राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएँ MCQ

By: LM GYAN

On: 30 October 2025

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भारत सामान्य ज्ञान प्रश्न

राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएँ MCQ

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल कालीबंगा, किस प्राचीन नदियों की घाटी में स्थित था –

Raj Police Constable (Telecommunication) Exam 2025
A) गंगा और नर्मदा
B) सरस्वती और दृषद्वती
C) चंबल और यमुना
D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: सरस्वती और दृषद्वती
व्याख्या: कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले में प्राचीन सरस्वती (वर्तमान घग्घर) और दृषद्वती नदियों के मैदानी इलाके में बसा हुआ था। यह स्थान सिंधु घाटी सभ्यता के तीनों चरणों – पूर्व हड़प्पा काल, हड़प्पा काल और उत्तर हड़प्पा काल के प्रमाण प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 2: कालीबंगा सभ्यता की खोज किसने की –

REET-2024 PL-2 (LEVEL-2) SHIFT-2
A) अमलानन्द घोष
B) अक्षयकीर्ति व्यास
C) रतन चन्द्र अग्रवाल
D) विजय कुमार
उत्तर: अमलानन्द घोष
व्याख्या: वर्ष 1952 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निदेशक अमलानंद घोष ने कालीबंगा की खोज की। इस स्थान का नाम काली चूड़ियों के टुकड़ों के कारण पड़ा, क्योंकि स्थानीय भाषा में ‘बंगा’ का अर्थ चूड़ी होता है।

प्रश्न 3: 1960 में बी.बी. लाल और बी.के. थापर के निर्देशन में किस पुरातात्विक स्थल की खुदाई की गई थी –

Librarian Grade III 2024 (Paper 1)
A) कालीबंगन
B) धोलावीरा
C) हड़प्पा
D) लोथल
उत्तर: कालीबंगन
व्याख्या: 1961 से 1969 के बीच बी.बी. लाल और बी.के. थापर के मार्गदर्शन में कालीबंगा की व्यापक खुदाई का कार्य संपन्न हुआ। यह स्वतंत्र भारत का पहला पुरातात्विक स्थल था जहाँ व्यवस्थित उत्खनन किया गया।

प्रश्न 4: सिन्धु घाटी सभ्यता का एक प्राचीन स्थल, कालीबंगा राजस्थान के किस जिले में स्थित है –

A) सीकर
B) जयपुर
C) श्रीगंगानगर
D) हनुमानगढ़
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले में घग्घर नदी के किनारे स्थित है। यह हनुमानगढ़ शहर से लगभग 25 किलोमीटर दक्षिण में अवस्थित एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है।

प्रश्न 5: निम्नांकित में से किस प्रागैतिहासिक स्थल का सम्बन्ध महासती टीले से है –

Deputy Jailor (Jail Deptt.) Comp. Exam-2024
A) बागोर
B) बालाथल
C) आहड़
D) गणेश्वर
उत्तर: बागोर
व्याख्या: भीलवाड़ा जिले में कोठारी नदी के तट पर स्थित बागोर स्थल को स्थानीय लोग ‘महासती टीले’ के नाम से जानते हैं। डॉ. वी.एन. मिश्रा और डॉ. लैश्मिक की देखरेख में 1967-1970 के बीच यहाँ उत्खनन कार्य किया गया था।

प्रश्न 6: राजस्थान के थार रेगिस्तान में पाई गई पहली सिंधु घाटी बस्ती है –

A) कालीबंगा
B) रंगमहल
C) बालाथल
D) रताडिया री ढेरी
उत्तर: रताडिया री ढेरी
व्याख्या: जैसलमेर जिले में स्थित रताडिया री ढेरी थार मरुस्थल में खोजी गई प्रथम हड़प्पा कालीन बस्ती है। इसकी खोज ने राजस्थान और गुजरात के पुरातात्विक मानचित्र को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

प्रश्न 7: कालीबंगा की अग्निवेदिकाओं के संबंध में कौन सा कथन सही नहीं है –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-E)
A) अग्निवेदिकाएँ पश्चिमी टीले पर मिली हैं
B) वेदिकाएँ मिट्टी की ईंटों से बने ऊँचे चबूतरे पर प्राप्त हुई हैं।
C) प्रत्येक अग्निवेदिका में त्रिभुजाकार अग्निकुण्ड है।
D) अग्निवेदिका के पास बना कुआँ यहाँ धार्मिक अनुष्ठान होने के संकेत देता है।
उत्तर: प्रत्येक अग्निवेदिका में त्रिभुजाकार अग्निकुण्ड है।
व्याख्या: कालीबंगा में मिली अग्निवेदिकाओं में अग्निकुंड विभिन्न आकारों के हैं, केवल त्रिभुजाकार नहीं। यहाँ ईंटों से निर्मित चबूतरों पर सात अग्निकुंड प्राप्त हुए हैं जिनमें राख और पशुओं की हड्डियाँ मिली हैं।

प्रश्न 8: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-D)
A) आहड़ की खोज रत्नचन्द्र अग्रवाल ने 1954 में की।
B) यह एक ग्रामीण संस्कृति थी।
C) वे चित्रित धूसर मृद्भांड उपयोग में लाते थे।
D) वे घोड़े तथा हाथी से परिचित थे।
उत्तर: वे चित्रित धूसर मृद्भांड उपयोग में लाते थे।
व्याख्या: आहड़ संस्कृति में लाल-काले मृद्भांडों का प्रयोग किया जाता था, चित्रित धूसर मृद्भांडों का नहीं। यहाँ मिले बर्तनों में भोजन के बर्तनों की पृष्ठभूमि काली और किनारा लाल रंग का होता था।

प्रश्न 9: आहड़ सभ्यता के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए व सही विकल्प चुनिए :

A. आहड़वासी खेती करना जानते थे।

B. आहड़वासी कपड़ों की छपाई व रंगाई से परिचित थे।

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-C)
A) केवल A सत्य है।
B) केवल B सत्य है।
C) A व B दोनों सत्य हैं।
D) A व B दोनों असत्य हैं।
उत्तर: A व B दोनों सत्य हैं।
व्याख्या: आहड़ सभ्यता के लोग कृषि कार्य से परिचित थे और कपड़ों पर छपाई करने की कला भी जानते थे। उत्खनन में अनाज पिसने की चक्की और कपड़ों की छपाई के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 10: कालीबंगा के घरों में जल-निकास व्यवस्था में नालियों के निर्माण में निम्न में से किसका प्रयोग किया जाता था –

A. लकड़ी

B. पक्की ईंट

C. पत्थर

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-C)
A) केवल A
B) केवल B
C) A और B
D) B और C
उत्तर: A और B
व्याख्या: कालीबंगा में जल निकासी की व्यवस्था के लिए पक्की ईंटों और लकड़ी का उपयोग किया जाता था। यहाँ की नगर योजना में जल निकासी की उन्नत व्यवस्था देखी जा सकती है।

प्रश्न 11: निम्नलिखित में से किसने ‘द आर्कियोलॉजिकल रिमेन्स एण्ड एक्सकेवेशन एट बैराठ’ प्रतिवेदन तैयार किया था –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-B)
A) दयाराम साहनी
B) बी.बी.लाल
C) टी.एच. हैण्डले
D) आर.सी. अग्रवाल
उत्तर: दयाराम साहनी
व्याख्या: प्रसिद्ध पुरातत्ववेत्ता दयाराम साहनी ने बैराठ के पुरातात्विक अवशेषों और उत्खनन पर एक विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया था, जिसमें इस ऐतिहासिक स्थल के महत्व को रेखांकित किया गया था।

प्रश्न 12: निम्नलिखित में से कौनसा पुरातात्विक स्थल ‘आहड़ संस्कृति’ से सम्बन्धित नहीं है –

SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-A)
A) पिंड
B) गिलुंद
C) अलोद
D) बरोर
उत्तर: बरोर
व्याख्या: गंगानगर जिले का बरोर गाँव सरस्वती नदी के किनारे बसा हुआ है और यह प्राक् एवं विकसित सैन्धव काल की सभ्यता से संबंधित है, आहड़ संस्कृति से नहीं।

प्रश्न 13: ‘गिलूण्ड सभ्यता’ किस नदी के किनारे स्थित थी –

Junior Instructor (SWT) Exam 2024
A) कोठारी नदी
B) सरस्वती नदी
C) बनास नदी
D) काँतली नदी
उत्तर: बनास नदी
व्याख्या: राजसमंद जिले में स्थित गिलूंड बनास नदी के तट पर अवस्थित है। प्रो. बी.बी. लाल द्वारा 1957-58 में किए गए उत्खनन से यहाँ आहड़ संस्कृति से जुड़े अवशेष प्रकाश में आए।

प्रश्न 14: निम्न में से कौन-सी ताम्र सभ्यता स्थल नहीं है –

Junior Instructor (PLM) Exam 2024
A) गिलूण्ड
B) गणेश्वर
C) आहड़
D) नोह
उत्तर: नोह
व्याख्या: भरतपुर जिले में स्थित नोह लौह युगीन सभ्यता से संबंधित है, ताम्र सभ्यता से नहीं। यहाँ से लोहे के प्रयोग के प्रारंभिक साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 15: बैराठ मौर्य साम्राज्य के अन्तर्गत किस धर्म एवं संस्कृति का एक प्रमुख केन्द्र था –

Junior Instructor (MMV) Exam 2024
A) हिन्दू
B) जैन
C) बौद्ध
D) सिख
उत्तर: बौद्ध
व्याख्या: मौर्य काल में बैराठ बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र था। सम्राट अशोक ने यहाँ बौद्ध स्तूपों और शिलालेखों का निर्माण करवाया था।

प्रश्न 16: बागोर पुरास्थल के संदर्भ में कौनसे कथन सही हैं –

(1) यह कोठारी नदी के तट पर स्थित है।

(2) स्थानीय लोग इसे ‘महासती’ के नाम से जानते हैं।

(3) इसके उत्खनन कार्य से डॉ. वी.एन. मिश्रा सम्बद्ध रहे।

PTI and Librarian (Sanskrit College Edu.) – 2024 (General Studies of Rajasthan)
A) केवल (1) और (2) सही हैं।
B) केवल (1) और (3) सही हैं।
C) केवल (2) और (3) सही हैं।
D) (1), (2) और (3) सभी सही हैं।
उत्तर: (1), (2) और (3) सभी सही हैं।
व्याख्या: बागोर भीलवाड़ा जिले में कोठारी नदी के किनारे स्थित है, स्थानीय लोग इसे महासती टीले के नाम से जानते हैं और डॉ. वी.एन. मिश्रा ने 1967-68 में यहाँ उत्खनन कार्य किया था।

प्रश्न 17: राजस्थान में सर्वप्रथम पूर्वपाषाणकालीन हस्त कुठार किसने खोजी –

Junior Instructor (COS) Exam 2024
A) वी. एस. शिन्दे
B) सी. ए. हैकेट
C) आर. सी. अग्रवाल
D) अमलानन्द घोष
उत्तर: सी. ए. हैकेट
व्याख्या: सी. ए. हैकेट ने जयपुर और इंद्रगढ़ क्षेत्रों से पूर्व पाषाण काल के हस्त कुठारों की खोज की थी। ये प्राचीन उपकरण कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में संरक्षित हैं।

प्रश्न 18: _____ में धूप से पकाई ईंटों और पत्थरों का प्रयोग मकान बनाने में किया जाता था।

Junior Instructor (STE) Exam 2024
A) कालीबंगा सभ्यता
B) आहड़ सभ्यता
C) गणेश्वर सभ्यता
D) रैढ़ सभ्यता
उत्तर: आहड़ सभ्यता
व्याख्या: आहड़ सभ्यता के लोग मकान निर्माण में धूप में सुखाई गई ईंटों और पत्थरों का प्रयोग करते थे। वे पत्थर की नींव पर मिट्टी की ईंटों से दीवारें बनाते थे और छतों पर बांस बिछाकर मिट्टी का लेप करते थे।

प्रश्न 19: राजस्थान में 1952 ई. में अमलानंद घोष ने किस सभ्यता की खोज की –

Junior Instructor (ICTSM) Exam 2024
A) आहड़
B) कालीबंगा
C) बागोर
D) बैराठ
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: 1952 में अमलानंद घोष ने हनुमानगढ़ जिले में कालीबंगा स्थल की खोज की, जो हड़प्पा सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र साबित हुआ।

प्रश्न 20: राजस्थान में किस स्थान के उत्खनन से तीन हजार पचहत्तर (3075) चाँदी के ‘पंचमार्क’ सिक्के मिले हैं –

Junior Instructor (EM) Exam 2024
A) बैराठ
B) रैढ़
C) आहड़
D) बालाथल
उत्तर: रैढ़
व्याख्या: टोंक जिले के रैढ़ स्थल से 3075 चाँदी के पंचमार्क सिक्के प्राप्त हुए हैं, जो भारत के प्राचीनतम सिक्कों में से हैं और एक ही स्थान से मिली सिक्कों की सबसे बड़ी संख्या है।

प्रश्न 21: राजस्थान में झुंझुनू ज़िले में खेतड़ी तहसील के किस गांव से अयस्क से लोहा बनाने की भट्टियों के अवशेष मिले हैं –

Junior Instructor (EM) Exam 2024
A) सुनारी
B) नागरी
C) बरोर
D) बागोर
उत्तर: सुनारी
व्याख्या: झुंझुनूं जिले की खेतड़ी तहसील के सुनारी गाँव में कांटली नदी के किनारे लोहा बनाने की प्राचीन भट्टियों के अवशेष मिले हैं। ये भारत की सबसे पुरानी भट्टियाँ मानी जाती हैं जिनमें धौंकनी लगाने की व्यवस्था थी।

प्रश्न 22: निम्न में से किस पुरा स्थल से यूनानी चिह्नांकित मुद्राएँ प्राप्त हुई हैं –

AGRICULTURE OFFICER (AGRI. DEPTT.) COMP. EXAM – 2024
A) आहड़
B) अहीरवाड़ा
C) दरीबा
D) जोधपुरा
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ से छः यूनानी तांबे की मुद्राएँ और तीन मोहरें प्राप्त हुई हैं। एक मुद्रा पर त्रिशूल और अपोलो देवता अंकित हैं, जिस पर यूनानी भाषा में लेख भी है।

प्रश्न 23: गणेश्वर-ज़ोधपुरा कॉपर कॉम्पलेक्स निम्नलिखित में से किस-किस मृद्भांड से सम्बंधित है –

AGRICULTURE OFFICER (AGRI. DEPTT.) COMP. EXAM – 2024
A) गेरुए रंग के मृद्भांड
B) काले एवं लाल मृद्भांड
C) उत्तरी काले पॉलिशयुक्त मृद्भांड
D) चित्रित धूसर मृद्भांड
उत्तर: गेरुए रंग के मृद्भांड
व्याख्या: गणेश्वर-जोधपुरा ताम्रपाषाण संस्कृति गेरुए रंग के मृद्भांडों (ओसीपी) से संबंधित है। 1970 के दशक में इस क्षेत्र में उत्खनन के बाद इस संस्कृति की पहचान की गई थी।

प्रश्न 24: छिद्र वाली सुई किस मध्य पाषाण स्थल की महत्वपूर्ण खोज है –

Junior Instructor (COPA) Exam 2024
A) गणेश्वर
B) बागोर
C) गिलुण्ड
D) आहड़
उत्तर: बागोर
व्याख्या: बागोर से मध्य पाषाण काल की छिद्र वाली सुई की खोज हुई है, जो प्राचीन शिल्प कौशल का महत्वपूर्ण प्रमाण है।

प्रश्न 25: जालौर से पूर्व-पाषाणकालीन उपकरण खोजने का श्रेय निम्न में से किसे है –

Junior Instructor (Wireman) Exam 2024
A) वी. एस. शिन्दे
B) विजय कुमार
C) बी. आल्चिन
D) वीरेन्द्रनाथ मिश्रा
उत्तर: बी. आल्चिन
व्याख्या: बी. आल्चिन को जालौर क्षेत्र से पूर्व पाषाण काल के उपकरणों की खोज का श्रेय दिया जाता है। चंबल, बनास और उनकी सहायक नदियों के किनारे भी इस युग के उपकरण प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 26: राजस्थान के आहड़ पुरातात्विक स्थलों के विषय में निम्न में से कौनसा कथन असत्य है –

RPSC EO/RO Re-Exam – 2022
A) यहां से चावल और जंगली जानवर एवं मवेशियों के साक्ष्य प्राप्त हुआ हैं।
B) ताम्र उपकरण कुल्हाड़ी, अंगूठी, चूड़ियां इत्यादि यहां पर पाए गए।
C) आहड़ अपने कांस्य के प्रचुर भण्डार के लिए प्रसिद्ध है।
D) आहड़ सभ्यता बनास एवं उसकी सहायक नदियों पर स्थित थी।
उत्तर: आहड़ अपने कांस्य के प्रचुर भण्डार के लिए प्रसिद्ध है।
व्याख्या: आहड़ सभ्यता ताम्र-पाषाण युग की सभ्यता थी, कांस्य युग की नहीं। इसलिए कांस्य के प्रचुर भंडार का कथन गलत है। आहड़ को ताम्रवती के नाम से भी जाना जाता था।

प्रश्न 27: निम्नलिख़ित में से ओझियाना के उत्खनन में कौन शामिल था/थे –

A. आर.सी. अग्रवाल

B. बी.आर.मीणा

C. आलोक त्रिपाठी

Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. (Pre) Exam – 2024
A) केवल A
B) केवल C
C) A और B
D) B और C
उत्तर: B और C
व्याख्या: भीलवाड़ा जिले में स्थित ओझियाना पुरास्थल का उत्खनन 1999-2000 में बी.आर. मीणा और आलोक त्रिपाठी द्वारा किया गया था। यह स्थल आहड़ संस्कृति से संबंधित है।

प्रश्न 28: निम्नलिखित में से किस पुरास्थल की पहचान पुरातत्त्वविद् टी.एच. हैण्डले ने एक बौद्ध कस्बे के रूप में की थी –

Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. (Pre) Exam – 2024
A) भाण्डारेज
B) बूढ़ा पुष्कर
C) बैराठ
D) नलियासर
उत्तर: नलियासर
व्याख्या: पुरातत्ववेत्ता टी.एच. हेंडले ने जयपुर से 83 किमी पश्चिम में स्थित नलियासर की पहचान एक बौद्ध कस्बे के रूप में की थी। यह स्थान सांभर झील के निकट स्थित है।

प्रश्न 29: निम्न में से किस सभ्यता को भारत की ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी माना जा सकता है –

Junior Instructor (WCS) Exam 2024
A) आहड़
B) गिलूण्ड
C) कालीबंगा
D) गणेश्वर
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता को भारत की ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी माना जाता है। रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में इस स्थल का उत्खनन किया था और यह ताम्रयुगीन सांस्कृतिक केंद्रों में सबसे प्राचीन है।

प्रश्न 30: निम्नलिखित में से किस पुरास्थल से लोहा बनाने की भट्टियाँ प्राप्त हुई हैं –

Junior Instructor (MDE) Exam 2024
A) सुनारी से
B) गिलूण्ड से
C) गणेश्वर से
D) बैराठ से
उत्तर: सुनारी से
व्याख्या: झुंझुनूं जिले के सुनारी गाँव में लोहा बनाने की प्राचीन भट्टियों के अवशेष मिले हैं। ये भट्टियाँ भारत की सबसे पुरानी मानी जाती हैं और इनमें तापक्रम नियंत्रण के लिए धौंकनी की व्यवस्था थी।

प्रश्न 31: राजस्थान में दुर्ग स्थापत्य के विकास का प्रथम उदाहरण किस स्थान की खुदाई से प्राप्त हुआ है –

Junior Instructor (MDE) Exam 2024
A) आहड़
B) कालीबंगा
C) गिलूण्ड
D) पीलीभीत
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा की खुदाई में प्राचीन दुर्ग के प्रमाण मिले हैं, जो राजस्थान में दुर्ग स्थापत्य के विकास का सबसे पुराना उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।

प्रश्न 32: प्राचीनकाल में निम्नलिखित में से कौनसा स्थान ताम्रवती के नाम से जाना जाता था –

Junior Instructor (Fitter) Exam 2024
A) खेतड़ी
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) गिलूंड
उत्तर: आहड़
व्याख्या: प्राचीन शिलालेखों में आहड़ को ‘ताम्रवती’ के नाम से जाना जाता था। दसवीं-ग्यारहवीं शताब्दी में इसे ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ और ‘धूलकोट’ के नाम से भी पुकारा जाता था।

प्रश्न 33: निम्नलिखित में से किस सभ्यता के अवशेष सैंधव सभ्यता से भी पुराने हैं –

Junior Instructor ((ESR) Exam 2024
A) कालीबंगा
B) गणेश्वर
C) बैराठ
D) आहड़
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा सभ्यता के अवशेष सिंधु घाटी सभ्यता से भी पुराने हैं। यहाँ पूर्व हड़प्पा काल, हड़प्पा काल और उत्तर हड़प्पा काल – तीनों चरणों के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 34: राजस्थान में नोह (भरतपुर), जोधपुरा (जयपुर), सुनारी (झुंझुनू) से किस संस्कृति के हथियार एवं उपकरण मिले हैं –

Junior Instructor (ED) Exam 2024
A) ताम्रपाषणकालीन संस्कृति
B) ताम्रकालीन संस्कृति
C) ताम्र-कांस्य संस्कृति
D) लौह संस्कृति
उत्तर: लौह संस्कृति
व्याख्या: नोह, जोधपुरा, सुनारी, रैढ़, ईसवाल, बैराठ, नगरी, बरार, नलियासर और भीनमाल जैसे स्थलों से लौह युग के हथियार और औजार प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 35: निम्न में से किस हड़प्पन स्थल से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं –

Junior Instructor (EC) Exam 2024
A) कालीबंगा
B) कारौती
C) सोथी
D) नोहर
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा में सिंधु घाटी सभ्यता के समय के जुते हुए खेतों के निशान मिले हैं, जो उन्नत कृषि पद्धतियों का प्रमाण प्रस्तुत करते हैं।

प्रश्न 36: नगरी का प्राचीन नाम ____ था।

Junior Instructor(CLIT) Exam 2024
A) महानाल
B) विंध्यवल्ली
C) भील्लमाल
D) मध्यमिका
उत्तर: मध्यमिका
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ के पास स्थित नगरी का प्राचीन नाम ‘माध्यमिका’ था, जिसका उल्लेख पाणिनी की अष्टाध्यायी में मिलता है। यह शिवि जनपद की राजधानी थी और बेड़च नदी के तट पर स्थित थी।

प्रश्न 37: नीचे दो कथन दिए गए हैं:

कथन (I) : बालाथल राजस्थान का एक महत्त्वपूर्ण पुरातत्व ताम्रपाषाण स्थल है।

कथन (II) : इसकी खोज वी.एन. मिश्रा ने की थी। इसका हड़प्पा सभ्यता से सम्पर्क उनके गृह निर्माण से प्रमाणित होता है।

CET 2024 (12th Level) 24 October Shift-II
A) कथन (I) और (II) दोनों असत्य हैं।
B) कथन (I) सत्य है, किन्तु कथन (II) असत्य है।
C) कथन (I) असत्य है, किन्तु कथन (II) सत्य है।
D) कथन (I) और (II) दोनों सत्य हैं।
उत्तर: कथन (I) और (II) दोनों सत्य हैं।
व्याख्या: उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित बालाथल एक महत्वपूर्ण ताम्रपाषाण स्थल है। डॉ. वी.एन. मिश्रा ने 1993 में इसकी खोज की थी और यहाँ 3000-2500 ईसा पूर्व की संस्कृति के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 38: कालीबंगा सभ्यता के संदर्भ में सबसे असत्य कथन का चयन करें।

CET 2024 (12th Level) 24 October Shift-I
A) कालीबंगा एक सुनियोजित शहर था, घरों के निर्माण के लिए धूप में बनी ईंटों का उपयोग किया जाता था।
B) कालीबंगा में जुताई वाले खेत का कोई प्रमाण नहीं मिला है।
C) प्राचीन दृषद्वती और सरस्वती नदी घाटी (वर्तमान घग्गर नदी क्षेत्र) ने कालीबंगा की सभ्यता को जन्म दिया।
D) यह सभ्यता राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित है।
उत्तर: कालीबंगा में जुताई वाले खेत का कोई प्रमाण नहीं मिला है।
व्याख्या: कालीबंगा में जुते हुए खेतों के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं, इसलिए यह कथन गलत है। यह स्थल प्राचीन सरस्वती और दृषद्वती नदियों के मैदान में विकसित हुआ था और हनुमानगढ़ जिले में स्थित है।

प्रश्न 39: कौन सी सभ्यता धूलकोट या ताम्रवती नगरी के नाम से प्रसिद्ध है?

