राजस्थान के चौहान वंश MCQ
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन, रणथंभौर के चौहान वंश का संस्थापक था –
Librarian Grade III 2024 (Paper 1)A) पृथ्वीराज तृतीय
B) वाग्भट्ट
C) गोविंदराज
D) जैत्र सिंह
उत्तर: गोविंदराज
व्याख्या: तराइन की दूसरी लड़ाई में पृथ्वीराज चौहान की हार के पश्चात, उनके पुत्र गोविंदराज ने कुछ समय बाद रणथंभौर में चौहान शासन की नींव रखी। कुतुबुद्दीन ऐबक ने गोविंदराज को रणथंभौर का शासन सौंपा। इस प्रकार गोविंदराज ने 1194 ई. में रणथंभौर में चौहान वंश की स्थापना की।
प्रश्न 2: शाकंभरी के चौहान वंश के शासक का नाम बताइए, जिसे ‘कविबांधव’ की उपाधि दी गई थी।
Prahari 2024 Shift 1A) अजयराज
B) विग्रहराज चतुर्थ
C) पृथ्वीराज तृतीय
D) अर्णोराज
उत्तर: वि�ग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ, जो बीसलदेव के नाम से भी प्रसिद्ध है, लगभग 1158 ई. में अजमेर का शासक बना। उसका शासनकाल सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्ण युग माना जाता है। उसे ‘कवि बान्धव’ की उपाधि भी दी गई थी। शिवालिक अभिलेख के मुताबिक उसने अपने राज्य का काफी विस्तार किया और गजनी के शासक अमीर खुशरुशाह तथा दिल्ली के तोमर शासक को हराकर दिल्ली को अपने साम्राज्य में मिलाया।
प्रश्न 3: अर्णोराज के द्वारा मालवा के किस परमार शासक को परास्त कर ऊपरमाल का क्षेत्र अपने राज्य में मिलाया गया –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-E)A) नरवर्मा
B) सिद्धराज
C) विक्रमसिंह
D) बल्लाल
उत्तर: नरवर्मा
व्याख्या: अजयराज के बाद लगभग 1133 ई. में अर्णोराज ने अजमेर की गद्दी संभाली। उसने महाराजाधिराज जैसी उपाधियाँ धारण कीं। अर्णोराज ने तुर्क आक्रमणकारियों को खदेड़ा और मालवा के शासक नरवर्मन को हराया। उसने अजमेर में आनासागर झील का निर्माण करवाया। जयानक ने अपने ग्रंथ पृथ्वीराज विजय में लिखा है कि तुर्कों के रक्त से अजमेर को शुद्ध करने के लिए यह झील बनवाई गई थी।
प्रश्न 4: कुमारपाल चालुक्य से नाडोल, चित्तौड़ व जालौर को किस चौहान राजा ने जीता था –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-C)A) अर्णोराज
B) अजयराज
C) विग्रहराज तृतीय
D) विग्रहराज चतुर्थ
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) ने चालुक्य शासक कुमारपाल से पाली, नागौर और जालौर के क्षेत्र छीन लिए तथा भादानकों को भी पराजित किया। 1157 ई. में उसने दिल्ली और हांसी पर भी अधिकार कर लिया।
प्रश्न 5: दिल्ली के तोमरों को पराजित करने वाला चौहान शासक कौन था –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-B)A) दुर्लभराज तृतीय
B) विग्रहराज द्वितीय
C) अर्णोराज
D) विग्रहराज चतुर्थ
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) ने दिल्ली के तोमर वंश के शासक तंवर को पराजित किया और दिल्ली को अपने राज्य में शामिल कर लिया। उसने गजनी के शासक अमीर खुशरुशाह को भी हराया था।
प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान के काल के दौरान अजमेर के गोविंदराज ने स्वयं को रणथम्भौर में स्थापित किया –
SCHOOL LECTURER (SCHOOL EDU.) 2024 GA and GS (G-A)A) कुतुबुद्दीन ऐबक
B) इल्तुतमिश
C) बलबन
D) नसीरुद्दीन महमूद
उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक
व्याख्या: कुतुबुद्दीन ऐबक ने पृथ्वीराज चौहान के पुत्र गोविंदराज से अजमेर लेकर उसे रणथंभौर का शासन सौंप दिया। इस प्रकार गोविंदराज रणथंभौर में चौहान वंश का संस्थापक बना।
प्रश्न 7: रणथम्भौर के चौहान राजवंश के संस्थापक _______ थे।
Junior Instructor (PLM) Exam 2024A) गोविंदराज
B) वल्हण
C) वीरनारायण
D) प्रल्हण
उत्तर: गोविंदराज
व्याख्या: तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज की पराजय के बाद उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान शासन की स्थापना की। बाद में दिल्ली के सुल्तान इल्तुतमिश ने उनके उत्तराधिकारी वल्हण को हराकर किले पर कब्जा कर लिया था। इसी वंश के वाग्भट्ट ने फिर से किले पर अधिकार कर चौहान शासन को पुनर्जीवित किया। रणथंभौर का सबसे प्रतापी और अंतिम शासक हम्मीर देव चौहान था।
प्रश्न 8: चाहमान शासक विग्रहराज चतुर्थ के सन्दर्भ में निम्न में से कौनसा कथन सत्य नहीं है –
PTI and Librarian (Sanskrit College Edu.) – 2024 (General Studies of Rajasthan)A) उन्होंने अजमेर में एक संस्कृत विद्यालय का निर्माण करवाया।
B) उसने ललित विग्रह नाटक की रचना की।
C) सोमदेव उनका राजकवि था।
D) उन्होंने दिल्ली के तोमर और चालुक्य शासकों को पराजित करके चौहान राज्य का विस्तार किया।
उत्तर: उसने ललित विग्रह नाटक की रचना की।
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ ने अजमेर में संस्कृत विद्यालय बनवाया, सोमदेव उनके दरबारी कवि थे, और उन्होंने दिल्ली के तोमर तथा चालुक्य शासकों को पराजित किया। लेकिन ‘ललित विग्रहराज’ नाटक की रचना उन्होंने नहीं बल्कि उनके दरबारी विद्वान सोमदेव ने की थी, इसलिए यह कथन गलत है।
प्रश्न 9: मेड़ता के पास हुए युद्ध में अलाउद्दीन खिलजी के किस सेनानायक एवं उसकी पत्नी को कान्हड़ देव की सेना ने बंदी बना लिया था –
PTI and Librarian (Sanskrit College Edu.) – 2024 (General Studies of Rajasthan)A) शम्स खाँ
B) कमालुद्दीन गुर्ग
C) नुसरत खाँ
D) उलूग खाँ
उत्तर: शम्स खाँ
व्याख्या: मेड़ता के युद्ध के दौरान, अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति शम्स खाँ और उनकी पत्नी को कान्हड़ देव की सेना ने बंदी बना लिया था।
प्रश्न 10: अक्टूबर, 1821 ई. में मांगरोल का युद्ध किस के मध्य हुआ था –
Junior Instructor (STE) Exam 2024A) जालिमसिंह झाला और चार्ल्स मेटकॉफ
B) महाराव उमेदसिंह और महाराजा मानसिंह
C) महाराव किशोरसिंह और जालिमसिंह
D) महाराव सामन्तसिंह और मेटकॉफ
उत्तर: महाराव किशोरसिंह और जालिमसिंह
व्याख्या: अक्टूबर 1821 में हुए मांगरोल के युद्ध में जालिम सिंह झाला ने राजा किशोर सिंह का सामना किया, जिसमें महाराव की हार और झाला की जीत हुई। इस युद्ध में जेम्स टॉड ने जालिम सिंह झाला का साथ दिया था।
प्रश्न 11: अढ़ाई दिन के झोपड़े में ‘हरिकेलि’ नाटक के अतिरिक्त किस रचना को खुदवाया गया –
AGRICULTURE OFFICER (AGRI. DEPTT.) COMP. EXAM – 2024A) ललित विग्रहराज
B) प्रबन्ध कोश
C) समराइच कथा
D) द्रव्य परीक्षा
उत्तर: ललित विग्रहराज
व्याख्या: बीसलदेव चौहान (विग्रहराज चतुर्थ) ने अजमेर में एक संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना करवाई। बाद में मुहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस इमारत को ‘अढ़ाई दिन का झोंपड़ा’ में बदल दिया। यहाँ ‘हरिकेलि’ नाटक के साथ-साथ ‘ललित विग्रहराज’ नाटक के अंश भी उत्कीर्ण करवाए गए थे।
प्रश्न 12: जलालुद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर पर कब आक्रमण किया था –
Junior Instructor (Wireman) Exam 2024A) 1286
B) 1291
C) 1290
D) 1292
उत्तर: 1291
व्याख्या: जलालुद्दीन खिलजी ने 1291 ई. में रणथंभौर पर हमला किया था, लेकिन वह इसे पूरी तरह जीतने में सफल नहीं हो सका। रणथंभौर के शासक हम्मीर देव ने जलालुद्दीन खिलजी को पराजित किया था। हालाँकि, बाद में अलाउद्दीन खिलजी ने 1301 ई. में रणथंभौर पर विजय प्राप्त की।
प्रश्न 13: तराई का पहला युद्ध कब लड़ा गया – निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
Animal Attendant 2023 Exam (December 2 Shift I)A) 1194 ए. डी.
B) 1191 ए. डी.
C) 1192 ए. डी.
D) 1193 ए. डी.
उत्तर: 1191 ए. डी.
