राजस्थान की चित्रकला MCQ

By: LM GYAN

On: 25 November 2025

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भारत सामान्य ज्ञान प्रश्न

राजस्थान की चित्रकला MCQ

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन-सी राजस्थानी चित्रकला की मुख्य विशेषताओं में शामिल नहीं है –

RSSB Fourth Class Exam 2024 (20 Sep. 2025 2nd Shift)
A) राजस्थानी चित्रकला का महलों, किलों, मंदिरों और हवेलियों में सार्वजनिक प्रदर्शन नहीं होता
B) ऋतुओं और उनके मानव जीवन पर प्रभावित चित्रण
C) प्राकृतिक सौंदर्य और जीव-जंतुओं का यथार्थवादी चित्रण
D) भक्ति और शृंगार रस का समावेश
उत्तर: राजस्थानी चित्रकला का महलों, किलों, मंदिरों और हवेलियों में सार्वजनिक प्रदर्शन नहीं होता
व्याख्या: राजस्थानी चित्रकला की प्रमुख विशेषताओं में ऋतुओं और उनके मानव जीवन पर प्रभावित चित्रण, प्राकृतिक सौंदर्य और जीव-जंतुओं का यथार्थवादी चित्रण तथा भक्ति और शृंगार रस का समावेश शामिल है। वास्तव में, राजस्थानी चित्रकला का महलों, किलों, मंदिरों और हवेलियों में सार्वजनिक प्रदर्शन होता है, जो इसकी एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 2: अमेर शैली, जयपुर शैली और शेखावाटी शैली की चित्रकला, राजस्थान के निम्नलिखित में से किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

RSSB Fourth Class Exam 2024 (19 Sep. 2025 2nd Shift)
A) ढूँढाड़ शैली
B) मेवाड़ शैली
C) मारवाड़ शैली
D) हाड़ौती शैली
उत्तर: हाड़ौती शैली
व्याख्या: अमेर शैली, जयपुर शैली और शेखावाटी शैली राजस्थान की हाड़ौती चित्रकला शैली से संबंधित हैं। ये शैलियाँ हाड़ौती क्षेत्र की चित्रकला परंपरा का प्रतिनिधित्व करती हैं और इनकी अपनी विशिष्ट विशेषताएँ हैं।

प्रश्न 3: किशनगढ़ चित्रकला शैली की प्रसिद्ध चित्रकला ‘बनी ठाणी’ किसने बनाई थी –

RSSB Fourth Class Exam 2024 (19 Sep. 2025 1st Shift)
A) बूँदी रागमाला
B) ढोला-मारू
C) रूपमती-बाजी बहादुर
D) बणी-ठाणी
उत्तर: रूपमती-बाजी बहादुर
व्याख्या: किशनगढ़ चित्रकला शैली की प्रसिद्ध चित्रकला ‘बनी ठाणी’ को रूपमती-बाजी बहादुर ने बनाई थी। यह चित्रकला किशनगढ़ शैली की सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है और इसे राजस्थानी चित्रकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।

प्रश्न 4: बूँदी में ‘रंग विलास’ नामक चित्रकला किसने बनाई थी –

CHEMIST(ARCHIVES DEPT.) COMP. EXAM – 2024
A) राव अर्जुन सिंह हाड़ा
B) महाराजा बुद्ध सिंह
C) राव बीर सिंह बाला
D) महाराजा उम्मेद सिंह
उत्तर: महाराजा बुद्ध सिंह
व्याख्या: बूँदी में ‘रंग विलास’ नामक चित्रकला महाराजा बुद्ध सिंह ने बनवाई थी। यह चित्रकला बूँदी शैली की एक महत्वपूर्ण कृति है और इसमें राजस्थानी चित्रकला की विशिष्ट विशेषताएँ दिखाई गई हैं।

प्रश्न 5: अम्बर में ‘दुर्गा सप्तशती’ चित्रकला किसने बनाई थी –

CHEMIST(ARCHIVES DEPT.) COMP. EXAM – 2024
A) राव अर्जुन सिंह हाड़ा
B) महाराजा बुद्ध सिंह
C) राव बीर सिंह बाला
D) महाराजा उम्मेद सिंह
उत्तर: राव बीर सिंह बाला
व्याख्या: अम्बर में ‘दुर्गा सप्तशती’ चित्रकला राव बीर सिंह बाला ने बनाई थी। यह चित्रकला अम्बर शैली की एक प्रमुख कृति है और इसमें देवी दुर्गा के जीवन का चित्रण किया गया है।

प्रश्न 6: किस चित्रकला पर कपड़ा (काष्ठ की पट्टी) में चित्रण किया जाता है –

Raj Police Constable Exam 2025 (Shift-2)
A) फड़ चित्रकला
B) पट चित्रकला
C) कपड़ा चित्रकला
D) थाल चित्रकला
उत्तर: कपड़ा चित्रकला
व्याख्या: कपड़ा चित्रकला में काष्ठ की पट्टी (कपड़ा) पर चित्रण किया जाता है। यह राजस्थान की एक प्रमुख लोक चित्रकला शैली है, जिसमें धार्मिक कथाओं और पौराणिक चरित्रों का चित्रण किया जाता है।

प्रश्न 7: पिछड़ा चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Raj Police Constable (Telecommunication) Exam 2025
A) किशनगढ़
B) नाथद्वारा
C) कोटा
D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: कोटा
व्याख्या: पिछड़ा चित्रकला कोटा चित्रकला शैली से संबंधित है। यह एक विशिष्ट चित्रकला शैली है जिसमें धार्मिक विषयों पर चित्रण किया जाता है। इस शैली का नाम इसके चित्रण माध्यम से लिया गया है, जो एक विशेष प्रकार की लकड़ी की पट्टी होती है।

प्रश्न 8: ‘श्रीकृष्ण चरित्र’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

REET-2024 PL-2 (LEVEL-2) SHIFT-3
A) मारवाड़ शैली
B) हाड़ौती शैली
C) मेवाड़ शैली
D) ढूँढाड़ शैली
उत्तर: मेवाड़ शैली
व्याख्या: ‘श्रीकृष्ण चरित्र’ नामक चित्रकला मेवाड़ शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके लीलाओं का चित्रण करती है, जो मेवाड़ शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन-सा चित्रकला शैली-क्षेत्र युग्म सही नहीं है –

REET-2024 PL-2 (LEVEL-2) SHIFT-2
A) बीकानेर शैली – राजस्थान
B) किशनगढ़ शैली – राजस्थान
C) जोधपुर शैली – राजस्थान
D) कांगड़ा शैली – राजस्थान
उत्तर: कांगड़ा शैली – राजस्थान
व्याख्या: कांगड़ा शैली राजस्थान की चित्रकला शैली नहीं है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश की एक प्रसिद्ध चित्रकला शैली है। बीकानेर, किशनगढ़ और जोधपुर शैलियाँ राजस्थान की प्रमुख चित्रकला शैलियाँ हैं।

प्रश्न 10: निम्नलिखित में से कौन-सा चित्रकार-चित्रकला शैली युग्म सही नहीं है –

Prahari 2024 Shift 1
A) साहिब अली – किशनगढ़ शैली
B) निहालचंद – जयपुर शैली
C) गोवर्धन – बूँदी शैली
D) गिरधर – कोटा शैली
उत्तर: गिरधर – कोटा शैली
व्याख्या: गिरधर कोटा शैली के चित्रकार नहीं हैं। साहिब अली किशनगढ़ शैली, निहालचंद जयपुर शैली और गोवर्धन बूँदी शैली के प्रसिद्ध चित्रकार हैं। गिरधर मुख्य रूप से मारवाड़ शैली के चित्रकार के रूप में जाने जाते हैं।

प्रश्न 11: अलवर के राजा बलवंत सिंह के समय ‘दुर्गेश सप्तशती’ चित्रकला किसने बनाई थी –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-E)
A) छोटेलाल एवं सालिगराम
B) जमनालाल एवं नंदराम
C) दलचंद एवं शिवलाल
D) बलदेव एवं बख्तावर
उत्तर: दलचंद एवं शिवलाल
व्याख्या: अलवर के राजा बलवंत सिंह के समय ‘दुर्गेश सप्तशती’ चित्रकला दलचंद एवं शिवलाल ने बनाई थी। यह चित्रकला अलवर शैली की एक महत्वपूर्ण कृति है और इसमें देवी दुर्गा के जीवन का चित्रण किया गया है।

प्रश्न 12: ‘भक्ति प्रकरण’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-D)
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: मेवाड़ शैली
व्याख्या: ‘भक्ति प्रकरण’ नामक चित्रकला मेवाड़ शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भक्ति और आध्यात्मिक विषयों पर केंद्रित है, जो मेवाड़ शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 13: ‘बनी ठाणी’ चित्रकला किसने बनाई थी –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-C)
A) अनिरुद्ध सिंह
B) राजा सवाई जयसिंह
C) राजा सवाई प्रताप सिंह
D) रूपमती-बाजी बहादुर
उत्तर: रूपमती-बाजी बहादुर
व्याख्या: ‘बनी ठाणी’ चित्रकला रूपमती-बाजी बहादुर ने बनाई थी। यह चित्रकला किशनगढ़ शैली की सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है और इसे राजस्थानी चित्रकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।

प्रश्न 14: ‘देवनारायण’ चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-B)
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘देवनारायण’ चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भगवान विष्णु के अवतारों का चित्रण करती है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 15: निम्नलिखित में से कौन-सा चित्रकला शैली-विशेषता युग्म सही नहीं है –

Junior Instructor (PLM) Exam 2024
चित्रकला शैलीविशेषता
1. भागवत पुराण का प्रतिनिधित्वa. जयपुर
2. राधा-कृष्ण के प्रेम का चित्रणb. किशनगढ़
3. लघु चित्र शैलीc. मेवाड़
4. बड़े चित्र शैलीd. बूँदी
5. लाल रंग का प्रयोगe. मारवाड़
A) 1-c, 2-d, 3-e, 4-a, 5-b
B) 1-a, 2-b, 3-c, 4-d, 5-e
C) 1-e, 2-b, 3-c, 4-d, 5-a
D) 1-d, 2-e, 3-a, 4-b, 5-c
उत्तर: 1-e, 2-b, 3-c, 4-d, 5-a
व्याख्या: सही मिलान है – भागवत पुराण का प्रतिनिधित्व – मारवाड़, राधा-कृष्ण के प्रेम का चित्रण – किशनगढ़, लघु चित्र शैली – मेवाड़, बड़े चित्र शैली – बूँदी, लाल रंग का प्रयोग – जयपुर। ये सभी चित्रकला शैलियों की विशेषताएँ हैं जो उन्हें अलग-अलग पहचानती हैं।

प्रश्न 16: किस चित्रकला शैली में मथुरा पूजा का चित्रण किया जाता है –

PTI and Librarian (Sanskrit College Edu.) – 2024 (General Studies of Rajasthan)
A) जयपुर शैली
B) जोधपुर शैली
C) कोटा शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: बीकानेर शैली
व्याख्या: बीकानेर चित्रकला शैली में मथुरा पूजा का चित्रण किया जाता है। यह शैली भगवान कृष्ण के जीवन और उनके लीलाओं पर केंद्रित है, जिसमें मथुरा पूजा का विशेष महत्व है।

प्रश्न 17: ‘चवंद’ क्या है –

Junior Instructor (WCS) Exam 2024
A) एक प्रकार की चित्रकला शैली
B) एक प्रकार का चित्रकार
C) एक प्रकार का लकड़ी का फ्रेम
D) एक प्रकार का रंग
उत्तर: एक प्रकार का लकड़ी का फ्रेम
व्याख्या: ‘चवंद’ एक प्रकार का लकड़ी का फ्रेम है, जिस पर चित्रकला की जाती है। यह राजस्थान की एक प्रमुख चित्रकला शैली है और इसमें धार्मिक विषयों पर चित्रण किया जाता है।

प्रश्न 18: ‘श्रीकृष्ण चरित्र’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (STE) Exam 2024
A) मारवाड़ शैली
B) हाड़ौती शैली
C) मेवाड़ शैली
D) ढूँढाड़ शैली
उत्तर: मेवाड़ शैली
व्याख्या: ‘श्रीकृष्ण चरित्र’ नामक चित्रकला मेवाड़ शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके लीलाओं का चित्रण करती है, जो मेवाड़ शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 19: ‘चौरपंचासिका’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (RAT) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘चौरपंचासिका’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला शृंगार रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 20: ‘रसमंजरी’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (MDE) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘रसमंजरी’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला नायक रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 21: ‘गीता गोविंद’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift I)
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘गीता गोविंद’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भक्ति रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 22: निम्नलिखित में से कौन-सा चित्रकला शैली-क्षेत्र युग्म सही नहीं है –

Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. (Pre) Exam – 2024
चित्रकला शैलीक्षेत्र
1. किशनगढ़i. साहिबदीन
2. बीकानेरii. निहालचंद
3. मेवाड़iii. अलीराजा
4. मारवाड़iv. शिवदास
A) ii iv i iii
B) ii iii i iv
C) ii iii iv i
D) ii i iii iv
उत्तर: ii iii i iv
व्याख्या: सही मिलान है – किशनगढ़ – निहालचंद, बीकानेर – अलीराजा, मेवाड़ – साहिबदीन, मारवाड़ – शिवदास। ये सभी चित्रकला शैलियाँ और उनके संबंधित क्षेत्र सही हैं और इन चित्रकारों ने अपनी-अपनी शैलियों को विकसित किया।

प्रश्न 23: किशनगढ़ में ‘रागमाला’ चित्रकला किसने बनाई थी –

Junior Instructor (WCS) Exam 2024
A) निहालचंद
B) साहिबदीन
C) अलीराजा
D) शिवदास
उत्तर: अलीराजा
व्याख्या: किशनगढ़ में ‘रागमाला’ चित्रकला अलीराजा ने बनाई थी। यह चित्रकला किशनगढ़ शैली की एक महत्वपूर्ण कृति है और इसमें विभिन्न रागों का चित्रण किया गया है।

प्रश्न 24: ‘सूर सागर’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (RAT) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘सूर सागर’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भक्ति रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 25: ‘चौरपंचासिका’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (MDE) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘चौरपंचासिका’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला शृंगार रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 26: अम्बर में ‘दुर्गा सप्तशती’ चित्रकला किसने बनाई थी –

Junior Instructor (Fitter) Exam 2024
A) राव अर्जुन सिंह हाड़ा
B) महाराजा बुद्ध सिंह
C) राव बीर सिंह बाला
D) महाराजा उम्मेद सिंह
उत्तर: राव बीर सिंह बाला
व्याख्या: अम्बर में ‘दुर्गा सप्तशती’ चित्रकला राव बीर सिंह बाला ने बनाई थी। यह चित्रकला अम्बर शैली की एक महत्वपूर्ण कृति है और इसमें देवी दुर्गा के जीवन का चित्रण किया गया है।

प्रश्न 27: ‘रागमाला’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (ED) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘रागमाला’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला नायक रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 28: ‘गीता गोविंद’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (EC) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘गीता गोविंद’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला भक्ति रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 29: ‘बनी ठाणी’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (CLIT) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: किशनगढ़ शैली
व्याख्या: ‘बनी ठाणी’ नामक चित्रकला किशनगढ़ शैली से संबंधित है। यह चित्रकला रूपमती-बाजी बहादुर ने बनाई थी और यह किशनगढ़ शैली की सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है।

प्रश्न 30: ‘रसमंजरी’ नामक चित्रकला किस चित्रकला शैली से संबंधित है –

Junior Instructor (CLIT) Exam 2024
A) बूँदी शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) जयपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: जयपुर शैली
व्याख्या: ‘रसमंजरी’ नामक चित्रकला जयपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकला नायक रस पर केंद्रित है, जो जयपुर शैली की एक प्रमुख विशेषता है।

प्रश्न 31: ‘पिछवाई पेंटिंग’ किस कला विद्यालय से संबंधित है –

CET 2024 (12th Level) 24 October Shift-II
A) कोटा
B) किशनगढ़
C) नाथद्वारा
D) बूँदी
उत्तर: नाथद्वारा
व्याख्या: पिछवाई पेंटिंग नाथद्वारा से संबंधित है और भगवान श्रीनाथजी की जीवन घटनाओं का चित्रण करती है।

प्रश्न 32: चित्रशाला कला-वीथी निम्नलिखित में से किस स्थान में स्थित है –

CET 2024 (12th Level) 24 October Shift-I
A) बूँदी
B) बीकानेर
C) जयपुर
D) कोटा
उत्तर: बूँदी
व्याख्या: चित्रशाला कला-वीथी राजस्थान के बूंदी में स्थित है। चित्रशाला बूंदी में उम्मेद भवन का इतिहास है, जिसका नाम इसके संरक्षक राव उम्मेद सिंह के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने इसे 18वीं शताब्दी में बनवाया था।

प्रश्न 33: उस/उन चित्रशैली/शैलियों को चिह्नित कीजिए, जहाँ मतिराम की साहित्यिक रचना रसराज का विषयवस्तु के रूप में उपयोग हुआ है :
(i) जोधपुर (ii) जयपुर (iii) अलवर (iv) बीकानेर
सही कूट का चयन कीजिए :

