राजस्थान की जलवायु MCQ
प्रश्न 1: राजस्थान में दक्षिण-पश्चिमी मानसून ऋतु की अवधि रहती है – (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
Junior Instructor (COPA) Exam 2024A) मई से सितम्बर
B) जून से अक्टूबर
C) जून से सितम्बर
D) जुलाई से अक्टूबर
उत्तर: जून से सितम्बर
व्याख्या: राजस्थान में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की बारिश जून माह में प्रारंभ होकर सितंबर के अंत तक चलती है, यह अवधि वार्षिक वर्षा का प्रमुख स्रोत है।
प्रश्न 2: राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु में गर्म, शुष्क और धूल भरी पवन चलने लगती हैं जिन्हें ______ कहा जाता है।
Animal Attendant 2023 Exam (December 2 Shift I)A) सिरोको
B) ताकू
C) फ़ोहन
D) लू
उत्तर: लू
व्याख्या: ग्रीष्मकाल में राजस्थान में चलने वाली तीव्र गर्म हवाओं को स्थानीय भाषा में ‘लू’ के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 3: राजस्थान में बहने वाली गर्म (उष्ण) पवन निम्नलिखित में से कौन-सी है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 3 Shift I)A) सिरोक्को
B) खमसीन
C) लू
D) चिनूक
उत्तर: लू
व्याख्या: लू एक प्रकार की शुष्क और अत्यधिक गर्म स्थानीय हवा है जो विशेष रूप से ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान सहित उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों में प्रवाहित होती है। इसकी पहचान अधिक तापमान और सूखेपन के लिए की जाती है।
प्रश्न 4: राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा ___ मानसून से प्राप्त होती है।
Animal Attendant 2023 Exam (December 2 Shift II)A) दक्षिण-पश्चिम
B) उत्तर-पश्चिम
C) उत्तर-पूर्वी
D) दक्षिण-पूर्वी
उत्तर: दक्षिण-पश्चिम
व्याख्या: राजस्थान को सबसे अधिक वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाओं से प्राप्त होती है। अन्य स्रोतों में बंगाल की खाड़ी का मानसून दूसरे, अरब सागर का मानसून तीसरे और भूमध्य सागरीय मानसून अंतिम स्थान पर है।
प्रश्न 5: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार कौनसे जिलों का युग्म उष्ण आर्द्र प्रदेश में सम्मलित है –
PTI and Librarian (Sanskrit College Edu.) – 2024 (General Studies of Rajasthan)A) सिरोही और पाली
B) धौलपुर और करौली
C) अजमेर और टोंक
D) बाँसवाड़ा और डूंगरपुर
उत्तर: बाँसवाड़ा और डूंगरपुर
व्याख्या: कोपेन वर्गीकरण के Aw श्रेणी, जो उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु को दर्शाती है, के अंतर्गत डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा एवं दक्षिणी चित्तौड़गढ़ तथा झालावाड़ के क्षेत्र आते हैं।
प्रश्न 6: राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु रहती है – (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
Junior Instructor (STE) Exam 2024A) अप्रैल से मध्य जुलाई
B) मार्च से मध्य जुलाई
C) अप्रैल से मध्य जून
D) मार्च से मध्य जून
उत्तर: मार्च से मध्य जून
व्याख्या: राजस्थान में गर्मियों का मौसम सामान्यतः मार्च के महीने से आरंभ होकर जून के मध्य तक चलता है, इस दौरान तापमान काफी ऊंचा रहता है। जून के बाद मानसून के आगमन के साथ ही यह मौसम समाप्त हो जाता है।
प्रश्न 7: राजस्थान में ‘मावठ’ सम्बन्धित है –
Junior Instructor (Wireman) Exam 2024A) दक्षिण पश्चिमी मानसून से
B) पश्चिमी विक्षोभों से
C) उत्तरी पूर्वी मानसून से
D) उष्णकटिबंधीय चक्रवातों से
उत्तर: पश्चिमी विक्षोभों से
व्याख्या: मावठ शब्द राजस्थान में शीतकाल में होने वाली उस वर्षा के लिए प्रयुक्त होता है जो पश्चिमी विक्षोभ नामक मौसमी प्रणालियों के कारण घटित होती है।
प्रश्न 8: मावट है
REET-2024 PL-2 (LEVEL-2) SHIFT-3A) ग्रीष्म ऋतु की वर्षा
B) वर्षा ऋतु की वर्षा
C) शीत ऋतु की वर्षा
D) शरद ऋतु की वर्षा
उत्तर: शीत ऋतु की वर्षा
व्याख्या: मावठ राजस्थान में दिसंबर से फरवरी के शीतकालीन महीनों में होने वाली हल्की फुहारों को कहते हैं। यह वर्षा पश्चिमी विक्षोभ नामक मौसमी घटना के कारण होती है और मुख्य रूप से रबी की फसलों, जैसे गेहूं और जौ, के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होती है।
प्रश्न 9: राजस्थान में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन निदेशालय वर्ष _____ में स्थापित किया गया है।
Junior Instructor (MMV) Exam 2024A) 2019
B) 2024
C) 2021
D) 2015
उत्तर: 2019
व्याख्या: राजस्थान सरकार ने पर्यावरण विभाग की नींव सितंबर 1983 में रखी थी। पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता के संरक्षण जैसे जटिल कार्यों से निपटने के लिए, वर्ष 2019 में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन निदेशालय की स्थापना की गई।
प्रश्न 10: राजस्थान में अधिकतम वर्षा ______ से प्राप्त होती है।
Animal Attendant 2023 Exam (December 2 Shift I)A) दक्षिण-पश्चिमी मानसून
B) दक्षिण-पूर्वी मानसून
C) पूर्वी-पश्चिमी मानसून
D) उत्तरी-दक्षिणी मानसून
उत्तर: दक्षिण-पश्चिमी मानसून
व्याख्या: दक्षिण-पश्चिम मानसून की अरब सागर शाखा राजस्थान में प्रवेश करती है। इस राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों को सबसे ज्यादा वर्षा इसी मानसून से प्राप्त होती है।
प्रश्न 11: शीत ऋतु में राजस्थान में होने वाली वर्षा को कहा जाता है:
Animal Attendant 2023 Exam (December 2 Shift II)A) मावठ
B) आम्र वर्षा
C) फूलों की बौछार
D) मानस
उत्तर: मावठ
व्याख्या: शीत ऋतु के दौरान राजस्थान में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में “मावठ” कहा जाता है, यह वर्षा पश्चिमी विक्षोभ नामक मौसमी प्रक्रिया के कारण होती है।
प्रश्न 12: राजस्थान के निम्नलिखित स्थानों में से कौन सा स्थान अधिकतम औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
Deputy Jailor (Jail Deptt.) Comp. Exam-2024A) झालावाड़
B) बाँसवाड़ा
C) कोटा
D) माउंट आबू
उत्तर: माउंट आबू
व्याख्या: माउंट आबू, जो राजस्थान का एकमात्र पर्वतीय स्थल है, वार्षिक औसत वर्षा के मामले में राज्य में सबसे आगे है।
प्रश्न 13: कोपन द्वारा किये गये जलवायु प्रदेशों के वर्गीकरण के अनुसार, बीकानेर क्षेत्र निम्नलिखित में से किस वर्ग में आता है –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-D)उत्तर: BWhw
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण पद्धति के अनुसार बीकानेर क्षेत्र BWhw श्रेणी (शीत, शुष्क मरुस्थलीय जलवायु) में आता है।
प्रश्न 14: जिलों का वह कौन सा समूह है, जो कि (मध्य जून से सितम्बर तक) मानसूनी वर्षा से 500-600 मि.मी. के मध्य वर्षा प्राप्त करता है –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-E)A) अजमेर, पाली, राजसमन्द, चुरू
B) उदयपुर, राजसमन्द, जयपुर, अलवर
C) अजमेर, उदयपुर, जयपुर, बून्दी
D) उदयपुर, जयपुर, बून्दी, अलवर
उत्तर: उदयपुर, राजसमन्द, जयपुर, अलवर
व्याख्या: राजस्थान में मानसूनी वर्षा (जून मध्य से सितंबर तक) का वितरण भौगोलिक क्षेत्र के अनुसार बदलता रहता है। राज्य के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में वर्षा अधिक होती है, जबकि पश्चिमी क्षेत्रों में कम। 500-600 मिमी वर्षा वाले क्षेत्र मध्यम वर्षा वाले माने जाते हैं। उदयपुर, राजसमंद, जयपुर और अलवर जिले इसी मध्यम वर्षा (500-600 मिमी) वाले क्षेत्र में शामिल हैं।
प्रश्न 15: निम्नलिखित में कीन-सी भौगोलिक शब्दावली राजस्थान की जलवायु से संबंधित है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 3 Shift II)A) काल वैशाख
B) आम्र वर्षा
C) मावठ
D) फूलों की बौछार
उत्तर: मावठ
व्याख्या: मावठ शब्द राजस्थान में दिसंबर से फरवरी के शीतकालीन महीनों के दौरान होने वाली हल्की वर्षा के लिए प्रयोग किया जाता है, जो पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से होती है। यह शब्द सीधे तौर पर राजस्थान की जलवायु से जुड़ा हुआ है।
प्रश्न 16: राजस्थान राज्य का अधिकांश भाग निम्न में से किस जलवायु क्षेत्र के अंतर्गत आता है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 3 Shift II)A) टुण्ड्रा जलवायु क्षेत्र
B) भूमध्यरेखीय जलवायु क्षेत्र
C) शीतोष्ण जलवायु क्षेत्र
D) ध्रुवीय जलवायु क्षेत्र
उत्तर: शीतोष्ण जलवायु क्षेत्र
व्याख्या: राजस्थान का बहुत बड़ा हिस्सा शीतोष्ण जलवायु क्षेत्र में स्थित है, जिसमें मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क प्रकार की जलवायु पाई जाती है।
प्रश्न 17: निम्नलिखित में कौन-सा कारक राजस्थान की जलवायु को निर्धारित नहीं करता –
Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift II)A) पवन की दिशा
B) समुद्र से दूरी
C) अक्षांशीय स्थिति
D) देशांतरीय स्थिति
उत्तर: देशांतरीय स्थिति
व्याख्या: राजस्थान की जलवायु प्रमुख रूप से समुद्र से इसकी दूरी (महाद्वीपीय स्थिति के कारण शुष्कता), अक्षांशीय स्थिति (उष्ण और उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में स्थिति) और पवनों की दिशा (मानसूनी हवाएं) से प्रभावित होती है। वहीं देशांतर का जलवायु पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह मुख्यतः समय क्षेत्रों को निर्धारित करता है, न कि तापमान या वर्षा जैसी जलवायविक दशाओं को।
प्रश्न 18: पश्चिमी राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु में गर्म-शुष्क और धूल भरी हवाएं चलनी शुरू होती हैं जो कहलाती हैं:
Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift II)A) लू
B) मानसून हवाएं
C) काल वैशाख
D) मावठ
उत्तर: लू
व्याख्या: पश्चिमी राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु के दौरान बहने वाली गर्म और शुष्क हवाओं को “लू” कहकर पुकारा जाता है। यह हवाएं मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी साबित हो सकती हैं।
प्रश्न 19: दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में प्राप्त औसत वर्षा की मात्रा के अनुसार राजस्थान के निम्नलिखित जिलों में से कौनसा सही ढंग से अवरोही क्रम में व्यवस्थित है –
RPSC EO/RO Re-Exam – 2022A) धौलपुर, अलवर, झुन्झुनूँ
B) धौलपुर, झुन्झुनूँ, अलवर
C) कोटा, झालावाड़, उंदयपुर
D) अलवर, धौलपुर, झुन्झुनूँ
उत्तर: धौलपुर, अलवर, झुन्झुनूँ
व्याख्या: इस क्रम में धौलपुर सबसे अधिक वर्षा वाला जिला है, उसके बाद अलवर का स्थान आता है और सबसे कम वर्षा झुन्झुनूं में होती है।
प्रश्न 20: राजस्थान में जिले जहाँ 8 वर्ष के अन्तराल पर मौसमी सूखे की पुनरावृत्ति संभावित है, वे हैं – (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
Junior Instructor (ICTSM) Exam 2024A) दौसा एवं अलवर
B) चुरू एवं गंगानगर
C) सवाई माधोपुर एवं टोंक
D) भरतपुर एवं धौलपुर
उत्तर: भरतपुर एवं धौलपुर
व्याख्या: राजस्थान में सूखा एक आवर्ती प्राकृतिक आपदा है। भरतपुर और धौलपुर जैसे जिले, जो पूर्वी राजस्थान में स्थित हैं, कम वर्षा और विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों के चलते लगभग प्रत्येक 8 वर्ष के अंतराल पर मौसमी सूखे का सामना करते हैं।
प्रश्न 21: राजस्थान के निम्नलिखित में से किस ज़िले में ऊष्णकटिबंधीय स्टेपी, अर्धशुष्क, ऊष्ण जलवायु पाई जाती है –
Junior Instructor (EM) Exam 2024A) झुन्झुनू
B) बारां
C) सिरोही
D) जोधपुर
उत्तर: झुन्झुनू
व्याख्या: झुन्झुनू जिले में उष्णकटिबंधीय स्टेपी प्रकार की, अर्ध-शुष्क और गर्म जलवायु पाई जाती है, जो राजस्थान के उत्तर-पूर्वी भागों की एक विशेष जलवायविक पहचान है।
प्रश्न 22: कोपेन के अनुसार, कौन सा जिला समूह “Aw” जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत आता है –
AGRICULTURE OFFICER (AGRI. DEPTT.) COMP. EXAM – 2024A) उदयपुर, जालौर, सिरोही
B) जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
C) बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़
D) पाली, जयपुर, चुरू
उत्तर: बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़
व्याख्या: कोपेन जलवायु वर्गीकरण प्रणाली में “Aw” श्रेणी उष्णकटिबंधीय सवाना जलवायु को दर्शाती है, जिसकी विशेषता ग्रीष्मकालीन वर्षा और शुष्क शीतकाल है। राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिले जैसे बांसवाड़ा, डूंगरपुर और झालावाड़ इसी जलवायु प्रकार के अंतर्गत आते हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में मानसूनी वर्षा का प्रभाव अधिक रहता है।
प्रश्न 23: ‘मावठ’ एक प्रकार की _______ है।
Junior Instructor (COS) Exam 2024A) फसल
B) वर्षा
C) नदी
D) नहर
उत्तर: वर्षा
व्याख्या: मावठ शब्द शीतकालीन वर्षा के लिए प्रयुक्त होता है, जो राजस्थान में दिसंबर से फरवरी के शीतलहर के महीनों के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से होती है। यह वर्षा रबी की फसलों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित होती है।
प्रश्न 24: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के निम्नलिखित ज़िलों में से कौन-सा ज़िला, पूर्णतः Bwh जलवायु प्रकार की श्रेणी में आता है –
Junior Instructor (COS) Exam 2024A) जोधपुर
B) बीकानेर
C) बाड़मेर
D) जैसलमेर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: कोपेन जलवायु वर्गीकरण में Bwh का तात्पर्य शुष्क, गर्म मरुस्थलीय जलवायु से है। जैसलमेर जिला पूरी तरह से इसी श्रेणी में आता है क्योंकि यह थार मरुस्थल का सर्वाधिक शुष्क और गर्म क्षेत्र है।
प्रश्न 25: 80 सेमी की समवर्षा रेखा निम्नलिखित में से किस जिले से नहीं गुजरती है –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-A)A) प्रतापगढ़
B) बाँसवाड़ा
C) बूंदी
D) झालावाड़
उत्तर: बूंदी
व्याख्या: 80 सेमी समवर्षा रेखा राजस्थान के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों से गुजरती है, जहां वार्षिक वर्षा का स्तर अधिक है। प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और झालावाड़ जिले इन्हीं उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों में स्थित हैं और 80 सेमी या उससे अधिक वर्षा प्राप्त करते हैं। जबकि बूंदी जिले में औसत वार्षिक वर्षा 80 सेमी से कम होती है, इसीलिए यह समवर्षा रेखा इस जिले से नहीं गुजरती।
प्रश्न 26: शीतऋतु में किन पवनों के साथ शीतोष्ण चक्रवात पाकिस्तान के मार्ग से राजस्थान पहुँचते हैं –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-B)A) पछुवा पवनें
B) व्यापारिक पवनें
C) लू
D) ध्रुवीय हवाएँ
उत्तर: पछुवा पवनें
व्याख्या: शीत ऋतु के दौरान पछुवा पवनें (जिन्हें पश्चिमी विक्षोभ भी कहा जाता है) भूमध्य सागरीय क्षेत्र से उत्पन्न होकर पाकिस्तान के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करती हैं और शीतोष्ण चक्रवातों को लेकर आती हैं, जो वर्षा और शीतल मौसम का कारण बनते हैं।
प्रश्न 27: उष्ण एवं अर्द्ध-उष्णकटिबंधीय स्टेपी तुल्य जलवायु BShw निम्न में से किस जिलों के समूह में पायी जाती है –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-C)A) बाँसवाड़ा, डूँगरपुर, उदयपुर
B) जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर
C) जयपुर, अलवर, भरतपुर
D) पाली, सीकर, झुन्झुनूं
उत्तर: पाली, सीकर, झुन्झुनूं
व्याख्या: BShw प्रकार की अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय जलवायु राजस्थान में अरावली पर्वत श्रृंखला के पश्चिम में स्थित क्षेत्रों जैसे पाली, सीकर और झुन्झुनूं जिलों में देखने को मिलती है।
प्रश्न 28: तापमान और वर्षा के आधार पर आर्द्र जलवायु क्षेत्र निम्नलिखित ज़िलों में से कौन-से हैं?