CET 2024 (12th Level) 24 October Shift-I
A) चन्द्रावती
B) सिंधु
C) आहड़
D) बालाथल
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ सभ्यता को ‘धूलकोट’ और ‘ताम्रवती नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है। यह उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर बनास नदी के किनारे स्थित थी और ताम्र सभ्यता का प्रमुख केंद्र थी।

प्रश्न 40: नीम का थाना में कांतली नदी के स्त्रोत पर ताम्र संस्कृति का कौन सा स्थल खोजा गया –

CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-II
A) गणेश्वर
B) आहड़
C) गिलून्ड
D) बागोर
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर गणेश्वर स्थल स्थित है। रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में यहाँ उत्खनन कार्य किया था और तांबे की वस्तुओं, औजारों और अन्य कलाकृतियों की खोज की थी।

प्रश्न 41: गणेश्वर सभ्यता के अवशेष राजस्थान में किस स्थान पर पाये गये हैं –

CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-I
A) भीलवाड़ा
B) नीम का थाना
C) उदयपुर
D) हनुमानगढ़
उत्तर: नीम का थाना
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता के अवशेष सीकर जिले के नीम का थाना क्षेत्र में पाए गए हैं। यह ताम्रयुगीन सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र था।

प्रश्न 42: कालीबंगा राजस्थान के किस स्थान पर स्थित है –

CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-II
A) हनुमानगढ़
B) श्री गंगानगर
C) जयपुर
D) सीकर
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले में घग्घर नदी के किनारे स्थित है। यह हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है और अपनी उन्नत नगर योजना और सिंचाई प्रणाली के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 43: गणेश्वर की खुदाई के संदर्भ में सबसे असत्य कथन का चयन करें –

CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-II
A) गणेश्वर में राजस्थान पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग द्वारा की गई खुदाई में लगभग 5000 वर्ष पुरानी संस्कृति प्रकाश में आई।
B) यहाँ हड़प्पा से तांबा प्राप्त किया जाता था।
C) गणेश्वर तांबे की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण स्थल है।
D) गणेश्वर, नीम का थाना में कंतली नदी के स्त्रोत पर खोजी गई
उत्तर: यहाँ हड़प्पा से तांबा प्राप्त किया जाता था।
व्याख्या: गणेश्वर तांबे की संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र है, लेकिन हड़प्पा से तांबा प्राप्त करने का कथन गलत है। गणेश्वर को भारत की ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी माना जाता है।

प्रश्न 44: किस सभ्यता के लोग अपने मृतकों को आभूषणों के साथ दफनाते थे –

CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-I
A) कालीबंगा
B) आहड़
C) बागोर
D) गिलून्ड
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ सभ्यता के लोग अपने मृतकों को मिट्टी के बर्तनों और आभूषणों के साथ दफनाते थे। यह सभ्यता बनास नदी के किनारे विकसित हुई थी और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान का महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र थी।

प्रश्न 45: पुरातत्त्वविद् ‘नीलरत्न बनर्जी’ ने किस स्थल का उत्खनन कार्य किया था –

SCHOOL LECTURER (SANSKRIT EDU. DEPTT.) COMP. EXAM-2024
A) बैराठ
B) आहड़
C) कालीबंगा
D) गणेश्वर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: पुरातत्ववेत्ता नीलरत्न बनर्जी ने 1962-63 में बैराठ स्थल का उत्खनन कार्य किया था। इससे पहले 1936-37 में दयाराम साहनी ने भी यहाँ उत्खनन किया था।

प्रश्न 46: नीचे दो कथन दिए गए हैं:

कथन (I): बैराठ, जयपुर जिले में स्थित है। यह विभिन्न युगों के दौरान एक बहुत ही विकसित स्थान रहा है।

कथन (II): यह महाभारत काल के दौरान मत्स्य क्षेत्र की राजधानी था। सम्राट अशोक के काल की शिला पट्टिकाएँ भी यहाँ मिली हैं।

CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-1
A) कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
B) कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
C) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
D) कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
उत्तर: कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
व्याख्या: बैराठ जयपुर जिले में स्थित है और प्राचीन ग्रंथों में इसे विराटनगर के नाम से जाना जाता था। यह मत्स्य प्रदेश की राजधानी था और सम्राट अशोक के शिलालेख भी यहाँ पाए गए हैं।

प्रश्न 47: “बालाथल सभ्यता” का पुरातत्व स्थल कहाँ स्थित है?

CET 2024 (Graduate) 27 September 2024 Shift-1
A) हनुमानगढ़
B) अजमेर
C) वल्लभनगर, उदयपुर
D) माऊन्ट आबू, सिरोही
उत्तर: वल्लभनगर, उदयपुर
व्याख्या: बालाथल सभ्यता का पुरातात्विक स्थल उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है। यहाँ ताम्रपाषाण युग के महत्वपूर्ण अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 48: राजस्थान के निम्न में से किस जिले में कालीबंगा स्थित है –

Hostel Supt(Minority Affairs) 2024
A) उदयपुर
B) हनुमानगढ़
C) जयपुर
D) अलवर
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले में स्थित है और सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख केंद्र है। यह अपने प्राचीन हड़प्पा सभ्यता के अवशेषों के लिए विख्यात है।

प्रश्न 49: कालीबंगा की सभ्यता किस सभ्यता से संबंधित है –

Stenographer Exam 2024 (Paper – I)
A) मिस्र की सभ्यता
B) सिंधु घाटी सभ्यता
C) वैदिक सभ्यता
D) मैसोपोटामिया सभ्यता
उत्तर: सिंधु घाटी सभ्यता
व्याख्या: कालीबंगा सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहाँ पूर्व हड़प्पा काल, हड़प्पा काल और उत्तर हड़प्पा काल – तीनों चरणों के सांस्कृतिक अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 50: गणेश्वर सभ्यता किस नदी के तट पर स्थित है –

Stenographer Exam 2024 (Paper – I)
A) आहड़
B) कोठारी
C) कंतली
D) बनास
उत्तर: कंतली
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर विकसित हुई थी। रत्नचंद्र अग्रवाल और विजय कुमार ने इस स्थल का व्यापक उत्खनन किया था।

प्रश्न 51: कालीबंगन और बालथल पर कौन सी सभ्यता के अवशेष स्थित हैं –

Rajasthan Police Constable Exam 2024 (SHIFT – K1)
A) हड़प्पा की सभ्यता
B) इंकन सभ्यता
C) मेसोपोटामिया सभ्यता
D) सिंधु घाटी सभ्यता
उत्तर: सिंधु घाटी सभ्यता
व्याख्या: हनुमानगढ़ जिले में स्थित कालीबंगा प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है। उदयपुर जिले के वल्लभनगर क्षेत्र में स्थित बालाथल भी आहड़-बनास संस्कृति से जुड़ा हुआ है जो सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा थी।

प्रश्न 52: ‘मेसोलिथिक’ शब्द का वास्तविक शाब्दिक अर्थ है –

RSMSSB Lab Assistant Exam 2016
A) मध्य पाषाणकालीन युग
B) मध्य पुरापाषाण कालीन युग
C) उच्च पुरापाषाण काल
D) निम्न पुरापाषाण काल
उत्तर: मध्य पाषाणकालीन युग
व्याख्या: ‘मेसोलिथिक’ शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों ‘मेसो’ (मध्य) और ‘लिथिक’ (पत्थर) से मिलकर बना है, जिसका सीधा अर्थ ‘मध्य पाषाण काल’ होता है।

प्रश्न 53: निम्नलिखित में से सत्य कथन है/हैं –

(i) लूनी नदी के किनारे स्थित स्थल बागोर से पशुपालन के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

(ii) आहड़ स्थल का संबंध नवपाषाण काल से है।

(iii) कालीबंगा में, दुर्ग तथा निचला नगर दोनों प्राचीर युक्त मिले हैं।

Forest Guard Exam 2022 Shift 1
A) केवल (iii)
B) केवल (ii)
C) (i) और (ii)
D) (i) और (iii)
उत्तर: (i) और (iii)
व्याख्या: बागोर भीलवाड़ा जिले में कोठारी नदी के तट पर स्थित है, लूनी नदी पर नहीं, इसलिए पहला कथन गलत है। आहड़ स्थल ताम्रपाषाण काल से संबंधित है, नवपाषाण काल से नहीं, इसलिए दूसरा कथन भी असत्य है। कालीबंगा में ऊपरी दुर्ग और निचला शहर दोनों ही सुरक्षा दीवारों से घिरे हुए थे, इसलिए तीसरा कथन सही है।

प्रश्न 54: बागोर के बारे में निम्नलिखित कथनों को पढ़िये :

(i) बागोर से लघुपाषाणोपकरण पुरातत्त्व सामग्री प्राप्त हुई है।

(ii) डॉ. एल.एस. लेश्निक एवं पूना विश्वविद्यालय के सहयोग से यहाँ उत्खनन कार्य सम्पादित किया है।

Assistant Professor (College Education) – 2023 Paper-III
A) केवल (ii) सही है।
B) (i) और (ii) दोनों सही हैं।
C) (i) और (ii) दोनों गलत हैं।
D) केवल (i) सही है।
उत्तर: (i) और (ii) दोनों सही हैं।
व्याख्या: भीलवाड़ा से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के किनारे 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र और डॉ. एल.एस. लेश्निक के नेतृत्व में डेक्कन कॉलेज पूना और राजस्थान पुरातत्व विभाग के संयुक्त अभियान में बागौर सभ्यता की खुदाई हुई। यहाँ से छोटे पत्थर के उपकरण, गोफन की गोलियाँ, और अन्य पुरातात्विक सामग्री प्राप्त हुई है।

प्रश्न 55: आहड़ का प्राचीन नाम था:

Computor Exam 2023
A) बैराठ
B) अघतपुर
C) ताम्रवती
D) धूलकोट
उत्तर: ताम्रवती
व्याख्या: उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर स्थित आहड़ का प्राचीन नाम ताम्रवती था, जो यहाँ से प्राप्त तांबे के बड़ी मात्रा में उपकरणों के कारण पड़ा। प्राचीन अभिलेखों में इस स्थान को ताम्रवती के नाम से संदर्भित किया गया है।

प्रश्न 56: प्रागैतिहासिक स्थल बागोर का सर्वप्रथम उत्खनन किसके निर्देशन में किया गया था –

Statistical Officer Exam – 2023 (GK)
A) बी.बी. लाल
B) बी.के. थापर
C) वी.एन. मिश्रा
D) ए. घोष
उत्तर: वी.एन. मिश्रा
व्याख्या: बागोर स्थल का प्रथम उत्खनन कार्य 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र के निर्देशन में संपन्न हुआ, जिसमें डॉ. एल.एस. लेश्निक और डेक्कन कॉलेज पूना के सहयोग से 3000 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक की सभ्यता के अवशेष प्रकाश में आए।

प्रश्न 57: निम्नलिखित में से कौन सा स्थान राजस्थान में पशु पालन का सबसे प्राचीन प्रमाण प्रस्तुत करता है –

Agriculture Supervisor Exam 2023
A) बागोर
B) कालीबंगा
C) जयपुर
D) अलवर
उत्तर: बागोर
व्याख्या: भीलवाड़ा जिले के बागोर स्थल से कृषि और पशुपालन के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जो इसे राजस्थान में पशुपालन का सबसे पुराना प्रमाण प्रस्तुत करने वाला स्थल बनाता है।

प्रश्न 58: निम्नलिखित किस प्राचीन स्थल के उत्खनन में मालव जनपद की लौह सामग्री के विशाल संग्रह की जानकारी प्राप्त हुई है –

RAS (Pre) Exam – 2023
A) नगर (नैनवाँ)
B) नगरी (मध्यमिका)
C) सांभर
D) रैढ़ (टोंक)
उत्तर: रैढ़ (टोंक)
व्याख्या: टोंक जिले में स्थित रैढ़ से लौह युग की संस्कृति के अनेक हथियार और उपकरण प्राप्त हुए हैं। लौह सामग्री की प्रचुरता के कारण इसे प्राचीन राजस्थान के टाटानगर की संज्ञा दी गई है।

प्रश्न 59: प्राचीन ऐतिहासिक स्थल नगर अवस्थित है –

Veterinary Officer Exam 2019
A) चित्तौड़गढ़ में
B) उदयपुर में
C) टोंक में
D) जयपुर में
उत्तर: टोंक में
व्याख्या: टोंक जिले में स्थित नगर का प्राचीन टीला मालवा गणराज्य की राजधानी थी, जिसका प्राचीन नाम करकोटा नगर था और यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है।

प्रश्न 60: पुरातात्विक स्थल गिलुण्ड संबद्ध है –

Veterinary Officer Exam 2019
A) ताम्रपाषाणिक संस्कृति से
B) मध्यपाषाणिक संस्कृति से
C) नवपाषाणिक संस्कृति से
D) पुरापाषाणिक संस्कृति से
उत्तर: ताम्रपाषाणिक संस्कृति से
व्याख्या: राजसमंद जिले में स्थित गिलुंड गाँव आहड़-बनास ताम्रपाषाण संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है, जहाँ से तांबे और पत्थर के उपकरण प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 61: भरतपुर जिले के किस गाँव में उत्खनन से ताम्रयुगीन सभ्यता के अवशेष मिले हैं –

Food Safety Officer – 2022
A) नदबई
B) नोह
C) रूपबास
D) कुम्हेर
उत्तर: नोह
व्याख्या: भरतपुर जिले के नोह गाँव में 1963-64 में श्री रतनचन्द्र अग्रवाल के निर्देशन में रूपारेल नदी के तट पर की गई खुदाई में ताम्रयुगीन सभ्यता के महत्वपूर्ण अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 62: निम्नांकित में किस इतिहासवेत्ता ने कालीबंगा को सिन्धु घाटी साम्राज्य की तृतीय राजधानी कहा हैं –

A) जी.एच. ओझा
B) श्यामल दास
C) दशरथ शर्मा
D) दयाराम साहनी
उत्तर: दशरथ शर्मा
व्याख्या: प्रसिद्ध इतिहासकार दशरथ शर्मा ने हड़प्पा और मोहनजोदड़ो को सिंधु घाटी सभ्यता की दो राजधानियाँ मानते हुए कालीबंगा को इस सभ्यता की तीसरी राजधानी का दर्जा दिया है।

प्रश्न 63: पुरातत्वविद् नील रत्न बनर्जी और कैलाश नाथ दीक्षित निम्नलिखित किस पुरास्थल के उत्खनन से सम्बद्ध रहे हैं –

Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam – 2022 (G.K. Group – B) (Re-Exam)
A) कालीबंगा
B) बैराठ
C) आहड़
D) गणेश्वर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में बीजक की पहाड़ी, भीमजी की डूँगरी आदि स्थानों पर 1962-63 में पुरातत्वविद् नीलरत्न बनर्जी और कैलाशनाथ दीक्षित ने उत्खनन कार्य संपन्न किया था।

प्रश्न 64: गिलूण्ड और भगवानपुरा किस सभ्यता से संबंधित हैं –

Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam – 2022 (G.K. Group – B) (Re-Exam)
A) आहड़
B) कालीबंगा
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: आहड़
व्याख्या: राजसमंद जिले का गिलूंड और भगवानपुरा दोनों स्थल आहड़-बनास सभ्यता से संबंधित हैं, जिनकी खोज प्रो. बी.बी. लाल द्वारा 1957-58 में की गई थी।

प्रश्न 65: निम्न में से किस सभ्यता को भारत में सभी ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी माना जाता है –

Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam – 2022 (G.K. Group – B) (Re-Exam)
A) आहड़
B) गिलूण्ड
C) कालीबंगा
D) गणेश्वर
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित गणेश्वर सभ्यता को रेडियो कार्बन डेटिंग के आधार पर 2800 ईसा पूर्व का माना जाता है, जो इसे भारत की सभी ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी का दर्जा देता है।

प्रश्न 66: मध्य पाषाणकालीन उपकरण चित्तौड़ में _____ नदी के किनारे और विराटनगर से मिले हैं।

RPSC EO/RO Exam 2022 Shift-2
A) नीलपाड़ा
B) एल्ना
C) अश्वी
D) बेराच
उत्तर: बेराच
व्याख्या: चित्तौड़ की बेड़च नदी घाटी और विराटनगर से मध्य पाषाणकालीन उपकरण प्राप्त हुए हैं, जो इस क्षेत्र में मध्य पाषाण युग की मानव गतिविधियों के प्रमाण हैं।

प्रश्न 67: आहड़ को ताम्रवती नाम से भी जाना जाता था क्योंकि –

RPSC EO/RO Exam 2022 Shift-2
A) जली हुई ईंट का निर्माण पाया गया।
B) अर्थव्यवस्था शिकार और पशुपालन पर आधारित थी।
C) बड़ी संख्या में ताँबे के औज़ार और उपकरण मिले हैं।
D) घर बनाने के लिए धूप में पकी ईंटों का उपयोग किया जाता था।
उत्तर: बड़ी संख्या में ताँबे के औज़ार और उपकरण मिले हैं।
व्याख्या: आहड़ स्थल से प्राप्त तांबे के उपकरणों और औज़ारों की विपुल मात्रा के कारण ही इसका प्राचीन नाम ताम्रवती (तांबे की नगरी) पड़ा, जो इसकी ताम्रपाषाणिक विरासत को दर्शाता है।

प्रश्न 68: आहड़ में खुदाई के बाद एक 4000 साल पुरानी ताम्रपाषाणयुगीन संस्कृति की खोज की गई थी, जिसे _____ नामक एक टीले के नीचे दबा दिया गया था।

RPSC EO/RO Exam 2022 Shift-2
A) पानी का टीला
B) अहरवाल
C) रामस्तूप
D) धूलकोट
उत्तर: धूलकोट
व्याख्या: उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर स्थित 500 मीटर लंबे धूलकोट टीले के नीचे आहड़ का प्राचीन नगर दबा हुआ था, जहाँ से 4000 वर्ष पुरानी ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 69: नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम पर खोजा गया ताम्र संस्कृति का महत्त्वपूर्ण स्थल कौन सा है –

A) गिलुंड
B) गणेश्वर
C) कालीबंगा
D) आहड़
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित गणेश्वर ताम्र संस्कृति का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी खोज 1977 में रत्नचंद्र अग्रवाल ने की थी।

प्रश्न 70: 1870 में, _____ ने बूँदी में जयपुर और इंद्रगढ़ से एक पुरापाषाण हाथ – कुल्हाड़ी (hand-axe) की खोज की।

RPSC EO/RO Exam 2022 Shift-1
A) वी. एन. मिश्रा
B) आर. सी. अग्रवाल
C) ए. जी. जॉन्स
D) सी. ए. हैकेट
उत्तर: सी. ए. हैकेट
व्याख्या: सन् 1870 में सी.ए. हैकट ने जयपुर और इन्दरगढ़ क्षेत्र से पुरापाषाण युग के हस्तकुठार (हैण्डएक्स) और अन्य उपकरण खोजे थे, जो वर्तमान में कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में सुरक्षित हैं।

प्रश्न 71: निम्नलिखित पुरातत्त्वविदों में से किसने बैराठ का उत्खनन किया –

Senior Physical Education Teacher Exam – 2022 (Paper-I GK And Others)
A) वी. एन. मिश्र
B) के. एन. पुरी
C) डी. आर. साहनी
D) एच. डी. सांकलिया
उत्तर: डी. आर. साहनी
व्याख्या: प्राचीन विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में बीजक की पहाड़ी और भीमजी की डूँगरी आदि स्थानों पर प्रथम उत्खनन कार्य 1936-37 में दयाराम साहनी द्वारा संपन्न किया गया था।

प्रश्न 72: निम्न में से कौन सा पुरावशेष कालीबंगा से सम्बन्धित नहीं है –

Senior Physical Education Teacher Exam – 2022 (Paper-I GK And Others)
A) दुर्गीकरण
B) शैल चित्र
C) अग्निवेदी
D) मृद्भांड
उत्तर: शैल चित्र
व्याख्या: कालीबंगा से दुर्गीकरण, अग्निकुंड और मिट्टी के बर्तन जैसे पुरावशेष प्राप्त हुए हैं, लेकिन शैल चित्र (रॉक पेंटिंग) इस स्थल से संबंधित नहीं हैं।

प्रश्न 73: प्रागैतिहासिक स्थल, जहाँ से भारी मात्रा में ताम्र उपकरण प्राप्त हुए हैं :

Senior Physical Education Teacher Exam – 2022 (Paper-I GK And Others)
A) बैराठ
B) कालीबंगा
C) गणेश्वर
D) तिलवाड़ा
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर स्थल से शुद्ध तांबे से निर्मित तीर, भाले, तलवार, बर्तन, आभूषण और सुइयों सहित भारी मात्रा में ताम्र उपकरण प्राप्त हुए हैं, जो इसे ताम्र उपकरणों का प्रमुख केंद्र बनाता है।

प्रश्न 74: आहड़ के उत्खनन का कार्य सर्वप्रथम 1953 ई. में किसके नेतृत्व में हुआ –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (Sanskrit Edu.) Group B
A) रतनचन्द्र अग्रवाल
B) एच. डी. सांकलिया
C) वी. एन. मिश्र
D) अक्षय कीर्ति व्यास
उत्तर: अक्षय कीर्ति व्यास
व्याख्या: आहड़ स्थल का प्रारंभिक उत्खनन कार्य सन् 1953 में अक्षय कीर्ति व्यास के नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसने इस महत्वपूर्ण ताम्रपाषाणिक स्थल की खोज का मार्ग प्रशस्त किया।

प्रश्न 75: निम्न में से राजस्थान में ताम्र-युगीन सभ्यता का प्रारंभिक केन्द्र किसे माना जाता है –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (Sanskrit Edu.) Group A
A) बैराठ
B) बालाथल
C) गणेश्वर
D) आहड़
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित गणेश्वर को राजस्थान में ताम्र-युगीन सभ्यता का प्रारंभिक केंद्र माना जाता है, जिसकी तिथि 2800 ईसा पूर्व निर्धारित की गई है।

प्रश्न 76: निम्न में से कौन कालीबंगा पुरातत्त्व स्थल की खुदाई में बी. बी. लाल के सहयोगी नहीं रहे –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (Sanskrit Edu.) Group A
A) ए. त्रिपाठी
B) एम. डी. खरे
C) के. एम. श्रीवास्तव
D) एस. पी. जैन
उत्तर: ए. त्रिपाठी
व्याख्या: कालीबंगा के उत्खनन कार्य (1961-1969) में बी. बी. लाल के सहयोगी बी. के. थापर, एम. डी. खरे, के. एम. श्रीवास्तव और एस. पी. जैन थे, जबकि ए. त्रिपाठी इस दल का हिस्सा नहीं थे।

प्रश्न 77: निम्नलिखित में से किस प्राचीन सभ्यता में सम्राट अशोक के दो शिलालेख पाये जाते हैं –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (G.K. & Edu. Psychology) Group D
A) बनास
B) गणेश्वर
C) कालीबंगा
D) बैराठ
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ में सम्राट अशोक के दो शिलालेख प्राप्त हुए हैं, जिनमें से एक भाब्रू शिलालेख है जिसकी खोज 1837 में कैप्टन बर्ट ने की थी और यह अशोक के बौद्ध धर्म अपनाने का प्रमाण प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 78: निम्नलिखित में से कौन सी सभ्यता कांतली नदी के उद्गम पर स्थित है –

Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (G.K. & Edu. Psychology) Group C
A) रंगमहल
B) बैराठ
C) गणेश्वर
D) कालीबंगा
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित गणेश्वर सभ्यता ताम्रपाषाणिक काल की एक महत्वपूर्ण सभ्यता है, जिसकी खोज 1977 में हुई थी।

प्रश्न 79: निम्नलिखित में से किस संस्कृति को ‘बनास संस्कृति’ भी कहा जाता है –

CET 2022 (12th Level) 11 February 2023 Shift-2
A) रैंड संस्कृति
B) बैरीठ संस्कृति
C) आहड़ संस्कृति
D) दृषद्वती संस्कृति
उत्तर: आहड़ संस्कृति
व्याख्या: आहड़ संस्कृति को बनास नदी के किनारे विकसित होने के कारण ‘बनास संस्कृति’ के नाम से भी जाना जाता है, जो इस क्षेत्र की ताम्रपाषाणिक विरासत का प्रतिनिधित्व करती है।

