भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का संपूर्ण इतिहास (1885-1947) – 🔥जानें स्वतंत्रता संग्राम के 3 महत्वपूर्ण चरण! 🏅

By: LM GYAN

On: 9 November 2025

Follow Us:

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के 3 शक्तिशाली चरणों की पूरी गहराई से खोज करें – 1885 से शुरू हुए उदारवादी दौर से लेकर 1947 की ऐतिहासिक स्वतंत्रता तक! प्रसिद्ध नेता, गुप्त संगठन, विस्फोटक घटनाएँ, क्रांतिकारी किताबें, समाचार पत्र और गेम-चेंजिंग सुधार जो भारत की आजादी की ज्वाला भड़काते रहे। 🇮🇳 इतिहास प्रेमियों के लिए अनिवार्य, डिटेल्ड पढ़ाई! 💥✨ हर पॉइंट फुल डिटेल में, जीरो कटौती! 📜


Table of Contents

🌟 परिचय: अजेय स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन एक ऐसा महाकाव्य था जो दशकों तक चला और लाखों भारतीयों की बलिदानों से सजाया गया। 🔥 यह सिर्फ एक राजनीतिक लड़ाई नहीं थी, बल्कि राष्ट्रवाद की ज्वाला थी जो जाति, धर्म और क्षेत्र से ऊपर उठकर पूरे देश को एकजुट करती रही। 💪 1885 से 1947 तक के इस सफर में उदारवादी माँगें, क्रांतिकारी बम धमाके, स्वदेशी बहिष्कार, अहिंसक सत्याग्रह और समानांतर सरकारें सब शामिल थे। आइए, 3 शानदार चरणों में इसकी पूरी कहानी डाइव करें – हर डिटेल के साथ, बिना कुछ छोड़े! 🇮🇳✨


🏛️ 1. प्रथम चरण (1885-1905): उदारवादी युग की नींव – कांग्रेस का जन्म! 🌱

यह चरण उदारवादी चरण के नाम से मशहूर है, जहाँ भारतीय नेता संवैधानिक तरीकों से सुधार माँगते थे। 🇬🇧➡️🇮🇳

🔹 प्रमुख नेता जो इतिहास रचते रहे

  • दादाभाई नौरोजी – ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ 👴💼
  • फिरोजशाह मेहता – बंबई के शेर 🦁
  • आर. सी. दत्त – आर्थिक शोषण की पुस्तकें लिखने वाले 📚
  • एस. एन. बनर्जी – ‘भारत का सिसरो’ 🗣️
  • रास बिहारी बोस – बाद में क्रांतिकारी बने 🔫
  • गोपाल कृष्ण गोखले – गांधीजी के राजनीतिक गुरु 🙏
  • बदरुद्दीन तैय्यबजी – पहला मुस्लिम अध्यक्ष 🕌
  • बी. डब्ल्यू. सी. बनर्जी – प्रथम कांग्रेस अध्यक्ष 🎙️
  • पंडित मदन मोहन मालवीय – शिक्षा और राष्ट्रवाद के योद्धा 🛕

🔹 कांग्रेस से पहले की राजनीतिक संस्थाएँ – राष्ट्रवाद की जड़ें 🌳

कांग्रेस की स्थापना से पहले कई संगठनों ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और सुधारों की माँग की। 📜

  • बंग भाषा प्रकाशन सभा (1836, कलकत्ता) 📖
  • सरकार को पत्र लिखकर नीतियों की समीक्षा और सुधार की माँग। ✉️
  • लैंड होल्डर्स सोसाइटी (1838, कलकत्ता) 🏞️
  • संस्थापक: द्वारिकानाथ टैगोर, अन्य: प्रसन्न कुमार ठाकुर, राजा राधाकांत देव
  • उद्देश्य: जमींदारों के हितों की रक्षा। ⚔️
  • बंगाल ब्रिटिश एसोसिएशन (1843, कलकत्ता) 🤝
  • संस्थापक: द्वारिकानाथ टैगोर, सदस्यों में अंग्रेज भी।
  • उद्देश्य: ब्रिटिश शासन के तहत भारतीयों की वास्तविक स्थिति जानना। 🔍
  • ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन (28 अक्टूबर 1851, कलकत्ता) 🇬🇧🇮🇳
  • संस्थापक: राधाकांत देव, देवेंद्रनाथ टैगोर, राजेंद्रलाल मित्र, हरिश्चंद्र मुखर्जी
  • उद्देश्य: राजनीतिक अधिकारों की माँग। 🗳️
  • इंडियन एसोसिएशन (26 जुलाई 1876, कलकत्ता)
  • संस्थापक: सुरेंद्रनाथ बनर्जी, आनंदमोहन बोस
  • सिविल सेवा सुधारों की जोरदार माँग। 📈
  • मद्रास महाजन सभा (1884) 🏙️
  • पूना सार्वजनिक सभा (1870) 📢
  • इंडिया लीग (1875) 🌍
  • उद्देश्य: राष्ट्रवाद की भावना जगाना। 🔥
  • बंबई प्रेसीडेंसी एसोसिएशन (1885) 🏛️
  • संस्थापक: फिरोजशाह मेहता, बदरुद्दीन तैय्यबजी, के. टी. तैलंग
  • नेशनल कॉन्फ्रेंस (1883) 🎤
  • सुरेंद्रनाथ बनर्जी की, 1886 में कांग्रेस में विलय। 🤝

🔹 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जन्म (1885) – इतिहास का टर्निंग पॉइंट! 🎉

  • संस्थापक: एलन अक्टोवियन ह्यूम 🕴️
  • 1884 में भारतीय राष्ट्रीय संघ की स्थापना।
  • प्रथम अधिवेशन: 28 दिसंबर 1885, बंबई
  • दादाभाई नौरोजी के सुझाव पर नाम बदला: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • प्रथम अध्यक्ष: व्योमेशचंद्र बनर्जी 👑
  • उद्देश्य:
  • लोकतांत्रिक राष्ट्रवादी आंदोलन चलाना। 🗳️
  • मुख्यालय स्थापना। 🏢
  • राष्ट्रवादी भावना को बढ़ावा, जाति-धर्म से ऊपर। ❤️
  • उपनिवेशवाद विरोधी विचारधारा का समर्थन। ✊
  • राजनीतिक शिक्षा और लक्ष्यों की जानकारी। 📚

🔹 विवादित मुद्दे: सुरक्षा वॉल्व या तड़ित चालक?

  • सुरक्षा वॉल्व थ्योरी: डफरिन के निर्देश पर ह्यूम ने कांग्रेस बनाई ताकि असंतोष ‘सुरक्षित’ निकले। 🛡️
  • तड़ित चालक: कुछ इतिहासकार इसे अस्वीकार करते हुए क्रांति की प्रक्रिया मानते हैं। 🌩️

🔹 प्रथम अधिवेशन की माँगें 📋

  • सैनिक खर्च कटौती। ✂️
  • विधान परिषदों का विस्तार। 📜
  • उच्च नौकरियों में भारतीयों को अवसर। 💼
  • रॉयल कमीशन की नियुक्ति। 👑
  • 1887: दादाभाई नौरोजी की अध्यक्षता में भारतीय सुधार समिति (ब्रिटेन)। 🇬🇧
  • 1888: विलियम डिग्बी की ब्रिटिश कमेटी ऑफ इंडिया (लंदन)। 📈

🔹 प्रारंभिक अधिवेशन – अध्यक्ष और स्थान 📅

स्थानवर्षअध्यक्ष
बंबई1885व्योमेश चंद्र बनर्जी
कलकत्ता1886दादाभाई नौरोजी
मद्रास1887बदरुद्दीन तैय्यबजी
इलाहाबाद1888जॉर्ज यूले
  • पहला मुस्लिम अध्यक्ष: बदरुद्दीन तैय्यबजी 🕌
  • पहला अंग्रेज अध्यक्ष: जॉर्ज यूले 🇬🇧
  • दादाभाई नौरोजी: ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ 👴