व्याख्या: तराइन का पहला युद्ध 1191 ई. में लड़ा गया। यह युद्ध पृथ्वीराज चौहान और मुहम्मद गौरी की सेनाओं के बीच हरियाणा के तराइन के मैदान में हुआ। इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की विजय हुई और मुहम्मद गौरी घायल होकर मैदान छोड़कर भाग गया।
प्रश्न 14: रानी रंग देवी का ऐतिहासिक जौहर सम्बन्धित था –
RPSC EO/RO Re-Exam – 2022A) चित्तौड़गढ़ से
B) सिवाणा से
C) रणथम्भौर से
D) जालौर से
उत्तर: रणथम्भौर से
व्याख्या: राणा हम्मीर देव ने अलाउद्दीन खिलजी के विद्रोही सेनापति मुहम्मदशाह को शरण दे दी, जिसके कारण दिल्ली के सुल्तान ने रणथंभौर पर आक्रमण किया। 1301 ई. के अंतिम युद्ध में हम्मीर चौहान की हार हुई और किले में उनकी पत्नी रंगदेवी ने जौहर किया, जबकि सभी राजपूत योद्धा शहीद हो गए। 11 जुलाई, 1301 को किले पर अलाउद्दीन खिलजी का अधिकार हो गया।
प्रश्न 15: पृथ्वीराज चौहान तृतीय के शासनकाल के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
A) पृथ्वीराज तृतीय ने 1182 ई. में महोबा के चंदेल शासक परमालदेव को तुमुल के युद्ध में पराजित किया।
B) तराइन के प्रथम युद्ध (1191 ई.) में पृथ्वीराज ने मुहम्मद गौरी को हराया, लेकिन उसका पीछा नहीं किया।
C) तराइन के द्वितीय युद्ध (1192 ई.) में पृथ्वीराज की हार हुई और उसे गजनी ले जाया गया, जहाँ उसने गौरी को मार डाला।
D) पृथ्वीराज ने संयोगिता को जयचंद के स्वयंवर से अपहरण कर विवाह किया, जिससे कन्नौज के साथ उसकी शत्रुता कम हो गई।
उत्तर: पृथ्वीराज ने संयोगिता को जयचंद के स्वयंवर से अपहरण कर विवाह किया, जिससे कन्नौज के साथ उसकी शत्रुता कम हो गई।
व्याख्या: संयोगिता के अपहरण के कारण जयचंद और पृथ्वीराज के बीच शत्रुता और बढ़ गई, कम नहीं हुई। यही शत्रुता बाद में तराइन के दूसरे युद्ध में जयचंद के गौरी का साथ देने का कारण बनी।
प्रश्न 16: विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) के योगदान के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है –
A) बीसलदेव ने दिल्ली और हांसी पर अधिकार कर शिवालिक स्तंभ का निर्माण करवाया, लेकिन साहित्य का संरक्षण नहीं किया।
B) बीसलदेव ने ‘हरकेलि’ नाटक की रचना की, जिसमें अर्जुन और शिव के युद्ध का वर्णन है।
C) बीसलदेव ने पुष्कर में वराह मंदिर का निर्माण करवाया था।
D) बीसलदेव ने चालुक्य शासक कुमारपाल को परास्त कर दिल्ली पर अधिकार किया।
उत्तर: बीसलदेव ने ‘हरकेलि’ नाटक की रचना की, जिसमें अर्जुन और शिव के युद्ध का वर्णन है।
व्याख्या: बीसलदेव (विग्रहराज चतुर्थ) ने ‘हरकेलि’ नामक नाटक लिखा, जिसमें अर्जुन और शिव के बीच युद्ध का वर्णन है। वह साहित्य का बड़ा संरक्षक था। पुष्कर में वराह मंदिर का निर्माण अर्णोराज ने करवाया था। बीसलदेव ने गजनी के शासक अमीर खुशरुशाह और दिल्ली के तोमर शासक को हराकर दिल्ली को अपने राज्य में मिलाया।
प्रश्न 17: अजयराज के शासनकाल के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सी बात सही नहीं है –
A) अजयराज ने 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) को अपनी राजधानी बनाया और गढ़बीठली दुर्ग का निर्माण करवाया।
B) अजयराज ने ‘श्री अजयदेव’ नाम से चाँदी के सिक्के चलाए, जिन पर उसकी रानी सोमलेखा का नाम भी अंकित था।
C) अजयराज ने गजनी के मुसलमानों को परास्त कर अपने साम्राज्य की रक्षा की।
D) अजयराज ने आनासागर झील का निर्माण करवाया ताकि अजमेर को तुर्कों के रक्त से शुद्ध किया जा सके।
उत्तर: अजयराज ने आनासागर झील का निर्माण करवाया ताकि अजमेर को तुर्कों के रक्त से शुद्ध किया जा सके।
व्याख्या: आनासागर झील का निर्माण अर्णोराज ने करवाया था, अजयराज ने नहीं। जयानक ने अपने ग्रंथ पृथ्वीराज विजय में लिखा है कि अर्णोराज ने तुर्कों के रक्त से अजमेर को शुद्ध करने के लिए इस झील का निर्माण करवाया था।
प्रश्न 18: सांभर के चौहान वंश के प्रारंभिक इतिहास के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है –
A) वासुदेव को सपादलक्ष के चौहानों का आदि पुरुष माना जाता है और उसका समय 551 ई. के लगभग अनुमानित है।
B) गुवक प्रथम ने हर्षनाथ मंदिर का निर्माण करवाया।
C) चन्दराज की पत्नी रुद्राणी प्रतिदिन पुष्कर झील में एक हजार दीपक जलाकर महादेव की उपासना करती थी।
D) सिंहराज ने भरूच के चालुक्य शासक मूलराज प्रथम को पराजित कर आशापुरा देवी का मंदिर बनवाया।
उत्तर: सिंहराज ने भरूच के चालुक्य शासक मूलराज प्रथम को पराजित कर आशापुरा देवी का मंदिर बनवाया।
व्याख्या: भरूच के चालुक्य शासक मूलराज प्रथम को विग्रहराज द्वितीय ने हराया था और आशापुरा देवी का मंदिर बनवाया था, सिंहराज ने नहीं।
प्रश्न 19: चौहान वंश की उत्पत्ति के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा मत पृथ्वीराज रासो, मुहणोत नैणसी और सूर्यमल मिश्रण द्वारा समर्थित है –
A) चौहान सूर्यवंशी क्षत्रिय थे।
B) चौहान वत्सगौत्रीय ब्राह्मण वंश से उत्पन्न हुए।
C) चौहान अग्निकुण्ड से उत्पन्न हुए चार राजपूत वंशों में से एक थे।
D) चौहान प्रतिहारों के वंशज थे।
उत्तर: चौहान अग्निकुण्ड से उत्पन्न हुए चार राजपूत वंशों में से एक थे।
व्याख्या: चौहानों की उत्पत्ति के बारे में विभिन्न मत हैं। पृथ्वीराज रासो (चंद बरदाई) में इन्हें ‘अग्निकुण्ड’ से उत्पन्न बताया गया है, जो ऋषि वशिष्ठ द्वारा आबू पर्वत पर किए गए यज्ञ से पैदा हुए चार राजपूत वंशों – प्रतिहार, परमार, चालुक्य और चौहान में से एक थे। मुहणोत नैणसी और सूर्यमल मिश्रण ने भी इस मत का समर्थन किया है।
प्रश्न 20: चौहान शासक, जो ‘कवि बान्धव’ के रूप में जाना जाता है –
Junior Instructor (RAT) Exam 2024A) अजयराज
B) पृथ्वीराज III
C) विग्रहराज IV
D) अर्णोराज
उत्तर: विग्रहराज IV
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) लगभग 1158 ई. में अजमेर का शासक बना। उसके शासनकाल को सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्ण युग माना जाता है। उसे ‘वीसलदेव’ और ‘कवि बान्धव’ के नाम से भी जाना जाता था। शिवालिक अभिलेख के अनुसार उसने अपने राज्य की सीमाओं का बहुत विस्तार किया।
प्रश्न 21: रणथम्भौर के चौहान वंश का प्रवर्तक कौन था –
Junior Instructor (Fitter) Exam 2024A) पृथ्वीराज
B) गोविन्दराज
C) हम्मीर
D) उदयसिंह
उत्तर: गोविन्दराज
व्याख्या: तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय के बाद उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान वंश की स्थापना की।
प्रश्न 22: रणथंभौर के चौहान वंश का संस्थापक कौन था –
CET 2024 (12th Level) 24 October Shift-IIA) विग्रह राज
B) दुर्लभ राज
C) विजय राज
D) गोविन्द राज
उत्तर: गोविन्द राज
व्याख्या: तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की हार के बाद उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान शासन की स्थापना की। रणथंभौर का सबसे प्रतापी और अंतिम शासक हम्मीर देव चौहान था, जिसने दिग्विजय की नीति अपनाते हुए अपने राज्य का विस्तार किया।
प्रश्न 23: रणथम्भौर के चौहान वंश के संस्थापक कौन थे – निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-IA) गोविंद राज
B) हम्मीर
C) पृथ्वीराज- III
D) वीर नारायण
उत्तर: गोविंद राज
व्याख्या: गोविंद राज रणथंभौर के चौहान वंश के संस्थापक थे, जिन्होंने रणथंभौर दुर्ग में चौहान शासन की नींव रखी। हम्मीर उनके वंशज थे, जो बाद में इस वंश के सबसे प्रसिद्ध शासक बने।
प्रश्न 24: कान्हड़देव का मुख्यमन्त्री कौन था –
SCHOOL LECTURER (SANSKRIT EDU. DEPTT.) COMP. EXAM-2024A) देवड़ा सुरतणा
B) जैता देवड़ा
C) विक्रम देव
D) पद्मनाभ
उत्तर: जैता देवड़ा
व्याख्या: जैता देवड़ा कान्हड़देव के प्रमुख मंत्री थे, जिन्होंने शासन प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य के कार्यों में उनका योगदान रहा।
प्रश्न 25: किस वर्ष में पृथ्वी राज III ने महोबा के शासक चन्देल को हराया था?
CET 2024 (Graduate) 27 September 2024 Shift-1A) 1191 ई.
B) 1192 ई.
C) 1181 ई.
D) 1182 ई.
उत्तर: 1182 ई.
व्याख्या: महोबा (तुमुल) का युद्ध 1182 ई. में हुआ था, जिसमें पृथ्वीराज चौहान ने महोबा के चंदेल वंश के शासक परमालदेव (परमार्दीदेव) पर आक्रमण किया। इस युद्ध में परमार्दीदेव के दो प्रमुख सेनानायक आल्हा और उदल वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 26: अजयमेरु (अजमेर) शहर की नींव किसने रखी?