प्रश्न 80: धूलकोट कहाँ स्थित है –

A) आहड़ में
B) कालीबंगा में
C) बालाथल में
D) बैराठ में
उत्तर: आहड़ में
व्याख्या: उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर स्थित धूलकोट आहड़ सभ्यता का प्रमुख स्थल है, जहाँ 500 मीटर लंबे इस टीले के नीचे प्राचीन ताम्रयुगीन नगर के अवशेष दबे हुए हैं।

प्रश्न 81: आहड़ का उत्खनन कार्य किसके नेतृत्व में निष्पादित हुआ था –

CET 2022 (12th Level) 05 February 2023 Shift-1
A) एच. डी. सांकलिया
B) बी. बी. लाल
C) वी. एस. वाकणकर
D) वी. एन. मिश्रा
उत्तर: एच. डी. सांकलिया
व्याख्या: आहड़ स्थल का व्यापक उत्खनन कार्य 1961-62 में डॉ. एच.डी. सांकलिया के नेतृत्व में डेक्कन कॉलेज पूना, राजस्थान पुरातत्व विभाग और मेलबोर्न विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त अभियान में संपन्न हुआ था।

प्रश्न 82: किस सभ्यता में अच्छी विकसित प्राचीर युक्त किलेबंदी के अवशेष मिले हैं –

CET 2022 (12th Level) 05 February 2023 Shift-1
A) गणेश्वर
B) कालीबंगा
C) बालाथल
D) पीलीबंगा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा सिंधु घाटी सभ्यता का तीसरा सबसे बड़ा स्थल है जहाँ ऊपरी दुर्ग और निचले शहर दोनों ही सुरक्षा दीवारों (प्राचीर) से घिरे हुए थे, जो उन्नत नगर नियोजन और सुरक्षा व्यवस्था का प्रमाण है।

प्रश्न 83: आहड़ का उत्खनन कार्य किसके नेतृत्व में सम्पादित हुआ था –

CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-2
A) वी. एन. मिश्रा
B) वी.एस. वाकणकर
C) एच.डी. सांकलिया
D) बी.बी. लाल
उत्तर: एच.डी. सांकलिया
व्याख्या: आहड़ स्थल का प्रमुख उत्खनन कार्य 1961-62 में डॉ. एच.डी. सांकलिया के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें डेक्कन कॉलेज पूना, राजस्थान पुरातत्व विभाग और मेलबोर्न विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रयास शामिल थे।

प्रश्न 84: निम्नलिखित में से किस सभ्यता में आवास एवं बस्तियां बनाने में ईंटों का प्रयोग नहीं होता था –

CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-1
A) गणेश्वर
B) नूह
C) कालीबंगा
D) पीलीबंगा
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता में आवास और बस्तियों के निर्माण में ईंटों का प्रयोग नहीं किया जाता था, बल्कि अन्य स्थानीय सामग्रियों का उपयोग किया जाता था, जो इसकी विशिष्ट विशेषता थी।

प्रश्न 85: निम्नलिखित में से किस एक अभिकरण ने कालीबंगा के उत्खनन कार्य का उत्तरदायित्व सँभाला –

CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-1
A) मेलबोर्न विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया
B) राजस्थान पुरातत्त्व एवं संग्रहालय विभाग, जयपुर
C) भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली
D) डेक्कन कॉलेज, पुणे
उत्तर: भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली
व्याख्या: कालीबंगा के उत्खनन कार्य का प्रमुख उत्तरदायित्व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली ने संभाला, जिसके तहत 1961-69 के दौरान बी. बी. लाल और बालकृष्ण थापर ने इस स्थल की व्यापक खुदाई की।

प्रश्न 86: बागोर सभ्यता किस नदी के किनारे स्थित है –

High Court LDC 2022 (12 March 2023)
A) आयड़ नदी
B) बनास नदी
C) कोठारी नदी
D) कांतली नदी
उत्तर: कोठारी नदी
व्याख्या: भीलवाड़ा से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के तट पर स्थित बागोर सभ्यता की खोज 1967-68 में हुई थी, जो 3000 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक के काल की सभ्यता का प्रतिनिधित्व करती है।

प्रश्न 87: 300 ई. पू. से 300 ई. तक के काल के राजस्थान में गोल चैत्य कहाँ मिला है –

3rd Grade Teacher 2022 Punjabi L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य)
A) बैराठ
B) कोलवी
C) लालसोट
D) नगरी
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ की बीजक की पहाड़ी से 1999 में अशोककालीन गोल बौद्ध मंदिर, स्तूप और बौद्ध मठ के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो हीनयान संप्रदाय से संबंधित हैं और भारत के प्राचीनतम मंदिरों में गिने जाते हैं।

प्रश्न 88: यूनानी शासक मिलेंडर के सिक्के किस सभ्यता से प्राप्त हुए थे –

3rd Grade Teacher 2022 Sindhi L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य)
A) बालाथल
B) कालीबंगा
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ से प्राप्त 36 चांदी के सिक्कों में से 28 सिक्के हिन्द-यूनानी राजाओं के हैं, जिनमें से 16 सिक्के प्रसिद्ध हिन्द-यूनानी शासक मिलेंडर (मेनांडर) के हैं, जो इस क्षेत्र में हिन्द-यूनानी व्यापारिक संपर्कों का प्रमाण हैं।

प्रश्न 89: ______ की सभ्यता कांटली नदी पर स्थित है।

3rd Grade Teacher 2022 Urdu L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य)
A) गणेश्वर
B) बैराठ
C) आहड़
D) कालीबंगा
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित गणेश्वर सभ्यता की खोज 1977 में रत्नचंद्र अग्रवाल ने की थी और 1978-89 के बीच विजय कुमार द्वारा इसका विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ था।

प्रश्न 90: निम्नलिखित में से किसे सिन्धु सरस्वती सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केन्द्र कहा जाता है –

3rd Grade Teacher 2022 Urdu L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य)
A) कालीबंगा
B) गिलूण्ड
C) बागोर
D) रंगमहल
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: हनुमानगढ़ जिले में घग्घर नदी (प्राचीन सरस्वती नदी) के तट पर स्थित कालीबंगा को सिंधु-सरस्वती सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है, जहाँ पूर्व-हड़प्पा, हड़प्पा और उत्तर-हड़प्पा काल के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 91: आहड़ सभ्यता का उत्खनन कार्य 1953 में सर्वप्रथम किसके निर्देशन में हुआ था –

3rd Grade Teacher 2022 English L2
A) अक्षयकीर्ति व्यास
B) ग्रेगरी पोशल
C) रतन चन्द अग्रवाल
D) अमलानंद घोष
उत्तर: अक्षयकीर्ति व्यास
व्याख्या: आहड़ सभ्यता का प्रारंभिक उत्खनन कार्य सन् 1953 में अक्षयकीर्ति व्यास के नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसके बाद 1956 में रतनचंद्र अग्रवाल और 1961-62 में एच.डी. सांकलिया ने इस स्थल का विस्तृत उत्खनन किया।

प्रश्न 92: बालाथल सभ्यता का उत्खनन किसके निर्देशन में हुआ –

3rd Grade Teacher 2022 Sanskrit L2
A) आर. सी. अग्रवाल
B) अमलानंद घोष
C) वी. एन. मिश्र
D) बी.बी. लाल
उत्तर: वी. एन. मिश्र
व्याख्या: उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित बालाथल सभ्यता का उत्खनन कार्य 1993 में वी.एन. मिश्र के निर्देशन में संपन्न हुआ, जिससे 3000-2500 ईसा पूर्व की ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।

प्रश्न 93: गणेश्वर सभ्यता किस नदी के किनारे स्थित है –

3rd Grade Teacher 2022 Hindi L2
A) बनास नदी
B) कांतली नदी
C) कोठारी नदी
D) आयड़ नदी
उत्तर: कांतली नदी
व्याख्या: नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित गणेश्वर सभ्यता ताम्रपाषाणिक काल की एक प्रमुख सभ्यता है, जिसकी खोज 1977 में हुई और 1978-89 के बीच इसका विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ।

प्रश्न 94: राजस्थान की कौन सी सभ्यता बनास, बेडच, गंभीरी और कोठारी नदियों के तटों और घाटियों में फैली हुई थी –

3rd Grade Teacher 2022 Social Studies L2
A) गणेश्वर
B) बैराठ
C) कालीबंगा
D) आहड़
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ सभ्यता बनास, बेडच, गंभीरी और कोठारी नदियों के तटों और घाटियों में फैली हुई थी, जिसके कारण इसे बनास संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है और प्राचीन शिलालेखों में इसे ताम्रवती के नाम से संदर्भित किया गया है।

प्रश्न 95: 1950-53 में कालीबंगा के उत्खनन कार्य में जिस पुरातत्ववेत्ता का प्रमुख योगदान रहा, वह है –

3rd Grade Teacher 2022 Social Studies L2
A) दयाराम साहनी
B) जॉन मार्शल
C) आर. सी. अग्रवाल
D) अमलानन्द घोष
उत्तर: अमलानन्द घोष
व्याख्या: कालीबंगा स्थल की पहचान और प्रारंभिक उत्खनन में अमलानंद घोष का प्रमुख योगदान रहा, जो 1953 से 1968 तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निदेशक थे और उन्होंने 1952 में इस स्थल को हड़प्पा सभ्यता का हिस्सा Identified किया था।

प्रश्न 96: निम्न में से कौन सा एक कालीबंगा सभ्यता से सम्बंधित नहीं है –

3rd Grade Teacher 2022 Maths-Science L2
A) दुर्गीकरण
B) अग्निकुण्ड
C) मिट्टी की ईंटों के घर
D) लोहे के उपकरण
उत्तर: लोहे के उपकरण
व्याख्या: कालीबंगा एक कांस्ययुगीन सभ्यता थी, इसलिए यहाँ से लोहे के उपकरण नहीं मिले हैं। इस स्थल से दुर्गीकरण, अग्निकुंड और मिट्टी की ईंटों के मकानों के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो सिंधु घाटी सभ्यता की विशेषताएँ हैं।

प्रश्न 97: झाडोल (उदयपुर), कुराडा (नागौर), साबणिया (बीकानेर), नन्दलालपुरा (जयपुर) में क्या समानता है –

3rd Grade Teacher 2022 Maths-Science L2
A) पाषाण युग का केन्द्र
B) नवपाषाण कालीन संस्कृति के केन्द्र
C) ताम्र उपकरणों के भण्डार
D) लघु पाषाण उपकरणों की खोज
उत्तर: ताम्र उपकरणों के भण्डार
व्याख्या: गणेश्वर (नीम का थाना), साबणियां, पूंगल (बीकानेर), बूढ़ा पुष्कर (अजमेर), बेणेश्वर (डूँगरपुर), नन्दलालपुरा, किराड़ोत, चीथबाड़ी (जयपुर), कुराड़ा (परबतसर), एलाना (जालौर), मलाह (भरतपुर), कोल माहौली (सवाईमाधोपुर) ताम्रयुगीन स्थल हैं।

प्रश्न 98: राजस्थान में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का गठन कब हुआ था –

3rd Grade Teacher 2022 L1
A) 1952 में
B) 1953 में
C) 1949 में
D) 1950 में
उत्तर: 1950 में
व्याख्या: राजस्थान में वर्ष 1950 में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का गठन किया गया था।

प्रश्न 99: निम्नलिखित में से किस सभ्यता को धूलकोट कहते हैं –

3rd Grade Teacher 2022 L1
A) गिलूण्ड
B) बालाथल
C) कालीबंगा
D) आहड़
उत्तर: आहड़
व्याख्या: उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दबा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। यह सभ्यता बनास नदी पर स्थित है। ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध यह सभ्यता आयड़/बेड़च नदी के किनारे मौजूद थी। प्राचीन शिलालेखों में आहड़ का पुराना नाम ‘ताम्रवती’ अंकित है। दसवीं व ग्याहरवीं शताब्दी में इसे ‘आघाटपुर’ अथवा ‘आघट दुर्ग’ के नाम से जाना जाता था। इसे ‘धूलकोट’ भी कहा जाता है।

प्रश्न 100: गणेश्वर _____ संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थल है।

3rd Grade Teacher 2022 L1
A) नवपाषाण
B) मध्यपाषाण
C) पुरापाषाण
D) ताम्रयुगीन
उत्तर: ताम्रयुगीन
व्याख्या: गणेश्वर का टीला, नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित है। गणेश्वर में रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में खुदाई कर इस सभ्यता पर प्रकाश डाला। इस क्षेत्र का विस्तृत उत्खनन कार्य 1978-89 के बीच विजय कुमार ने किया। डी.पी. अग्रवाल ने रेडियो कार्बन विधि एवं तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर इस स्थल की तिथि 2800 ईसा पूर्व निर्धारित की है अर्थात् गणेश्वर सभ्यता पूर्व-हड़प्पा कालीन सभ्यता है। ताम्रयुगीन सांस्कृतिक केन्द्रों में से प्राप्त तिथियों में यह प्राचीनतम् है। इस प्रकार गणेश्वर संस्कृति को निर्विवाद रूप से ‘भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी’ माना जा सकता है।

प्रश्न 101: प्रागैतिहासिक काल की बागोर सभ्यता के अवशेष कोठारी नदी के तट पर किस स्थान से प्राप्त हुए हैं –

Lecturer (Tech. Edu.) Exam – 2020 (Gen. Studies of State Paper – III)
A) ओझियाना
B) रंगमहल
C) महासतियाँ
D) नलियासर
उत्तर: महासतियाँ
व्याख्या: भीलवाड़ा क्षेत्र से 25 किलोमीटर की दूरी पर कोठारी नदी के तट पर स्थित महासतियाँ स्थान से वर्ष 1967-68 के दौरान डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक तथा डेक्कन कॉलेज पूना और राजस्थान पुरातत्व विभाग के संयुक्त प्रयासों से की गई खुदाई में 3000 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक के कालखंड की बागौर सभ्यता के प्रमाण प्रकाश में आए।

प्रश्न 102: गणेश्वर के टीले मुख्य रूप से सम्बन्धित हैं –

A.A.R.O. (GK and Entomology) 2022
A) मध्यपाषाण संस्कृति से
B) पुरापाषाण संस्कृति से
C) ताम्र संस्कृति से
D) नवपाषाण संस्कृति से
उत्तर: ताम्र संस्कृति से
व्याख्या: नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल के समीप स्थित गणेश्वर टीले से रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा 1977 में की गई खुदाई में इस सभ्यता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। डी.पी. अग्रवाल द्वारा रेडियो कार्बन डेटिंग और तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर इस स्थल की तिथि 2800 ईसा पूर्व निर्धारित की गई है, जो इसे हड़प्पा पूर्व कालीन सभ्यता सिद्ध करती है। ताम्र युगीन सांस्कृतिक केंद्रों में प्राप्त तिथियों में यह सबसे प्राचीन माना जाता है।

प्रश्न 103: अनाज रखने के बड़े मृद्भाण्ड ‘गोरे’ व ‘कोठे’ राजस्थान के किस प्राचीन स्थल से प्राप्त होते हैं –

A.A.R.O. (GK and Entomology) 2022
A) तिलवाड़ा
B) बूढ़ा पुष्कर
C) आहड़
D) पीलीबंगा
उत्तर: आहड़
व्याख्या: उदयपुर नगर से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित 500 मीटर लंबे धूलकोट क्षेत्र के नीचे दबे आहड़ के प्राचीन नगर से ताम्र युगीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। यह सभ्यता बनास नदी के तट पर विकसित हुई थी। इस स्थल से अनाज संग्रह के लिए उपयोग किए जाने वाले विशाल मृद्भांड प्राप्त हुए हैं, जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘गोरे’ और ‘कोठ’ के नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 104: किस पुरातात्विक स्थल को धरतुल घाट के नाम से भी जाना जाता है –

A.A.R.O. (GK and Botany) 2022
A) सांभर
B) जोधपुरा
C) नागर
D) आहड़
उत्तर: जोधपुरा
व्याख्या: जयपुर जिले में साबी नदी के तट पर बसे जोधपुरा गाँव में 1972-75 के दौरान किए गए उत्खनन कार्य में जोधपुर सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए। यह सभ्यता 2500 ईसा पूर्व से 200 ईस्वी के मध्य अपने विकास के शिखर पर थी।

प्रश्न 105: भीमजी की डूंगरी है –

A.A.R.O. (GK and Ag. Che.) 2022
A) चित्तौड़ में
B) उदयपुर में
C) भीलवाड़ा में
D) बैराठ में
उत्तर: बैराठ में
व्याख्या: प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’, ‘मोती डूंगरी’ तथा ‘महादेवजी की डूँगरी’ जैसे स्थानों पर दयाराम साहनी द्वारा 1936-37 में और पुनः 1962-63 में पुरातत्वविद् नीलरत्न बनर्जी तथा कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा उत्खनन कार्य संपन्न कराया गया।

प्रश्न 106: रंगमहल स्थित है –

A.A.R.O. (GK and Ag. Che.) 2022
A) श्रीगंगानगर
B) बीकानेर
C) चूरू
D) हनुमानगढ़
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: सन् 1952 से 1954 के बीच लुण्ड विश्वविद्यालय के स्वीडिश शोध दल ने पुरातत्व विशेषज्ञ हन्ना राईड, होलगर अर्बमेन और के. एरिस्किन के मार्गदर्शन में हनुमानगढ़ स्थित रंगमहल के टीलों का व्यापक उत्खनन कार्य संपन्न कराया।

प्रश्न 107: राजस्थान का प्रमुख पूर्व-ऐतिहासिक स्थल ‘तिलवाड़ा’ किस नदी के किनारे स्थित है –

A.R.O. (GK and Entomology) 2022
A) बेलन
B) घग्गर
C) कोठारी
D) लूनी
उत्तर: लूनी
व्याख्या: तिलवारा सभ्यता के अवशेष लूनी नदी के तट पर बालोतरा जिले में स्थित हैं। तिलवारा पुरातत्व स्थल से मध्य पाषाण कालीन संस्कृति के प्रमाण उत्खनन में प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 108: रंगमहल में विशेष रूप से किसकी खेती की जाती थी –

A.R.O. (GK and Entomology) 2022
A) गेहूँ
B) चावल
C) बाजरा
D) मक्का
उत्तर: चावल
व्याख्या: सन् 1952 से 1954 के बीच लुण्ड विश्वविद्यालय के स्वीडिश शोध दल ने पुरातत्व विशेषज्ञ हन्ना राईड, होलगर अर्बमेन और के. एरिस्किन के मार्गदर्शन में रंगमहल के टीलों का व्यापक उत्खनन कार्य संपन्न कराया, जिसमें चावल की खेती के प्रमाण प्राप्त हुए।

प्रश्न 109: बैराठ के ‘बौद्ध मठ’ और ‘अशोक स्तंभ’ के आधार पर राजस्थान के बौद्ध धर्म के प्रमुख स्थान थे –

A.R.O. (GK and Horticulture) 2022
A) बैराठ, लालसोट, शेरगढ़, नगरी
B) बड़नगर आसपुरा, भूरी, भैसलाना
C) बैराठ जोधपुरा, गणेश्वर, बालेश्वर
D) लाटा, विराटनगर अहिरवाला, नागौर
उत्तर: बैराठ, लालसोट, शेरगढ़, नगरी
व्याख्या: वर्ष 1999 में बीजक की पहाड़ी से अशोककालीन ‘गोल बौद्ध मंदिर’, ‘स्तूप’ एवं ‘बौद्ध मठ’ के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो हीनयान संप्रदाय से संबंधित हैं। ये भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में गिने जा सकते हैं।

प्रश्न 110: निम्नलिखित में से किस पुरातत्व स्थल का 1962-63 में एन. आर. बनर्जी एवं के. एन. दीक्षित ने उत्खनन किया था –

School Lecturer (Sanskrit Edu.) 2022
A) कालीबंगा
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’, ‘मोती डूंगरी’ तथा ‘महादेवजी की डूँगरी’ जैसे स्थानों पर दयाराम साहनी द्वारा 1936-37 में प्रारंभ किए गए उत्खनन कार्य को 1962-63 में पुरातत्वविद् नीलरत्न बनर्जी तथा कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा पूर्ण कराया गया।

प्रश्न 111: निम्नलिखित में से, बौद्ध धर्म से सम्बन्धित पुरातात्विक अवशेष कहाँ मिले हैं –

CET 2022 (Graduate) 08 January 2023 Shift-1
A) नलियासर (सांभर)
B) रैंढ़ (टोंक)
C) बैराठ (विराट नगर)
D) माध्यमिका (नगरी)
उत्तर: बैराठ (विराट नगर)
व्याख्या: वर्ष 1999 में बीजक की पहाड़ी से अशोककालीन ‘गोल बौद्ध मंदिर’, ‘स्तूप’ एवं ‘बौद्ध मठ’ के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो हीनयान संप्रदाय से संबंधित हैं। ये भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में गिने जा सकते हैं।

प्रश्न 112: निम्नलिखित में से किस पुरातात्विक स्थल से यूनानी शासक मीनांडर की मुद्राएँ प्राप्त हुई हैं –

CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2
A) बालाथल
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ स्थल से कुल 36 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 28 सिक्के हिन्द-युनानी शासकों के हैं। इन 28 सिक्कों में से 16 सिक्के प्रसिद्ध हिन्द-युनानी राजा मिनेण्डर के हैं। शेष 8 सिक्के प्राचीन भारत के आहत (पंचमार्क) सिक्के हैं।

प्रश्न 113: बैराठ में उत्खनन निम्नलिखित में से किसके नेतृत्व में करवाया गया था –

School Lecturer 2022 Gk (Group E)
A) बी.के. थापर
B) दयाराम साहनी
C) बी. एन. मिश्रा
D) एच.डी. सांकलिया
उत्तर: दयाराम साहनी
व्याख्या: प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’, ‘मोती डूंगरी’ तथा ‘महादेवजी की डूँगरी’ जैसे स्थानों पर दयाराम साहनी द्वारा 1936-37 में प्रारंभ किए गए उत्खनन कार्य को 1962-63 में पुरातत्वविद् नीलरत्न बनर्जी तथा कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा पूर्ण कराया गया।

प्रश्न 114: निम्नलिखित में से किसके साक्ष्य कालीबंगा के पुरास्थल के उत्खनन से प्राप्त नहीं हुए हैं –

School Lecturer 2022 Gk (Group D)
A) गेहूँ
B) बाजरा
C) चावल
D) हाथीदाँत की कंघी
उत्तर: चावल
व्याख्या: कालीबंगा स्थल से गेहूँ, बाजरा और हाथीदाँत की कंघी जैसे महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, लेकिन चावल की खेती के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।

प्रश्न 115: गणेश्वर से प्राप्त मृदभाण्ड किस प्रकार के हैं –

School Lecturer 2022 Gk (Group D)
A) गैरिक मृदभाण्ड
B) लाल बर्तन
C) उत्तरी कृष्ण मार्जित मृदभाण्ड
D) धूसर चित्रित मृदभाण्ड
उत्तर: गैरिक मृदभाण्ड
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता से प्राप्त मिट्टी के बर्तनों को कृपषवर्णी मृदपात्र के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये बर्तन काले और नीले रंग की सजावट से युक्त हैं।

प्रश्न 116: किस सभ्यता स्थल में उत्खनन से चांदी के आठ पंचमार्क मुद्राएँ मिली है –

School Lecturer 2022 Gk (G-C)
A) बालाथल
B) गणेश्वर
C) गिलुण्ड
D) बेराठ
उत्तर: बेराठ
व्याख्या: बेराठ स्थल से कुल 36 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 28 सिक्के हिन्द-युनानी शासकों के हैं। इन 28 सिक्कों में से 16 सिक्के प्रसिद्ध हिन्द-युनानी राजा मिनेण्डर के हैं। शेष 8 सिक्के प्राचीन भारत के आहत (पंचमार्क) सिक्के हैं।

प्रश्न 117: कालीबंगा का उत्खनन कार्य कितने स्तरों में किया गया –

School Lecturer 2022 Gk (G-C)
A) एक
B) तीन
C) पाँच
D) आठ
उत्तर: पाँच
व्याख्या: कालीबंगा में उत्खनन कार्य पांच विभिन्न स्तरों पर संपन्न किया गया, जिसमें प्रथम और द्वितीय स्तर सिन्धु सभ्यता से भी प्राचीन हैं, जबकि तीसरा, चौथा और पांचवा स्तर सिंधु सभ्यता के समकालीन माने जाते हैं। कालीबंगा शब्द का शाब्दिक अर्थ ‘काली चूड़ियां’ है।

प्रश्न 118: वर्ष 1961 से 1969 की अवधि के दौरान निम्न में कौन पुरातत्ववेत्ता कालीबंगा के उत्खनन से संबंधित नहीं है –