⚔️ 2. द्वितीय चरण (1905-1913): उग्रवाद का उदय – स्वदेशी और क्रांति की लहर! 🌊

यह काल राष्ट्रीय आंदोलन के उदय का था, जहाँ स्वदेशी आंदोलन ने पूरे देश को हिला दिया। 💥

🔹 उग्रवादी नेता – गरम दल के शेर 🦁

  • लाला लाजपत राय – ‘पंजाब केसरी’ 🦁
  • बाल गंगाधर तिलक – ‘लोकमान्य’ 🙌
  • विपिन चंद्र पाल – ‘बंगाल का शेर’ 🐯
  • अरविंद घोष – आध्यात्मिक क्रांतिकारी 🕉️

🔹 प्रसिद्ध किताबें जो आग भड़काती रहीं 📖🔥

लेखकपुस्तक
अरविंद घोषभवानी मंदिर
तिलकगीता रहस्य, आर्कटिक होम ऑफ द वेदाज
महात्मा गांधीहिंद स्वराज (1909)
सुभाषचंद्र बोसद इंडियन स्ट्रगल (आत्मकथा)

🔹 समाचार पत्र – प्रचार की तलवारें 📰⚔️

लेखकसमाचार पत्र
बाल गंगाधर तिलककेसरी (मराठी), मराठा (अंग्रेजी)
विपिन चंद्र पालन्यू इंडिया
लाला लाजपत रायपंजाबी
ब्रह्मबांधव उपाध्यायसंध्या
अरविंद घोषवंदे मातरम
भूपेंद्र सिंहयुगांतर
अजीत सिंहभारत माता
इंडियन होमरूल सोसाइटीइंडियन सोशियोलॉजिस्ट
रामनाथ पुरीसरकुलर-ए-आजादी
तारकनाथ दासफ्री हिंदुस्तान
सोहनसिंह भाकनागदर/हिंदुस्तान गदर
एनी बेसेन्टकॉमनवील (साप्ताहिक), न्यू इंडिया (दैनिक)
कृष्ण कुमार मित्रसंजीवनी
सुरेंद्रनाथ बनर्जीबंगाली
अश्विन कुमारस्वदेशी
महात्मा गांधीद इंडियन ओपिनियन (1903)
मुहम्मद अलीकॉमरेड
मौलाना आजादअल हिलाल/अल बिलाल
महात्मा गांधीहरिजन

🔹 क्रांतिकारी आतंकवाद का प्रथम चरण (1905-1917) – बम और बंदूक की गूँज 💣

उग्रवादी आदर्शों से प्रेरित युवाओं ने सशस्त्र क्रांति चुनी। 🔫

🟡 महाराष्ट्र में क्रांति की आग 🔥

  • चितपावन ब्राह्मणों को आतंकवाद शुरू करने का श्रेय।
  • दामोदर चापेकर & बालकृष्ण चापेकर: 22 जून 1897 को प्लेग कमिश्नर रैंड & एमहर्स्ट की हत्या। फाँसी हुई। ⚰️
  • आर्य बान्धव समिति स्थापित।
  • वी. डी. सावरकर: 1904 में अभिनव भारत समाज। 📛

🟡 बंगाल में अनुशीलन और बम फैक्ट्री 🧨

  • 1902: अनुशीलन समिति – कलकत्ता (जतींद्र नाथ बनर्जी), मिदनापुर (ज्ञानेंद्र नाथ बसु)।
  • हेमचंद्र कानूनगो: पेरिस से प्रशिक्षण लेकर 1908 में कलकत्ता में बम फैक्ट्री
  • खुदीराम बोस: 30 अप्रैल 1908 को किंग्सफोर्ड हत्या की कोशिश, फाँसी। 🪢
  • रास बिहारी बोस: लॉर्ड हार्डिंग पर बम।
  • ब्रह्मबांधोपाध्याय: रवींद्रनाथ टैगोर को ‘गुरुदेव’ कहा। 🎓

🟡 पंजाब में अकाल और करों की बगावत 🌾

  • अकाल, भू-राजस्व और सिंचाई कर बढ़ने से क्रांति।
  • अजीत सिंह: लाहौर में अंजुमने-मोहिब्बाने वतन। ✊

🟡 भारत के बाहर क्रांतिकारी नेटवर्क 🌍

  • ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, अफगानिस्तान, जर्मनी में सक्रिय।
  • श्यामजी कृष्ण वर्मा: 1905 लंदन में इंडिया होमरूल सोसाइटी, इंडिया हाउस। सदस्य: हरदयाल, वी.डी. सावरकर, मदन लाल धींगरा।
  • मदनलाल ढींगरा: 1 जुलाई 1909 को वाइली हत्या, फाँसी। ⚖️

🟡 गदर पार्टी (1913) – अमेरिका से विद्रोह 🇺🇸

  • नवंबर 1913: सोहन सिंह भाकना ने हिंद एसोसिएशन ऑफ अमेरिका
  • गदर पत्रिका से नाम गदर आंदोलन
  • सैन फ्रांसिस्को में युगांतर आश्रम
  • राजा महेंद्र प्रताप: दिसंबर 1915 काबुल में अंतरिम भारत सरकार
  • मद्रास में नीलकंठ ब्रह्मचारी & वांची अय्यर ने भारत माता समिति

🔹 बंगाल विभाजन (1905) – स्वदेशी की चिंगारी ✂️🇮🇳

  • 19 जुलाई 1905: विभाजन घोषणा।
  • 7 अगस्त 1905: कलकत्ता टाउन हॉल में स्वदेशी & बहिष्कार प्रस्ताव।
  • 16 अक्टूबर 1905: प्रभावी, ‘शोक दिवस’। 😢
  • रवींद्रनाथ टैगोर: हिंदू-मुस्लिम राखी बाँधी। 🎀
  • गीत: ‘आमार सोनार बांग्ला’ (टैगोर), ‘वंदे मातरम’ (बंकिम चंद्र)। 🎶
  • आनंद मोहन बोस: फेडरेशन हॉल की नींव।
  • अश्विन कुमार: स्वदेशी बान्धव समिति (मुस्लिम बहुल)।
  • अश्विन कुमार दत्त: बारीसाल के अध्यापक।

🟡 कृष्ण कुमार मित्र

  • ब्रह्म समाजी पत्रकार।
  • सबसे पहले विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार की बात। 🚫

🟡 सुरेंद्रनाथ बनर्जी

  • विभाजन को ‘आसमान से गिरा वज्रपात’ कहा। ⚡

🟡 पी.सी. रॉय: बंगाल केमिकल स्वदेशी स्टोर्स। 🧪

  • 15 अगस्त 1906: गुरुदास बनर्जी ने राष्ट्रीय शिक्षा परिषद
  • कलकत्ता में अरविंद घोष राष्ट्रीय कॉलेज प्रधानाचार्य।
  • अवनींद्रनाथ टैगोर: इंडियन सोसायटी फॉर ओरिएंटल आर्ट्स।
  • पहली छात्रवृत्ति: नंदलाल बोस। 🎨

🔹 देश के अन्य भागों में स्वदेशी नेता 🗺️

  • महाराष्ट्र: तिलक
  • पंजाब: लाला लाजपत राय & अजीत सिंह
  • मद्रास: चिदंबरम पिल्लै
  • आंध्र: हरि सर्वोत्तम राव
  • दिल्ली: सैयद हैदर रजा
  • बनारस अधिवेशन: स्वदेशी & बहिष्कार अनुमोदन। ✅
  • नरम vs गरम दल गतिरोध: नरमपंथी बंगाल तक सीमित रखना चाहते, गरमपंथी पूरे देश & संस्थाओं तक फैलाना। ⚔️

