20वीं शताब्दी में राजस्थान में राजनीतिक जागरण सामंती शोषण, ब्रिटिश औपनिवेशिक नीतियों, और सामाजिक-आर्थिक अन्याय के खिलाफ एक जन-आंदोलन के रूप में उभरा। इस जागरण में राजनीतिक संस्थाओं और समाचार-पत्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संस्थाओं ने जनता को संगठित कर स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक सुधारों को दिशा दी, जबकि समाचार-पत्रों ने जन-जागृति, आंदोलनों का प्रचार, और रियासतों के अत्याचारों को उजागर किया। नीचे इनका विस्तृत विवरण है।
Table of Contents
राजस्थान में राजनीतिक जागरण
a. राजनीतिक संस्थाएँ
राजस्थान में विभिन्न राजनीतिक संस्थाओं ने जनता को संगठित कर सामंती और औपनिवेशिक शासन के खिलाफ आंदोलन चलाए। ये संस्थाएँ किसान, जनजाति, और सामान्य जनता के अधिकारों के लिए लड़ीं, साथ ही राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया।
संस्था | स्थापना | स्थान | संस्थापक | विशेषताएँ |
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बाल भारत सभा | 1920 | जयपुर | सागरमल गोपा | युवाओं में राजनीतिक चेतना, स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी। |
ऊपरमाला पंच बोर्ड | 1915 | बिजोलिया | विजय सिंह पथिक | बिजोलिया किसान आंदोलन, लाग-बाग और बेगार विरोध, धाकड़ किसानों का संगठन। |
सिविल लिबर्टी यूनियन | 1936 | जोधपुर | – | नागरिक स्वतंत्रता, मानवाधिकार संरक्षण। |
विद्या प्रचारिणी सभा | 1911 | अजमेर | हरिभाई किंकर | शिक्षा प्रसार, सामाजिक-राजनीतिक जागृति, बिजोलिया आंदोलन समर्थन। |
वीर भारत सभा | 1910 | अजमेर | गोपाल सिंह खरवा | राष्ट्रीय स्वतंत्रता, क्रांतिकारी गतिविधियाँ। |
आजाद मोर्चा | 1942 | जयपुर | बाबा हरिश्चंद्र | स्वतंत्रता संग्राम, जन-आंदोलनों का समन्वय। |
श्री ब्रज नृजा प्रतिनिधि | 1942 | भरतपुर | महाराजा बृजेन्द्र सिंह | भरतपुर में जन-प्रतिनिधित्व, सुधारवादी नीतियाँ। |
जागीर माफी प्रजा परिषद | 1941 | अलवर | कुंज बिहारी लाल | जागीरी शोषण विरोध, किसान अधिकार। |
भरतपुर प्रजा परिषद | 1939 | भरतपुर | जुगल किशोर चतुर्वेदी | लोकतांत्रिक सुधार, किसान-मजदूर हित। |
मारवाड़ लोक परिषद | 1938 | जोधपुर | जयनारायण व्यास | लोकतंत्र, सामंती अत्याचार विरोध, डाबड़ा कांड (1947)। |
नागरी प्रचारिणी सभा | 1934 | धौलपुर | ज्वाला प्रसाद जिज्ञासु | सामाजिक-राजनीतिक जागृति, नागरिक अधिकार। |
मीणा क्षेत्रीय सभा | 1933 | – | बंशीधर शर्मा | मीणा जनजाति सुधार, जरायम पेशा कानून विरोध। |
राजस्थान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन | 1931 | अजमेर | ज्वाला प्रसाद शर्मा | समाजवादी विचार, स्वतंत्रता संग्राम। |
मारवाड़ यूथ लीग | 1931 | मारवाड़ | जयनारायण व्यास | युवा संगठन, राजनीतिक चेतना। |