School Lecturer 2022 Gk (G-B)
A) आर. सी. अग्रवाल
B) बी.बी. लाल
C) बी.के. थापर
D) एम.डी. खरे
उत्तर: आर. सी. अग्रवाल
व्याख्या: कालीबंगा प्राचीन सरस्वती नदी के बाएं तट पर हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी दक्षिण में स्थित है। वर्तमान में इस क्षेत्र से घग्घर नदी बहती है। यहाँ पूर्व हड़प्पाकालीन, ‘हड़प्पाकालीन’ तथा ‘उत्तर हड़प्पाकालीन’ सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। सन् 1961-69 के दौरान नौ उत्खनन सत्रों में बी. के. थापर, जे. वी. जोशी तथा बी. बी. लाल के निर्देशन में इस स्थल की व्यापक खुदाई की गई।

प्रश्न 119: गणेश्वर की सभ्यता _____ संस्कृति का महत्त्वपूर्ण स्थल है।

School Lecturer 2022 Gk (Group E)
A) ताम्रयुगीन
B) पुरापाषाण
C) मध्यपाषाण
D) नवपाषाण
उत्तर: ताम्रयुगीन
व्याख्या: नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल के समीप स्थित गणेश्वर टीले से रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा 1977 में की गई खुदाई में इस सभ्यता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। डी.पी. अग्रवाल द्वारा रेडियो कार्बन डेटिंग और तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर इस स्थल की तिथि 2800 ईसा पूर्व निर्धारित की गई है, जो इसे हड़प्पा पूर्व कालीन सभ्यता सिद्ध करती है।

प्रश्न 120: जोधपुरा-सभ्यता किस नदी के तट पर स्थित है –

Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (evening shift)
A) साबी नदी
B) कोठारी नदी
C) बेडच नदी
D) लूणी नदी
उत्तर: साबी नदी
व्याख्या: जयपुर जिले में साबी नदी के तट पर बसे जोधपुरा गाँव में 1972-75 के दौरान किए गए उत्खनन कार्य में जोधपुर सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए। यह सभ्यता 2500 ईसा पूर्व से 200 ईस्वी के मध्य अपने विकास के शिखर पर थी।

प्रश्न 121: निम्नलिखित स्थानों में से किसे ताम्रवती नगरी के नाम से भी जाना जाता है –

Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (evening shift)
A) गिलूण्ड
B) बालाथल
C) कालीबंगा
D) आहड़
उत्तर: आहड़
व्याख्या: उदयपुर नगर से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित 500 मीटर लंबे धूलकोट क्षेत्र के नीचे दबे आहड़ के प्राचीन नगर से ताम्र युगीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। यह सभ्यता बनास नदी के तट पर विकसित हुई थी। प्राचीन शिलालेखों में आहड़ का मूल नाम ‘ताम्रवती’ दर्ज है।

प्रश्न 122: राजस्थान के किस जिले में गिलूण्ड पुरातत्व उत्खनन स्थल स्थित है –

Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (morning shift)
A) राजसमंद
B) पाली
C) उदयपुर
D) भीलवाड़ा
उत्तर: राजसमंद
व्याख्या: गिलूण्ड पुरातात्विक स्थल की खुदाई सन् 1957-58 में प्रोफेसर बी.बी. लाल के नेतृत्व में संपन्न हुई, जो वर्तमान में राजसमंद जिले में अवस्थित है।

प्रश्न 123: बालाथल सभ्यता का उत्खनन किसके निर्देशन में हुआ –

Forest Guard Exam 2022
A) वी. एन. मिश्र
B) आर. सी. अग्रवाल
C) अमलानंद घोष
D) बी. लाल
उत्तर: वी. एन. मिश्र
व्याख्या: वर्ष 1993 में डॉ. वी.एन. मिश्र के मार्गदर्शन में बालाथल स्थल की खोज हुई, जिससे ईसा पूर्व 3000 से 2500 तक के ताम्रपाषाण कालीन सभ्यता के प्रमाण प्रकाश में आए। यह स्थान उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है।

प्रश्न 124: भीम की डूंगरी एवं बीजक की पहाड़ी राजस्थान की किस सभ्यता से संबंधित स्थल हैं –

Forest Guard Exam 2022 Shift 4
A) आहड़ सभ्यता
B) कालीबंगा सभ्यता
C) गणेश्वर सभ्यता
D) बैराठ सभ्यता
उत्तर: बैराठ सभ्यता
व्याख्या: प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (आधुनिक बैराठ) में स्थित ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’, मोती डूंगरी एवं ‘महादेवजी की डूँगरी’ स्थानों पर पुरातात्विक उत्खनन दयाराम साहनी द्वारा 1936-37 में और पुनः 1962-63 में नीलरत्न बनर्जी व कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा किया गया।

प्रश्न 125: निम्नलिखित कथनों को पढ़िए –

(i) विराटनगर जिसे पहले बैराठ के नाम से जाना जाता था, जोधपुर का एक शहर है।

(ii) बैराठ, मौर्य साम्राज्य का हिस्सा था।

सही कूट चुनिए –

Forest Guard Exam 2022 Shift 3
A) केवल (i) सही है
B) केवल (ii) सही है
C) न तो (i) ना ही (ii) सही है
D) दोनों कथन सही हैं
उत्तर: केवल (ii) सही है
व्याख्या: विराटनगर (वर्तमान बैराठ) प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी थी, जो जयपुर जिले में स्थित है, न कि जोधपुर में। यह ऐतिहासिक रूप से मौर्य साम्राज्य का अंग रहा है, जैसा कि यहाँ प्राप्त अशोक के शिलालेखों से प्रमाणित होता है।

प्रश्न 126: सात अग्नि वेदिकाओं की पंक्ति प्राप्त हुई है –

Forest Guard Exam 2022 Shift 3
A) गणेश्वर से
B) कालीबंगा से
C) बैराठ से
D) आहड़ से
उत्तर: कालीबंगा से
व्याख्या: कालीबंगा के पुरातात्विक स्थल से ईंटों से निर्मित चबूतरे पर सात अग्निकुंडों की श्रृंखला प्राप्त हुई है, जिनमें यज्ञ के अवशेष के रूप में राख एवं पशुओं की हड्डियाँ संरक्षित मिली हैं।

प्रश्न 127: राजस्थान में किस स्थल पर एक कंकाल के गले में पत्थर व हड्डियों का हार पाया गया था –

School Lecturer 2022 History (Group – C)
A) बागोर
B) आहड़
C) तिलवाड़ा
D) धनेरी
उत्तर: बागोर
व्याख्या: भीलवाड़ा कस्बे से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के तट पर वर्ष 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक तथा डेक्कन कॉलेज पूना एवं राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से संपन्न खुदाई में 3000 ई.पू. से 500 ई.पू. तक के काल की बागौर सभ्यता के अवशेष प्रकाश में आए, जहाँ एक कंकाल के गले में पत्थर एवं हड्डियों से निर्मित हार प्राप्त हुआ।

प्रश्न 128: निम्न में से कौनसा एक युग्म सही सुमेलित नहीं है –

School Lecturer 2022 History (Group – C)
A) बागोर – सूक्ष्म पाषाण उपकरण
B) कालीबंगा – दुर्गीकरण
C) गणेश्वर – काले चमकीले मृदभांड
D) बैराठ – बौद्ध विहार
उत्तर: गणेश्वर – काले चमकीले मृदभांड
व्याख्या: गणेश्वर स्थल, जो नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित है, से प्रमुख रूप से शुद्ध तांबे से निर्मित तीर, भाले, तलवार, बर्तन, आभूषण एवं सुइयाँ प्राप्त हुई हैं, न कि काले चमकीले मृदभांड, जो अन्य सभ्यताओं की विशेषता रहे हैं।

प्रश्न 129: ब्राह्मी लिपि युक्त एक मिट्टी की मुहर कहाँ से प्राप्त हुई है –

School Lecturer 2022 History (Group – C)
A) बैराठ से
B) रैरह से
C) रंगमहल से
D) सांभर से
उत्तर: रैरह से
व्याख्या: ब्राह्मी लिपि में अंकित मिट्टी की एक मुहर रैरह (रैढ़, टोंक) नामक स्थान से प्राप्त हुई है, जो प्राचीन लिपि के प्रयोग का महत्वपूर्ण साक्ष्य प्रस्तुत करती है।

प्रश्न 130: निम्नलिखित में से कौनसा (पुरातात्विक स्थल – नदी) सुमेलित नहीं है –

Forest Guard Exam 2022 Shift 1
A) जोधपुरा – साबी
B) ओझियाना – खारी
C) कालीबंगा – घग्गर
D) बलाथल – कांतली
उत्तर: बलाथल – कांतली
व्याख्या: बालाथल पुरातात्विक स्थल उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है, न कि कांतली नदी के तट पर। कांतली नदी के किनारे गणेश्वर एवं सुनारी पुरातात्विक स्थल अवस्थित हैं।

प्रश्न 131: राजस्थान की ‘बनास संस्कृति’ संबद्ध है।

Head Master (Sanskrit Edu.) – 2021 (PAPER-I)
A) नवपाषाण काल से
B) पुरापाषाण काल से
C) मध्यपाषाण काल से
D) ताम्रपाषाण काल से
उत्तर: ताम्रपाषाण काल से
व्याख्या: बनास संस्कृति का संबंध ताम्रपाषाण काल से है, जिसके प्रमुख केंद्र आहड़ (उदयपुर) में बनास नदी के किनारे स्थित हैं, जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 132: बीकानेर संग्रहालय में प्रदर्शित महिषासुरमर्दिनी की लाल मिट्टी की मूर्ति मूलतः कहाँ से प्राप्त हुई –

Head Master (Sanskrit Edu.) – 2021 (PAPER-I)
A) सांभर
B) तक्षकगढ़
C) भटनेर
D) आमेर
उत्तर: भटनेर
व्याख्या: बीकानेर संग्रहालय में संरक्षित महिषासुरमर्दिनी की लाल मिट्टी से निर्मित प्रतिमा का मूल स्थान भटनेर है, जहाँ से इसे प्राप्त किया गया था।

प्रश्न 133: बूढ़ा पुष्कर, होकरा, जायल पुरास्थल किस काल से संबधित है –

Sr. Computer Instructor 2022 Paper 1
A) नवपाषाण काल से
B) पुरापाषाण काल से
C) कांस्य काल से
D) ताम्रपाषाण काल से
उत्तर: पुरापाषाण काल से
व्याख्या: बूढ़ा पुष्कर, होकरा एवं जायल पुरास्थलों से प्राप्त अवशेष पुरापाषाण कालीन सभ्यता से संबंधित हैं, जो इन क्षेत्रों में प्रागैतिहासिक मानव की उपस्थिति को दर्शाते हैं।

प्रश्न 134: निम्नलिखित में से कौन सा एक ताम्रपाषाणिक स्थल है –

Evaluation Officer 2020
A) कालीबंगा
B) आहड़
C) तिलवाड़ा
D) जसोल
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ पुरातात्विक स्थल राजस्थान का एक प्रमुख ताम्रपाषाणिक केंद्र है, जो उदयपुर में बनास नदी के किनारे स्थित है और ताम्रयुगीन सभ्यता के महत्वपूर्ण अवशेष प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 135: निम्नलिखित में से किसने कालीबंगा सभ्यता की खोज की –

Forester Exam 2020 Shift 2
A) रतन चन्द्र अग्रवाल
B) एच.ड. सांकलिया
C) वी.एन. मिश्र
D) अमलानन्द घोष
उत्तर: अमलानन्द घोष
व्याख्या: कालीबंगा सभ्यता की खोज का श्रेय पुरातत्वविद् ए. एन. घोष को जाता है, जिन्होंने सन् 1952 में इस महत्वपूर्ण हड़प्पाकालीन स्थल का पता लगाया था।

प्रश्न 136: राजस्थान में नीम का थाना जिले में खेतड़ी तहसील के किस गांव से अयस्क से लोहा बनाने की भट्टियों के अवशेष मिले हैं –

A) नगरी
B) बरोर
C) बागोर
D) सुनारी
उत्तर: सुनारी
व्याख्या: नीम का थाना जिले की खेतड़ी तहसील के सुनारी गाँव में कांतली नदी के तट पर किए गए उत्खनन में अयस्क से लोहा निर्माण की प्राचीन भट्टियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो भारत की प्राचीनतम धातुकर्म भट्टियों में से मानी जाती हैं।

प्रश्न 137: सर्वप्रथम राजस्थान में कहाँ से पूर्वपाषाण कालीन हस्त कुठार (कुल्हाडी) खोज निकाली थी –

Forester Exam 2020 Shift 1
A) अलवर और टोंक
B) चितौड़ और भीलवाड़ा
C) जयपुर और इन्द्रगढ़
D) जोधपुरा और सुनारी
उत्तर: जयपुर और इन्द्रगढ़
व्याख्या: राजस्थान में प्रारंभिक पाषाण काल के उपकरणों की प्रथम खोज श्री सी. ए. हैकर द्वारा जयपुर और इन्द्रगढ़ क्षेत्रों से की गई, जहाँ से पत्थर से निर्मित हस्त कुठार (हैण्ड एक्स) प्राप्त हुए, जो वर्तमान में कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में सुरक्षित हैं।

प्रश्न 138: निम्नलिखित में से कौन से स्थल लघुपाषाणयुगीन संस्कृति से संबद्ध हैं –

ASSISTANT PROFESSOR (COLLEGE EDUCATION DEPTT.) EXAM 2020
A) (i) और (ii)
B) (i) और (iii)
C) (i), (ii) और (iii)
D) (i), (ii), (iii) और (iv)
उत्तर: (i), (ii) और (iii)
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता, जो नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित है, को डी.पी. अग्रवाल द्वारा रेडियो कार्बन विधि से 2800 ईसा पूर्व की तिथि दी गई है, जो इसे पूर्व-हड़प्पा कालीन सभ्यता सिद्ध करती है एवं ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी के रूप में स्थापित करती है।

प्रश्न 139: राजस्थान की कौन सी सभ्यता बनास, बेड़च, वागन, गंभीरी और कोठारी नदियों के तटों और घाटियों में फैली हुई थी –

RSMSSB PTI Grade-III P1
A) कालीबंगा
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ सभ्यता, जिसे प्राचीन शिलालेखों में ‘ताम्रवती’ के नाम से जाना जाता था, बनास, बेड़च, वागन, गंभीरी और कोठारी नदियों के तटीय क्षेत्रों एवं घाटियों में विस्तृत थी, जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता के महत्वपूर्ण अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 140: राजस्थान की किस सभ्यता को “ताम्रसंचयी” के नाम से भी जाना जाता है –

RSMSSB PTI Grade-III P1
A) गणेश्वर
B) बागौर
C) आहाड
D) गिलुण्ड
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता, जिसकी खोज रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा 1977 में की गई, को ‘ताम्रसंचयी’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहाँ से ताम्रयुगीन सांस्कृतिक केंद्रों में सर्वाधिक प्राचीन तिथियाँ प्राप्त हुई हैं, जिसके कारण इसे भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी माना जाता है।

प्रश्न 141: निम्नलिखित में से कौन सा पुरातत्वविद बैराठ के अन्वेषण/ उत्खनन से संबद्ध नहीं है –

ASSI. TESTING OFFICER 2021
A) एलेक्जेण्डर कनिंघम
B) दयाराम साहनी
C) एन. आर. बनर्जी
D) एच. डी. सांकलिया
उत्तर: एच. डी. सांकलिया
व्याख्या: डॉ. एच.डी. सांकलिया का संबंध आहड़ स्थल के उत्खनन से रहा है, जबकि बैराठ के उत्खनन कार्य में दयाराम साहनी, नीलरत्न बनर्जी एवं कैलाशनाथ दीक्षित जैसे पुरातत्वविदों का योगदान रहा है।

प्रश्न 142: निम्नलिखित में से कौन सा ताम्र पाषाणिक स्थल खेतड़ी के निकट है –

ASSI. TESTING OFFICER 2021
A) बालाथल
B) जोधपुरा
C) गणेश्वर
D) ओझियाना
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर ताम्रपाषाणिक स्थल नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित है, जो खेतड़ी के समीप स्थित है और रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा 1977 में की गई खुदाई में इस सभ्यता के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।

प्रश्न 143: निम्नलिखित में से कौनसा बनास संस्कृति का स्थल नहीं है –

Librarian Grade III 2022 (Paper 1)
A) तिलवाड़ा
B) ओझियाना
C) गिलुण्ड
D) बालाथल
उत्तर: तिलवाड़ा
व्याख्या: तिलवाड़ा बनास संस्कृति से संबंधित नहीं है, जबकि ओझियाना, गिलुण्ड और बालाथल इस संस्कृति के महत्वपूर्ण केंद्र रहे हैं।

प्रश्न 144: सुनारी सभ्यता के अवशेष राजस्थान के किस जिले से प्राप्त हुए हैं –

Junior Instructor (WC&S) 2018
A) चूरू
B) नीम का थाना
C) सीकर
D) भीलवाड़ा
उत्तर: नीम का थाना
व्याख्या: सुनारी सभ्यता के अवशेष नीम का थाना जिले की खेतड़ी तहसील के सुनारी गाँव में कांतली नदी के तट पर किए गए उत्खनन से प्राप्त हुए हैं, जहाँ लोहा निर्माण की प्राचीन भट्टियों के अवशेष मिले हैं।

प्रश्न 145: कालीबंगा के बारे में निम्नलिखित कथनों को पढ़िए –

(A) कालीबंगा में दुर्ग तथा निचले नगर, दोनों के चारों ओर दीवार है।

(B) दोनों दीवारें कच्ची मिट्टी की ईंटों की दीवारे हैं।

Superintendent Gar. 2021 (GK)
A) केवल कथन (A) सत्य है।
B) केवल कथन (B) सत्य है।
C) ना तो (A) ना ही (B) सत्य है।
D) दोनों कथन सत्य हैं।
उत्तर: दोनों कथन सत्य हैं।
व्याख्या: कालीबंगा की नगर योजना में दुर्ग एवं निचले नगर दोनों को परकोटे से सुरक्षित किया गया था। पत्थर की कमी के कारण इन दीवारों का निर्माण कच्ची मिट्टी की ईंटों से किया गया था, जिन्हें मिट्टी के मसाले से जोड़ा जाता था, जो सिंधु घाटी सभ्यता की नगर नियोजन प्रणाली के अनुरूप था।

प्रश्न 146: निम्नलिखित में से कौन सा (पुरातात्विक स्थल – उत्खननकर्ता) सुमेलित नहीं है –

RSMSSB House Keeper 2022
पुरातात्विक स्थलउत्खननकर्ता
A) आहड़i) एच. डी. सांकलिया
B) ओझियानाii) के. एन. पुरी
C) बैराठiii) डी. आर. साहनी
D) बागौरiv) वी. एन. मिश्र
A) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
B) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
C) A – (i), B – (iii), C – (ii), D – (iv)
D) A – (i), B – (iv), C – (iii), D – (ii)
उत्तर: A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
व्याख्या: आहड़ स्थल का उत्खनन एच.डी. सांकलिया द्वारा, ओझियाना का उत्खनन के.एन. पुरी द्वारा, बैराठ का उत्खनन डी.आर. साहनी द्वारा तथा बागौर का उत्खनन वी.एन. मिश्र द्वारा किया गया था, जो दिए गए सभी युग्म सही सुमेलित हैं।

प्रश्न 147: सैन्धव सभ्यता के किस स्थल से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं –

RSMSSB House Keeper 2022
A) हड़प्पा
B) मोहनजोदड़ो
C) राखीगढी
D) कालीबंगा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: सिंधु घाटी सभ्यता के विभिन्न स्थलों में से कालीबंगा से कृषि कार्य के लिए जुते हुए खेत के स्पष्ट प्रमाण प्राप्त हुए हैं, जो प्राचीन कृषि पद्धतियों पर प्रकाश डालते हैं।

प्रश्न 148: लूनी घाटी डीडवाना, बूढा पुष्कर के आसपास स्थित एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह निम्नलिखित में से किस युग से संबंधित है –

RSMSSB LSA 2022
A) ऊपरी पुरापाषाण युग
B) उत्तर पुराना पाषाण युग
C) मध्य पुरापाषाण युग
D) इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर: मध्य पुरापाषाण युग
व्याख्या: लूनी घाटी में डीडवाना और बूढ़ा पुष्कर के आसपास के स्थल मध्य पुरापाषाण युग से संबंधित हैं, जैसा कि 1971-76 में डॉ. आल्चिन, ए.एस. गाउडी और के.टी.एम. हेगड़े द्वारा की गई खोजों से प्रमाणित होता है, जहाँ इस काल के विशिष्ट पाषाण उपकरण प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 149: बैराट (जयपुर के पास) के पास भीमजी की डूंगरी के तल पर दो ______ शिलालेख बैराट शिलालेख और लघु शिलालेख की खोज की गई है।

RSMSSB LSA 2022
A) चालुक्य
B) मुगल
C) अशोक
D) राठौर
उत्तर: अशोक
व्याख्या: बैराठ के निकट भीमजी की डूंगरी से प्राप्त दो शिलालेख मौर्य सम्राट अशोक से संबंधित हैं, जिनकी प्रारंभिक खोज 1837 में कैप्टन बर्ट द्वारा की गई थी और जो ‘भाब्रू शिलालेख’ या ‘बैराठ-कलकत्ता शिलालेख’ के नाम से प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 150: धुलकोट के टीले से जिस सभ्यता का अभियान हुआ, वह है –

A) ओझियाना
B) आहड़
C) ईसवाल
D) बालाथल
उत्तर: आहड़
व्याख्या: धूलकोट के टीले से आहड़ सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो उदयपुर में बनास नदी के किनारे स्थित है और जिसे प्राचीन शिलालेखों में ‘ताम्रवती’ तथा मध्यकाल में ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ के नाम से जाना जाता था।

प्रश्न 151: दयाराम साहनी, नीलरत्न बनर्जी एवं कैलाशनाथ दीक्षित की किस सभ्यता के उत्खनन में मुख्य भूमिका रही –

JEN 2022: Electrical Diploma (GK)
A) आहड़
B) बैराठ
C) गिलूण्ड
D) बागोर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ स्थित विराटनगर के पुरातात्विक स्थलों पर दयाराम साहनी ने 1936-37 में और फिर नीलरत्न बनर्जी व कैलाशनाथ दीक्षित ने 1962-63 में उत्खनन कार्य संपन्न किया था।

प्रश्न 152: निम्नलिखित युस्‍्मों में से कौनसा युग्म (पुरास्थल – संबंधित जिला) सुमेलित नहीं है –

Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1
पुरास्थलसंबंधित जिला
A) सुनारीi) झुंझुनूं
B) गिलूण्डii) राजसमन्द
C) ओझियानाiii) चित्तोड़गढ़
D) जोधपुराiv) जयपुर
A) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
B) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
C) A – (i), B – (ii), C – (iv), D – (iii)
D) A – (i), B – (iii), C – (ii), D – (iv)
उत्तर: A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
व्याख्या: ओझियाना पुरास्थल भीलवाड़ा जिले में अवस्थित है, चित्तौड़गढ़ में नहीं। इस स्थल का उत्खनन 1999-2000 में संपन्न हुआ था।

प्रश्न 153: राजस्थान के किस जिले में ओझियाना स्थल स्थित है –

Lab Assistant Exam 2022 (Home Science)
A) गंगानगर
B) भीलवाड़ा
C) राजसमन्द
D) उदयपुर
उत्तर: भीलवाड़ा
व्याख्या: ओझियाना पुरातात्विक स्थल भीलवाड़ा जिले के अंतर्गत स्थित है, जिसकी खुदाई का कार्य 1999-2000 में संपन्न हुआ था।

प्रश्न 154: प्राचीनकाल में निम्नलिखित में से किस स्थान को ताम्रवती नगरी के नाम से भी जाना जाता था –

Lab Assistant Exam 2022 (Home Science)
A) आहड
B) कालीबंगा
C) खेतड़ी
D) गणेश्वर
उत्तर: आहड
व्याख्या: उदयपुर के समीप स्थित आहड़ स्थल को प्राचीन काल में ताम्रवती नाम से जाना जाता था। यह स्थान बनास नदी के तट पर अवस्थित है और ताम्रयुगीन सभ्यता का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।

प्रश्न 155: गणेश्वर सभ्यता का उत्खनन किसके निर्देशन में हुआ –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1
A) एच. डी. सांकलिया
B) ए. एन. घोश
C) वी. एन. मिश्रा
D) आर. सी. अग्रवाल
उत्तर: आर. सी. अग्रवाल
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता के उत्खनन कार्य का श्रेय रत्नचंद्र अग्रवाल को जाता है, जिन्होंने 1977 में इस स्थल की खोज की और इसके बाद विजय कुमार ने 1978-89 के मध्य विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न किया।