Junior Instructor (SWT) Exam 2024A) चुरू, नागौर, सीकर
B) जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर
C) श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर
D) अलवर, भरतपुर, धौलपुर
उत्तर: अलवर, भरतपुर, धौलपुर
व्याख्या: आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्र वे होते हैं जहां पर्याप्त मात्रा में वर्षा होती है और तापमान सामान्य बना रहता है। राजस्थान में अलवर, भरतपुर और धौलपुर जैसे जिले, जो राज्य के पूर्वी भाग में स्थित हैं, अपेक्षाकृत अधिक वार्षिक वर्षा (लगभग 40-60 सेमी) प्राप्त करते हैं और इनकी जलवायु को आर्द्र श्रेणी में रखा जा सकता है।
प्रश्न 29: जब बांसवाड़ा में कर्क रेखा पर सूर्य सीधा चमकता है तो कौन-सी घटना होती है –
Junior Instructor (PLM) Exam 2024A) कोई परिवर्तन नहीं
B) न्यून ताप
C) उच्च दाब
D) न्यून दाब
उत्तर: न्यून दाब
व्याख्या: जब बांसवाड़ा (जो कर्क रेखा के निकट स्थित है) में सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, तो यह समय ग्रीष्म संक्रांति (लगभग 21 जून) के आसपास का होता है। इस स्थिति में: तापमान में वृद्धि होती है, गर्म हवा फैलती है और हल्की हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप वायुमंडलीय दबाव में कमी आती है।
प्रश्न 30: निम्नलिखित में कौन-सा कथन राजस्थान की जलवायु के बारे में सही नहीं है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 3 Shift I)A) पश्चिमी रेगिस्तान सबसे कम वर्षा प्राप्त करता है जिसका वार्षिक औसत 25 सेमी है।
B) राजस्थान में औसत वर्षा अधिक नहीं है क्योंकि यह आंतरिक भाग में स्थित है।
C) अरावली श्रंखला का विस्तार मानसूनी पवनों के लंबवत है।
D) शीत ऋतु में मावठ से थोड़ी वर्षा प्राप्त हो जाती है।
उत्तर: अरावली श्रंखला का विस्तार मानसूनी पवनों के लंबवत है।
व्याख्या: अरावली पर्वत श्रृंखला की दिशा मानसूनी हवाओं की दिशा के समानांतर है, न कि उनके रास्ते में लंबवत खड़ी है, इसी कारण यह मानसूनी हवाओं को प्रभावी ढंग से रोक नहीं पाती।
प्रश्न 31: राजस्थान में निम्न में से कौन-सा क्षेत्र सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करता है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift II)A) नागौर
B) बीकानेर
C) राजसमंद
D) चुरू
उत्तर: राजसमंद
व्याख्या: राजस्थान में राजसमंद क्षेत्र (जो अरावली पर्वत श्रृंखला के निकट स्थित है) अन्य क्षेत्रों की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक वर्षा प्राप्त करता है।
प्रश्न 32: राजस्थान के कौन-से भाग में अधिकतम वर्षा प्राप्त होती है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift I)A) पश्चिमी राजस्थान
B) दक्षिणी राजस्थान
C) उत्तरी राजस्थान
D) पूर्वी राजस्थान
उत्तर: दक्षिणी राजस्थान
व्याख्या: दक्षिणी राजस्थान (उदयपुर, बांसवाड़ा जैसे क्षेत्र) अरावली पर्वत श्रृंखला और मानसून के अनुकूल प्रभाव के कारण राज्य के सबसे अधिक वर्षा वाले हिस्से हैं।
प्रश्न 33: शीत ऋतु में राजस्थान के कुछ भागों में भूमध्यसागरीय चक्रवातों से होने वाली वर्षा क्या कहलाती है –
Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift I)A) काल-बैशाख
B) आम्र वर्षा
C) मावठ
D) फूलों की बौछार
उत्तर: मावठ
व्याख्या: मावठ राजस्थान में शीतकाल के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से होने वाली वर्षा को कहते हैं, यह वर्षा रबी की फसलों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होती है।
प्रश्न 34: राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली शुष्क गर्म एवं धूल भरी हवाएँ कहलाती हैं –
Animal Attendant 2023 Exam (December 1 Shift I)A) चिनूक
B) नार्वेस्टर
C) फॉन
D) लू
उत्तर: लू
व्याख्या: लू ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान में चलने वाली स्थानीय, शुष्क और अत्यधिक गर्म हवाओं को कहते हैं, जो तापमान को बहुत ऊंचे स्तर तक पहुंचा देती हैं।
प्रश्न 35: राजस्थान के निम्नलिखित जिला समूहों का दक्षिणी-पश्चिमी मानसून में औसत वर्षा के आधार पर सही आरोही क्रम कौन सा है –
Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. (Pre) Exam – 2024A) जालौर, जयपुर, कोटा
B) जैसलमेर, बाँसवाड़ा, राजसमन्द
C) नागौर, धौलपुर, अजमेर
D) चूरू, बारां, भीलवाड़ा
उत्तर: जालौर, जयपुर, कोटा
व्याख्या: अरब सागर से आने वाला मानसून राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी छोर से प्रवेश करता है। यह मानसून राज्य में ज्यादा वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समानांतर बहकर निकल जाता है। इसी वजह से जालौर में सबसे कम वर्षा होती है जबकि कोटा में सबसे अधिक।
प्रश्न 36: राजस्थान के निम्न में से किस जिले में जून माह में 50° सेल्सियस या अधिक तापमान दर्ज किया जा सकता है –
Junior Instructor (WCS) Exam 2024A) बांसवाड़ा
B) उदयपुर
C) डूंगरपुर
D) चुरू
उत्तर: चुरू
व्याख्या: चुरू जिले में जून के महीने में तापमान 50°C या उससे भी अधिक दर्ज किया जा सकता है। चुरू राजस्थान के सबसे गर्म इलाकों में से एक है, जहां ग्रीष्म ऋतु में अत्यधिक तापमान रिकॉर्ड किया जाता है।
प्रश्न 37: निम्नलिखित कारकों में से कौनसे राजस्थान की जलवायु परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार हैं –
Junior Instructor (RAT) Exam 20241. भौगोलिक अवस्थिति
2. समुद्र से दूरी
3. उच्चावच लक्षण
4. वायुमण्डलीय संचरण
A) केवल 2, 3
B) सभी 1, 2, 3 व 4
C) केवल 2, 3 व 4
D) केवल 1, 3
उत्तर: सभी 1, 2, 3 व 4
व्याख्या: राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करने वाले मुख्य कारकों में इसकी भौगोलिक स्थिति, समुद्र से दूरी, स्थलाकृति और वायुमंडलीय परिसंचरण प्रक्रियाएं शामिल हैं।
प्रश्न 38: अलवर व भरतपुर की जलवायु है –
Junior Instructor (RAT) Exam 2024A) शुष्क
B) अर्धशुष्क
C) आर्द्र
D) अतिआर्द्र
उत्तर: आर्द्र
व्याख्या: राजस्थान के अलवर और भरतपुर जिलों की जलवायु को आर्द्र श्रेणी में वर्गीकृत किया जाता है, क्योंकि यहां अन्य क्षेत्रों की तुलना में काफी अधिक वर्षा दर्ज की जाती है।
प्रश्न 39: असंगत युग्म को छाँटिए –
Junior Instructor (Fitter) Exam 2024कृषि जलवायु प्रदेश – जिले
A) शुष्क पश्चिमी मैदानी क्षेत्र – बाड़मेर, जोधपुर
B) अन्तः स्थलीय जलोत्सरण क्षेत्र – सिरोही, पाली
C) अर्द्ध शुष्क पूर्वी मैदानी क्षेत्र – जयपुर, अजमेर
D) आर्द्र दक्षिणी मैदानी क्षेत्र – डूँगरपुर, बाँसवाड़ा
उत्तर: अन्तः स्थलीय जलोत्सरण क्षेत्र – सिरोही, पाली
व्याख्या: अंत:स्थलीय जलोत्सरण वाले मैदानी क्षेत्र (श्रेणी II-A) में सीकर, चुरू, झुन्झुनू, नागौर, डीडवाना और कुचामन जिले आते हैं, न कि सिरोही और पाली।
प्रश्न 40: निम्न में से कौनसा राजस्थान में शीतकालीन वर्षा का प्राथमिक कारण है –
Junior Instructor (Fitter) Exam 2024A) अंतर उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (आई.टी.सी.जेड.)
B) दक्षिणी-पश्चिमी मानसून
C) पश्चिमी विक्षोभ
D) लू
उत्तर: पश्चिमी विक्षोभ
व्याख्या: राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली वर्षा का मुख्य स्रोत पश्चिमी विक्षोभ है, जो भूमध्य सागरीय क्षेत्र से आर्द्रता लेकर आते हैं।
प्रश्न 41: कौन-से ज़िले में उच्च आर्द्र जलवायु नहीं है –
Junior Instructor (ED) Exam 2024A) डूंगरपुर
B) बूंदी
C) कोटा
D) बूंदी
उत्तर: बूंदी
व्याख्या: राजस्थान में उच्च आर्द्र जलवायु मुख्यतः राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में पाई जाती है, जैसे दक्षिण-पूर्वी कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, दक्षिण-पूर्वी सलूंबर, चित्तौड़गढ़ और माउंट आबू क्षेत्र। हालांकि, बूंदी जिले की जलवायु तुलनात्मक रूप से कम आर्द्र है।
प्रश्न 42: निम्नांकित में से जलवायु का प्रमुख तत्व कौनसा है –
Junior Instructor (EC) Exam 20241. वायुमण्डलीय दाब
2. पवन
3. तापमान
4. बाढ़
A) केवल 1, 4
B) केवल 1, 2
C) केवल 1, 2, 3
D) केवल 4
उत्तर: केवल 1, 2, 3
व्याख्या: जलवायु के मूलभूत घटकों में वायुमंडलीय दबाव, पवन प्रवाह और तापमान शामिल होते हैं। ये सभी किसी क्षेत्र की जलवायु का निर्धारण करते हैं। बाढ़ जलवायु का एक मूल घटक नहीं है, बल्कि यह जलवायविक परिस्थितियों का एक परिणाम या प्रभाव है।
प्रश्न 43: नोचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन (I): बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के मानसून से राजस्थान में वर्षा होती है।
कथन (II): बंगाल की खाड़ी का मानसून राजस्थान में बिना वर्षा किए गुजरता है, क्योंकि इसके गुजरने के मार्ग में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं है।
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2A) कथन (I) गलत है, लेकिन कथन (II) सही है।
B) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
C) कथन (I) और कथन (II) दोनों गलत हैं।
D) कथन (I) सही है, लेकिन कथन (II) गलत है।
उत्तर: कथन (I) सही है, लेकिन कथन (II) गलत है।
व्याख्या: बंगाल की खाड़ी और अरब सागर, दोनों से आने वाले मानसून राजस्थान में वर्षा लाते हैं। बंगाल की खाड़ी का मानसून राज्य में पूर्वी सीमा से प्रवेश करता है। पूर्व से आने के कारण इन मानसूनी हवाओं को स्थानीय भाषा में ‘पूरवइयां’ कहा जाता है। यह मानसून राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कराने वाला होता है और इससे राज्य के उत्तरी, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा होती है।
प्रश्न 44: निम्नलिखित में से कौन सा कथन, राजस्थान के शरदीय मानसून के संदर्भ में सही नहीं है –
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-1A) स्थलीय उत्पत्ति के कारण हवाएँ शुष्क होती हैं, जिससे वर्षा प्रभावित होती है।
B) इस अवधि में कुछ हवाएँ भूमध्यसागरीय चक्रवातों के सम्पर्क में आने के बाद वर्षा लाती हैं।
C) हिमालय के उत्तर में एक अत्यधिक विकसित दबाव केंद्र सर्दियों में वर्षा को प्रभावित करता है।
D) समुद्री उच्च दबाव क्षेत्र से स्थलीय निम्न दबाव क्षेत्र की ओर हवाएँ चलने लगती हैं, जिससे बारिश होती है।
उत्तर: समुद्री उच्च दबाव क्षेत्र से स्थलीय निम्न दबाव क्षेत्र की ओर हवाएँ चलने लगती हैं, जिससे बारिश होती है।
व्याख्या: राजस्थान में मानसून के बाद की अवधि की मुख्य विशेषता स्थल से चलने वाली शुष्क हवाएं हैं, न कि समुद्र से आने वाली नम हवाएं।
प्रश्न 45: औसत वार्षिक वर्षा के आधार पर “दक्षिण-पूर्वी कोटा, बारां और झालावाड़” के लिए सही जलवायु क्षेत्र की पहचान करें –
A) अर्ध-शुष्क जलवायु क्षेत्र
B) शुष्क जलवायु क्षेत्र
C) उप-आर्द्र जलवायु क्षेत्र
D) अत्यंत आर्द्र जलवायु क्षेत्र
उत्तर: अत्यंत आर्द्र जलवायु क्षेत्र
व्याख्या: अति आर्द्र जलवायु प्रदेश (औसत वर्षा 60-80 सेमी) के अंतर्गत दक्षिण-पूर्वी कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, दक्षिण-पूर्वी सलूंबर, चित्तौड़गढ़ तथा माउंट आबू क्षेत्र आते हैं।
प्रश्न 46: राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन सा क्षेत्र 0-20 सेमी औसत वर्षा के साथ “शुष्क जलवायु क्षेत्र” के अंतर्गत आता है –
A) चूरू, हनुमानगढ़
B) जैसलमेर, अनूपगढ़
C) अलवर, जयपुर
D) भरतपुर, कोटा
उत्तर: जैसलमेर, अनूपगढ़
व्याख्या: शुष्क जलवायु प्रदेश (औसत वार्षिक वर्षा 0-20 सेमी) में जैसलमेर, उत्तरी बाड़मेर, फलौदी, दक्षिणी गंगानगर, अनूपगढ़ तथा बीकानेर एवं जोधपुर के पश्चिमी भाग शामिल हैं।
प्रश्न 47: निम्नलिखित में से राजस्थान के किस जिले में जून का औसत न्यूनतम तापमान दर्ज किया जाता है –
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) – 2024 (Rajasthan Gk)A) कोटा
B) सिरोही
C) झालावाड़
D) गंगानगर
उत्तर: सिरोही
व्याख्या: सिरोही जिले का तापमान जून के महीने में राजस्थान के अन्य जिलों की तुलना में कम रहता है। यह जिला अरावली पर्वत श्रृंखला के निकट स्थित है, जिसके कारण यहां का मौसम अपेक्षाकृत शीतल बना रहता है।
प्रश्न 48: राजस्थान में सबसे सूखा हुआ जिला कौन सा है –
Rajasthan Police Constable Exam 2024 (SHIFT – K1)A) पाली
B) जोधपुर
C) जालौर
D) जैसलमेर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: राज्य में सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू है। वहीं दूसरी ओर, सबसे अधिक शुष्क जिला जैसलमेर है।
प्रश्न 49: ‘मावठ’ वर्षा है –
Supervisor(Women) – 2024A) ग्रीष्मकालीन वर्षा
B) शरद् ऋतु वर्षा
C) शीतकालीन वर्षा
D) मानसून पूर्व वर्षा
उत्तर: शीतकालीन वर्षा
व्याख्या: भूमध्य सागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से दाखिल होता है। पश्चिम से आने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून भी कहा जाता है। इस मानसून के प्रभाव से राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्य रूप से शीत ऋतु में वर्षा करता है। शीतकाल में होने वाली इस वर्षा को स्थानीय बोली में ‘मावठ’ कहते हैं। यह वर्षा गेहूं की फसल के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है। इस वर्षा की बूंदों को अक्सर ‘गोल्डन ड्रॉप्स’ या सोने की बूंदें कहकर भी संबोधित किया जाता है।
प्रश्न 50: राजस्थान सरकार ने जलवायु परिवर्तन नीति की शुरुआत की –
A) 2018
B) 2021
C) 2010
D) 2023
उत्तर: 2023
व्याख्या: राजस्थान सरकार द्वारा राज्य की जलवायु परिवर्तन नीति को वर्ष 2023 में आरंभ किया गया था।
प्रश्न 51: निम्नलिखित में से किन जिलों के समूह को उनकी औसत वार्षिक वर्षा के अनुसार आरोही क्रम में व्यवस्थित किया गया है –
A) जयपुर, चुरू, अजमेर
B) जोधपुर, राजसमन्द, उदयपुर
C) बाड़मेर, बूँदी, सीकर
D) जोधपुर, उदयपुर, राजसमन्द
उत्तर: जोधपुर, राजसमन्द, उदयपुर
व्याख्या: इन तीन जिलों में बारिश की मात्रा सबसे कम जोधपुर में, फिर राजसमंद में, और सबसे ज्यादा उदयपुर में होती है, जो बढ़ते क्रम को दर्शाता है।
प्रश्न 52: दक्षिणा पश्चिम मानसून निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में पहले आता है –
A) सवाई माधोपुर तथा करौली में
B) नागौर तथा जोधपुर में
C) पाली तथा चुरू में
D) गंगानगर तथा हनुमानगढ़ में
उत्तर: सवाई माधोपुर तथा करौली में
व्याख्या: जून से सितंबर तक सक्रिय रहने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून सबसे पहले राज्य के पूर्वी जिलों जैसे भरतपुर, अलवर, दौसा, जयपुर, करौली और सवाई माधोपुर में दस्तक देता है।
प्रश्न 53: शीत ऋतु में पश्चिमी राजस्थान में अधिक ठंड पड़ने का प्रमुख कारण क्या है-
A) रेतीला धरातल होना
B) वन क्षेत्र का अधिक होना
C) बर्फबारी होना
D) अधिक वर्षा होना
उत्तर: रेतीला धरातल होना
व्याख्या: रेगिस्तानी इलाके की रेत गर्मी जल्दी सोखती है और ठंड में उसे तेजी से छोड़ देती है, जिससे पश्चिमी राजस्थान के इलाके में सर्दियों में तापमान काफी गिर जाता है।
प्रश्न 54: राजस्थान में सम्भाव्य वाष्पीकरण-वाष्पोत्सर्जन की वार्षिक दर सर्वाधिक किस जिले में है –
A) गंगानगर
B) कोटा
C) डूंगरपुर
D) जैसलमेर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: जैसलमेर जिले में पानी का वाष्पीकरण और पौधों द्वारा पानी का उत्सर्जन साल भर में सबसे अधिक मात्रा में होता है।
प्रश्न 55: पश्चिमी राजस्थान में ‘पश्चिमी रेतीला मैदान’ की पूर्वी सीमा निम्न में से कौन सी सम वर्षा रेखा बताती है –
A) 15 सेमी
B) 25 सेमी
C) 40 सेमी
D) 80 सेमी
उत्तर: 40 सेमी
व्याख्या: भूगोल विशेषज्ञों के अनुसार, 40 सेंटीमीटर की सम वर्षा रेखा राजस्थान के रेतीले मैदानी इलाके की पूर्वी सीमा को चिन्हित करती है, जो इस क्षेत्र को दो भागों में बांटती है।