मारवाड़ राज्य लोक परिषद | 1929 | जोधपुर | आनन्दराज सुराणा | लोकतांत्रिक सुधार, जन-आंदोलन। |
भरतपुर राज्य प्रजा संघ | 1928 | भरतपुर | ठाकुर देशराज | किसान-मजदूर हित, जाट संगठन। |
राजपूताना देशी संघ | 1928 | अजमेर | विजय सिंह पथिक | स्वदेशी, स्वतंत्रता संग्राम। |
अखिल भारतीय देशी | 1927 | बम्बई | बहादुर रामचन्द्र राव | राष्ट्रीय स्तर पर स्वदेशी, स्वतंत्रता। |
हाड़ौती सेवा संघ | 1925 | बूँदी | पं. नयनूराम शर्मा | बूँदी किसान आंदोलन, सामंती शोषण विरोध। |
अमर सेवा संघ | 1922 | चिड़ावा | मास्टर प्यारेलाल गुप्ता | शेखावाटी किसान आंदोलन, जाट संगठन। |
मारवाड़ हितकारिणी सभा | 1921 | जोधपुर | जयनारायण व्यास | सामाजिक-राजनीतिक सुधार, मारवाड़ में जागृति। |
जमींदार बोर्ड | 1921 | गंगानगर | गंगा सिंह | गंग नहर क्षेत्र में किसान हित, लगान सुधार। |
नरेन्द्र मण्डल | 1921 | दिल्ली | लॉर्ड रीडींग | रियासतों का परामर्श मंच, सीमित सुधार। |
सद्विद्या प्रचारिणी सभा | 1920 | बीकानेर | – | शिक्षा प्रसार, सामाजिक जागृति। |
मारवाड़ सेवा संघ | 1921 | जोधपुर | चांदमल सुराणा | सामंती शोषण विरोध, जन-जागृति। |
राजस्थान सेवा संघ | 1919 | वर्धा (1920 में अजमेर) | विजय सिंह पथिक | बिजोलिया, बेंगू, बूँदी आंदोलन, समाचार-पत्र प्रकाशन। |
राजपूताना मध्य भारत सभा | 1918 | दिल्ली | जमनालाल बजाज | स्वतंत्रता संग्राम, रियासतों में जागृति। |
सर्वहितकारिणी सभा | 1907 | चूरू | कन्हैया लाल ढूंढ | सामाजिक सुधार, जन-जागृति। |
अभिनव भारत समिति | 1907 | जयपुर | अर्जुनलाल सेठी | क्रांतिकारी गतिविधियाँ, स्वतंत्रता संग्राम। |
जैन शिक्षा प्रचारक | 1905 | जयपुर | अर्जुनलाल सेठी | जैन समुदाय में शिक्षा, सामाजिक सुधार। |
प्रमुख योगदान
- किसान और जनजाति आंदोलन: ऊपरमाला पंच बोर्ड, हाड़ौती सेवा संघ, मीणा क्षेत्रीय सभा, और अमर सेवा संघ ने बिजोलिया, बूँदी, और शेखावाटी में किसानों और जनजातियों को संगठित किया।
- लोकतांत्रिक सुधार: मारवाड़ लोक परिषद, भरतपुर प्रजा परिषद, और राजस्थान सेवा संघ ने उत्तरदायी शासन की माँग की।
- युवा और शिक्षा: बाल भारत सभा, विद्या प्रचारिणी सभा, और मारवाड़ यूथ लीग ने युवाओं और शिक्षा के माध्यम से जागृति फैलाई।
- क्रांतिकारी गतिविधियाँ: वीर भारत सभा और अभिनव भारत समिति ने सशस्त्र क्रांति को प्रेरित किया।
- राष्ट्रीय स्वतंत्रता: राजपूताना मध्य भारत सभा और अखिल भारतीय देशी ने राष्ट्रीय स्तर पर योगदान दिया।
b. समाचार-पत्रों का योगदान
राजस्थान में समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं ने राजनीतिक जागरण, जन-आंदोलनों, और सामाजिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1920 के बाद ये स्वतंत्रता और जन-चेतना के प्रतीक बने। प्रकाशन में कठिनाइयों (प्रतिबंध, सजा) के बावजूद संपादकों ने जनता को रियासतों और ब्रिटिश अत्याचारों से अवगत कराया।