प्रश्न 156: किस नदी के तट पर गिलूण्ड सभ्यता स्थित है –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1
A) आहड़
B) कोठारी
C) बनास
D) कांतली
उत्तर: बनास
व्याख्या: गिलूण्ड सभ्यता बनास नदी के तट पर विकसित हुई थी। प्रोफेसर बी.बी. लाल द्वारा 1957-58 में किए गए उत्खनन से इस सभ्यता के बारे में जानकारी प्राप्त हुई, जिसे बनास संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 157: 300 ई.पू. से 300 ई. तक के काल में राजस्थान में गोल चैत्यगृह कहाँ मिला है –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1
A) नगरी
B) बैराठ
C) कोलवी
D) लालसोट
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ के बीजक की पहाड़ी से 1999 में अशोककालीन गोल बौद्ध मंदिर, स्तूप और बौद्ध मठ के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में गिने जाते हैं।

प्रश्न 158: निम्नांकित में से कौन-सा कथन सही है –

A) गणेश्वर एक उत्खनन स्थल नहीं है।
B) बैराठ एक ग्राम्य-संस्कृति केन्द्र था।
C) कालीबंगा लौह-युग संस्कृति का एक उदाहरण था।
D) आहड़वासियों का महत्वपूर्ण व्यवसाय अयस्क तांबे को गलाना तथा ताम्र वस्तुएं बनाना था।
उत्तर: आहड़वासियों का महत्वपूर्ण व्यवसाय अयस्क तांबे को गलाना तथा ताम्र वस्तुएं बनाना था।
व्याख्या: आहड़ सभ्यता के निवासी धातु कार्य में निपुण थे और तांबे के अयस्क को गलाकर विभिन्न प्रकार के उपकरण व औजार बनाते थे। इसके साथ ही वे कृषि और पशुपालन का कार्य भी करते थे।

प्रश्न 159: निम्नलिखित में से कौनसा एक युग्म सही सुमेलित नहीं है –

प्राचीन स्थलउत्खननकर्ता
A) कालीबंगाi) अमलानंद घोष
B) आहड़ii) एच. डी. सांकलिया
C) बैराठiii) केदार नाथ पुरी
D) बागोरiv) वी. एन. मिश्रा
A) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
B) A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
C) A – (i), B – (ii), C – (iv), D – (iii)
D) A – (i), B – (iii), C – (ii), D – (iv)
उत्तर: A – (i), B – (ii), C – (iii), D – (iv)
व्याख्या: बैराठ के उत्खनन में दयाराम साहनी, नीलरत्न बनर्जी और कैलाशनाथ दीक्षित का योगदान रहा, जबकि रैढ़ के उत्खनन का श्रेय दयाराम साहनी और डॉ. केदारनाथ पुरी को जाता है।

प्रश्न 160: निम्नलिखित में से किस सभ्यता में मकान एवं बस्तियों के निर्माण में ईंटों का प्रयोग नहीं होता था –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1
A) बैराठ
B) आहड़
C) कालीबंगा
D) गणेश्वर
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता में निर्माण कार्य के लिए ईंटों का उपयोग नहीं किया जाता था। इस स्थल की खोज रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में की थी और बाद में विजय कुमार ने विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न किया।

प्रश्न 161: निम्नलिखित में से किस स्थल से उत्खनन में ‘अग्नि वेदिकाएँ’ मिली थी –

Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1
A) गणेश्वर
B) आहड़
C) बागोर
D) कालीबंगा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा से ईंटों से निर्मित चबूतरों पर सात अग्निकुंड प्राप्त हुए हैं, जिनमें राख और पशुओं की हड्डियों के अवशेष मिले हैं।

प्रश्न 162: भीनमाल सभ्यता का पता रतनचन्द्र अग्रवाल द्वारा वर्ष 1953-54 ई. में सबसे पहले राजस्थान के किस ज़िले में लगाया गया –

Police Constable Exam (02 July 2022) (Re Exam)
A) बैराठ
B) जालौर
C) अलवर
D) प्रतापगढ़
उत्तर: जालौर
व्याख्या: रतनचन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व में 1953-54 में जालौर जिले के भीनमाल स्थल पर उत्खनन कार्य संपन्न हुआ था।

प्रश्न 163: निम्नलिखित में से कौन-सा आहड़-बनास संस्कृति का पुरातात्विक स्थल है, जो राजस्थान के उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है –

Police Constable Exam (02 July 2022) (Re Exam)
A) बदर
B) बख्तपुरा
C) अकबरपुर
D) बालाथल
उत्तर: बालाथल
व्याख्या: बालाथल पुरातात्विक स्थल उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है। वी.एन. मिश्र द्वारा 1993 में किए गए शोध से यहाँ 3000-2500 ईसा पूर्व की ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 164: इन दिनों जोधपुर के संग्रहालय में रखे उत्तर गुप्त काल से संबंधित लाल बलुआ पत्थर में आदमकद ‘स्थानक’ (खड़े) विष्णु ________ में मिले थे।

A) भीनमाल
B) मंडोर
C) पाली
D) बीकानेर
उत्तर: पाली
व्याख्या: जोधपुर संग्रहालय में संरक्षित उत्तर गुप्त कालीन लाल बलुआ पत्थर से निर्मित आदमकद स्थानक विष्णु प्रतिमा पाली जिले से प्राप्त हुई थी।

प्रश्न 165: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, जयपुर क्षेत्र द्वारा राजस्थान के ओजीयाणा स्थल पर उत्खनन किस अवधि/वर्षों के दौरान किया गया था –

Police Constable Exam (15 May 2022 Shift-1)
A) 1998-99
B) 1995-96
C) 2008-09
D) 2000-01
उत्तर: 2000-01
व्याख्या: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के जयपुर क्षेत्र ने ओझियाना पुरास्थल का उत्खनन कार्य 1999-2000 में संपन्न किया था।

प्रश्न 166: निम्नलिखित में से कौन सा पुरातत्व स्थल राजस्थान के भरतपुर जिले में पाया गया है –

Police Constable Exam (15 May 2022 Shift-1)
A) अहिल्या बाई का कुआँ
B) अकबरी मस्जिद
C) आज़ी रहमान चिश्ती भवन
D) चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर
उत्तर: अहिल्या बाई का कुआँ
व्याख्या: अहिल्या बाई का कुआँ भरतपुर जिले के गंगर सोली क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है।

प्रश्न 167: हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राजस्थान का कौन सा शहर महाकाव्य महाभारत से संबंधित है और सरिस्का टाइगर रिजर्व के निकट है –

Police Constable Exam (14 May 2022 Shift-1)
A) विराटनगर
B) चुरू
C) बूंदी
D) दौसा
उत्तर: विराटनगर
व्याख्या: पौराणिक महाकाव्य महाभारत के अनुसार पांडवों ने अपने एक वर्ष के अज्ञातवास का समय विराटनगर के राजा विराट के यहाँ व्यतीत किया था। यह स्थान सरिस्का टाइगर रिजर्व के समीप स्थित है।

प्रश्न 168: कालीबंगा उत्तरी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में ______ नदी के किनारे स्थित है।

Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)
A) घग्घर (सरस्वती)
B) लूणी
C) साबरमती
D) बनास
उत्तर: घग्घर (सरस्वती)
व्याख्या: कालीबंगा पुरास्थल हनुमानगढ़ जिले में घग्घर नदी (प्राचीन सरस्वती नदी) के तट पर स्थित है। यहाँ से पूर्व हड़प्पा, हड़प्पा और उत्तर हड़प्पा कालीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 169: “सिंधु घाटी से अलग एक हड़प्पा महानगर” के रूप में, इसके उत्खननकर्ताओं द्वारा निम्नलिखित में से किसका वर्णन किया गया है –

A) कुरदा
B) बैनारा
C) कालीबंगा
D) बिहारीपुरा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा को सिंधु घाटी सभ्यता का एक स्वतंत्र महानगर माना जाता है। इस स्थल से तीनों कालों – पूर्व हड़प्पा, हड़प्पा और उत्तर हड़प्पा काल के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 170: 1998 में राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में इनमें से किस स्थल की खुदाई की गई थी –

Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-1)
A) लच्छुरा
B) ओजियाना
C) नगर
D) बैराठ
उत्तर: लच्छुरा
व्याख्या: वर्ष 1998 में भीलवाड़ा जिले के लच्छुरा स्थल पर पुरातात्विक उत्खनन कार्य संपन्न हुआ था।

प्रश्न 171: प्राचीन उत्खनन स्थल ‘नगर’ राजस्थान के किस जिले में स्थित है –

Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-1)
A) सीकर
B) अलवर
C) टोंक
D) पाली
उत्तर: टोंक
व्याख्या: नगर पुरातात्विक स्थल टोंक जिले में अवस्थित है। इस स्थल का उत्खनन कृष्णदेव और के.वी. सौन्दरराजन के निर्देशन में संपन्न हुआ था।

प्रश्न 172: निम्नलिखित में से कौन सा/से मध्यपाषाण स्थल राजस्थान में स्थित है/हैं –

Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-1)
A) बागोर
B) रत्नापुर
C) तिलवारा
D) लोटेश्वर
उत्तर: A और C
व्याख्या: मध्यपाषाण युग के उपकरण उदयपुर के बागोर और मारवाड़ क्षेत्र के तिलवाड़ा स्थलों से प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 173: गणेश्वर सभ्यता का विकास किस नदी के किनारे हुआ –

Asst. Agriculture Officer – 2018 (Paper-1)
A) घग्घर
B) कांतली
C) बनास
D) लूनी
उत्तर: कांतली
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता का विकास कांतली नदी के तट पर हुआ था। रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा 1977 में इस स्थल की खोज की गई थी।

प्रश्न 174: पुरास्थल ‘आहड़’ से प्राप्त प्राचीन अवशेष संबंधित है –

Police SI 15 September 2021 (Gk)
A) पुरापाषाण युग से
B) ताम्रपाषाण युग से
C) लौह युग से
D) काँस्य युग से
उत्तर: ताम्रपाषाण युग से
व्याख्या: आहड़ पुरास्थल से प्राप्त अवशेष ताम्रपाषाण युग से संबंधित हैं। इस स्थल को प्राचीन काल में ताम्रवती के नाम से जाना जाता था और यह बनास नदी के तट पर स्थित है।

प्रश्न 175: अग्नि कुण्डों के साक्ष्य मिले –

Police SI 14 September 2021 (Gk)
A) मोहनजोदड़ो
B) चन्हूदाडो
C) लोथल
D) कालीबंगा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा से ईंटों से निर्मित चबूतरों पर सात अग्निकुंड प्राप्त हुए हैं, जिनमें राख और पशुओं की हड्डियों के अवशेष मिले हैं।

प्रश्न 176: जोती हुई कृषि भूमि का साक्ष्य प्राप्त हुआ है –

Police SI 14 September 2021 (Gk)
A) कालीबंगा से
B) मोहनजोदड़ो से
C) बनवाली से
D) हड़प्पा से
उत्तर: कालीबंगा से
व्याख्या: कालीबंगा से जुती हुई कृषि भूमि के प्रमाण प्राप्त हुए हैं, जो विश्व में अपनी तरह के पहले उदाहरण हैं। इन खेतों में ग्रिड पैटर्न में बनी गर्तधारियाँ और दो प्रकार की फसलों के एक साथ उगाए जाने के साक्ष्य मिले हैं।

प्रश्न 177: निम्नांकित में से इतिहासवेत्ता ने कालीबंगा को सिंधु घाटी साम्राज्य की तृतीय राजधानी कहा है –

A) जी. एन. ओझा
B) श्यामल दास
C) दशरथ शर्मा
D) दयाराम साहनी
उत्तर: दशरथ शर्मा
व्याख्या: प्रख्यात इतिहासकार दशरथ शर्मा ने कालीबंगा को सिंधु घाटी सभ्यता की तीसरी राजधानी के रूप में वर्णित किया है, हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के बाद।

प्रश्न 178: राजस्थान के इन पुरातात्विक स्थलों में से कौन सा स्थल सिंधु घाटी सभ्यता का भाग नहीं था –

Raj Police Constable Exam (8 Nov 2020 S-2)
A) करनपुरा
B) कालीबंगा
C) बिनजोर
D) अहार
उत्तर: अहार
व्याख्या: आहड़ सभ्यता सिंधु घाटी सभ्यता का भाग नहीं थी। यह एक स्वतंत्र ताम्रपाषाण युगीन सभ्यता थी जो बनास नदी के तट पर विकसित हुई थी।

प्रश्न 179: कौन सा पुरातात्विक स्थल अपने जिले से सही सुमेलित नहीं है –

Raj Police Constable Exam (8 Nov 2020 S-1)
A) कालीबंगा – हनुमानगढ़
B) बागोर – भीलवाड़ा
C) गणेश्वर – नीम का थाना
D) बैराठ – उदयपुर
उत्तर: बैराठ – उदयपुर
व्याख्या: बैराठ पुरातात्विक स्थल उदयपुर जिले में नहीं, बल्कि जयपुर जिले के कोटपूतली बहरोड क्षेत्र में स्थित है। इसकी प्रारंभिक खोज 1837 में कैप्टन बर्ट द्वारा की गई थी।

प्रश्न 180: ‘कालीबंगा’ सभ्यता की खोज किसके द्वारा की गई –

A) अमलानंद घोष
B) प. अक्षयकीर्ति व्यास
C) दयाराम साहनी
D) वीरेंद्र नाथ मिश्री
उत्तर: अमलानंद घोष
व्याख्या: कालीबंगा सभ्यता की खोज का श्रेय पुरातत्व विभाग के निदेशक ए. एन. घोष को जाता है, जिन्होंने 1952 में इस स्थल की पहचान की थी।

प्रश्न 181: सिंधु घाटी से संबंधित निम्नलिखित में से कौन सा स्थल राजस्थान में स्थित है –

Raj Police Constable Exam (7 Nov 2020 S-1)
A) कोटदिजी
B) धोलावीरा
C) कालीबंगा
D) रोपन
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा राजस्थान में स्थित सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है। राखीगढ़ी और धौलावीरा के बाद यह देश का तीसरा सबसे बड़ा पुरातात्विक स्थल माना जाता है।

प्रश्न 182: पुरातात्विक स्थल ‘रंग महल’ कहां स्थित है –

A) बीकानेर
B) झालावाड़
C) हनुमानगढ़
D) उदयपुर
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: रंगमहल पुरातात्विक स्थल हनुमानगढ़ जिले में स्थित है। 1952-54 के बीच लुण्ड विश्वविद्यालय के स्वीडिश दल ने हन्ना राईड और होलगर अर्बमेन के नेतृत्व में यहाँ उत्खनन कार्य संपन्न किया था।

प्रश्न 183: पुरास्थल और उनसे संबंधित जिले को सुमेलित कीजिए –

सूची-I (स्थल)सूची-II (जिला)
A) बरोर1) जयपुर
B) गरदड़ा2) श्रीगंगानगर
C) मगरी3) बूंदी
D) जोधपुरा4) भीलवाड़ा
A) 2, 3, 4, 1
B) 3, 2, 4, 1
C) 4, 3, 2, 1
D) 1, 2, 3, 4
उत्तर: 2, 3, 4, 1
व्याख्या: बरोर – गंगानगर, गरदड़ा – बूंदी, मगरी – भीलवाड़ा, जोधपुरा – जयपुर। यह सुमेलन पुरातात्विक स्थलों और उनके संबंधित जिलों का सही संयोजन प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 184: आहड़ सभ्यता के बारे में निम्न कथनों पर विचार कीजिए –
(A) आहड़वासी तांबा गलाना जानते थे।
(B) ये लोग चावल से परिचित नहीं थे।
(C) धातु का काम आहड़वासियों की अर्थव्यवस्था का एक साधन था।
(D) यहाँ से काले – लाल रंग मृद्भाण्ड मिले हैं, जिन पर सामान्यतः सफेद रंग से ज्यामितीय आकृति उकेरी गई हैं।

RPSC Ras Pre. Exam 2021
A) A, C एवं D सही हैं
B) C एवं D सही हैं
C) A एवं B सही हैं
D) A, B एवं C सही हैं
उत्तर: A, C एवं D सही हैं
व्याख्या: आहड़ सभ्यता के निवासी तांबा गलाने में निपुण थे, धातु कार्य उनकी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग था और उन्होंने काले-लाल मृद्भांडों पर सफेद रंग से ज्यामितीय आकृतियाँ उकेरी थीं। हालाँकि, वे चावल से परिचित थे, इसलिए कथन B गलत है।

प्रश्न 185: शैल चित्र और पंचमार्क मुद्राओं के प्रमाण किस सभ्यता से मिले हैं –

A) बैराठ
B) बागौर
C) आहड़
D) बालाथल
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ से 36 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 28 हिन्द-यूनानी राजाओं के और 8 प्राचीन भारत के आहत (पंचमार्क) सिक्के हैं।

प्रश्न 186: राजस्थान की बालाथल सभ्यता की खोज निम्नलिखित में से किसके द्वारा की गई थी –

A) वी. एन. मिश्रा
B) दया राम सहानी
C) बी. बी. लाल
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: वी. एन. मिश्रा
व्याख्या: बालाथल सभ्यता की खोज का श्रेय वी.एन. मिश्रा को जाता है, जिन्होंने 1993 में इस ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति का पता लगाया था। यह स्थल उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है।

प्रश्न 187: निम्नलिखित जिलों में से किस जिले से आहाड़ संस्कृति के अवशेष मिले हैं –

Stenographer Comp. Exam – 2011 (Paper I)
A) चित्तौड़
B) बांसवाड़ा
C) उदयपुर
D) राजसमन्द
उत्तर: उदयपुर
व्याख्या: आहड़ संस्कृति के अवशेष उदयपुर जिले से प्राप्त हुए हैं। यह स्थल बनास नदी के तट पर स्थित है और प्राचीन काल में ताम्रवती के नाम से जाना जाता था।

प्रश्न 188: निम्नांकित में से राजस्थान में किस स्थान से सैन्धव कालीन अवशेष प्राप्त हुए हैं –

Stenographer Comp. Exam – 2011 (Paper I)
A) बालाथल
B) गणेश्वर
C) गिलुण्ड
D) कालीबंगा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा से सिंधु घाटी सभ्यता (सैन्धव काल) के अवशेष प्राप्त हुए हैं। दशरथ शर्मा के अनुसार इसे सिंधु घाटी सभ्यता की तीसरी राजधानी माना जा सकता है।

प्रश्न 189: किस सभ्यता को खेड़ा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है –

A) नैनवा
B) मलाह
C) कुरादा
D) नगर
उत्तर: नगर
व्याख्या: नगर सभ्यता को खेड़ा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है। यह टोंक जिले के उनियारा क्षेत्र में स्थित थी और इसका उत्खनन डॉ. एन.के. पुरी द्वारा किया गया था।

प्रश्न 190: निम्नलिखित में से कौन सा कथन रेढ़ सभ्यता के बारे में सही नहीं है –

A) यह ढील नदी के तट पर स्थित है।
B) इसकी खुदाई वी.एन. मिश्रा ने 1938-40 ई में की।
C) एशिया का सबसे बड़ा सिक्का भंडार भी वहां पाया गया।
D) इसे प्राचीन भारत के टाटानगर के नाम से भी जाना जाता है।
उत्तर: इसकी खुदाई वी.एन. मिश्रा ने 1938-40 ई में की।
व्याख्या: रेढ़ सभ्यता की खुदाई वी.एन. मिश्रा ने नहीं, बल्कि केदार नाथ पुरी ने 1938-40 में की थी। यह स्थल ढील नदी के तट पर स्थित है और एशिया के सबसे बड़े सिक्का भंडार के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 191: भव्य प्रकार के बर्तन किस सभ्यता में पाए गए थे –

A) ओझियाना
B) चंद्रवती
C) बांका
D) ओला
उत्तर: ओझियाना
व्याख्या: ओझियाना सभ्यता से भव्य प्रकार के मिट्टी के बर्तन प्राप्त हुए हैं। इस स्थल की खुदाई 2000 में बी.आर. मीना और आलोक त्रिपाठी द्वारा की गई थी और यहाँ गाय-बैल की मिट्टी की मूर्तियाँ भी मिली हैं।

प्रश्न 192: निम्नलिखित में से कौन सा कथन बैराठ सभ्यता के बारे में सही नहीं है –

A) यह लूणी नदी के तट पर स्थित है।
B) इसे अलवर के सिंह द्वार के रूप में भी जाना जाता है।
C) इसे पहली बार राय बहादुर दयाराम सहानी ने 1936 ई में खोजा था।
D) अशोक का शिलालेख भी वहां मिला।
उत्तर: यह लूणी नदी के तट पर स्थित है।
व्याख्या: बैराठ सभ्यता लूणी नदी के तट पर नहीं, बल्कि बाणगंगा नदी के तट पर स्थित है। यह जयपुर-अलवर सीमा पर स्थित है और विराटनगर के नाम से प्रसिद्ध है।

प्रश्न 193: उनके उत्खनक के साथ निम्नलिखित सभ्यताओं को सुमेलित कीजिये –

सूची-I (सभ्यता)सूची-II (उत्खनक)
A) सीसोल1) रतन चंद अग्रवाल
B) रंगमहल2) हन्ना राईड
C) नगरी3) डी.आर. भंडारकर
D) नोह4) श्याम सुंदर शर्मा
A) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
B) 1-D, 2-B, 3-C, 4-A
C) 1-D, 2-C, 3-B, 4-A
D) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C
उत्तर: 1-D, 2-B, 3-C, 4-A
व्याख्या: सीसोल – श्याम सुंदर शर्मा, रंगमहल – हन्ना राईड, नगरी – डी.आर. भंडारकर, नोह – रतनचन्द्र अग्रवाल। यह सुमेलन पुरातात्विक स्थलों और उनके खोजकर्ताओं का सही संयोजन प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 194: किस सभ्यता के पास भारत के सबसे प्राचीन पशु पालन के प्रमाण हैं –

A) बैराट
B) रेढ़
C) बागोर
D) गिलुंड
उत्तर: बागोर
व्याख्या: बागोर सभ्यता से भारत के सबसे प्राचीन पशु पालन के प्रमाण प्राप्त हुए हैं। यह स्थल भीलवाड़ा में कोठारी नदी के तट पर स्थित है और वी.एन. मिश्रा व एल.एस. लशनिक द्वारा खोजा गया था।

प्रश्न 195: किस सभ्यता के मिट्टी के बर्तनों में रोमन एम्पोरा था –

A) मंडोर
B) नागर
C) नाडोल
D) भीनमाल
उत्तर: भीनमाल
व्याख्या: भीनमाल सभ्यता के मिट्टी के बर्तनों में रोमन एम्पोरा पाया गया है। यह स्थल जालौर जिले में स्थित है और रतन चंद अग्रवाल द्वारा 1953-54 में खोजा गया था।

प्रश्न 196: निम्नलिखित में से कौन सी सभ्यता बीकानेर से संबंधित नहीं है –

A) सौंथी
B) गुरारा
C) सवानिया
D) पुंगल
उत्तर: गुरारा
व्याख्या: गुरारा सभ्यता बीकानेर से नहीं, बल्कि सीकर जिले से संबंधित है। सौंथी, सवानिया और पुंगल सभ्यताएँ बीकानेर क्षेत्र में स्थित हैं।

प्रश्न 197: घग्गर नदी के किनारे कौन सी सभ्यता स्थित है –

A) आहड़
B) कालीबंगा
C) गणेश्वर
D) बागोर
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा सभ्यता घग्घर नदी (प्राचीन सरस्वती नदी) के तट पर स्थित है। इसकी खोज सबसे पहले अमलानंद घोष ने 1952 में की थी और बाद में बृजवासी लाल व बालकृष्ण थापर ने 1961-69 में उत्खनन कार्य संपन्न किया था।

प्रश्न 198: नोह सभ्यता किस नदी के किनारे स्थित है –

A) गंभीर
B) बाणगंगा
C) रूपारेल
D) साबी
उत्तर: रूपारेल
व्याख्या: नोह सभ्यता रूपारेल नदी के तट पर विकसित हुई थी। आर.सी. अग्रवाल द्वारा 1963-64 में किए गए उत्खनन से यहाँ जोक बाबा की प्रतिमा, पक्षी-चित्रित ईंटें और स्वास्तिक चिह्न वाले मिट्टी के पात्र प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 199: गणेश्वर सभ्यता के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है –

A) यह कांतली नदी के तट पर स्थित था।
B) इसकी खुदाई रतन चंद अग्रवाल ने की थी।
C) यह लौह युग की सभ्यता थी।
D) तांबे की छड़ी और मछली पकड़ने का कांटा भी मिला।
उत्तर: यह लौह युग की सभ्यता थी।
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता लौह युग की नहीं, बल्कि ताम्र युग की सभ्यता थी। इसे ‘ताम्र युग सभ्यता की माता’ और ‘पुरातत्व पुष्कर’ के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 200: राजस्थान की किस सभ्यता को मृतकों के टीले के रूप में भी जाना जाता है –

A) कालीबंगा
B) आहड़
C) बैराठ
D) बागोर
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ सभ्यता को ‘मृतकों के टीले’ के नाम से भी जाना जाता है। यह उदयपुर में स्थित थी और प्राचीन काल में ताम्रवती, अघतपुर व धूलकोट के नामों से प्रसिद्ध थी। यहाँ से मिट्टी से बनी बैल की प्रतिमा (बनासियाल बैल) भी प्राप्त हुई है।

प्रश्न 201: किस चालकोलिथिक स्थल से किलेबंदी के अवशेष बरामद किए गए हैं –

A) आहाड़
B) बालाथल
C) गणेश्वर
D) गिलुंड
उत्तर: बालाथल
व्याख्या: बालाथल पुरास्थल, जो उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में कटार नदी के तट पर स्थित है, से प्राचीन किलेबंदी के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इस अहार-बनास संस्कृति के स्थल की पहचान सर्वप्रथम 1962-63 में वी.एन. मिश्रा द्वारा किए गए सर्वेक्षण के दौरान हुई थी।

प्रश्न 202: निम्नलिखित सभ्यताओं का मिलान उनके संबंधित स्थान के साथ कीजिये –

सूची-I (सभ्यता)सूची-II (स्थान)
A) लोद्रवा1) भरतपुर
B) खानपुरा2) जैसलमेर
C) इस्वाल3) झालावाड़
D) दार4) उदयपुर
A) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
B) 1-B, 2-C, 3-D, 4-A
C) 1-B, 2-D, 3-C, 4-A
D) 1-A, 2-C, 3-D, 4-B
उत्तर: 1-B, 2-C, 3-D, 4-A
व्याख्या: खानपुरा सभ्यता झालावाड़ में, इस्वाल सभ्यता उदयपुर में (एक लौह युगीन संस्कृति), दार सभ्यता भरतपुर में, और लोद्रवा सभ्यता जैसलमेर जिले में सरस्वती नदी के तट पर विकसित हुई, जो हड़प्पा एवं कालीबंगा सभ्यताओं के समकालीन थी।

प्रश्न 203: चंद्रावती सभ्यता निम्नलिखित में से किस जिले में स्थित है?