Hostel Supt(Minority Affairs) 2024A) अजयराज
B) अमोराज
C) हम्मीर
D) विग्रहराज IV
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: अजमेर शहर की स्थापना अजयराज चौहान ने की थी। यह राजस्थान का एक प्रमुख ऐतिहासिक शहर है जिसकी स्थापना 1113 ई. में हुई थी।
प्रश्न 27: अजमेर शहर की स्थापना किसने की –
Stenographer Exam 2024 (Paper – I)A) पृथ्वीराज III
B) अरनोराज
C) अजयराज
D) विग्रहराज
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र अजयराज ने अपने साम्राज्य को सुरक्षित रखने के लिए 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) शहर बसाकर उसे अपनी राजधानी बनाया। उसने अजमेर में एक दुर्ग का निर्माण भी करवाया जिसे गढ़बीठली कहा जाता है। इस दुर्ग को ‘पूर्व का जिब्राल्टर’ भी कहा जाता है।
प्रश्न 28: चांद बरदाई किस शासक का राज कवि था –
Stenographer Exam 2024 (Paper – I)A) महाराणा कुम्भा
B) जैत्र सिंह
C) पृथ्वीराज III
D) महाराणा लाखा
उत्तर: पृथ्वीराज III
व्याख्या: चंदबरदाई पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि थे, जिन्होंने प्रसिद्ध ‘पृथ्वीराज रासो’ की रचना की। रासो के बाद के भाग को चंदबरदाई के पुत्र जल्हण ने पूरा किया। पृथ्वीराज रासो की भाषा पिंगल है।
प्रश्न 29: मुहम्मद शाह के नेतृत्व में मंगोल विद्रोहियों ने किसके पास शरण ली –
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) – 2024 (Rajasthan Gk)A) रतन सिंह
B) कान्हड़ देव
C) सीतल देव
D) हम्मीर
उत्तर: हम्मीर
व्याख्या: मुहम्मद शाह के नेतृत्व वाले मंगोल विद्रोहियों ने रणथंभौर के शासक हम्मीर के पास शरण ली। हम्मीर अपनी शक्ति और साहस के लिए प्रसिद्ध थे, और मंगोल विद्रोहियों को दी गई उनकी शरण ने अंततः दिल्ली सल्तनत के साथ संघर्ष को जन्म दिया।
प्रश्न 30: जालौर के विरुद्ध अलाउद्दीन के अभियान के सम्बन्ध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए एवं सही विकल्प, चुनिएं – A. अलाउद्दीन खलजी ने मलिकं कमाल-उद्-दीन गुर्ग के नेतृत्व में एक शक्तिशाली सेना भेजी। B. जालौर के दहिया सेजवल बिक्रम को स्वर्ण का लालच देकर सुल्तांन की सेना को गुप्त मार्ग से जालौर दुर्ग में प्रवेश करवाया।
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) – 2024 (Rajasthan Gk)A) A और B दोनों सत्य हैं
B) केवल B सत्य है
C) केवल A सत्य है
D) A और B दोनों असत्य हैं
उत्तर: A और B दोनों सत्य हैं
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी ने जालौर किले के खिलाफ एक सैन्य अभियान चलाया। उसने मलिक कमालुद्दीन गुर्ग के नेतृत्व में एक शक्तिशाली सेना भेजी। किले पर कब्जा करने के लिए, उसने दहिया सेजवल बिक्रम की मदद ली, जिसे सोने का लालच देकर एक गुप्त रास्ते से सुल्तान की सेना को जालौर किले में प्रवेश करवाया गया।
प्रश्न 31: रणथंभौर के चौहान राजंवश (1194 AD) के संस्थापक कौन थे –
Hostel Superintendent Grade-II(SJED)-2024A) गोविन्दराज
B) पृथ्वीराज
C) जयचंद
D) अनंगपाल
उत्तर: गोविन्दराज
व्याख्या: रणथंभौर के चौहान राजवंश, जिन्हें रणस्तम्भपुर के चाहमान भी कहा जाता है, की स्थापना गोविन्दराज ने की थी।
प्रश्न 32: निम्नलिखित युग्मों में कौनसा गलत है –
A) आमेर राज्य की स्थापना-967
B) जैसलमेर की स्थापना-1156
C) अजमेर की स्थापना-1163
D) उदयपुर की स्थापना-1559
उत्तर: अजमेर की स्थापना-1163
व्याख्या: पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र अजयराज ने अपने साम्राज्य की सुरक्षा के लिए 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) शहर बसाकर उसे अपनी राजधानी बनाया। इसलिए अजमेर की स्थापना 1163 ई. में होने का कथन गलत है।
प्रश्न 33: चैहान वंश का संस्थापक था –
A) गुहिल
B) रावसीवा
C) वासुदेव
D) पृथ्वीराज चैहान
उत्तर: वासुदेव
व्याख्या: सपादलक्ष क्षेत्र के चौहानों का आदि पुरुष वासुदेव था, जिसका समय लगभग 551 ई. माना जाता है।
प्रश्न 34: रणथम्भौर के चैहान वंश का संस्थापक था –
A) कल्हण
B) गोविंद प्रथम
C) पृथ्वीराज द्वितीय
D) वासुदेव
उत्तर: गोविंद प्रथम
व्याख्या: तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय के बाद उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान वंश की स्थापना की।
प्रश्न 35: हरिकेलि नाटक के रचयिता थे –
A) अरूणोराज
B) विग्रहराज
C) सोमदत्त
D) पृथ्वीराज
उत्तर: विग्रहराज
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ ने ‘हरकेलि’ नाटक की रचना की, जबकि उनके दरबारी विद्वान सोमदेव ने ‘ललित वि�ग्रहराज’ नामक नाटक लिखा। ललित विग्रहराज नाटक में बीसलदेव और देसलदेवी के प्रेम प्रसंगों का वर्णन है। हरिकेली नाटक के अंशों को ‘अढ़ाई दिन के झोंपड़े’ और राजाराममोहन राय की समाधि (ब्रिस्टल, इंग्लैंड) पर उत्कीर्ण करवाया गया।
प्रश्न 36: चौहान वंश का संस्थापक शासक है –
A) अजयराज
B) अर्णोराज
C) वासुदेव
D) पृथ्वीराज प्रथम
उत्तर: वासुदेव
व्याख्या: सपादलक्ष क्षेत्र के चौहानों का आदि पुरुष वासुदेव था, जिसका समय लगभग 551 ई. माना जाता है। बिजौलिया प्रशस्ति में वासुदेव को सांभर झील का निर्माता बताया गया है।
प्रश्न 37: ‘कवि बान्धव’ की उपाधि किस चौहान शासक को प्राप्त थी –
Reet 2015 level-2 SSTA) विग्रहराज चतुर्थ
B) पृथ्वीराज तृतिय
C) पृथ्वीराज द्वितीय
D) अजयराज
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विद्वानों के संरक्षक होने के कारण जयानक भट्ट ने विग्रहराज चतुर्थ को ‘कवि बान्धव’ (कवियों के मित्र) की उपाधि प्रदान की।
प्रश्न 38: हम्मीर ने अल्लाउद्दीन खिलजी के किस विद्रोही सेनापति को रणथम्भौर दुर्ग में शरण दी थी –
A) अमीर अली
B) मीर अलाबन्दे खां
C) मीर मुहम्मद शाह
D) उलुगखां
उत्तर: मीर मुहम्मद शाह
व्याख्या: राणा हम्मीर देव ने अलाउद्दीन खिलजी के विद्रोही सेनापति मुहम्मदशाह को शरण दे दी, जिसके कारण दिल्ली के सुल्तान ने रणथंभौर पर आक्रमण किया। 1301 ई. के अंतिम युद्ध में हम्मीर चौहान की पराजय हुई और किले में उनकी पत्नी रंगदेवी ने जौहर किया, जबकि सभी राजपूत योद्धा शहीद हो गए। 11 जुलाई, 1301 को किले पर अलाउद्दीन खिलजी का अधिकार हो गया।
प्रश्न 39: पृथ्वीराज तृतीय और मोहम्मद गौरी के मध्य कितने युद्ध लड़े गये –
उत्तर: दो
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान के शासनकाल के दौरान, भारत के उत्तर-पश्चिम में गौर प्रदेश पर शहाबुद्दीन मुहम्मद गौरी का शासन था। पृथ्वीराज तृतीय और मुहम्मद गौरी के बीच दो युद्ध (तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ई. और तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ई.) लड़े गए। दूसरे युद्ध में 1192 ई. में मुहम्मद गौरी की विजय हुई।
प्रश्न 40: निम्न में से किस शासक के राजकाल के दौरान दिल्ली शिवालिक स्तंभ अभिलेख उत्कीर्ण कराया गया था –
A) विग्रहराज चतुर्थ
B) अर्णोराज
C) अजयराज
D) पृथ्वीराज द्वितीय
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: दिल्ली के शिवालिक अभिलेख से पता चलता है कि विग्रहराज चतुर्थ ने म्लेच्छों (विदेशी आक्रमणकारियों) को बार-बार पराजित किया और आर्यावर्त देश को वास्तव में आर्यों के निवास के योग्य बना दिया।
प्रश्न 41: पृथ्वीराज तृतीय का समकालीन चन्देल शासक था –
A) परमार्दी देव
B) जयवर्मा
C) कीर्तिवर्मा
D) यशोवर्मा
उत्तर: परमार्दी देव
व्याख्या: महोबा (तुमुल) का युद्ध 1182 ई. में हुआ था, जिसमें पृथ्वीराज चौहान ने महोबा के चंदेल वंश के शासक परमालदेव (परमार्दीदेव) पर आक्रमण किया। इस युद्ध में परमार्दीदेव के दो प्रमुख सेनानायक आल्हा और उदल वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 42: अलाउद्दीन खिलजी की विजयों को कालक्रम के अनुसार व्यवस्थित कीजिये – 1. रणथम्भौर, 2. जालौर, 3. चितौड़, 4. सिवाना
A) 1342
B) 1234
C) 1243
D) 4321
उत्तर: 1342
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी की विजयों का सही कालक्रम इस प्रकार है: रणथंभौर (1301 ई.) > चितौड़ (1303 ई.) > सिवाना (1308 ई.) > जालौर (1311 ई.)
प्रश्न 43: उलाउद्दीन के आक्रमण के समय रणथम्भौर का शासक कौन था –
A) हम्मीर
B) रतनसिंह
C) अजयराज
D) गोविंद राज
उत्तर: हम्मीर
व्याख्या: राणा हम्मीर देव ने अलाउद्दीन खिलजी के विद्रोही सेनापति मुहम्मदशाह को शरण दे दी, जिसके कारण दिल्ली के सुल्तान ने रणथंभौर पर आक्रमण किया। 1301 ई. के अंतिम युद्ध में हम्मीर चौहान की पराजय हुई और किले में उनकी पत्नी रंगदेवी ने जौहर किया।
प्रश्न 44: फरिश्ता के अनुसार अलाउद्दीन खिलजी का जालौर पर द्वितीय आक्रमण किस वर्ष में हुआ –
A) 1307
B) 1308
C) 1310
D) 1311
उत्तर: 1311
व्याख्या: 1311 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने जालौर दुर्ग पर आक्रमण किया और कई दिनों की घेराबंदी के बाद अंतिम युद्ध में अलाउद्दीन की विजय हुई। सभी राजपूत योद्धा शहीद हो गए। वीर कान्हड़देव सोनगरा और उनके पुत्र वीरमदेव युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 45: उस समय का संस्कृत महाविधालय, विख्यात ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया –
A) वग्रहराज चतुर्थ
B) अजराज
C) पृथ्वीराज प्रथम
D) अर्णोराज
उत्तर: वग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ ने अजमेर में एक संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना करवाई। बाद में मुहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस इमारत को ‘अढ़ाई दिन का झोंपड़ा’ में परिवर्तित कर दिया।
प्रश्न 46: चौहान राजा पृथ्वीराज तृतीय का जन्म हुआ –
A) अन्हिलपाटन
B) चम्पानेर
C) सांभर
D) परबतसर