SCHOOL LECTURER (SANSKRIT EDU. DEPTT.) COMP. EXAM-2024
A) केवल (i)
B) केवल (iv)
C) (i) एवं (iv)
D) (ii) एवं (iii)
उत्तर: केवल (I)
व्याख्या: मतिराम की साहित्यिक रचना “रसराज” का उपयोग जोधपुर शैली में किया गया। यह शैली साहित्यिक और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए जानी जाती है।

प्रश्न 34: राजस्थानी चित्रकला की प्रारम्भिक एवं स्वदेशी शैली किस चित्रकला शेली से सम्बन्धित है –

Hostel Supt(Minority Affairs) 2024
A) ढूंढ़ार चित्रकला शेली
B) मारवाड़ चित्रकला शेली
C) हाड़ौती चित्रकला शेली
D) मेवाड़ चित्रकला शेली
उत्तर: मेवाड़ चित्रकला शेली
व्याख्या: मेवाड़ चित्रकला शैली राजस्थान की प्रारंभिक और स्वदेशी चित्रकला शैली मानी जाती है। यह शैली धार्मिक, ऐतिहासिक, और राजसी विषयों पर आधारित है।

प्रश्न 35: किसने पाली के नायक विट्ठलदास चंपावत के लिए रागमाला चित्रावली बनाई ;

Stenographer Exam 2024 (Paper – I)
A) कलाकार शिव दास
B) कलाकार वीर जी
C) कलाकार दाना भाटी
D) कलाकार माधो दास
उत्तर: कलाकार वीर जी
व्याख्या: रागमाला पाली में चित्रित एक आरंभिक चित्र संग्रह है, जो कलाकार वीरजी द्वारा 1623 में चित्रित किया गया था।

प्रश्न 36: निम्नलिखित में से कौन सा पेंटर अलवर कला विद्यालय से संबद्ध नहीं है-

Stenographer Exam 2024 (Paper – I)
A) दालूराम
B) नानकराम
C) जमनादास
D) बलदेव
उत्तर: नानकराम
व्याख्या: अलवर कला विद्यालय से दालूराम, जमनादास, और बलदेव जैसे प्रसिद्ध कलाकार जुड़े थे। नानकराम इस विद्यालय से संबद्ध नहीं थे। नानकराम, किशनगढ़ शैली के प्रमुख चित्रकारों में से एक थे।

प्रश्न 37: चित्रकार नानकराम, रामनाथ और जोशी स्वाईराम किस चित्रकला शैली से सम्बन्धित हैं –

Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) – 2024 (Rajasthan Gk)
A) अलवर
B) किशनगढ़
C) बीकानेर
D) नाथद्वारा
उत्तर: किशनगढ़
व्याख्या: चित्रकार नानाकर राम, रामनाथ और जोशी स्वाई राम किशनगढ़ चित्रकला शैली से जुड़े हैं, जो अपनी परिष्कृत और विस्तृत कला के लिए जानी जाती है, जिसमें बनी ठनी और राधा-कृष्ण जैसे विषय शामिल हैं।

प्रश्न 38: किशनगढ़ पेंटिंग शैली में, मुख्य रूप से कौन से पेड़ पर प्रकाश डाला गया है?

Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT – K2)
A) केला
B) अनार
C) नारंगी
D) सेब
उत्तर: केला
व्याख्या: किशनगढ़ पेंटिंग शैली में केले के पेड़ को प्रमुखता से दर्शाया गया है, जो इस शैली की विशेषता है। किशानगढ़ राज्य के संस्थापक किशन सिंह कृष्ण के अनन्योपासक थे। परन्तु किशनगढ़ शैली का समृद्धकाल राजसिंह के पुत्र सामन्त सिंह से जो नागरीदारा के नाम से अधिक विख्यात हैं, से आरंभ होता है।

प्रश्न 39: पेंटिंग स्कूल बणी-ठणी किससे संबंधित है –

Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT – L1)
A) सतवंत प्रसाद
B) नागरी दास
C) मृगावती
D) शिव-पार्वती
उत्तर: नागरी दास
व्याख्या: बनी-ठनी या (बणी-ठणी) एक भारतीय चित्रकला है जो किशनगढ़ चित्रकला से सम्बन्धित है। कला का जबरदस्त विकास स्थानीय शासक सावंत सिंह, एक विद्वान, एक आलोचक और एक प्रसिद्ध कवि और हिंदी, संस्कृत, फारसी में पारंगत होने के दौरान हुआ; जो स्वयं एक कवि थे और अपने नाम के साथ नागरी दास उपनाम का प्रयोग करते थे।

प्रश्न 40: राजस्थान का किशनगढ़ स्कूल निम्नलिखित में से किसके लिए प्रसिद्ध है –

Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT – L1)
A) चित्रकारी
B) नृत्य
C) मूर्ति
D) स्थापत्य
उत्तर: चित्रकारी
व्याख्या: राजस्थान का किशनगढ़ स्कूल अपनी बारीक और अद्वितीय चित्रकारी के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की पेंटिंग्स में राधा-कृष्ण के चित्रण, विशेष रूप से “बनी-ठनी” शैली के चित्र प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 41: “चितेरों की ओवरी” किससे संबंधित है –

Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT – K1)
A) आनंद कुमार स्वामी
B) जगत सिंह
C) जगत सिंह
D) अमर सिंह
उत्तर: जगत सिंह
व्याख्या: चित्रकारों के प्रशिक्षण हेतु जगतसिंह प्रथम ने कला विद्यालय की स्थापना की जिसे “चितेरों की ओवरी” एवं “तस्वीरों रो कारखानों” कहा जाता ।

प्रश्न 42: जिस चित्रकला को राजस्थानी शैली कहा गया उसके उद्भव का काल था –

A) गुप्त काल
B) सल्तनत काल
C) मुगल काल
D) कम्पनी काल
उत्तर: मुगल काल
व्याख्या: राजस्थानी चित्रकला पर प्रारंभ में जैन शैली गुजरात शैली और अपभ्रंश शैली का प्रभाव रहा किंतु 17वीं शताब्दी से मुगल सम्राट्य के प्रसार व राजपूतों के साथ बढ़ते राजनीतिक व वैवाहिक संबंधों के फलस्वरूप राजपूत चित्रकला पर मुगल शैली का प्रभाव बढ़ने लगा।

प्रश्न 43: चित्रकार निहालचंद _ से सम्बन्धित थे।

Assistant Professor (College Education) – 2023 Paper-III
A) मेवाड़ स्कूल
B) किशनगढ़ स्कूल
C) ढूँढाड़ स्कूल
D) हाड़ौती स्कूल
उत्तर: किशनगढ़ स्कूल
व्याख्या: महाराजा सावंत सिंह के समय इस किशनगढ़ शैली का सर्वश्रेष्ठ चित्र बनी-ठणी को सावंत सिंह के चित्रकार मोरध्वज निहाल चन्द द्वारा चित्रित किया गया। इस शैली के चित्र बनी-ठणी पर सरकार द्वारा 1973 ई. में 20 पैसे का डाक टिकट जारी किया जा चुका।

प्रश्न 44: ‘बनी-ठनी’ पेंटिंग का चित्रकार (पेंटर) कौन है –

Junior Accountant & Tehsil Revenue Accountant Exam 2023 (Paper 1)
A) निहाल चंद
B) निर्मल देवी
C) अमर सिंह
D) मनमोहन देवी
उत्तर: निहाल चंद
व्याख्या: बनी-ठनी (बणी-ठणी) किशनगढ़ चित्रकला से सम्बन्धित है। बणी-ठणी को महाराजा सावंत सिंह के चित्रकार “मोरध्वज निहाल चंद” द्वारा चित्रित किया गया।

प्रश्न 45: आदमकद् व्यक्ति चित्रों के चित्रण के लिए प्रसिद्ध चित्रकार है –

Statistical Office Exam – 2023 (GK)
A) निहालचन्द
B) श्रीरंगधर
C) साहिबराम
D) किशनसिंह
उत्तर: साहिबराम
व्याख्या: जयपुर के शासक ईश्वरी सिंह के समय जयपुर शैली में राजमहाराजाओं के बड़े-बड़े आदमकद चित्र अर्थात पोट्रेट चित्र दरबारी चित्रकार साहिब राम के द्वारा तैयार किए गए।

प्रश्न 46: प्रसिद्ध चित्रकार मुहम्मद शाह जयपुर के किस महाराजा का दरबारी चित्रकार था –

RAS (Pre) Exam – 2023
A) सवाई राम सिंह द्वितीय
B) सवाई जगत सिंह
C) सवाई प्रताप सिंह
D) सवाई जय सिंह
उत्तर: सवाई जय सिंह
व्याख्या: प्रसिद्ध चित्रकार मुहम्मद शाह जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह का दरबारी चित्रकार था।

प्रश्न 47: नाथद्वारा में श्रीनाथजी की प्रतिमा के पीछे सज्जा के लिए प्रयुक्त चित्रित परदा कहलाता है ।

Food Safety Officer – 2022
A) पिछवाई
B) रागमाला
C) बारहमासा
D) नल-दमयंती कथा
उत्तर: पिछवाई
व्याख्या: पिछवाई कपड़े पर बनी जटिल पेंटिंग हैं जो भगवान कृष्ण के जीवन की कहानियों को दर्शाती हैं। पिछवाई शब्द का अर्थ है पीछे वाली जगह पिछवाई को मुख्य मूर्ति के पीछे दीवार पर लगाने के लिए बनाया जाता है।

प्रश्न 48: कलाकार निहालचंद चित्रकला के किस स्कूल से सम्बन्धित है –

Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam – 2022 (G.K. Group – B) (Re-Exam)
A) किशनगढ़ स्कूल
B) ढूंढाड़ स्कूल
C) मेवाड़ स्कूल
D) हाड़ौती स्कूल
उत्तर: किशनगढ़ स्कूल
व्याख्या: महाराजा सावंत सिंह के समय किशनगढ़ शैली का सर्वश्रेष्ठ चित्र बनी-ठणी को सावंत सिंह के चित्रकार “मोरध्वज निहाल चंद” द्वारा चित्रित किया गया।

प्रश्न 49: पर चित्रित पिछवाई नाथद्वारा चित्रकला शैली का सजीव उदाहरण है –

Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam – 2022 (G.K. Group – A) (Re-Exam)
A) चमड़ा
B) कागज
C) कपड़ा
D) लकड़ी
उत्तर: कपड़ा

प्रश्न 50: बूँदी शैली, कोटा शैली, झालावाड़ उपशैली राजस्थानी चित्रकला को किस श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है –

RPSC EO/RO Exam 2022 Shift-2
A) हाड़ौती स्कूल
B) ढूंढाड़ स्कूल
C) मेवाज स्कूल
D) मारवाड़ स्कूल
उत्तर: हाड़ौती स्कूल
व्याख्या: भौगोलिक आधार पर राजस्थानी चित्रकला शैली को चार भागों में बांटा गया है। जिन्हें स्कूल कहा जाता है।
1.मेवाड़ स्कूल:- उदयपुर शैली, नाथद्वारा शैली, चावंड शैली, देवगढ़ शैली, शाहपुरा, शैली।
2.मारवाड़ स्कूल:- जोधपुर शैली, बीकानेर शैली जैसलमेर शैली, नागौर शैली, किशनगढ़ शैली।
3.ढुढाड़ स्कूल:- जयपुर शैली, आमेर शैली, उनियारा शैली, शेखावटी शैली, अलवर शैली।
4.हाड़ौती स्कूल:- कोटा शैली, बुंदी शैली, झालावाड़ शैली।

प्रश्न 51: घाणेराव, रियाँ, भिनाय, जूनियाँ आदि ठिकाणा कला सम्बन्धित हैं –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (Sanskrit Edu.) Group B
A) मारवाड़ स्कूल चित्रशैली
B) हाड़ौती स्कूल चित्रशैली
C) ढूंढाड़ स्कूल चित्रशैली
D) मेवाड़ स्कूल चित्रशैली
उत्तर: मारवाड़ स्कूल चित्रशैली
व्याख्या: मारवाड़ चित्रकला के भाग :
जोधपुर चित्रकला
बीकानेर चित्रकला
किशनगढ़ चित्रकला
नागौर चित्रकला
अजमेर चित्रकला
मसूदा
कैकड़ी
भिनाय
जैसलमेर चित्रकला
घाणेराव चित्रकला

प्रश्न 52: चित्रकार मुहम्मद शाह जिन्होंने भगवान कृष्ण का चित्रांकन अपने चित्रों में किया, सम्बन्धित थे :

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (Sanskrit Edu.) Group A
A) जोधपुर राज्य
B) किशनगढ़ राज्य
C) बीकानेर राज्य
D) जयपुर राज्य
उत्तर: जयपुर राज्य

प्रश्न 53: निम्नलिखित में से वह कौन सा चित्रकार है जिसका बीकानेर चित्रशैली से सम्बन्ध नहीं है –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (G.K. & Edu. Psychology) Group D
A) साहिबराम
B) अलीराजा
C) हमीद
D) अहमद
उत्तर: साहिबराम

प्रश्न 54: महिला चित्रकारों कमला एवं इलायची के नाम किस चित्रशैली से सम्बन्धित हैं-

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (G.K. & Edu. Psychology) Group C
A) जोधपुर
B) किशनगढ़
C) अलवर
D) नाथद्वारा
उत्तर: नाथद्वारा

प्रश्न 55: चन्दूलाल, मुकुन्द, मुन्नालाल किस चित्र शैली के चित्रकार थे –

Protection Officer – 2022 (General Studies)
A) मेवाड़ शैली
B) बीकानेर शैली
C) जयपुर शैली
D) अलवर शैली
उत्तर: बीकानेर शैली

प्रश्न 56: किशनगढ़ शैली के लिए प्रसिद्ध है।

CET 2022 (12th Level) 11 February 2023 Shift-2
A) मार्शल आर्ट
B) मूर्ति कला
C) मंदिर कला
D) चित्रकला
उत्तर: चित्रकला

प्रश्न 57: प्रसिद्ध ‘चित्रशाला’ _ के शाही महल में स्थित है –

CET 2022 (12th Level) 11 February 2023 Shift-1
A) कोटा
B) जोधपुर
C) बूँदी
D) आमेर
उत्तर: बूँदी

प्रश्न 58: निम्नलिखित में से कौन-सी चित्रशैली गीत गोविन्द पर आधारित चित्रों के लिए जानी जाती है –

CET 2022 (12th Level) 05 February 2023 Shift-2
A) किशनगढ़
B) मारवाड़
C) मेवाड़
D) मेवात
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 59: मेवाड़ के किस महाराणा के समय राजमहल में “चितेरों की ओवरी” नाम से कला विद्यालय स्थापित किया गया –

CET 2022 (12th Level) 05 February 2023 Shift-1
A) महाराणा अमर सिंह
B) महाराणा जगत सिंह प्रथम
C) महाराणा जय सिंह
D) महाराणा प्रताप
उत्तर: महाराणा जगत सिंह प्रथम
व्याख्या: चित्रकारों के प्रशिक्षण हेतु जगतसिंह प्रथम ने कला विद्यालय की स्थापना की जिसे “चितेरों की ओवरी” एवं “तस्वीरों रो कारखानों” कहा जाता ।

प्रश्न 60: प्रसिद्ध चित्रकार साहिबदीन चित्रकला की किस शैली से सम्बन्धित हैं –

CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-2
A) मेवाड़
B) मारवाड़
C) ढूँढा़र
D) अलवर
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 61: किसके शासन काल में किशनगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-1
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: किशनगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 62: किसके शासन काल में अजमेर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

3rd Grade Teacher 2022 Punjabi L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य)
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: अजमेर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन भी राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 63: किसके शासन काल में जयपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

3rd Grade Teacher 2022 Sindhi L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य)
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: जयपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 64: किसके शासन काल में बीकानेर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: बीकानेर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 65: किसके शासन काल में उदयपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: उदयपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 66: किसके शासन काल में जोधपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: जोधपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 67: किसके शासन काल में कोटा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: कोटा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 68: किसके शासन काल में चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 69: किसके शासन काल में भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 70: किसके शासन काल में अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 71: किसके शासन काल में बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 72: किसके शासन काल में चौरूगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 73: किसके शासन काल में दौसा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: दौसा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 74: किसके शासन काल में चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 75: किसके शासन काल में भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 76: किसके शासन काल में अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 77: किसके शासन काल में बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 78: किसके शासन काल में चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 79: किसके शासन काल में दौसा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: दौसा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 80: किसके शासन काल में चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 81: किसके शासन काल में भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 82: किसके शासन काल में अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 83: किसके शासन काल में बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
व्याख्या: बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 84: किसके शासन काल में चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 85: किसके शासन काल में दौसा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: दौसा चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 86: किसके शासन काल में चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 87: किसके शासन काल में भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: भरतपुर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 88: किसके शासन काल में अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: अलवर चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 89: किसके शासन काल में बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: बूदी चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 90: किसके शासन काल में चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन किया गया था –

Rajasthan Patwari Exam 2022
A) राजा सामंतसिंह
B) राजा जगत सिंह
C) राजा रामसिंह
D) राजा प्रताप सिंह
उत्तर: राजा सामंतसिंह
व्याख्या: चौरंगढ़ चित्रकला का प्रथम वैज्ञानिक वर्णन राजा सामंतसिंह ने किया था। उन्होंने इस चित्रकला को एक नई पहचान दी और इसे भारतीय चित्रकला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