A) उदयपुर
B) कोटा
C) सिरोही
D) जैसलमेर
उत्तर: सिरोही
व्याख्या: चंद्रवती सभ्यता के अवशेष सिरोही जिले में सेवाणी नदी के किनारे प्राप्त हुए हैं। इस ऐतिहासिक स्थल की खोज सन् 1822 में कर्नल जेम्स टॉड ने की थी।

प्रश्न 204: निम्नलिखित संस्कृति में से किसे बनास संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है –

A) आहड़ संस्कृति
B) सरस्वती संस्कृति
C) द्रव्यवती संस्कृति
D) दृषद्वती संस्कृति
उत्तर: आहड़ संस्कृति
व्याख्या: आहड़ संस्कृति को बनास संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह बनास नदी के किनारे विकसित हुई थी। यह ताम्रयुगीन सभ्यता आयड़/बेड़च नदी के तट पर स्थित थी और प्राचीन ग्रंथों में इसे ‘ताम्रवती’ के नाम से उल्लेखित किया गया है।

प्रश्न 205: गिलुण्ड सभ्यता के अवशेष किस युग के हैं –

A) ताम्रप्रस्तर युग
B) लौहप्रस्तर युग
C) मृद्भांड युग
D) प्रस्तर युग
उत्तर: ताम्रप्रस्तर युग
व्याख्या: गिलूण्ड (राजसमंद) में प्रो. बी.बी. लाल द्वारा 1957-58 में किए गए उत्खनन से प्राप्त अवशेष ताम्रपाषाण युग की सभ्यता के हैं, जो इस काल की विकसित संस्कृति को दर्शाते हैं।

प्रश्न 206: धूलकोटा कहां स्थित है –

A) कालीबंगा
B) बालाथल
C) बैराठ
D) आहड़
उत्तर: आहड़
व्याख्या: धूलकोट नामक स्थान आहड़ सभ्यता से जुड़ा हुआ है, जो उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर स्थित है। इस स्थान को प्राचीन काल में ‘ताम्रवती’ और मध्यकाल में ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ के नाम से जाना जाता था।

प्रश्न 207: किस पुराविद् को प्रथम बार ‘काली बंगा’ सभ्यता को प्रकाश में लाने का श्रेय दिया जाता है –

A) अमलानन्द घोष
B) बी. बी. लाल
C) बालकृष्ण थापड़
D) आर. सी. अग्रवाल
उत्तर: अमलानन्द घोष
व्याख्या: कालीबंगा सभ्यता की खोज का श्रेय पुरातत्ववेत्ता ए. एन. घोष को जाता है, जिन्होंने सन् 1952 में इस महत्वपूर्ण हड़प्पाकालीन स्थल का पता लगाया। बाद में 1961-69 के दौरान बी. के. थापर, जे. वी. जोशी और बी. बी. लाल के निर्देशन में इसका विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ।

प्रश्न 208: आहड़ सभ्यता किस अन्य नाम से भी जानी जाती है –

A) आहड़पुर
B) अगछपुर
C) आघाटपुर
D) आधमपुर
उत्तर: आघाटपुर
व्याख्या: आहड़ सभ्यता को ऐतिहासिक रूप से ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ के नाम से भी जाना जाता था। प्राचीन शिलालेखों में इसका उल्लेख ‘ताम्रवती’ के रूप में मिलता है, जबकि स्थानीय स्तर पर इसे ‘धूलकोट’ के नाम से पुकारा जाता था।

प्रश्न 209: राजस्थान का यह स्थान जो पहले विराटनगर से जाना जाता था जहाँ पर पांडवों ने अज्ञातवास का एक वर्ष बिताया था, आज किस नाम से जाना जाता है –

Stenographer Pre Exam (21 March 2021) (Paper I)
A) इनमें से कोई नहीं
B) कोलायत
C) बैराठ
D) नागदा
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: प्राचीन विराटनगर, जो महाभारत काल में मत्स्य जनपद की राजधानी थी और जहाँ पांडवों ने अपना अज्ञातवास बिताया था, वर्तमान में बैराठ के नाम से जाना जाता है। इस स्थल का उत्खनन दयाराम साहनी, नीलरत्न बनर्जी और कैलाशनाथ दीक्षित जैसे पुरातत्वविदों द्वारा किया गया।

प्रश्न 210: गणेश्वर सभ्यता थी –

Agriculture Research Officer – 2020
A) लौह युगीन
B) ताम्र युगीन
C) कांस्य युगीन
D) पीतल युगीन
उत्तर: ताम्र युगीन
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता एक ताम्रयुगीन संस्कृति थी, जिसे भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी माना जाता है। यह सभ्यता ताम्रपाषाण कालीन सांस्कृतिक केंद्रों में सबसे प्राचीन मानी जाती है।

प्रश्न 211: निम्नलिखित में से किस स्थल से मौर्यकालीन वास्तुकारी के अवशेष प्राप्त हुए हैं –

Agriculture Research Officer – 2020
A) बैराठ
B) रंगमहल
C) आहर
D) बड़ोपाल
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ स्थल से मौर्यकालीन वास्तुकला के महत्वपूर्ण अवशेष प्राप्त हुए हैं। 1837 में कैप्टन बर्ट द्वारा यहाँ सम्राट अशोक का भाब्रू शिलालेख खोजा गया, जो अब कलकत्ता संग्रहालय में सुरक्षित है और ‘बैराठ-कलकत्ता शिलालेख’ के नाम से प्रसिद्ध है।

प्रश्न 212: निम्नांकित प्राचीन नगरों में से किस स्थान पर नहर के अवशेष प्राप्त हुए हैं –

Agriculture Officer 2020
A) कर्कोटनगर
B) रंगमहल
C) नगरी
D) नांदसा
उत्तर: नगरी
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ के समीप स्थित नगरी से प्राचीन नहर व्यवस्था के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस स्थान को पाणिनी की अष्टाध्यायी में वर्णित ‘माध्यमिका’ माना जाता है, जो बेड़च नदी के तट पर बसा हुआ था।

प्रश्न 213: राजस्थान में लौह धातु के प्राचीनतम साक्ष्य किस पात्र संस्कृति से प्राप्त हुए हैं –

Agriculture Officer 2020
A) गेरूएं रंग की मृद्भाण्ड संस्कृति (ओ सी पी)
B) काले एवं लाल रंग की मृद्भाण्ड संस्कृति (बी एण्ड आर)
C) चित्रित सलेटी रंग की मृद्भाण्ड संस्कृति (पी जी डब्ल्यू)
D) उत्तरी काली चमकीली मृद्भाण्ड संस्कृति (एन बी पी)
उत्तर: काले एवं लाल रंग की मृद्भाण्ड संस्कृति (बी एण्ड आर)
व्याख्या: राजस्थान में लौह धातु के प्राचीनतम साक्ष्य काले एवं लाल मृद्भांड संस्कृति (ब्लैक एंड रेड वेयर) से प्राप्त हुए हैं। नोह स्थल से मिले इन मृद्भांडों के स्तरों से लोहे के छोटे-छोटे टुकड़े प्राप्त हुए हैं, जो भारत में लौह युग के प्रारंभ की प्राचीनतम सीमा निर्धारित करते हैं।

प्रश्न 214: प्राचीन सभ्यता स्थल एवं उनके जिले को सुमेलित कीजिए एवं नीचे दिये गये सही कूट का चयन कीजिए –

सूची-I (स्थल)सूची-II (जिला)
A) सिंघी तालाव1) कोटपूतली बहरोड
B) तिलवाड़ा2) चित्तौड़गढ़
C) बीजक की पहाड़ी3) बालोतरा
D) नगरी4) नागौर
A) 2, 1, 4, 3
B) 3, 4, 2, 1
C) 4, 3, 1, 2
D) 1, 2, 3, 4
उत्तर: 4, 3, 1, 2
व्याख्या: सिंघी तालाव नागौर जिले में, तिलवाड़ा बालोतरा क्षेत्र में, बीजक की पहाड़ी कोटपूतली बहरोड में, और नगरी चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है।

प्रश्न 215: राजस्थान के किस स्थल से पुरापाषाणयुगीन उपकरण उपलब्ध हुए हैं –

Agriculture Officer 2020
A) बागोर
B) अहाड़
C) भानगढ़
D) कालीबंगा
उत्तर: भानगढ़
व्याख्या: भानगढ़ पुरास्थल से पुरापाषाण काल के उपकरण प्राप्त हुए हैं, जो इस क्षेत्र में प्रागैतिहासिक मानव की उपस्थिति के प्रमाण प्रस्तुत करते हैं।

प्रश्न 216: पुरातात्विक स्थल बागोर अवस्थित है –

RPSC ACF FRO 2021
A) लूणी नदी पर
B) बनास नदी पर
C) कोठारी नदी पर
D) चंबल नदी पर
उत्तर: कोठारी नदी पर
व्याख्या: बागोर पुरातात्विक स्थल भीलवाड़ा कस्बे से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के तट पर स्थित है। 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक और डेक्कन कॉलेज पूना के सहयोग से यहाँ की खुदाई में 3000 ई.पू. से 500 ई.पू. तक की सभ्यता के अवशेष प्रकाश में आए।

प्रश्न 217: राम सैकाश्म और स्फटिक नामक पाषाणकालीन उपकरण प्राप्त हुए हैं –

A) कालीबंगा
B) हड़प्पा
C) बालाकोट
D) आहड़
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ स्थल के उत्खनन में राम सैकाश्म और स्फटिक नामक पाषाणकालीन उपकरण प्राप्त हुए हैं। आहड़वासी स्फटिक पत्थरों के टुकड़ों को मकानों की दीवारों में सजावट और सुरक्षा के लिए प्रयोग करते थे, और इन्हीं पत्थरों से छीलने, छेद करने और काटने के औजार भी बनाए जाते थे।

प्रश्न 218: राजस्थान में पुरातात्विक सर्वेक्षण कार्य सर्वप्रथम (1871 ई.) प्रारम्भ करने का श्रेय किसे जाता है –

A) ए. सी. एल. कार्लाइल
B) एच.डी. सांकलिया
C) बी.बी. लाल
D) ए. कनिंघम
उत्तर: ए. सी. एल. कार्लाइल
व्याख्या: राजस्थान में पुरातात्विक सर्वेक्षण कार्य का शुभारंभ 1871-72 ई. में ए. सी. एल. कार्लाइल द्वारा किया गया, जो कनिंघम के सहायक थे। उन्होंने भीमसेन की पहाड़ी में अशोक के दूसरे शिलालेख की खोज की, जिसका सम्पादन बुहलर और सेर्नाट ने किया था।

प्रश्न 219: ताम्रयुगीन स्थल झालोड़ कहां स्थित है –

A) चित्तौड़
B) नागौर
C) उदयपुर
D) जालौर
उत्तर: उदयपुर
व्याख्या: झाड़ौल नामक ताम्रयुगीन पुरास्थल उदयपुर जिले में अवस्थित है, जो इस क्षेत्र की प्राचीन ताम्र संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।

प्रश्न 220: सुनारी सभ्यता के अवशेष कहां से प्राप्त हुए हैं –

A) नीम का थाना
B) चुरू
C) बीकानेर
D) सीकर
उत्तर: नीम का थाना
व्याख्या: सुनारी सभ्यता के अवशेष नीम का थाना जिले की खेतड़ी तहसील के सुनारी गाँव में कांतली नदी के तट पर प्राप्त हुए हैं। यहाँ से अयस्क से लोहा बनाने की प्राचीन भट्टियों के अवशेष मिले हैं, जो भारत की प्राचीनतम धातुकर्म भट्टियों में से मानी जाती हैं।

प्रश्न 221: गणेश्वर सभ्यता किस काल से सम्बन्धित है –

Librarian Grade III 2018
A) हड़प्पा काल
B) लौह युग
C) ताम्र/कांस्य युग
D) पुराषाण काल
उत्तर: ताम्र/कांस्य युग
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता ताम्र/कांस्य युग से संबंधित है। रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा 1977 में की गई खुदाई और 1978-89 के बीच विजय कुमार द्वारा किए गए विस्तृत उत्खनन ने इस सभ्यता को भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी के रूप में स्थापित किया है।

प्रश्न 222: बैराठ स्थित पहाड़ी, जहां बौद्ध विहार के अवशेष मिले हैं, उसे जाना जाता है –

A) बुद्धा पहाड़ी
B) अशोक पहाड़ी
C) बीजक पहाड़ी
D) विराट पहाड़ी
उत्तर: बीजक पहाड़ी
व्याख्या: बैराठ स्थित बीजक पहाड़ी से 1999 में अशोककालीन गोल बौद्ध मंदिर, स्तूप और बौद्ध मठ के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जो हीनयान संप्रदाय से संबंधित हैं। यहाँ से प्राप्त स्वर्ण मंजूषा में भगवान बुद्ध की अस्थि अवशेष मिले हैं।

प्रश्न 223: गणेश्वर सभ्यता का सम्बन्ध किस नदी से है –

A) सरस्वती
B) आहड़
C) सिन्धु
D) कांतली
उत्तर: कांतली
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता का संबंध कांतली नदी से है, जिसके उद्गम स्थल पर नीम का थाना में यह पुरास्थल स्थित है। रत्नचंद्र अग्रवाल और विजय कुमार द्वारा किए गए उत्खनन कार्यों ने इस सभ्यता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है।

प्रश्न 224: ‘बनास संस्कृति’ निम्नांकित में से किस स्थल से सम्बन्धित है –

A) बैराठ
B) कालीबंगा
C) गणेश्वर
D) आहड़
उत्तर: आहड़
व्याख्या: बनास संस्कृति का संबंध आहड़ स्थल से है, जो बनास नदी के तट पर स्थित है। यह ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध है और आयड़/बेड़च नदी के किनारे विकसित हुई थी।

प्रश्न 225: प्रो. एच. डी. सांकलिया के निर्देशन में जिस सभ्यता स्थल का उत्खनन हुआ, वह है –

A) कालीबंगा
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: आहड़
व्याख्या: प्रो. एच. डी. सांकलिया के निर्देशन में आहड़ स्थल का उत्खनन कार्य संपन्न हुआ। 1961-62 में डेकन कॉलेज पूना, राजस्थान पुरातत्व विभाग और मेलबोर्न विश्वविद्यालय के संयुक्त अभियान के तहत यह उत्खनन कार्य किया गया।

प्रश्न 226: निम्न में से कौन सा शब्द युग्म सही नहीं है –

A) कालीबंगा – श्रीगंगानगर
B) आहड़ – उदयपुर
C) सुनारी – झुंझुनूं
D) गणेश्वर – सीकर
उत्तर: कालीबंगा – श्रीगंगानगर
व्याख्या: कालीबंगा पुरास्थल श्रीगंगानगर नहीं बल्कि हनुमानगढ़ जिले में स्थित है। यह प्राचीन सरस्वती नदी (वर्तमान में घग्घर नदी) के तट पर हनुमानगढ़ से लगभग 25 किमी दक्षिण में अवस्थित है।

प्रश्न 227: आहड़ संस्कृति के लोग निम्नाकित में से किस धातु से परिचित नहीं थे –

Agriculture Officer – 2011
A) तांबा
B) चांदी
C) लोहा
D) टिन
उत्तर: चांदी
व्याख्या: आहड़ संस्कृति के लोग तांबे के प्रसंस्करण और उपयोग से भलीभांति परिचित थे, किंतु चांदी धातु से वे अपरिचित थे। उनके द्वारा ताम्र उपकरणों और औजारों के व्यापक प्रयोग के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 228: राजस्थान में सम्भ्यता के किस स्थल पर सबसे प्रथम बार हल से जुते हुए खेत के साक्ष्य प्राप्त हुए –

Agriculture Officer – 2011
A) कालीबंगा
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) रंगमहल
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा से प्राप्त हल से जुते हुए खेत के साक्ष्य विश्व के प्राचीनतम कृषि प्रमाणों में से हैं। यहाँ तीसरी सहस्त्राब्दी ई.पू. के खेत मिले हैं, जहाँ ग्रिड पैटर्न में चना और सरसों की सहफसली खेती की जाती थी।

प्रश्न 229: ‘आहड़’ सभ्यता से प्राप्त उपकरण मुख्यतः निर्मित है –

Asst. Agriculture Officer – 2011
A) तांबा
B) पत्थर
C) लोहा
D) लकड़ी
उत्तर: तांबा
व्याख्या: आहड़ सभ्यता से प्राप्त अधिकांश उपकरण तांबे से निर्मित हैं। यहाँ के निवासी तांबे के गलाने और उससे विभिन्न प्रकार के औजार एवं उपकरण बनाने में निपुण थे, जिसके व्यापक प्रमाण उत्खनन में प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 230: निम्नांकित में किस इतिहासवेत्ता ने कालीबंगा को सिन्धु घाटी साम्राज्य की तृतीय राजधानी कहा है –

A) जी. एच. ओझा
B) श्यामल दास
C) दशरथ शर्मा
D) दयाराम साहनी
उत्तर: दशरथ शर्मा
व्याख्या: प्रख्यात इतिहासकार दशरथ शर्मा ने कालीबंगा को सिंधु घाटी सभ्यता की तीसरी राजधानी के रूप में वर्णित किया है। उनके अनुसार, यदि हड़प्पा और मोहनजोदड़ो को इस सभ्यता की दो राजधानियाँ माना जाता है, तो कालीबंगा को तीसरी राजधानी का दर्जा दिया जा सकता है।

प्रश्न 231: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है –

Librarian Grade III 2022 (Paper 1)
A) गणेश्वर एक उत्खनन स्थल नहीं है।
B) बैराठ एक ग्राम्य-संस्कृति केन्द्र था।
C) कालीबंगा लौह-युग संस्कृतिक का एक उदाहरण था।
D) आहड़वासियों का महत्वपूर्ण व्यवसाय अयस्क तांबे का गलाना तथा ताम्र वस्तुएं बनाना था।
उत्तर: आहड़वासियों का महत्वपूर्ण व्यवसाय अयस्क तांबे का गलाना तथा ताम्र वस्तुएं बनाना था।
व्याख्या: आहड़वासियों का प्रमुख व्यवसाय तांबे के अयस्क को गलाकर विभिन्न प्रकार की ताम्र वस्तुएँ और औजार बनाना था। उन्हें ताम्र प्रसंस्करण की उन्नत तकनीकों का ज्ञान था और इस कला में वे अत्यंत निपुण थे।

प्रश्न 232: बीजक की पहाड़ी कौनसी सभ्यता से संबंधित है –

A) आहड़
B) बैराठ
C) कालीबंगा
D) रंगपुर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बीजक की पहाड़ी बैराठ सभ्यता से संबंधित है, जो प्राचीन विराटनगर का हिस्सा थी। इस स्थल का उत्खनन दयाराम साहनी, नीलरत्न बनर्जी और कैलाशनाथ दीक्षित जैसे पुरातत्वविदों द्वारा किया गया है।

प्रश्न 233: कालीबंगा क्षेत्र से कितनी अग्निवेदिकाएं प्राप्त हुई है –

A) पांच
B) सात
C) आठ
D) नौ
उत्तर: सात
व्याख्या: कालीबंगा के उत्खनन में ईंटों से निर्मित एक चबूतरे पर सात अग्निवेदिकाएँ प्राप्त हुई हैं। इन वेदिकाओं में यज्ञ के अवशेष के रूप में राख और पशुओं की हड्डियाँ संरक्षित मिली हैं, जो इस स्थल पर वैदिक कर्मकांडों के संपादन की पुष्टि करती हैं।

प्रश्न 234: मौर्ययुगीन बौद्ध स्तूप के पुरावशेष कहां से प्राप्त हुए हैं –

A) दौसा
B) भानगढ़
C) बैराठ
D) सांभर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ के बीजक पहाड़ी से मौर्यकालीन बौद्ध स्तूप के अवशेष प्राप्त हुए हैं। 1999 में यहाँ अशोककालीन गोल बौद्ध मंदिर, स्तूप और बौद्ध मठ के भग्नावशेष मिले हैं, जो भारत के प्राचीनतम बौद्ध स्मारकों में से हैं।

प्रश्न 235: राजस्थान के किस जिले में डडीकर शैलकला पुरास्थल स्थित है –

A) अलवर
B) जयपुर
C) सीकर
D) बूंदी
उत्तर: अलवर
व्याख्या: डडीकर शैलकला पुरास्थल अलवर जिले में स्थित है, जहाँ से पाँच से सात हज़ार वर्ष पुराने शैलचित्र प्राप्त हुए हैं। ये चित्र प्रागैतिहासिक काल की कलात्मक अभिव्यक्ति के महत्वपूर्ण साक्ष्य प्रस्तुत करते हैं।

प्रश्न 236: प्राचीनतम जुते हुए खेत के पुरातात्विक अवशेष किस सांस्कृतिक स्तर से प्राप्त हुए हैं –

A) प्राक्हड़प्पा युगीन संस्कृति
B) हड़प्पा युगीन संस्कृति
C) ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति
D) नवपाषाण युगीन संस्कृति
उत्तर: प्राक्हड़प्पा युगीन संस्कृति
व्याख्या: प्राचीनतम जुते हुए खेत के पुरातात्विक अवशेष प्राक्हड़प्पा युगीन संस्कृति से प्राप्त हुए हैं। कालीबंगा में मिले ये खेत तीसरी सहस्त्राब्दी ई.पू. के हैं और विश्व के प्राचीनतम कृषि साक्ष्यों में से एक माने जाते हैं।

प्रश्न 237: दुर्गीकरण के पुरावशेष किस ताम्रपाषाण युगीन पुरास्थल से प्राप्त हुए हैं –

A) अहाड़
B) बालाथल
C) गणेश्वर
D) गिलूण्ड
उत्तर: बालाथल
व्याख्या: बालाथल पुरास्थल से दुर्गीकरण के पुरावशेष प्राप्त हुए हैं। वी.एन. मिश्र द्वारा 1993 में किए गए अनुसंधान से यहाँ ई.पू. 3000 से 2500 तक की ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति के साक्ष्य मिले हैं, जिनमें एक दुर्गनुमा भवन और ग्यारह कमरों वाला विशाल भवन शामिल हैं।