उत्तर: अन्हिलपाटन
व्याख्या: चौहान वंश के अंतिम प्रतापी सम्राट पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म 1166 ई. (विक्रम संवत 1223) में सोमेश्वर की रानी कर्पूरीदेवी के गर्भ से अन्हिलपाटन (गुजरात) में हुआ। अपने पिता की अकाल मृत्यु के कारण मात्र 11 वर्ष की आयु में पृथ्वीराज तृतीय अजमेर की गद्दी के स्वामी बने।
प्रश्न 47: नाड़ौल की चौहान शाखा की स्थापना की –
A) कान्हड़देव ने
B) लक्ष्मण चौहान ने
C) वासुदेव चौहान ने
D) गोविंददेव ने
उत्तर: लक्ष्मण चौहान ने
व्याख्या: चौहानों की नाडोल शाखा का संस्थापक शाकम्भरी नरेश वाक्पति का पुत्र लक्ष्मण चौहान था, जिसने लगभग 960 ई. में चावड़ा राजपूतों के आधिपत्य से स्वयं को स्वतंत्र कर चौहान वंश का शासन स्थापित किया।
प्रश्न 48: चौहानों की देवड़ा शाखा का राज्य कहां था –
A) सांभर
B) सिरोही
C) नाड़ौल
D) जालौर
उत्तर: सिरोही
व्याख्या: देवड़ा (कभी-कभी देवड़ा, देवरा, देवरे लिखा जाता है) भारत में राजपूतों के सोनगरा चौहान वंश की एक शाखा का नाम है। इस शाखा के चौहानों का राजस्थान में सिरोही पर शासन था।
प्रश्न 49: रणथम्भौर के हम्मीर के विरूद्ध किस मुस्लिम सेनानायक ने खिलजी सेना का नेतृत्व किया –
A) खिज्र खां
B) नुसरत खां
C) उलगू खां
D) मीर मुहम्मद शाह
उत्तर: नुसरत खां
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी ने 1301 ई. में रणथंभौर पर हमला करने के लिए उलूघ खाँ और नुसरत खाँ को कमान सौंपी। घेराबंदी के दौरान नुसरत खाँ के मारे जाने के बाद अलाउद्दीन ने व्यक्तिगत रूप से घेराबंदी अभियानों की देखरेख की।
प्रश्न 50: रणथम्भौर की विजय के उपरान्त अलाउद्दीन खिलजी ने इस दुर्ग को किसके अधिकार में सौंपा था –
A) अमीर अली
B) उलुग खान
C) लियाकत खान
D) उमर अब्दुला
उत्तर: उलुग खान
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी ने रणथंभौर दुर्ग पर विजय के बाद उसे उलुग खाँ को सौंपा। अलाउद्दीन की इस विजय के बाद अमीर खुसरो ने कहा था “आज कुफ्र (धर्म विरोधी) का गढ़, इस्लाम का घर हो गया”।
प्रश्न 51: किस चौहान शासक ने अजमेर को सबसे पहले अपनी राजधानी बनाया –
A) पृथ्वीराज तृतीय
B) अजयराज
C) अर्णोराज
D) विग्रहराज
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: शासक अजयराज ने 1113 ईस्वी में अजयमेरु नामक नगर की स्थापना कर उसे अपनी राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित किया। इस नगर की सुरक्षा के लिए उन्होंने गढ़बीठली नामक एक दुर्ग का भी निर्माण करवाया था।
प्रश्न 52: 1191-92 में के तराइन के युद्ध में किस चौहान शासक को आक्रमणी शहाबुद्दीन गौरी से लड़ना पड़ा –
A) पृथ्वीराज प्रथम
B) पृथ्वीराज तृतीय
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) अर्णोराज
उत्तर: पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या: 1192 ईस्वी में हुए तराइन के द्वितीय युद्ध में चौहान शासक पृथ्वीराज तृतीय का सामना मुहम्मद गौरी की सेना से हुआ। इस ऐतिहासिक संघर्ष में गौरी की विजय ने भारत में स्थायी मुस्लिम शासन की नींव रखी और गौरी को भारत में मुस्लिम साम्राज्य का संस्थापक बना दिया।
प्रश्न 53: चौहानों की रणथम्भौर शाखा का प्रवर्तक था –
A) वासुदेव
B) गोविन्दराज
C) कीर्तिपाल
D) रणमल
उत्तर: गोविन्दराज
व्याख्या: तराइन के द्वितीय युद्ध में अपने पिता पृथ्वीराज की पराजय के पश्चात, गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान वंश की एक नई शाखा की स्थापना की, जिसने कई पीढ़ियों तक इस क्षेत्र पर शासन किया।
प्रश्न 54: जालौर को जीत करके अलाउद्दीन ने जालौर का नाम रखा –
A) खैराबाद
B) खिज्राबाद
C) जलालाबाद
D) सलेमाबाद
उत्तर: जलालाबाद
व्याख्या: 1311 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी ने जालौर दुर्ग पर विजय प्राप्त की। इस युद्ध में राजपूत शासक कान्हड़देव सोनगरा और उनके पुत्र वीरमदेव ने वीरगति प्राप्त की। विजय के उपरांत अलाउद्दीन ने जालौर का नाम बदलकर अपने नाम पर जलालाबाद रख दिया।
प्रश्न 55: गौरी के आक्रमण के समय चालुक्यों की सहायता देने के विरूद्ध पृथ्वीराज तृतीय को परामर्श देने वाला मंत्री –
A) कदम्बवास
B) वल्लभ
C) चंद्रबरदाई
D) कीर्तिपाल
उत्तर: कदम्बवास
व्याख्या: 1178 ईस्वी में जब मुहम्मद गौरी ने गुजरात पर आक्रमण किया, तो पृथ्वीराज के मंत्री कदम्बवास ने उन्हें चालुक्य शासक भीम की सहायता न करने की सलाह दी। इससे पहले भी गौरी द्वारा नाडोल पर हमला किए जाने पर पृथ्वीराज ने तटस्थता बनाए रखी थी।
प्रश्न 56: अंग्रेजों ने मांगलोर के युद्ध(1821) में कोटा महाराजा के विरूद्ध किसकी सहायता की थी –
A) बलवन्त सिंह
B) जालिम सिंह
C) रतनसिंह
D) शम्भू सिंह
उत्तर: जालिम सिंह
व्याख्या: 1821 ईस्वी में हुए मांगरोल के युद्ध में अंग्रेजों ने कोटा के सेनानायक जालिम सिंह झाला का समर्थन किया। इस संघर्ष में जालिम सिंह ने महाराव के विरुद्ध विद्रोह करते हुए अंग्रेज सहायता से विजय प्राप्त की, जबकि महाराव किशोर सिंह की पराजय हुई।
प्रश्न 57: ‘गुवक’ किस वंश का शासक था –
A) चाहमान
B) प्रतिहार
C) सोलंकी
D) कच्छवाह
उत्तर: चाहमान
व्याख्या: गुवक प्रथम चाहमान (चौहान) वंश का एक प्रमुख शासक था, जिसने हर्षनाथ मंदिर (भगवान शिव को समर्पित) के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो उसकी धार्मिक निष्ठा का प्रमाण है।
प्रश्न 58: ‘ललित-विग्रहराज’ का रचयिता सोमदेव किस चौहान शासक के दरबार में था –
A) पृथ्वीराज प्रथम
B) विग्रह राज चतुर्थ
C) अजयराज
D) अर्णोराज
उत्तर: विग्रह राज चतुर्थ
व्याख्या: विद्वान सोमदेव विग्रहराज चतुर्थ के दरबार में रहते थे और उन्होंने ‘ललित विग्रहराज’ नामक नाटक की रचना करके संस्कृत साहित्य को समृद्ध किया, जो उस काल की साहित्यिक उपलब्धियों का प्रतीक है।
प्रश्न 59: 1300 में रणथम्भौर आक्रमण के दौरान अलाउद्दीन खिलजी का कौनसा सेनानायक मारा गया था –
A) उल्लुघ खां
B) नुसरत खां
C) मीर कासीम
D) खिज्र खां
उत्तर: नुसरत खां
व्याख्या: 1301 ईस्वी में रणथंभौर के घेराव के दौरान, अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति नुसरत खाँ की मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद अलाउद्दीन ने स्वयं घेराबंदी की कमान संभाली और अंततः दुर्ग पर विजय प्राप्त की।
प्रश्न 60: पृथ्वीराज चौहान ने पराजित किया था –
A) चन्देल शासकों को
B) भण्डानकों को
C) चालुक्यवंशी शासकों को
D) उपर्युक्त सभी को
उत्तर: उपर्युक्त सभी को
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान ने अपने सैन्य अभियानों में भण्डानकों के विद्रोहों का दमन किया, महोबा के चंदेल शासक परमार्दिदेव को पराजित किया, और गुजरात के चालुक्यों के साथ लंबे संघर्ष के बाद एक अस्थायी संधि की, जिससे उनकी विस्तारवादी नीति का पता चलता है।
प्रश्न 61: निम्न में से कौन-सा शासक जालौर के चौहान वंश से संबंधित नहीं था –
A) वत्सराज
B) कीर्तिपाल
C) समर सिंह
D) उदय सिंह
उत्तर: वत्सराज
व्याख्या: वत्सराज जालौर के चौहान वंश से संबंधित नहीं था, बल्कि वह गुर्जर-प्रतिहार वंश का शासक था, जिसने उत्तरी भारत में एक विस्तृत साम्राज्य स्थापित किया था।
प्रश्न 62: दलपंगुल(विश्व विजेता) की उपाधि किसने धारण की –
A) विग्रहराज चतुर्थ
B) पृथ्वीराज तृतीय
C) अर्णोराज
D) अजयराज
उत्तर: पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या: पृथ्वीराज तृतीय ने अपनी असाधारण सैन्य सफलताओं और आसपास के राज्यों पर विजय प्राप्त करने के बाद ‘दलपंगुल’ (विश्व विजेता) की उपाधि धारण की, जो उनकी सैन्य शक्ति और राजनीतिक प्रभुत्व को दर्शाती थी।
प्रश्न 63: किसने लिख था कि ‘अर्णोराज ने अजमेर को तुर्को के रक्त से शुद्ध करने के लिए अजमेर में आनासागर झील का निर्माण करवाया था’ –
A) चन्दबरदाई
B) जयानक
C) सोमदेव
D) मेरूतुंग
उत्तर: जयानक
व्याख्या: कवि जयानक ने अपने ग्रंथ ‘पृथ्वीराज विजय’ में उल्लेख किया है कि अर्णोराज ने तुर्क आक्रमणकारियों के रक्त से अजमेर को शुद्ध करने के प्रतीकात्मक उद्देश्य से आनासागर झील का निर्माण करवाया था, जो उनकी विजय का स्मारक बनी।
प्रश्न 64: बीसलदेव रासो नामक ग्रन्थ लिखा –
A) नरपति नाल्ह
B) जयचंद
C) नयचन्द सूरी
D) मेरूतुंग
उत्तर: नरपति नाल्ह
व्याख्या: कवि नरपति नाल्ह ने ‘बीसलदेव रासो’ नामक ग्रंथ की रचना गौडवाड़ी भाषा में की, जिसमें बीसलदेव और राजमती के प्रेम प्रसंगों का काव्यात्मक वर्णन किया गया है, जो राजस्थानी साहित्य की एक महत्वपूर्ण कृति मानी जाती है।
प्रश्न 65: पाहोबा के शासक परमार्दिदेव के सेनानायक आल्हा-ऊदल को किसने पराजित किया –
A) अजयराज
B) पृथ्वीराज चौहान
C) अर्णोराज
D) विग्रहराज चतुर्थ
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान
व्याख्या: 1182 ईस्वी में हुए महोबा (तुमुल) के युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने चंदेल शासक परमार्दिदेव की सेना को पराजित किया। इस संघर्ष में परमार्दिदेव के प्रसिद्ध सेनानायक आल्हा और उदल युद्धभूमि में वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 66: किस शासक को आनाजी के नाम से जाना जाता है –
A) अजयराज
B) अर्णोराज
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) पृथ्वीराज चैहान
उत्तर: अर्णोराज
व्याख्या: अजयराज के उत्तराधिकारी अर्णोराज ने लगभग 1133 ईस्वी में अजमेर की गद्दी संभाली और महाराजाधिराज, परमेश्वर, परमभट्टारक जैसी भव्य उपाधियाँ धारण कीं, जो उनके शासन की महत्ता को दर्शाती हैं।
प्रश्न 67: किस वर्ष अजयराज ने अजयमेरू का निर्माण कराया –
A) 1111 ई.
B) 1113 ई.
C) 1115 ई.
D) 1116 ई.
उत्तर: 1113 ई.