प्रश्न 91: आसीर खाँरुक्नुद्दीन, चन्दूलाल चित्रकला की किस शैली से सम्बन्धित हैं –

Sr. Computer Instructor 2022 Paper 1
A) ढूंढा शैली
B) बूंदी शैली
C) उनियारा शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: बीकानेर शैली

प्रश्न 92: उदयपुर के राजमहल में ‘चित्रों की ओर’ की स्थापना किसने की –

Forester Exam 2020 Shift 2
A) महाराणा अमर सिंह
B) महाराणा जगत सिंह प्रथम
C) महाराणा जय सिंह
D) महाराणा उदय सिंह
उत्तर: महाराणा जगत सिंह प्रथम
व्याख्या: चित्रकारों के प्रशिक्षण के अनुसार, महाराणा जगत सिंह प्रथम ने उदयपुर के राजमहल में ‘चित्रों की ओर’ नामक कला विद्यालय की स्थापना की, जिसे ‘तीसवीरों रो कारखानों’ के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 93: बूंदी में ‘चित्रशाला’ किसके शासनकाल में स्थापित की गई थी –

Forester Exam 2020 Shift 1
A) राजा उम्मेद सिंह
B) राजा भवानी सिंह
C) राजा अनिरुद्ध सिंह
D) राजा राम सिंह
उत्तर: राजा भवानी सिंह

प्रश्न 94: निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में मध्यकालीन साहित्यिक रचना ‘रसराज’ के रूप में उपयोग किया गया है :
(i) जोधपुर (ii) जयपुर (iii) अलवर (iv) बीकानेर
सही कूट का चयन कीजिए :

ASSISTANT PROFESSOR (COLLEGE EDUCATION DEPTT.) EXAM 2020
A) केवल (i)
B) केवल (iv)
C) (i) एवं (iv)
D) (ii) एवं (iii)
उत्तर: केवल (I)
व्याख्या: मध्यकालीन साहित्यिक रचना ‘रसराज’ का उपयोग जोधपुर चित्रकला शैली में किया गया था। यह शैली साहित्यिक और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 95: नाथद्वारा चित्रकला शैली प्रसिद्ध है –

RSMSSB PTI Grade-III P1
A) मूर्तिकला के लिए
B) नृत्य के लिए
C) फलक के लिए
D) पिछवाई के लिए
उत्तर: पिछवाई के लिए

प्रश्न 96: ‘अजारा की ओर’ किस चित्रकला शैली का भित्तिचित्र है –

RSMSSB PTI Grade-III P1
A) जोधपुर
B) नागौर
C) बीकानेर
D) देवगढ़
उत्तर: देवगढ़
व्याख्या: ‘अजारा की ओर’ देवगढ़ चित्रकला शैली का एक प्रसिद्ध भित्तिचित्र है। यह चित्र श्रीकृष्ण के जीवन की घटनाओं को दर्शाता है, जिसमें श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ अजारा (एक प्रकार का घड़ा) लेकर जा रहे हैं।

प्रश्न 97: निम्नलिखित में से कौन सी मेवाड़ चित्रकला शैली की उपशैली है –

JEN Agriculture 2022
A) नागौर
B) किशनगढ़
C) देवगढ़
D) बूंदी
उत्तर: देवगढ़
व्याख्या: देवगढ़ चित्रकला शैली मेवाड़ चित्रकला शैली की एक उपशैली है। इस शैली का नाम देवगढ़ शहर के नाम पर पड़ा है, जहाँ यह शैली विकसित हुई थी। इस शैली में मुख्य रूप से भगवान शिव, पार्वती और अन्य देवी-देवताओं के चित्र बनाए जाते हैं।

प्रश्न 98: चाँद तैय्य, रामसिंह भाटी, साहिबा एवं उस्ना चित्रकार निम्न में से किस चित्रशैली से सम्बन्धित हैं –

JEN Agriculture 2022
A) किशनगढ़
B) सिरोही
C) नागौर
D) अजमेर
उत्तर: अजमेर
व्याख्या: चाँद तैय्य, रामसिंह भाटी, साहिबा और उस्ना अजमेर चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकार हैं। अजमेर शैली में मुख्य रूप से अजमेर के किले और आसपास के मंदिरों के चित्र बनाए जाते हैं। इस शैली को अपनी विशिष्ट शैली के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 99: दुगारी चित्र सम्बन्धित है –

ASSI. TESTING OFFICER 2021
A) बूंदी शैली से
B) कोटा शैली से
C) बीकानेर शैली से
D) अलवर शैली से
उत्तर: बीकानेर शैली से

प्रश्न 100: चित्रकार जो अपने आदमकदमी चित्रों के लिए जाने जाते हैं –

Asst. Statistical Officer 2021
A) जयपुर का साहिबराम
B) किशनगढ़ का निहाल चंद
C) बीकानेर का अहमद अली
D) मेवाड़ का साहिब दीन
उत्तर: मेवाड़ का साहिब दीन
व्याख्या: चित्रकार साहिब दीन मेवाड़ चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकारों में से एक हैं, जो अपने आदमकदमी चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन चित्रों में मुख्य रूप से शिकारी वर्ग के जीवन और रोजगार को दर्शाया गया है।

प्रश्न 101: आसीर खाँरुक्नुद्दीन, चन्दूलाल, चित्रकला की किस शैली से सम्बन्धित हैं –

Sr. Computer Instructor 2022 Paper 1
A) ढूंढा शैली
B) बूंदी शैली
C) उनियारा शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: बीकानेर शैली

प्रश्न 102: उदयपुर के राजमहल में ‘चित्रों की ओर’ की स्थापना किसने की –

Forester Exam 2020 Shift 2
A) महाराणा अमर सिंह
B) महाराणा जगत सिंह प्रथम
C) महाराणा जय सिंह
D) महाराणा उदय सिंह
उत्तर: महाराणा जगत सिंह प्रथम
व्याख्या: चित्रकारों के प्रशिक्षण के अनुसार, महाराणा जगत सिंह प्रथम ने उदयपुर के राजमहल में ‘चित्रों की ओर’ नामक कला विद्यालय की स्थापना की, जिसे ‘तीसवीरों रो कारखानों’ के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 103: बूंदी में ‘चित्रशाला’ किसके शासनकाल में स्थापित की गई थी –

Forester Exam 2020 Shift 1
A) राजा उम्मेद सिंह
B) राजा भवानी सिंह
C) राजा अनिरुद्ध सिंह
D) राजा राम सिंह
उत्तर: राजा भवानी सिंह

प्रश्न 104: निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में मध्यकालीन साहित्यिक रचना ‘रसराज’ के रूप में उपयोग किया गया है :
(i) जोधपुर (ii) जयपुर (iii) अलवर (iv) बीकानेर
सही कूट का चयन कीजिए :

ASSISTANT PROFESSOR (COLLEGE EDUCATION DEPTT.) EXAM 2020
A) केवल (i)
B) केवल (iv)
C) (i) एवं (iv)
D) (ii) एवं (iii)
उत्तर: केवल (I)
व्याख्या: मध्यकालीन साहित्यिक रचना ‘रसराज’ का उपयोग जोधपुर चित्रकला शैली में किया गया था। यह शैली साहित्यिक और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 105: नाथद्वारा चित्रकला शैली प्रसिद्ध है –

RSMSSB PTI Grade-III P1
A) मूर्तिकला के लिए
B) नृत्य के लिए
C) फलक के लिए
D) पिछवाई के लिए
उत्तर: पिछवाई के लिए

प्रश्न 106: ‘अजारा की ओर’ किस चित्रकला शैली का भित्तिचित्र है –

RSMSSB PTI Grade-III P1
A) जोधपुर
B) नागौर
C) बीकानेर
D) देवगढ़
उत्तर: देवगढ़
व्याख्या: ‘अजारा की ओर’ देवगढ़ चित्रकला शैली का एक प्रसिद्ध भित्तिचित्र है। यह चित्र श्रीकृष्ण के जीवन की घटनाओं को दर्शाता है, जिसमें श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ अजारा (एक प्रकार का घड़ा) लेकर जा रहे हैं।

प्रश्न 107: निम्नलिखित में से कौन सी मेवाड़ चित्रकला शैली की उपशैली है –

JEN Agriculture 2022
A) नागौर
B) किशनगढ़
C) देवगढ़
D) बूंदी
उत्तर: देवगढ़
व्याख्या: देवगढ़ चित्रकला शैली मेवाड़ चित्रकला शैली की एक उपशैली है। इस शैली का नाम देवगढ़ शहर के नाम पर पड़ा है, जहाँ यह शैली विकसित हुई थी। इस शैली में मुख्य रूप से भगवान शिव, पार्वती और अन्य देवी-देवताओं के चित्र बनाए जाते हैं।

प्रश्न 108: चाँद तैय्य, रामसिंह भाटी, साहिबा एवं उस्ना चित्रकार निम्न में से किस चित्रशैली से सम्बन्धित हैं –

JEN Agriculture 2022
A) किशनगढ़
B) सिरोही
C) नागौर
D) अजमेर
उत्तर: अजमेर
व्याख्या: चाँद तैय्य, रामसिंह भाटी, साहिबा और उस्ना अजमेर चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकार हैं। अजमेर शैली में मुख्य रूप से अजमेर के किले और आसपास के मंदिरों के चित्र बनाए जाते हैं। इस शैली को अपनी विशिष्ट शैली के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 109: दुगारी चित्र सम्बन्धित है –

ASSI. TESTING OFFICER 2021
A) बूंदी शैली से
B) कोटा शैली से
C) बीकानेर शैली से
D) अलवर शैली से
उत्तर: बीकानेर शैली से

प्रश्न 110: चित्रकार जो अपने आदमकदमी चित्रों के लिए जाने जाते हैं –

Asst. Statistical Officer 2021
A) जयपुर का साहिबराम
B) किशनगढ़ का निहाल चंद
C) बीकानेर का अहमद अली
D) मेवाड़ का साहिब दीन
उत्तर: मेवाड़ का साहिब दीन
व्याख्या: चित्रकार साहिब दीन मेवाड़ चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकारों में से एक हैं, जो अपने आदमकदमी चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन चित्रों में मुख्य रूप से शिकारी वर्ग के जीवन और रोजगार को दर्शाया गया है।

प्रश्न 111: किस विद्वान ने अपने पुस्तक “राजपूत पेंटिंग्स” में राजस्थानी चित्र शैलियों का वैज्ञानिक विभाजन किया –

Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1
A) डॉ. श्रीधर अंधारे
B) आनंद कुमार स्वामी
C) जगत सिंह
D) अमर सिंह
उत्तर: अमर सिंह
व्याख्या: विद्वान अमर सिंह ने अपने प्रसिद्ध पुस्तक “राजपूत पेंटिंग्स” में राजस्थानी चित्र शैलियों का वैज्ञानिक विश्लेषण और विभाजन किया, जो राजस्थान के कला इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है।

प्रश्न 112: बूंदी चित्रशाला की स्थापना किस शताब्दी में हुई थी –

Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1
A) 17वीं शताब्दी
B) 18वीं शताब्दी
C) 19वीं शताब्दी
D) 20वीं शताब्दी
उत्तर: 19वीं शताब्दी
व्याख्या: बूंदी चित्रशाला की स्थापना 19वीं शताब्दी में हुई थी। यह चित्रशाला राजा उम्मेद सिंह के शासनकाल में स्थापित की गई थी, जो बूंदी के शासक थे।

प्रश्न 113: किशनगढ़ चित्रकला शैली का प्रमुख विषय क्या है –

Lab Assistant Exam 2022 (Home Science)
A) कृष्ण लीला
B) राजा महाराणा प्रसंग
C) राम लीला
D) राधा-कृष्ण लीला
उत्तर: राधा-कृष्ण लीला
व्याख्या: किशनगढ़ चित्रकला शैली में मुख्य रूप से राधा-कृष्ण की लीलाओं को चित्रित किया जाता है। इस शैली का नाम किशनगढ़ शहर के नाम पर पड़ा है, जो राजस्थान का एक प्रमुख कला केंद्र रहा है।

प्रश्न 114: कोटा के किस शासक के काल में कोटा चित्रशैली का उत्कृष्ट विकास हुआ –

Lab Assistant Exam 2022 (Home Science)
A) महाराजा श्रीमंत भीम सिंह
B) महाराजा राजा राम सिंह
C) महाराजा उम्मेद सिंह प्रथम
D) महाराजा राजा उम्मेद सिंह प्रथम
उत्तर: महाराजा राजा उम्मेद सिंह प्रथम
व्याख्या: कोटा चित्रशैली का उत्कृष्ट विकास महाराजा राजा उम्मेद सिंह प्रथम के शासनकाल में हुआ। इस शैली को अपनी विशिष्ट शैली के लिए जाना जाता है, जिसमें मुख्य रूप से शिकारी वर्ग के जीवन और संस्कृति को दर्शाया गया है।

प्रश्न 115: जयपुर चित्रशैली का प्रमुख विषय क्या है –

Lab Assistant Exam 2022 (Geography)
A) कृष्ण लीला
B) राजा महाराणा प्रसंग
C) राम लीला
D) राधा-कृष्ण लीला
उत्तर: राधा-कृष्ण लीला
व्याख्या: जयपुर चित्रशैली में मुख्य रूप से राधा-कृष्ण की लीलाओं को चित्रित किया जाता है। इस शैली का विकास जयपुर के शासकों के प्रोत्साहन से हुआ, जिन्होंने इस कला को बढ़ावा दिया।

प्रश्न 116: ‘पिछवाई’ किस चित्रशैली से सम्बन्धित है –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1
A) किशनगढ़ शैली
B) नाथद्वारा शैली
C) अलवर शैली
D) बूंदी शैली
उत्तर: बूंदी शैली
व्याख्या: ‘पिछवाई’ बूंदी चित्रशैली से सम्बन्धित है। यह एक प्रकार का धार्मिक चित्र है, जो भगवान कृष्ण के जीवन की घटनाओं को दर्शाता है। इस शैली में मुख्य रूप से भगवान कृष्ण और उनके साथियों के चित्र बनाए जाते हैं।

प्रश्न 117: महाकाव्य ‘महाकाव्य’ किस चित्रशैली से सम्बन्धित है –

A) सोने की चित्रकारी के लिए
B) चित्रों की अभिव्यक्ति के लिए
C) प्रकृति चित्रण के लिए
D) शिकार चित्रण के लिए
उत्तर: शिकार चित्रण के लिए
व्याख्या: महाकाव्य ‘महाकाव्य’ शिकार चित्रण से सम्बन्धित है। यह राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र का एक प्रसिद्ध ग्रंथ है, जिसमें शिकार वर्ग के जीवन और संस्कृति का विस्तृत वर्णन है।

प्रश्न 118: नरमोहन राजपूत ने किस राज्य के शासनकाल में ‘अजारा की ओर’ चित्र का निर्माण किया था –

REET-2022 Level 2 (सामाजिक अध्ययन विभाग) Shift-IV
A) किशनगढ़ शैली
B) बीकानेर शैली
C) अलवर शैली
D) नाथद्वारा शैली
उत्तर: नाथद्वारा शैली
व्याख्या: नरमोहन राजपूत ने नाथद्वारा चित्रशैली में ‘अजारा की ओर’ चित्र का निर्माण किया था। यह चित्र श्रीकृष्ण के जीवन की घटनाओं को दर्शाता है, जिसमें श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ अजारा (एक प्रकार का घड़ा) लेकर जा रहे हैं।

प्रश्न 119: लघु चित्रकारी (Miniature Painting) की कला को भारत भूमि पर सर्वप्रथम प्रदर्शित किया गया था –

Police Constable Exam (15 May 2022 Shift-2)
A) तुगलक़ों
B) मुग़लों
C) मुग़लों
D) अंग्रेजों
उत्तर: मुग़लों
व्याख्या: लघु चित्रकारी की कला को भारत भूमि पर मुग़ल शासनकाल में सर्वप्रथम प्रदर्शित किया गया था। मुग़ल शासकों ने इस कला को बढ़ावा दिया और इसे एक नया दिया।

प्रश्न 120: राजस्थान के किस चित्रकार ने ‘चित्रकला संग्रह’ की स्थापना की –

Police Constable Exam (15 May 2022 Shift-2)
A) जयपुर का साहिबराम
B) किशनगढ़ का निहाल चंद
C) बीकानेर का अहमद अली
D) मेवाड़ का साहिब दीन
उत्तर: मेवाड़ का साहिब दीन
व्याख्या: चित्रकार साहिब दीन मेवाड़ चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकारों में से एक हैं, जिन्होंने उदयपुर में ‘चित्रकला संग्रह’ की स्थापना की। इस संग्रह में राजस्थान के विभिन्न चित्र शैलियों के चित्रों का संग्रह है।

