- 7 अगस्त, 2023 को सीकर जिले की (3 तहसील) नीम का थाना, पाटन, श्रीमाधोपुर तथा झुंझुनूं जिले की (दो तहसील) उदयपुरवाटी तथा खेतड़ी तहसील को मिलाकर नया जिला नीम का थाना अस्तित्व में आया।
- नीम का थाना जिले की कुल आबादी 13,28,573 है वहीं क्षेत्रफल 3031.25 वर्ग किमी. है।
- नीम का थाना जिले की सीमा (4 जिलों) झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, कोटपूतली-बहरोड़ जिलों के साथ लगती है। वहीं अन्तर्राज्यीय सीमा हरियाणा के नारनौल से लगती है।
- नीम का थाना सीकर संभाग में शामिल किया गया है।
- सीकर संभाग में सबसे ज्यादा माइनिंग नीम का थाना जिले में है।
- खेतड़ी के वंसियाल रिजर्व एरिया और उदयपुरवाटी के मनसामाता कंजर्वेशन रिजर्व क्षेत्र में लेपर्ड सफारी नीम का थाना जिले के विशेष आकर्षण रहेंगे।
- प्राचीन तीर्थ स्थल गणेश्वर, टपकेश्वर, बालेश्वर व भगेश्वर भी नीम का थाना जिले में रहेंगे।
- खेतड़ी कॉपर प्रोजेक्ट नीम का थाना जिले की शोभा बढ़ायेगा।
- खेतड़ी का स्वामी विवेकानन्द संग्रहालय, खेतड़ी का रियासतकालीन महल जिले की खास पहचान बनेंगे।
- प्रमुख धार्मिक स्थल- श्रीमाधोपुर का श्री गोपीनाथ मंदिर, राजस्थान हरियाणा की सीमा पर खेतड़ी में स्थित रामेश्वरदास महाराज मंदिर, बबाई के पास सुंदरदास महाराज का मेला भरता है। दाऊधाम टोडा में शरद पूर्णिमा को बड़ा मेला लगता है।
- सीकर जिले से निकलने वाली कांतली नदी का बहाव क्षेत्र सीकर, झुंझुनूं के साथ अब नीमकाथाना जिले में भी होगा।
- कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी- इनका जन्म नीमकाथाना में हुआ। दैनिक नवज्योति समाचार पत्र का संपादन किया।
- प्रमुख झील : प्रीतमपुरी, रायपुर का बांध ।
- देवराला-रूप कँवर सती कांड (1987) के कारण चर्चित स्थल। इस घटना के बाद तत्कालीन हरिदेव जोशी सरकार ने राजस्थान शक्ति निवारण विधेयक पारित किया।
- गौरीर- (सौर ऊर्जा उपक्रम)
- खेतडी : खेतड़ी के शासक महाराजा अजीतसिंह द्वारा विवेकानंद को शिकागो धर्म सम्मेलन में भाग लेने की व्यवस्था की गई थी। इन्होंने ही नरेंद्रनाथ का नाम विवेकानंद रखा था।
- उदयपुरवाटी, (नीम का थाना) में स्थित जोगीदास की छतरी भित्ति चित्रण हेतु प्रसिद्ध है।
- अजीत सागर बांध (खेतड़ी)- निर्माण: बांध पर लगे शिलालेख के अनुसार खेतड़ी के तत्कालीन राजा अजीतसिंह ने वर्ष 1889-1891 के मध्य इसका निर्माण करवाया।
- सुनारी सभ्यता (नीम का थाना )- यह लौहयुगीन सभ्यता हैं। यहाँ पर लोहा गलाने की सर्वाधिक भट्टियाँ मिली हैं।
- सुनारी नामक पुरातात्त्विक स्थल नीम का थाना जिले की खेतड़ी तहसील में कांतली नदी के किनारे स्थित है।
- खेतड़ी में ताँबे का उत्पादन हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) द्वारा किया जाता है, जिसकी स्थापना नवम्बर 1967 में की गई थी।
- खेतड़ी में दाढ़ी मूँछ वाले राम-लक्ष्मण जी का मन्दिर स्थित है।
- खेतड़ी में रामकृष्ण मिशन का मठ, भोपालगढ़ का किला, बागोर की हवेली, भटियानीजी का मंदिर, पन्नालाल शाह का तालाब, अजीतसागर आदि दर्शनीय स्थल हैं।
- खेतड़ी को भारत की ताम्र नगरी के नाम से जाना जाता है।
- पंसारी की हवेली- श्रीमाधोपुर, नीम का थाना।
- रायपुर का बांध- नीमकाथाना
- गणेश्वर सभ्यता (नीम का थाना) : यह ताम्रयुगीन सभ्यता है। यह स्थान कांतली नदी के किनारे स्थित है गणेश्वर को पुरातत्त्व का पुष्कर, ताम्र संचयी संस्कृति और गणेश्वर को भारत में ‘ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी’ कहा जाता है।
- गुरारा सभ्यता (नीम का थाना)- यहाँ से चाँदी के लगभग 2744 पंचमार्क सिक्के मिले हैं।
नया नीम का थाना (Neem Ka Thana)
By LM GYAN
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