगम
जयपुर (ग्रेटर) के अंतर्गत आने वाला
समस्त भाग ।
2. तहसील कालवाड़ का नगर निगम
जयपुर (ग्रेटर) के अंतर्गत आने वाला
समस्त भाग ।
2.आमेर3. तहसील आमेर का नगर निगम
जयपुर (हेरीटेज) के अंतर्गत आने वाला
समस्त भाग ।
3.सांगानेर4. तहसील सांगानेर का नगर निगम
जयपुर (ग्रेटर) के अंतर्गत आने वाला
समस्त भाग ।

7 अगस्त 2023 से जयपुर से जयपुर ग्रामीण, दूदू और जयपुर-अलवर से कोटपूतली-बहरोड़ जिला अलग बना दिया गया है।

उपनाम-

  • नगरों की पटरानी (कन्हैया लाल सेठिया द्वारा)
  • रंग श्री का द्वीप (डॉ. सी. वी. रंमन द्वारा)
  • आइसलैंड ऑफ गैलरी / वैभव नगरी (डॉ. सी. वी. रमन द्वारा)
  • एडवर्ड पंचम ने जयपुर को गोल्डन बर्ड कहा।

जयपुर राजस्थान की राजधानी है, जिसकी स्थापना 18 नवंबर 1727 को महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने की थी। सवाई जयसिंह द्वितीय एक कच्छवाहा राजपूत थे, जिन्होंने 1699-1743 तक जयपुर पर शासन किया था।

जयपुर को भारत का पहला योजनाबद्ध शहर माना जाता है। विद्याधर भट्टाचार्य (बंगाल) ने खगोल विज्ञान पर राजा की मदद के लिए टोलेमी और यूक्लिड पुस्तकों की मदद ली थी।

आधुनिक जयपुर शहर का निर्माता- सर मिर्जा इस्माइल (सवाई मानसिंह द्वितीय के प्रधानमंत्री)

जयपुर शहर के 7 दरवाजे हैं- सांगानेरी गेट, चाँदपोल गेट, अजमेरी गेट, सूरजपोल, घाटगेट, ध्रुव गेट, न्यू गेट

जयपुर परकोटा को 6 जुलाई 2019 को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत/धरोहर सूची में शामिल किया गया है।

जयपुर ढूँढ़ नदी के किनारे बसा हुआ है। ढूंढ नदी का उद्गम भैरूं खेजड़ा (सीकर रोड, जयपुर) से ।

सवाई रामसिंह द्वितीय ने 1878 में प्रिंस ऑफ वेल्स के जयपुर शहर के आगमन पर जयपुर की सभी इमारतों पर गुलाबी रंग करवाया था।

आमेर- कछवाहा वंश की राजधानी, यहाँ आमेर के महलों में प्रसिद्ध शीशमहल स्थित है।

आमेर का किला- इसका निर्माण मानसिंह प्रथम ने करवाया था। बिशप हैबर ने आमेर दुर्ग के बारे में कहा- ‘मैंने क्रेमलिन में जो कुछ देखा अलब्रह्मा के बारे में जो कुछ सुना उससे भी बेहतर यह दुर्ग है।’

ईसरलाट – जयपुर में महाराजा ईश्वरी सिंह ने राज महल (टोंक) युद्ध में विजयी होने पर त्रिपोलिया बाजार में निर्मित इमारत ।

जयगढ़ – सवाई जयसिंह द्वारा निर्मित। यहाँ पर विश्व की सबसे बड़ी तोप (पहियों पर रखी) जयबाण तोप रखी हुई है।

नाहरगढ़ का किला – 1734 में सवाई जयसिंह ने इसका निर्माण कराया। इसे सुदर्शन गढ़ भी कहते हैं। इस दुर्ग का निर्माण मराठाओं से सुरक्षा प्राप्त हेतु किया गया था। नाहरसिंह भोमिया के नाम पर इसका नामकरण नाहरगढ़ किया गया। इसमें एक जैसे माधोसिंह द्वारा निर्मित 9 महल बने हुए हैं।

हवा महल – सवाई प्रतापसिंह द्वारा 1799 ई. में निर्मित। इसमें कुल पांच मंजिल हैं, जो नीचे से ऊपर के क्रम में- शरद मंदिर (प्रताप मंदिर), रत्न मंदिर, विचित्र मंदिर,प्रकाश मंदिर, हवा मंदिर के नाम से जाना जाता है। इसमें 953 खिड़कियां हैं।