व्याख्या: पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र अजयराज ने 1113 ईस्वी में अपने राज्य की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अजयमेरु (वर्तमान अजमेर) नगर की स्थापना की और इसे अपनी राजधानी बनाया। इस नगर में उन्होंने गढ़बीठली नामक एक सुरक्षा दुर्ग का भी निर्माण करवाया।
प्रश्न 68: जालौर के कान्हड़देव के किस पुत्र का प्रेम प्रसंग अलाउद्दीन की पुत्री फिरोजा के साथ था, जो जालोर युद्ध का कारण बना –
A) अजयदेव
B) वीरमदेव
C) अभयदेव
D) विलासदेव
उत्तर: वीरमदेव
व्याख्या: जालौर के शासक कान्हड़देव के पुत्र वीरमदेव और अलाउद्दीन खिलजी की पुत्री फीरोजा के बीच हुए प्रेम प्रसंग ने जालौर युद्ध को जन्म दिया, जो ऐतिहासिक संघर्ष का एक महत्वपूर्ण कारण बना।
प्रश्न 69: हम्मीर के कोटिजन(अश्वमेघ जैसा) का राजपुरोहित था –
A) विश्वरूप
B) सदाशिव
C) राजगुरू
D) हालगुरू
उत्तर: विश्वरूप
व्याख्या: रणथंभौर के शासक हम्मीर ने अपने 17 युद्धों में से 16 में विजय प्राप्त की। इन विजयों के उपलक्ष्य में उन्होंने पंडित विश्वरूप भट्ट के मार्गदर्शन में कोटियजन यज्ञ का आयोजन करवाया, जो अश्वमेध यज्ञ के समतुल्य एक महान धार्मिक अनुष्ठान था।
प्रश्न 70: जालौर की चौहान शाखा का संस्थापक था –
A) कीर्तिपाल
B) अजयपाल
C) गोविंदराज
D) बाणभट्ट
उत्तर: कीर्तिपाल
व्याख्या: जालौर में चौहान वंश की शाखा की स्थापना नाडोल शाखा के शासक कीर्तिपाल चौहान ने की, जिन्होंने स्थानीय परमार शासकों को पराजित करके इस क्षेत्र में अपना आधिपत्य स्थापित किया।
प्रश्न 71: किस राजस्थानी ग्रंथ में अलाउद्दीन खिलजी के जालौर पर आक्रमण का उल्लेख मिलता है –
A) मारवाड़ री ख्यात
B) हम्मीर रासो
C) कान्हड़दे – प्रबंध
D) मारवाड़ रा परगना री वि�गत
उत्तर: कान्हड़दे – प्रबंध
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी के जालौर दुर्ग पर आक्रमण का विस्तृत विवरण पद्मनाभ द्वारा रचित ‘कान्हड़दे प्रबन्ध’ और वीरमदेव सोनगरा की वात नामक ऐतिहासिक ग्रंथों में मिलता है, जो इस ऐतिहासिक घटना के प्रमुख स्रोत हैं।
प्रश्न 72: अजमेर में हमें रानी सोमलेखा के सिक्के मिलते हैं, यह किसकी पत्नी थी –
A) अजयराज चौहान
B) अर्णोराज चौहान
C) वासुदेव चौहान
D) विग्रहराज चतुर्थ
उत्तर: अजयराज चौहान
व्याख्या: अजयराज ने ‘श्री अजयदेव’ नाम से चाँदी के सिक्के जारी किए, जिनमें से कुछ पर उनकी पत्नी रानी सोमलेखा (सोमलवती) का नाम भी अंकित मिलता है, जो उस युग में रानी के महत्व और प्रभाव को दर्शाता है।
प्रश्न 73: पृथ्वीराज चौहान कितनी आयु में अजमेर के शासक बने –
A) 10 वर्ष
B) 11 वर्ष
C) 12 वर्ष
D) 13 वर्ष
उत्तर: 11 वर्ष
व्याख्या: मात्र 11 वर्ष की अल्पायु में पृथ्वीराज तृतीय अजमेर के सिंहासन पर आरूढ़ हुए। इस समय उनके प्रधानमंत्री कदम्बदास (कैमास) थे, जिन्होंने कम उम्र के शासक को राजकाज संभालने में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया।
प्रश्न 74: संयोगिता कहां की राजकुमारी थी –
A) कन्नौज के श्रीचंद की पुत्री
B) कन्नौज के जयचन्द की पुत्री
C) पाहोबा के रतनसिंह की पुत्री
D) पाहोबा के रामसिंह की पुत्री
उत्तर: कन्नौज के जयचन्द की पुत्री
व्याख्या: ऐतिहासिक ग्रंथ पृथ्वीराजरासो के अनुसार, संयोगिता कन्नौज के शासक जयचन्द्र गहड़वाल की पुत्री थीं, जिनका विवाह पृथ्वीराज चौहान से हुआ और यह प्रेम कथा राजस्थानी लोकसाहित्य का एक प्रमुख विषय बनी।
प्रश्न 75: किस युद्ध के बाद भारत में मुस्लिम शासन की स्थापना हुई –
A) तराइन का प्रथम युद्ध
B) पानीपत का प्रथम युद्ध
C) तराइन का द्वितीय युद्ध
D) जालौर का द्वितीय युद्ध
उत्तर: तराइन का द्वितीय युद्ध
व्याख्या: 1192 ईस्वी में हुए तराइन के द्वितीय युद्ध में मुहम्मद गौरी की पृथ्वीराज चौहान पर विजय ने भारत में स्थायी मुस्लिम शासन की नींव रखी, जिसके परिणामस्वरूप गौरी को भारत में मुस्लिम साम्राज्य का संस्थापक माना जाता है।
प्रश्न 76: अहिच्छत्रपुर निम्न में से किसकी राजधानी थी –
A) चौहानों की
B) परमारों की
C) मीणाओं की
D) कच्छवाहों की
उत्तर: चौहानों की
व्याख्या: प्रारंभिक चौहान शासकों ने अहिच्छत्रपुर (जिसे वर्तमान में नागौर के नाम से जाना जाता है) को अपनी राजधानी के रूप में स्थापित किया, जिसका उल्लेख हर्षनाथ की प्रशस्ति में मिलता है और यह चौहान साम्राज्य का प्रारंभिक केंद्र था।
प्रश्न 77: तराइन का द्वितीय युद्ध मुहम्मद गौरी व पृथ्वीराज चौहान के बीच कब हुआ –
A) 1191 ई. में
B) 1192 ई. में
C) 1193 ई. में
D) 1194 ई. में
उत्तर: 1192 ई. में
व्याख्या: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ईस्वी में मुहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच लड़ा गया, जिसमें गौरी की निर्णायक विजय हुई और इसने उत्तरी भारत के राजनीतिक परिदृश्य को स्थायी रूप से बदल दिया।
प्रश्न 78: राजस्थान का प्रथम चौहान राज्य था –
A) जालौर
B) रणथम्भौर
C) अजमेर
D) नाडौल
उत्तर: नाडौल
व्याख्या: राजस्थान में चौहान वंश का प्रथम स्वतंत्र राज्य नाडौल में स्थापित हुआ, जिसकी स्थापना शाकम्भरी नरेश वाक्पति राज के पुत्र लक्ष्मण चौहान ने लगभग 960 ईस्वी में चावडा राजपूतों से स्वतंत्र होकर की, जो शाकम्भरी के चौहानों के बाद का पहला स्वतंत्र चौहान राज्य था।
प्रश्न 79: ‘कटिबन्धु’ के नाम से निम्न से कौनसा राजा प्रसिद्ध था –
A) धारावर्ष
B) विग्रहराजा चतुर्थ
C) कुम्भा
D) सांगा
उत्तर: विग्रहराजा चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ, जो बीसलदेव के नाम से भी प्रसिद्ध था, को ‘कवि बान्धव’ या ‘कटिबन्धु’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। उनका शासनकाल सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्णयुग माना जाता है और वे साहित्य के महान संरक्षक थे।
प्रश्न 80: सोमदेव नामक कवि किस राजा के दरबारी कवि थे –
Raj Police Constable(6742)A) कुमारपाल
B) जगदेव
C) सीहा
D) विग्रहराज चतुर्थ
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विद्वान सोमदेव विग्रहराज चतुर्थ के दरबार में रहते थे और उन्होंने ‘ललित विग्रहराज’ नामक नाटक की रचना की। विग्रहराज स्वयं भी ‘हरकेलि’ नाटक के रचयिता थे, जो उनके साहित्यिक संरक्षण को दर्शाता है।
प्रश्न 81: कदम्बवास या केम्बवास किस राजा के समय उनके मुख्यमंत्री थे –
Raj Police Constable(6742)A) मालदेव
B) जयमल
C) कुमारपाल
D) पृथ्वीराज तृतीय
उत्तर: पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या: जब पृथ्वीराज तृतीय मात्र 11 वर्ष की आयु में अजमेर के सिंहासन पर बैठे, तो कदम्बदास (कैमास) उनके प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत थे, जिन्होंने कम उम्र के शासक को राजकाज में मार्गदर्शन प्रदान किया।
प्रश्न 82: अजमेर का संस्थापक कौन था-
RPSC LDC Exam 2011 Paper IA) वासुदेव
B) गुवुक
C) अजयराज
D) अर्णोराज
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र अजयराज ने 1113 ईस्वी में अजयमेरु (वर्तमान अजमेर) नगर की स्थापना कर इसे अपनी राजधानी बनाया। इस नगर की सुरक्षा के लिए उन्होंने गढ़बीठली नामक दुर्ग का निर्माण भी करवाया, जो उनकी दूरदर्शिता को दर्शाता है।
प्रश्न 83: अजमेर शहर का संस्थापक कौन था –
RSMSSB LDC (12-08-18) Paper-1A) अर्णोराज
B) अजयपाल
C) अजयराज
D) पृथ्वीराज प्रथम
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: अजमेर नगर के संस्थापक अजयराज थे, जिन्होंने 1113 ईस्वी में अजयमेरु की स्थापना कर इसे चौहान साम्राज्य की राजधानी के रूप में विकसित किया और इसकी सुरक्षा के लिए गढ़बीठली दुर्ग का निर्माण करवाया।
प्रश्न 84: यहां कुछ युद्धों की सूची दी गई है जो मध्यकालीन राजस्थान में लड़े गये थे -1. तराइन प्रथम युद्ध2. खानवा3 समेल4. भटवाड़ाउनका कालक्रम निम्नानुसार है –
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016A) 1, 3, 2, 4
B) 1, 2, 3, 4