🔹 1906 कलकत्ता अधिवेशन – स्वराज की पहली माँग 🗣️

  • गरमपंथी तिलक को अध्यक्ष चाहते, नरमपंथी ने दादाभाई नौरोजी को लंदन से बुलाया।
  • चार प्रस्ताव:
  1. स्वराज
  2. स्वदेशी
  3. बहिष्कार
  4. राष्ट्रीय शिक्षा
  • दादाभाई नौरोजी: पहली बार स्वराज माँग। 🇮🇳

🔹 मुस्लिम लीग की स्थापना (1906) 🕌

  • 1 अक्टूबर 1906: शिमला में सर आगा खाँ के नेतृत्व में मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल लॉर्ड मिंटो से मिला।
  • जनक: अलीगढ़ कॉलेज प्रिंसिपल आर्चवोल्ड
  • 30 दिसंबर 1906, ढाका: मुस्लिम लीग स्थापना।
  • संस्थापक: ढाका नवाब सलीम उल्लाह खान
  • प्रथम अध्यक्ष: वकार-उल-मुल्क
  • 1908: आगा खाँ स्थायी अध्यक्ष।
  • 1909 अमृतसर: पृथक निर्वाचन माँग, मार्ले-मिंटो सुधार में मिली।

🔹 1907 सूरत अधिवेशन – कांग्रेस में फूट 💔

  • पहले नागपुर में होना था, तिलक अध्यक्ष न बन पाए तो सूरत शिफ्ट।
  • गरमपंथी लाला लाजपत राय चाहते, नरमपंथी रासबिहारी घोष बनवाए।
  • तिलक गिरफ्तार: 6 साल मांडले जेल, 1914 रिहा। ⛓️

🔹 1909 मार्ले-मिंटो सुधार 📜

  • लॉर्ड मार्ले (भारत सचिव), लॉर्ड मिंटो II (गवर्नर जनरल)

🟡 प्रावधान:

  1. केन्द्रीय विधानमंडल सदस्य: 69।
  2. प्रांतीय परिषदें: 50/30 सदस्य।
  3. अधिकार बढ़े: पूरक प्रश्न, बजट बहस (बिना वोट)। 🚫 विदेश, रियासतें, रेल आदि पर नहीं।
  4. वायसराय परिषद में 1 भारतीय: एस.पी. सिन्हा (विधि सदस्य)।
  5. भारत परिषद में भारतीय: के.जी. गुप्ता, सैयद हुसैन बिलग्रामी (1907)
  6. मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन।

🔹 1911 दिल्ली दरबार – विभाजन रद्द, राजधानी शिफ्ट 👑

  • सम्राट जॉर्ज V & मैरी भारत आए।
  • गवर्नर जनरल: लॉर्ड हार्डिंग II
  • गेटवे ऑफ इंडिया बनाया। 🏰
  • घोषणाएँ:
  1. बंगाल विभाजन रद्द।
  2. राजधानी कलकत्ता से दिल्ली।
  • दिसंबर 1912: दिल्ली स्थानांतरण।
  • चांदनी चौक बम: रासबिहारी बोस, दिल्ली षड्यंत्र केस में फाँसी:
  1. अवध बिहारी
  2. अमीर चंद
  3. बाल मुकुंद
  4. बसंत कुमार
  • ओडिशा & बिहार: बंगाल से अलग।
  • असम: 1874 स्थिति, सिलहट शामिल।

🔹 1916 लखनऊ अधिवेशन – नरम-गरम विलय 🤝

  • अध्यक्ष: अंबिका चरण मजूमदार
  • तिलक & एनी बेसेन्ट के प्रयास से विलय।
  • तिलक & जिन्ना से लखनऊ समझौता: कांग्रेस पृथक निर्वाचन, लीग स्वराज समर्थन।
  • मदन मोहन मालवीय विरोधी।

🔹 कामागाटामारू प्रकरण (1914) 🚢

  • कनाडा में भारतीय प्रवेश प्रतिबंध, लेकिन 1913 में 35 को अनुमति।
  • गुरदीत सिंह: जापानी जहाज किराया, 376 यात्री।
  • कनाडा ने रोका, शोर कमेटी (रहीम हुसैन, बलवत सिंह, सोहनलाल पाठक)।
  • USA में सोहन सिंह भाकना आदि ने आंदोलन।
  • युद्ध शुरू, कलकत्ता लाया।
  • वजबज बंदरगाह: 18 मारे, 202 जेल।

🔹 होमरूल आंदोलन – आयरलैंड से प्रेरणा 🇮🇪

  • उद्देश्य: संवैधानिक स्वशासन।
  • तिलक: 28 अप्रैल 1916, बेलगांव में होमरूल लीग
  • क्षेत्र: कर्नाटक, महाराष्ट्र (बंबई छोड़), मध्य प्रांत, बरार।
  • नारा: ‘स्वराज, स्वदेश, बहिष्कार’।
  • 1893: गणपति महोत्सव, 1895: शिवाजी महोत्सव।
  • क्षेत्रीय भाषा शिक्षा & भाषाई राज्य माँग।
  • एनी बेसेन्ट: सितंबर 1916, अड्यार में होमरूल लीग
  • सचिव: जॉर्ज अरुंडेल
  • जुड़े: वी.पी. वाडिया, रामास्वामी अय्यर, नेहरू, सुरेंद्रनाथ बनर्जी, जिन्ना।
  • क्षेत्र: शेष भारत।
  • सबसे ज्यादा कार्यालय: मद्रास।
  • सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी सदस्यों को प्रवेश नहीं।
  • सरकार ने एनी बेसेन्ट गिरफ्तार, सुब्रमण्यम ने नाइटहुड त्याग।
  • रिहा हुईं, 1917 कलकत्ता: पहली महिला अध्यक्ष। 👩‍💼
  • 20 अगस्त 1917: मॉन्टेग्यू घोषणा – उत्तरदायी शासन।
  • आंदोलन समाप्त।

🕊️ 3. तीसरा चरण (1919-1947): गांधी युग – सत्याग्रह से स्वराज तक! ✊🇮🇳

महात्मा गांधी का प्रवेश, अहिंसा की ताकत। 🙏

🔹 महात्मा गांधी का परिचय – दक्षिण अफ्रीका से भारत की क्रांति तक 🕉️

  • 1891: इंग्लैंड से बैरिस्टर बनकर लौटे। 🎓
  • 1893: अब्दुल्ला केस लड़ने दक्षिण अफ्रीका गए। ✈️
  • टॉलस्टॉय & फीनिक्स आश्रम की स्थापना। 🏡
  • बोअर (डच किसान) & जुलु विद्रोहों में अंग्रेजों की मदद, पदक मिले। 🏅
  • रंगभेद नीति के विरुद्ध सत्याग्रह। ✊
  • राजनीतिक गुरु: गोपाल कृष्ण गोखले। 🙏
  • 1894: नटाल इंडियन कांग्रेस।
  • 1904: फीनिक्स आश्रम।
  • 1906: प्रथम सत्याग्रह प्रयोग (दक्षिण अफ्रीका)।
  • 9 जनवरी 1915: भारत लौटे। 🇮🇳
  • प्रथम विश्वयुद्ध में सेना भर्ती प्रोत्साहन, ‘केसर-ए-हिंद’ उपाधि।
  • फरवरी 1916: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय उद्घाटन में पहली सार्वजनिक उपस्थिति। 🎤
  • 1916: अहमदाबाद में साबरमती आश्रम। 🏞️

