आज 7 जून 2025 का दिन भारत और विश्व के लिए कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा रहा। जम्मू-कश्मीर में विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के उद्घाटन से लेकर कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन की तैयारियों तक, और वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन के लिए नए पोर्टल से लेकर भारतीय नौसेना के नए युद्धपोत तक—हर खबर कुछ खास कहती है। आइए, इन सभी घटनाओं पर एक नजर डालें और जानें कि ये हमारे लिए क्यों मायने रखती हैं!
Table of Contents
7 जून 2025: भारत और विश्व की प्रमुख खबरें
चिनाब रेलवे पुल: भारत की इंजीनियरिंग का नया कीर्तिमान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून 2025 को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब रेलवे पुल का उद्घाटन किया। यह पुल न सिर्फ भारत का गौरव है, बल्कि विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल भी है। 359 मीटर की ऊंचाई पर बना यह पुल पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है और 1,315 मीटर लंबा है। इसे भूकंप और 260 किमी/घंटा की तेज हवाओं का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो इसे एक इंजीनियरिंग चमत्कार बनाता है।
- स्थान और महत्व: रियासी में बक्कल और कौरी के बीच बना यह पुल कटरा से बनिहाल तक की कनेक्टिविटी को मजबूत करता है। यह उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जिसकी लागत लगभग 44,000 करोड़ रुपये है। इस 272 किमी लंबी परियोजना में 36 सुरंगें और 943 पुल शामिल हैं, जो कश्मीर घाटी को सालभर देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का सपना पूरा करती है।
- विशेषताएं: यह पूरी तरह विद्युतीकृत खंड है, जो कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में भी रेल यात्रा को सुगम बनाता है। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने एक फोटो प्रदर्शनी का दौरा किया, जिसमें इस पुल के निर्माण की तकनीकी चुनौतियों को दर्शाया गया।
- अंजी पुल: इसी दौरान, भारत के पहले केबल-आधारित रेल पुल, अंजी पुल का भी उद्घाटन हुआ। यह 473 मीटर लंबा पुल, जो 331 मीटर ऊंचे पायलन और 96 केबलों से बना है, USBRL का हिस्सा है और कश्मीर की कनेक्टिविटी को और मजबूत करता है।
- वंदे भारत ट्रेन: पीएम ने कटरा से श्रीनगर के बीच दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई, जो यात्रा समय को 6-7 घंटों से घटाकर सिर्फ 3 घंटे कर देगी। यह कश्मीर के पर्यटन, व्यापार और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण के लिए गेम-चेंजर साबित होगा।
जी-7 शिखर सम्मेलन: पीएम मोदी जाएंगे कनाडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में कनाडा के कनानास्किस में होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने फोन पर पीएम मोदी को निमंत्रण दिया, जिसके लिए मोदी ने उनका आभार जताया। यह सम्मेलन वैश्विक आर्थिक और सामरिक मुद्दों पर चर्चा का एक बड़ा मंच है, और भारत की मौजूदगी इसे और प्रभावी बनाएगी।
UMEED पोर्टल: वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता की नई पहल
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य और संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने 6 जून को नई दिल्ली में UMEED सेंट्रल पोर्टल लॉन्च किया। इसका पूरा नाम Unified Waqf Management, Empowerment, Efficiency, and Development Act, 1995 है। यह पोर्टल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
- खासियतें:
- रियल-टाइम प्रबंधन: वक्फ संपत्तियों की जियो-टैगिंग, जीआईएस मैपिंग और ई-गवर्नेंस टूल्स के जरिए रियल-टाइम अपलोडिंग, सत्यापन और निगरानी।
- शिकायत निवारण: ऑनलाइन शिकायत प्रणाली, जिससे नागरिक अपनी समस्याएं दर्ज कर सकते हैं और उनका समाधान ट्रैक कर सकते हैं।
- उद्देश्य: वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित करना और कमजोर तबकों के कल्याण में योगदान देना।
यह पोर्टल न सिर्फ प्रशासन को सुगम बनाएगा, बल्कि वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने में भी मदद करेगा।
INS अर्नाला: भारतीय नौसेना का नया शक्तिशाली युद्धपोत
18 जून 2025 को विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में INS अर्नाला, भारत का पहला एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट, भारतीय नौसेना में शामिल होगा। इसकी अध्यक्षता चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान करेंगे।
- विशेषताएं:
- डिजाइन: 77 मीटर लंबा और 1490 टन वजनी यह युद्धपोत डीजल इंजन-वॉटरजेट संयोजन से संचालित है।
- क्षमता: पानी के नीचे निगरानी, तलाशी और बचाव अभियान, हल्के समुद्री ऑपरेशन, और पनडुब्बियों के खिलाफ युद्ध में सक्षम। इसमें उन्नत माइन बिछाने की प्रणाली भी है।
- स्वदेशी योगदान: 80% से अधिक सामग्री स्वदेशी, जो मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल को दर्शाता है।
- निर्माण: कोलकाता की गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स और एलएंडटी शिपबिल्डर्स ने इसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया।
- नाम का महत्व: इसका नाम महाराष्ट्र के वसई तट के पास 1737 में चिमाजी आप्पा द्वारा बनाए गए ऐतिहासिक अर्नाला किले के नाम पर रखा गया, जो भारत की समुद्री रक्षा परंपरा को दर्शाता है।