पृष्ठभूमि
- प्रथम समाचार-पत्र: मजहरुल सरूर (1849, भरतपुर, हिंदी-उर्दू)।
- उद्देश्य: सामाजिक, धार्मिक, और राजनीतिक जागृति।
- प्रतिबंध: संपादकों को सरकारी दबाव, सजा, और निषेधाज्ञा का सामना करना पड़ा।
- प्रभाव: बिजोलिया, नीमूचाणा, और शेखावाटी आंदोलनों को राष्ट्रीय स्तर पर पहुँचाया।
प्रमुख समाचार-पत्र और पत्रिकाएँ
समाचार-पत्र/पत्रिका | स्थापना | स्थान | संस्थापक/संपादक | विशेषताएँ |
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मजहरुल सरूर | 1849 | भरतपुर | भरतपुर शासक | राजपूताना का प्रथम समाचार-पत्र, हिंदी-उर्दू। |
राजपूताना अखबार (रोज तुल तालीम) | 1856 | जयपुर | कन्हैयालाल | हिंदी-उर्दू, जयपुर में प्रारंभ। |
जगलाभ चिंतक | 1861 | अजमेर | – | हिंदी, सामाजिक जागृति। |
जगहित कारक | 1863 | अजमेर | – | हिंदी, जन-हित। |
जोधपुर गवर्नमेंट गजट | 1864 | जोधपुर | जोधपुर दरबार | हिंदी-उर्दू, साप्ताहिक, सरकारी। |
उदयपुर गजट | 1869 | उदयपुर | – | हिंदी, मेवाड़ समाचार। |
सज्जन कीर्ति सुधाकर | 1876 | उदयपुर | महाराणा सज्जन सिंह | मेवाड़ का सरकारी साप्ताहिक, सज्जन प्रिंटिंग प्रेस। |
जयपुर गजट | 1878 | जयपुर | – | सरकारी समाचार। |
हरिश्चन्द्र चंद्रिका/मोहनचंद्र चंद्रिका | 1881 | नाथद्वारा | मोहन लाल विष्णुलाल पण्ड्या | भारतेंदू हरिश्चन्द्र प्रेरित, विद्यार्थी सम्मिलित। |
राजपूताना गजट | 1882 | अजमेर | मौलवी मुराद अली | सामाजिक-राजनीतिक समाचार। |
देश हितैषी | 1882 | अजमेर | मुंशी मुन्नालाल शर्मा | जन-हित। |
राजपूताना हेराल्ड | 1885 | अजमेर | हनुमान सिंह | अंग्रेजी, बंदोबस्त घोटाले की आलोचना, लोक चेतना। |
राजस्थान टाइम्स/पत्रिका | 1885 | अजमेर | बक्शी लक्ष्मण दास | अंग्रेजी (टाइम्स), हिंदी (पत्रिका), वासुदेव शर्मा। |
राजस्थान समाचार | 1889 | अजमेर | समर्थनदास चारण | सामाजिक-राजनीतिक जागृति। |
सर्वहित | 1890 | बूँदी | रामप्रताप शर्मा | प्रथम हिंदी दैनिक, मुद्रण संख्या प्रकाशन। |
परोपकारी | 1901 | अजमेर | परोपकारिणी सभा | आर्य समाज, मासिक। |
अनाथ रक्षक | 1902 | अजमेर | मांगीलाल कवि किंकर | श्रीमद् दयानंद अनाथालय, मासिक। |
भारत सर्वस्व | 1905 | अजमेर | माधव प्रसाद शास्त्री | मासिक, स्वतंत्रता प्रचार। |
ज्ञानोदय/मारवाड़ी बन्धु | 1905 | कलकत्ता | झाबरमल शर्मा | सामाजिक-राजनीतिक जागृति। |
भार्गव पत्रिका | – | अजमेर | गौरी शंकर भार्गव | सामाजिक सुधार। |
प्रताप | 1910 | कानपुर | गणेश शंकर विद्यार्थी | बिजोलिया आंदोलन को राष्ट्रीय मंच, विजय सिंह पथिक को राखी। |
भरतपुर गजट | 1911 | भरतपुर | – | स्थानीय समाचार। |
श्री वैष्णव | 1916 | अजमेर | – | रामानुज संप्रदाय, मासिक। |
