12 जुलाई 1994 को श्रीगंगानगर से अलग करके 31वॉ जिला बनाया गया।
इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना- रावतसर शाखा- इसकी 9मुख्य शाखाओं में पहली शाखा जो बांयी तरफ से निकाली गयी है शेष दांयी तरफ से हैं।
- भद्रकाली मंदिर- बीकानेर के महाराजा रायसिंह द्वारा निर्मित।
- सर्वाधिक कपास उत्पादक जिला
- भटनेर का किला- यादव वंशज भट्टी के पूत्र भूपत ने 285 ई. में भटनेर किले का निर्मण करवाया।
- हनुमानगढ़ जिला प्राचीन यौद्धेय प्रदेश का हिस्सा था।
- उपनाम- फलों की टोकरी, भटनेर (प्राचीन नाम), सभ्यता का पालन स्थल ।
- शुभंकर- छोटा किलकिल पक्षी
- हनुमानगढ़ जिले से होकर राष्ट्रीय राजमार्ग 54, 954 तथा 62 गुजरते हैं।
- मुख्य नदी- घग्घर
- हनुमानगढ़ जिले मैं मुख्यतः: पीली भूरी मिद्टी पाई जाती है।
- हनुमानगढ़ जिले में सर्वाधिक कपास का उत्पादन होता है।
- राज्य का सबसे बड़ा गाँव फेफाना (हनुमानगढ़) है।
- 1805 में बीकानेर के राजा सूरतसिंह ने भटनेर पर आक्रमण कर जीतने के बाद इसका नाम हनुमानगढ़ रखा था।
- भटनेर का दुर्ग : भाटी राजा भूपत ने 285 ई. में इसका निर्माण करवाया था। इसका वास्तुकार ककैया था। सर्वाधिक विदेशी आक्रमण इसी दुर्ग पर हुए थे।
- सर्वाधिक देशी आक्रमण तारागढ़ दुर्ग (अजमेर) पर हुए थे।
- कालीबंगा (कालीचूड़ियाँ) : हड़पाकालीन सम्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। सर्वप्रथम इसकी खोज़ 1952-53 में अमलानंद घोष द्वारा की गई थी। इसके उत्खननकर्ता बी.बी. लाल एवं बी.के. थापर थे। कालीबंगा सभ्यता की सर्वप्रथम खोज एल.पी. तेस्सितौरी ने की थी।
- गोगामेड़ी-फिरोजशाह द्वारा निर्मित मस्जिदनुमा मंदिर। इस मंदिर को धुरमेड़ी/ गोगामेड़ी कहते हैं। गोगामेड़ी की आकृति मकबरेनुमा है। गोगामेड़ी के मुख्य द्वार पर बिस्मिल्ला लिखा हुआ है। आधुनिक गोगामेड़ी का निर्माण महाराजा गंगासिंह ने करवाया था। भाद्रपद कृष्ण नवमी को गोगाजी का मेला लगता है ।
- पीलीबंगा- पुरातात्त्विक स्थल।
- संगरिया- स्वामी केशवानंद जी स्मारक संग्रहालय स्थित है।
- घग्घर नदी – इसका उद्गम शिवालिक की पहाड़ियों (हिमाचल प्रदेश) से होता है। राजस्थान में यह टिब्बी (हनुमानगढ़) के पास से प्रवेश करती है। यह हनुमानगढ़ जिले की प्रमुख नदी है। दृषद्दती, सरस्वती, मृत नदी इसके प्रमुख उपनाम हैं। घग्घर नदी के किनारों को नाली या पाट कहते हैं ।
- बराह्मणी माता का मंदिर- पल्लू, हनुमानगढ़।
- सर छोटू्राम स्मारक संग्रहालय/ स्वामी केशवानंद स्मारक संग्रहालय- स्थापनाः स्वामी केशवानंद के द्वारा हनुमानगढ़ जिले के संगरिया स्थान पर।
- कबूतर साहेब गुरुद्वारा- निर्माणः 17 30 ई. के आसपास। गुरु गोविन्द सिंह (सिक्खों के दसवें गुरु एवं खालसा पंथ के संस्थापक) नांदेड़ जाते समय यहाँ पर ठहरे थे।
- श्री गोरखनाथ जी का मंदिर- यह गोगामेड़ी, हनुमानगढ़
- गौवंश (राठी नस्ल) का प्रजनन केन्द्र- नोहर, हनुमानगढ़ में
- हनुमानगढ़ जिला वर्तमान में खेल के सामान के लिए प्रसिद्ध है।
- तलवाड़ा झील – यह झील हनुमानगढ़ जिले में स्थित है।
- इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना- यह नहर राजस्थान में हनुमानगढ़ की टिब्बी तहसील से प्रवेश करती है। इस प्रवेश द्वार को मसीतावाली हेड कहा जाता है। इस नहर की शाखा रावतसर शाखा एवं चौधरी कूम्भाराम लिफ्ट नहर से हनुमानगढ़ में सिंचाई की जाती है।
- सिद्धमुख परियोजना- यह हनुमानगढ़ एवं चूरू की संयुक्त परियोजना है।
- चंद्रसिंह बिरकाली – ये राजस्थानी भाषा के साहित्यकार है। इसे मरुधरा का कालिदास कहा जाता है।