  • जंतर-मंतर- सवाई जयसिंह द्वारा निर्मित पाँच वैधशालाओं में सबसे बड़ी । अन्य वैधशालाएँ- दिल्ली, उज्जैन, वाराणसी एवं मथुरा।
  • सांगानेर- अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थित है। यह सांगानेरी प्रिंट, हस्तनिर्मित कागज हेतु भी प्रसिद्ध है।
  • जयपुर चित्रशैली – मुगल शैली से प्रभावित राजस्थान की प्रथम चित्रशैली। एकमात्र चित्रशैली जिसमें आदमकद चित्र बनाए गए। सवाई प्रतापसिंह का काल इस शैली का स्वर्णिम काल था।
  • पंडित विश्वमोहन भट्ट- प्रसिद्ध सितारवादक। इन्होंने मोहन वीणा का आविष्कार किया। पद्मश्री (2002) और पद्म भूषण (2017) पुरस्कार से सम्मानित।
  • जयपुर के गजल गायक उस्ताद अहमद हुसैन व मोहम्मद हुसैन को 2023 में पद्म श्री दिया गया।
  • जनसंख्या की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा संभाग जयपुर।
  • वाल्मीकि बस्ती (मालवीय नगर) : 18 दिसंबर 2019 को प्रदेश के पहले जनता क्लीनिक का शुभारंभ किया गया।
  • देश की दूसरी दिव्यांगजन यूनिवर्सिटी : जयपुर
  • प्रदेश का पहला ऑल वुमेन रेलवे स्टेशन : गाँधी नगर, जयपुर
  • उत्तर भारत का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट करने वाला सरकारी अस्पताल : एसएमएस अस्पताल, जयपुर
  • जयपुर को राजस्थान की राजधानी 30 मार्च 1949 को पी. सत्यनारायण राव समिति की सिफारिश पर बनाया गया।
  • जगत शिरोमणी मंदिर / मीरा मंदिर- देश का एकमात्र मंदिर है, जहाँ भगवान श्री कृष्ण के साथ मीरा भी विराजमान हैं।
  • प्रमुख उत्सव : गणगौर महोत्सव (चैत्र शुक्ल तीज), हाथी महोत्सव (फरवरी-मार्च) आमेर, तीज महोत्सव (श्रावण शुक्ल तृतीया), पतंग महोत्सव (14 जनवरी, मकर संक्रांति को)
  • मावठा झील- आमेर ।
  • जयपुर प्रजामण्डल की स्थापना कपूरचन्द पाटनी ने वर्ष 1931 में की तथा वर्ष 1937 में जमनालाल बजाज एवं हीरालाल शास्त्री के प्रयासों से इस प्रजामण्डल का पुनर्गठन किया गया।
  • उत्तर-पश्चिम रेलवे का मुख्यालय जयपुर में स्थित है। यह 1 अक्टूबर 2002 को अस्तित्व में आया।
  • थल-सेना का दक्षिणी-पश्चिमी कमान का मुख्यालय जयपुर में स्थित है। (स्थापना – 2005)
  • राज्य का प्रथम भालू रेस्क्यू सेंटर– नाहरगढ़ जैविक उद्यान, जयपुर।
  • राजस्थान का प्रथम साइवर थाना जयपुर में खोला गया।
  • राजस्थान का सबसे बड़ा वन्य-जीव म्यूजियम – जयपुर
  • राजस्थान में सर्वाधिक लाख का काम जयपुर में होता है।
  • बिना खम्भों का एशिया का सबसे बड़ा मंदिर– गोविन्द देव जी मंदिर, जयपुर
  • विश्व का सबसे बड़ा चाँदी का पात्र– सिटी पैलेस, जयपुर में रखा हुआ है।
  • पाव रजाई जयपुर की प्रसिद्ध है।ब्ल्यू पॉटरी कला जयपुर की प्रसिद्ध है, जिसे G.I. टैग दिया गया है।
  • लहरियों व हाथी दांत का कार्य जयपुर का प्रसिद्ध है।
  • हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय जयपुर में स्थित है।
  • संत रज्जब जी की जन्म स्थली– सांगानेर,’ जयपुरराजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मण्डल जयपुर में स्थित है।
  • बॉल बियरिंग बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी कम्पनी- नेशनल बॉल बियरिंग कम्पनी, जयपुर में
  • रामसिंह – द्वितीय ने जयपुर में मदरसा हुनरी की स्थापना की जिसका माधोसिंह-द्वितीय ने नाम बदलकर राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स एण्ड क्राफ्ट्स कर दिया।
  • जयगढ़ दुर्ग भारत का एकमात्र दुर्ग है, जहाँ तोप ढालने का संयंत्र लगा हुआ है।
  • जयपुर कथक घराने के प्रमुख कलाकार- पण्डित बाबूलाल ।
  • देश का प्रथम डॉल्फिनेरियम (डाल्फिन का एक्वेरियम) – जगतपुरा, जयपुर
  • राजस्थान का एकमात्र शहर जहाँ मेट्रो रेल संचालित है- जयपुर
  • जयपुर में 1 जनवरी 2011 से पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई।
