- जयपुर की दोनों निगमों को छोड़कर शेष हिस्सा सांगानेर व आमेर का भी निगम क्षेत्र से शेष रहा हिस्सा, जालसू, बस्सी, तुंगा, चाकसू, कोटखावदा, जमवारामगढ़, आंधी, चौमू, फुलेरा मुख्यालय-सांभर लेक, माधोराजपुरा, रामपुरा डाबड़ी, किशनगढ़ रेनवाल, जोबनेर व शाहपुरा क्षेत्र ग्रामीण जिले में शामिल किये गये हैं।
- जयपुर ग्रामीण जिले की सर्वाधिक 10 जिलों- सीकर, नीम का थाना, कोटपूतली-बहरोड़, अलवर, दौसा, टोंक, दूदू, अजमेर, डीडवाना-कुचामन तथा जयपुर जिले के साथ सीमा लगती है।
- जयपुर ग्रामीण जिले में 13 उपखंड व 18 तहसीलें शामिल हैं।
- जयपुर ग्रामीण जिल से एन.एच. 21, 48, 52 व 148 गुजरते हैं।
- प्रमुख नदी : द्रव्यवती
- चौमूँ- यहाँ स्थित किले को चौमूहागढ़ कहते हैं।
- माचेरी- मानपुरा-माचेड़ी में कॉमन एफ्ल्यूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है। यह स्थान चमड़ा उद्योग के लिए भी प्रसिद्ध है।
- चाकसू- राजा माधोसिंह द्वारा निर्मित शीतलामाता का मंदिर स्थित है।
- फूलेरा- एशिया में मीटर गेज का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड स्थित है।
- सांभर- उत्तर भारत के चौहान राजाओं की प्रथम राजधानी।
- जोबनेर- ज्वालामाता की प्राचीन शक्तिपीठ स्थित है।
- भैंसलाना- काले संगमरमर के लिए प्रसिद्ध है।
- साल्ट म्यूजियम (सांभर) ।
- राज्य की प्रथम आंवला मंडी-चौमूं ।
- मछली उत्पादन का राज्य का सबसे बड़ा बांध-कानोता बांध।
- राज्य में डोलोमाइट का सर्वाधिक उत्पादन-जयपुर ग्रामीण।
- मस्जिद- नालियासर मस्जिद (सांभर)
- लेजर सिटी कॉम्पलेक्स- अचरोल
- इंटीग्रेटेड टैक्सटाइल पार्क – बगरू
- लेदर कॉम्पलेक्स- मानपुर- माचेड़ी
- सांभर झील (राजस्थान की सबसे बड़ी खारे पानी की झील एवं कृत्रिम झील हैं। यह तीन जिलों के अंतर्गत आती है- जयपुर, डीडवाना–कुचामन, अजमेर)
- जमवारामगढ़ वन्यजीव अभयारण्य ।
- मृगवन- संजय मृगवन / उद्यान (शाहपुरा- जयपुर ग्रामीण) अशोक मृगवन/उद्यान (जयपुर ग्रामीण)
- जमवारामगढ़ बांध (जयपुर ग्रामीण) – निर्माण- 1897 से 1903 तक महाराजा माधोसिंह-द्वितीय द्वारा । वर्ष 1991 से जयपुर में जलापूर्ति इसी बाँध से होने लगी। इस बाँध को जयपुर की जीवन रेखा कहा जाता है। यह बाँध 118 वर्ष पुराना हो चुका है। वर्ष 1982 में एशियन खेलों की नौकायन प्रतियोगिता का आयोजन यहीं पर किया गया था। इस बाँध में गिरने वाली नदियाँ- बाणगंगा, ताल नदी, माधोवती नदी, रोहडा नदी ।
- राजस्थान की सबसे बड़ी टिण्डा मण्डी- शाहपुरा, जयपुर ग्रामीण
- ढुढाँड़ का पुष्कर जमवारामगढ़, जयपुर ग्रामीण को कहा जाता है।
- गौवंश संवर्द्धन फार्म- बस्सी, जयपुर ग्रामीण
- देश में पहली बार आलिव-टी (जैतून चाय) का उत्पादन बस्सी, जयपुर ग्रामीण में किया गया है।
- जमवारामगढ़, जयपुर ग्रामीण- नागरिक प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण ।
- चौंप- दुनिया का तीसरा व भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम अनिल अग्रवाल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम चौंप गाँव, चौमूं (जयपुर ग्रामीण) में बनाया जा रहा है।
- जमवारामगढ़, जयपुर ग्रामीण में लगभग, 750 वर्ष से अधिक पुराने चाँदी के 82 सिक्के मिले है।
- हाथी सफारी, जयपुर ग्रामीण- जयपुर में आमेर किले के पास स्थित कुण्डा गाँव में हाथी गाँव बसा हुआ हैं, जो हाथी सफारी के लिए प्रसिद्ध है।
- नोट: जयपुर जिले में बसा यह गाँव दुनिया का तीसरा तथा भारत का पहला “हाथी गाँव” है।
- राज्य में अनार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस-बस्सी, जयपुर ग्रामीण में स्थित है।
- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने जयपुर ग्रामीण के भटेरी गाँव (बस्सी) का चयन आदर्श ग्राम योजना के तहत किया है।
- चाकसू की प्रशस्ति- यह लेख चाकसू जयपुर ग्रामीण से प्राप्त हुआ है, इसमें गुहिल वंशीय शासकों की वंशावली तथा उनकी विजयों के बारे में उल्लेख किया गया है। लेखक- करणिक भानु । उत्कीर्णकर्ता- भाइल।
- आग से पेंटिंग बनाने वाले राज्य के एकमात्र कलाकार- अजीत कुमार (जयपुर)। इन्होंने 30 से ज्यादा शख्सियतों की आग से पेंटिंग बनाई है। वर्ष 2007-08 में अपना नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया ।
- 16वें पशु विज्ञान केन्द्र की स्थापना- जोबनेर, जयपुर ग्रामीण में की गई है।
- राजस्थान का प्रथम ओ.डी.एफ. प्लस गाँव- जाहोता गाँव जालसु ग्राम पंचायत (जयपुर ग्रामीण) ।
नया जयपुर ग्रामीण (Jaipur Rural)
By LM GYAN
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