🔹 चंपारण आंदोलन (1917) – भारत में पहला सत्याग्रह, किसानों की जीत 🌱🚜

  • राजकुमार शुक्ल के कहने पर गांधीजी चंपारण गए।
  • तिनकठिया प्रथा: किसानों को 3/20 भूमि पर नील की खेती अनिवार्य। 😠
  • सहायक: राजेंद्र प्रसाद, मजहरूल हक, जे.बी. कृपलानी, नरहरि पारिख, महादेव देसाई
  • अनुचित आदेश की अवज्ञा – अंग्रेजों के लिए नई।
  • सरकारी आयोग में गांधी सदस्य, नील मालिकों को 25% अवैध वसूली वापस। 💰
  • सफलता पर टैगोर ने ‘महात्मा’ उपाधि दी। 👏

🔹 अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन (1918) – अनशन की ताकत 🏭💪

  • मिल मजदूरों & मालिकों में ‘प्लेग बोनस’ विवाद।
  • 15 मार्च 1918: गांधी आमरण अनशन। 🍽️
  • मालिक अम्बालाल साराभाई दोस्त, बहन अनुसुइया बेन सहयोगी।
  • अंत में मजदूरों को 35% बोनस। ✅

🔹 खेड़ा किसान आंदोलन (1918) – अकाल में कर विरोध 🌾😷

  • गांधी को गुजरात किसान सभा अध्यक्ष बनाया।
  • अकाल में खराब फसल पर भू-राजस्व विरोध।
  • विट्ठलभाई पटेल & गांधी ने जाँच कर मालगुजारी मना की।
  • सरकार ने सक्षम किसानों से ही कर लिया।
  • सहायक: इंदुलाल याग्निक, शंकरलाल बैंकर, वल्लभभाई पटेल (पहली मुलाकात), महादेव देसाई।

🔹 रॉलेट कानून विरोध सत्याग्रह (1919) – काला कानून की लड़ाई ⚖️🚫

  • रॉलेट एक्ट: सर सिडनी रॉलेट की सेडिशन समिति।
  • फरवरी 1919 में दो विधेयक – ‘आतंकवादी अपराध अधिनियम’।
  • मजिस्ट्रेट को संदेह पर गिरफ्तार & मुकदमा बिना अपील, वकील, दलील।
  • ‘काला कानून’।
  • सत्याग्रह सभा (फरवरी 1919, बॉम्बे)
  • 6 अप्रैल 1919: अखिल भारतीय हड़ताल (प्रथम)।
  • स्वामी श्रद्धानंद ने दिल्ली आमंत्रित, पलवल (हरियाणा) गिरफ्तारी, बॉम्बे छोड़ा।
  • अमृतसर: डॉ. सतपाल & सैफूदीन किचलू गिरफ्तारी विरोध, शांतिपूर्ण जुलूस पर पुलिस, भीड़ उग्र, 5 श्वेत मारे।
  • मार्शल लॉ, आर. डायर को सौंपा।

🔹 जलियाँवाला बाग हत्याकांड (13 अप्रैल 1919) – बैसाखी का खूनी दिन 🩸😱

  • बैसाखी, अमृतसर जलियाँवाला बाग में शांतिपूर्ण सभा (गोली कांड & गिरफ्तारी विरोध)।
  • जनरल ओ डायर बिना सूचना/चेतावनी गोली चलवाई।
  • हंसराज (भारतीय) ने मदद की।
  • विरोध: टैगोर ‘सर’ त्याग, शंकरन नायर कार्यकारी परिषद इस्तीफा।
  • हाउस ऑफ लॉर्ड्स: डायर ‘ब्रिटिश साम्राज्य का शेर’, ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’।
  • गुरुद्वारा कमिटी: ‘सिंह’ उपाधि & सरोपा (उदासी महंत कब्जा)।
  • हंटर कमिटी (8 सदस्य, 3 भारतीय: सर चिमन लाल सीतलवाड़, साहबजादा सुल्तान अहमद, जगत नारायण) – डायर निर्दोष।
  • गांधी: रिपोर्ट ‘पन्ने दर पन्ने निर्लज्ज लीपापोती’।
  • कांग्रेस कमिटी: मदन मोहन मालवीय नेतृत्व, सदस्य: मोतीलाल नेहरू, गांधी, अब्बास तैय्यबजी, सी.आर. दास, पुपुल जयकर।

🔹 खिलाफत आंदोलन (1919-1920) – हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल 🕌🤝

  • प्रथम विश्वयुद्ध बाद ‘सीवर्स की संधि’ से तुर्की सुल्तान (खलीफा) अधिकार छिने, साम्राज्य छिन्न-भिन्न।
  • मुहम्मद अली & शौकत अली नेतृत्व में अंग्रेजों खिलाफ मुस्लिम आंदोलन।
  • सितंबर 1919: “अखिल भारतीय खिलाफत कमेटी” गठन।
  • खिलाफत दिवस (17 अक्टूबर 1919)
  • मुख्य माँगें:
  1. ऑटोमन साम्राज्य के इस्लामी पवित्र स्थलों पर खलीफा नियंत्रण।
  2. जजीरात (अरब, सीरिया, इराक, फिलीस्तीन) इस्लामी सम्प्रभुता।
  3. खलीफा के पास इस्लामी विश्वास सुरक्षित रखने लायक क्षेत्र।
  • मुख्य नेता: मुहम्मद अली, शौकत अली, मौलाना आजाद, हकीम अजमल खान, हसरत मोहानी
  • मुहम्मद अली & डॉ. अंसारी प्रतिनिधिमंडल इंग्लैंड।
  • नवंबर 1919 दिल्ली: गांधी अध्यक्षता।
  • 9 जून 1920 इलाहाबाद: अहिंसक असहयोग शुरू, गांधी अगुआई।
  • 31 अगस्त 1920: खिलाफत असहयोग का हिस्सा।
  • 1924: कमाल पाशा सरकार ने खलीफा पद समाप्त, आंदोलन खत्म।

🔹 अगस्त घोषणा (1917) – उत्तरदायी शासन का वादा 📢

  • भारत सचिव मॉन्टेग्यू: 20 अगस्त 1917 ब्रिटेन कॉमन्स सभा में प्रस्ताव।
  • हर शाखा में भारतीयों को अधिक प्रतिनिधित्व।
  • “शिक्षित भारतीयों की माँग उनका अधिकार, उत्तरदायित्व & आत्मनिर्णय का अवसर”।

🔹 1919 भारत परिषद अधिनियम (मॉन्टेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) 🏛️📜

  • मॉन्टेग्यू (भारत सचिव) – चेम्सफोर्ड (गवर्नर जनरल)
  • समिति: विलियम ड्यूक, भूपेंद्र नाथ बसु, चार्ल्स रॉबर्ट (मॉन्टेग्यू घोषणा के प्रश्न पर)।

🟡 गृह सरकार में परिवर्तन:

  1. भारत परिषद सदस्य 15 से 8-12।
  2. खर्च ब्रिटिश राजकोष।
  3. भारतीय उच्च आयुक्त पद – इंग्लैंड से आपूर्ति, खर्च भारतीय राजकोष।

🟡 भारत सरकार में परिवर्तन:

  • केन्द्र: कार्यकारी परिषद में 3/8 भारतीय (विधि, शिक्षा, श्रम, स्वास्थ्य, उद्योग)।
  • द्विसदनीय:
  • राज्य परिषद (60)।
  • केन्द्रीय विधानसभा (145)।
  • प्रथम प्रत्यक्ष मताधिकार (सम्पत्ति आधारित, महिलाएँ नहीं)।
  • पृथक निर्वाचन: मुस्लिम + सिख, एंग्लो-इंडियन।
  • विषय विभाजन: केन्द्रीय (विदेश, रक्षा आदि), प्रांतीय (स्वास्थ्य, शिक्षा आदि)।