यह युद्धपोत 16 स्वदेशी युद्धपोतों की श्रृंखला का पहला जहाज है, जो भारत की नौसैनिक ताकत को और बढ़ाएगा।
भारतीय भाषा अनुभाग: मातृभाषा को बढ़ावा
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में भारतीय भाषा अनुभाग का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह अनुभाग प्रशासन को विदेशी भाषाओं के प्रभाव से मुक्त करने में ऐतिहासिक भूमिका निभाएगा।
- महत्व:
- मातृभाषा में सोचने, विश्लेषण करने और निर्णय लेने से क्षमता का पूरा उपयोग संभव है।
- सभी स्थानीय भाषाओं को मजबूत करके भारत अपनी गौरवशाली स्थिति हासिल कर सकता है।
यह कदम भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
हिमाचल प्रदेश: प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ अनूठी पहल
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून 2025) पर शिमला में आयोजित एक समारोह में प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने की कई पहलों की घोषणा की।
- मुख्य पहल: स्कूली बच्चों को 6 लाख स्टेनलेस स्टील की बोतलें वितरित की जाएंगी, ताकि एकल-उपयोग प्लास्टिक का उपयोग कम हो।
- थीम: इस साल विश्व पर्यावरण दिवस का विषय था—“प्लास्टिक प्रदूषण को हराना”।
- आयोजक: कार्यक्रम का आयोजन राज्य सरकार के पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद ने किया।
यह कदम पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में हिमाचल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एस. महेंद्र देव: ईएसी-पीएम के नए अध्यक्ष
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और एक्सिस बैंक के पूर्व स्वतंत्र निदेशक एस. महेंद्र देव को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह पद नवंबर 2024 में डॉ. बिबेक देबरॉय के निधन के बाद रिक्त था।
- विशेष:
- ईएसी-पीएम का गठन 2017 में हुआ था, और महेंद्र देव इसके दूसरे अध्यक्ष हैं।
- इस पद का कोई निश्चित कार्यकाल नहीं है; यह केंद्र सरकार की इच्छा पर निर्भर करता है।
उनकी नियुक्ति से आर्थिक नीतियों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद: नए गैर-स्थायी सदस्य
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लातविया, बहरीन, कोलंबिया, लाइबेरिया, और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य को 2026-2027 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना।
- विवरण:
- कार्यकाल 1 जनवरी 2026 से 31 दिसंबर 2027 तक होगा।
- लातविया पहली बार सुरक्षा परिषद का हिस्सा बनेगा।
- सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य हैं, जिनमें 5 स्थायी (चीन, रूस, फ्रांस, यूके, और अमेरिका) और 10 गैर-स्थायी सदस्य होते हैं।
यह बदलाव वैश्विक सुरक्षा और सहयोग में नई गतिशीलता लाएगा।
बांग्लादेश: अगले आम चुनाव की तारीख घोषित
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद यूनुस ने घोषणा की कि देश में अगले आम चुनाव अप्रैल 2026 के पहले पखवाड़े में होंगे।
- विवरण:
- यूनुस ने ईद-उल-अजहा की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
- चुनाव आयोग जल्द ही विस्तृत अधिसूचना जारी करेगा।
यह घोषणा बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सिंदूर का पेड़: पीएम मोदी की पोस्ट के बाद चर्चा में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर दिल्ली में अपने आवास के बगीचे में एक सिंदूर का पौधा लगाया, जिसके बाद यह पौधा गूगल पर खूब खोजा गया।
- क्या है सिंदूर का पेड़?
- इसका वैज्ञानिक नाम बिक्सा ओरेलाना है, जिसे लिपस्टिक ट्री या कमाल ट्री भी कहते हैं।
- इस पौधे पर हरे फल लगते हैं, जो पकने पर लाल हो जाते हैं। इन फलों के बीजों को दबाने पर लाल रंग निकलता है, जिसे सिंदूर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- सुखाने और पीसने पर यह सिंदूर का पाउडर बन जाता है।
- प्रतीकात्मक महत्व: पीएम को यह पौधा गुजरात दौरे पर 1971 के युद्ध में साहस दिखाने वाली महिलाओं के एक समूह ने भेंट किया था। इसे ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह कदम पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक महत्व को एक साथ जोड़ता है।
कांग्रेस नेता तेन्नाला बालकृष्ण पिल्लई का निधन
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष तेन्नाला बालकृष्ण पिल्लई का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
- विवरण:
- वे उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे और तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में इलाजरत थे।
- वे कोल्लम जिले के सूरनद के रहने वाले थे।
- राजनीतिक योगदान: तीन बार राज्यसभा सांसद, दो बार विधानसभा सदस्य, और दो बार केपीसीसी अध्यक्ष रहे।
उनके निधन से केरल की राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है।
समापन
7 जून 2025 का दिन भारत के लिए कई ऐतिहासिक उपलब्धियों और वैश्विक कदमों का साक्षी रहा। चिनाब रेलवे पुल और अंजी पुल ने कश्मीर को देश के साथ जोड़ा, तो UMEED पोर्टल और INS अर्नाला ने भारत की डिजिटल और रक्षा ताकत को बढ़ाया। पीएम मोदी की जी-7 यात्रा, भारतीय भाषा अनुभाग, और हिमाचल की पर्यावरण पहल ने भारत की विविधता और प्रगति को दर्शाया। ये सभी कदम एक आत्मनिर्भर, सशक्त, और पर्यावरण-सचेत भारत की दिशा में मजबूत कदम हैं।