प्रश्न 238: गिलुण्ड सभ्यता के अवशेष किस युग के हैं –

A) तांबा प्रस्तर युग
B) लौह युग
C) प्रस्तर युग
D) मृद्भाण्ड युग
उत्तर: तांबा प्रस्तर युग
व्याख्या: गिलुण्ड सभ्यता के अवशेष ताम्रपाषाण युग के हैं। प्रो. बी.बी. लाल द्वारा 1957-58 में किए गए उत्खनन में इस स्थल से ताम्रयुगीन सभ्यता के महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 239: कालीबंगा का उत्खनन कार्य किसके नेतृत्व में निष्पादित हुआ था –

A) वी. एस. वाकणकर
B) वी. एन. मिश्रा
C) एच. डी. सांकलिया
D) बी. बी. लाल
उत्तर: बी. बी. लाल
व्याख्या: कालीबंगा के उत्खनन कार्य का नेतृत्व बी. बी. लाल ने किया था। ए. एन. घोष द्वारा 1952 में इस स्थल की खोज के बाद, 1961-69 के दौरान नौ उत्खनन सत्रों में बी. के. थापर, जे. वी. जोशी और बी. बी. लाल के मार्गदर्शन में विस्तृत खुदाई की गई।

प्रश्न 240: गणेश्वर सभ्यता का उत्खनन कार्य किसकी देखरेख में किया गया –

A) एच. डी. सांकलिया
B) ए. एन. घोष
C) वी. एन. मिश्रा
D) आर. सी. अग्रवाल
उत्तर: आर. सी. अग्रवाल
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता के उत्खनन कार्य की देखरेख आर. सी. अग्रवाल (रत्नचंद्र अग्रवाल) ने की थी। 1977 में उनकी देखरेख में की गई खुदाई ने इस सभ्यता पर नया प्रकाश डाला, और बाद में 1978-89 के बीच विजय कुमार द्वारा विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ।

प्रश्न 241: ‘जुते हुए खेत के साक्ष्य’ किस सम्भता से सम्बन्धित है –

A) आहड़
B) बागोर
C) कालीबंगा
D) बालाथल
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: जुते हुए खेत के साक्ष्य कालीबंगा सभ्यता से संबंधित हैं। यहाँ प्राप्त खेतों में ग्रिड पैटर्न में बनी हल की लकीरें मिली हैं, जहाँ चना और सरसों की सहफसली खेती की जाती थी। ये विश्व के प्राचीनतम कृषि प्रमाणों में से हैं।

प्रश्न 242: प्राचीन ताम्रवती नगरी को वर्तमान में कहा जाता है –

A) काठी
B) आहड
C) जालौर
D) धौलपुर
उत्तर: आहड
व्याख्या: प्राचीन ताम्रवती नगरी को वर्तमान में आहड़ के नाम से जाना जाता है। यह स्थान उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर स्थित है और प्राचीन शिलालेखों में इसे ‘ताम्रवती’ के नाम से उल्लेखित किया गया है।

प्रश्न 243: दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान की प्राचीन सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केन्द्र था –

A) कालीबंगा
B) आहड़
C) सिन्धु
D) बनास
उत्तर: आहड़
व्याख्या: दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान की प्राचीन सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र आहड़ था। यह ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध था और बनास नदी के तट पर विकसित हुआ था। प्राचीन ग्रंथों में इसे ‘ताम्रवती’ के नाम से संबोधित किया गया है।

प्रश्न 244: सन् 1837 में बीजक पहाड़ी(बैराठ) स्थित अशोक के शिलालेख को किसने खोजा –

2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -B)
A) कैप्टन बार्ट
B) कर्नल जैम्स टाॅड
C) कैप्टन हाकिन्स
D) आर. सी. अग्रवाल
उत्तर: कैप्टन बार्ट
व्याख्या: सन् 1837 में कैप्टन बर्ट ने बीजक पहाड़ी (बैराठ) में अशोक के शिलालेख की खोज की। यह शिलालेख, जिसे ‘भाब्रू शिलालेख’ या ‘बैराठ-कलकत्ता शिलालेख’ के नाम से जाना जाता है, 1840 से कलकत्ता संग्रहालय में सुरक्षित है।

प्रश्न 245: किस पुरातात्विक स्थल के उत्खनन में प्राप्त मृदभांडों में विदेशी प्रभाव युक्त ‘रोमन एम्फोरा’ की प्राप्ति विशेष रूस से उल्लेखनीय है –

A) भीनमाल
B) सुनारी
C) बालाथल
D) आहड़
उत्तर: भीनमाल
व्याख्या: भीनमाल पुरास्थल से प्राप्त मृद्भांडों में रोमन एम्फोरा (सुरापात्र) मिला है, जो विदेशी प्रभाव का सूचक है। 1953-54 में रत्नचंद्र अग्रवाल द्वारा किए गए उत्खनन में यहाँ यूनानी दुह्त्थी सुराही और शक क्षत्रपों के सिक्के भी प्राप्त हुए हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक संबंधों को दर्शाते हैं।

प्रश्न 246: ‘अपोलोडोट्स’ का सिक्का किस पुरातत्विक स्थल से मिला है –

A) रैढ
B) बैराठ
C) नलियासर
D) सुनारी
उत्तर: रैढ
व्याख्या: टोंक जिले में स्थित रैढ़ के उत्खनन में अपोलोडोट्स का सिक्का प्राप्त हुआ है। इसके अलावा यहाँ से 3075 आहत मुद्राएँ, 300 मालव जनपद के सिक्के, मित्र सिक्के, सेनापति सिक्के और इण्डो-सेसेनियन सिक्के भी मिले हैं।

प्रश्न 247: निम्नलिखित में से किस स्थल से इंडो-ग्रीक शासकों के अट्ठाईस सिक्के प्राप्त हुए हैं –

JSA Serology-2019(Rajasthan Gk)
A) नगरी
B) बैराठ
C) नगर
D) रैढ़
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ स्थल से इंडो-ग्रीक (हिन्द-युनानी) शासकों के 28 सिक्के प्राप्त हुए हैं। कुल 36 चांदी के सिक्कों में से 16 सिक्के मिनेण्डर नामक प्रसिद्ध हिन्द-युनानी राजा के हैं, जो इस क्षेत्र में यूनानी प्रभाव के साक्ष्य प्रस्तुत करते हैं।

प्रश्न 248: बागोर की सभ्यता निम्नलिखित में से किस जिले में स्थित थी –

JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk)
A) भीलवाड़ा
B) जैसलमेर
C) गंगानगर
D) बीकानेर
उत्तर: भीलवाड़ा
व्याख्या: बागोर सभ्यता भीलवाड़ा जिले में स्थित थी। भीलवाड़ा कस्बे से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के किनारे 1967-68 में हुए उत्खनन में 3000 ई.पू. से 500 ई.पू. तक के काल की इस सभ्यता के अवशेष प्रकाश में आए।

प्रश्न 249: जीवन्त स्वामी की धातु मूर्ति, प्रतिहार कला जून 1986 को कहां प्राप्त हुई थी –

A) जसोल
B) ओझियाना
C) सोजत
D) बरवाला
उत्तर: बरवाला
व्याख्या: जून 1986 में बरवाला स्थल से जीवन्त स्वामी (महावीर स्वामी) की धातु मूर्ति प्राप्त हुई थी। यह मूर्ति प्रतिहार कालीन कला का उत्कृष्ट नमूना है और इस क्षेत्र की धातु शिल्प कला के विकास को दर्शाती है।

प्रश्न 250: प्राचीन काल में निम्नलिखित में से किस स्थान को ‘ताम्रवती’ के नाम से जाना जाता था –

Junior Instructor(welder)
A) खेतड़ी
B) आहड़
C) दरीबा
D) गणेश्वर
उत्तर: आहड़
व्याख्या: प्राचीन काल में आहड़ स्थल को ‘ताम्रवती’ के नाम से जाना जाता था। यह नाम इसकी ताम्र संस्कृति को दर्शाता है। मध्यकाल में इसे ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ और स्थानीय स्तर पर ‘धूलकोट’ के नाम से भी पुकारा जाता था।

प्रश्न 251: आहड़ का उत्खन्न कार्य किसके नेतृत्व में निष्पादित हुआ –

Junior Instructor(fitter)
A) एच.डी. सांकलिया
B) वी.एन. मिश्रा
C) वी.एस. वाकणकर
D) बी.बी. लाल
उत्तर: एच.डी. सांकलिया
व्याख्या: उदयपुर के समीप स्थित आहड़ पुरास्थल पर सबसे पहले 1953 में अक्षय कीर्ति व्यास के मार्गदर्शन में खुदाई प्रारंभ हुई। बाद में 1956 में रतचंद्र अग्रवाल की निगरानी में और फिर 1961-62 में डॉ. एच.डी. सांकलिया के नेतृत्व में डेक्कन कॉलेज पूना, राजस्थान पुरातत्व विभाग और मेलबोर्न विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रयासों से विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ।

प्रश्न 252: कालीबंगा से हडप्पा पूर्व की सभ्यता के मिलते-जुलते अवशेष पाकिस्तान में किस स्थान पर मिले हैं –

Junior Instructor(copa)
A) सुत्कागेंडोर
B) लाहौर
C) कोट डीजी
D) मोंटगोमरी
उत्तर: कोट डीजी
व्याख्या: कालीबंगा में प्राप्त पूर्व-हड़प्पा कालीन संस्कृति के समान अवशेष पाकिस्तान के कोट दीजी, आमरी और हड़प्पा स्थलों से भी प्राप्त हुए हैं। ये तीनों स्थल हड़प्पा सभ्यता से पूर्व की संस्कृतियों के अस्तित्व को प्रमाणित करने वाले प्रमुख केंद्र माने जाते हैं।

प्रश्न 253: आहड़ सभ्यता की सर्वप्रथम खुदाई किसने की थी –

Junior Instructor(copa)
A) वी.एन. मिश्रा
B) अक्षय कीर्ती व्यास
C) ललित पांडे
D) वी.एस.सिंधे
उत्तर: अक्षय कीर्ती व्यास
व्याख्या: आहड़ स्थल की प्रारंभिक खुदाई का श्रेय अक्षय कीर्ति व्यास को जाता है, जिन्होंने 1953 में इसका उत्खनन प्रारंभ किया। इसके पश्चात 1956 में रतचंद्र अग्रवाल और फिर 1961-62 में डॉ. एच.डी. सांकलिया के नेतृत्व में विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ।

प्रश्न 254: कालीबंगा के संदर्भ में असत्य कथन है –

A) यहां पत्थर के बने तौलने के बाट मिले हैं।
B) यहां बैलगाड़ी के खिलौने मिले हैं।
C) यहां विशाल दुर्ग के अवशेष मिले हैं।
D) यहां लोहे के बने उपकरण मिले हैं।
उत्तर: यहां लोहे के बने उपकरण मिले हैं।
व्याख्या: कालीबंगा से लोहे के निर्मित उपकरण प्राप्त नहीं हुए हैं क्योंकि यह एक कांस्य युगीन सभ्यता थी। यहाँ से पूर्व-हड़प्पा, हड़प्पा और उत्तर-हड़प्पा काल के अवशेष मिले हैं, लेकिन लौह युग के साक्ष्य नहीं मिले।

प्रश्न 255: आहड़ में खुदाई से काले व लाल रंग के मृदभाण्ड जो उपलब्ध हुए हैं, उन्हें किस शैली से पकाया जाता था –

A) खुली तपाई शैली
B) बन्द भट्ट तपाई शैली
C) उल्टी तपाई शैली
D) उपर्युक्त सभी
उत्तर: उल्टी तपाई शैली
व्याख्या: आहड़ से प्राप्त काले और लाल रंग के मृद्भांडों को उल्टी तपाई तकनीक द्वारा पकाया जाता था। इन बर्तनों में काले रंग की पृष्ठभूमि पर लाल किनारे और कुछ पर सफेद रंग से चित्रकारी की गई थी, जो आहड़ को लाल-काले मृद्भांड संस्कृति का प्रमुख केंद्र सिद्ध करती है।

प्रश्न 256: साबी नदी के तट पर प्राचीन राजस्थान की सभ्यता का कौनसा स्थल बसा हुआ था –

A) गिलुंड
B) जोधपुरा
C) नगरी
D) बरोर
उत्तर: जोधपुरा
व्याख्या: जयपुर जिले में साबी नदी के तट पर स्थित जोधपुरा गाँव में 1972-75 के दौरान हुए उत्खनन में जोधपुर सभ्यता के अवशेष प्रकाश में आए। यह सभ्यता लगभग 2500 ईसा पूर्व से 200 ईस्वी तक के काल में विकसित रही।

प्रश्न 257: राजस्थान में पुरातात्विक सर्वेक्षण कार्य सर्वप्रथम(1871 ई.) प्रारम्भ करने का श्रेय किसे जाता है –

A) ए.सी.एल. कार्लाइल
B) एच.डी. सांकलिया
C) बी.बी. लाल
D) ए. कनिंघम
उत्तर: ए.सी.एल. कार्लाइल
व्याख्या: राजस्थान में पुरातात्विक सर्वेक्षण कार्यों का शुभारंभ 1871 में ए.सी.एल. कार्लाइल द्वारा किया गया। उन्होंने दौसा क्षेत्र से कठोर पाषाण उपकरण और मानव अस्थियों की प्राप्ति की सूचना प्रस्तुत की।

प्रश्न 258: प्राचीन पुरातात्विक स्थल ‘गरदड़ा’ किस नदी के किनारे विकसित हुआ –

A) परवन
B) जाखम
C) छाजा
D) घोड़ा पछाड़
उत्तर: छाजा
व्याख्या: बूंदी जिले की छाजा नदी के तट पर अवस्थित गरदड़ा शैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से मिली ‘बर्ड राइडर’ शैल चित्रकला को भारत की प्राचीनतम बर्ड राइडर रॉक पेंटिंग्स माना जाता है।

प्रश्न 259: तरखानवाला डेरा जहां आर्य सभ्यता के प्रमाण मिले हैं, स्थित है –

A) बीकानेर
B) जोधपुर
C) नागौर
D) श्रीगंगानगर
उत्तर: श्रीगंगानगर
व्याख्या: डेरा तरखानवाला श्रीगंगानगर जिले में स्थित है जहाँ से आर्य सभ्यता के प्रमाण प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 260: इतिहासकार दयाराम साहनी के अनुसार हूण शासक मिहिरकुल ने किस सभ्यता का विध्वंस किया –

A) कालहबंगा
B) आहड़
C) बैराठ
D) बागोर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: प्रख्यात इतिहासकार दयाराम साहनी के मतानुसार हूण शासक मिहिरकुल ने बैराठ सभ्यता का विनाश किया था।

प्रश्न 261: आहड़ सभ्यता के सन्दर्भ में गलत कथन है –

A) यहां से अनाज भरने के मृद्भाण्ड(पात्र) गौर-कोट मिले हैं।
B) इस स्थल से यूनानी देवता अपोलो की आकृति प्राप्त हुई।
C) इस सभ्यता से गांधार शैली के प्रमाण मिले हैं।
D) आहड़वासी उल्टी तपाई शैली को अपनाते थे।
उत्तर: इस स्थल से यूनानी देवता अपोलो की आकृति प्राप्त हुई।
व्याख्या: आहड़ सभ्यता से यूनानी देवता अपोलो की कोई प्रतिमा प्राप्त नहीं हुई है। गांधार शैली के साक्ष्य हनुमानगढ़ जिले के रंगमहल स्थल से मिले हैं।

प्रश्न 262: पुरास्थल आहड़ को किस वंश ने अपनी राजधानी के रूप में अपनाया –

A) परमार वंश
B) गुर्जर-प्रतिहार वंश
C) चौहान वंश
D) गुहिल वंश
उत्तर: गुहिल वंश
व्याख्या: मेवाड़ के प्राचीन गुहिल वंश के शासकों ने आहड़ को अपनी राजधानी के रूप में प्रयोग किया।

प्रश्न 263: निम्नलिखित में से किस सभ्यता में विकसित एवं सामरिक महल की किलेबंदी के अवशेष प्राप्त हुये हैं –

JSA Toxicology-2019(Rajasthan Gk)
A) बैराठ
B) कालीबंगा
C) ईसवाल
D) गणेश्वर
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा में एक विकसित और सुरक्षित महल के किलेबंदी के अवशेष मिले हैं। यह नगर दो भागों में विभाजित था और दोनों भाग सुरक्षा दीवारों से घिरे हुए थे।

प्रश्न 264: कालीबंगा पुरास्थल के किस दिशा में जुता हुआ खेत मिला है –

College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018(G.K.)
A) उत्तर-पूर्व
B) उत्तर-पश्चिम
C) दक्षिण-पूर्व
D) दक्षिण-पश्चिम
उत्तर: दक्षिण-पूर्व
व्याख्या: कालीबंगा पुरास्थल के दक्षिण-पूर्वी भाग में कृषि योग्य जुते हुए खेत के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। कालीबंगा सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है जो हनुमानगढ़ जिले में स्थित है।

प्रश्न 265: गिलुण्ड किस नदी के किनारे पर स्थित है –

College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018(G.K.)
A) बनास
B) कोठारी
C) खारी
D) कान्तली
उत्तर: बनास
व्याख्या: राजसमंद जिले में बनास नदी के तट पर स्थित गिलूण्ड में दो टीलों के उत्खनन से आहड़ संस्कृति से संबंधित सभ्यता के अवशेष प्रकाश में आए, जिसे बनास संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है। प्रो. बी.बी. लाल ने 1957-58 में इस स्थल का उत्खनन कार्य संपन्न किया।

प्रश्न 266: बालाथल राजस्थान के किस जिले में है –

A) राजसमंद
B) उदयपुर
C) सीकर
D) टोंक
उत्तर: उदयपुर
व्याख्या: बालाथल उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में अवस्थित है। 1993 में वी.एन. मिश्र द्वारा किए गए अनुसंधान से यहाँ 3000 ईसा पूर्व से 2500 ईसा पूर्व तक की ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।

प्रश्न 267: निम्नलिखि में से किस स्थल से ‘जाखबाबा’ प्रतिमा प्राप्त हुई है –

JSA Biology-2019(Rajasthan Gk)
A) आभानेरी
B) किराडु
C) नोह
D) बैराठ
उत्तर: नोह
व्याख्या: नोह, भरतपुर से प्राप्त काले और लाल मृद्पात्रों के स्तर से लौह उपकरणों के कुछ प्रमाण मिले हैं। जाखबाबा की प्रतिमा इसी स्थल से प्राप्त हुई है।

प्रश्न 268: गणेश्वर की सभ्यता ……. में स्थित थी –

JSA Chemistry-2019(Rajasthan Gk)
A) नागौर
B) बूंदी
C) भीलवाड़ा
D) नीम का थाना
उत्तर: नीम का थाना
व्याख्या: गणेश्वर स्थल सीकर जिले के नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर स्थित है। रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में यहाँ खुदाई कर इस सभ्यता को प्रकाश में लाया, जबकि विस्तृत उत्खनन कार्य 1978-89 के बीच विजय कुमार द्वारा संपन्न किया गया।

प्रश्न 269: किस संस्कृति से जुड़े स्थल प्रमुख रूप से बनास तथा उसकी सहायक नदियों की घाटियों में प्राप्त हुए हैं –

Asst. Agriculture Officer – 2018 (Paper-1)
A) गणेश्वर संस्कृति
B) लौह-युग संस्कृति
C) आहड़ संस्कृति
D) हड़प्पा संस्कृति
उत्तर: आहड़ संस्कृति
व्याख्या: आहड़ संस्कृति से संबंधित अधिकांश स्थल बनास नदी और उसकी सहायक नदियों की घाटियों में स्थित हैं। यह ताम्र सभ्यता आयड़/बेड़च नदी के किनारे विकसित हुई थी।

प्रश्न 270: प्ररातात्विक स्थलों के संदर्भ में असुमेलित युग्म है –

A) भानगढ़ – झुंझुनूं
B) थेहड़ – हनुमानगढ़
C) साबणिया – बीकानेर
D) किराड़ोत – जयपुर
उत्तर: भानगढ़ – झुंझुनूं
व्याख्या: भानगढ़ अलवर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल है, झुंझुनूं में नहीं।

प्रश्न 271: त्रिरत्न, स्वास्तिक चिन्ह व दहिया के चिन्ह प्राप्त हुए हैं –

A) बैराठ
B) गणेश्वर
C) बागौर
D) रंगमहल
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ से प्राप्त सजावटी मृद्भांडों पर विभिन्न प्रकार की आकृतियाँ अंकित हैं, जिनमें त्रिरत्न, स्वास्तिक चिह्न और दहिया के निशान प्रमुख हैं।

प्रश्न 272: ताम्र संस्कृति के चिन्ह किस जिले में उपलब्ध हैं –

A) उदयपुर
B) कोटा
C) बून्दी
D) अलवर
उत्तर: उदयपुर
व्याख्या: उदयपुर जिले में आहड़ स्थल से ताम्रयुगीन सभ्यता के स्पष्ट चिह्न प्राप्त हुए हैं। यह सभ्यता बनास नदी के किनारे विकसित हुई थी और आयड़/बेड़च नदी के तट पर स्थित थी।

प्रश्न 273: प्राचीन नगर जो महाभारत और महाभाष्य दोनों में उल्लेखित हैं –

A) विराटनगर (बैराठ)
B) मध्यमिका (नगरी)
C) रैढ़
D) कर्कोट
उत्तर: मध्यमिका (नगरी)
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ के समीप स्थित नगरी को पाणिनी की अष्टाध्यायी में वर्णित ‘माध्यमिका’ माना जाता है। यह शिवि जनपद की राजधानी थी और बेड़च नदी के तट पर बसी हुई थी। 1872 में कार्लाइल द्वारा इसकी खोज की गई और बाद में डी.आर. भंडारकर तथा के.बी. सौन्दर राजन द्वारा उत्खनन कार्य संपन्न किया गया।

प्रश्न 274: बागोर सभ्यता किस नदी के किनारे पर अवस्थित थी –

A) कोठारी नदी
B) लूनी नदी
C) बनास नदी
D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: कोठारी नदी
व्याख्या: भीलवाड़ा से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के तट पर 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक और डेक्कन कॉलेज पूना तथा राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से की गई खुदाई में 3000 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक की बागौर सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए।

प्रश्न 275: राजस्थान के किस जिले में गणेश्वर स्थल स्थित है –

A) गंगानगर
B) भीलवाड़ा
C) भरतपुर
D) नीम का थाना
उत्तर: नीम का थाना
व्याख्या: गणेश्वर स्थल सीकर जिले के नीम का थाना क्षेत्र में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित है। रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में यहाँ खुदाई प्रारंभ की और विस्तृत उत्खनन कार्य 1978-89 के बीच विजय कुमार द्वारा संपन्न किया गया।

प्रश्न 276: निम्न में से राजस्थान की ताम्र-युगीन सभ्यता में सबसे प्रमुख सभ्यता कौनसी है –

Supervisor (women empowerment) Exam 2018
A) आहड़
B) कालीबंगा
C) बैराठ
D) बागोर
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ राजस्थान की ताम्रयुगीन सभ्यताओं में सबसे प्रमुख और विस्तृत सभ्यता मानी जाती है। यह बनास नदी के किनारे विकसित हुई और आयड़/बेड़च नदी के तट पर स्थित थी।

प्रश्न 277: दो मुंह का चूल्हा व बहुत प्रकार के बर्तनों के साथ सिलबट्टा व पैन निम्नलिखित में से किस स्थान से खुदाई में मिले थे –

A) आहड़
B) कालीबंगा
C) बागौर
D) गणेश्वर
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ स्थल से विभिन्न प्रकार के बर्तनों के साथ-साथ दो मुंह वाला चूल्हा, सिलबट्टा और पैन जैसे घरेलू उपकरण प्राप्त हुए हैं, जो इस सभ्यता के दैनिक जीवन के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।

प्रश्न 278: निम्नलिखित में से कौनसा काल कालीबंगा सभ्यता से संबंधित है –

A) 2500 ई. पू. से 1500 ई. पू.
B) 6000 ई.पू. से 4500 ई.पू.
C) 1500 ई.पू. से 500 ई.पू.
D) 2500 ई. से 1500 ई.
उत्तर: 2500 ई. पू. से 1500 ई. पू.
व्याख्या: कालीबंगा सभ्यता का कालक्रम लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1500 ईसा पूर्व तक माना जाता है। इस स्थल से पूर्व-हड़प्पा, हड़प्पा और उत्तर-हड़प्पा काल के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 279: सात अग्नि वेदिकाओं की पंक्ति प्राप्त हुई है –