प्रश्न 121: राजस्थान की पेंटिंग रागों और रागिनी की सचित्र व्याख्या है।

Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)
A) गीत गोविंद
B) रागमाला
C) रसमंजरी
D) रसिकप्रिया
उत्तर: रागमाला
व्याख्या: राजस्थान की लघु चित्रकला में ‘रागमाला पेंटिंग’ एक विशिष्ट विधा है जिसमें विभिन्न रागों और रागिनियों को दृश्य रूप में चित्रित किया जाता है। ये चित्र संगीत के मूड और भावनाओं को कलात्मक रूप से प्रकट करते हैं।

प्रश्न 122: निम्नलिखित में से किस चित्रकला शैली में ब्रश का उपयोग नहीं किया जाता है, केवल हाथ और कपड़े का उपयोग होता है –

Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)
A) मिनिएचर पेंटिंग
B) किशनगढ़ पेंटिंग
C) फड़ पेंटिंग
D) कजली पेंटिंग
उत्तर: कजली पेंटिंग
व्याख्या: कजली चित्रकला राजस्थान की एक प्राचीन कला है, जो विशेष रूप से राज्य के पूर्वी क्षेत्रों में प्रचलित है। इसका नाम ‘काजल’ शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ है कार्बन ब्लैक। इस कला रूप में, कार्बन ब्लैक से बने ग्रे रंग के साथ-साथ अन्य रंगों का भी प्रयोग किया जाता है। इस चित्रकला की विशेषता यह है कि इसमें ब्रश का प्रयोग बिल्कुल नहीं होता; इसके लिए केवल हाथ और एक कपड़े के टुकड़े का उपयोग किया जाता है। कलाकार तेल के दीपक से निकलने वाले काजल (कार्बन ब्लैक) को कागज या कपड़े पर कपड़े के माध्यम से फैलाकर चित्र बनाते हैं।

प्रश्न 123: निम्नलिखित में से कौन राजपुताना चित्रकला के स्कूलों और उनकी शैलियों के अनुसार सही सुमेलित नहीं है –

RSMSSB VDO Mains 2022
A) मेवाड़ स्कूल – नाथद्वारा और देवगढ़ शैलियाँ
B) ढूंढार स्कूल – चावंड और उदयपुर शैलियाँ
C) मारवाड़ स्कूल – किशनगढ़ और नागौर शैलियाँ
D) हाड़ौती स्कूल – कोटा और बूंदी शैलियाँ
उत्तर: ढूंढार स्कूल – चावंड और उदयपुर शैलियाँ
व्याख्या: चावंड और उदयपुर दोनों चित्रकला शैलियाँ मेवाड़ स्कूल के अंतर्गत आती हैं, न कि ढूंढार स्कूल के अंतर्गत। ढूंढार स्कूल में आमेर (जयपुर), अलवर, शेखावाटी और उणियारा जैसी शैलियाँ शामिल हैं।

प्रश्न 124: “बणी-ठणी” चित्र के चित्रकार का क्या नाम था –

A) अमरसिंह
B) निहालचन्द
C) मनमोहन देव
D) निर्मल देव
उत्तर: निहालचन्द

प्रश्न 125: ‘बणी-ठणी’ चित्र किस शैली का है –

Police SI 14 September 2021 (Gk)
A) मेवाड़
B) बूंदी
C) बीकानेर
D) किशनगढ़
उत्तर: किशनगढ़

प्रश्न 126: “अटपटी पगड़ी” चित्रकला की किस शैली से संबंधित है –

Police SI 14 September 2021 (Gk)
A) बूंदी
B) कोटा
C) मेवाड़
D) आमेर
उत्तर: मेवाड़
व्याख्या: “अटपटी पगड़ी” नामक चित्रकला मेवाड़ शैली की एक प्रसिद्ध कृति है, जो अपनी विशिष्ट कलात्मक शैली के लिए जानी जाती है।

प्रश्न 127: चावण्ड चित्रकला शैली का विकास किस क्षेत्र में हुआ –

A) मेवाड़
B) हाड़ौती
C) मारवाड़
D) शेखावाटी
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 128: राजस्थानी चित्रकला का सबसे पहला वैज्ञानिक वर्गीकरण किसने प्रस्तुत किया –

VDO Exam 1st Shift 28 Dec 2021
A) आनंद कुमार स्वामी
B) डॉ. फैयाज़ अली
C) एरिक डिकिंसन
D) डब्ल्यू. जी. आर्चर
उत्तर: आनंद कुमार स्वामी

प्रश्न 129: ‘राजपूत पेंटिंग’ शीर्षक से 1916 ई. में किसने पुस्तक लिखी?

VDO Exam 2nd Shift 27 Dec 2021
A) आनन्द कुमारस्वामी
B) रायकृणदास
C) वाचस्पति गेरोला
D) जयसिंह नीरज
उत्तर: आनन्द कुमारस्वामी

प्रश्न 130: नारियों द्वारा शिकार करते हुए चित्रण किस चित्रकला शैली की विशेषता है?

VDO Exam 2nd Shift 27 Dec 2021
A) उनियारा शैली
B) जोधपुर शैली
C) कोटा शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: कोटा शैली

प्रश्न 131: कमला और इलाइची किस चित्रकला शैली की अग्रगण्य महिला चित्रकार हैं –

VDO Exam 1st Shift 27 Dec 2021
A) बूंदी
B) नाथद्वारा
C) किशनगढ़
D) जोधपुर
उत्तर: नाथद्वारा

प्रश्न 132: निम्नलिखित में से कौन सा (शासक – चित्रकला शैली) सही सुमेलित नहीं है –

VDO Exam 1st Shift 27 Dec 2021
A) अनूपसिंह – बीकानेर
B) राजसिंह I – नाथद्वारा
C) सावंतसिंह – किशनगढ़
D) विजयसिंह – देवगढ़
उत्तर: विजयसिंह – देवगढ़

प्रश्न 133: निम्नलिखित में से कौन सी चित्रकला शैली राजस्थान से संबंधित नहीं थी –

Raj Police Constable Exam (6 Nov 2020 S-2)
A) शेखावटी
B) हाड़ोती
C) कांगड़ा
D) मारवाड़
उत्तर: कांगड़ा
व्याख्या: कांगड़ा चित्रकला शैली का संबंध राजस्थान से नहीं है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से उत्पन्न हुई एक प्रमुख पहाड़ी चित्रकला शैली है। शेष सभी शैलियाँ राजस्थान की विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित हैं।

प्रश्न 134: चावंड शैली की चित्रकला किसके शासन काल में प्रारंभ हुई –

A) सांगा
B) प्रताप
C) अमरसिंह द्वितीय
D) राजसिंह
उत्तर: प्रताप
व्याख्या: मेवाड़ की प्रसिद्ध चावंड शैली की चित्रकला का आरंभ महाराणा प्रताप के शासनकाल में हुआ था, जिसका विकास उनके उत्तराधिकारी अमर सिंह प्रथम के समय भी जारी रहा।

प्रश्न 135: चित्रकला शैली बनी-ठनी या (बणी-ठणी) निम्नलिखित में से किससे संबंधित है –

A) सतवंत प्रसाद से
B) नागरी दास से
C) मृगावती से
D) शिव-पार्वती से
उत्तर: नागरी दास से

प्रश्न 136: निम्नलिखित में से किस विद्वान ने राजपूत पेंटिंग पुस्तक लिखी और इसमें राजपूताना और पहाड़ी क्षेत्रों की पेंटिंग का वर्णन किया –

A) राम कृष्ण दासी
B) नसरुद्दीन
C) आनंद कुमारस्वामी
D) इनमे से कोई भी नहीं
उत्तर: आनंद कुमारस्वामी
व्याख्या: विद्वान आनंद कुमार स्वामी ने ही राजपूत चित्रकला का पहला वैज्ञानिक वर्गीकरण प्रस्तुत किया था। उन्होंने सन् 1916 में ‘राजपूत पेंटिंग’ नामक एक पुस्तक लिखी, जिसमें उन्होंने राजपूताना के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्रों की चित्रकला शैलियों का भी विस्तृत विवरण दिया।

प्रश्न 137: किसके दरबार में निहालचंद आधिकारिक/दरबारी चित्रकार के रूप में कार्यरत थे –

A) जयसिंह
B) सावंत सिंह
C) महाराणा प्रताप
D) रामसिंह
उत्तर: सावंत सिंह

प्रश्न 138: निम्नलिखित चित्रकारों को उनकी शैली/उप-शैली से मिलाएं और नीचे दिए गए कोड से सही उत्तर चुनें:

(शैली / उप-शैली)(चित्रकार)
A. तिजारा1. बलदेव, गुलाम अली
B. अलवर2. साहिबराय, मुहम्मद शाह
C. जयपुर3. नन्दराम, जमुनादास
D. किशनगढ़4. मूलराज, भिकचंद
A) A – 3, B – 1, C – 2, D – 4
B) A – 1, B – 4, C – 3, D – 2
C) A – 4, B – 2, C – 1, D – 3
D) A – 2, B – 3, C – 4, D – 1
उत्तर: A – 2, B – 3, C – 4, D – 1
व्याख्या: सही सुमेलन इस प्रकार है:
अलवर शैली: इस शैली के प्रमुख चित्रकारों में बलदेव और गुलाम अली शामिल हैं। राव विनय सिंह का काल अलवर चित्रकला के लिए स्वर्णिम युग माना जाता है।
जयपुर शैली: इसकी शुरुआत महाराजा मानसिंह के समय में हुई और मिर्जा राजा जयसिंह ने इसे और विकसित किया। नन्दराम और जमुनादास इस शैली के जाने-माने चित्रकार थे।
किशनगढ़ शैली: इस शैली पर बल्लभ संप्रदाय का गहरा प्रभाव था, जिसके कारण भगवान कृष्ण के चित्र अधिक बनाए गए। सावंत सिंह (नागरीदास) का शासनकाल इस शैली का स्वर्णिम काल था। मूलराज और भिकचंद इस शैली के प्रमुख चित्रकार थे।
तिजारा शैली: साहिबराय और मुहम्मद शाह इस उप-शैली के मुख्य चित्रकार थे।

प्रश्न 139: राजस्थान के चित्रकला विद्यालय के संबंध में कौन-सा कथन सही नहीं है –
1. मारवाड़ चित्रकला विद्यालय मुगल शैली के प्रभाव में था।
2. बीकानेर चित्रकला विद्यालय मुगल शैली के प्रभाव में नहीं था।
3. कोटा विद्यालय में बाघ के शिकार का विषय बहुत लोकप्रिय है।

A) केवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 3
D) 1,2 और 3
उत्तर: केवल 1 और 2
व्याख्या: कथन 1 और 2 दोनों गलत हैं। वास्तव में, मारवाड़ चित्रकला शैली मुगल शैली के प्रभाव से मुक्त थी, जबकि बीकानेर चित्रकला शैली मुगल कला के प्रभाव को बहुत हद तक अपनाया हुआ है। कथन 3 सही है, क्योंकि कोटा शैली में शिकार, विशेष रूप से बाघ का शिकार, एक बहुत प्रमुख और लोकप्रिय विषय रहा है।

प्रश्न 140: नारायण, चतुर्भुज, घासीराम राजस्थान की निम्नलिखित में से किस चित्रकला शैली से संबंधित हैं –

A) जोधपुर चित्र शैली
B) नाथद्वारा चित्र शैली
C) देवगढ़ चित्र शैली
D) किशनगढ़ चित्र शैली
उत्तर: नाथद्वारा चित्र शैली

प्रश्न 141: बुझे हुए रंगों का प्रयोग एवं पारदर्शी ओढ़नियों का चित्रांकन किस चित्रकला शैली की मुख्य विशेषता है –

A) बीकानेर शैली
B) नागौर शैली
C) अलवर शैली
D) जैसलमेर शैली
उत्तर: नागौर शैली

प्रश्न 142: राज्य की फड़ पेन्टिंग के लिये कौनसा शहर प्रसिद्व है –

A) प्रतापगढ़
B) शाहपुरा
C) डूंगरपुर
D) उदयपुर
उत्तर: शाहपुरा
व्याख्या: राजस्थान में फड़ पेंटिंग के लिए भीलवाड़ा जिले का शाहपुरा शहर काफी प्रसिद्ध है। इस कला की शुरुआत यहाँ के जोशी परिवार के द्वारा की गई थी, और आज भी यह परंपरा यहाँ जीवित है।

प्रश्न 143: जहांगीर ने बूंदी के किस शासक को चित्रकला प्रेम के कारण सर बुलंद राय की उपाधि दी –

A) उम्मेद सिंह
B) रतन सिंह
C) सुर्जन हाड़ा
D) राव छत्रशाल
उत्तर: रतन सिंह

प्रश्न 144: मोनालिसा ऑफ इंडिया पेंटिंग का संबंध किससे है –

A) बनी ठनी
B) मीरा बाई
C) रजिया सुल्तान
D) रानी पद्मिनी
उत्तर: बनी ठनी
व्याख्या: “बणी-ठणी” चित्र को भारत की मोनालिसा के रूप में जाना जाता है। यह किशनगढ़ शैली की एक अत्यंत प्रसिद्ध पेंटिंग है, जिसे महाराजा सावंत सिंह के दरबारी चित्रकार मोरध्वज निहालचंद ने बनाया था। कला इतिहासकार एरिक डिक्सन ने पहली बार इस चित्र की तुलना लियोनार्दो दा विंची की मोनालिसा से की थी। सन् 1973 में भारतीय डाक विभाग ने इस चित्र पर एक डाक टिकट भी जारी किया था।

प्रश्न 145: नारायण, चतुर्भुज, घासीराम राजस्थान की निम्नलिखित में से किस चित्रकला शैली से संबंधित हैं –

A) जोधपुर चित्र शैली
B) नाथद्वारा चित्र शैली
C) देवगढ़ चित्र शैली
D) किशनगढ़ चित्र शैली
उत्तर: नाथद्वारा चित्र शैली

प्रश्न 146: निम्नलिखित में से कौन सा कथन राजस्थानी की चित्रकला शैली से संबंधित है / हैं –
1. राजस्थानी चित्रकारी के रूप में चित्रकला की प्राकृत शैली विकसित हुई।
2. कृष्ण-लीला, नायिका-भेद और रागमाला राजस्थानी चित्रों से जुड़े हैं।

A) केवल 1
B) केवल 2
C) दोनों 1 और 2
D) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: दोनों 1 और 2

प्रश्न 147: कथन अ: राजस्थानी चित्रशैलियों की विषयवस्तु मुख्यतः धार्मिक है।
कारण ब: राजस्थान का समाज धार्मिकता की भावना से ओतप्रोत है।

Stenographer Comp. Exam – 2011 (Paper I)
A) अ व ब दोनों सही हैं।
B) ब सही हैं, और अ गलत है।
C) अ और ब दोनों सही हैं, किन्तु ब, अ की ठीक व्याख्या करता है।
D) अ और ब दोनों सही हैं, किन्तु ब, अ की ठीक व्याख्या नहीं करता।
उत्तर: अ और ब दोनों सही हैं, किन्तु ब, अ की ठीक व्याख्या करता है।

प्रश्न 148: बूंदी राजमहलों में निर्मित चित्रशाला किस शासक की देन है –

A) महाराव राम सिंह
B) महाराव उम्मेद सिंह
C) महाराव किशोर सिंह
D) महाराव छत्रसाल
उत्तर: महाराव उम्मेद सिंह

प्रश्न 149: प्रसिद्ध ‘बनी-ठनी’ चित्र का चित्रकार कौन था –

A) अमरचन्द
B) निहालचन्द
C) नेकचन्द
D) राजसिंह
उत्तर: निहालचन्द

प्रश्न 150: चित्रकला की किस शैली में पक्षी एवं जानवरों का महत्वपूर्ण स्थान है –

A) बूंदी शैली
B) नाथद्वारा शैली
C) किशनगझ शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: बूंदी शैली
व्याख्या: बूंदी शैली की चित्रकला में पक्षियों और जानवरों को बहुत ही सुंदर और विस्तार से दर्शाया गया है। 17वीं से 19वीं शताब्दी के दौरान प्रचलित इस शैली में शिकार के दृश्य, त्योहार, राजसी जीवन शैली और प्रकृति के दृश्यों के साथ-साथ पशु-पक्षियों को भी महत्वपूर्ण विषय के रूप में प्रयोग किया जाता था।

प्रश्न 151: निम्नलिखित में से कौन सा चित्रकार बीकानेर चित्रकला शैली से सम्बन्धित नहीं है –

A) शाह मुहम्मद
B) रूकनुद्दीन
C) मनोहर
D) अलीरजा
उत्तर: मनोहर
व्याख्या: बीकानेर चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकारों में शाह मुहम्मद, रूकनुद्दीन और अलीरजा शामिल हैं, जबकि मनोहर बीकानेर शैली से संबंधित नहीं हैं। मनोहर मुगल काल के एक प्रसिद्ध चित्रकार थे जिन्होंने मुगल दरबार में काम किया था।

प्रश्न 152: निम्नलिखित में से कौन सी चित्रशैली पंचतन्त्र चित्रांकन के लिये भी जानी जाती है –

A) बूंदी
B) कोटा
C) मारवाड़
D) ढूंढाड़
उत्तर: मारवाड़
व्याख्या: मारवाड़ चित्रशैली प्राचीन भारतीय ग्रंथ पंचतंत्र के चित्रांकन के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। इस शैली के कलाकारों ने पंचतंत्र की कथाओं को सुंदर चित्रों में उकेरा, जिसमें पशु पात्रों के माध्यम से नैतिक शिक्षा दी गई है।