🟡 प्रांतों में परिवर्तन:

  • दोहरी प्रशासनिक प्रणाली: आरक्षित (गवर्नर मनोनीत पार्षद, उत्तरदायी नहीं), हस्तांतरित (मंत्री निर्वाचित से)।
  • आरक्षित: वित्त, भूमि कर, न्याय, पुलिस आदि।
  • हस्तांतरित: शिक्षा, कृषि, स्थानीय स्वायत्त आदि।
  • उदारवादी: भारत का मैग्नाकार्टा
  • लोकमान्य तिलक: बिना सूरज का सवेरा।
  • कांग्रेस में दूसरा विभाजन: सुरेंद्रनाथ बनर्जी अलग, ‘अखिल भारतीय उदारवादी संघ’।

🔹 असहयोग आंदोलन (1920-1922) – गांधी की पहली बड़ी लड़ाई ✊🚫

  • सितंबर 1920 कलकत्ता विशेष अधिवेशन: गांधी असहयोग प्रस्ताव पेश।
  • प्रस्ताव लेखक: महात्मा गांधी
  • विरोध: चितरंजन दास
  • बाल गंगाधर तिलक कभी अध्यक्ष नहीं बने।
  • विरोध के बावजूद मोतीलाल नेहरू & अली भाइयों सहयोग से पास।
  • दिसंबर 1920 नागपुर (वी. राघवाचारी): सी.आर. दास प्रस्ताव, अनुमोदन।
  • संविधान परिवर्तन: भाषाई प्रांतीय कमिटी, 15 सदस्य वर्किंग कमिटी, सदस्यता 25 पैसे।
  • तिलक स्वराज फंड (1 अगस्त 1920 तिलक मृत्यु)।
  • 1 अगस्त 1920: आंदोलन शुरू।

🟡 मुख्य बातें:

  1. सरकारी उपाधि & पद छोड़ो।
  2. सरकारी उत्सव बहिष्कार।
  3. स्कूल, कॉलेज, कोर्ट बहिष्कार, पंचायत।
  4. मेसोपोटामिया नौकरी इंकार।
  5. विदेशी माल पूर्ण बहिष्कार।
  • गांधी vs दास/लाला: विधान परिषद & स्कूल बहिष्कार पर असहमति।
  • रचनात्मक कार्य: शराब बहिष्कार, हिंदू-मुस्लिम एकता, छुआछूत, स्वदेशी, खादी, सविनय अवज्ञा।
  • वादा: 1 साल में स्वराज।
  • त्याग: गांधी पदक, जमनालाल बजाज रायबहादुर।
  • राष्ट्रीय स्कूल: जामिया मिलिया इस्लामिया (अलीगढ़), बिहार विद्यापीठ, काशी विद्यापीठ, गुजरात विद्यापीठ
  • शिक्षक: नरेन्द्र देव, डॉ. जाकिर हुसैन, लाला लाजपत राय।
  • प्रधानाचार्य: सुभाषचंद्र बोस (नेशनल कॉलेज, कलकत्ता)।
  • वकालत छोड़ी: सी.आर. दास, मोतीलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, सैफुद्दीन किचलू, सी. राजगोपालाचारी, सरदार पटेल, टी. प्रकाशम, आसफ अली
  • पहली जेल: मुहम्मद अली
  • सी.आर. दास & बसंती देवी गिरफ्तार।
  • अप्रैल 1921: प्रिंस ऑफ वेल्स बहिष्कार।
  • दिसंबर 1921 अहमदाबाद (हकीम अजमल खान): तेज करने की प्रतिबद्धता।
  • हिंसा: 5 फरवरी 1922 चौरी-चौरा (उत्तर प्रदेश): उग्र भीड़ ने थाना जलाया, थानेदार & 21 सिपाही मारे।
  • नेतृत्व: भगवान अहीर
  • 12 फरवरी 1922 बारदोली: गांधी ने समाप्त किया।
  • जानकारी: दशरथ प्रसाद द्विवेदी
  • पहली खबर: “वेनगाई” अखबार।
  • 13 मार्च 1922: गांधी गिरफ्तार, न्यायाधीश ब्रूमफील्ड ने 6 साल सजा (तिलक जैसी)।
  • 5 फरवरी 1924: स्वास्थ्य कारण रिहा।

🔹 स्वराज पार्टी (मार्च 1923) – परिषद में बाधा की रणनीति 🏛️⚡

  • असहयोग बाद कांग्रेस विभाजन:
  1. परिवर्तनवादी – परिषद में जाकर गलत नीतियाँ रोकें।
  2. अपरिवर्तनवादी – परिषद विरोध।
  • 1922 गया अधिवेशन: चुनाव प्रस्ताव गिरा।
  • 1 जनवरी 1923 इलाहाबाद: सी.आर. दास, मोतीलाल नेहरू, विट्ठलभाई पटेल, मदन मोहन मालवीय, जयकर ने स्वराज पार्टी
  • अध्यक्ष: सी.आर. दास, सचिव: मोतीलाल नेहरू।
  • उद्देश्य:
  1. शीघ्र डोमिनियन स्टेट्स।
  2. सरकारी कार्यों में बाधा।
  • 1923 चुनाव: मध्य प्रांत पूर्ण बहुमत, बंगाल/उत्तर प्रदेश/बंबई प्रधानता, केन्द्रीय 101 में 42।
  • 1925: विट्ठलभाई पटेल केन्द्रीय विधानसभा अध्यक्ष।
  • ली कमीशन (जातीय उच्चता) & मुडिमैन कमिटी (द्वैधशासन विवाद) विरोध।
  • जून 1925 दास मृत्यु: पार्टी समाप्त।
  • मुडिमैन कमिटी (1924): 1919 अधिनियम द्वैधशासन जाँच।

🔹 साइमन कमीशन (1928) – श्वेत कमीशन का बहिष्कार 👎🇬🇧

  • सर जॉन साइमन अध्यक्षता, 7 ब्रिटिश सदस्य (कोई भारतीय नहीं) – ‘श्वेत कमीशन’।
  • 3 फरवरी 1928 भारत आगमन: पूर्ण बहिष्कार, काले झंडे, ‘साइमन गो बैक’ नारा (यूसुफ मेहरअली)।
  • बहिष्कार निर्णय: 1927 मद्रास अधिवेशन (डॉ. एम.ए. अंसारी)
  • लखनऊ: जवाहरलाल नेहरू & गोविंद वल्लभ पंत विरोध।
  • लाहौर: पुलिस लाठी से लाला लाजपत राय मृत्यु। 😢
  • समर्थन केवल 3: पंजाब यूनियनिस्ट, मद्रास जस्टिस, मुस्लिम लीग शफी गुट।
  • सिफारिशें:
  1. प्रांतों में द्वैध समाप्त, उत्तरदायी शासन।
  2. संघीय संविधान।
  3. केन्द्र में अभी उत्तरदायी नहीं।

🔹 नेहरू रिपोर्ट (1928) – सर्वदलीय संविधान का प्रयास 📄🤝

  • लॉर्ड बिरकेनहेड चुनौती: सभी दलों का समर्थन वाला संविधान बनाओ।
  • 28 फरवरी 1928 दिल्ली सर्वदलीय: मोतीलाल नेहरू अध्यक्ष।
  • सदस्य: सर अली इमाम, एम.एम. अणे, तेज बहादुर सप्रु, मंगल सिंह, जी.आर. प्रधान, शोएब कुरेशी, सुभाषचंद्र बोस, एन.एम. जोशी, जी.पी. प्रधान
  • डोमिनियन स्टेट्स पहला लक्ष्य, 1 साल में न मिले तो पूर्ण स्वराज & सविनय अवज्ञा।
  • अगस्त 1928 सर्वदलीय: डॉ. अंसारी अध्यक्षता, अंतिम रूप।
  • दिसंबर 1928 कलकत्ता: अस्वीकार (मुस्लिम लीग, हिंदू महासभा, सिख महासभा आपत्तियाँ)।