प्रश्न 56: राजस्थान के रेतीले शुष्क मैदान और अर्द्ध शुष्क मैदान किस सम वर्षा रेखा द्वारा पृथक किए गए हैं –
A) 20 सेमी
B) 30 सेमी
C) 10 सेमी
D) 25 सेमी
उत्तर: 25 सेमी
व्याख्या: 25 सेंटीमीटर की वर्षा रेखा ही राजस्थान के पूरी तरह सूखे रेगिस्तानी इलाके और कम सूखे अर्ध-शुष्क इलाके के बीच की सीमा तय करती है।
प्रश्न 57: राजस्थान में समवर्षा रेखा का मान किस दिशा की ओर कम होता जाता है –
A) दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पश्चिम की ओर
B) दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर
C) दक्षिण से उत्तर की ओर
D) पूर्व से पश्चिम की ओर
उत्तर: दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर
व्याख्या: बारिश की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए घटती जाती है, इसलिए सम वर्षा रेखाओं के आंकड़े भी इसी दिशा में कम होते जाते हैं।
प्रश्न 58: सवाना वनस्पति राजस्थान के किस जलवायु खंड में पाई जाती है –
A) अर्ध-शुष्क
B) अति आर्द्र
C) उप-आर्द्र
D) आर्द
उत्तर: अति आर्द्र
व्याख्या: घने सवाना जंगल, जिनमें शीशम, सागौन, आम, जामुन और बांस जैसे पेड़ होते हैं, राजस्थान के सबसे अधिक नमी वाले इलाकों जैसे कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और माउंट आबू में पाए जाते हैं।
प्रश्न 59: राजस्थान के किस जिले में सबसे अधिक दैनिक तापांतर पाया जाता है –
A) श्रीगंगानगर
B) चूरू
C) जैसलमेर
D) जोधपुर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: जैसलमेर में एक ही दिन के अंदर सबसे ज्यादा तापमान का अंतर देखने को मिलता है, जबकि पूरे साल में सबसे ज्यादा तापमान परिवर्तन चूरू जिले में दर्ज किया जाता है।
प्रश्न 60: राजस्थान में न्यूनतम दैनिक तापांतर कौन से महीनों में पाया जाता है –
A) जनवरी एवं फरवरी
B) मई एवं जून
C) जुलाई एवं अगस्त
D) अक्टूबर एवं नवंबर
उत्तर: जुलाई एवं अगस्त
व्याख्या: बारिश के मौसम के दौरान, विशेषकर जुलाई और अगस्त महीनों में, दिन और रात के तापमान के बीच का अंतर सबसे कम हो जाता है।
प्रश्न 61: निम्नलिखित में से कौन से जिलों का समूह प्राप्त मॉनसूनी वर्षा की मात्रा के अनुसार अवरोही क्रम में सही ढंग से व्यवस्थित है –
A) धौलपुर, राजसमंद, जालौर
B) भीलवाड़ा, बारां, सीकर
C) राजसमंद, जालौर, धौलपुर
D) पाली, जयपुर, भरतपुर
उत्तर: धौलपुर, राजसमंद, जालौर
व्याख्या: धौलपुर में सबसे ज्यादा (60-80 सेमी), फिर राजसमंद में उससे कम, और जालौर में सबसे कम मानसूनी बारिश होती है, जो घटते क्रम को दिखाता है।
प्रश्न 62: भारत मौसम विज्ञान विभाग (I.M.D.) की परिभाषा के अनुसार भयंकर सूखा (Severe Drought) होता है – जब वर्षा में कमी होती है
A) 40% से 65% के बीच
B) 50% से अधिक
C) 50% से कम
D) 25% से 49% के बीच
उत्तर: 50% से अधिक
व्याख्या: भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, जब किसी इलाके में सामान्य बारिश से 50 प्रतिशत से भी ज्यादा की कमी हो जाए, तो उसे गंभीर सूखे की श्रेणी में रखा जाता है।
प्रश्न 63: राजस्थान में वर्षा की परिवर्तिता सबसे कम है –
A) पश्चिमी भाग में
B) उत्तर-पश्चिमी भाग में
C) दक्षिण-पूर्वी भाग में
D) जैसलमेर तथा आसपास के क्षेत्र में
उत्तर: दक्षिण-पूर्वी भाग में
व्याख्या: दक्षिणी राजस्थान के इलाकों में बारिश की मात्रा में साल-दर-साल होने वाले उतार-चढ़ाव सबसे कम देखने को मिलते हैं।
प्रश्न 64: निम्नलिखित में से कौन सा जिला न्यूनतम औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
A) उदयपुर
B) दौसा
C) नागौर
D) चित्तौड़गढ़
उत्तर: नागौर
व्याख्या: आंकड़ों के अनुसार, नागौर जिले में साल भर में औसतन सिर्फ 31.17 सेंटीमीटर बारिश ही होती है, जो दिए गए विकल्पों में सबसे कम है।
प्रश्न 65: मेवात एवं डांग क्षेत्र निम्नलिखित में से कोपेन के किस जलवायु प्रदेश में सम्मिलित हैं –
A) Aw
B) BShw
C) Bwhw
D) Cwg
उत्तर: Cwg
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राज्य के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हिस्से जिन्हें मेवात और डांग क्षेत्र कहा जाता है, Cwg श्रेणी यानी उप-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में आते हैं।
प्रश्न 66: निम्नलिखित में से राजस्थान के जिलों का कौन सा समूह दक्षिण पश्चिम मानसून से औसत वर्षा की मात्रा के अनुसार आरोही क्रम में सही ढंग से व्यवस्थित हैं –
A) जयपुर, हनुमानगढ़, बून्दी, बाँसवाड़ा
B) हनुमानगढ़, जयपुर, बून्दी, बाँसवाड़ा
C) बून्दी, हनुमानगढ़, जयपुर, बाँसवाड़ा
D) बाँसवाड़ा, बून्दी, जयपुर, हनुमानगढ़
उत्तर: हनुमानगढ़, जयपुर, बून्दी, बाँसवाड़ा
व्याख्या: अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएं अरावली पर्वत श्रृंखला के समानांतर बहने के कारण राजस्थान में कम बारिश कर पाती हैं, लेकिन बांसवाड़ा में इन हवाओं से सबसे अधिक वर्षा होती है।
प्रश्न 67: निम्नलिखित में से किस क्षेत्र की जलवायु बहुत आर्द्र है –
A) सिरोही
B) बीकानेर
C) बाड़मेर
D) जैसलमेर
उत्तर: सिरोही
व्याख्या: सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू क्षेत्र में हवा में नमी की मात्रा राजस्थान में सबसे अधिक पाई जाती है, जबकि जैसलमेर में यह सबसे कम होती है।
प्रश्न 68: तापमान एवं वर्षा के आधार पर राजस्थान को कितने प्रमुख जलवायु प्रदेशों में बाँटा जा सकता है –
उत्तर: पाँच
व्याख्या: तापमान और वर्षा के आधार पर राजस्थान की जलवायु को पांच मुख्य भागों में बांटा गया है: शुष्क, अर्ध-शुष्क, उप-आर्द्र, आर्द्र और अति आर्द्र।
प्रश्न 69: राजस्थान के किस जिले में शुष्क प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
A) सवाई माधोपुर
B) राजसमंद
C) सिरोही
D) बीकानेर
उत्तर: बीकानेर
व्याख्या: बीकानेर के साथ-साथ जैसलमेर, उत्तरी बाड़मेर, फलौदी, दक्षिणी गंगानगर, अनूपगढ़ और जोधपुर के पश्चिमी हिस्से में सूखी जलवायु पाई जाती है।
प्रश्न 70: सर्दियों में, भू-मध्य सागर में चक्रवातों के कारण राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी भाग में वर्षा होती है, जिसे __ कहा जाता है ।
A) माघा
B) वृष
C) मावट
D) रब्शा
उत्तर: मावट
व्याख्या: सर्दियों में भूमध्य सागर से उठने वाले चक्रवातों के कारण राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में होने वाली बारिश को स्थानीय भाषा में ‘मावठ’ कहते हैं, जो गेहूं की फसल के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
प्रश्न 71: पश्चिम की तुलना में पूर्वी राजस्थान में जलवायु चरम सीमाएँ ______ हैं।
A) निम्नतर
B) उच्चतर
C) समान
D) अप्रत्याशित
उत्तर: निम्नतर
व्याख्या: पूर्वी राजस्थान में न तो बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है और न ही बहुत ज्यादा सर्दी, जबकि पश्चिमी राजस्थान में गर्मी और सर्दी दोनों ही चरम सीमा पर होती हैं।
प्रश्न 72: राजस्थान में जनवरी में न्यूनतम तापमान निम्नलिखित में से किस जिले में अंकित किया जाता है –
A) जैसलमेर जिले में
B) पाली जिले में
C) गंगानगर जिले में
D) भीलवाड़ा जिले में
उत्तर: गंगानगर जिले में
व्याख्या: सर्दियों के दौरान जनवरी का महीना सबसे ठंडा होता है, और गंगानगर के साथ-साथ चुरू, बीकानेर और सीकर जिलों में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है।
प्रश्न 73: राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पठारी भाग में औसत वार्षिक वर्षा होती है –
A) 80 सेमी. से 120 सेमी. के मध्य
B) 70 सेमी. से 80 सेमी. के मध्य
C) 10 सेमी. से 20 सेमी. के मध्य
D) 40 सेमी. से 70 सेमी. के मध्य
उत्तर: 80 सेमी. से 120 सेमी. के मध्य
व्याख्या: राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पठारी इलाके, जो मालवा के पठार का हिस्सा हैं, में हर साल औसतन 80 से 120 सेंटीमीटर के बीच बारिश होती है।
प्रश्न 74: राजस्थान के जलवायु प्रदेशों को उनसे सम्बन्धित जिलों से सुमेलित कीजिए :
जलवायु प्रदेश
(i) शुष्क
(ii) अर्द्ध-शुष्क
(iii) उप-आर्द्र
(iv) आर्द्र
जिले
(a) अलवर
(b) झालावाड़
(c) जैसलमेर
(d) चूरू
A) b a c d
B) d c b a
C) c d a b
D) a b d c
उत्तर: c d a b
व्याख्या: सही जोड़ी इस प्रकार है: शुष्क – जैसलमेर, अर्ध-शुष्क – चूरू, उप-आर्द्र – अलवर, आर्द्र – झालावाड़।
प्रश्न 75: राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्यतः 1 जुलाई से पूर्व आ जाता है –
A) हनुमानगढ़
B) गंगानगर
C) बीकानेर
D) पाली
उत्तर: पाली
व्याख्या: दक्षिण-पश्चिम मानसून की हवाएं 1 जुलाई से पहले ही राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी जिलों जैसे पाली, सिरोही और उदयपुर में बारिश लेकर आ जाती हैं।
प्रश्न 76: कोपेन के अनुसार राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन सा जलवायु प्रकार नहीं पाया जाता है –
A) Cwg
B) Bshw
C) BWkw
D) Aw
उत्तर: BWkw
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, BWkw प्रकार की जलवायु राजस्थान में नहीं पाई जाती, जबकि Aw, BShw, BWhw और Cwg प्रकार की जलवायु यहां मौजूद हैं।
प्रश्न 77: गर्मियों में माउन्ट आबू का तापमान, राजस्थान के अन्य स्थानों की तुलना में कम रहता है, क्योंकि –
A) राजस्थान में माउन्ट आबू की समुद्र तट से दूरी सर्वाधिक है।
B) माउन्ट आबू में मानसूनी हवाओं का प्रभाव अधिक रहता है।
C) माउन्ट आबू उच्चतर ऊंचाई पर अवस्थित है।
D) माउन्ट आबू पर वायुमण्डलीय दबाव कम है।
उत्तर: माउन्ट आबू उच्चतर ऊंचाई पर अवस्थित है।
व्याख्या: समुद्र तल से अधिक ऊंचाई पर स्थित होने के कारण माउंट आबू का तापमान गर्मियों में भी राजस्थान के अन्य हिस्सों की तुलना में कम रहता है, क्योंकि ऊंचाई बढ़ने के साथ तापमान घटता जाता है।
प्रश्न 78: औसत वार्षिक वर्षा के संदर्भ में निम्न में से कौन सा अवरोही क्रम में सुव्यवस्थित है –
A) भरतपुर, गंगानगर, जयपुर, जोधपुर
B) उदयपुर, बीकानेर, पाली, जैसलमेर
C) भरतपुर, जोधपुर, जयपुर, गंगानगर
D) उदयपुर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर
उत्तर: उदयपुर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर
व्याख्या: यह क्रम दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बारिश की मात्रा घटने को दर्शाता है: उदयपुर (सबसे ज्यादा), फिर पाली, उसके बाद बीकानेर, और अंत में जैसलमेर (सबसे कम)।
प्रश्न 79: ‘लू’ है –
A) गर्मियों की स्थानीय गर्म हवा
B) उद्योग
C) वनस्पति
D) खनिज
उत्तर: गर्मियों की स्थानीय गर्म हवा
व्याख्या: लू गर्मियों के मौसम में चलने वाली स्थानीय गर्म और शुष्क हवाओं को कहते हैं, जो अक्सर धूल भरी आंधी के साथ आती हैं।
प्रश्न 80: राजस्थान का कौन-सा ज़िला अति आर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है –
A) कोटा
B) जयपुर
C) बीकानेर
D) अजमेर
उत्तर: कोटा
व्याख्या: कोटा जिला अति आर्द्र जलवायु क्षेत्र में आता है, जहां बारिश की मात्रा सबसे अधिक होती है।
प्रश्न 81: अति आर्द्र जलवायु प्रदेश में कौन-सा जिला स्थित नहीं है –
A) उत्तरी चित्तौड़गढ़
B) बांसवाड़ा
C) बारां
D) सिरोही
उत्तर: उत्तरी चित्तौड़गढ़
व्याख्या: उत्तरी चित्तौड़गढ़ आर्द्र जलवायु क्षेत्र में आता है, जबकि बांसवाड़ा, बारां और सिरोही (माउंट आबू) अति आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित हैं।
प्रश्न 82: थार्नथवेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जैसलमेर की जलवायु को प्रस्तुत करता है –
A) CA’w
B) DA’w
C) DB’w
D) EA’d
उत्तर: EA’d
व्याख्या: थार्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार, जैसलमेर की जलवायु EA’d श्रेणी यानी उष्ण शुष्क मरुस्थलीय जलवायु में आती है।
प्रश्न 83: निम्नांकित में से कौन सा कारक राजस्थान की जलवायु को निर्धारित करने के लिए उत्तरदायी नहीं है –
A) तापमान
B) समुद्र से दूरी
C) प्रचलित पवनें
D) वर्षा का समान वितरण
उत्तर: वर्षा का समान वितरण
व्याख्या: वर्षा का समान वितरण राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करने वाला कारक नहीं है, बल्कि अक्षांश, समुद्र से दूरी, ऊंचाई और अरावली पर्वतमाला की स्थिति जैसे कारक जलवायु को निर्धारित करते हैं।
प्रश्न 84: राजस्थान में निम्नलिखित जलवायु प्रदेशों में से कौनसा सबसे कम वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
A) Aw
B) BShw
C) Cwg
D) Bwhw
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: Bwhw प्रकार की उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु वाले इलाकों में साल भर में सबसे कम बारिश होती है।
प्रश्न 85: राजस्थान के निम्नलिखित जिलों में से कौन सा अतिआर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है –
A) अजमेर
B) भरतपुर
C) झालावाड़
D) जयपुर
उत्तर: झालावाड़
व्याख्या: झालावाड़ जिला अति आर्द्र जलवायु प्रदेश का हिस्सा है, जहां बारिश की मात्रा सबसे अधिक होती है।
प्रश्न 86: राजस्थान में ‘लौटते मानसून’ की अवधि है –
A) मार्च से जून
B) अक्टूबर से दिसंबर
C) जनवरी से मार्च
D) जुलाई से सितंबर
उत्तर: अक्टूबर से दिसंबर
व्याख्या: लौटते हुए मानसून का समय अक्टूबर से दिसंबर महीने तक होता है, जब मानसूनी हवाएं वापस लौटती हैं।
प्रश्न 88: निम्नांकित में से 20वीं शताब्दी में सर्वाधिक तापमान ______ में अंकित किया गया।
A) फलौदी
B) चूरू
C) धौलपुर
D) अलवर
उत्तर: अलवर
व्याख्या: 20वीं सदी में राजस्थान का सबसे ज्यादा तापमान 50.6 डिग्री सेल्सियस 10 मई 1956 को अलवर में दर्ज किया गया था।
प्रश्न 89: कितने सेंटीमीटर की समवर्षा रेखा राजस्थान राज्य की भूमि को लगभग दो बराबर भागों में बाँटती है –
उत्तर: 50
व्याख्या: 50 सेंटीमीटर की सम वर्षा रेखा राजस्थान को लगभग दो बराबर हिस्सों में बांटती है, जो अरावली पर्वत श्रृंखला के क्षेत्र से गुजरती है।
प्रश्न 90: राजस्थान में दक्षिण-पश्चिमी मानसून ऋतु की अवधि रहती है –
A) जून से सितम्बर
B) जुलाई से अक्टूबर
C) मई से सितम्बर
D) जून से अक्टूबर
उत्तर: जून से सितम्बर
व्याख्या: दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण होने वाली बारिश का मौसम जून के मध्य से शुरू होकर सितंबर महीने तक चलता है।
प्रश्न 91: जून से सितम्बर माह में वर्षा में अधिकतम भिन्नता ______ जिले में अभिलिखित की जाती है।
A) जैसलमेर
B) बीकानेर
C) श्रीगंगानगर
D) जालौर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: जैसलमेर और बाड़मेर ऐसे जिले हैं जहां मानसून के महीनों में बारिश की मात्रा में सबसे ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
प्रश्न 92: निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन सा क्षेत्र मानसून के अरब सागर शाखा से अधिकतम वर्षा प्राप्त करता है –
A) उत्तर तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र
B) पूर्वी क्षेत्र
C) मध्य अरावली
D) दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
उत्तर: दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
व्याख्या: अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाओं से राजस्थान के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में सबसे अधिक बारिश होती है।
प्रश्न 93: राज्य के किस जिले में वर्षा के वितरण में सर्वाधिक वर्षा – परिसर देखने को मिलता है –
A) राजसमन्द
B) सिरोही
C) अलवर
D) कोटा
उत्तर: कोटा
व्याख्या: कोटा जिले में बारिश का वितरण सबसे अधिक देखने को मिलता है, क्योंकि यह अति आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है।
प्रश्न 94: किसी भी क्षेत्र को न्यूनतम सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के लिए कितनी वार्षिक, वर्षा की मात्रा होनी चाहिए –
A) 70 से 100 से.मी.
B) 40 से 50 से.मी.
C) 60 से 80 से.मी.
D) 30 से 40 से.मी.
उत्तर: 70 से 100 से.मी.