प्रश्न 153: चित्रकला के संदर्भ में निम्न में से कौन सा विकल्प सही नहीं है –

A) सालिगराम, बकसाराम, नंदराम अलवर शैली के कलाकार है।
B) आलागीला पद्धति का सर्वप्रथम प्रारंभ आमेर में हुआ।
C) रघुनाथ, डालू, गोविंदराम कोटा शैली के चित्रकार है।
D) ‘चोखेलाव महल’ का संबंध बीकानेर शैली से है।
उत्तर: ‘चोखेलाव महल’ का संबंध बीकानेर शैली से है।
व्याख्या: दिए गए विकल्पों में ‘चोखेलाव महल’ का संबंध बीकानेर शैली से होना एक गलत कथन है। वास्तव में, चोखेलाव महल का संबंध कोटा शैली से है, जहाँ यह एक महत्वपूर्ण चित्रकला केंद्र था। शेष विकल्प सही हैं – सालिगराम, बकसाराम, नंदराम अलवर शैली के प्रमुख कलाकार थे, आलागीला पद्धति का आरंभ आमेर में हुआ, और रघुनाथ, डालू, गोविंदराम कोटा शैली के जाने-माने चित्रकार थे।

प्रश्न 154: निम्न सभी शैलियाँ ढूंढाड़ चित्रकला स्कूल के अंतर्गत आती हैं, सिवाय:

Stenographer Pre Exam (21 March 2021) (Paper I)
A) बूंदी शैली
B) आमेर शैली
C) जयपुर शैली
D) उनियारा शैली
उत्तर: बूंदी शैली
व्याख्या: ढूंढाड़ चित्रकला स्कूल के अंतर्गत आमेर, जयपुर और उनियारा शैलियाँ आती हैं, लेकिन बूंदी शैली इस स्कूल का हिस्सा नहीं है। बूंदी शैली एक स्वतंत्र शैली है जिसका अपना एक अलग इतिहास और विशेषताएँ हैं। बूंदी शैली की विशेषताओं में जीवंत रंगों का प्रयोग, प्रकृति चित्रण और शिकार दृश्यों का चित्रण प्रमुख है।

प्रश्न 155: राजस्थानी चित्रकला की जन्मभूमि है –

Agriculture Research Officer – 2020
A) मारवाड़
B) आम्बेर
C) शेखावाटी
D) मेवाड़
उत्तर: मेवाड़
व्याख्या: मेवाड़ को राजस्थानी चित्रकला की जन्मभूमि माना जाता है। यह शैली 16वीं शताब्दी में महाराणा कुंभा के शासनकाल के दौरान विकसित हुई और बाद में राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में फैली। मेवाड़ शैली की विशेषताओं में सटीक रेखांकन, जीवंत रंग और भावनात्मक अभिव्यक्ति शामिल हैं।

प्रश्न 156: अठारहवीं शताब्दी में जयपुर का प्रख्यात पोट्रेंट चित्रकार कौन था –

Agriculture Research Officer – 2020
A) साहिब राम
B) रामजी दास
C) रामगोपाल
D) हीरानन्द
उत्तर: साहिब राम
व्याख्या: 18वीं शताब्दी में जयपुर के शासक ईश्वरी सिंह के दरबार में साहिब राम एक प्रसिद्ध चित्रकार थे जो विशेष रूप से अपनी पोर्ट्रेट पेंटिंग के लिए जाने जाते थे। उन्होंने शाही परिवार के सदस्यों के जीवंत और यथार्थवादी चित्र बनाए, जिनमें विस्तृत वस्त्रों और आभूषणों का उत्कृष्ट चित्रण था।

प्रश्न 157: मारवाड़ चित्रकला शैली के प्रसिद्ध चित्रकारों में कौन नहीं था –

Agriculture Research Officer – 2020
A) अमरदास
B) किशनदास
C) गंगाराम
D) कालूराम
उत्तर: गंगाराम
व्याख्या: मारवाड़ चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकारों में अमरदास, किशनदास और कालूराम शामिल थे, लेकिन गंगाराम मारवाड़ शैली के चित्रकार नहीं थे। मारवाड़ शैली में विशेष रूप से शिकार दृश्य, राजसी जीवन और पौराणिक कथाओं का चित्रण किया जाता था।

प्रश्न 158: निम्नांकित चित्रकारों को उनकी चित्रशैली/उपशैली से सुमेलित कीजिए एवं नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए –

शैली/उपशैलीचित्रकार
अ. तिजारा1. बलदेव, गुलाम अली
ब. अलवर2. साहिबराय, मुहम्मदशाह
स. जयपुर3. नंदराम, जमुनादास
द. किशनगढ़4. मूलराज, भीकचन्द
Agriculture Officer 2020
A) 3, 1, 2, 4
B) 1, 4, 3, 2
C) 4, 2, 1, 3
D) 2, 3, 4, 1
उत्तर: 3, 1, 2, 4
व्याख्या: इस सुमेलित प्रश्न में चित्रकारों को उनकी संबंधित चित्रशैलियों के साथ सही ढंग से जोड़ना है। तिजारा शैली के प्रमुख चित्रकार नंदराम और जमुनादास थे, अलवर शैली के प्रमुख चित्रकार बलदेव और गुलाम अली थे, जयपुर शैली के प्रमुख चित्रकार साहिबराय और मुहम्मदशाह थे, और किशनगढ़ शैली के प्रमुख चित्रकार मूलराज और भीकचन्द थे।

प्रश्न 159: ‘प्रतिक्रमण चूर्णि’ ग्रंथ किस चित्रशैली से समबन्धित है –

Agriculture Officer 2020
A) मेवाड़ शैली
B) मारवाड़ शैली
C) हाड़ौती शैली
D) ढूंढाड़ शैली
उत्तर: मेवाड़ शैली
व्याख्या: ‘प्रतिक्रमण चूर्णि’ ग्रंथ मेवाड़ चित्रशैली से संबंधित है। यह ग्रंथ 1260 ई. में मेवाड़ के राजा तेजसिंह के शासनकाल में जैनो द्वारा लिखा गया था और इसके चित्रकार ‘कमलचन्द्र’ थे। यह ग्रंथ जैन धर्म के सिद्धांतों पर आधारित है और इसमें जैन दर्शन से संबंधित विषयों का वर्णन है।

प्रश्न 160: वर्ष 1628 ई. में मेवाड़ में रागमाला चित्रांकन को किसने चित्रित किया था –

RPSC ACF FRO 2021
A) नसीरुद्दीन
B) शफी मुहम्मद
C) श्रीरंगधर
D) बिशनदास
उत्तर: नसीरुद्दीन
व्याख्या: सन् 1628 ई. में मेवाड़ में रागमाला चित्रांकन का कार्य नसीरुद्दीन नामक चित्रकार ने किया था। रागमाला चित्र भारतीय शास्त्रीय संगीत के रागों का चित्रण है, जिसमें प्रत्येक राग को एक विशिष्ट भाव और समय के साथ दर्शाया जाता है। नसीरुद्दीन ने इन रागों को अपनी कला के माध्यम से जीवंत रूप दिया।

प्रश्न 161: चित्रकला शैली ‘बणी-ठणी’ सम्बंधित है –

Reet 2017 level-2 SST
A) सतवन्त प्रसाद
B) नागरीदास
C) मृगावती
D) शिव-पार्वती
उत्तर: नागरीदास
व्याख्या: ‘बणी-ठणी’ चित्रकला शैली नागरीदास से संबंधित है। यह एक विशेष प्रकार की चित्रकला शैली है जिसमें प्रेम और विरह की भावनाओं को केंद्रित किया गया है। इस शैली में नायक-नायिका के बीच के प्रेम संबंधों को सूक्ष्म भावों के साथ दर्शाया जाता है, जो कवि नागरीदास की काव्य रचनाओं से प्रेरित है।

प्रश्न 162: प्रसिद्ध चित्रकृति ‘ढोला मारू’ की शैली है –

A) जोधपुर
B) अजमेर
C) बीकानेर
D) किशनगढ़
उत्तर: जोधपुर
व्याख्या: प्रसिद्ध चित्रकृति ‘ढोला मारू’ जोधपुर शैली से संबंधित है। यह चित्रकृति राजस्थान की प्रसिद्ध लोक कथा ‘ढोला-मारू’ की प्रेम कहानी पर आधारित है, जिसमें ढोला और मारू के प्रेम और बलिदान का वर्णन है। जोधपुर शैली के चित्रकारों ने इस कथा को जीवंत रंगों और भावपूर्ण अभिव्यक्ति के साथ चित्रित किया है।

प्रश्न 163: ‘दुगारी चित्रशैली’ का सम्बंध है –

A) बीकानेर
B) नाथद्वारा
C) जोधपुर
D) बूंदी
उत्तर: बूंदी
व्याख्या: ‘दुगारी चित्रशैली’ बूंदी से संबंधित है। दुगारी किला अपनी कनक सागर झील के लिए प्रसिद्ध है और बूंदी के करीब स्थित है। इस किले में बने चित्रों में विशेष रूप से हाथी, चित्तीदार हिरण, मोर और शेर जैसे जानवरों को दर्शाया गया है। ये चित्र बूंदी शैली की विशेषताओं को प्रदर्शित करते हैं, जिसमें प्रकृति और जीव-जंतुओं का सुंदर चित्रण किया गया है।

प्रश्न 164: मारवाड़ शैली में निर्मित ‘रागमाला चित्रवली’ 1623 ई. का चित्रांकल किसने किया –

A) पुण्डरीक
B) मीर बक्श
C) वीर जी
D) साहिब राम
उत्तर: वीर जी
व्याख्या: सन् 1623 ई. में मारवाड़ शैली में निर्मित ‘रागमाला चित्रवली’ का चित्रांकन वीर जी नामक चित्रकार ने किया था। रागमाला चित्रवली भारतीय शास्त्रीय संगीत के रागों का चित्रण है, जिसमें प्रत्येक राग को एक विशिष्ट भाव और समय के साथ दर्शाया जाता है। वीर जी ने इन रागों को मारवाड़ शैली की विशेषताओं के साथ चित्रित किया, जिसमें गहरे रंगों और भावपूर्ण अभिव्यक्ति का प्रयोग किया गया।

प्रश्न 165: जयपुर चित्रकला शैली का स्वर्णकाल किस शासक के काल को माना जाता है –

Librarian Grade III 2018
A) सवाई जयसिंह
B) सवाई ईश्वरीसिंह
C) सवाई मानसिंह
D) सवाई प्रतापसिंह
उत्तर: सवाई प्रतापसिंह
व्याख्या: जयपुर चित्रकला शैली का स्वर्णकाल सवाई प्रतापसिंह के शासनकाल (1778-1803) को माना जाता है। इस अवधि में जयपुर शैली ने अपनी चरम सीमा को प्राप्त किया और कई प्रतिभाशाली चित्रकारों ने इस शैली को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। सवाई प्रतापसिंह के संरक्षण में चित्रकला कला को बढ़ावा मिला और कई कलाकृतियाँ बनाई गईं।

प्रश्न 166: महा-मारू शैली का प्रचलन किसके शासनकाल में हुआ –

A) गुर्जर-प्रतिहार
B) मिहिर भोज
C) राजसिंह
D) राज भोज
उत्तर: गुर्जर-प्रतिहार
व्याख्या: महा-मारू शैली का प्रचलन गुर्जर-प्रतिहार वंश के शासनकाल में हुआ था। यह शैली राजस्थान की सबसे प्राचीन चित्रकला शैलियों में से एक है, जिसका विकास 6वीं से 9वीं शताब्दी के बीच हुआ। इस शैली के चित्रों में प्रायः जैन धर्म से संबंधित विषयों को दर्शाया गया है और इनमें स्थानीय जीवन शैली का भी चित्रण है।

प्रश्न 167: चावंड शैली की चित्रकला किसके शासन काल में प्रारम्भ हुई –

Agriculture Officer – 2011
A) सांगा
B) प्रताप
C) अमरसिंह द्वितीय
D) राजसिंह
उत्तर: प्रताप
व्याख्या: चावंड शैली की चित्रकला मेवाड़ के महाराणा प्रताप और अमर सिंह प्रथम के शासनकाल में शुरू हुई थी। यह शैली मेवाड़ चित्रकला का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें चित्रों की विशेषताओं में सपाट आँखें, तीखी नाक, और विशिष्ट पोशाकें शामिल हैं। इस शैली के चित्रों में प्रायः महाराणा प्रताप के जीवन से संबंधित घटनाओं को दर्शाया गया है।

प्रश्न 168: निहालचन्द किस चित्र शैली का चित्रकार था –

Agriculture Officer – 2011
A) बुन्दी
B) किशनगढ़
C) जयपुर
D) मेवाड़
उत्तर: किशनगढ़
व्याख्या: निहालचन्द किशनगढ़ चित्र शैली के प्रसिद्ध चित्रकार थे। वे किशनगढ़ के शासक सावंत सिंह के दरबारी चित्रकार थे और उन्होंने किशनगढ़ शैली को एक नई पहचान दी। उनके चित्रों में विशेष रूप से कृष्ण-लीला के दृश्यों को दर्शाया गया है, जिसमें भावपूर्ण अभिव्यक्ति और कोमल रंगों का प्रयोग किया गया है।

प्रश्न 169: पशुपक्षियों को महत्व देने वाली चित्र शैली है –

Agriculture Officer – 2011
A) किशनगढ़
B) बुन्दी
C) जयपुर
D) मेवाड़
उत्तर: बुन्दी
व्याख्या: बुन्दी चित्र शैली विशेष रूप से पशुपक्षियों को महत्व देने के लिए जानी जाती है। इस शैली के चित्रों में हाथी, घोड़े, हिरण, मोर और अन्य जंगली जानवरों का सुंदर चित्रण किया गया है। बुन्दी के चित्रकारों ने प्रकृति और जीव-जंतुओं को बहुत ही यथार्थवादी और जीवंत रूप से चित्रित किया, जिससे यह शैली अन्य राजस्थानी शैलियों से अलग पहचानी जाती है।

प्रश्न 170: मेवाड़ चित्रकला शैली से संबंधित रचना है –

Asst. Agriculture Officer – 2011
A) बनी-ठनी
B) विलावल रागिनी
C) ज्यातिष रत्नाकर
D) गीत गोविन्द
उत्तर: गीत गोविन्द
व्याख्या: ‘गीत गोविन्द’ मेवाड़ चित्रकला शैली से संबंधित एक प्रसिद्ध रचना है। यह 12वीं शताब्दी के कवि जयदेव द्वारा रचित एक संस्कृत काव्य है, जिसमें राधा और कृष्ण के प्रेम का वर्णन है। मेवाड़ के चित्रकारों ने इस काव्य को सुंदर चित्रों में उकेरा, जिसमें कृष्ण-लीला के विभिन्न दृश्यों को भावपूर्ण अभिव्यक्ति के साथ दर्शाया गया है।

प्रश्न 171: ‘निहालचंद’ किसके दरबारी चित्रकार थे –

Asst. Agriculture Officer – 2011
A) सावन्तसिंह
B) किशनसिंह
C) बहादुरसिंह
D) राजसिंह
उत्तर: सावन्तसिंह
व्याख्या: निहालचंद किशनगढ़ के शासक सावंत सिंह के दरबारी चित्रकार थे। सावंत सिंह के शासनकाल में किशनगढ़ चित्रकला शैली ने अपनी चरम सीमा को प्राप्त किया, और निहालचंद इस शैली के सबसे प्रतिभाशाली चित्रकारों में से एक थे। उन्होंने विशेष रूप से कृष्ण-लीला के दृश्यों को चित्रित किया, जिसमें भावपूर्ण अभिव्यक्ति और कोमल रंगों का प्रयोग किया गया।

प्रश्न 172: कांगड़ा व बृज शैलियों से प्रभावित चित्रकला शैली है –

A) नाथद्वारा
B) किशनगढ़
C) जोधपुर
D) उदयपुर
उत्तर: किशनगढ़
व्याख्या: किशनगढ़ चित्रकला शैली कांगड़ और बृज शैलियों से प्रभावित है। किशनगढ़ शैली के विकास में इन दोनों शैलियों के तत्वों का समावेश है, जिससे इसे एक विशिष्ट पहचान मिली। इस शैली में कांगड़ शैली के कोमल भाव और बृज शैली के जीवंत रंगों का संगम दिखाई देता है। विशेष रूप से कृष्ण-लीला के चित्रण में इन प्रभावों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

प्रश्न 173: रूक्नुद्दीन, शाहदीन, रशीद और कासिम किस चित्रकला शैली से सम्बन्धित थे –

A) किशनगढ़ शैली
B) बीकानेर शैली
C) जोधपुर शैली
D) आमेर शैली
उत्तर: बीकानेर शैली
व्याख्या: रूक्नुद्दीन, शाहदीन, रशीद और कासिम बीकानेर चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकार थे। बीकानेर शैली में मुगल कला का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, और इन चित्रकारों ने इस शैली को एक नई पहचान दी। उनके चित्रों में विस्तृत वस्त्रों, आभूषणों और वास्तुकला का सुंदर चित्रण है, जो बीकानेर शैली की विशेषताएं हैं।