C) 4, 3, 2, 1
D) 3, 2, 1, 4
उत्तर: 1, 2, 3, 4
व्याख्या: मध्यकालीन राजस्थान के प्रमुख युद्धों का सही कालक्रम इस प्रकार है: तराइन का प्रथम युद्ध (1191 ई.), खानवा का युद्ध (1527 ई.), गिरि-सुमेल का युद्ध (1544 ई.), और भटवाड़ा का युद्ध (1761 ई.)।
प्रश्न 85: निम्न में से किस शासक का संबंध वागड़ से नहीं था-
A) गोपीनाथ
B) सोभदास
C) गंगादास
D) कान्हड़देव
उत्तर: कान्हड़देव
व्याख्या: कान्हड़देव का संबंध वागड़ क्षेत्र से नहीं था, बल्कि वह जालौर के चौहान वंश के शासक थे, जिन्होंने अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण का सामना किया और वीरगति प्राप्त की।
प्रश्न 86: निम्न में से कौन से शासक ने अकबर से वैवाहिक संबंध स्थापित नहीं किये –
Lab Assistant Exam 2018A) आमेर के भारमल
B) जैसलमेर के रावल हरराय
C) रणथम्भौर के राव सुर्जन हाडा
D) बीकानेर के राव कल्याणमल
उत्तर: रणथम्भौर के राव सुर्जन हाडा
व्याख्या: मुगल सम्राट अकबर ने राजपूत शासकों के साथ राजनीतिक संबंध मजबूत करने के लिए आमेर, बीकानेर और जैसलमेर की रियासतों के साथ वैवाहिक गठजोड़ स्थापित किए, लेकिन रणथंभौर के राव सुर्जन हाड़ा से ऐसा कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ।
प्रश्न 87: जालौर के शासक एवं अलाउद्दीन खिलजी के मध्य संघर्ष की जानकारी निम्न में से किस ग्रन्थ से प्राप्त होती है –
RSMSSB LDC (19-08-18) Paper-1A) हमीर हठ
B) कान्हड़दे प्रबंध
C) दलपतविलास
D) पद्मावत
उत्तर: कान्हड़दे प्रबंध
व्याख्या: जालौर के शासक कान्हड़देव और अलाउद्दीन खिलजी के बीच हुए ऐतिहासिक संघर्ष का विस्तृत वर्णन कवि पद्मनाभ द्वारा रचित ‘कान्हड़दे प्रबन्ध’ नामक ग्रंथ में मिलता है, जो इस घटना का प्रमुख ऐतिहासिक स्रोत है।
प्रश्न 88: किस चाहमान(चौहान) शासक ने 12वीं शताब्दी ईस्वी में बीसलपुर की स्थापना की थी –
Raj Police Constable(8416)A) उदयसिंह द्वितीय
B) राणा सांगा
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) राणा हम्मीर सिंह
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: चौहान शासक विग्रहराज चतुर्थ (जो बीसलदेव के नाम से प्रसिद्ध थे) ने 1153-1164 ईस्वी के बीच बीसलपुर नगर की स्थापना की। अपने नाम के आधार पर इस स्थान का नाम बीसलपुर रखा गया, जो उनकी स्मृति में बसाया गया एक महत्वपूर्ण नगर था।
प्रश्न 89: कौन पृथ्वीराज चौहान तृतीय का दरबारी विद्वान नहीं था –
A) विद्यापति गौड़
B) वागीश्वर जर्नादन
C) विश्वरूप
D) सारंगधर
उत्तर: सारंगधर
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान तृतीय के दरबार में जयानक, विद्यापति गौड़, वागीश्वर, जनार्दन और विश्वरूप जैसे प्रतिष्ठित विद्वान और कवि उपस्थित थे, जिनकी रचनाओं ने उस युग को अमर बना दिया, लेकिन सारंगधर उनके दरबार से संबंधित नहीं थे।
प्रश्न 90: ‘ललित-विग्रराज’ का रचयिता सोमदेव किस चौहान शासक के दरबार में था –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)A) विग्रहराज चतुर्थ(बीसलदेव)
B) पृथ्वीराज प्रथम
C) सोमेश्वर
D) अर्णोराज
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ(बीसलदेव)
व्याख्या: कवि सोमदेव विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) के दरबार में निवास करते थे और उन्होंने ‘ललित विग्रहराज’ नामक नाटक की रचना की। विग्रहराज स्वयं भी साहित्यप्रेमी थे और उन्होंने ‘हरकेलि’ नाटक लिखकर साहित्य को बढ़ावा दिया।
प्रश्न 91: 1300 ई. में रणथम्भौर पर आक्रमण के दौरान अलाउद्दीन खिलजी का कौन सा सेनानायक मारा गया था –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)A) उलुघ खां
B) नुसरत खां
C) जफर खां
D) आईनुल मुल्क मुल्तानी
उत्तर: नुसरत खां
व्याख्या: 1301 ईस्वी में रणथंभौर दुर्ग पर आक्रमण के दौरान अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति नुसरत खाँ की मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद अलाउद्दीन ने स्वयं घेराबंदी की कमान संभाली और अंततः दुर्ग पर विजय प्राप्त की।
प्रश्न 92: अर्णोराज के बारे में निम्न कथनों पर विचार कीजिए -1. अपने राजकाल के प्रारंभ में उसने एक गजनवी आक्रमण को खदेड़ दिया।2. वह मालवा के नरवर्मन को पराजित करने में असफल रहा।3. उसने चालुक्य नरेश जयसिंह सिद्धराज की पुत्री से विवाह किया।4. वह अपने ही पुत्र के द्वारा मारा गया।अर्णोराज के बारे में उपर्युक्त में से कौन से कथन सत्य हैं -कूट –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)A) 1 एवं 4
B) 1 एवं 3
C) 1, 2 एवं 3
D) 1, 3 एवं 4
उत्तर: 1, 3 एवं 4
व्याख्या: अर्णोराज ने तुर्क आक्रमणकारियों को पराजित किया और मालवा के नरवर्मन को हराया। उन्होंने चालुक्य शासक जयसिंह सिद्धराज की पुत्री कांचन देवी से विवाह कर राजनीतिक संबंध स्थापित किए। दुर्भाग्यवश, उनके पुत्र जग्गदेव ने उनकी हत्या कर दी, जिसके कारण उन्हें चौहानों का पितृहन्ता भी कहा जाता है।
प्रश्न 93: रणथम्भौर पर विजय के उपरान्त अलाउद्दीन खिलजी ने इस दुर्ग को किसके अधिकार में सौंपा था –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)A) उलुग खान
B) नुसरत खान
C) अकात खान
D) उमर खान
उत्तर: उलुग खान
व्याख्या: रणथंभौर दुर्ग पर विजय प्राप्त करने के बाद अलाउद्दीन खिलजी ने इसकी कमान अपने विश्वसनीय सेनापति उलुग खाँ को सौंपी। इस विजय पर अमीर खुसरो ने टिप्पणी की कि “आज कुफ्र (धर्म विरोधी) का गढ़, इस्लाम का घर हो गया”।
प्रश्न 94: कोटा राज्य का संस्थापक निम्न में से कौन था –
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016A) राव मुकन्द सिंह
B) राव माधो सिंह
C) राव रतन
D) जालिम सिंह
उत्तर: राव माधो सिंह
व्याख्या: कोटा राज्य की स्थापना 1631 ईस्वी में मुगल सम्राट शाहजहाँ के शासनकाल में हुई, जब उन्होंने बूँदी नरेश राव रतनसिंह के पुत्र माधोसिंह को कोटा का स्वतंत्र राज्य प्रदान किया, जिससे कोटा बूँदी से अलग होकर एक स्वतंत्र हाड़ा चौहान रियासत बना।
प्रश्न 95: निम्न में से कौन सा शासक जालोर के चौहान वंश से संबंधित नहीं था –
Lect. College Edu. EXAM 2014(GK)A) वत्सराज
B) कीर्तिपाल
C) समर सिंह
D) उदय सिंह
उत्तर: वत्सराज
व्याख्या: वत्सराज जालौर के चौहान वंश से संबंधित नहीं था, बल्कि वह गुर्जर-प्रतिहार वंश का शासक था, जिसने कन्नौज में एक शक्तिशाली साम्राज्य स्थापित किया और उत्तरी भारत की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 96: जाला जालिम सिंह के बारे में कौनसा कथन सही नहीं है –
A) वह कोटा राज्य का शासक था।
B) वह कोटा का फौजदार एवं महान् कूटनीतिज्ञ एवं राजनेता था।
C) आपने पिण्डारियों के साथ मित्रतापूर्ण संबंध स्थापित किये।
D) कोटा राज्य का शासन पूर्णतः उनमें निहित था।
उत्तर: वह कोटा राज्य का शासक था।
व्याख्या: झाला जालिम सिंह कोटा राज्य के शासक नहीं, बल्कि एक प्रभावशाली फौजदार और प्रधानमंत्री थे। उन्हें कोटा राज्य का दुर्गादास राठौड़ कहा जाता है। मराठों, अंग्रेजों और पिंडारियों के साथ अच्छे संबंधों के कारण उन्होंने कोटा को बाहरी आक्रमणों से सुरक्षित रखा।
प्रश्न 97: चौहान शासक, जो ‘कवि बान्धव’ के रूप में जाना जाता था –
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.)A) अर्णोराज
B) अजयराज
C) विग्रहराज 4
D) पृथ्वीराज 2
उत्तर: विग्रहराज 4
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ, जो बीसलदेव के नाम से भी प्रसिद्ध थे, को ‘कवि बान्धव’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। उनका शासनकाल सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्णयुग माना जाता है और वे साहित्य के महान संरक्षक थे, जिनके दरबार में कई प्रतिभाशाली विद्वान निवास करते थे।
प्रश्न 98: रणथम्भौर के शासक हम्मीर चौहान की किस वर्ष दिल्ली के सुल्तान जलालुद्दीन खिलजी की सेना के साथ प्रथम बार मुठभेड़ हुयी –
A) 1290 ई.
B) 1292 ई.
C) 1299 ई.
D) 1301 ई.
उत्तर: 1290 ई.