  • जयपुर को हस्तकलाओं का तीर्थ कहा जाता है।
  • राज्य से प्रथम महिला लोकसभा सदस्य महारानी गायत्री देवी (जयपुर) चुनी गई थीं।
  • राज्य में पर्यटन पुलिस की तैनाती सर्वप्रथम जयपुर के जन्तर मंतर व आमेर में की गई।
  • विश्व में सबसे बड़ी सूर्य घड़ी, सम्राट यंत्र (जंतर-मंतर )
  • राजस्थान पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग (जयपुर) : स्थापना- 1950 में ।
  • जवाहर कला केंद्र (जयपुर) : स्थापना- अस्सी के दशक में। वास्तुकार- चार्ल्स कोरिया ।
  • राजसीको (जयपुर) : स्थापना- 3 जून 1961 को । राजस्थान में हस्तकला उद्योग को सर्वाधिक संरक्षण देने वाली संस्थान राजसीको है।
  • अल्बर्ट हॉल म्यूजियम (जयपुर) : यह राजस्थान का सबसे बड़ा संग्रहालय है। यह राजस्थान का प्रथम संग्रहालय है। इस म्यूजियम की नींव महाराजा रामसिंह द्वितीय के शासन काल में वर्ष 1876 में प्रिंस अल्बर्ट के द्वारा रखी गई थी।
  • तुतु- अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में मिश्र की प्राचीनकालीन ममी रखी हुई है जिसका नाम ‘तुतु’ है ।
  • कत्थक घराना (जयपुर) : प्रवर्तक- भानूजी । जयपुर घराना कथक नृत्य शैली का आदिम घराना माना जाता है। कथक नृत्य की हिन्दू शैली का प्रतिनिधित्व जयपुर घराना ही करता है। उत्तर भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्य कथक का उद्भव राजस्थान में 13वीं सदी में हुआ माना जाता है।
  • राजस्थान संस्कृत अकादमी (जयपुर) : स्थापना- 1980 में । पत्रिका- त्रैमासिक पत्रिका स्वरमाला प्रकाशित की जाती है।
  • राजस्थानं उर्दू अकादमी (जयपुर) : स्थापना- 1979 में ।
  • राजस्थान सिंधी अकादमी (जयपुर) : स्थापना- 1979 में । पत्रिका- रिहाण नामक पत्रिका प्रकाशित की जाती है।
  • राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी (जयपुर) : स्थापना- 9 जनवरी 1986 में । पत्रिका- त्रैमासिक पत्रिका ब्रज शतदल
  • सद्दीक खाँ मांगणियार लोक कला एवं अनुसंधान परिषद् (लोकरंग) : जयपुर में स्थापना- 13 सितम्बर 2002 को सद्दीक खाँ मांगणियार की स्मृति में।
  • राजस्थान ललित कला अकादमी, जयपुर : स्थापना- वर्ष 1957 में।
  • राजस्थान संगीत अकादमी : जयपुर ।
  • राजस्थान उच्च न्यायालय : स्थापना- 29 अगस्त 1949 को जयपुर में की गई थी। वर्ष 1956 में राजस्थान उच्च न्यायालय को श्री सत्यनारायण राव समिति की सिफारिश पर जोधपुर स्थानांतरण किया गया। 31 जनवरी 1977 में राजस्थान उच्च न्यायालय की खंडपीठ जयपुर में स्थापित की गई।
    जयपुर एयरपोर्ट / अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (जयपुर) : स्थापना- 29 दिसंबर 2005 में । अक्टूबर 2021 को एयरपोर्ट 50 वर्ष के लिए ‘अडाणी ग्रुप’ को सौंप दिया गया है।
    राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान मानद विश्वविद्यालय : जयपुर
    अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना फरवरी 2019 में की गई, जो जयपुर में स्थित है।
    श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय : जयपुर।
    इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना का मुख्यालय- जयपुर
    राजीव गाँधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना जयपुर में की गई है।
    मीनाकारी की सबसे बड़ी मंडी ‘जैम्स एण्ड ज्वैलरी पार्क’ सीतापुरा जयपुर में है।
    संविधान उद्यान (जयपुर) : राजभवन राजस्थान, जयपुर नवनिर्मित संविधान उद्यान एवं मयूर स्तम्भ, राष्ट्रीय ध्वज स्तम्भ, महात्मा गाँधी रोटरी, महाराणा प्रताप प्रतिमा का लोकार्पण 03 जनवरी, 2023 को श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा किया गया।
    2022 में प्रदेश का पहला और देश का 11वाँ ईट राइट स्टेशन जयपुर रेलवे स्टेशन को घोषित किया गया।

LM GYAN

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