व्याख्या: जब किसी क्षेत्र में सालाना 70 से 100 सेंटीमीटर बारिश होती है, तो उसे न्यूनतम सूखा प्रभावित क्षेत्र माना जाता है।
प्रश्न 95: Bwhw से अभिप्राय है –
A) शुष्क शीतऋतु जलवायु
B) शुष्क उष्ण मरुस्थली जलवायु
C) आर्द्र जलवायु
D) अति आर्द्र जलवायु
उत्तर: शुष्क उष्ण मरुस्थली जलवायु
व्याख्या: कोपेन वर्गीकरण में Bwhw का मतलब उष्ण कटिबंधीय शुष्क मरुस्थलीय जलवायु से है, जो गर्म और सूखे रेगिस्तानी इलाकों की पहचान है।
प्रश्न 96: थार्नवेट के अनुसार, DA’w जलवायु प्रदेश के अंतर्गत निम्न में से कौन से जिले आते हैं –
A) सिरोही, पाली, अजमेर
B) गंगानगर, जयपुर
C) बीकानेर, चूरू
D) जोधपुर, कोटा
उत्तर: सिरोही, पाली, अजमेर
व्याख्या: थार्नवेट के मुताबिक, सिरोही, पाली और अजमेर जिले DA’w श्रेणी यानी उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
प्रश्न 97: Bwhw जलवायु प्रदेश में कौनसे जिले आते हैं –
A) जयपुर, दौसा, अलवर
B) जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
C) कोटा, बूंदी, झालावाड़
D) नागौर, पाली, जालौर
उत्तर: जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
व्याख्या: जैसलमेर, बीकानेर और गंगानगर जिले Bwhw प्रकार की उष्ण कटिबंधीय शुष्क मरुस्थलीय जलवायु क्षेत्र में स्थित हैं।
प्रश्न 98: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, गंगानगर जिले में किस प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
A) Bshw
B) Bwhw
C) Aw
D) Cwg
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: कोपेन वर्गीकरण के अनुसार, गंगानगर जिले की जलवायु Bwhw प्रकार यानी उष्ण कटिबंधीय शुष्क मरुस्थलीय जलवायु की श्रेणी में आती है।
प्रश्न 99: कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से किस जिले में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु नहीं पायी जाती है –
A) झालावाड़
B) बांसवाड़ा
C) चित्तौड़गढ़
D) सिरोही
उत्तर: सिरोही
व्याख्या: सिरोही जिले में Aw प्रकार की उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु नहीं पाई जाती, बल्कि यहां Bshw प्रकार की अर्ध-शुष्क जलवायु है।
प्रश्न 100: कोपेन के राजस्थान के जलवायु प्रदेशों के अनुसार, “Aw” जलवायु पाई जाती है –
A) जयपुर जिले में
B) भरतपुर जिले में
C) नागौर जिले में
D) डूंगरपुर जिले में
उत्तर: डूंगरपुर जिले में
व्याख्या: कोपेन वर्गीकरण के मुताबिक, Aw प्रकार की उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु डूंगरपुर जिले में पाई जाती है।
प्रश्न 101: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान के किन जिलों में ‘स्टेपी जलवायु’ पायी जाती है –
A) बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
B) जैसलमेर और बीकानेर
C) गंगानगर और हनुमानगढ़
D) जयपुर, दौसा और टोंक
उत्तर: बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
व्याख्या: कोपेन प्रणाली के मुताबिक, स्टेपी प्रकार की जलवायु मुख्य रूप से बाड़मेर, जालौर और जोधपुर जिलों में देखने को मिलती है। जर्मन वैज्ञानिक व्लादिमीर कोपेन ने सन 1918 में पहली बार दुनिया की जलवायु को वर्गीकृत किया था। उनकी यह प्रणाली राजस्थान की जलवायु को चार प्रमुख श्रेणियों में बांटती है, जिनका आधार वनस्पति के प्रकार हैं।
प्रश्न 102: राजस्थान का कौनसा जिला औसत वार्षिक वर्षा की मात्रा सर्वाधिक प्राप्त करता है –
A) झालावाड़
B) बारां
C) उदयपुर
D) सिरोही
उत्तर: झालावाड़
व्याख्या: जिला स्तर पर सबसे ज्यादा बारिश झालावाड़ जिले में दर्ज की जाती है, जहां वार्षिक औसत लगभग 100 सेंटीमीटर होता है।
प्रश्न 103: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में किस प्रकार की जलवायु पाई जाती है –
A) Aw
B) Cwg
C) BWhw
D) BShw
उत्तर: Aw
व्याख्या: डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले कोपेन वर्गीकरण के Aw श्रेणी में आते हैं, जो उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु को दर्शाता है। यह जलवायु प्रकार इन क्षेत्रों में प्रचलित है।
प्रश्न 104: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू, निम्नलिखित में से किस जलवायु प्रदेश में शामिल हैं –
A) Bwkw
B) Bwhw
C) Bshw
D) Bskw
उत्तर: Bshw
व्याख्या: जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू जिले कोपेन वर्गीकरण के Bshw जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं, जो अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय जलवायु को प्रदर्शित करता है।
प्रश्न 105: राजस्थान का न्यूनतम वर्षा वाला क्षेत्र है –
A) उत्तरी-पूर्वी
B) दक्षिणी-पूर्वी
C) पश्चिमी
D) दक्षिणी
उत्तर: पश्चिमी
व्याख्या: राजस्थान में बारिश की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की दिशा में कम होती जाती है। राज्य के पश्चिमी हिस्से में सबसे कम वर्षा दर्ज की जाती है, जबकि दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी जिले अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाओं से अच्छी बारिश प्राप्त करते हैं।
प्रश्न 106: राजस्थान की औसत वर्षा है –
A) 48-52 सेमी
B) 63-67 सेमी
C) 56-58 सेमी
D) 30-35 सेमी
उत्तर: 56-58 सेमी
व्याख्या: राजस्थान में सालाना बारिश का औसत लगभग 57 सेंटीमीटर है, जो विभिन्न क्षेत्रों में 10 से 100 सेंटीमीटर के बीच बदलता रहता है। बारिश का यह अनियमित वितरण और अनिश्चित मात्रा प्रति वर्ष सूखे और अकाल की स्थिति पैदा करने का मुख्य कारण बनती है।
प्रश्न 107: निम्नलिखित में से कौन सी जलवायु राजस्थान में नहीं पायी जाती है –
A) BWhw
B) BSKw
C) Cwg
D) Aw
उत्तर: BSKw
व्याख्या: BSKw प्रकार की जलवायु राजस्थान में मौजूद नहीं है। कोपेन वर्गीकरण के अनुसार राज्य में Aw, Bshw, Bwhw और Cwg – ये चार मुख्य जलवायु प्रकार पाए जाते हैं।
प्रश्न 108: निम्नलिखित में से कौन-से कारक राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करते हैं – (A) अक्षांशीय अवस्थिति (B) देशान्तरीय अवस्थिति (C) अरब सागर से दूरी (D) उच्चावच विशेषताएं
A) A और D
B) A, B और C
C) A, C और D
D) B, C और D
उत्तर: A, C और D
व्याख्या: राजस्थान की जलवायु पर अक्षांशीय स्थिति, समुद्र से दूरी, अरावली पर्वत श्रृंखलाओं की स्थिति एवं दिशा, और समुद्र तल से ऊंचाई जैसे कारकों का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 111: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान में ‘Cwg’ जलवायु पाई जाती है –
A) शुष्क प्रदेश में
B) अर्द्ध शुष्क प्रदेश में
C) दक्षिणी-पूर्वी प्रदेश में
D) हाड़ौती पठारी प्रदेश में
उत्तर: दक्षिणी-पूर्वी प्रदेश में
व्याख्या: Cwg जलवायु प्रकार, जो उप-आर्द्र जलवायु को दर्शाता है, मुख्य रूप से राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह अरावली पर्वत श्रृंखला के पूर्वी हिस्से में स्थित है।
प्रश्न 112: निम्नलिखित में से राजस्थान के किन जिलों में उप आर्द्र जलवायु पायी जाती है –
A) गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू
B) उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़
C) कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़
D) जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक
उत्तर: जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक
व्याख्या: उप-आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में जयपुर, अजमेर, अलवर और टोंक जिले शामिल हैं। यह जलवायु प्रकार मध्य राजस्थान के विस्तृत भू-भाग में फैला हुआ है।
प्रश्न 113: कोपेन वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के जलवायु कौनसे जिले ‘Aw’ प्रकार की जलवायु में सम्मिलित है –
A) उदयपुर – सिरोही – जालौर – राजसमन्द
B) जयपुर – अलवर – दौसा – भरतपुर
C) बांसवाड़ा – डूंगरपुर – झालावाड़ – प्रतापगढ़
D) कोटा – बूंदी – झालावाड़ – सवाई माधोपुर
उत्तर: बांसवाड़ा – डूंगरपुर – झालावाड़ – प्रतापगढ़
व्याख्या: Aw श्रेणी की उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु मुख्य रूप से राजस्थान के दक्षिणी जिलों – बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़ और प्रतापगढ़ में पाई जाती है। यह क्षेत्र राज्य के सबसे आर्द्र हिस्से में आता है।
प्रश्न 114: कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है –
A) Aw – सीकर, चूरू
B) Bshw – बाड़मेर, जालौर
C) Bwhw – जैसलमेर, पश्चिमी बीकानेर
D) Cwg – अरावली के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
उत्तर: Aw – सीकर, चूरू
व्याख्या: सीकर और चूरू जिले Aw जलवायु प्रदेश में नहीं आते हैं। वास्तव में ये जिले Bshw या Cwg जलवायु क्षेत्रों के अंतर्गत स्थित हैं, जबकि Aw जलवायु राजस्थान के दक्षिणी हिस्से तक ही सीमित है।
प्रश्न 115: राजस्थान की जलवायु के बारे में निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही कूट चुनिए –
(i) पूर्व से पश्चिम की ओर एवं दक्षिण से उत्तर की ओर वर्षा की मात्रा घटती जाती है।
(ii) रेत की अधिकता के कारण दैनिक व वार्षिक तापान्तर अधिक पाया जाता है।
(iii) ग्रीष्म ऋतु में उच्च दैनिक तापमान 49°C तक पहुंच जाता है।
A) (i) तथा (ii) सत्य हैं
B) (i) तथा (iii) सत्य हैं
C) (ii) तथा (iii) सत्य हैं
D) (i), (ii) तथा (iii) सत्य हैं
उत्तर: (i), (ii) तथा (iii) सत्य हैं
व्याख्या: तीनों कथन सही हैं। बारिश की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर कम होती जाती है। रेतीली मिट्टी के कारण तापमान में दैनिक और वार्षिक अंतर काफी अधिक होता है। गर्मियों में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, विशेषकर पश्चिमी राजस्थान के मरुस्थलीय इलाकों में।
प्रश्न 116: थार्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के कौनसे जिले DB’w प्रकार की जलवायु में सम्मिलित हैं –
A) गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर
B) बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, पाली
C) जोधपुर, पाली, नागौर, अजमेर
D) सीकर, झुंझुनूँ, नागौर, जयपुर
उत्तर: गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर
व्याख्या: थार्नवेट के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और बीकानेर जिले DB’w श्रेणी में आते हैं, जो अर्द्ध शुष्क जलवायु को प्रदर्शित करता है। थार्नवेट ने अपने वर्गीकरण में वाष्पीकरण, वनस्पति और तापमान जैसे कारकों को आधार बनाया था।
प्रश्न 117: झालावाड़ और बांसवाड़ा जिले किस जलवायु खण्ड में सम्मिलित है –
A) आर्द्र प्रदेश
B) अर्द्ध-शुष्क प्रदेश
C) अति-आर्द्र प्रदेश
D) उप-आर्द्र प्रदेश
उत्तर: अति-आर्द्र प्रदेश
व्याख्या: झालावाड़ और बांसवाड़ा जिले अति-आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं। यह क्षेत्र राजस्थान के सबसे अधिक वर्षा वाले हिस्से में स्थित है और यहां की जलवायु में नमी की मात्रा सबसे ज्यादा होती है।
प्रश्न 118: निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए –
कोपेन के जलवायु प्रदेश
(A) Aw
(B) Bshw
(C) Bwhw
(D) Cwg
जिले
(I) बांसवाड़ा
(II) गंगानगर
(III) धौलपुर
(IV) सीकर
A) A-I, B-IV, C-II, D-III
B) A-I, B-IV, C-III, D-II
C) A-IV, B-I, C-II, D-III
D) A-III, B-IV, C-II, D-I
उत्तर: A-I, B-IV, C-II, D-III
व्याख्या: सही सुमेलन है – Aw (बांसवाड़ा), Bshw (सीकर), Bwhw (गंगानगर), Cwg (धौलपुर)। यह सुमेलन कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार विभिन्न जिलों की जलवायु विशेषताओं को दर्शाता है।
प्रश्न 119: राजस्थान मरुस्थल में ग्रीष्मकाल की रात्रि में तापमान में आकस्मिक गिरावट होती है, जिसका कारण है :
A) वायुमण्डल में उच्च शुष्कता, स्वच्छ आसमान, रेतीली मिट्टी एवं वनस्पति की कमी
B) उच्च वायुमण्डलीय दाब, नम्र चट्टानों की उपस्थिति एवं रेत के टीले का पाया जाना
C) झीलों की उपस्थिति, बिखरे अधिवास एवं तीव्र वायु की गति
D) निम्न सापेक्षिक आर्द्रता, दिन में अधिक तापमान पचं तेज वायु की गति
उत्तर: वायुमण्डल में उच्च शुष्कता, स्वच्छ आसमान, रेतीली मिट्टी एवं वनस्पति की कमी
व्याख्या: थार मरुस्थल में रात के समय तापमान में अचानक गिरावट का मुख्य कारण वायुमंडल में नमी की कमी, साफ आकाश, रेतीली मिट्टी और वनस्पति का अभाव है। शुष्क हवा में जलवाष्प की कमी के कारण गर्मी जल्दी से नष्ट हो जाती है और रेडिएशन द्वारा ऊष्मा का तेजी से ह्रास होता है, जिससे रात का तापमान तेजी से गिरता है।
प्रश्न 120: ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान में कम वायुदाब का क्षेत्र होता है –
A) पूर्वी क्षेत्र में
B) उत्तरी पूर्वी क्षेत्र में
C) दक्षिण क्षेत्र में
D) उ. पश्चिम क्षेत्र में
उत्तर: उ. पश्चिम क्षेत्र में
व्याख्या: गर्मियों के मौसम में राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न दबाव की पूर्ति के लिए अन्य क्षेत्रों से तेज हवाएं चलती हैं, जो धूल और मिट्टी को अपने साथ लेकर आती हैं, जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘आंधी’ कहा जाता है।
प्रश्न 121: कोपेन के Aw प्रकार की जलवायु वाला जिला है –
A) बाँसवाड़ा
B) सीकर
C) बाड़मेर
D) नागौर
उत्तर: बाँसवाड़ा
व्याख्या: बांसवाड़ा जिला कोपेन वर्गीकरण के Aw प्रकार की जलवायु के अंतर्गत आता है, जो उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु को दर्शाता है। यह जलवायु प्रकार राजस्थान के दक्षिणी हिस्से के कुछ जिलों में पाया जाता है।
प्रश्न 122: कोपेन के अनुसार श्रीगंगानगर _________ जलवायु प्रदेश में स्थित है।
A) Cwg
B) Aw
C) BShw
D) Bwhw
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: श्रीगंगानगर जिला कोपेन वर्गीकरण के Bwhw जलवायु प्रदेश में स्थित है, जो उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु को प्रदर्शित करता है। यह जलवायु प्रकार राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
प्रश्न 123: मौसम विज्ञान के अनुसार सामान्य वर्षा से 51% व अधिक वर्षा में कमी होने पर ____ सूखा कहते हैं।
A) सामान्य
B) भयंकर
C) मध्यम
D) नहीं
उत्तर: भयंकर
व्याख्या: जब किसी क्षेत्र में सामान्य वर्षा की तुलना में 51% या उससे अधिक की कमी होती है, तो इसे भयंकर सूखे की श्रेणी में रखा जाता है। मौसम विज्ञान में सूखे को वर्षा की कमी के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है।
प्रश्न 124: राजस्थान के निम्नलिखित में से कौन से जिले 50 सेमी समवर्षा रेखा के पश्चिम में अवस्थित हैं – नीचे दिये गये कूटों में से सही उत्तर चुनिये :
A. दौसा
B. चुरू
C. हनुमानगढ़
D. भीलवाड़ा
A) A, B एवं C
B) A, C एवं D
C) B एवं D
D) B एवं C
उत्तर: B एवं C
व्याख्या: 50 सेंटीमीटर समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभाजित करती है। चुरू और हनुमानगढ़ जिले इस रेखा के पश्चिम में स्थित हैं, जहां वर्षा की मात्रा कम होती है, जबकि रेखा के पूर्व में स्थित जिलों में相对 अधिक वर्षा होती है।
प्रश्न 125: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण में Bwhw जलवायु प्रदेश की कौन सी एक विशेषता है –
A) आर्द्र एवं गर्म
B) कम वाष्पीकरण
C) शुष्क एवं उष्ण दशाएँ
D) कम वर्षा और ठंडी जलवायु दशाएँ
उत्तर: शुष्क एवं उष्ण दशाएँ
व्याख्या: Bwhw जलवायु प्रदेश की मुख्य विशेषता शुष्क और उष्ण परिस्थितियाँ हैं। यह जलवायु प्रकार राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्रों में पाया जाता है, जहां वर्षा बहुत कम और तापमान अधिक रहता है।
प्रश्न 126: सूखे का प्रकार जब किसी क्षेत्र में मौसमी वर्षा दीर्घकालिक औसत से 75 प्रतिशत कम होती है –
A) मौसमी सूखा
B) जलीय सूखा
C) कृषिगत सूखा
D) सामाजिक-आर्थिक सूखा
उत्तर: मौसमी सूखा
व्याख्या: जब किसी बड़े क्षेत्र में सामान्य से 75% कम वर्षा होती है, तो इसे मौसमी सूखा कहा जाता है। सूखे की तीन मुख्य श्रेणियां हैं – मौसमी सूखा, जलीय सूखा (जल स्रोतों के सूखने पर) और कृषिगत सूखा (फसलों के लिए अपर्याप्त नमी)।
प्रश्न 127: कोपेन के अनुसार, राजस्थान में कौन सा जलवायु प्रकार उष्ण कटिबंधीय शुष्क (मरुस्थलीय) जलवायु को दर्शाता है –
ASSI. TESTING OFFICER 2021A) Aw
B) Cwg
C) Bshw
D) Bwhw
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: कोपेन वर्गीकरण के अनुसार Bwhw जलवायु प्रकार उष्ण कटिबंधीय शुष्क या मरुस्थलीय जलवायु को प्रदर्शित करता है। यह जलवायु राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्रों में पाई जाती है, जहां वर्षा नाममात्र की होती है और तापमान अधिक रहता है।
प्रश्न 128: थॉर्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु का प्रतिनिधित्व करता है –
Librarian Grade III 2022 (Paper 1)A) DA’W
B) EA’d
C) DB’W
D) CA’w
उत्तर: EA’d
व्याख्या: थॉर्नवेट के जलवायु वर्गीकरण में EA’d प्रकार उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु को दर्शाता है। इस जलवायु में गर्म और शुष्क परिस्थितियाँ prevail करती हैं तथा वर्षा की कमी होती है। इस प्रकार की जलवायु में जेरोफाइटिक वनस्पतियाँ पाई जाती हैं।
प्रश्न 129: कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के कौन से भागों में ‘Aw’ प्रकार का जलवायु प्रदेश पाया जाता है –
Superintendent Gar. 2021 (GK)A) दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग
B) मध्यवर्ती एवं उत्तरी भाग
C) उत्तरी एवं उत्तरी-पूर्वी भाग
D) पश्चिमी एवं दक्षिणी-पश्चिमी भाग
उत्तर: दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग
व्याख्या: Aw प्रकार की उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु मुख्य रूप से राजस्थान के दक्षिणी और दक्षिणी-पूर्वी भागों में पाई जाती है। यह जलवायु प्रदेश राज्य के सबसे आर्द्र क्षेत्रों को कवर करता है, जहां वार्षिक वर्षा की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है।
प्रश्न 130: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान का कौन सा क्षेत्र ‘Aw’ प्रकार की जलवायु का अनुभव करता है –
RSMSSB LSA 2022A) सबसे दक्षिणी क्षेत्र
B) उत्तर पूर्वी क्षेत्र
C) पश्चिमी क्षेत्र
D) सबसे उत्तरी क्षेत्र
उत्तर: सबसे दक्षिणी क्षेत्र
व्याख्या: Aw प्रकार की उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु राजस्थान के सबसे दक्षिणी क्षेत्र में पाई जाती है। यह जलवायु प्रदेश राज्य के दक्षिणी सिरे पर स्थित जिलों तक ही सीमित है और यहां की जलवायु में नमी की मात्रा सबसे अधिक होती है।
प्रश्न 131: निम्नलिखित में से कौनसा (जलवायु प्रकार – जिला) सुमेलित नहीं है –
JEN 2022: Civil Degree (GK)A) Bwhw – गंगानगर
B) Bshw – जयपुर
C) Cwg – अलवर
D) AW – कोटा
उत्तर: Bshw – जयपुर
व्याख्या: जयपुर जिला Bshw जलवायु प्रदेश में नहीं, बल्कि Cwg जलवायु प्रदेश में स्थित है। Cwg प्रदेश उप-आर्द्र जलवायु को दर्शाता है, जो जयपुर और आसपास के क्षेत्रों की जलवायु विशेषताओं के अनुरूप है।
प्रश्न 132: कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है –
Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1A) EA’d जलवायु प्रदेश – पूर्वी राजस्थान
B) DB’w जलवायु प्रदेश – उत्तरी राजस्थान
C) Da’w जलवायु प्रदेश – मध्य राजस्थान
D) CA’w जलवायु प्रदेश – दक्षिण-पूर्वी राजस्थान
उत्तर: EA’d जलवायु प्रदेश – पूर्वी राजस्थान
व्याख्या: EA’d जलवायु प्रदेश, जो उष्ण शुष्क कटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु को दर्शाता है, पूर्वी राजस्थान में नहीं बल्कि पश्चिमी राजस्थान के क्षेत्रों में पाया जाता है। थार्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार यह जलवायु प्रदेश राज्य के पश्चिमी मरुस्थलीय भाग को कवर करता है।
प्रश्न 133: उपआर्द्र जलवायु का क्षेत्र है –
A) अरावली पर्वतीय प्रदेश
B) दक्षिणी पूर्वी पठारी भाग
C) पूर्वी मैदानी भाग
D) लूनी बेसिन
उत्तर: अरावली पर्वतीय प्रदेश
व्याख्या: उप-आर्द्र जलवायु मुख्य रूप से अरावली पर्वतीय प्रदेश में पाई जाती है। इस क्षेत्र में जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक जैसे जिले शामिल हैं, जहां की जलवायु मध्यम आर्द्रता वाली होती है और वर्षा की मात्रा राज्य के औसत के आसपास रहती है।
प्रश्न 134: सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और सही कूट का चयन कीजिए –
| सूची-I (जिला) | सूची-II (जलवायु प्रदेश) |
|---|
| A) जैसलमेर | i) अति-आर्द्र |
| B) जयपुर | ii) आर्द्र |
| C) सवाई माधोपुर | iii) उप-आर्द्र |
| D) झालावाड़ | iv) शुष्क |
A) A – (iii), B – (ii), C – (i), D – (iv)
B) A – (iv), B – (iii), C – (ii), D – (i)
C) A – (iv), B – (ii), C – (iii), D – (i)
D) A – (iv), B – (iii), C – (i), D – (ii)
उत्तर: A – (iv), B – (iii), C – (ii), D – (i)
व्याख्या: सही सुमेलन है – जैसलमेर (शुष्क), जयपुर (उप-आर्द्र), सवाई माधोपुर (आर्द्र), झालावाड़ (अति-आर्द्र)। यह सुमेलन विभिन्न जिलों की वर्षा और आर्द्रता की स्थिति के आधार पर किया गया है।
प्रश्न 135: थार्नथ्वेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से किस जलवायु वर्ग में जैसलमेर अवस्थित है –
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1A) DB’w
B) EA’d
C) CA’w
D) DA’w
उत्तर: EA’d
व्याख्या: थार्नथ्वेट के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार जैसलमेर EA’d जलवायु वर्ग में स्थित है, जो उष्ण शुष्क कटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु को दर्शाता है। यह जलवायु प्रकार राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्रों की विशेषता है।
प्रश्न 136: कोपेन वर्गीकरण का निम्नलिखित में से कौनसा कोड झालावाड़ जिले की जलवायु को निरूपित करता है –
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1A) Bwhw
B) Cwg
C) Aw
D) Bshw
उत्तर: Aw
व्याख्या: झालावाड़ जिले की जलवायु को कोपेन वर्गीकरण के Aw कोड से निरूपित किया जाता है, जो उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु को दर्शाता है। यह जलवायु प्रकार राजस्थान के दक्षिणी जिलों में पाया जाता है, जहां वार्षिक वर्षा की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है।
प्रश्न 137: राजस्थान के निम्नलिखित किस स्थान पर सर्वाधिक वर्षा होती है –
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)A) जयपुर
B) कोटा
C) माउंट आबू
D) बृजराजनगर
उत्तर: माउंट आबू
व्याख्या: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू में होती है, जहां वार्षिक औसत 120-140 सेंटीमीटर के बीच रहता है। यहीं पर वर्षा के सबसे अधिक दिन (लगभग 48 दिन) भी दर्ज किए जाते हैं, जो इसे राज्य का सबसे आर्द्र स्थान बनाता है।
प्रश्न 138: निम्नलिखित में से मावठ द्वारा लाभार्थी फसल कौन सी नहीं है –
RSMSSB VDO Mains 2022A) गेहूँ
B) सरसों
C) चना
D) मूंगफली
उत्तर: मूंगफली
व्याख्या: मावठ (शीतकालीन वर्षा) से रबी की फसलों जैसे गेहूं, चना और सरसों को सबसे अधिक लाभ होता है। मूंगफली खरीफ की फसल है और यह शीतकालीन वर्षा से सीधे तौर पर लाभान्वित नहीं होती, क्योंकि इसकी बुआई और विकास का समय अलग होता है।
प्रश्न 139: राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभों से वर्षा किन महीनों में होती है –
RSMSSB VDO Mains 2022A) सितम्बर और अक्टूबर
B) अप्रैल और मई
C) दिसम्बर और जनवरी
D) जुलाई और अगस्त
उत्तर: दिसम्बर और जनवरी
व्याख्या: पश्चिमी विक्षोभों के कारण होने वाली वर्षा मुख्य रूप से दिसंबर और जनवरी महीनों में होती है। इस शीतकालीन वर्षा को स्थानीय भाषा में ‘मावठ’ कहा जाता है और यह रबी फसलों, विशेषकर गेहूं के लिए अत्यंत लाभकारी होती है।
प्रश्न 140: राजस्थान का कौन सा क्षेत्र अर्द्धशुष्क अथवा स्टेपी जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत आता है –
Police SI 13 September 2021 (Gk)A) जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर, झुन्झुनू
B) प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, कोटा, बूंदी, बारां
C) गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू
D) उदयपुर, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा
उत्तर: जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर, झुन्झुनू
व्याख्या: अर्द्धशुष्क या स्टेपी जलवायु प्रदेश में जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर और झुन्झुनू जिले शामिल हैं। यह क्षेत्र अरावली पर्वत श्रृंखला के पश्चिम में स्थित है और यहां की जलवायु में वर्षा की मात्रा मध्यम से कम होती है।
प्रश्न 141: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित हैं –
| सूची-I (जलवायु) | सूची-II (जिला) |
|---|
| A) Cwg | i) भरतपुर |
| B) Bwhw | ii) बाड़मेर |
| C) Bshw | iii) गंगानगर |
| D) Aw | iv) डूंगरपुर |
A) (A), (C), एवं (D)
B) (B), (C) एवं (D)
C) (B) एवं (C)
D) (A) एवं (D)
उत्तर: (A) एवं (D)
व्याख्या: सही सुमेलन Cwg (भरतपुर) और Aw (डूंगरपुर) का है। श्रीगंगानगर Bwhw जलवायु में और बाड़मेर Bshw जलवायु में आता है, जबकि दिए गए विकल्प में इनका सुमेलन गलत दर्शाया गया है।
प्रश्न 142: निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा की परिवर्तिता पाई जाती है –
A) सुदूर पश्चिमी भाग
B) उत्तर-पूर्वी भाग
C) दक्षिणी भाग
D) उत्तरी भाग
उत्तर: सुदूर पश्चिमी भाग
व्याख्या: वर्षा में सबसे अधिक परिवर्तनशीलता राजस्थान के सुदूर पश्चिमी भाग में देखने को मिलती है। इसका कारण यह है कि इस क्षेत्र में कुल वर्षा की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए थोड़े से परिवर्तन का प्रतिशत अधिक दिखाई देता है।
प्रश्न 143: राजस्थान में मई और जून में सर्वाधिक धूल भरी आंधियाँ किस जिले में आती हैं –
VDO Exam 1st Shift 27 Dec 2021A) जैसलमेर
B) बीकानेर
C) गंगानगर
D) बाड़मेर
उत्तर: गंगानगर
व्याख्या: मई और जून के महीनों में धूल भरी आंधियों की सबसे अधिक संख्या श्रीगंगानगर जिले में दर्ज की जाती है, जहां औसतन 27 दिन तक ऐसी आंधियां चलती हैं। यह इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और जलवायु परिस्थितियों के कारण होता है।
प्रश्न 144: राजस्थान में शीतकाल में होने वाली वर्षा (मावठ) किन कारणों से होती है –
A) दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनी हवाओं के कारण
B) पश्चिमी विक्षोभ के कारण
C) हिमालय से टकराकर वापस लौटती मानसूनी हवाओं के कारण
D) पछुआ हवाओं के कारण
उत्तर: पश्चिमी विक्षोभ के कारण
व्याख्या: शीतकाल में होने वाली वर्षा (मावठ) मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभों के कारण होती है। यह विक्षोभ भूमध्य सागरीय क्षेत्र से उत्पन्न होते हैं और सर्दियों के मौसम में भारत के उत्तरी मैदानी इलाकों में वर्षा लाते हैं, जिसे स्थानीय भाषा में मावठ कहा जाता है।
प्रश्न 145: ‘राज्य का आर्द्र जिला’ कहलाता है –
A) बांसवाड़ा
B) झालावाड़
C) उदयपुर
D) डूंगरपुर
उत्तर: झालावाड़
व्याख्या: झालावाड़ जिले को ‘राज्य का आर्द्र जिला’ कहा जाता है, क्योंकि यहां वार्षिक वर्षा का औसत राजस्थान के अन्य जिलों की तुलना में सबसे अधिक है। इस जिले की जलवायु में नमी की मात्रा अपेक्षाकृत ज्यादा रहती है।
प्रश्न 146: राजस्थान में मई और जून महीनों में उत्पन्न होने वाले धूल भरी आंधी के कारण होते हैं –
A) (A) और (C)
B) (A), (B) और (C)
C) (A) और (B)
D) केवल (A)
उत्तर: केवल (A)
व्याख्या: मई और जून महीनों में धूल भरी आंधियों का मुख्य कारण अत्यधिक गर्मी के कारण वायु में नमी की कमी और निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनना है। तीव्र गर्मी से वायु हल्की होकर ऊपर उठती है और उच्च दबाव वाले क्षेत्रों से तेज गति से हवाएं चलने लगती हैं, जिससे आंधियां उत्पन्न होती हैं।
प्रश्न 147: कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन डूंगरपुर जिले को दर्शाता है –
A) Aw
B) BShw
C) BWhw
D) Cwg
उत्तर: Aw
व्याख्या: डूंगरपुर जिला कोपेन वर्गीकरण के Aw प्रकार की जलवायु में आता है, जो उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु को दर्शाता है। यह जलवायु प्रदेश राजस्थान के दक्षिणी हिस्से के कुछ जिलों तक सीमित है।
प्रश्न 148: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से कौन से सही सुमेलित हैं?
RPSC Ras Pre. Exam 2021| सूची-I (जलवायु) | सूची-II (जिला) |
|---|
| A) Cwg | i) भरतपुर |
| B) Bwhw | ii) बाड़मेर |
| C) Bshw | iii) गंगानगर |
| D) Aw | iv) डूंगरपुर |
A) (B) एवं (C)
B) (A), (C) एवं (D)
C) (B), (C) एवं (D)
D) (A) एवं (D)
उत्तर: (A) एवं (D)
व्याख्या: सही सुमेलन Cwg (भरतपुर) और Aw (डूंगरपुर) का है। Bwhw जलवायु गंगानगर में और Bshw जलवायु बाड़मेर में पाई जाती है, लेकिन दिए गए विकल्प में इनका सुमेलन गलत दर्शाया गया है। विभिन्न जलवायु प्रदेशों का सही वितरण कोपेन वर्गीकरण के अनुसार ही मान्य है।
प्रश्न 149: थार्नथ्वेट ने जलवायु वर्गीकरण किस आधार पर किया –
A) वर्षा
B) वनस्पति
C) मृदा
D) तापमान
उत्तर: वनस्पति
व्याख्या: थार्नथ्वेट ने अपना जलवायु वर्गीकरण मुख्य रूप से वनस्पति के आधार पर किया है। उनके अनुसार वनस्पति जलवायु का सबसे अच्छा संकेतक होती है, क्योंकि यह तापमान और वर्षा जैसे जलवायवीय कारकों के सम्मिलित प्रभाव को प्रतिबिंबित करती है।
प्रश्न 150: अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत राज्य के कौन-से जिले आते हैं –
A) झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
B) बूंदी एवं सिरोही
C) अलवर एवं भरतपुर
D) भरतपुर एवं धौलपुर
उत्तर: झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
व्याख्या: अति आर्द्र जलवायु प्रदेश में झालावाड़ और बांसवाड़ा जिले मुख्य रूप से शामिल हैं। यह क्षेत्र राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित है और यहां वार्षिक वर्षा की मात्रा राज्य में सबसे अधिक होती है, जिसके कारण इसे अति आर्द्र जलवायु प्रदेश का दर्जा प्राप्त है।
प्रश्न 151: निम्नलिखित जलवायु को राजस्थान के सम्बंधित जलवायु से मिलान कीजिए –
| सूची-I (जलवायु) | सूची-II (विभाजन) |
|---|
| 1) मरुस्थल | A) उत्तर-पश्चिम राजस्थान |
| 2) उप आर्द्र | B) केन्द्रीय आरावली |
| 3) आर्द्र | C) राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान |
| 4) अति आर्द्र | D) राजस्थान का दक्षिण-पश्चिमीय पठार |
A) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
B) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C
C) 1-B, 2-C, 3-A, 4-D
D) 1-A, 2-C, 3-B, 4-D
उत्तर: 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
व्याख्या: राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु विशेषताओं का सही संबंध इस प्रकार स्थापित होता है: मरुस्थलीय प्रकार की जलवायु राज्य के उत्तर-पश्चिमी भाग में पाई जाती है, उप-आर्द्र जलवायु मध्य आरावली क्षेत्र में विस्तृत है, आर्द्र जलवायु उत्तर-पूर्वी मैदानी इलाके में मिलती है, जबकि अति-आर्द्र जलवायु दक्षिण-पश्चिमी पठारी भाग में देखने को मिलती है।
प्रश्न 152: निम्नलिखित में से कौन से जिलों का समूह सर्वाधिक औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
A) झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
B) उदयपुर तथा भीलवाड़ा
C) बूंदी तथा कोटा
D) भरतपुर तथा करौली
उत्तर: झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
व्याख्या: राजस्थान में वार्षिक वर्षा के मामले में झालावाड़ जिला शीर्ष स्थान रखता है जहाँ लगभग 100 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की जाती है। वर्षा वाले दिनों की संख्या के संदर्भ में भी झालावाड़ 40 दिनों के साथ अग्रणी है, जबकि बांसवाड़ा 38 दिनों के साथ दूसरे स्थान पर है। राज्य में मानसूनी वर्षा का प्रमुख स्रोत दक्षिण-पश्चिमी मानसून हवाएं हैं, इसके बाद बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून, अरब सागर का मानसून और अंत में भूमध्य सागरीय मानसून का स्थान आता है।
प्रश्न 153: सामान्यतः राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून की अवधि होती है –
A) जून से अक्टूबर
B) जून से सितम्बर
C) जुलाई से अक्टूबर
D) मई से अगस्त
उत्तर: जून से सितम्बर
व्याख्या: राजस्थान में वर्षा ऋतु की अवधि जून माह के मध्य से शुरू होकर सितंबर महीने के अंत तक चलती है, जिस दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय रहता है और राज्य के अधिकांश भागों में वर्षा प्रदान करता है।
प्रश्न 154: निम्न में से कौन सा, राजस्थान में प्रचलित तौर पर ‘मावठ’ के रूप में जाना जाता है –
A) पर्वतीय लवण
B) मरुस्थलीय मृदा
C) शीतकालीन वर्षा
D) लोकनृत्य
उत्तर: शीतकालीन वर्षा
व्याख्या: राजस्थान की स्थानीय भाषा में शीत ऋतु में होने वाली वर्षा को ‘मावठ’ कहा जाता है। यह वर्षा भूमध्य सागर से उत्पन्न होने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण होती है जो राज्य के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में जाड़े के मौसम में वर्षा लाते हैं। यह वर्षा रबी की फसलों विशेषकर गेहूं के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है और इसे ‘गोल्डन ड्रॉप्स’ या ‘सोने की बूंदें’ के उपनाम से भी जाना जाता है।
प्रश्न 155: राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है –
A) नागौर
B) झुन्झुनू
C) जैसलमेर
D) उदयपुर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: ग्रीष्म ऋतु के दौरान राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्रों में वायुदाब की स्थिति पूर्वी क्षेत्रों की तुलना में कम रहती है। इस मौसम में पश्चिम से चलने वाली गर्म और शुष्क हवाएं, जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘लू’ कहा जाता है, निम्न वायुदाब का क्षेत्र निर्मित करती हैं। इस निम्न दाब की पूर्ति के लिए अन्य क्षेत्रों से तेज गति से हवाएं चलती हैं जो धूल और मिट्टी को अपने साथ उड़ाकर ले जाती हैं, जिसे ‘आंधी’ के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 156: निम्न में से कौन सी समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभक्त करती है –
A) 50 सेंटीमीटर
B) 55 सेंटीमीटर
C) 110 सेंटीमीटर
D) 100 सेंटीमीटर
उत्तर: 50 सेंटीमीटर
व्याख्या: 50 सेंटीमीटर की समवर्षा रेखा राजस्थान को दो प्रमुख भागों में विभाजित करने वाली महत्वपूर्ण रेखा है। इस रेखा के उत्तर-पश्चिम में स्थित क्षेत्रों में वार्षिक वर्षा की मात्रा कम रहती है, जबकि दक्षिण-पूर्व के क्षेत्रों में वर्षा अपेक्षाकृत अधिक होती है। यह रेखा मोटे तौर पर अरावली पर्वतमाला के क्षेत्र से होकर गुजरती है।
प्रश्न 157: निम्नलिखित युग्मों में से कौन सा युग्म सुमेल नहीं है –
| सूची-I (कोपेन के अनुसार जलवायु प्रदेश) | सूची-II (जिला) |
|---|
| A) Aw | i) बांसवाड़ा |
| B) Bwhw | ii) बाड़मेर |
| C) Bshw | iii) पाली |
| D) Cwg | iv) टोंक |
A) Aw – बांसवाड़ा