राजस्थान केसरी | 1919 | वर्धा | विजय सिंह पथिक | राजस्थान सेवा संघ, जमनालाल बजाज, रामनारायण चौधारी, बिजोलिया- |
नवीन राजस्थान | 1922 | अजमेर | विजय सिंह पथिक, राजस्थान सेवा संघ | बयूँ, बूँदी आंदोलन, रामनारायण चौधारी, किशोर सिंह वर्मा। |
राजस्थान | 1923 | ब्यावर | ऋषिदत्त मेहता | हाड़ौती में जागृति, जन-आंदोलन सामग्री, निषेधाज्ञा शिकार। |
तरुण राजस्थान | 1923 | ब्यावर | जयनारायण व्यास | राजस्थान सेवा संघ, रामनारायण चौधारी, शेखावाटी-बेंगू आंदोलन। |
आर्य मार्तण्ड | 1923 | – | रामसहाय शर्मा | आर्य समाज, विधवा विवाह जागृति। |
हिंदू समाचार | 1925 | दिल्ली | झाबरमल शर्मा | राष्ट्रीय समाचार। |
त्याग भूमि | 1927 | अजमेर | हरिभाऊ उपाध्याय | महिला शिक्षा, सामाजिक सुधार। |
यंग राजस्थान | 1929 | – | रामनारायण चौधरी, शोभालाल गुप्त | अंग्रेजी साप्ताहिक। |
सर्वोदय वाहक | 1930 | बांसवाड़ा | चिमनलाल मालोत | सामाजिक सुधार। |
आगी बाण | 1932 | ब्यावर | जयनारायण व्यास | राजस्थानी, प्रथम राजनीतिक, मारवाड़ जागृति, पाक्षिक। |
प्रभात | 1932 | – | ललित नारायण, सिद्धराज ढ़ड्ढ़ा, सत्यदेव विद्यालंकर | जन-जागृति। |
दीपक | 1935 | अबोहर | स्वामी केशवानन्द | सामाजिक-राजनीतिक। |
दैनिक नवज्योति | 1936 | अजमेर | रामनारायण चौधारी, दुर्गादास चौधरी | स्वतंत्रता, जन-आंदोलन। |
संग्राम | 1939 | बम्बई | भूपेन्द्र त्रिवेदी | क्रांतिकारी विचार। |
नवजीवन | 1939 | अजमेर | नारायण सिंह, कनक मधुकर | साप्ताहिक, जन-हित। |
जय भूमि | 1940 | जयपुर | गुलाब चंद काला | जयपुर में जागृति। |
राजस्थान टाइम्स | 1941 | जयपुर | वासुदेव शर्मा | स्थानीय समाचार। |
जयपुर समाचार | 1942 | जयपुर | श्यामलाल शर्मा | जयपुर में जन-चेतना। |
स्वराज्य | 1942 | दौसा | रामकरण जोशी | स्वतंत्रता प्रचार। |
लोकवाणी | 1943 | जयपुर | देवी शंकर तिवारी | जमनालाल बजाज स्मृति, जन-जागृति। |
दैनिक रियासती | 1945 | जोधपुर | सुमनेश जोशी | जोधपुर-पाक योजना खुलासा। |
आज का बीकानेर | 1945 | कलकत्ता | रघुवर दयाल गोयल | बीकानेर समाचार। |
सेनानी | 1950 | – | शंभू दयाल सक्सेना | स्वतंत्रता के बाद। |
राष्ट्रदूत | 1951 | – | सुमनेश जोशी | राष्ट्रीय समाचार। |
प्रेरणा/ज्ञानोदय/ज्वाला | 1950-55 | जोधपुर, कलकत्ता, जयपुर | कोमल कोठारी | सामाजिक-राजनीतिक। |
राजस्थान पत्रिका | 1956 | जयपुर | कर्पूरचंद कुलिश | आधुनिक पत्रकारिता। |
अखण्ड भारत | – | बम्बई | जयनारायण व्यास | मारवाड़ प्रजामंडल, प्रजा परिषद। |
पीप | – | दिल्ली | जयनारायण व्यास | अंग्रेजी, मारवाड़ जागृति। |
पोपा बाई की पोल | – | जयनारायण व्यास | मारवाड़ कुशासन का व्यंग्य। | |
रियासत | – | दिल्ली | – | नीमूचाणा हत्याकांड, जलियांवाला बाग तुलना। |
प्रजा सेवक | – | जोधपुर | अचलेश्वर प्रसाद शर्मा | साप्ताहिक, जन-हित। |