प्रश्न 174: मेवाड़ चित्र शैली का सबसे प्राचीन चित्रित ग्रंथ है –

A) गीत गोविन्द
B) रागमाला
C) जयानक विजय
D) सावग पदिक्कमनासूत्त चून्नी
उत्तर: सावग पदिक्कमनासूत्त चून्नी
व्याख्या: ‘सावग पदिक्कमनासूत्त चून्नी’ मेवाड़ चित्र शैली का सबसे प्राचीन चित्रित ग्रंथ है। यह जैन धर्म से संबंधित एक प्राचीन ग्रंथ है, जिसे मेवाड़ शैली के चित्रकारों ने सुंदर चित्रों के साथ सजाया। इस ग्रंथ में जैन दर्शन के सिद्धांतों और कथाओं का वर्णन है, जिसे चित्रों के माध्यम से आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।

प्रश्न 175: ‘बणी-ठणी’ पेंटिंग किस चित्र शैली से संबंधित है –

A) जयपुर शैली
B) कोटा शैली
C) जोधपुर शैली
D) किशनगढ़ शैली
उत्तर: किशनगढ़ शैली
व्याख्या: ‘बणी-ठणी’ चित्रकला शैली किशनगढ़ शैली से संबंधित है। यह शैली राजस्थान की चित्रकला में एक अनूठी पहचान है, जिसमें नायिका को लंबी गर्दन, तीक्ष्ण नाक और भावपूर्ण नयनों के साथ चित्रित किया जाता है। यह शैली किशनगढ़ के शासक सावंत सिंह और उनके प्रसिद्ध चित्रकार निहालचंद के संरक्षण में विकसित हुई।

प्रश्न 176: बूंदी के गढ़ पैलेस में चित्रशाला का निर्माण किसने करवाया –

JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk)
A) राव सुर्जन
B) महाराव राजा उम्मेद सिंह
C) राव अनिरूद्ध सिंह
D) महाराव राजा बुद्ध सिंह
उत्तर: महाराव राजा उम्मेद सिंह
व्याख्या: बूंदी के गढ़ पैलेस में चित्रशाला (आर्ट गैलरी) का निर्माण महाराव राजा उम्मेद सिंह (1739-1770 ई.) ने करवाया था। यह चित्रशाला बूंदी शैली के चित्रकला का एक प्रमुख केंद्र बनी, जहाँ शाही संरक्षण में कई उत्कृष्ट चित्र बनाए गए, जिनमें शिकार दृश्य, राजसी जीवन और प्रकृति के सुंदर चित्रण शामिल हैं।

प्रश्न 177: पिछवाई चित्रांकन की विषयवस्तु क्या है –

A) बारहमाषा
B) गीतगोविन्द
C) रासलीला
D) शिकार
उत्तर: रासलीला
व्याख्या: पिछवाई चित्रांकन की प्रमुख विषयवस्तु रासलीला है। पिछवाई एक विशेष प्रकार के विशाल कपड़े पर बनाए जाने वाले चित्र होते हैं, जिन्हें नाथद्वारा के मंदिरों में श्रीनाथजी की प्रतिमा के पीछे लगाया जाता है। इन चित्रों में मुख्य रूप से भगवान कृष्ण की रासलीला और उनके विभिन्न लीलाओं का चित्रण किया जाता है।

प्रश्न 178: सुमेलित कीजिए –

सूची-1सूची-2
अ. मेवाड़ शैली1. मृग के समान आंखें
ब. जोधपुर शैली2. कमल और खंजर सी आंखें
स. किशनगढ़ शैली3. बादाम-सी आंखें
द. कोटा शैली4. मीनाकृत-सी आंखें
A) 4, 3, 2, 1
B) 1, 2, 3, 4
C) 2, 3, 4, 1
D) 3, 4, 2, 1
उत्तर: 4, 3, 2, 1
व्याख्या: इस सुमेलन में विभिन्न राजस्थानी चित्रकला शैलियों की विशिष्ट विशेषताओं, विशेष रूप से आँखों के आकार को उनकी संबंधित शैलियों से जोड़ा गया है। मेवाड़ शैली में आँखें मीन के आकार की (मीनाकृत) होती हैं, जोधपुर शैली में बादाम की तरह (बादाम-सी), किशनगढ़ शैली में कमल और खंजर की तरह, और कोटा शैली में मृग (हिरण) के समान होती हैं। ये विशिष्ट लक्षण प्रत्येक शैली की पहचान का आधार हैं।

प्रश्न 179: ‘डालू’ नामक चित्रकार किस शैली से सम्बन्धित है –

A) कोटा
B) जयपुर
C) बीकानेर
D) नागौर
उत्तर: कोटा
व्याख्या: ‘डालू’ नामक प्रसिद्ध चित्रकार कोटा शैली से संबंधित थे। वे कोटा के शासक के दरबार में एक जाने-माने चित्रकार थे और उन्होंने कोटा शैली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके चित्रों में शिकार के दृश्य और राजसी जीवन का यथार्थवादी चित्रण प्रमुख रूप से देखा जाता है।

प्रश्न 180: योगासन किस शैली का प्रमुख विषय रहा –

A) बीकानेर
B) जोधपुर
C) अलवर
D) नागौर
उत्तर: अलवर
व्याख्या: योगासन अलवर चित्रकला शैली का एक प्रमुख विषय रहा है। अलवर शैली के चित्रकारों ने योग के विभिन्न मुद्राओं और आसनों को बहुत ही सटीक और विस्तार से चित्रित किया है। इन चित्रों में योगियों को विभिन्न आसनों में ध्यानमग्न अवस्था में दर्शाया गया है, जो इस शैली की एक विशिष्ट पहचान है।

प्रश्न 181: ‘आदमकद चित्र(पोट्रेट) किस चित्रकला शैली की मुख्य विशेषता है –

A) जोधपुर शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) उदयपुर शैली
D) जयपुर शैली
उत्तर: जयपुर शैली

प्रश्न 182: चित्रकला में राजस्थानी शैली का उद्गम किससे माना जाता है –

A) गुलेश शैली
B) अपभ्रंश शैली
C) मारवाड़ शैली
D) बूंदी शैली
उत्तर: अपभ्रंश शैली

प्रश्न 183: कौनसा चित्रकार भीलों के चितेरे के रूप में विख्यात है –

A) भूर सिंह
B) कृपाल सिंह शेखावत
C) गोवर्धन लाल बाबा
D) ज्योति स्वरूप
उत्तर: गोवर्धन लाल बाबा

प्रश्न 184: ढोला-मारू, मूमलदे-निहालदे व उजली-जेठवा चित्र किस शैली की निजी विशेषता है –

A) जोधपुर
B) बीकानेर
C) मेवाड़
D) बूंदी
उत्तर: जोधपुर
व्याख्या: जोधपुर चित्रकला शैली में प्रेम कहानियों का चित्रण किया गया है। जैसे- ढोला-मारू, महेन्द्र-मूमल, बाघा-भारमली, उजली-जेठवा, मूमलदे-निहालदे आदि प्रेम कहानियों पर चित्रण किया गया।

प्रश्न 185: किस चित्र शैली में पीला रंग प्रधान रहा –

A) देवगढ़ शैली
B) कोटा शैली
C) आमेर शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: बीकानेर शैली

प्रश्न 186: राजस्थान की मूल शैली(सबसे प्राचीन शैली) के रूप में किस चित्रशैली को माना जाता है –

A) मेवाड़ शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) मारवाड़ शैली
D) शेखावटी शैली
उत्तर: मेवाड़ शैली

प्रश्न 187: निम्नलिखित में से कौन-सा चित्रकार, बीकानेर चित्रकला शैली से जुड़ा हुआ नहीं था –

A) जयकिशन मथेरण
B) शाह मोहम्मद
C) अबू हमीद
D) नानक राम
उत्तर: नानक राम
व्याख्या: नानक राम किशनगढ़ शैली से संबंधित हैं।

प्रश्न 188: चावण्ड शैली के प्रसिद्ध चितेरे नसीरूद्दीन(नासरदी) ने ‘रागमाला’ का चित्रण किस शासक के संरक्षण में किया –

A) महाराणा प्रताप
B) करण सिंह
C) अमरसिंह प्रथम
D) जगतसिंह प्रथम
उत्तर: अमरसिंह प्रथम

प्रश्न 189: पिछवाई चित्रशैली का मुख्य विषय है –

A) युद्ध
B) राजदरबार
C) श्री कृष्ण लीला
D) प्रणय प्रसंग
उत्तर: श्री कृष्ण लीला

प्रश्न 190: चित्रांकन की उणियारा शैली को किस चित्रशैली की उप-शैली के रूप में जाना जाता है –

A) किशनगढ़
B) ढूंढ़ाड
C) मारवाड़
D) मेवाड़
उत्तर: ढूंढ़ाड

प्रश्न 191: राजस्थान की प्रथम चितेरी महिला कौन थी –

A) पार्वती देवी
B) लक्ष्मी देवी
C) गायत्री देवी
D) विद्या देवी
उत्तर: पार्वती देवी
व्याख्या: शाहपुरा शैली भीलवाडा जिले के शाहपुरा कस्बे में विकसित हुई। शाहपुरा की प्रसिद्ध कला फड़ चित्रांकन में इस चित्रकला शैली का प्रयोग किया जाता है। फड़ चित्रांकन में यहां का जोशी परिवार लगा हुआ है। श्री लाल जोशी, दुर्गादास जोशी, पार्वती जोशी (पहली महिला फड़ चित्रकार) आदि।

प्रश्न 192: ‘वर्षा में नाचते हुए मोर’ राजस्थान की किस चित्रकला शैली की विशेषता है –

A) जयपुर
B) बूंदी
C) किशनगढ़
D) मारवाड़
उत्तर: बूंदी

प्रश्न 193: पंचतन्त्र चित्रांकन किस चित्रशैली की प्रमुख विशेषता है –

A) बूंदी
B) नाथद्वारा
C) मारवाड़
D) ढूंढार
उत्तर: मारवाड़

प्रश्न 194: ‘चोर पंचाशिका’ किस शैली का चित्र है –

A) मेवाड़ शैली
B) मारवाड़ शैली
C) बीकानेर शैली
D) किशनगढ़ शैली
उत्तर: मेवाड़ शैली
व्याख्या: इस शैली में रामायण, महाभारत, रसिक प्रिया, गीत गोविन्द इत्यादि ग्रन्थों पर चित्र बनाए गए। मेवाड़ चित्रकला शैली पर गुर्जर तथा जैन शैली का प्रभाव रहा है। चौरपंचाशिका में 50 श्लोक हैं। अतः इसे पंचाशिका कहा गया। इसमें गुप्त प्रेम का वर्णन है। या यूं कहें छुप-छुप कर, चोरी-चोरी से प्रेम करने की कथा-व्यथा इस पुस्तक में बड़े ही मार्मिक भाव से वर्णित हैं।

प्रश्न 195: कमला व इलायची महिलाएं किस चित्रकला शैली से जुड़ी हुई है –

A) नाथद्वारा
B) आमेर
C) किशनगढ़
D) देवगढ़
उत्तर: नाथद्वारा
व्याख्या: कमला व इलायची नाथद्वारा शैली की महिला चित्रकार हैं। नाथ द्वारा मेवाड़ रियासत के अन्तर्गत आता था, जो वर्तमान में राजसमंद जिले में स्थित है। यहां स्थित श्री नाथ जी मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराजा राजसिंह न 1671-72 में करवाया था। यह मंदिर पिछवाई(मंदिर में मुर्ति के पिछे का पर्दा) कला के लिए प्रसिद्ध है, जो वास्तव में नाथद्वारा शैली का रूप है।

प्रश्न 196: निम्नलिखित में से कौनसी चित्रशैली पंचतन्त्र चित्रांकन के लिये जानी जाती है –

JSA Serology-2019(Rajasthan Gk)
A) बूंदी
B) मारवाड़
C) मेवाड़
D) नाथद्वारा
उत्तर: मारवाड़
व्याख्या: पंचतंत्र शैली को चित्रकला की मारवाड़ी शैली के रूप में भी जाना जाता है। यह पशु दंतकथाओं का एक प्राचीन संग्रह है, जो दर्शाता है, कि जानवरों में भी मानवीय गुण और दोष होते हैं।

प्रश्न 197: बूंदी के गढ़ पैलेस में चित्रशाला का निर्माण किसने करवाया –

JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk)
A) राव सुर्जन
B) राव अनिरूद्धसिंह
C) महाराव बुधसिंह
D) महाराव उम्मेदसिंह
उत्तर: महाराव उम्मेदसिंह

प्रश्न 198: मेवाड़ चित्रशैली का सबसे प्राचीन चित्र ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी’ का चित्रांकन किस चित्रकार द्वारा किया गया –

A) साहिबदीन
B) मनोहर
C) कमलचन्द्र
D) चूरूद्दीन
उत्तर: कमलचन्द्र
व्याख्या: मेवाड़ी शैली का प्रारम्भिक प्राप्त चित्र ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी’ है, जिसे 1260 ई. में महाराणा ‘तेजसिंह’ के काल में चित्रकार ‘कमलचंद्र’ ने चित्रित किया था। दूसरा ग्रन्थ ‘सुपासनाह चरियम’ (पाश्र्वनाथ चरित्र) 1423 ई. में देलवाड़ा में चित्रित हुआ। केशव की रसिक प्रिया तथा गीत गोविन्द मेवाड़ शैली के प्रमुख उदाहरण है।

प्रश्न 199: राजस्थान की वह चित्रकला शैली कौनसी थी, जिसमें चित्रों पर चित्रकार के हस्ताक्षर किए जाते थे –

A) किशनगढ़ शैली
B) बीकानेर शैली
C) जैसलमेर शैली
D) मारवाड़ शैली
उत्तर: बीकानेर शैली
व्याख्या: यह शैली मुगल शैली, से प्रभावित रही। इस शैली का प्रारम्भिक विकास रायसिंह राठौड़ के समय हुआ। इस शैली का स्वर्णकाल महाराजा अनूपसिंह का काल माना जाता है।

प्रश्न 200: चित्रकला के विकास हेतु कार्यरत संस्था ‘टखमण-28’ का सम्बंध किस जिले से है –

A) जोधपुर
B) उदयपुर
C) जयपुर
D) बीकानेर
उत्तर: उदयपुर
व्याख्या: ‘टखमण 28’ की स्थापना वर्ष 1968 में हुयी जिसमें 28 अस्थाई एवं स्थाई सदस्य हैं। सभी आर्टिस्ट अपने अपने ढंग से प्रयोगात्मक शैली में कार्यरत हैं।

प्रश्न 201: नाक में पहने जाने वाले ‘वेसरि’ आभूषण का एकमात्र चित्रण किस चित्रशैली में मिलता है –

A) बीकानेर शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) मेवाड़ शैली
D) मारवाड़ शैली
उत्तर: किशनगढ़ शैली
व्याख्या: वेसरि किशनगढ़ शैली में प्रयुक्त नाक का प्रमुख आभूषण है। किशनगढ़ शैली, किशनगढ के शासक सांवत सिंह राठौड़ के समय फली-फूली।

प्रश्न 202: प्रसिद्ध ‘चित्रशाला’ …………. के गढ़ राजप्रासाद में स्थित है –

Junior Instructor(welder)
A) बूंदी
B) आमेर
C) बीकानेर
D) जोधपुर
उत्तर: बूंदी

प्रश्न 203: ‘मारवाड़ म्यूरल्स’ के लेखक कौन हैं –

2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -B)
A) जयसिंह नीरज
B) रामावतार अग्रवाल
C) महाराजा बख्तसिंह
D) सावंतसिंह
उत्तर: रामावतार अग्रवाल
व्याख्या: रामावतार अग्रवाल द्वारा मारवाड़ के भित्ती चित्रों पर “Murals in Marwar” नामक पुस्तक लिखी गई।

प्रश्न 204: किस राजपूत चित्रकला शैली में नारियों और नारियों को शिकार करते चित्रित किया गया है –

Junior Instructor(fitter)
A) जयपुर शैली
B) उदयपुर शैली
C) कोटा शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: कोटा शैली
व्याख्या: कोटा शैली लड़ाई, शिकार अभियान, विवाह और अन्य प्रमुख राजनीतिक घटनाओं के चित्रण के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 205: प्रसिद्ध चित्र ‘बणी-ठणी’ का चित्रांकन किसने किया –

Junior Instructor(electrician)
A) साहिबदीन
B) गोपीराम
C) नागरीदास
D) निहालचन्द
उत्तर: निहालचन्द

प्रश्न 206: निम्नलिखित में से कौनसा एक लोक चित्रकला का अंग नहीं है –

JSA Biology-2019(Rajasthan Gk)
A) पथवारी
B) फड़
C) बणी-ठणी
D) सांझी
उत्तर: बणी-ठणी
व्याख्या: बणी-ठणी का संबं‍ध लोक चित्रकला से नहीं है। यह किशनगढ़ चित्रकला से संबंधित एक चित्र है। महाराजा सांवत सिंह के समय किशनगढ़ शैली का सर्वश्रेष्ठ चित्र बणी-ठणी को सांवत सिंह के चित्रकार “मोरध्वज निहाल चन्द” द्वारा चित्रित किया गया।