B) Bwhw – बाड़मेर
C) Bshw – पाली
D) Cwg – टोंक
उत्तर: Bwhw – बाड़मेर
व्याख्या: जर्मन वैज्ञानिक डॉ. ब्लादीमीर कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु वर्गीकरण प्रणाली के अनुसार, बाड़मेर जिला Bshw श्रेणी के अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है, न कि Bwhw श्रेणी के उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश में। Bwhw प्रदेश में जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनूपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं।
प्रश्न 158: ‘थार्नथ्वेट’ के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जैसलमेर की जलवायु को प्रस्तुत करता है –
A) EA′d
B) DA′w
C) CA′w
D) DB′w
उत्तर: EA′d
व्याख्या: थार्नवेट की जलवायु वर्गीकरण पद्धति में वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति आवरण, वाष्पीकरण की मात्रा, वर्षा और तापमान जैसे कारकों को आधार बनाया गया है। इस वर्गीकरण के अनुसार जैसलमेर की जलवायु EA’d श्रेणी में आती है, जो उष्ण शुष्क कटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु को दर्शाती है। इसी श्रेणी में फलौदी, बीकानेर और अनूपगढ़ जैसे पश्चिमी राजस्थान के अन्य जिले भी शामिल हैं।
प्रश्न 159: राजस्थान में शीतकालीन वर्षा उन चक्रवातों के परिणामस्वरूप होती है, जो उत्पन्न होते हैं –
A) लाल सागर में
B) काला सागर में
C) अरब सागर में
D) भूमध्य सागर में
उत्तर: भूमध्य सागर में
व्याख्या: राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली वर्षा का प्रमुख स्रोत भूमध्य सागर में उत्पन्न होने वाले चक्रवातीय विक्षोभ हैं। ये विक्षोभ पश्चिमी दिशा से राज्य में प्रवेश करते हैं और स्थानीय भाषा में ‘मावठ’ कहलाने वाली शीतकालीन वर्षा प्रदान करते हैं, जो रबी फसलों विशेषकर गेहूं के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होती है।
प्रश्न 160: राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली भूमध्यसागरीय चक्रवातीय वर्षा कहलाती है –
Agriculture Research Officer – 2020A) उत्तर पूर्वी मानसून
B) मावट
C) आम्र वर्षा
D) खेजड़ी वर्षा
उत्तर: मावट
व्याख्या: भूमध्य सागर से उत्पन्न होने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में शीत ऋतु में जो वर्षा होती है, उसे स्थानीय भाषा में ‘मावट’ या ‘मावठ’ कहा जाता है। यह वर्षा गेहूं जैसी रबी फसलों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होती है और इसे ‘गोल्डन ड्रॉप्स’ के नाम से भी जाना जाता है।
प्रश्न 161: निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन सा जिला अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है –
Agriculture Research Officer – 2020A) अजमेर
B) राजसमंद
C) दौसा
D) बारां
उत्तर: बारां
व्याख्या: बारां जिला राजस्थान के अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है। इसी जलवायु प्रदेश में दक्षिणी-पूर्वी कोटा, झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, दक्षिणी-पूर्वी सलूम्बर और माउंट आबू क्षेत्र भी शामिल हैं, जहाँ राज्य के अन्य भागों की तुलना में अधिक वर्षा दर्ज की जाती है।
प्रश्न 162: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार बाड़मेर एवं झुंझुनू जिले किस जलवायु प्रदेश में समाहित हैं –
Agriculture Officer 2020A) Bwhw
B) Bshw
C) Cwg
D) Aw
उत्तर: Bshw
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार बाड़मेर और झुंझुनू जिले Bshw श्रेणी के अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं। यह जलवायु प्रदेश मुख्य रूप से अरावली पर्वतमाला के पश्चिम में स्थित क्षेत्रों में विस्तृत है और इसमें मध्यम वर्षा वाले शुष्क क्षेत्र शामिल हैं।
प्रश्न 163: कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से किन जिलों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
Agriculture Officer 2020A) भरतपुर एवं अलवर
B) बांसवाड़ा एवं झालावाड़
C) सीकर एवं नागौर
D) हनुमानगढ़ एवं बीकानेर
उत्तर: बांसवाड़ा एवं झालावाड़
व्याख्या: कोपेन वर्गीकरण प्रणाली में Aw श्रेणी उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश को दर्शाती है। राजस्थान में यह जलवायु डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, दक्षिणी चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ जिलों में पाई जाती है, जहाँ राज्य के अन्य भागों की तुलना में अधिक आर्द्रता और वर्षा देखने को मिलती है।
प्रश्न 164: ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान के किन जिलों में वायु की गति अधिक होगी –
A) पूर्वी
B) पश्चिमी
C) उत्तरी
D) दक्षिणी
उत्तर: पश्चिमी
व्याख्या: ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान के पश्चिमी जिलों में वायु की गति सबसे अधिक देखने को मिलती है। इसका कारण यह है कि अत्यधिक गर्मी के कारण पश्चिमी क्षेत्रों में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है, जिसकी पूर्ति के लिए उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से तेज गति से हवाएं चलती हैं, जिससे आंधियों का प्रवाह बना रहता है।
प्रश्न 165: राजस्थान में औसत वार्षिक वर्षा की सर्वाधिक परिवर्तनशीलता आलेखित करने वाले जिले हैं –
A) अलवर, भरतपुर
B) अजमेर, टोंक
C) जैसलमेर, बाड़मेर
D) बाँसवाड़ा, डूँगरपुर
उत्तर: जैसलमेर, बाड़मेर
व्याख्या: वार्षिक वर्षा में सबसे अधिक अनिश्चितता और परिवर्तनशीलता जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में देखने को मिलती है। ये पश्चिमी राजस्थान के जिले हैं जहाँ वर्षा की मात्रा और समय में significant fluctuations होती रहती हैं, जिससे इन क्षेत्रों में सूखे की स्थिति अक्सर बनी रहती है।
प्रश्न 166: जलवायु की दृष्टि से अधिकांशतः राजस्थान स्थित है –
A) उष्ण कटिबन्ध में
B) उपोष्ण कटिबन्ध में
C) शीत कटिबन्ध में
D) शीतोष्ण कटिबन्ध में
उत्तर: उपोष्ण कटिबन्ध में
व्याख्या: भौगोलिक स्थिति के आधार पर राजस्थान का अधिकांश भाग उपोष्ण कटिबंध में स्थित है। हालांकि यह क्षेत्र उष्ण कटिबंध के निकट है, लेकिन वास्तव में इसकी जलवायु उपोष्ण कटिबंधीय विशेषताएं प्रदर्शित करती है, जहाँ गर्मियों में उच्च तापमान और सर्दियों में मध्यम ठंड देखने को मिलती है।
प्रश्न 167: राजस्थान की अधिकांश वर्षा किन मानसूनी पवनों से होती है –
Agriculture Supervisor Exam 2018A) पूर्वी हवाएँ
B) पश्चिमी विक्षोभ
C) दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
व्याख्या: राजस्थान में वार्षिक वर्षा का सबसे बड़ा हिस्सा दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनी हवाओं से प्राप्त होता है। वर्षा के स्रोतों के मामले में दूसरा स्थान बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसून का है, इसके बाद अरब सागर के मानसून और अंत में भूमध्य सागर से उत्पन्न होने वाले मानसून का स्थान आता है।
प्रश्न 168: 1000 मिलिबार की समदाब रेखा जुलाई माह में गुजरती है –
A) सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
B) सिरोही, चित्तौड़गढ़, कोटा और बांरा से
C) जालोर, पाली, अजमेर एवं करौली से
D) उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा एवं बारां से
उत्तर: सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
व्याख्या: जुलाई माह में 1000 मिलीबार की समदाब रेखा राजस्थान के सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ जिलों से होकर गुजरती है। इस रेखा पर स्थित सभी स्थानों पर वायुमंडलीय दाब लगभग समान होता है, जो जुलाई के महीने में इन क्षेत्रों की जलवायु विशेषताओं को दर्शाता है।
प्रश्न 169: कोपेन ने जलवायु प्रदेश के वर्गीकरण का आधार माना है –
A) वनस्पति
B) वर्षा
C) तापमान
D) वायुदाब
उत्तर: वनस्पति
व्याख्या: जर्मन वैज्ञानिक व्लादिमीर कोपेन ने अपनी जलवायु वर्गीकरण प्रणाली का प्राथमिक आधार वनस्पति को बनाया है। उनके अनुसार, किसी क्षेत्र की प्राकृतिक वनस्पति उसकी जलवायु परिस्थितियों की सबसे अच्छी अभिव्यक्ति होती है। हालांकि उन्होंने वर्षा और तापमान को भी महत्व दिया है, क्योंकि ये कारक परोक्ष रूप से वनस्पति को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 170: राजस्थान में शीतकालीन वर्षा का कारण है –
Lect. College Edu. EXAM 2014(GK)A) स्थानीय हवायें
B) द. पूर्वी मानसून
C) उ. पूर्वी मानसून
D) पश्चिमी विक्षोभ
उत्तर: पश्चिमी विक्षोभ
व्याख्या: राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली वर्षा का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ हैं, जो भूमध्य सागर में उत्पन्न होते हैं और पश्चिमी दिशा से राज्य में प्रवेश करते हैं। ये विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में ‘मावठ’ के रूप में जानी जाने वाली वर्षा लाते हैं, जो रबी फसलों विशेषकर गेहूं के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होती है।
प्रश्न 171: राजस्थान में अरावली का कौन सा भाग सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करता है –
A) उत्तर-पूर्वी
B) मध्य
C) दक्षिणी
D) शेखावाटी पहाड़ियां
उत्तर: दक्षिणी
व्याख्या: अरावली पर्वतमाला के दक्षिणी भाग को राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा प्राप्त होती है। इसी क्षेत्र में स्थित माउंट आबू राज्य का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है, जहाँ 120-140 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है और वर्षा के दिनों की संख्या भी सबसे अधिक (48 दिन) रहती है।
प्रश्न 172: राजस्थान में न्यूनतम ग्रीष्मकालीन तापमान वला क्षेत्र है –
A) दक्षिणी-पूर्वी
B) उत्तरी-पश्चिमी
C) दक्षिणी-पश्चिमी
D) उत्तरी-पूर्वी
उत्तर: दक्षिणी-पश्चिमी
व्याख्या: राजस्थान का दक्षिण-पश्चिमी भाग, विशेषकर सिरोही जिला, ग्रीष्म ऋतु में सबसे कम तापमान अनुभव करता है। इसका मुख्य कारण इस क्षेत्र की अधिक ऊंचाई है, क्योंकि ऊंचाई बढ़ने के साथ तापमान में कमी आती है, जिससे यहाँ गर्मियों में अपेक्षाकृत समशीतोष्ण जलवायु conditions बनी रहती हैं।
प्रश्न 173: राजस्थान में लौटते मानसून ऋतु की अवधि है –
A) जुलाई से अगस्त
B) मार्च से जून
C) अक्टूबर से दिसम्बर
D) जनवरी से फरवरी
उत्तर: अक्टूबर से दिसम्बर
व्याख्या: राजस्थान में लौटते मानसून की अवधि अक्टूबर से दिसंबर महीने तक होती है। यह वह period है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य से वापस लौटता है और मौसम में परिवर्तन होने लगता है, जिससे तापमान में गिरावट और आर्द्रता में कमी देखने को मिलती है।
प्रश्न 174: राजस्थान में थार्नवेट के जलवायु प्रदेश EA’d में कौनसा क्षेत्र नहीं आता –
A) बाड़मेर
B) जैसलमेर
C) फलौदी
D) हनुमानगढ़
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: थार्नवेट के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार EA’d श्रेणी उष्ण शुष्क कटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु को दर्शाती है। इस श्रेणी में अनूपगढ़, बीकानेर, फलौदी, बाड़मेर, जैसलमेर जैसे पश्चिमी राजस्थान के जिले शामिल हैं, जबकि हनुमानगढ़ इस श्रेणी में नहीं आता है।
प्रश्न 175: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार झुंझुनू जिले की जलवायु किस कोटि में रखी जा सकती है –
A) Aw
B) Bshw
C) Bwhw
D) Cwg
उत्तर: Bshw
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार झुंझुनू जिला Bshw श्रेणी के अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसी श्रेणी में चूरू, सीकर, नीम का थाना, नागौर, ब्यावर, जोधपुर, जालौर, सांचौर, बाड़मेर आदि जिले भी शामिल हैं, जहाँ मध्यम शुष्क जलवायु conditions पाई जाती हैं।
प्रश्न 176: पूर्व दिशा से राजस्थान में चलने वाली हवा को क्या कहा जाता है –
A) पुरवाई
B) लू
C) पछुआ
D) पश्चिमी विक्षोभ
उत्तर: पुरवाई
व्याख्या: बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न होने वाला मानसून जब पूर्वी दिशा से राजस्थान में प्रवेश करता है, तो इन हवाओं को स्थानीय भाषा में ‘पुरवाई’, ‘पूरवईयां’, ‘पूरवा’ या ‘आगुणी’ कहा जाता है। यह मानसून राज्य में सर्वाधिक वर्षा लाने का कार्य करता है और मुख्य रूप से उत्तरी, उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा प्रदान करता है।
प्रश्न 177: राजस्थान में किस दिशा में वर्षा कम होती जाती है –
A) उत्तर से दक्षिण
B) पश्चिम से पूर्व
C) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व
D) दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
उत्तर: दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
व्याख्या: राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर घटती जाती है। अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएं राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा लाती हैं, लेकिन जैसे-जैसे ये हवाएं आगे बढ़ती हैं, वर्षा की मात्रा कम होती जाती है, जिससे उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में कम वर्षा दर्ज की जाती है।
प्रश्न 178: थार मरूस्थल में रात्रि का तापमान गर्मियों में अचानक गिर जाता है क्योंकि –
A) निम्न सापेक्षिक आर्द्रता, दिन में ऊंचा तापक्रम एवं बादलों का अभाव
B) झीलों की उपस्थिति, अधिवासों की विरलाता एवं उच्च वायुवेग
C) वातावरण की शुष्कता, स्वच्छ आकाश, मिट्टी की बलुई प्रकृति, वनस्पति का अभाव
D) वायुमण्डलीय दबाव के कम होने, नग्न चट्टानों की उपस्थित, बालू के टिलों की उपस्थिति के कारण
उत्तर: वातावरण की शुष्कता, स्वच्छ आकाश, मिट्टी की बलुई प्रकृति, वनस्पति का अभाव
व्याख्या: थार मरुस्थल में दिन और रात के तापमान में भारी अंतर का मुख्य कारण वातावरण की अत्यधिक शुष्कता, स्वच्छ आकाश, बलुई मिट्टी की प्रकृति और वनस्पति के अभाव का संयोजन है। शुष्क हवा में नमी की कमी के कारण यह दिन में जल्दी गर्म और रात में जल्दी ठंडी हो जाती है। बलुई मिट्टी तेजी से ऊष्मा ग्रहण करती है और तेजी से ऊष्मा त्यागती है, जबकि स्वच्छ आकाश और वनस्पति के अभाव के कारण रात्रि में ऊष्मा का तेजी से विकिरण होता है, जिससे तापमान में तेज गिरावट आती है।
प्रश्न 179: राजस्थान में प्रवेश करने वाले पश्चिम विक्षोभ की उत्पत्ति कौन से क्षेत्र से होती है –
A) अरब सागर
B) हिन्द महासागर
C) बंगाल की खाड़ी
D) भूमध्य सागर
उत्तर: भूमध्य सागर
व्याख्या: राजस्थान में शीत ऋतु में वर्षा लाने वाले पश्चिमी विक्षोभों की उत्पत्ति भूमध्य सागर में होती है। ये विक्षोभ पश्चिमी दिशा से राज्य में प्रवेश करते हैं और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में ‘मावठ’ के रूप में जानी जाने वाली वर्षा प्रदान करते हैं, जो रबी फसलों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होती है।
प्रश्न 180: मानचित्र में छायांकित क्षेत्र प्रदर्शित करता है –
COMPILER Exam 2016A) 80 से.मी. से अधिक वर्षा के क्षेत्र
B) 60 से 70 से.मी. वर्षा के क्षेत्र
C) 50 से 60 से. मी. वर्षा के क्षेत्र
D) 50 से. मी. से कम वर्षा के क्षेत्र
उत्तर: 80 से.मी. से अधिक वर्षा के क्षेत्र
व्याख्या: संदर्भित मानचित्र में छायांकित क्षेत्र राजस्थान के उन भागों को दर्शाता है जहाँ वार्षिक वर्षा की मात्रा 80 सेंटीमीटर से अधिक है। ये क्षेत्र मुख्य रूप से राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी भागों में स्थित हैं, जहाँ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसून से अधिक वर्षा प्राप्त होती है।
प्रश्न 181: निम्नलिखित में से किस स्थान पर राजस्थान में साधारणतः सर्वाधिक वर्षा दर्ज की जाती है –
JSA Serology-2019 (Rajasthan Gk)A) नाथद्वारा
B) मा. आबु
C) प्रतापगढ़
D) रावतभाटा
उत्तर: मा. आबु
व्याख्या: राजस्थान का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान माउंट आबु है, जहाँ सामान्यतः 120-140 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है। इसी स्थान पर वर्षा के दिनों की संख्या भी सबसे अधिक (48 दिन) रहती है, जो इसे राज्य का सबसे आर्द्र स्थान बनाती है।
प्रश्न 182: उत्तर-पूर्वी राजस्थान की जलवायु है –
JSA Ballistic-2019 (Rajasthan Gk)A) अर्द्ध-शुष्क
B) आर्द्र
C) उप-आर्द्र
D) अति-आर्द्र
उत्तर: अर्द्ध-शुष्क
व्याख्या: उत्तर-पूर्वी राजस्थान की जलवायु अर्द्ध-शुष्क श्रेणी में आती है। इस क्षेत्र में चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, दक्षिणी बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर और बीकानेर के पूर्वी भाग के साथ-साथ पाली, जालौर, सीकर, नागौर, डीडवाना कुचामन और झुंझुनू के पश्चिमी भाग शामिल हैं, जहाँ मध्यम वर्षा और शुष्क conditions देखने को मिलती हैं।
प्रश्न 183: थोर्नट्वेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से कौन-सी ऊष्णकटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु को दर्शाता है –
Junior Instructor (Fitter)A) DB′w
B) EA′d
C) DA′w
D) CA′w
उत्तर: EA′d
व्याख्या: थार्नवेट के जलवायु वर्गीकरण में EA’d श्रेणी ऊष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु को प्रदर्शित करती है। इस वर्गीकरण प्रणाली में वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति आवरण, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा और तापमान जैसे कारकों को आधार बनाया गया है, और EA’d श्रेणी राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्रों की जलवायु विशेषताओं को दर्शाती है।