🟡 प्रावधान:

  • सभी को 19 मूल अधिकार।
  • बर्मा अलग।
  • देशी रियासतें + ब्रिटिश भारत = अखिल भारतीय संघ।
  • पृथक निर्वाचन समाप्त, अल्पसंख्यकों को सुरक्षित स्थान।
  • केन्द्र द्विसदनीय।
  • डोमिनियन स्टेटस।
  • प्रांतों में द्वैध समाप्त, पूर्ण उत्तरदायी।
  • संघात्मक, अवशिष्ट शक्तियाँ केन्द्र।
  • भारत परिषद समाप्त।
  • सर्वोच्च न्यायालय।
  • सिन्ध बंबई से अलग।
  • जिन्ना: नेहरू रिपोर्ट अस्वीकार, मार्च 1929 14 सूत्री माँग
  • सुभाषचंद्र बोस & जवाहरलाल नेहरू: डोमिनियन विरोध, इंडिपेंडेंस फॉर इंडिया लीग
  • 1928: भारतीय स्वतंत्रता लीग, अध्यक्ष एस. श्रीनिवास अयंगर

🔹 1929 लाहौर अधिवेशन – पूर्ण स्वराज का ऐलान 🎉🇮🇳

  • अध्यक्ष: जवाहरलाल नेहरू
  • पूर्ण स्वराज कांग्रेस उद्देश्य।
  • 31 दिसंबर 1929: नया तिरंगा लहराया। 🚩
  • 26 जनवरी 1930: प्रथम स्वाधीनता दिवस।
  • सविनय अवज्ञा शुरू, कार्यक्रम गांधी को।
  • 1927 मद्रास: पूर्ण स्वराज प्रस्ताव पहले पास।

🔹 गांधीजी का 11 सूत्री माँग पत्र (31 जनवरी 1930) 📋✉️

  • गांधी: जिन्ना को पहली बार “कायदे-आजम” कहा।
  • इरविन (गवर्नर जनरल) & रेम्जे मेकडोनाल्ड को पत्र।
  1. नमक कर समाप्त। 🧂
  2. गुप्तचर विभाग समाप्त। 🕵️
  3. सैनिक व्यय 50% कमी। ✂️
  4. राजनैतिक बन्दियों रिहा। 🔓
  5. रुपये अवमूल्यन। 💸
  6. मद्य निषेध। 🍷
  7. विदेशी कपड़े आयात कर। 👕
  8. उच्च वेतन पद कम। 💼
  9. भू राजस्व 1/2। 🌾
  10. आत्मरक्षा हथियार अधिकार। 🔫
  11. तटकर अधिनियम। 🌊

🔹 सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-1931) – नमक मार्च की गूँज 🧂🚶

  • 12 मार्च 1930: साबरमती आश्रम से 78 अनुयायी (वेब मिलर सहित) दांडी, 24 दिन 375 किमी।
  • 6 अप्रैल 1930: दांडी नमक कानून तोड़ा।
  • सुभाष बोस: दांडी मार्च = नेपोलियन पेरिस मार्च & मुसोलिनी रोम मार्च।
  • राजगोपालाचारी: त्रिचनापल्ली से वेदारण्यम।
  • के. केलप्पन & टी.के. माधवन: कालीकट से पयन्नूर।
  • असम: सिलहट से नोआखली।
  • खान अब्दुल गफ्फार खान (सीमांत गांधी/फख्रे अफगान): NWFP में खुदाई खिदमतगार (लाल कुर्ती दल)
  • पत्रिका: ‘पख्तून’ (पश्तो), बाद ‘दशरोजा’।
  • पेशावर: चंद्रसिंह गढ़वाली गोली चलाने मना।
  • नागालैंड: जदोनांग नेतृत्व जियालरंग, बहन गोडेनल्यू (13 वर्ष) तिरंगा, नेहरू ‘रानी’ उपाधि।
  • धरासना: सरोजिनी नायडू, इमाम साहब, मणिलाल (इमाम अफ्रीका गांधी सहायक)।
  • बिहार: चौकीदार कर विरोध।
  • मध्य प्रांत: वन नियम विरोध, वन सत्याग्रह।
  • असम: ‘कनिंघम सर्कुलर’ विरोध।
  • महिलाएँ: कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने पुरुष सीमित न रखने समझाया।
  • संयुक्त प्रांत/गुजरात: कर अदायगी।
  • वानर सेना (लड़के), मंजरी सेना (लड़कियाँ)

🔹 गांधी-इरविन समझौता (5 मार्च 1931) – दिल्ली पैक्ट 🤝📜

  • दिल्ली समझौता भी।
  • मध्यस्थ: तेज बहादुर सप्रु & जयकर
  • 17 फरवरी से वार्ता, 5 मार्च हस्ताक्षर
  • शर्तें (कांग्रेस स्वीकार):
  1. सविनय अवज्ञा स्थगित।
  2. द्वितीय गोलमेज में भाग।
  3. पुलिस ज्यादती जाँच माँग वापस।
  4. नमक उन्मूलन & बहिष्कार माँग वापस।
  • शर्तें (सरकार):
  1. समुद्र किनारे नमक बनाने/एकत्रित छूट।
  2. हिंसक को छोड़ सभी राजनैतिक बन्दी रिहा।
  3. जब्त जमीन वापस (तीसरे पक्ष न बेची हो)।
  4. अफीम, शराब, विदेशी दुकान शांतिपूर्ण धरना।
  5. अपूर्ण अभियोग & अध्यादेश वापस।

🔹 कराची अधिवेशन (मार्च 1931) – समाजवाद और मौलिक अधिकार 🇮🇳📈

  • अध्यक्ष: सरदार वल्लभभाई पटेल
  • गांधी-इरविन अनुमोदन।
  • आर्थिक घोषणा: समाजवाद आस्था।
  • ‘मौलिक अधिकार & कर्तव्य’ प्रस्ताव।
  • नौजवान भारत सभा: गांधी को काले झंडे (भगत सिंह माफी न दिलवा पाए)।

🔹 गोलमेज सम्मेलन – ब्रिटेन में बातचीत 🗺️👑

  • प्रथम (नवंबर 1930 – जनवरी 1931): 89 प्रतिनिधि, कांग्रेस नहीं।
  • द्वितीय: 111, कांग्रेस भाग, गांधी एकमात्र प्रतिनिधि (‘राजपूताना’ जहाज)।
  • मदन मोहन मालवीय & एनी बेसेन्ट व्यक्तिगत।
  • सरोजिनी नायडू G.G. प्रतिनिधि।
  • गांधी डॉ. अंसारी ले जाना चाहते, मना।
  • अम्बेडकर: दलितों पृथक निर्वाचन माँग।
  • तृतीय (नवंबर-दिसंबर 1932): 46, कांग्रेस नहीं।
  • आयोजन: सेंट जेम्स पैलेस, उद्घाटन सम्राट जॉर्ज V
  • अम्बेडकर तीनों में (‘एस.एस. कान्टेरोसो’ जहाज)।
  • सेमुअल होर विरोधी।

🔹 सविनय अवज्ञा आंदोलन की पुनरावृत्ति (4 जनवरी 1932 – 7 अप्रैल 1934) 🔄✊

  • उत्साह कमी देख गांधी स्थगित।
  • लॉर्ड विलिंगटन: कांग्रेस गैरकानूनी, प्रतिबंध।
  • गांधी सक्रिय राजनीति से अलग।