प्रश्न 207: अजमेर लघु-चित्र शैली को समृद्ध करने वाले चित्रकारों में एक स्त्री चित्रकार का प्रमुख स्थान है। वह कौन है –

A) शीरीन
B) तारिणी
C) नौशीन
D) साहिबा
उत्तर: साहिबा

प्रश्न 208: राजस्थान की फड चित्रकारी, चित्रकला के किस स्कूल से जुड़ी है –

A) जयपुर
B) कोटा
C) मेवाड़
D) बीकानेर
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 209: ‘सुपासनाह चरित्रम’ क्या है –

Raj Police Constable(7981)
A) चित्रित ग्रन्थ
B) शिलालेख
C) हथियार
D) रथ
उत्तर: चित्रित ग्रन्थ

प्रश्न 210: कोटा के किस शासक के काल में शिकार का चित्रण कोटा शैली का प्रतीक बना –

Supervisor (women empowerment) Exam 2018
A) राव माधो सिंह
B) राजा उम्मेद सिंह
C) राजा राम सिंह
D) महाराव भीम सिंह
उत्तर: राजा उम्मेद सिंह
व्याख्या: महाराव उम्मेद सिंह प्रथम कोटा चित्रकला शैली के संरक्षक थे। कोटा चित्रकला शैली इस तकनीक के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है। कोटा चित्र प्रकृति और शिकार के दृश्यों के चित्रण के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 211: किशनगढ़ चित्रकला शैली के संरक्षक सावंत सिंह की मृत्यु कहाँ हुई –

2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -A)
A) वृंदावन
B) किशनगढ़
C) आगरा
D) जोधपुर
उत्तर: वृंदावन
व्याख्या: किशनगढ़ के शासक सावंत सिंह अपने अंतिम समय में राजपाट त्यागकर वृंदावन चले गए और कृष्ण भक्ति में लीन हो गए। उन्होंने अपना नाम ‘नागरीदास’ रखा तथा ‘नागर समुच्चय’ नाम से काव्य रचना करने लगे।

प्रश्न 212: गोपाल, उदय, हुकमा, जीवन चित्रकला की किस शैली से संबंधित थे –

Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 1
A) आमेर-जयपुर शैली
B) जोधपुर शैली
C) मेवाड शैली
D) बीकानेर शैली
उत्तर: आमेर-जयपुर शैली
व्याख्या: गोपाल, उदय, हुकमा, जीवन आमेर-जयपुर शैली से जुड़े थे। जयपुर के शासक ईश्वरी सिंह के समय इस शैली में राजा महाराजाओं के बड़े-बड़े आदमकद चित्र अर्थात पोट्रेट चित्र दरबारी चित्रकार साहिब राम के द्वारा तैयार किए गए।

प्रश्न 213: उस्ताद कहलाने वाले चित्रकारों ने भित्तिचित्र किस नगर में बनाए –

Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 3
A) जोधपुर
B) चूरू
C) अजमेर
D) बीकानेर
उत्तर: बीकानेर

प्रश्न 214: सीताराम, बदनसिंह और नानकराम चित्रकार की किस शैली से सम्बद्ध थे –

Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1
A) किशनगझ शैली
B) बीकानेर शैली
C) जोधपुर शैली
D) नाथद्वार शैली
उत्तर: किशनगझ शैली

प्रश्न 215: मारवाड शैली से निर्मित रागमाला चित्रावली 1623 ई. का चित्रांकन किसने किया –

Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 3
A) वीरजी
B) मीर बक्श
C) साहिब राम
D) पुण्डरीक
उत्तर: वीरजी
व्याख्या: 1623 ई. में वीर जी ने पाली के सामंत विठ्ठलदास चाम्पावत के लिए ‘रागमाला’ का चित्रण किया।

प्रश्न 216: मुहम्मद शाह और साहिबराम किस राजस्थानी चित्रकला शैली के प्रसिद्ध चित्रकार थे –

Lab Assistant Exam 2018
A) जयपुर
B) बूंदी
C) अलवर
D) उदयपुर
उत्तर: जयपुर
व्याख्या: मुहम्मद शाह और साहिब राम जयपुर चित्रकला शैली के प्रसिद्ध चित्रकार थे। ईश्वरी सिंह के शासन काल में चित्रकारों ने ‘आदमकद’ का चित्रण प्रारम्भ किया। साहिबराम ने राजाओं के आदमकद चित्र बनाये।

प्रश्न 217: निहालचन्द किस शैली के चित्रकार थे –

Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 2
A) मारवाड
B) बूंदी
C) किशनगझ
D) नाथद्वारा
उत्तर: किशनगझ

प्रश्न 218: कोटा के किस शासक के काल से शिकार का चित्रण कोटा शैली की एक प्रमुख विशेषता बनी है –

Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1
A) माधोसिंह
B) उम्मेदसिंह-1
C) रामसिंह-2
D) भीमसिंह
उत्तर: उम्मेदसिंह-1

प्रश्न 219: ‘गीत गोविंदसार’ का संबंध निम्न में से किस चित्रशैली से है –

Tax Assitant Exam 2018(P1)
A) मारवाड़
B) किशनगझ
C) मेवाड़
D) ढूंढाड़
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 220: प्रसिद्ध चित्रकार साहिबदीन चित्रकला की किस शैली से सम्बंधित है –

A) जयपुर
B) मारवाड़
C) मेवाड़
D) अलवर
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 221: पिछवाई चित्रकला कहां की प्रसिद्ध है –

A) बीकानेर
B) बून्दी
C) नाथद्वारा
D) जयपुर
उत्तर: नाथद्वारा

प्रश्न 222: निम्नलिखित में से कौन सा चित्रकार अलवर शैली की चित्रकला से संबंधित नहीं है –

RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
A) जमनादास
B) बकसाराम
C) नानकराम
D) नंदराम
उत्तर: नानकराम

प्रश्न 223: रूक्नुद्दीन राजस्थानी चित्रकला की किस शैली से सम्बद्ध था –

Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.)
A) बीकानेर शैली
B) बूंदी शैली
C) जोधपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: बीकानेर शैली

प्रश्न 224: जमनादास, छोटेलाल, बक्साराम व नन्दलाल चित्रकार की किस शैली से संबद्ध हैं –

A) अलवर शैली
B) बीकानेर शैली
C) मारवाड़ शैली
D) झालावाड़ शैली
उत्तर: अलवर शैली
व्याख्या: अलवर शैली के प्रवर्तक राव राजा बख्तावरसिंह थे। चित्रकार: गुलाम अली, अलामिर्ज़ा देहलवी, नत्था सिंह, जमनादास, नंदलाल, छोटेलाल, बक्शा राम, डालचंद, सालिग्राम, बलदेव।

प्रश्न 225: किस चित्र शैली में मतिराम रचित, 19वीं शताब्दी की हिन्दी साहित्यिक रचना ‘रसराज’ का चित्रण हेतु विषय के रूप में प्रयोग किया गया है –

Lect. College Edu. EXAM 2014(GK)
A) मारवाड़
B) मेवाड़
C) बूंदी
D) अलवर
उत्तर: मारवाड़
व्याख्या: मारवाड़ चित्रकला शैली में मतिराम द्वारा रचित 19वीं शताब्दी की हिन्दी साहित्यिक कृति रसराज को चित्रण के विषय के रूप में उपयोग किया गया है।

प्रश्न 226: बीकानेर के मथेरण समुदाय के सम्बन्ध में दिए निम्न कथनों को सावधानी से पढ़िए –
1. बीकानेर चित्र शैली के विकास में इनका प्रचुर योगदान है –
2. महाराजा अनुपसिंह के काल में मथेरण समुदाय को संरक्षण मिला।
3. मथेरण विशेषकर शासकों के व्यक्तिगत चित्र उकेरने के लिए जाने जाते हैं।
4. मथेरण, जो अपने आप को महात्मा भी कहते हैं, एक जैन समुदाय है।
उपर्युक्त में से कौन से कथन सही हैं –

A) केवल 1 और 3
B) केवल 1, 2 और 3
C) केवल 2 और 3
D) ये सभी
उत्तर: ये सभी

प्रश्न 227: राजस्थानी चित्रकला का प्राचीनतम केन्द्र माना जाता है –

Asstt. Jailor Exam 2013(paper-II)
A) मारवाड़
B) मेवाड़
C) किशनगझ
D) बूंदी
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 228: कोटा चित्रकारी शैली की विषयवस्तु मुख्यतः है –

RSMSSB Lab Assistant Exam 2016
A) हाथियों की लड़ाइयों के दृश्य
B) शिकार के दृश्य
C) दरबारी दृश्य
D) उत्सव दृश्य
उत्तर: शिकार के दृश्य

प्रश्न 229: ‘पिछवाई पेन्टिंग’ का सम्बन्ध निम्न में से किस से है –

A) मेढ़ता
B) वृन्दावन
C) पुष्कर
D) नाथद्वारा
उत्तर: नाथद्वारा
व्याख्या: मेवाड़ के महाराणा राजसिंह के शासन काल में नाथद्वारा चित्रकला का स्वतंत्र विकास प्रारम्भ हुआ। भगवान श्री कृष्ण के मंदिरों (वल्लभ सम्प्रदाय) में दीवारों पर तथा कपड़े के पर्दे पर चित्र बनाये गये जिन्हें ‘पिछवाई’ कहा जाता है।

प्रश्न 230: गोपाल, उदय, हुकमा, जीवन चित्रकला की किस शैली से सम्बन्धित थे –

Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)
A) आमेर-जयपुर शैली
B) बीकानेर शैली
C) जोधपुर शैली
D) मेवाड़ शैली
उत्तर: आमेर-जयपुर शैली

प्रश्न 231: सीताराम, बदनसिंह और नानकराम चित्रकार चित्रकला की किस शैली से सम्बद्ध थे –

Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)
A) किशनगझ शैली
B) जोधपुर शैली
C) बीकानेर शैली
D) नाथद्वारा शैली
उत्तर: किशनगझ शैली
व्याख्या: सीता राम, बदन सिंह और नानक राम चित्रकार किशनगढ़ चित्रकला से सम्बंधित थे। किशनगढ़ चित्रकला मारवाड़ शैली चित्रकला की एक उपशैली है।

प्रश्न 232: जमनादास, छोटेलाल और बक्साराम चित्रकला की निम्न में से किस शैली से संबंधित है-

Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
A) अलवर शैली
B) मारवाड़ शैली
C) बीकानेर शैली
D) झालावाड़ शैली
उत्तर: अलवर शैली

प्रश्न 233: सूची-1 का सूची-2 के साथ मिलान करें और नीचे दिये गए कोड से सही उत्तर चुनें।

सूची-1(चित्रकारी शैली)सूची-2(चित्र)
अ. नाथद्वारा शैली1. ढोला मारू
ब. किशनगझ शैली2. पिछवाई
स. जोधपुर शैली3. बाणी थाणी
A) अ1, ब3, स2
B) अ2, ब1, स3
C) अ1, ब2, स3
D) अ2, ब3, स1
उत्तर: अ2, ब3, स1

प्रश्न 234: राजस्थान की कौन सी शैली ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूची चूर्णी’ चित्रकला पर आधारित प्राचीन संग्रह है –

A) मेवाड़
B) मारवाड़
C) हाड़ौती
D) ढूंढाड़
उत्तर: मेवाड़

प्रश्न 235: राजस्थान में आलनियां के प्रागैतिहासिक चित्रों की खोज किसने की –

Patwar Main Exam 2015
A) डी. एच. गार्डन
B) डाॅ. एस कुमार
C) वी. एस वाकणकर
D) डाॅ. जगतनारायण
उत्तर: डाॅ. जगतनारायण

प्रश्न 236: अजन्ता की गुफाएं निम्न में से किससे संबंधित है –

A) रामायण
B) महाभारत
C) जातक कथाएं
D) पंचतंत्र कहानियां
उत्तर: जातक कथाएं

प्रश्न 237: किस पुस्तकालय में खजूर के पत्तों पर लिखी हुई पांडुलिपियों का संग्रह मिलता है –

A) श्री सरस्वती
B) पुस्तक प्रकाश भंडार
C) अनूप पुस्तकालय
D) पोथीखाना
उत्तर: अनूप पुस्तकालय

प्रश्न 238: राजपूताने में सर्वप्रथम प्राचीन अलंकृत गुफा कहां से प्राप्त हुए –

A) गरदडा़ बुंदी
B) बाँका भीलवाड़ा
C) मलाह भरतपुर
D) नोह भरतपुर
उत्तर: बाँका भीलवाड़ा

प्रश्न 239: राजपूताने की वह प्रथम रियासत जिसने अपने राज्य में शिकार के चित्र पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया –

A) टोंक
B) मेवाड़
C) झालावाड
D) जोधपुर
उत्तर: टोंक

प्रश्न 240: डालू नामक चित्रकार किस शैली से संबंधित है –

A) कोटा
B) बीकानेर
C) नागौर
D) जयपुर
उत्तर: कोटा
व्याख्या: कोटा शैली का स्वतंत्र विकास महाराजा रामसिंह के समय हुआ। कोटा शैली में महाराजा उम्मेद सिंह हाडा के समय सर्वाधिक चित्र चित्रित किए गए। शिकारी दृश्यों का चित्रण इस शैली की मुख्य विशेषता है। कोटा शैली का सबसे बड़ा चित्र रागमाला सैट 1768 ई. में महाराजा गुमानसिंह के समय डालू नामक चित्रकार द्वारा तैयार किया गया।

प्रश्न 241: कोटा के आलनियाँ बांध से प्राप्त हुए हैं-

A) भित्ति चित्र
B) खंडहर युक्त किले
C) प्राचीन सिक्के
D) प्राचीन मूर्तियां
उत्तर: भित्ति चित्र
व्याख्या: आलनियाँ बांध, कोटा में स्थित एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है, जहाँ से प्राचीन भित्ति चित्रों की खोज हुई है। ये चित्र राजस्थान की कलात्मक विरासत के अमूल्य नमूने हैं और कोटा शैली के विकास को समझने में मदद करते हैं।

प्रश्न 242: ‘सुपासनाह चरित्र’ क्या है-

A) चित्रित ग्रन्थ
B) शिलालेख
C) हथियार
D) रथ
उत्तर: चित्रित ग्रन्थ
व्याख्या: ‘सुपासनाह चरित्र’ एक महत्वपूर्ण चित्रित ग्रंथ है, जिसमें जैन धर्म से संबंधित कथाओं और सिद्धांतों को चित्रों के माध्यम से वर्णित किया गया है। यह ग्रंथ जैन कला और साहित्य की एक उत्कृष्ट कृति माना जाता है।

प्रश्न 243: योगासन, बसलोचित्रण व कामशास्त्र पर चित्र किस शैल में बनाए गए –

A) जयपुर शैली
B) नागौर शैली
C) बीकानेरी शैली
D) अलवर शैली
उत्तर: अलवर शैली
व्याख्या: अलवर चित्रकला शैली की एक विशेषता यह है कि इसमें योगासन, बसलोचित्रण (महिलाओं के सौंदर्य का चित्रण) और कामशास्त्र जैसे विषयों पर चित्र बनाए गए हैं। इन चित्रों में मानव शरीर के विभिन्न आसनों और मुद्राओं का सटीक चित्रण किया गया है।

प्रश्न 244: ‘उनियारा शैली’ किस शैली(स्कूल) की उपशैली है –

A) हाड़ौती स्कूल
B) मारवाड़ स्कूल
C) ढूंढाड़ स्कूल
D) मेवाड़ स्कूल
उत्तर: ढूंढाड़ स्कूल
व्याख्या: उनियारा शैली, ढूंढाड़ चित्रकला स्कूल की एक प्रमुख उपशैली है। ढूंढाड़ स्कूल में आमेर, जयपुर और उनियारा जैसी शैलियाँ शामिल हैं, जिनमें अपनी-अपनी विशिष्ट विशेषताएँ हैं। उनियारा शैली के चित्रों में जीवंत रंगों और कलात्मक अभिव्यक्ति का प्रयोग किया गया है।

प्रश्न 245: चांदनी रात की संगोष्ठी किस चित्रकला शैली का चित्र है –

A) आमेर शैली
B) किशनगढ़ शैली
C) देवगढ़ शैली
D) बूंदी शैली
उत्तर: किशनगढ़ शैली
व्याख्या: ‘चांदनी रात की संगोष्ठी’ किशनगढ़ चित्रकला शैली का एक प्रसिद्ध चित्र है। इस शैली के चित्रों में प्रेम, भक्ति और सौंदर्य के विषयों को मुख्य रूप से दर्शाया गया है, और ‘चांदनी रात की संगोष्ठी’ इन विषयों का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

प्रश्न 246: राजस्थानी चित्रकला का पहला वैज्ञानिक विभाजन किसने किया –

A) कमल चन्द
B) आनन्द कुमार स्वामी
C) महारावल रामसिंह
D) साहिबदीन
उत्तर: आनन्द कुमार स्वामी
व्याख्या: राजस्थानी चित्रकला का पहला वैज्ञानिक वर्गीकरण प्रसिद्ध कला इतिहासकार आनंद कुमार स्वामी ने किया था। उन्होंने राजस्थानी चित्रकला की विभिन्न शैलियों का अध्ययन किया और उन्हें वैज्ञानिक आधार पर वर्गीकृत किया, जिससे इस कला को समझने में आसानी हुई।