प्रश्न 184: राजस्थान के चूरू जिले में कोपेन वर्गीकरण के अनुसार किस प्रकार की जलवायु स्थित है –
Junior Instructor (Fitter)उत्तर: Bwhw
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार चूरू जिला Bwhw श्रेणी के उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसी श्रेणी में गंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़, फलौदी, जैसलमेर और बीकानेर जिले भी शामिल हैं, जहाँ अत्यधिक शुष्क और गर्म जलवायु conditions पाई जाती हैं।
प्रश्न 185: 30 वर्ष से अधिक समयावधि की औसत वायुमण्डलीय दशाओं को कहते हैं –
Junior Instructor (Fitter)A) मौसम
B) जलवायु
C) ऋतु
D) चक्रवात
उत्तर: जलवायु
व्याख्या: जलवायु शब्द से तात्पर्य किसी विशिष्ट भू-भाग पर 30 वर्ष या उससे अधिक समयावधि में देखी गई वायुमंडलीय दशाओं के औसत स्वरूप से है। यह दीर्घकालिक मौसमी patterns को दर्शाता है, जबकि मौसम किसी विशेष समय की वायुमंडलीय स्थितियों को बताता है।
प्रश्न 186: सूखा सम्भावित क्षेत्र कार्यक्रम कब लागू किया गया –
Junior Instructor (COPA)A) 1974-75
B) 1977-78
C) 1985-86
D) 1966-67
उत्तर: 1974-75
व्याख्या: सूखा संभावित क्षेत्र विकास कार्यक्रम को चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-74) के दौरान प्रारंभ किया गया था, और यह 1974-75 में पूर्ण रूप से लागू हो गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राजस्थान के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में जल संरक्षण और कृषि विकास के उपायों को बढ़ावा देना था।
प्रश्न 187: निम्न में से किस प्रदेश में स्टेपी प्रकार की वनस्पति पायी जाती है –
Junior Instructor (COPA)A) शुष्क
B) अर्द्ध शुष्क
C) आर्द्र
D) उप-आर्द्र
उत्तर: अर्द्ध शुष्क
व्याख्या: अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश में स्टेपी प्रकार की वनस्पति और घास के मैदान पाए जाते हैं। राजस्थान में यह वनस्पति बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, नागौर, चुरू, सीकर, झुंझुनू और हनुमानगढ़ जिलों में देखने को मिलती है, जहाँ मध्यम वर्षा और शुष्क conditions के कारण घास प्रधान वनस्पति उगती है।
प्रश्न 188: थोर्नट्वेट वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा बांसवाड़ा व डूंगरपुर की जलवायु को दर्शाता है –
Junior Instructor (Eco. Investigator)A) EA′d
B) CA′w
C) DB′w
D) DA′w
उत्तर: CA′w
व्याख्या: थार्नवेट के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले CA’w श्रेणी के उप-आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं। इसी श्रेणी में सलूम्बर, प्रतापगढ़, झालावाड़ और बारां जिले भी शामिल हैं, जहाँ राज्य के अन्य भागों की तुलना में अधिक आर्द्र जलवायु conditions देखने को मिलती हैं।
प्रश्न 189: निम्नलिखित में से कौन-सा Bshw प्रकार की जलवायु दर्शाता है –
Junior Instructor (Eco. Investigator)A) जालौर
B) गंगानगर
C) बीकानेर
D) डूंगरपुर
उत्तर: जालौर
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार जालौर जिला Bshw श्रेणी के अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसी श्रेणी में सांचौर, सिरोही, पाली, बालोतरा, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, सीकर, डीडवाना कुचामन, झुंझुनू और चुरू जिले भी शामिल हैं, जहाँ मध्यम शुष्क जलवायु conditions पाई जाती हैं।
प्रश्न 190: कोपेन वर्गीकरण के अनुसार जैसलमेर व बीकानेर के पश्चिमी भागों में निम्नलिखित में से किस प्रकार की जलवायु है –
Junior Instructor (Electrician)A) Bwhw
B) Cwg
C) Aw
D) Bshw
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार जैसलमेर और बीकानेर के पश्चिमी भाग Bwhw श्रेणी के उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं। इसी श्रेणी में गंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़ और फलौदी जैसे जिले भी शामिल हैं, जहाँ अत्यधिक शुष्क और गर्म मरुस्थलीय जलवायु conditions देखने को मिलती हैं।
प्रश्न 191: निम्नलिखित जिलों में से किस जिले में अधिकतम वर्षा होती है –
Junior Instructor (Electrician)A) जोधपुर
B) अजमेर
C) बीकानेर
D) सीकर
उत्तर: अजमेर
व्याख्या: उपरोक्त विकल्पों में दिए गए जिलों में अजमेर में सबसे अधिक वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है। अजमेर जिला कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार उप-आर्द्र जलवायु प्रदेश में स्थित है, जहाँ जोधपुर, बीकानेर और सीकर की तुलना में अधिक वर्षा प्राप्त होती है।
प्रश्न 192: राजस्थान में शुष्कतम जिला कौनसा है –
JSA Toxicology-2019 (Rajasthan Gk)A) जोधपुर
B) जैसलमेर
C) बाड़मेर
D) बीकानेर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: राजस्थान का सबसे शुष्क जिला जैसलमेर है, जहाँ वार्षिक वर्षा की मात्रा न्यूनतम स्तर पर रहती है। हालांकि, राज्य का सबसे शुष्क स्थान फलोदी है, जो जैसलमेर जिले में ही स्थित है और जहाँ वर्षा की मात्रा सबसे कम दर्ज की जाती है।
प्रश्न 193: राजस्थान के कौन से जिलों में अधिकतम वर्षा दिनों की संख्या पायी जाती है –
College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018 (G.K.)A) टोंक, सवाई-माधोपुर एवं करौली
B) झालावाड़, कोटा एवं बारां
C) सिरोही, उदयपुर एवं राजसमंद
D) जयपुर, दौसा एवं भरतपुर
उत्तर: झालावाड़, कोटा एवं बारां
व्याख्या: वर्षा वाले दिनों की संख्या के मामले में झालावाड़ जिला 40 दिनों के साथ शीर्ष स्थान पर है, जबकि बांसवाड़ा 38 दिनों के साथ दूसरे स्थान पर है। झालावाड़, कोटा और बारां जिले राज्य के दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित हैं, जहाँ मानसूनी हवाओं से अधिक दिनों तक वर्षा प्राप्त होती है।
प्रश्न 194: निम्नलिखित राजस्थान के जिलों में से कौनसा एक अति-आर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है –
JSA Chemistry-2019 (Rajasthan Gk)A) अजमेर
B) राजसमंद
C) बारां
D) दौसा
उत्तर: बारां
व्याख्या: बारां जिला राजस्थान के अति-आर्द्र जलवायु प्रदेश का हिस्सा है। इसी प्रदेश में दक्षिणी-पूर्वी कोटा, झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, दक्षिणी-पूर्वी सलूम्बर और माउंट आबू क्षेत्र भी शामिल हैं, जहाँ राज्य के अन्य भागों की तुलना में सबसे अधिक वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है।
प्रश्न 195: राजस्थान के किस क्षेत्र का दैनिक तापान्तर सर्वाधिक रहता है –
A) उत्तरी क्षेत्र
B) पूर्वी क्षेत्र
C) दक्षिणी क्षेत्र
D) पश्चिमी क्षेत्र
उत्तर: पश्चिमी क्षेत्र
व्याख्या: राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र, विशेषकर थार मरुस्थल का इलाका, दैनिक तापान्तर के मामले में शीर्ष स्थान रखता है। यहाँ दिन और रात के तापमान में भारी अंतर देखने को मिलता है, जिसका मुख्य कारण शुष्क हवा, बलुई मिट्टी, स्वच्छ आकाश और वनस्पति के अभाव का संयोजन है।
प्रश्न 196: निम्न में से राजस्थान में मानसून के प्रत्यावर्तन का समय है –
A) अक्टूबर से मध्य नवम्बर
B) नवम्बर और दिसम्बर
C) जून और जुलाई
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: अक्टूबर से मध्य नवम्बर
व्याख्या: राजस्थान में मानसून के लौटने की अवधि अक्टूबर से मध्य नवंबर तक होती है। इस दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य से वापस लौटने लगता है, जिससे तापमान में गिरावट और आर्द्रता में कमी देखने को मिलती है, और शीत ऋतु की शुरुआत होने लगती है।
प्रश्न 197: राजस्थान में वर्षा का समय कितनी बार होता है –
उत्तर: 2
व्याख्या: राजस्थान में वर्षा मुख्य रूप से दो distinct periods में होती है। प्राथमिक वर्षा ऋतु जून के मध्य से सितंबर तक चलती है, जब दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय रहता है। द्वितीयक वर्षा शीत ऋतु में होती है, जब पश्चिमी विक्षोभों के कारण ‘मावठ’ के रूप में वर्षा प्राप्त होती है।
प्रश्न 198: राजस्थान की अधिकांश वर्षा किन मानसूनी पवनों से होती है –
Agriculture Supervisor Exam 2018A) पूर्वी हवाएँ
B) पश्चिमी विक्षोभ
C) दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
व्याख्या: राजस्थान में वार्षिक वर्षा का सबसे बड़ा हिस्सा दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनी हवाओं से प्राप्त होता है। वर्षा के स्रोतों के महत्व के क्रम में बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून दूसरे स्थान पर है, इसके बाद अरब सागर का मानसून और अंत में भूमध्य सागर से उत्पन्न होने वाले मानसून का स्थान आता है।
प्रश्न 199: अर्द्ध-शुष्क जलवायु वाला जिला है –
Raj Jail Warder (28-10-18) Shift 3A) झालावाड़
B) प्रतापगढ़
C) जयपुर
D) जोधपुर
उत्तर: जोधपुर
व्याख्या: जोधपुर जिला राजस्थान के अर्द्ध-शुष्क जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसी श्रेणी में चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, दक्षिणी बाड़मेर, बालोतरा, बीकानेर के पूर्वी भाग के साथ-साथ पाली, जालौर, सीकर, नागौर, डीडवाना कुचामन और झुंझुनू के पश्चिमी भाग भी शामिल हैं, जहाँ मध्यम वर्षा और शुष्क conditions देखने को मिलती हैं।
प्रश्न 200: कथन – उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान की जलवायु विषम है। कारण – दिन व रात के तापक्रम में भिन्नता पाई जाती है।
A) कथन सही है लेकिन कारण गलत है।
B) कथन गलत है लेकिन कारण सही है।
C) कथन गलत है और कारण भी गलत है।
D) कथन सही है और कारण भी सही है।
उत्तर: कथन सही है और कारण भी सही है।
व्याख्या: उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान की जलवायु को विषम माना जाता है क्योंकि यहाँ दिन और रात के तापमान में extreme variations देखने को मिलते हैं। यह भिन्नता मुख्य रूप से बलुई मिट्टी की त्वरित ऊष्मा अवशोषण और त्वरित ऊष्मा मुक्ति की विशेषता के कारण उत्पन्न होती है, जो इस क्षेत्र की जलवायु को विषम बनाती है और कारण भी सही ढंग से इसकी व्याख्या करता है।
प्रश्न 201: राजस्थान में उष्ण मरूस्थलीय जलवायु के लिए कोपेन ने किस कूट का प्रयोग किया –
Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 3A) Aw
B) Bshw
C) Bwhw
D) Cwg
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: जलवायु वर्गीकरण प्रणाली के जनक व्लादिमिर कोपेन ने विभिन्न जलवायु क्षेत्रों को चिन्हित करने के लिए तापमान, वर्षा और वनस्पति जैसे मापदंडों का उपयोग किया। Bwhw कोड उन क्षेत्रों के लिए है जहाँ उष्ण कटिबंधीय गर्म और शुष्क मरुस्थलीय परिस्थितियाँ पाई जाती हैं। राजस्थान के पश्चिमी जिले जैसे गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और जैसलमेर इसी श्रेणी में आते हैं।
प्रश्न 202: कोपन के वर्गीकरण के अनुसार गंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर में किस प्रकार की जलवायु मिलती है –
2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -A)A) Aw
B) Bwhw
C) Bshw
D) Cwg
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: कोपेन की जलवायु श्रेणीकरण पद्धति के मुताबिक, राजस्थान के उत्तरी-पश्चिमी जिले गर्म और शुष्क उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु (Bwhw) के अंतर्गत आते हैं। यह क्षेत्र वार्षिक तापमान में उच्च उतार-चढ़ाव और कम वर्षा की विशेषताओं से युक्त है, जो इसे इस जलवायु प्रकार का प्रतिनिधित्व करने वाला बनाता है।
प्रश्न 203: कोपेन वर्गीकरण के हिसाब से राजस्थान का सर्वाधिक क्षेत्र किस प्रकाश के जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है –
Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 1A) Aw प्रदेश
B) Bwhw प्रदेश
C) Cwg प्रदेश
D) Bshw प्रदेश
उत्तर: Bshw प्रदेश
व्याख्या: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान राज्य का सबसे बड़ा भौगोलिक हिस्सा अर्द्ध-शुष्क जलवायु (Bshw) के दायरे में आता है। यह प्रदेश मध्यम वर्षा और उच्च तापमान वाली जलवायविक परिस्थितियों से चिह्नित है, जो राज्य के बड़े हिस्से में विद्यमान है।
प्रश्न 204: बीकानेर शहर किस प्रकार की जलवायु प्रदेश का प्रतिनिध शहर है –
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 2A) Cwg प्रदेश
B) BShw प्रदेश
C) Aw प्रदेश
D) Bwhw प्रदेश
उत्तर: Bwhw प्रदेश
व्याख्या: बीकानेर नगर गर्म शुष्क मरुस्थलीय जलवायु (Bwhw) का एक प्रमुख उदाहरण है। यह शहर अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति के कारण अत्यधिक गर्मी, कम वर्षा और मरुस्थलीय पर्यावरण की विशेषताओं को प्रदर्शित करता है, जो इस जलवायु प्रकार की पहचान है।
प्रश्न 205: कथन: पश्चिमी रेगिस्तान में वनस्पति बहुत कम है।
कारण: थार मरूस्थल में वर्षा कम होती है।
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 2A) कथन सही है और कारण भी सही है
B) कथन गलत है और कारण भी गलत है
C) कथन सही है लेकिन कारण गलत है
D) कथन गलत है लेकिन कारण सही है
उत्तर: कथन सही है और कारण भी सही है
व्याख्या: थार मरुस्थल के पश्चिमी भाग में वनस्पति आवरण का अभाव मुख्य रूप से अत्यधिक कम वर्षा के कारण है। अरावली पर्वतमाला की स्थिति मानसूनी हवाओं के लिए एक प्राकृतिक अवरोध का काम करती है, जिससे इस क्षेत्र में जल की कमी रहती है और परिणामस्वरूप वनस्पति का विकास सीमित हो पाता है।
प्रश्न 206: बांसवाडा शहर किस प्रकार की जलवायु प्रदेश का प्रतिनिधि शहर है –
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1A) Bshw प्रदेश
B) Aw प्रदेश
C) Cwg प्रदेश
D) Bwhw प्रदेश
उत्तर: Aw प्रदेश
व्याख्या: बांसवाड़ा शहर उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु (Aw) का प्रतिनिधित्व करता है। राजस्थान के दक्षिणी हिस्से में स्थित यह नगर अपेक्षाकृत अधिक वर्षा और उच्च आर्द्रता वाली जलवायविक दशाओं से युक्त है, जो इस जलवायु प्रकार की मुख्य पहचान हैं।
प्रश्न 207: राजस्थान को दो भागों में बांटने वाली समवर्षा रेखा है –
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1A) 25 सेमी. की
B) 150 सेमी. की
C) 100 सेमी. की
D) 50 सेमी. की
उत्तर: 50 सेमी. की
व्याख्या: 50 सेंटीमीटर की समवर्षा रेखा राजस्थान को दो स्पष्ट भागों में विभाजित करती है। इस रेखा के उत्तर-पश्चिम में वर्षा की मात्रा कम होती है, जबकि दक्षिण-पूर्व के क्षेत्रों में वर्षा अपेक्षाकृत अधिक प्राप्त होती है। यह रेखा मोटे तौर पर अरावली पर्वतश्रेणी के साथ संरेखित है।
प्रश्न 208: कोपेन वर्गीकरण के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-सा डूंगरपुर जिले के लिए है –
Lab Assistant Exam 2018A) Aw
B) BShw
C) BWhw
D) Cwg
उत्तर: Aw
व्याख्या: डूंगरपुर जिला उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु (Aw) के अंतर्गत आता है। राजस्थान के दक्षिणी भाग में अवस्थित यह क्षेत्र राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है, जो इस जलवायु प्रकार की विशेषता को दर्शाता है।
प्रश्न 209: राजस्थान में निम्नलिखित में से किस जिले में वार्षिक वर्षा में अधिकतम विषमता पायी जाती है –
Lab Assistant Exam 2018A) बाड़मेर
B) जयपुर
C) जैसलमेर
D) बांसवाड़ा
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: जैसलमेर जिला वार्षिक वर्षा में सबसे अधिक अनिश्चितता और परिवर्तनशीलता का अनुभव करता है। इस क्षेत्र में वर्षा की मात्रा और समय में होने वाले उतार-चढ़ाव की दर राज्य के अन्य सभी जिलों की तुलना में सर्वाधिक है।
प्रश्न 210: सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और सही कूट का चयन कीजिए –
| सूची-I (प्राकृतिक भाग) | सूची-II (औसत वर्षा) |
|---|
| A) उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान | i) 12 से 15 सेमी. |
| B) पूर्वी मैदान | ii) 40 से 80 सेमी. |
| C) मध्यवर्ती पहाड़ी प्रदेश | iii) 20 से 90 सेमी. |
| D) दक्षिण-पूर्वी पठार | iv) 75 सेमी. |
A) A – (iv), B – (iii), C – (ii), D – (i)
B) A – (ii), B – (iii), C – (iv), D – (i)
C) A – (ii), B – (iii), C – (i), D – (iv)
D) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
उत्तर: A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
व्याख्या: राजस्थान के विभिन्न प्राकृतिक क्षेत्रों में वर्षा का वितरण भिन्न-भिन्न है। उत्तरी-पश्चिमी मरुस्थलीय भाग में सबसे कम (12-15 सेमी), पूर्वी मैदानी इलाकों में मध्यम (40-80 सेमी), मध्यवर्ती पहाड़ी प्रदेश में परिवर्तनशील (20-90 सेमी), और दक्षिण-पूर्वी पठारी क्षेत्र में लगभग 75 सेमी औसत वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है।
प्रश्न 211: Cwg प्रदेश के अन्तर्गत आने वाला राजस्थान का भूभाग कौनसा है –
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1A) अरावली पर्वत के उत्तरी तथा उत्तरी पश्चिमी भाग
B) अरावली पर्वत के पश्चिमी भाग केवल
C) इस जलवायु प्रकार में राजस्थान का कोई भूभाग नहीं है
D) अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग
उत्तर: अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग
व्याख्या: उप-आर्द्र जलवायु प्रदेश (Cwg) राजस्थान के उन क्षेत्रों में पाया जाता है जो अरावली पर्वतमाला के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी ढलानों पर स्थित हैं। यह क्षेत्र मध्यम वर्षा और समशीतोष्ण तापमान वाली जलवायविक परिस्थितियों से युक्त है।