🔹 साम्प्रदायिक निर्णय (1932) – पृथक हरिजन निर्वाचन 🕌🛕

  • ब्रिटिश प्रधानमंत्री रैम्जे मेकडोनाल्ड: 16 अगस्त 1932 प्रस्तुत।
  • प्रावधान:
  • प्रांतीय सभाएँ सदस्य दुगुना।
  • मुस्लिम, सिख, ईसाई + हरिजनों के लिए हिंदुओं से अलग निर्वाचन।
  • गांधी यरवदा जेल में।
  • 20 सितंबर 1932: अनशन शुरू।
  • पूना समझौता (26 सितंबर): मदन मोहन मालवीय प्रयास, गांधी & अम्बेडकर
  • मध्यस्थ: राजेंद्र प्रसाद, राजगोपालाचारी, पुरुषोत्तम टंडन।
  • अम्बेडकर पृथक वापस, संयुक्त निर्वाचन।
  • हरिजनों सीटें 71 से 148
  • टैगोर: गांधी आभार।
  • गांधी हरिजनों सेवा: 1932 अखिल भारतीय छुआछूत विरोधी लीग

🔹 भारत सरकार अधिनियम 1935 – संविधान का आधार 📜🏛️

  • आधार: साइमन कमीशन, नेहरू रिपोर्ट, तीन गोलमेज।
  • बिना प्रस्तावना, 2/3 अनुच्छेद भारतीय संविधान में।
  • श्वेत पत्र, संयुक्त प्रवर समिति, लोथयां रिपोर्ट (चुनाव विवरण)।

🟡 इंग्लैंड में सुधार:

  • भारत परिषद समाप्त, सलाहकारी समिति (बाध्यकारी नहीं)।

🟡 भारत में सुधार:

  • केन्द्र:
  • ब्रिटिश भारत + रियासतें = अखिल भारतीय संघ (रियासतें वैकल्पिक, शामिल नहीं हुआ)।
    • शर्त: आधी रियासतें, आधी जनसंख्या।
  • द्वैध शासन: आरक्षित/हस्तांतरित।
  • कार्यकारी परिषद: 3 गवर्नर नियुक्त, 10 जन प्रतिनिधि।
  • द्विसदनीय:
    • राज्य परिषद (260, 156 ब्रिटिश भारत, स्थायी 3 वर्ष)।
    • विधानसभा (375, 250 ब्रिटिश भारत अप्रत्यक्ष, 5 वर्ष)।
  • गवर्नर जनरल: वीटो, अध्यादेश।
  • तीन सूचियाँ: संघ, राज्य, समवर्ती।
  • सिन्ध, ओडिशा, NWFP नए राज्य।
  • बर्मा अलग।
  • केन्द्रीय बैंक।
  • संघीय न्यायालय (केन्द्र-राज्य)।
  • प्रांतों में:
  • 11 में 6 द्विसदनीय (बंगाल, बॉम्बे, मद्रास, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम आदि)।
  • द्वैध समाप्त, प्रांतीय स्वायत्तता।

🔹 1937 चुनाव – कांग्रेस की प्रांतीय सत्ता 🗳️✅

  • 1935 अधिनियम तहत प्रांतीय शासन अधिकार।
  • 11 में 7 प्रांतों में कांग्रेस सरकार
  • मुस्लिम लीग कोई बहुमत नहीं।
  • बंगाल: कृषक प्रजा पार्टी
  • पंजाब: यूनियनिस्ट पार्टी (सिकंदर हयात खान/खिज्र हयात खान)
  • संयुक्त प्रांत: चुनाव पूर्व कांग्रेस-लीग गठबंधन, बाद लीग बाहर।
  • कांग्रेस 5 बहुमत लेकिन 7 सरकारें।
  • लीग: पीरपुर समिति – कांग्रेस शासित राज्यों में मुसलमान स्थिति बदतर।
  • 1939 द्वितीय विश्वयुद्ध: लॉर्ड लिनलिथगो बिना सहमति भारत युद्ध में, आपातकाल।
  • 15 नवंबर 1939: सभी कांग्रेसी मंत्रिमंडल इस्तीफा।
  • कुल शासन: 28 माह
  • 22 दिसंबर 1939: लीग मुक्ति दिवस।

🔹 व्यक्तिगत सत्याग्रह (1940) – दिल्ली चलो, सीमित विरोध ✊🕊️

  • 17 अक्टूबर 1940: ब्रिटिश निर्णय विरोध, चुने व्यक्तियों सत्याग्रह।
  • पवनार आश्रम से शुरू।
  • प्रथम सत्याग्रही: विनोबा भावे
  • द्वितीय: जवाहरलाल नेहरू
  • सीमित: उथल-पुथल न हो, ब्रिटेन युद्ध बाधा न।
  • गांधी वायसराय पत्र: व्याख्या।

🔹 अगस्त प्रस्ताव (1940) – युद्ध समर्थन के बदले वादे 📢🇬🇧

  • 8 अगस्त 1940: लॉर्ड लिनलिथगो
  1. वायसराय सलाहकार कौंसिल विस्तार, कार्यकारी में भारतीय।
  2. युद्ध परामर्शदात्री सभा।
  3. युद्ध बाद डोमिनियन।
  4. संविधान भारतीयों से।
  5. अल्पसंख्यक बिना परिवर्तन नहीं।
  6. कांग्रेस ठुकराई, व्यक्तिगत सत्याग्रह।
  7. 9 सितंबर 1941: चर्चिल – एटलांटिक चार्टर भारत पर नहीं।

🔹 मुस्लिम लीग लाहौर अधिवेशन (1940) – पाकिस्तान माँग 🕌🇵🇰

  • अध्यक्ष: मुहम्मद अली जिन्ना
  • 22 मार्च 1940 अध्यक्षीय भाषण: अलग मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान माँग।
  • 1930 इकबाल (इलाहाबाद अधिवेशन): पश्चिमोत्तर राज्य आवश्यकता।
  • रहमत अली: ‘Now or Never’ पैम्पलेट – पंजाब, NWFP, कश्मीर, सिन्ध, बलूचिस्तान = पाकिस्तान।
  • प्रस्ताव तैयार: खलीकुज्जमा

🔹 क्रिप्स प्रस्ताव (1942) – युद्ध में समर्थन के लिए ✈️📜

  • जापानी रंगून कब्जा, सीमा खतरा।
  • स्टेफोर्ड क्रिप्स: 23 मार्च 1942 भारत।
  • 30 मार्च 1942 योजना:
  1. युद्ध बाद डोमिनियन (विदेश नीति अधिकार, राष्ट्रकुल स्वैच्छिक)।
  2. संविधान सभा: प्रांतीय विधानमंडल निम्न सदन से।
  3. अल्पसंख्यक पृथक समझौता।
  4. युद्ध दौरान सुरक्षा ब्रिटेन, बाद में।
  • गांधी: पोस्ट डेटेड चेक
  • कांग्रेस & लीग अस्वीकार।