2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -A)
A) कालीबंगा
B) अहाड़
C) बैराठ
D) गणेश्वर
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा में ईंटों से निर्मित एक चबूतरे पर सात अग्नि कुंडों की पंक्ति प्राप्त हुई है, जिनमें से राख और पशुओं की हड्डियाँ मिली हैं, जो यज्ञ संबंधी क्रियाकलापों की ओर संकेत करती हैं।

प्रश्न 280: अहाड़ के उत्खनन से प्राप्त कौन सी सामग्री बाह्य संपर्कों का संकेत देती है –

A) टेराकोटा मनके
B) ताम्र उपकरण
C) सैलखड़ी मनके
D) लेपिस लाजुली
उत्तर: लेपिस लाजुली
व्याख्या: आहड़ से प्राप्त लेपिस लाजुली जैसी विदेशी सामग्री बाह्य व्यापारिक संपर्कों का संकेत देती है। लेपिस लाजुली एक मूल्यवान नीला पत्थर था जिसका मुख्य स्रोत अफगानिस्तान में स्थित था।

प्रश्न 281: किस ताम्रपाषाणिक स्थल पर सबसे ज्यादा ताम्र सामग्री प्राप्त हुई है –

A) गणेश्वर
B) अहाड़
C) बैराठ
D) कालीबंगा
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर से अब तक के सभी ताम्रपाषाणिक स्थलों में सर्वाधिक ताम्र सामग्री प्राप्त हुई है। यहाँ से तांबे का निर्यात भी किया जाता था और सिंधु घाटी सभ्यता को तांबे की आपूर्ति का एक प्रमुख केंद्र था।

प्रश्न 282: डा. केदारनाथ पुरी किस पुरातात्विक स्थल के अनुसंधानकर्ता हैं –

Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 1
A) आहड़ (उदयपुर)
B) रंगमहल (हनुमानगढ़)
C) रैढ़ (टोंक)
D) नगरी (चित्तौड़गढ़)
उत्तर: रैढ़ (टोंक)
व्याख्या: डॉ. केदारनाथ पुरी टोंक जिले में ढील नदी के किनारे स्थित रैढ़ स्थल के प्रमुख अनुसंधानकर्ता हैं। उन्होंने इस स्थल के उत्खनन कार्य को अंतिम रूप प्रदान किया और ‘एस्केवैशन एट रैढ़’ नामक ग्रंथ में इसका विवरण प्रकाशित किया।

प्रश्न 283: कालीबंगा स्थल, हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय से किस दिशा में स्थित है –

Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1
A) उत्तर पूर्व
B) उत्तर पश्चिम
C) दक्षिण पश्चिम
D) दक्षिण पूर्व
उत्तर: दक्षिण पश्चिम
व्याख्या: कालीबंगा पुरास्थल हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित है। यह प्राचीन सरस्वती नदी के तट पर बसा हुआ था और वर्तमान में यहाँ घग्घर नदी बहती है।

प्रश्न 284: मृतिका शिल्प के प्राचीन प्रमाण मिले हैं –

Asstt. Agriculture Officer (TSP) Exam 2015 Paper 1
A) रंगमहल से
B) ब्यावर से
C) जोबनेर से
D) बाड़मेर से
उत्तर: रंगमहल से
व्याख्या: हनुमानगढ़ जिले में स्थित रंगमहल स्थल से मृतिका शिल्प (टेराकोटा) के प्राचीन प्रमाण प्राप्त हुए हैं। 1952-54 के बीच स्वीडिश पुरातत्व दल द्वारा यहाँ उत्खनन कार्य किया गया था, जिसमें गांधार शैली की मूर्तियाँ और कनिष्क के सिक्के भी मिले हैं।

प्रश्न 285: निम्न में से कौन सा स्थल राजस्थान में ताम्र-युगीन संस्कृति का केन्द्र नहीं था –

A) नोह
B) गिलुण्ड
C) बागोर
D) रंगमहल
उत्तर: रंगमहल
व्याख्या: रंगमहल एक कांस्ययुगीन स्थल है जो ताम्र-युगीन संस्कृति का केंद्र नहीं था। यह हनुमानगढ़ जिले में प्राचीन सरस्वती और दृषद्वती नदी घाटी में विकसित हुई थी और 1952-54 में स्वीडिश पुरातत्वविद् हन्ना राईड के नेतृत्व में इसका उत्खनन किया गया था।

प्रश्न 286: ताम्रयुगीन स्थल झाड़ोल कहाँ स्थित है –

A) चित्तौड़
B) नागौर
C) उदयपुर
D) जालौर
उत्तर: उदयपुर
व्याख्या: झाड़ोल उदयपुर जिले में स्थित एक ताम्रयुगीन पुरास्थल है।

प्रश्न 287: निम्नलिखित में से कौन-से स्थल को ‘धूलकोट’ भी कहा जाता है –

Livestock Assistant Exam 2018
A) विराटनगर
B) आहड़
C) कालीबंगा
D) पीलीबंगा
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ स्थल को ‘धूलकोट’ के नाम से भी जाना जाता है। प्राचीन शिलालेखों में इसे ‘ताम्रवती’ और दसवीं-ग्यारहवीं शताब्दी में ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ के नाम से उल्लेखित किया गया है।

प्रश्न 288: निम्नलिखित में से किस उत्खनन स्थल से चांदी की मुद्रा ‘पंचमार्क’ प्राप्त हुई –

A) कालीबंगा
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ स्थल से कुल 36 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 28 हिन्द-यूनानी राजाओं के और 8 प्राचीन भारतीय पंचमार्क सिक्के हैं। इनमें से 16 सिक्के मिनेण्डर राजा के हैं।

प्रश्न 289: निम्न में से कौनसा कथन गलत है –

VDO Exam 2nd Shift 28 Dec 2021
A) महासतियों वाला टीला – बागोर
B) गोफण के प्रमाण – बागोर
C) बर्ड राइडर रॉक पेंटिंग्स – ओझियाना
D) प्राचीन जाख बाबा की यक्ष मूर्ति – नोह
उत्तर: बर्ड राइडर रॉक पेंटिंग्स – ओझियाना
व्याख्या: बर्ड राइडर रॉक पेंटिंग्स बूंदी जिले के गरदड़ा स्थल से प्राप्त हुई हैं, न कि ओझियाना से। गरदड़ा से प्राप्त ये शैल चित्र देश में अपनी तरह की प्रथम पुरातात्विक महत्व की कलाकृति मानी जाती है।

प्रश्न 290: डा. दयाराम साहनी ने सर्वप्रथम बैराठ के किस स्थान को उत्खनन के लिए चिन्हित किया –

A) बीजक डूंगरी
B) भौमजी डूंगरी
C) गणेश डूंगरी
D) भीम डूंगरी
उत्तर: बीजक डूंगरी
व्याख्या: डॉ. दयाराम साहनी ने सबसे पहले बैराठ के बीजक डूंगरी स्थल को उत्खनन के लिए चयनित किया। बाद में भीमजी की डूँगरी, मोती डूंगरी और महादेवजी की डूँगरी स्थलों पर भी उत्खनन कार्य किया गया।

प्रश्न 291: राज्य में सर्वप्रथम पशुपालन के प्रमाण किस स्थान से प्राप्त हुए हैं –

A) बागोर
B) बालाथल
C) रैढ़
D) सुनारी
उत्तर: बागोर
व्याख्या: बागोर से राजस्थान में सबसे प्राचीन कृषि और पशुपालन के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। यह स्थल 3000 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक के काल की सभ्यता को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 292: राजस्थान की वह सभ्यता जिसे ताम्रयुगीन सभ्यता की जननी कहा जाता है –

A) आहड़
B) गणेश्वर
C) नोह
D) बैराठ
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: गणेश्वर संस्कृति को ‘भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी’ माना जाता है। रेडियो कार्बन डेटिंग के अनुसार इसकी तिथि 2800 ईसा पूर्व निर्धारित की गई है, जो इसे अन्य ताम्रयुगीन केंद्रों की तुलना में प्राचीनतम सिद्ध करती है।

प्रश्न 293: अमलानन्द घोष ने (1951-52 ई.) सर्वप्रथम किस स्थल की खोज की –

A) बैराठ
B) गणेश्वर
C) कालीबंगा
D) आहड़
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: पुरातत्व विभाग के निदेशक ए. एन. घोष ने 1952 में कालीबंगा स्थल की खोज की। 1961-69 के बीच नौ उत्खनन सत्रों में बी. के. थापर, जे. वी. जोशी और बी. बी. लाल के मार्गदर्शन में इसका विस्तृत उत्खनन कार्य संपन्न हुआ।

प्रश्न 294: ताम्रवती नगरी के नाम से विख्यात पुरास्थल जिसे धूलकोट के नाम से भी पुकारा जाता है –

A) बैराठ
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) बालाथल
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ स्थल प्राचीन काल में ‘ताम्रवती नगरी’ के नाम से प्रसिद्ध था और इसे ‘धूलकोट’ के नाम से भी जाना जाता था। दसवीं-ग्यारहवीं शताब्दी में इसे ‘आघाटपुर’ या ‘आघट दुर्ग’ कहा जाता था।

प्रश्न 295: निम्न में से किस स्थल को ताम्रवती नगरी के नाम से भी जाना जाता था –

A) बैराठ
B) आहड़
C) कालीबंगा
D) बागौर
उत्तर: आहड़
व्याख्या: आहड़ स्थल का प्राचीन नाम ‘ताम्रवती’ था, जैसा कि प्राचीन शिलालेखों में अंकित है। यह ताम्र सभ्यता का प्रमुख केंद्र था जो आयड़/बेड़च नदी के किनारे विकसित हुआ था।

प्रश्न 296: निम्नलिखित में से सही सुमेलित नहीं है –

A) कालीबंगा – चुरू
B) आहड़ – उदयपुर
C) गणेश्वर – सीकर
D) बैराठ – जयपुर
उत्तर: कालीबंगा – चुरू
व्याख्या: कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले में स्थित है, चुरू में नहीं। यह प्राचीन सरस्वती नदी के तट पर बसा हुआ था और वर्तमान में यहाँ घग्घर नदी बहती है।

प्रश्न 297: निम्नलिखित में से किस स्थल से शासक मिनेण्डर के सोलह सिक्के प्राप्त हुए हैं –

RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
A) बैराठ
B) नगरी
C) रैढ़
D) नगर
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ से प्राप्त 36 चांदी के सिक्कों में से 16 सिक्के हिन्द-यूनानी शासक मिनेण्डर के हैं। कुल 28 सिक्के हिन्द-यूनानी राजाओं के और 8 प्राचीन भारतीय पंचमार्क सिक्के हैं।

प्रश्न 298: निम्न में से कौन-सा एक युग्म सही सुमेलित नहीं है –

Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.)
A) कालीबंगा – अमलानंद घोष
B) आहड़ – एच. डी. सांकलिया
C) बैराठ – केदार नाथ पुरी
D) बागोर – वी. एन. मिश्रा
उत्तर: बैराठ – केदार नाथ पुरी
व्याख्या: बैराठ का उत्खनन दयाराम साहनी, नीलरत्न बनर्जी और कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा किया गया था, न कि केदार नाथ पुरी द्वारा। केदार नाथ पुरी टोंक जिले के रैढ़ स्थल के अनुसंधानकर्ता हैं।

प्रश्न 299: अधोलिखित पुरातत्ववेत्ताओं में से कौन सा आहड़ के उत्खनन से संबंधित नहीं है –

Asstt. Agriculture Officer (TSP) Exam 2015 Paper 1
A) बी. बी. लाल
B) आर. सी. अग्रवाल
C) ए. के. व्यास
D) एच. डी. संकलिया
उत्तर: बी. बी. लाल
व्याख्या: बी. बी. लाल आहड़ के उत्खनन से संबंधित नहीं थे। आहड़ का उत्खनन अक्षय कीर्ति व्यास (1953), रतचंद्र अग्रवाल (1956) और एच.डी. सांकलिया (1961-62) द्वारा किया गया था।

प्रश्न 300: निम्न में से कौनसी शिल्प कृति कालीबंगा से प्राप्त नहीं हुई है –

Asstt. Agriculture Officer (TSP) Exam 2015 Paper 1
A) हाथी दांत का कंघा
B) वृषभ की तांबे की प्रतिकृति
C) मिट्टी की चूड़ियां
D) हल की मिट्टी की प्रतिकृति
उत्तर: हल की मिट्टी की प्रतिकृति
व्याख्या: हल की मिट्टी की प्रतिकृति कालीबंगा से नहीं बल्कि हरियाणा के फतेहाबाद जिले में स्थित बनवाली स्थल से प्राप्त हुई है, जो सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित है।

प्रश्न 301: बागोर एवं तिलवाड़ा नामक स्थान मुख्यतः निम्न काल से संबंधित थे –

A) मध्य पाषाण काल
B) पुरा पाषाण काल
C) पूर्व-हड़प्पा काल
D) निम्न पुरा पाषाण काल
उत्तर: मध्य पाषाण काल
व्याख्या: उदयपुर जिले में बागोर और मारवाड़ क्षेत्र में तिलवाड़ा नामक स्थानों से मध्यपाषाण युग के प्राचीन औजार प्राप्त हुए हैं।

प्रश्न 302: ‘भीम डूंगरी’ गणेश डूंगरी राजस्थान की किस सभ्यता से संबंधित है –

A) गणेश्वर सभ्यता
B) बैराठ सभ्यता
C) आहड़ सभ्यता
D) कालीबंगा सभ्यता
उत्तर: बैराठ सभ्यता
व्याख्या: विराटनगर (अब बैराठ) जो मत्स्य जनपद की प्राचीन राजधानी थी, वहाँ ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’, मोती डूंगरी और ‘महादेवजी की डूँगरी’ स्थलों पर दयाराम साहनी ने 1936-37 में और फिर 1962-63 में नीलरत्न बनर्जी व कैलाशनाथ दीक्षित ने पुरातात्विक उत्खनन करवाया।

प्रश्न 303: निम्न में से राजस्थान का कौन सा सैन्धव स्थल घग्घर नदी के किनारे स्थित है –

Lect. College Edu. EXAM 2014 (GK)
A) गिलुण्ड
B) आहाड़
C) पीलीबंगा
D) कालीबंगा
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: हनुमानगढ़ जिले में स्थित कालीबंगा प्राचीन सरस्वती नदी के तट पर बसा था, जहाँ आज घग्घर नदी बहती है। इस स्थल से हड़प्पा सभ्यता के पूर्व, मुख्य और बाद के चरणों के अवशेष मिले हैं। इसका नाम यहाँ मिली काली चूड़ियों के टुकड़ों पर रखा गया है, क्योंकि स्थानीय भाषा में ‘बंगा’ का मतलब चूड़ी होता है।

प्रश्न 304: बौद्ध धर्म से संबंधित पुरातात्विक अवशेष कहाँ मिले हैं –

Lect. College Edu. EXAM 2014 (GK)
A) बैराठ
B) नगर
C) नलियासर (सांभर)
D) कालीबंगा
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: सन् 1999 में बैराठ स्थित बीजक की पहाड़ी से सम्राट अशोक के काल के गोलाकार बौद्ध मंदिर, स्तूप और बौद्ध मठ के भग्नावशेष प्राप्त हुए, जो हीनयान बौद्ध परम्परा से जुड़े हैं। इन्हें भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में गिना जा सकता है।

प्रश्न 305: बैराठ (विराटनगर) में प्रथम उत्खनन किसके नेतृत्व में किया गया था –

Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)
A) दयाराम साहनी
B) डा. एन. आर. बनर्जी
C) डी. आर. भण्डारकर
D) आर. सी. अग्रवाल
उत्तर: दयाराम साहनी
व्याख्या: विराटनगर (आधुनिक बैराठ) में स्थित विभिन्न पहाड़ियों जैसे बीजक की पहाड़ी, भीमजी की डूँगरी, मोती डूंगरी और महादेवजी की डूँगरी पर सबसे पहले दयाराम साहनी ने 1936-37 में खुदाई करवाई, जिसके बाद 1962-63 में नीलरत्न बनर्जी और कैलाशनाथ दीक्षित ने फिर उत्खनन कार्य किया।

प्रश्न 306: आहड़ के विषय में निम्न कथनों में से कौन सा कथन असत्य है –

Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)
A) आहड़ के उत्खनन से मानव जीवन के विभिन्न चरणों पर प्रकाश पड़ता है।
B) आवासीय भवनों की नींव ईंटों की होती थी।
C) मिट्टी अथवा कच्ची ईंटों से निर्मित भवन अब उपलब्ध नहीं हैं।
D) आहड़वासी दीवारों एवं नींवों को मजबूत एवं सौंदर्ययुक्त बनाने हेतु मिट्टी में क्वाट्ज के टुकड़े एवं चिप्स के सम्मिश्रण का प्रयोग करते थे।
उत्तर: आवासीय भवनों की नींव ईंटों की होती थी।
व्याख्या: उदयपुर के निकट स्थित आहड़ स्थल पर, जो एक प्राचीन ताम्रयुगीन बस्ती थी और अब धूलकोट के नीचे दबी हुई है, मकानों के निर्माण में पत्थर के प्रयोग के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 307: निम्न में से कौन सी वस्तु आहड़ सभ्यता के स्थलों से संबंधित नहीं है –

Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)
A) चावल
B) कृष्ण-लोहित मृदभाण्ड
C) तांबे की वस्तुएं
D) चित्रित धूसर मृदभाण्ड
उत्तर: चित्रित धूसर मृदभाण्ड
व्याख्या: आहड़ से, जो उदयपुर के पास एक ताम्रयुगीन स्थल है, मिट्टी के बर्तन और तांबे के गहने प्राप्त हुए हैं। चित्रित धूसर मृदभांड उत्तर वैदिक काल की विशेषता हैं, न कि आहड़ सभ्यता की।

प्रश्न 308: जुता हुआ खेत के प्रमाण निम्न में से किस पुरास्थल में मिलते हैं –

Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)
A) आहड़
B) कालीबंगा
C) गणेश्वर
D) बैराठ
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा से प्राप्त जुते हुए खेत के साक्ष्य विश्व में अपनी तरह के पहले हैं। इस खेत में दो फसलों, चना और सरसों, को एक साथ उगाया जाता था, जिसके लिए अलग-अलग दूरी वाली क्यारियाँ बनाई गई थीं।

प्रश्न 309: कालीबंगा का प्रथम उत्खननकर्ता कौन था –

Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
A) एस. आर. राव
B) ए. घोष
C) बी. के थापर
D) आर.सी. अग्रवाल
उत्तर: ए. घोष
व्याख्या: कालीबंगा स्थल की पहचान सर्वप्रथम सन् 1952 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तत्कालीन निदेशक अमलानंद घोष ने की थी।

प्रश्न 310: आहड़ संस्कृति का नवीनतम उत्खनित स्थल है –

Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
A) बालाथल
B) गिलुण्ड
C) आहड़
D) ओझियाना
उत्तर: बालाथल
व्याख्या: वर्ष 1993 में वी.एन. मिश्र के नेतृत्व में उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित बालाथल नामक स्थान की खुदाई हुई, जिससे ईसा पूर्व 3000 से 2500 तक की ताम्रपाषाण कालीन संस्कृति का पता चला।

प्रश्न 321: बैराठ से मिला भाब्रू शिलालेख उत्कीर्ण करवाया था –

A) चन्द्रगुप्त
B) अशोक
C) पाण्डवों
D) समुद्रगुप्त
उत्तर: अशोक
व्याख्या: बैराठ से प्राप्त होने वाला प्रथम शिलालेख मौर्य सम्राट अशोक का है, जिसे कैप्टन बर्ट ने 1837 में खोजा। यह लेख, जिसे ‘भाब्रू शिलालेख’ या ‘बैराठ-कलकत्ता शिलालेख’ कहते हैं, अब कोलकाता के संग्रहालय में सुरक्षित है।

प्रश्न 322: बीजक की पहाड़ी किस सभ्यता से संबंधित है –

A) कालीबंगा
B) आहड़
C) बैराठ
D) नगरी
उत्तर: बैराठ
व्याख्या: बैराठ, जो प्राचीन विराटनगर है, में स्थित बीजक की पहाड़ी, भीमजी की डूँगरी, मोती डूंगरी और महादेवजी की डूँगरी जैसे स्थानों पर दयाराम साहनी और बाद में अन्य पुरातत्वविदों ने उत्खनन कार्य किया था।

प्रश्न 323: सैन्धव लिपि किस प्रकार प्रयोग में ली जाती थी –

A) ऊपर से नीचे की ओर
B) बायीं से दायीं ओर
C) दायीं से बायीं ओर
D) नीचे से ऊपर की ओर
उत्तर: दायीं से बायीं ओर
व्याख्या: सिंधु लिपि में लिखे गए अभिलेखों में दायीं ओर चौड़ा स्थान और बायीं ओर संकुचन देखने को मिलता है, जिससे पता चलता है कि यह लिपि दायीं ओर से शुरू होकर बायीं ओर लिखी जाती थी।

प्रश्न 324: राजस्थान में ताम्र युगीन सभ्यताओं की जननी कहा जाता है –

A) बैराठ
B) आहड़
C) गणेश्वर
D) रैढ़
उत्तर: गणेश्वर
व्याख्या: नीम का थाना में स्थित गणेश्वर स्थल, जिसकी खुदाई रत्नचंद्र अग्रवाल ने करवाई, को रेडियो कार्बन डेटिंग से ईसा पूर्व 2800 का निर्धारित किया गया है। इस प्राचीनता के कारण इसे राजस्थान की ताम्रयुगीन सभ्यताओं की उत्पत्ति का स्थान माना जाता है।

प्रश्न 325: राज्य में शंख लिपि के प्रमाण बहुतायत में किस स्थान पर मिले हैं –

A) दिलवाड़ा
B) रणकपुर
C) विराट नगर
D) नगरी
उत्तर: विराट नगर
व्याख्या: विराटनगर (बैराठ) से शंख लिपि में लिखे गए अभिलेख प्राप्त हुए हैं, जो इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि को दर्शाते हैं।

प्रश्न 326: मौर्यकाल के अवशेष राजस्थान में कहां मिले हैं –

A) बैराठ एवं कणसवा गांव में
B) जालौर जिले के भीनमाल में
C) नलियासर में
D) नोह में
उत्तर: बैराठ एवं कणसवा गांव में
व्याख्या: बैराठ से मौर्य सम्राट अशोक का शिलालेख और कोटा जिले के कणसवा गाँव के एक 738 ई. के लेख में मौर्य राजा धवल का उल्लेख मिलता है, जो इस क्षेत्र में मौर्य प्रभाव की पुष्टि करते हैं।

प्रश्न 327: महाभारत काल के अवशेष कहां मिले हैं –

A) श्रीगंगानगर में
B) बैराठ व नोह में
C) माउण्ट आबू में
D) नलियासर में
उत्तर: बैराठ व नोह में
व्याख्या: बैराठ (विराटनगर) में पाण्डवों के अज्ञातवास से जुड़े साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जबकि भरतपुर जिले के नोह स्थल पर रत्नचंद्र अग्रवाल के उत्खनन (1963-64) में महाभारत काल, कुषाण काल और मौर्य काल के अवशेष मिले हैं।

प्रश्न 328: राजस्थान की किस सभ्यता में अलंकृत ईंटों से निर्मित फर्श का अवशेष मिला है –

A) आहड़
B) कालीबंगा
C) बालाथल
D) बैराठ
उत्तर: कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा में हड़प्पा काल का एक विशेष फर्श मिला है, जो सजावटी ईंटों से बना हुआ है और जिस पर प्रतिच्छेदी वृत्तों का सुन्दर अलंकरण किया गया है।

प्रश्न 329: राजस्थान में कालीबंगा किस जिले में है –

A) बीकानेर
B) हनुमानगढ़
C) उदयपुर
D) जयपुर
उत्तर: हनुमानगढ़
व्याख्या: प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले में स्थित है, जो प्राचीन सरस्वती नदी (वर्तमान घग्घर) के तट पर बसा हुआ था।

प्रश्न 330: कालीबंगा संस्कृति की खोज 1953 में सर्वप्रथम किसके द्वारा की गई थी –

A) अमलानंद घोष
B) बी. वी. लाल
C) थापर
D) उपरोक्त सभी
उत्तर: अमलानंद घोष
व्याख्या: कालीबंगा स्थल की प्रारंभिक पहचान और खोज का श्रेय वर्ष 1952 में पुरातत्वविद अमलानंद घोष को जाता है। इसके बाद 1961 से 1969 के बीच बी.के. थापर, जे.वी. जोशी और बी.बी. लाल के मार्गदर्शन में नौ उत्खनन सत्र आयोजित किए गए।

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