प्रश्न 212: राजस्थान के मरूस्थल में अति-उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर हेतु उत्तरदायी सर्वप्रमुख कारण निम्नलिखित में से कौनसा है –
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1A) मानसून ऋतु में उच्च आर्द्रता
B) शुष्क ऋतु में अतिन्यून आर्द्रता
C) वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं
व्याख्या: राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान के बीच तथा विभिन्न ऋतुओं के तापमान में होने वाला अत्यधिक अंतर मुख्य रूप से वर्षभर बनी रहने वाली उच्च शुष्कता की स्थिति के कारण है। शुष्क वायु में ताप को संचित रखने की क्षमता कम होती है, जिससे तापमान में तीव्र उतार-चढ़ाव होता है।
प्रश्न 213: राजस्थान में ‘मावट’ की वर्षा द्वारा निम्नलिखित में से कौनसी फसल लाभान्वित हैं –
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1A) बाजरा
B) ज्वार
C) गेहूं
D) चावल
उत्तर: गेहूं
व्याख्या: शीतकाल में होने वाली ‘मावट’ वर्षा रबी फसलों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होती है। गेहूं की फसल को इस समय हल्की वर्षा से विशेष लाभ मिलता है, जिससे उपज में वृद्धि होती है। इस कारण स्थानीय भाषा में इसे ‘सोने की बूंदें’ भी कहा जाता है।
प्रश्न 214: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के जिलों में निम्नलिखित समूहों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है। –
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1A) डूंगरपुर, उदयपुर और राजसमन्द में
B) भीलवाड़ा, टोंक और जयपुर में
C) सवाई माधोपुर, धोलपुर और झालावाड में
D) डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड में
उत्तर: डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड में
व्याख्या: उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु (Aw) मुख्य रूप से राजस्थान के दक्षिणी जिलों में पाई जाती है। डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड़ इस जलवायु प्रकार के प्रमुख प्रतिनिधि क्षेत्र हैं, जहाँ वार्षिक वर्षा का स्तर राज्य के अन्य भागों की तुलना में अधिक रहता है।
प्रश्न 215: निम्नांकित में से कौन सा राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करने वाला आधारभूत तत्त्व है –
Livestock Assistant Exam 2018A) समुद्र से दूरी
B) समुद्र तल से ऊंचाई
C) तापमान
D) वनस्पति
उत्तर: तापमान
व्याख्या: किसी भी क्षेत्र की जलवायु की मूलभूत विशेषताओं को निर्धारित करने में तापमान सबसे महत्वपूर्ण कारक के रूप में कार्य करता है। यह वायुमंडलीय दशाओं, वर्षा के स्वरूप और समग्र जलवायविक परिस्थितियों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाला प्राथमिक तत्व है।
प्रश्न 216: थाॅर्नवेट जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान का अधिकांश भाग जिस जलवायु प्रदेश में पाया जाता है, वह है –
A) EA′d
B) CA′w
C) DA′w
D) DB′w
उत्तर: DA′w
व्याख्या: थॉर्नवेट की जलवायु वर्गीकरण पद्धति के अनुसार, राजस्थान का बहुत बड़ा भाग उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश (DA’w) के अंतर्गत आता है। यह वर्गीकरण वाष्पीकरण, वनस्पति और जलवायविक संतुलन जैसे कारकों पर आधारित है, जो इस क्षेत्र की जलवायविक विशेषताओं को बेहतर ढंग से प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 217: कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु वर्गीकरण के अनुसार कौनसा युग्म सुमेलित नहीं है –
A) Aw – बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, झालावाड़
B) Bwhw – बीकानेर, जैसलमेर, हनुमानगढ़
C) Cwg – चित्तौड़गढ़, कोटा, सवाईमाधोपुर
D) Bshw – दौसा, करौली, बांरा
उत्तर: Bshw – दौसा, करौली, बांरा
व्याख्या: दौसा, करौली और बारां जिले वास्तव में उप-आर्द्र जलवायु (Cwg) के अंतर्गत आते हैं, न कि अर्द्ध-शुष्क जलवायु (Bshw) के। अर्द्ध-शुष्क जलवायु मुख्य रूप से राजस्थान के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी जिलों में पाई जाती है, जबकि ये तीनों जिले पूर्वी भाग में स्थित हैं।
प्रश्न 218: राज्य में वर्षा की मात्रा घटती है –
A) दक्षिणी-पूर्व से उत्तर-पश्चिम
B) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व
C) दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पूर्व
D) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम
उत्तर: दक्षिणी-पूर्व से उत्तर-पश्चिम
व्याख्या: राजस्थान में वर्षा का वितरण स्पष्ट रूप से भौगोलिक दिशा के साथ परिवर्तित होता है। दक्षिण-पूर्वी जिलों में सबसे अधिक वर्षा प्राप्त होती है, जबकि उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने पर वर्षा की मात्रा में निरंतर कमी आती जाती है। यह प्रवृत्ति मानसूनी हवाओं की दिशा और अरावली पर्वतमाला की स्थिति से प्रभावित है।
प्रश्न 219: सूर्य के उत्तरायण होने पर –
A) तापमान में वृद्धि होती है।
B) वायुदाब में कमी होती है।
C) तापमान में कमी होती है।
D) 1 व 2 दोनों
उत्तर: 1 व 2 दोनों
व्याख्या: सूर्य के उत्तरायण (उत्तरी गोलार्ध की ओर झुकाव) के साथ ही तापमान में क्रमिक वृद्धि प्रारंभ हो जाती है। इस अवधि में सूर्य की किरणें उत्तरी गोलार्ध पर सीधी पड़ने लगती हैं, जिससे वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन होता है और तापमान में वृद्धि के साथ-साथ वायुदाब में भी कमी आती है।
प्रश्न 220: राजस्थान कौनसे कटिबन्ध में स्थित है –
A) शीतोष्ण
B) उपोष्ण
C) शीत
D) उष्ण
उत्तर: उपोष्ण
व्याख्या: भौगोलिक स्थिति के आधार पर राजस्थान उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में अवस्थित है। यद्यपि इसकी स्थिति उष्ण कटिबंध के निकट है, तथापि इसकी जलवायविक विशेषताएँ इसे उपोष्ण कटिबंधीय श्रेणी में रखती हैं।
प्रश्न 221: भभूल्या क्या है –
A) एक प्रकार की वर्षा
B) एक प्रकार की वनस्पति
C) दक्षिणी राजस्थान की रिवाज
D) एक प्रकार की आंधी
उत्तर: एक प्रकार की आंधी
व्याख्या: भभूल्या राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली एक विशेष प्रकार की धूलभरी आंधी को कहते हैं। यह तीव्र वायु प्रवाह के कारण उत्पन्न होती है जो धूल और रेत को ऊपर उठाकर एक बवंडर का रूप ले लेती है। स्थानीय भाषा में इस घटना के लिए यह शब्द प्रचलित है।
प्रश्न 222: राजस्थान में सम्भावित वाष्पोत्सर्जन की सर्वाधिक दर है –
A) कोटा
B) बीकानेर
C) जैसलमेर
D) झालावाड़
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: जैसलमेर जिले में संभावित वाष्पोत्सर्जन की दर राजस्थान में सर्वोच्च है। इसका कारण इस क्षेत्र की अत्यधिक शुष्क जलवायविक परिस्थितियाँ, उच्च तापमान और न्यूनतम आर्द्रता स्तर है, जो पानी के वाष्पीकरण को अधिकतम स्तर तक बढ़ा देती हैं।
प्रश्न 223: निम्न में से कौनसा जिला उप-आर्द्र जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत नहीं आता –
A) टोंक
B) जोधपुर
C) भीलवाड़ा
D) कोटा
उत्तर: जोधपुर
व्याख्या: जोधपुर जिला उप-आर्द्र जलवायु प्रदेश में शामिल नहीं है। यह क्षेत्र अर्द्ध-शुष्क जलवायविक दशाओं से युक्त है, जहाँ वर्षा का स्तर उप-आर्द्र क्षेत्रों की तुलना में काफी कम रहता है और शुष्कता की स्थिति अधिक प्रबल होती है।
प्रश्न 224: राजस्थान का कौनसा क्षेत्र नगण्य वर्षा वाला है –
A) उत्तरी-पश्चिमी
B) उत्तरी-पूर्वी
C) दक्षिणी-पूर्वी
D) दक्षिणी-पश्चिमी
उत्तर: उत्तरी-पश्चिमी
व्याख्या: राजस्थान का उत्तरी-पश्चिमी भाग वर्षा की दृष्टि से सबसे विपन्न क्षेत्र है। इस क्षेत्र में वार्षिक वर्षा का स्तर इतना कम है कि इसे नगण्य श्रेणी में रखा जाता है, जिसके परिणामस्वरूप यहाँ मरुस्थलीय परिस्थितियाँ विद्यमान हैं।
प्रश्न 225: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के किस प्रदेश में Aw प्रकार की जलवायु पाई जाती है –
A) दक्षिणतम प्रदेश
B) उत्तर-पूर्वी प्रदेश
C) पश्चिमी प्रदेश
D) उत्तरतम प्रदेश
उत्तर: दक्षिणतम प्रदेश
व्याख्या: उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु (Aw) राजस्थान के सबसे दक्षिणी हिस्से में सीमित है। यह प्रदेश राज्य के अन्य भागों की तुलना में सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करता है और इसकी जलवायविक विशेषताएँ इसे विशिष्ट बनाती हैं।
प्रश्न 226: राजस्थान में मई-जून महीनों में उत्पन्न होने वाली धूलभरी आंधियों के लिए उत्तरदायी है –
RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018A) अ एवं स
B) अ, ब एवं स
C) अ एवं ब
D) केवल अ
उत्तर: केवल अ
व्याख्या: ग्रीष्मकालीन महीनों में धूलभरी आंधियों का प्रमुख कारण स्थानीय स्तर पर विकसित होने वाली निम्न दबाव की स्थितियाँ हैं। गर्म हवा के हल्के होकर ऊपर उठने से संवहनीय धाराएँ बनती हैं, जो आसपास के क्षेत्रों से तेज गति से हवा को खींचकर धूल और रेत के बवंडर का रूप ले लेती हैं।
प्रश्न 227: निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा परिवर्तिता पाई जाती है –
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.)A) सुदूर पश्चिमी भाग
B) उत्तर-पूर्वी भाग
C) दक्षिणी भाग
D) उत्तरी भाग
उत्तर: सुदूर पश्चिमी भाग
व्याख्या: वर्षा की अनिश्चितता और परिवर्तनशीलता सबसे अधिक राजस्थान के सुदूर पश्चिमी क्षेत्रों में देखने को मिलती है। इस क्षेत्र में वर्षा की मात्रा और समय में होने वाले उतार-चढ़ाव की दर अत्यधिक है, जो कृषि और जल संसाधनों के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न करती है।
प्रश्न 228: राजस्थान की जलवायु दशाओं के सम्बन्ध में निम्न में से कौन सा कथन सत्य है –
A) राजस्थान की जलवायु दशाएँ तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त हैं।
B) राज्य की जलवायु उष्ण-शुष्क प्रकार की है।
C) राज्य में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ती जाती है।
D) राज्य की जलवायु उष्ण-आर्द्र प्रकार की है।
उत्तर: राजस्थान की जलवायु दशाएँ तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त हैं।
व्याख्या: राजस्थान की जलवायविक विशेषताओं में तापमान और वर्षा दोनों में चरम सीमाओं का होना सबसे प्रमुख है। एक ओर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है, तो दूसरी ओर वर्षा का वितरण माउंट आबू में 150 सेमी से अधिक से लेकर जैसलमेर में 5 सेमी से कम तक का अंतर दर्शाता है। यह चरम सीमाओं का यह अंतर राज्य की जलवायु की सबसे विशिष्ट पहचान है।
प्रश्न 229: EA’d जलवायु पाई जाती है –
A) बाड़मेर-जैसलमेर
B) अलवर-भरतपुर
C) टोंक-जयपुर
D) कोटा-बूंदी
उत्तर: बाड़मेर-जैसलमेर
व्याख्या: थॉर्नवेट वर्गीकरण के अनुसार उष्ण शुष्क मरुस्थलीय जलवायु (EA’d) राजस्थान के पश्चिमी सीमावर्ती जिलों में पाई जाती है। बाड़मेर और जैसलमेर इस जलवायु प्रकार के प्रमुख क्षेत्र हैं, जहाँ अत्यधिक शुष्कता और उच्च तापमान की स्थितियाँ विद्यमान हैं।
प्रश्न 230: वार्षिक वर्षा की प्रतिशत मात्रा में अधिक उतार-चढ़ाव वाला जिला है –
A) झालावाड़
B) जैसलमेर
C) उदयपुर
D) बीकानेर
उत्तर: जैसलमेर
व्याख्या: जैसलमेर जिले में वार्षिक वर्षा के प्रतिशत में सबसे अधिक अनिश्चितता और परिवर्तनशीलता देखी जाती है। यहाँ वर्षा की मात्रा में होने वाले उतार-चढ़ाव का दायरा राज्य के अन्य सभी जिलों की तुलना में सबसे व्यापक है, जो इस क्षेत्र की जलवायविक अस्थिरता को दर्शाता है।
प्रश्न 231: कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु प्रदेशों में से राजस्थान में कौन सा सुमेलित नहीं है –
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016| सूची-I (जलवायु) | सूची-II (क्षेत्र) |
|---|
| A) Aw | i) राजस्थान का दक्षिणी भाग |
| B) Cwg | ii) राजस्थान का उत्तरी भाग |
| C) Bwhw | iii) शुष्क मरुस्थल |
| D) Bshw | iv) अर्द्ध-शुष्क मरुस्थल |
A) Aw – राजस्थान का दक्षिणी भाग
B) Cwg – राजस्थान का उत्तरी भाग
C) Bwhw – शुष्क मरुस्थल
D) Bshw – अर्द्ध-शुष्क मरुस्थल
उत्तर: Cwg – राजस्थान का उत्तरी भाग
व्याख्या: उप-आर्द्र जलवायु (Cwg) का संबंध राजस्थान के उत्तरी भाग से नहीं है। यह जलवायु प्रकार वास्तव में अरावली पर्वतमाला के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में पाया जाता है, जहाँ वर्षा और तापमान की दशाएँ इस श्रेणी के अनुरूप हैं।
प्रश्न 232: राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातों को ……….. कहते हैं –
A) लू
B) गरज बौछार
C) मावठ
D) ओलावृष्टि
उत्तर: मावठ
व्याख्या: शीतकाल में भूमध्य सागरीय क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में ‘मावठ’ कहा जाता है। यह हल्की और सतही वर्षा रबी फसलों, विशेष रूप से गेहूं के लिए अत्यंत लाभकारी होती है, और इसे ‘सोने की बूंदें’ भी कहा जाता है।
प्रश्न 233: निम्न में से कौन-सा क्षेत्र राजस्थान में Bshw प्रकार की जलवायु को कोपेन वर्गीकरण के अनुसार दर्शाता है –
A) अरावली के उत्तर का भाग
B) अरावली के दक्षिण का भाग
C) अरावली के पूर्व का भाग
D) अरावली के पश्चिम का भाग
उत्तर: अरावली के पश्चिम का भाग
व्याख्या: अर्द्ध-शुष्क जलवायु (Bshw) मुख्य रूप से अरावली पर्वतमाला के पश्चिमी ढलानों वाले क्षेत्रों में विस्तृत है। यह क्षेत्र वर्षा की कम मात्रा, उच्च तापमान और शुष्क परिस्थितियों से चिह्नित है, जो इस जलवायु प्रकार की विशेषताओं के अनुरूप है।
प्रश्न 234: राजस्थान में सर्दी की वर्षा कहलाती है –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)A) काल बैसाखी
B) आम्र वर्षा
C) मावठ
D) नार्वेस्टर
उत्तर: मावठ
व्याख्या: शीत ऋतु में होने वाली हल्की वर्षा को राजस्थान में ‘मावठ’ के नाम से जाना जाता है। यह वर्षा पश्चिमी विक्षोभों के कारण होती है और रबी फसलों, विशेषकर गेहूं की वृद्धि के लिए अत्यंत उपयोगी मानी जाती है।
प्रश्न 235: ‘मावट’ वर्षा जिनसे होती है, वह है –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)A) उष्णकटिबंधीय चक्रवात
B) दक्षिणी-पश्चिमी मानसून
C) पश्चिमी विक्षोभ
D) लौटता मानसून
उत्तर: पश्चिमी विक्षोभ
व्याख्या: ‘मावट’ वर्षा का सीधा संबंध पश्चिमी विक्षोभों से है। ये विक्षोभ भूमध्य सागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होते हैं और शीतकाल में राजस्थान में पहुँचकर हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा करते हैं, जो कृषि के लिए विशेष रूप से लाभदायक होती है।
प्रश्न 236: राजस्थान में किस ऋतु में सर्वाधिक धूल भरी आंधियाँ चलती हैं –
Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1A) ग्रीष्म ऋतु
B) वर्षा ऋतु
C) शीत ऋतु
D) बसंत ऋतु
उत्तर: ग्रीष्म ऋतु
व्याख्या: धूलभरी आंधियों की सर्वाधिक आवृत्ति ग्रीष्म ऋतु के महीनों में देखी जाती है। इस समय स्थलीय भागों के तीव्र गर्म होने से निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होता है, जो आसपास के उच्च दबाव वाले क्षेत्रों से तेज हवाओं को खींचकर धूल और रेत के बवंडर का रूप ले लेता है।
प्रश्न 237: राजस्थान में वर्षा के लिए निम्न में से कौन उत्तरदायी नहीं है –
Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1A) मानसून की अरब सागर की शाखा
B) मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा
C) पश्चिमी विक्षोभ
D) लौटता हुआ मानसून
उत्तर: लौटता हुआ मानसून
व्याख्या: लौटता हुआ मानसून राजस्थान में वर्षा लाने वाला प्रमुख कारक नहीं है। राज्य में वर्षा मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम मानसून की दोनों शाखाओं (अरब सागर और बंगाल की खाड़ी) तथा शीतकालीन पश्चिमी विक्षोभों के कारण प्राप्त होती है।
प्रश्न 238: राजस्थान के उष्ण शुष्क जलवायु प्रदेश हेतु कोपेन ने कौनसे जलवायु प्रतीकों का समूह दिया –
Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1A) Bshw
B) Bwhw
C) Bshs
D) Bwhs
उत्तर: Bwhw
व्याख्या: कोपेन की जलवायु वर्गीकरण प्रणाली में उष्ण शुष्क मरुस्थलीय जलवायु के लिए Bwhw कोड निर्धारित किया गया है। यह कोड उन क्षेत्रों के लिए प्रयुक्त होता है जहाँ उच्च तापमान, अत्यधिक शुष्कता और न्यून वर्षा जैसी मरुस्थलीय परिस्थितियाँ विद्यमान हों।
प्रश्न 239: निम्न में से कौनसी राजस्थान की मुख्य विशेषताएँ हैं।
Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1A) अ, ब एवं द
B) अ, स एवं द
C) अ, ब एवं स
D) अ, ब, स एवं द
उत्तर: अ, ब, स एवं द
व्याख्या: राजस्थान की जलवायु की प्रमुख विशेषताओं में शुष्क से लेकर आर्द्र तक की विविधता, अपर्याप्त और अनियमित वर्षा का स्वरूप, वर्षा का असमान वितरण, अधिकांश वर्षा का मानसूनी महीनों में सीमित होना, और वर्षा की कमी व अनिश्चितता के कारण सूखे व अकाल की स्थितियों का बार-बार उत्पन्न होना शामिल हैं।
प्रश्न 240: कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से किन जिलों में Bshw प्रकार की जलवायु पाई जाती है –
A) बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, सीकर
B) भीलवाड़ा, नागौर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़
C) झालावाड़, बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, बारां
D) जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर
उत्तर: बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, सीकर
व्याख्या: अर्द्ध-शुष्क जलवायु (Bshw) मुख्य रूप से राजस्थान के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी जिलों में पाई जाती है। बाड़मेर, जोधपुर, नागौर और सीकर इस जलवायु प्रकार के प्रतिनिधि क्षेत्र हैं, जहाँ वर्षा की मात्रा सीमित और तापमान की स्थितियाँ कठोर हैं।