व्याख्या: 1290 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत के शासक जलालुद्दीन खिलजी ने रणथंभौर के शासक हम्मीर चौहान के क्षेत्र पर पहला आक्रमण किया, जिसने दोनों शक्तियों के बीच एक लंबे संघर्ष की शुरुआत की, जो अंततः अलाउद्दीन खिलजी के समय में हम्मीर की वीरगति पर समाप्त हुआ।
प्रश्न 99: ‘गूवक’ किस वंश का शासक था –
COMPILER Exam 2016A) चाहमान
B) कच्छवाहा
C) प्रतिहार
D) हाड़ा
उत्तर: चाहमान
व्याख्या: गुवक प्रथम चाहमान (चौहान) वंश का एक शासक था, जिसने हर्षनाथ मंदिर (भगवान शिव को समर्पित) के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो उसकी धार्मिक निष्ठा और स्थापत्य कला के प्रति रुचि का प्रमाण है।
प्रश्न 100: रणथम्भौर के चौहान शासकों की जानकारी किस ग्रन्थ से प्राप्त होती है –
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 3A) हम्मीर महाकाव्य
B) राजरत्नाकर
C) पृथ्वीराज विजय
D) आसिर-उल-उमरा
उत्तर: हम्मीर महाकाव्य
व्याख्या: रणथंभौर के चौहान शासकों, विशेषकर हम्मीर चौहान के जीवन और उनकी सैन्य उपलब्धियों का विस्तृत विवरण नयनचन्द्र सूरी द्वारा रचित ‘हम्मीर महाकाव्य’ नामक ग्रंथ में मिलता है, जो इस वंश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
प्रश्न 101: जालौर में अलाउद्दीन का समकालीन शासक कौन था –
A) वीसल देव
B) शीतल देव
C) कान्हड़ देव
D) महलक देव
उत्तर: कान्हड़ देव
व्याख्या: सन 1311 में अलाउद्दीन खिलजी ने जालौर किले पर हमला किया। लंबी घेराबंदी के बाद आखिरी लड़ाई में अलाउद्दीन की जीत हुई और सारे राजपूत योद्धा शहीद हो गए। राजा कान्हड़देव सोनगरा और उनके बेटे वीरमदेव लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 102: रणथम्भौर के शासक हम्मीर देव द्वारा किस मंगोल नेता को शरण देने पर अलाउद्दीन ने रणथम्भौर पर आक्रमण किया –
A) मोहम्मद खान
B) तैमूर खाँ
C) मुहम्मद शाह
D) खेब्रू
उत्तर: मुहम्मद शाह
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी के रणथम्भौर पर हमले का मुख्य कारण यह था कि हम्मीर देव ने दिल्ली सल्तनत के विद्रोही सैनिक मुहम्मद शाह और केहब्रु को अपने यहाँ शरण दे रखी थी।
प्रश्न 103: सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती किसके शासनकाल में राजस्थान आये थे –
A) महाराणा प्रताप सिंह
B) राणा सांगा
C) राणा कुम्भा
D) पृथ्वीराज चौहान
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान
व्याख्या: सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने पृथ्वीराज चौहान के राज में ही राजस्थान की धरती पर कदम रखा।
प्रश्न 104: निम्न चौहान शासकों को उनके काल के बढ़ते हुए ऑर्डर में जमाये। और सही कूट का चयन करें- 1-विग्रराज IV, 2-सोमेशर, 3-पृथ्वीराज II, 4-पृथ्वीराज III
A) 1,2,3,4
B) 3,4,1,2
C) 3,2,1,4
D) 1,3,2,4
उत्तर: 1,3,2,4
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ (1158-1163 ई.) के बाद सिंहासन पर पृथ्वीराज द्वितीय आया जिसने 1169 ई. तक राज किया। पृथ्वीराज द्वितीय की कोई संतान नहीं थी, इसलिए उसके चाचा सोमेश्वर ने अजमेर की गद्दी संभाली। चौहान वंश के आखिरी महान शासक पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म 1166 ई. में सोमेश्वर की रानी कर्पूरीदेवी के गर्भ से गुजरात के अन्हिलपाटन में हुआ था।
प्रश्न 105: अजमेर का चौहान राजा जिसने अजमेर में संस्कृत महाविद्यालय स्थापित किया –
College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018(G.K.)A) अजय राज
B) अर्णो राज
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) पृथ्वीराज
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ ने अजमेर में एक संस्कृत कॉलेज की स्थापना करवाई। बाद में मुहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस इमारत को ‘अढ़ाई दिन के झोपड़े’ में बदल दिया, जैसा कि वहाँ की सीढ़ियों पर मिले पत्थर के शिलालेखों से पता चलता है।
प्रश्न 106: अजमेर नगर की स्थापना के पहले अजमेर के चौहानों की राजधानी कौन-सी थी –
Junior Instructor(Eco. Investigator)A) सांभर
B) नाड़ोल
C) जालोर
D) रणथम्भोर
उत्तर: सांभर
व्याख्या: चौहानों की मूल राजधानी सांभर (जहाँ शाकम्भरी देवी का मंदिर है) और उसके आसपास का इलाका था, जिसे सपादलक्ष (यानी सवा लाख गाँवों का समूह) कहा जाता था। शुरुआती चौहान राजाओं की राजधानी अहिच्छत्रपुर (आज का नागौर) थी।
प्रश्न 107: किस चौहान शासक ने 1192 ई. में तराइन का दूसरा युद्ध लड़ा था –
Junior Instructor(welder)A) अजयपाल चौहान
B) पृथ्वीराज चौहान III
C) अर्णोराज चौहान
D) विग्रहराज चौहान IV
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान III
व्याख्या: सन 1192 में हुए तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज चौहान तृतीय और मुहम्मद गौरी की सेनाएं आमने-सामने हुईं, जिसमें गौरी की विजय हुई।
प्रश्न 108: किस कोटा नरेश ने कोटा और शेरगढ़ का नाम क्रमशः ‘नन्दग्राम’ एवं ‘बरसाना’ रख दिया था –
A) महाराव उम्मेद सिंह
B) महाराव भीमसिंह
C) महाराव राजेन्द्र सिंह
D) महाराव सुर्जन सिंह
उत्तर: महाराव भीमसिंह
व्याख्या: कोटा के महाराव भीमसिंह प्रथम (1707-1720) भगवान कृष्ण के इतने बड़े भक्त थे कि उन्होंने अपना नाम ही कृष्णदास रख लिया और कोटा शहर को भगवान कृष्ण को समर्पित करते हुए इसका नाम नंदग्राम रख दिया। उन्होंने बारां के शेरगढ़ का नाम भी बरसाना कर दिया और सांवलियाजी के मंदिर का निर्माण करवाया।
प्रश्न 109: ‘विजयादित्य’ नामक कवि किस राजा के दरबार में रहता था –
A) राणा कुंभा
B) हम्मीर देव
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) सवाई मानसिंह
उत्तर: हम्मीर देव
व्याख्या: हम्मीर देव के दरबार में कवि विजयादित्य रहता था। हम्मीर ने अपने जीवन में 17 युद्ध लड़े, जिनमें से 16 में उसकी जीत हुई, लेकिन आखिरी लड़ाई में उसे अलाउद्दीन खिलजी से हार का सामना करना पड़ा।
प्रश्न 110: किस बूंदी नरेश ने अपने जीवन काल में ही अपनी स्वर्ण प्रतिमा बनवाकर उसका दाह संस्कार करवा दिया था –
A) राव उम्मेदसिंह
B) राव बरसिंह
C) राव बुद्धसिंह
D) राव भावसिंह
उत्तर: राव उम्मेदसिंह
व्याख्या: राव उम्मेदसिंह ने एक अनोखा काम किया – उन्होंने अपने जीवित रहते हुए ही अपनी सोने की मूर्ति बनवाई और उसका दाह संस्कार करवा दिया।
प्रश्न 111: किसके शासन काल में मुगल शासक फर्रूखसियर ने बूंदी का नाम बदलकर ‘फर्रूखाबाद’ कर दिया था –
A) उम्मेद सिंह
B) बुद्ध सिंह
C) दलेल सिंह
D) भाव सिंह
उत्तर: बुद्ध सिंह
व्याख्या: मुगल बादशाह फर्रूखशियार के समय बूंदी नरेश बुद्धसिंह ने जयपुर के खिलाफ सैन्य अभियान में भाग नहीं लिया, जिसके कारण बादशाह ने बूंदी का नाम बदलकर फर्रूखाबाद कर दिया और इसे कोटा नरेश को दे दिया। हालांकि कुछ समय बाद बुद्धसिंह को बूंदी की गद्दी वापस मिल गई।
प्रश्न 112: किस कोटा नरेश को मुगल सेना के कंधार अभियान व मध्य एशिया अभियान में वीरता दिखाने के कारण शाहजहां ने ‘बाद रफ्तार’ नामक घोड़ा पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया –
A) राव माधोसिंह
B) राव मुकुन्दसिंह
C) राव भीमसिंह
D) राव उम्मेदसिंह
उत्तर: राव माधोसिंह
व्याख्या: कोटा नरेश माधोसिंह ने मुगल सेवा में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने खानेजहाँ लोदी के विद्रोह को कुचल दिया और कंधार, कांगड़ा, बल्ख व बदख्शां के युद्धों में अपनी वीरता का परिचय दिया। शाहजहाँ ने उनकी बहादुरी से प्रसन्न होकर उन्हें ‘बाद रफ्तार’ नामक एक कीमती घोड़ा भेंट किया।
प्रश्न 113: किस चौहान शासक द्वारा ‘जवालिपुर’ को ‘ज्वालापुर’ परिवर्तित किया गया –
2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -A)A) अरणोराज
B) जग्गदेव
C) विग्रहराज-IV
D) देवदत्त
उत्तर: विग्रहराज-IV
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ (जिसे बीसलदेव भी कहा जाता है) ने लगभग 1158 ई. में अजमेर की गद्दी संभाली। उनके शासनकाल को सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्ण युग माना जाता है और उन्होंने जवालिपुर का नाम बदलकर ज्वालापुर किया।
प्रश्न 114: गुर्जर प्रतिहारों की राजधानी कौन सी थी –
2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -B)A) पी-लो-मो-लो(भीनमाल)
B) बूढ़ा पुष्कर(अजमेर)
C) मांडव्यपुर(जोधपुर)
D) जांगल(बीकानेर)
उत्तर: पी-लो-मो-लो(भीनमाल)
व्याख्या: चीनी यात्री ह्वेनसांग ने जब भीनमाल का दौरा किया तो उसने अपने यात्रा वृत्तांत में इस क्षेत्र को कू-चे-लो (गुर्जर) और इसकी राजधानी को पीलोमोलो (भीनमाल) बताया था।
प्रश्न 115: ‘हरकेलि’ संस्कृत नाटक के रचयिता कौन हैं –
2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -B)A) अजयराज चौहान
B) विग्रहराज प्रथम
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) पृथ्वीराज चौहान
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: संस्कृत नाटक ‘हरकेलि’ के लेखक विग्रहराज चतुर्थ थे, जो चहमान वंश के एक प्रमुख हिंदू शासक थे और उन्होंने 1153-1163 ई. तक उत्तर-पश्चिमी भारत पर राज किया।
प्रश्न 116: अजमेर के चौहानों को …….. के चौहानों के नाम से भी जाना जाता है –
A) जालोर
B) रणम्भौर
C) सपादलक्ष
D) नाडोल
उत्तर: सपादलक्ष
व्याख्या: अजमेर के चौहान शासकों को सपादलक्ष के चौहानों के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उनका मूल शासन क्षेत्र सांभर और उसके आसपास का इलाका था जिसे सपादलक्ष (सवा लाख गाँवों का समूह) कहते थे।
प्रश्न 117: पृथ्वीराज चौहान तृतीय के पिता कौन थे –
A) पृथ्वीराज द्वितीय
B) अर्णोराज
C) सोमेश्वर
D) अजयराज
उत्तर: सोमेश्वर
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान तृतीय के पिता सोमेश्वर थे। पृथ्वीराज का जन्म 1166 ई. में गुजरात के अन्हिलपाटन में उनकी माता कर्पूरीदेवी के गर्भ से हुआ था। पिता की अकाल मृत्यु के कारण मात्र 11 वर्ष की आयु में ही उन्हें अजमेर का शासक बनना पड़ा।
प्रश्न 118: किस चौहान शासक ने शाकम्भरी के स्थान पर अजमेर को राजधानी बनाया –
A) विग्रहराज तृतीय
B) गोविन्दराज तृतीय
C) अर्णोराज
D) अजयराज
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: अजयराज ने 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) नगर की स्थापना कर इसे अपनी नई राजधानी बनाया। उन्होंने यहाँ एक मजबूत किले का भी निर्माण करवाया जिसे गढ़बीठली के नाम से जाना जाता है और जिसे पूर्व का जिब्राल्टर कहा जाता है।