🔹 भारत छोड़ो आंदोलन (1942) – करो या मरो की क्रांति 💥✊

  • युद्ध में जापान प्रभुत्व, कीमतें बढ़ी, असंतोष।
  • 5 जुलाई 1942 हरिजन: अंग्रेज भारत जापान मत छोड़ो, भारतीयों को व्यवस्थित छोड़ो।
  • वर्धा प्रस्ताव (14 जुलाई 1942): कार्यसमिति ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ पास।
  • गांधी: अस्वीकार तो बालू से बड़ा आंदोलन।
  • 7 अगस्त 1942 ग्वालिया टैंक बॉम्बे: अधिवेशन।
  • 8 अगस्त: गांधी प्रस्ताव स्वीकार, 70 मिनट भाषण ‘करो या मरो’
  • डॉ. पट्टाभि सीतारमैया: गांधी अवतार जैसे।
  • 9 अगस्त तड़के ‘ऑपरेशन जीरो आवर’: सभी नेता गिरफ्तार।
  • गांधी आगा खाँ महल पूना, अन्य अहमदनगर किला
  • कांग्रेस अवैधानिक।
  • नेतृत्व विहीन लेकिन उत्कर्ष तक।
  • द्वितीय पंक्ति भूमिगत: जय प्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, उषा मेहता, अरुणा आसफ अली, अच्युत पटवर्धन
  • उषा मेहता: बॉम्बे भूमिगत रेडियो।
  • राम मनोहर लोहिया नियमित बोलते।
  • समानांतर सरकारें:
स्थाननेताअवधि
बलिया (उत्तर प्रदेश) – पहलीचित्तू पाण्डेय (बलिया & गाजीपुर)एक सप्ताह (अगस्त 1942)
तामलूक (मिदनापुर, बंगाल) – जातीय सरकारसतीश सामंतदिसंबर 1942 – सितंबर 1944
सतारा – सबसे लंबीवाई. बी. चव्हाण & नाना पाटिल1943 – 1945
कोरापुट (ओडिशा)लक्ष्मण नायक
  • तामलूक: सतीश सावंत (‘विद्युत वाहिनी’ सैन्य), मानंगिनी हानरा महिला।
  • कई जगह हिंसा, सार्वजनिक संपत्ति नष्ट।
  • गांधी: आरोप विरोध 21 दिन उपवास (10 फरवरी 1943)
  • विरोध: मुस्लिम लीग, हिंदू महासभा, अम्बेडकर, उदारवादी, अकाली दल।
  • 9 मई 1944: गांधी रिहा।
  • सरदार पटेल: ‘अद्वितीय आंदोलन’।

🔹 सी.आर. फॉर्मूला (1944) – साम्प्रदायिक समस्या सुलझाने की कोशिश 🤝🕌

  • 10 जुलाई 1944: चक्रवर्ती राजगोपालाचारी गांधी स्वीकृति से।
  • कांग्रेस & लीग बीच।
  • राजगोपालाचारी: प्रथम कांग्रेसी पाकिस्तान समर्थक।

🔹 वेवेल योजना (1945) – भारतीयों को कार्यकारी में 🏛️

  • मार्च 1945: वेवेल इंग्लैंड, चर्चिल & एमरी सलाह।
  • 14 जून 1945: योजना।
  • वायसराय कार्यकारी में सभी दलों प्रतिनिधित्व, वायसराय & मुख्य सेनापति छोड़ सभी भारतीय।

🔹 शिमला सम्मेलन (1945) – असफल सर्वदलीय 💔

  • 25 जून – 14 जुलाई 1945: 22 प्रतिनिधि।
  • कांग्रेस: अब्दुल कलाम आजाद नेतृत्व।
  • लीग: सभी मुस्लिम सदस्य चयन शर्त, कांग्रेस मना।
  • लीग अड़ियल, असफल।
  • आजाद: भारतीय इतिहास ‘जल विभाजन’।

🔹 शाही नौ सेना विद्रोह (1946) – नाविकों की बगावत 🚢⚓

  • 18 फरवरी 1946 ‘एन.एस. तलवार’: खराब खाना शिकायत।
  • ब्रिटिश: ‘भिखमंगों को चुनने की छूट नहीं’।
  • विद्रोह, बॉम्बे से कराची।
  • एम.एस. खान नेतृत्व नौ सेना हड़ताल।

🔹 कैबिनेट मिशन (1946) – संघीय योजना 🌍🤝

  • क्लीमेंट एटली: ज्वलंत समस्या के लिए।
  • 3 सदस्य: पैट्रिक लॉरेन्स (भारत सचिव), स्टेफोर्ड क्रिप्स, ए.बी. एलेक्जेंडर
  • 24 मार्च 1946 दिल्ली, 16 मई रिपोर्ट
  • भारतीय संघ (ब्रिटिश प्रांत + रियासतें): विदेश, रक्षा, संचार। अन्य राज्य स्वतंत्र।
  • केन्द्रीय विधानमंडल: धार्मिक अधिनियम दोनों सम्प्रदाय सहमति।

🔹 एटली घोषणा – सत्ता हस्तांतरण 📢

  • जून 1948 तक सत्ता भारतीयों को।
  • माउंटबेटन वायसराय।

🔹 माउंटबेटन योजना (1947) – विभाजन की घोषणा ✂️🇮🇳🇵🇰

  • मार्च 1947 माउंटबेटन भारत
  • 3 जून 1947 योजना:
  1. भारत-पाकिस्तान दो भाग।
  2. बंगाल/पंजाब विधानमंडल दो भाग: मुस्लिम बहुल & अल्पसंख्यक, निर्णय खुद।
  3. सिलहट (असम) & NWFP जनमत संग्रह।
  4. पंजाब/बंगाल/असम सीमा आयोग (रेडक्लिफ)
  5. रियासतें ब्रिटिश सर्वोच्चता समाप्त, भारत/पाक मिलने स्वतंत्र।

🔹 भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 (18 जुलाई) 🇮🇳🎉

  1. 15 अगस्त 1947: भारत & पाक डोमिनियन।
  2. राष्ट्रमंडल अलग होने अधिकार।
  3. दोनों संविधान सभा, अलग गवर्नर जनरल।
  4. नया संविधान तक 1935 अधिनियम।
  5. रियासतें मुक्त, स्वतंत्र या मिलें।
  6. ‘केसर-ए-हिंद’ समाप्त।
  • पटेल: विभाजन न स्वीकार तो कई पाकिस्तान।
  • 2 अप्रैल: गांधी माउंटबेटन से जिन्ना सरकार आमंत्रण (विभाजन रुकाने), नेहरू/पटेल विरोध।
  • गांधी साम्प्रदायिकता विरोध, माउंटबेटन: ‘वन मैन बाउंडरी फोर्स’।
  • खान अब्दुल गफ्फार खान: NWFP पाक में – “कांग्रेस ने भेड़ियों आगे डाला”।

🔹 अन्तरिम मंत्रिमण्डल – सत्ता हस्तांतरण की शुरुआत 🏛️

नामपद
जोगेंद्र नाथ मंडलविधि
आई.आई. चुन्दरीगरवाणिज्य
बलदेव सिंहरक्षा
राजेंद्र प्रसादखाद्य & कृषि
लियाकत अली खानवित्त
गजनफर अली खानस्वास्थ्य
आसफ अलीरेलवे
जॉन मथाईउद्योग & आपूर्ति
अब्दुल रब निश्तरसंचार
सी. राजगोपालाचारीशिक्षा
वल्लभ भाई पटेलगृह, सूचना & प्रसारण
जवाहरलाल नेहरूउपाध्यक्ष, विदेश & राष्ट्रमंडल
सी.एच. भाभाकार्य, खान & बंदरगाह
जगजीवन रामश्रम

निष्कर्ष: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की विजय गाथा 🇮🇳🔥
यह आंदोलन बलिदान, एकता, अहिंसा और दृढ़ता की अनुपम मिसाल है! 💪 हर चरण ने स्वतंत्रता की नींव मजबूत की। क्या आप किसी विशेष चरण या नेता पर और डिटेल चाहते हैं? 💬🚀

LM GYAN भारत का प्रमुख शैक्षिक पोर्टल है जो छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री प्रदान करता है। हमारा उद्देश्य सभी को निःशुल्क और सुलभ शिक्षा प्रदान करना है। हमारे पोर्टल पर आपको सामान्य ज्ञान, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, करंट अफेयर्स और अन्य विषयों से संबंधित विस्तृत जानकारी मिलेगी।

राजस्थान करंट अफेयर्स

Read Now

राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय करंट अफेयर्स

Read Now

Leave a comment