प्रमुख पुस्तकें/पत्रिकाएँ
पुस्तक/पत्रिका | लेखक | विशेषताएँ |
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मेवाड़ का वर्तमान शासन | माणिक्यलाल वर्मा | मेवाड़ शासन की आलोचना। |
जैसलमेर में गुण्डाराज | सागरमल गोपा | जैसलमेर अत्याचार। |
रघुनाथ सिंह का मुकदमा | सागरमल गोपा | सामंती शोषण। |
डंका पत्रिका | विजय सिंह पथिक, साधु सीताराम दास | बिजोलिया आंदोलन। |
मारवाड़ में उत्तरदायित्व शासन-आंदोलन क्यों | जयनारायण व्यास | मारवाड़ लोकतंत्र माँग। |
संघर्ष क्यों? | रणछोड़दास गट्टानी | स्वतंत्रता संग्राम। |
जो जिये देश के लिए | शंकर सहाय शर्मा | देशभक्ति। |
प्रमुख गीत – क्रांतिकारियों के गीत | जयनारायण व्यास | क्रांतिकारी प्रेरणा। |
डंके री चोट, देशी औ राज | माणिक्यलाल वर्मा | जन-जागृति। |
पंछीड़ा गीत, अर्जी जीत | माणिक्यलाल वर्मा | बिजोलिया, नानक भील स्मृति। |
प्रलय प्रतिक्षा नमो: नम, सपनो आयो | हीरालाल शास्त्री | स्वतंत्रता प्रेरणा। |
खूनियां रो राज | अर्जुनलाल सेठी | क्रांतिकारी विचार। |
भानियां रा दूहा, सुराजा रा सोरठे | उदयराज उज्ज्वल | लोक साहित्य। |
अहिंसा रो गीत, काला बादल गीत | भैरवलाल काला बादल | अहिंसा, जागृति। |
समाचार-पत्रों की भूमिका
- बिजोलिया किसान आंदोलन: प्रताप (गणेश शंकर विद्यार्थी) ने राष्ट्रीय मंच पर पहुँचाया, राजस्थान केसरी, नवीन राजस्थान, तरुण राजस्थान ने प्रचार किया।
- नीमूचाणा हत्याकांड: रियासत ने जलियांवाला बाग से तुलना की, तरुण राजस्थान ने सचित्र प्रकाशन।
- शेखावाटी आंदोलन: तरुण राजस्थान, डेली हेराल्ड (लंदन), हाउस ऑफ कॉमन्स में चर्चा।
- मारवाड़ जागृति: आगी बाण, अखण्ड भारत, पीप, पोपा बाई की पोल ने व्यंग्य और आलोचना।
- महिला शिक्षा: त्याग भूमि (हरिभाऊ उपाध्याय) ने प्रचार।
- आर्य समाज: आर्य मार्तण्ड ने विधवा विवाह जागृति।
- हाड़ौती: राजस्थान (ऋषिदत्त मेहता) ने जागृति।
- प्रतिबंध: नवीन राजस्थान, तरुण राजस्थान, राजस्थान पर निषेधाज्ञा, फिर भी प्रकाशन।
- वित्तीय सहायता: जमनालाल बजाज (राजस्थान केसरी, लोकवाणी)।
- रियासती साजिश: रियासत (जोधपुर) ने जोधपुर-भोपाल-पाक योजना का खुलासा।
निष्कर्ष
राजस्थान में राजनीतिक जागरण में राजस्थान सेवा संघ, मारवाड़ लोक परिषद, और ऊपरमाला पंच बोर्ड जैसी संस्थाओं ने जनता को संगठित कर आंदोलनों को दिशा दी। प्रताप, राजस्थान केसरी, नवीन राजस्थान, तरुण राजस्थान, और आगी बाण जैसे समाचार-पत्रों ने जन-आंदोलनों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुँचाया। इनके साहसिक प्रयासों ने सामंती और औपनिवेशिक शासन के खिलाफ जन-चेतना को बल दिया, जिसने स्वतंत्रता संग्राम और लोकतांत्रिक सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। क्या आप किसी विशिष्ट संस्था या समाचार-पत्र पर और जानकारी चाहेंगे?