प्रश्न 247: उदयपुर के किस शासक ने ‘चितरों की ओवेरी’ नामक विद्यालय स्थापित किया था –

A) राजसिंह
B) अमरसिंह
C) करणसिंह
D) जगतसिंह प्रथम
उत्तर: जगतसिंह प्रथम
व्याख्या: उदयपुर के शासक जगत सिंह प्रथम (1628-1652) ने ‘चित्रों की ओवेरी’ नामक एक विद्यालय की स्थापना की थी। यह विद्यालय चित्रकला की शिक्षा और अभ्यास के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र था, जहाँ कई प्रतिभाशाली चित्रकारों को प्रशिक्षित किया गया।

प्रश्न 248: अजन्ता की चित्रकारी में क्या निरूपित किया गया है –

A) रामायण
B) महाभारत
C) जातक कथाएं
D) कामशास्त्र
उत्तर: जातक कथाएं
व्याख्या: अजंता की गुफाओं में बनी चित्रकारियों में मुख्य रूप से जातक कथाओं को दर्शाया गया है। जातक कथाएं बौद्ध धर्म से संबंधित कथाएँ हैं, जिनमें भगवान बुद्ध के पूर्व जन्मों के किस्से बताए गए हैं। ये चित्र भारतीय चित्रकला की एक उत्कृष्ट उपलब्धि मानी जाती हैं।

प्रश्न 249: सुमेलित कीजिए –

सूची -1सूची -2
अ. भैंसों का चितेरा1. परमानन्द चोयल
ब. भीलों का चितेरा2. सौभाग्यमल गहलोत
स. नीड़ का चितेरा3. गोवर्द्धन लाल बाबा
द. नागरीदास4. सावन्त सिंह
A) 1, 2, 3, 4
B) 1, 3, 2, 4
C) 2, 3, 1, 4
D) 3, ,2 ,1, 4
उत्तर: 1, 3, 2, 4
व्याख्या: इस सुमेलन में विभिन्न चित्रकारों को उनकी विशेषताओं के साथ जोड़ा गया है। परमानंद चोयल को ‘भैंसों का चितेरा’ कहा जाता है क्योंकि उन्होंने भैंसों के चित्र बनाने में महारत हासिल की थी। गोवर्द्धन लाल बाबा ‘भीलों का चितेरा’ थे, जबकि सौभाग्यमल गहलोत ‘नीड़ का चितेरा’ के रूप में जाने जाते थे। नागरीदास का संबंध सावंत सिंह से था, जो किशनगढ़ के शासक थे।

प्रश्न 250: भित्ति चित्रण की आरायश पद्धति भारत में कहां से आई –

A) ईरान
B) चीन
C) इटली
D) मिश्र
उत्तर: इटली
व्याख्या: भित्ति चित्रण की ‘आरायश’ पद्धति का उद्भव इटली में हुआ था। यह एक विशेष तकनीक है, जिसके द्वारा भित्ति चित्रों को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इस पद्धति में गीले चूने की परत पर चित्र बनाए जाते हैं, जिससे वे जल्दी खराब नहीं होते।

प्रश्न 251: निम्न में से वह चित्रकला शेली जिसमें हिन्दु पोराणिक चित्र बने तथा कलाकार अपने चित्रों पर तिथि व नाम लिखता था –

A) जोधपुर
B) बीकानेर
C) मेवाड़
D) बूंदी
उत्तर: बीकानेर
व्याख्या: बीकानेर चित्रकला शैली की एक विशेषता यह है कि इसमें हिंदू पौराणिक चित्र बनाए गए और कलाकार अपने चित्रों पर तिथि और अपना नाम भी लिखते थे। इससे इन चित्रों को कालानुक्रमिक रूप से व्यवस्थित करने में आसानी होती है और इनके निर्माण काल का पता चलता है।

प्रश्न 252: चावण्ड शैली के प्रसिद्ध चितेरे नसीरूद्दीन ने ‘रागमाला’ का चित्रण किस शासक के संरक्षण में किया –

A) महाराणा प्रताप
B) करण सिंह
C) अमरसिंह प्रथम
D) राजसिंह प्रथम
उत्तर: अमरसिंह प्रथम
व्याख्या: चावंड शैली के प्रसिद्ध चित्रकार नसीरुद्दीन ने ‘रागमाला’ का चित्रण मेवाड़ के शासक अमरसिंह प्रथम (1597-1620) के संरक्षण में किया था। इस काल में मेवाड़ शैली ने एक नई दिशा में विकास किया और कई उत्कृष्ट चित्र बनाए गए।

प्रश्न 253: मारवाड़ शैली में निर्मित ‘रागमाला चित्रावली’ 1623 ई. का चित्रांकन किसने किया –

A) पुण्डरीक
B) मीर बक्श
C) वीर जी
D) साहिब राम
उत्तर: वीर जी
व्याख्या: सन् 1623 ई. में मारवाड़ शैली में निर्मित ‘रागमाला चित्रावली’ का चित्रांकन प्रसिद्ध चित्रकार वीर जी ने किया था। यह चित्रावली भारतीय शास्त्रीय संगीत के रागों का चित्रण है, जिसमें प्रत्येक राग को एक विशिष्ट भाव और समय के साथ दर्शाया गया है।

प्रश्न 254: राजस्थान में भित्ति चित्रों को चिरकाल तक जीवित रखने के लिए एक आलेखन विधि/पद्धति है, जिसे कहते है –

A) फड़
B) सांझी चित्रण
C) मांडना
D) आरायश
उत्तर: आरायश
व्याख्या: राजस्थान में भित्ति चित्रों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए ‘आरायश’ नामक एक विशेष आलेखन विधि का प्रयोग किया जाता है। इस विधि में गीले चूने की परत पर चित्र बनाए जाते हैं, जिससे वे जल्दी खराब नहीं होते और लंबे समय तक अपनी चमक बनाए रखते हैं।

प्रश्न 255: किस चित्रशैली में नारियों को भी शिकार करते हुए दिखाया गया है –

A) बूंदी
B) कोटा
C) मेवाड़
D) जयपुर
उत्तर: कोटा
व्याख्या: कोटा चित्रकला शैली की एक विशेषता यह है कि इसमें नारियों को भी शिकार करते हुए दिखाया गया है। यह राजस्थान की एकमात्र ऐसी चित्रकला शैली है, जिसमें महिलाओं को शिकार की गतिविधियों में संलग्न दर्शाया गया है। इस शैली के चित्रों में शिकार के दृश्यों का विस्तृत चित्रण किया गया है।

प्रश्न 256: बीकानेर शैली का प्रारम्भिक चित्र ‘भागवत पुराण’ किस शासक के समय चित्रित हुआ था –

A) महाराजा अनूप सिंह
B) महाराजा रायसिंह
C) महाराजा बीका
D) महाराजा कल्याण सिंह
उत्तर: महाराजा रायसिंह
व्याख्या: बीकानेर चित्रकला शैली का प्रारंभिक चित्र ‘भागवत पुराण’ महाराजा रायसिंह (1571-1612) के शासनकाल में चित्रित हुआ था। यह चित्र बीकानेर शैली के विकास का एक महत्वपूर्ण चरण माना जाता है, जिसमें भागवत पुराण की कथाओं को सुंदर चित्रों में उकेरा गया है।

प्रश्न 257: मथैरण व उस्ता कलाकारों ने किस शैली को पोषित किया –

A) जैसलमेर
B) बीकानेर
C) जोधपुर
D) उनियारा
उत्तर: बीकानेर
व्याख्या: मथैरण और उस्ता कलाकारों ने बीकानेर चित्रकला शैली को पोषित और विकसित किया। मथैरण कलाकार जैन समुदाय से संबंधित थे और उन्होंने भित्ति चित्र बनाने में महारत हासिल की थी, जबकि उस्ता कलाकार ऊँट के चमड़े पर सोने का काम करने में निपुण थे। इन दोनों समुदायों ने बीकानेर शैली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

प्रश्न 258: डा. श्रीधर अंधारे को किस शैली को प्रकाश में लाने का श्रेय दिया जाता है –

A) मेवाड़
B) चावण्ड
C) नाथद्वारा
D) देवगढ़
उत्तर: देवगढ़
व्याख्या: डॉ. श्रीधर अंधारे को देवगढ़ चित्रकला शैली को प्रकाश में लाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने इस शैली के चित्रों का गहन अध्ययन किया और इसे विश्व स्तर पर पहचान दिलाई। देवगढ़ शैली के चित्रों में विशेष रूप से ‘वेसरी’ नामक आभूषण का चित्रण किया गया है।

प्रश्न 259: ‘वेसरि’ किस शैली का प्रमुख आभूषण है –

A) अजमेर
B) देवगढ़
C) अलवर
D) किशनगढ़
उत्तर: किशनगढ़
व्याख्या: ‘वेसरी’ किशनगढ़ चित्रकला शैली का एक प्रमुख आभूषण है। इस शैली के चित्रों में महिलाओं को ‘वेसरी’ नामक विशेष आभूषण पहने हुए दर्शाया गया है, जो इस शैली की एक विशिष्ट पहचान है। यह आभूषण महिलाओं के सौंदर्य को और भी बढ़ाता है।

प्रश्न 260: भित्ति चित्रण की दृष्टि से कहां की हवेलियां प्रसिद्ध है –

A) शेखावटी
B) जैसलमेर
C) अलवर
D) अजमेर
उत्तर: शेखावटी
व्याख्या: भित्ति चित्रण की दृष्टि से शेखावाटी की हवेलियाँ विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। इन हवेलियों की दीवारों पर बने भित्ति चित्र राजस्थान की कलात्मक विरासत के अमूल्य नमूने हैं। इन चित्रों में राजसी जीवन, पौराणिक कथाओं और दैनिक जीवन के दृश्यों को दर्शाया गया है।

प्रश्न 261: प्रसिद्ध चित्र ‘ढोला मारू’ की शैली है –

A) किशनगढ़
B) जैसलमेर
C) जोधपुर
D) अजमेर
उत्तर: जोधपुर
व्याख्या: प्रसिद्ध चित्र ‘ढोला मारू’ जोधपुर चित्रकला शैली से संबंधित है। यह चित्र राजस्थान की प्रसिद्ध लोक कथा ‘ढोला-मारू’ की प्रेम कहानी पर आधारित है, जिसमें ढोला और मारू के प्रेम और बलिदान का वर्णन है। जोधपुर शैली के चित्रकारों ने इस कथा को जीवंत रंगों और भावपूर्ण अभिव्यक्ति के साथ चित्रित किया है।

प्रश्न 262: पक्षियों को महत्व देने वाली चित्रशैली है –

A) बूंदी शैली
B) जयपुर शैली
C) चावण्ड शैली
D) देवगढ़ शैली
उत्तर: बूंदी शैली
व्याख्या: बूंदी चित्रकला शैली विशेष रूप से पक्षियों को महत्व देने के लिए जानी जाती है। इस शैली के चित्रों में विभिन्न प्रकार के पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास में दर्शाया गया है। बूंदी के चित्रकारों ने पक्षियों के सुंदर और यथार्थवादी चित्रण के माध्यम से इस शैली को एक विशिष्ट पहचान दी।

प्रश्न 263: किशनगढ़ शैली का प्रसिद्ध चित्रकार था –

A) नंदलाल
B) जमनादास
C) नागरीदास
D) हसन
उत्तर: नागरीदास
व्याख्या: नागरीदास किशनगढ़ चित्रकला शैली के एक प्रसिद्ध चित्रकार थे। वे किशनगढ़ के शासक सावंत सिंह के दरबारी चित्रकार थे और उन्होंने इस शैली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके चित्रों में विशेष रूप से कृष्ण-लीला के दृश्यों को दर्शाया गया है।

प्रश्न 264: जयपुर राज्य के कारखाने का नाम जहां कलाकार चित्र और लघु चित्र बनाते थे –

A) जवाहरखाना
B) जेवरखाना
C) सूरतखाना
D) ताजखाना
उत्तर: सूरतखाना
व्याख्या: जयपुर राज्य में ‘सूरतखाना’ नामक एक कारखाना था, जहाँ कलाकार चित्र और लघु चित्र बनाते थे। महाराजा सवाई जयसिंह के शासनकाल में दिल्ली और अन्य राज्यों से प्रतिभाशाली चित्रकारों को जयपुर बुलाया गया और उन्हें ‘सूरतखाना’ में काम करने का अवसर दिया गया।

प्रश्न 265: ‘पिछवाई’ कलाकृतियों में बने चित्र उदृत किए गये हैं –

A) राजपूतों के जीवन पर
B) नारी सौंदर्य
C) रामायण पर
D) भगवान कृष्णा के जीवन पर
उत्तर: भगवान कृष्णा के जीवन पर
व्याख्या: ‘पिछवाई’ कलाकृतियों में मुख्य रूप से भगवान कृष्ण के जीवन से संबंधित चित्र बनाए गए हैं। पिछवाई एक विशेष प्रकार के विशाल कपड़े पर बनाए जाने वाले चित्र होते हैं, जिन्हें नाथद्वारा के मंदिरों में श्रीनाथजी की प्रतिमा के पीछे लगाया जाता है। इन चित्रों में कृष्ण की रासलीला और उनकी विभिन्न लीलाओं का चित्रण किया जाता है।

प्रश्न 266: बीकानेर के मथेरण समुदाय के संबंध में दिए गए, निम्न तथ्यों पर विचार किजिए –
1. बीकानेर चित्र शैली के विकास में इनका प्रचुर योगदान है।
2. महाराजा अनूप सिंह के काल में मथेरण समुदाय को संरक्षण मिला।
3. मथेरण विशेषकरण शासकों के व्यक्तिगत चित्र उकेरने के लिए जाने जाते हैं।
4. मथेरण, जो अपने आप को महात्मा भी कहते हैं, एक जैन समुदाय है।
उपर्युक्त में से कौन से कथन सही हैं –

A) केवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 4
D) ये सभी
उत्तर: ये सभी
व्याख्या: बीकानेर के मथेरण समुदाय से संबंधित सभी कथन सही हैं। मथेरण समुदाय ने बीकानेर चित्र शैली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और महाराजा अनूप सिंह के शासनकाल में इन्हें संरक्षण प्राप्त हुआ। ये कलाकार शासकों के व्यक्तिगत चित्र बनाने में निपुण थे और ये एक जैन समुदाय हैं, जो अपने आप को महात्मा भी कहते हैं। मथेरण कला को ‘आलागीला’ भी कहा जाता है।

प्रश्न 267: राजस्थानी चित्र शैली विशुद्ध रूप से भारतीय है ऐसा किसने कहा है –

A) लारेन्स विल्लियम
B) जार्ज थामसन
C) पेट्रिक लारेन्स
D) साड्रिक खां
उत्तर: लारेन्स विल्लियम
व्याख्या: प्रसिद्ध कला इतिहासकार लारेंस विलियम ने कहा था कि राजस्थानी चित्रकला शैली विशुद्ध रूप से भारतीय है। उनका मानना था कि इस शैली में भारतीय संस्कृति और परंपराओं का वास्तविक चित्रण है, और इस पर किसी विदेशी शैली का प्रभाव नहीं है।

प्रश्न 268: जमनादास, छोटेलाल, बक्साराम व नंदलाल चित्रकला की किस शैली से संबद्ध है –

A) मारवाड़
B) मेवाड़
C) अलवर
D) कोटा
उत्तर: अलवर
व्याख्या: जमनादास, छोटेलाल, बक्साराम और नंदलाल अलवर चित्रकला शैली के प्रमुख चित्रकार थे। इन कलाकारों ने अलवर शैली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इस शैली को एक नई पहचान दी। इनके चित्रों में योगासन, बसलोचित्रण और कामशास्त्र जैसे विषयों का चित्रण किया गया है।

प्रश्न 269: आदमकद चित्र किस चित्रकला शैली की मुख्य विशेषता रहे –

A) जोधपुर
B) जयपुर
C) किशनगढ़
D) कोटा
उत्तर: जयपुर
व्याख्या: आदमकद चित्र जयपुर चित्रकला शैली की एक प्रमुख विशेषता थे। इन चित्रों में मानव शरीर के अनुपात को विशेष रूप से ध्यान में रखकर चित्रित किया गया, जिससे ये चित्र यथार्थवादी और जीवंत लगते थे। जयपुर शैली के चित्रकारों ने इन चित्रों को बनाने में महारत हासिल की थी।

प्रश्न 270: ‘मूमल’ किस चित्रकला शैली का प्रमुख चित्र है –

A) जयपुर
B) बीकानेर
C) जैसलमेर
D) नागौर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: ‘मूमल’ जैसलमेर चित्रकला शैली का एक प्रमुख चित्र है। जैसलमेर चित्रकला पर किसी अन्य शैली का प्रभाव नहीं है, और यह अपनी मौलिकता के लिए जानी जाती है। ‘मूमल’ चित्र को ‘मांड की मोनालिसा’ भी कहा जाता है। इस शैली का प्रारंभिक विकास हरराय भाटी के शासनकाल में हुआ था, और इसका स्वर्णकाल अखैराज भाटी के काल माना जाता है।

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