प्रश्न 119: अलाउद्दीन खिलजी की राजपूत राज्यों पर विजय के सही तिथिक्रम का चयन करें –
A) रणथम्भौर, चित्तौड़, जालौर, सिवाना
B) रणथम्भौर, जालौर, सिवाना, चित्तौड़
C) रणथम्भौर, चित्तौड़, सिवाना, जालौर
D) चित्तौड़, रणथम्भौर, जालौर, सिवाना
उत्तर: रणथम्भौर, चित्तौड़, सिवाना, जालौर
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी ने राजपूत राज्यों पर क्रमशः 1301 में रणथंभौर, 1303 में चित्तौड़, 1308 में सिवाना और 1310-11 में जालौर पर विजय प्राप्त की।
प्रश्न 120: किस शासक ने बूंदी में तारागढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया –
A) बैरीसाल
B) वरसिंह
C) सुभाण्ड देव
D) राव नरपाल
उत्तर: वरसिंह
व्याख्या: बूंदी में स्थित प्रसिद्ध तारागढ़ दुर्ग का निर्माण राजा वरसिंह ने करवाया था, जो हाड़ा चौहान वंश का एक महत्वपूर्ण शासक था।
प्रश्न 121: अलाउद्दीन खिलजी की निम्नांकित विजयों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिये – अ. रणथम्भौर ब. जालौर स. चित्तौड़ द. सिबाना
A) अ, स, द, ब
B) अ, ब, स, द
C) अ, ब, द, स
D) अ, स, ब, द
उत्तर: अ, स, द, ब
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी की विजयों का सही कालक्रम है: रणथंभौर (1301), चित्तौड़ (1303), सिवाना (1308) और जालौर (1310-11)।
प्रश्न 122: अंग्रेजों ने मांगरोल के युद्ध (1821 ई.) में कोटा महाराजा के विरूद्ध किसकी सहायता की थी –
A) बलवंत सिंह
B) बन्ने सिंह
C) जालिम सिंह
D) शम्भू सिंह
उत्तर: जालिम सिंह
व्याख्या: मांगरोल का युद्ध मुख्य रूप से कोटा के महाराव और उनके सेनापति जालिम सिंह झाला के बीच हुआ था, जिसमें अंग्रेजों ने जालिम सिंह का समर्थन किया था।
प्रश्न 123: कौनसा कूट सुमेलित नहीं है – रियासत – शासक
A) झालावाड़ – सुमेर सिंह
B) सिरोही – अभय सिंह
C) करौली – गणेश पाल
D) अलवर – तेज सिंह
उत्तर: झालावाड़ – सुमेर सिंह
व्याख्या: सुमेरसिंह जोधपुर के शासक थे, झालावाड़ के नहीं। झालावाड़ रियासत की स्थापना 1838 ई. में कोटा के दीवान झाला मदनसिंह (जालिम सिंह के पोते) के लिए की गई थी और यह अंग्रेजों द्वारा राजस्थान में बनाई गई आखिरी रियासत थी।
प्रश्न 124: चौहान राजवंश का प्रारंभिक केन्द्र था –
A) सपादलक्ष
B) नागदा
C) नागौर
D) रणथम्भौर
उत्तर: सपादलक्ष
व्याख्या: ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार चौहान वंश का आरंभिक केंद्र सपादलक्ष क्षेत्र था, जहाँ वासुदेव चहमान ने 551 ई. के आसपास चहमान राज्य की नींव रखी और अहिच्छत्रपुर (वर्तमान नागौर) को अपनी राजधानी बनाया।
प्रश्न 125: कान्हड़देव था –
A) नागौर का शासक
B) जालौर का शासक
C) एक कवि
D) चौहानों का एक सामन्त
उत्तर: जालौर का शासक
व्याख्या: कान्हड़देव जालौर के चौहान शासक थे जिन्होंने 1311 ई. में अलाउद्दीन खिलजी की सेना के खिलाफ वीरतापूर्वक लड़ाई लड़ी और अंततः अपने पुत्र वीरमदेव के साथ युद्धभूमि में शहीद हो गए।
प्रश्न 126: निम्न में से किस राजपूत शासक द्वारा ‘नेह तरंग’ रचित है –
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)A) राव बुद्धसिंह
B) महाराजा रायसिंह
C) महाराजा जसवंतसिंह
D) राजा सावंतसिंह
उत्तर: राव बुद्धसिंह
व्याख्या: साहित्यिक रचना ‘नेह तरंग’ के लेखक राव बुद्ध सिंह हैं, जो बूंदी के शासक थे और साहित्य के संरक्षक के रूप में जाने जाते थे।
प्रश्न 127: किस शासक को ‘अन्तिम हिन्दू सम्राट’ कहा जाता है –
A) पृथ्वीराज तृतीय
B) बीसलदेव चौहान
C) वासुदेव चौहान
D) अजयराज
उत्तर: पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान तृतीय को अक्सर ‘अंतिम हिंदू सम्राट’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि उनकी पराजय के बाद उत्तर भारत में मुस्लिम शासन की नींव पड़ी और हिंदू शासकों का वह स्वर्णिम युग समाप्त हो गया।
प्रश्न 128: पृथ्वीराज चौहान तृतीय का समकालीन चन्देल शासक था –
A) परमार्दी देव
B) जयवर्मा
C) कीर्तिवर्मा
D) यशोवर्मा
उत्तर: परमार्दी देव
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान तृतीय के समकालीन चंदेल शासक परमार्दी देव (परमाल) थे। 1182 ई. में पृथ्वीराज ने महोबा पर आक्रमण किया था, जिसमें परमाल के प्रसिद्ध सेनानायक आल्हा और उदल वीरगति को प्राप्त हुए थे।
प्रश्न 129: सूफी संत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती किसके शासनकाल में राजस्थान आये थे –
A) महाराणा प्रताप सिंह
B) राणा कुम्भा
C) सोमेश्वर चौहान
D) पृथ्वीराज चौहान
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान
व्याख्या: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने 1192 ई. में अजमेर में रहना और उपदेश देना शुरू किया, जो ठीक उसी समय था जब मुहम्मद गोरी ने तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराकर दिल्ली में अपना प्रभुत्व स्थापित किया था।
प्रश्न 130: हम्मीर रासो के अनुसार रणथम्भौर किले का प्रांरभिक नाम क्या था –
Librarian Grade III 2018A) रणस्तम्भपुर
B) रणदेवपुर
C) रणथनपुर
D) रणथम्बपुरा
उत्तर: रणस्तम्भपुर
व्याख्या: प्रसिद्ध ऐतिहासिक ग्रंथ ‘हम्मीर रासो’ के अनुसार रणथंभौर किले का मूल नाम रणस्तंभपुर था, जो समय के साथ बदलकर रणथंभौर हो गया।
प्रश्न 131: अलाउद्दीन खिलजी ने किस दुर्ग को विजित कर उसका नाम खैराबाद रखा –
A) चित्तौड़गढ़
B) रणथम्भौर
C) सिवाणा
D) लोहागढ़
उत्तर: सिवाणा
व्याख्या: जालौर जाने के मार्ग में पड़ने वाले सिवाना दुर्ग पर 1308 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने विजय प्राप्त की और इसका नाम बदलकर खैराबाद रख दिया, साथ ही कमालुद्दीन गुर्ग को यहाँ का किलेदार नियुक्त किया।
प्रश्न 132: किस चौहान शासक ने अजमेर को सबसे पहले अपनी राजधानी बनाया –
A) अजयराज
B) पृथ्वीराज तृतीय
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) आनाजी
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: अजयराज ने ही सबसे पहले 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) नगर की स्थापना कर इसे अपनी राजधानी बनाया और यहाँ एक मजबूत किले का निर्माण करवाया, जिसे गढ़बीठली कहा जाता है और जिसे पूर्व का जिब्राल्टर कहा जाता है।
प्रश्न 133: तराईन का युद्ध (1191 ई.) किसने जीता –
Reet 2017 level-2 SSTA) अर्णोराज चौहान
B) मुहम्मद गोरी
C) पृथ्वीराज चौहान
D) गोविन्दराज चौहान
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान
व्याख्या: 1191 ई. में हुए तराइन के पहले युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की विजय हुई। इस युद्ध में दिल्ली के गवर्नर गोविन्दराज ने मुहम्मद गौरी को घायल कर दिया था, जिसके बाद गौरी की सेना मैदान छोड़कर भाग गई।
प्रश्न 134: जालौर शासक कान्हड़देव और सुल्तान अलाउद्दीन के बीच प्रथम संघर्ष कब हुआ –
A) 1298
B) 1299
C) 1296
D) 1300
उत्तर: 1298
व्याख्या: कान्हड़देव और अलाउद्दीन के बीच पहला संघर्ष 1298 ई. में तब हुआ जब अलाउद्दीन की सेना गुजरात जा रही थी और कान्हड़देव ने उन्हें रास्ता देने से इनकार कर दिया। लौटती हुई सेना पर जैता और देवड़ा के नेतृत्व में कान्हड़देव के सैनिकों ने हमला किया और शिवलिंग के टुकड़े छीन लिए।
प्रश्न 135: अजमेर के किस चौहान शासक ने शासक बनने के लिये अपने पिता की हत्या की –
A) अर्णोराज
B) विग्रहराज चतुर्थ
C) पृथ्वीराज प्रथम
D) जग्गदेव
उत्तर: जग्गदेव
व्याख्या: अर्णोराज के पुत्र जग्गदेव ने सिंहासन प्राप्त करने के लिए अपने पिता की हत्या कर दी, जिस कारण उसे चौहान वंश का ‘पितृहन्ता’ (पिता का हत्यारा) कहा जाता है। बाद में जग्गदेव की स्वयं अपने भाई विग्रहराज चतुर्थ के हाथों हत्या कर दी गई।
प्रश्न 136: अलाउद्दीन खिलजी ने सिवाना के किले को जीतकर उसका नाम क्या रखा –
A) सुल्तानपुर
B) खैराबाद
C) फिरोजाबाद
D) खिज्राबाद
उत्तर: खैराबाद
व्याख्या: 1308 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने सिवाना दुर्ग पर विजय प्राप्त कर इसका नाम बदलकर खैराबाद रख दिया और कमालुद्दीन गुर्ग को यहाँ का दुर्ग रक्षक नियुक्त किया।
प्रश्न 137: अजमेर नगर का संस्थापक कौन था –
A) अर्णोराज
B) अजयराज
C) अजयपाल
D) सोमेश्वर
उत्तर: अजयराज
व्याख्या: अजमेर नगर के संस्थापक अजयराज थे, जिन्होंने 1113 ई. में अजयमेरु नगर की स्थापना की और इसे अपनी राजधानी बनाया, साथ ही यहाँ गढ़बीठली किले का निर्माण करवाया।
प्रश्न 138: निम्नांकित में से कौन-सा कथन शाकम्भरी के चौहानों के विषय में असत्य है –
Stenographer Comp. Exam – 2011 (Paper I)A) आरम्भ में वे प्रतिहारों के सामन्त थे।
B) गुवुक उनका प्रथम स्वतंत्र शासक माना जाता है।
C) अजमेर नगर का संस्थापक अजयसिंह था।
D) पृथ्वीराज तृतीय इस वंश के महानतम शासकों में से एक था।
उत्तर: गुवुक उनका प्रथम स्वतंत्र शासक माना जाता है।
व्याख्या: यह कथन गलत है कि गुवुक चौहानों का पहला स्वतंत्र शासक था। वास्तव में चौहान शासक सिंहराज ने ही “परमभट्टारक-महाराजाधिराज-परमेश्वर” की उपाधि धारण की थी, जो स्वतंत्र शासकों द्वारा ही प्रयोग की जाती थी, जबकि प्रारंभ में चौहान प्रतिहारों के सामंत थे।
प्रश्न 139: ‘कवि बान्धव’ की उपाधि किस चौहान शासक को प्राप्त थी –
Reet 2015 level-2 SSTA) विग्रहराज चतुर्थ
B) पृथ्वीराज चौहान तृतीय
C) अर्णोराज
D) अजयराज
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या: विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) को विद्वानों के संरक्षक होने के कारण जयानक भट्ट ने ‘कवि बान्धव’ (कवियों का मित्र) की उपाधि प्रदान की। उनके शासनकाल को सपादलक्ष का स्वर्ण युग माना जाता है।
प्रश्न 140: रणथंभौर में चौहान वंश के_______ संस्थापक थे –
A) हम्मीर
B) जैत्रा सिंह
C) ऋत्वी राज – III
D) गोविंद राज
उत्तर: गोविंद राज
व्याख्या: रणथंभौर में चौहान वंश की स्थापना पृथ्वीराज चौहान के पुत्र गोविंदराज ने की थी, जो तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज की पराजय के बाद वहाँ चले गए थे और उन्होंने नए सिरे से चौहान शासन की नींव रखी।
प्रश्न 141: चौहान राजवंश के निम्नलिखित शासकों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए: 1. पृथ्वीराज III 2. अजयराज 3. अर्णोराज 4. विग्रहराज IV
Rajasthan Patwar 2021 (24 Oct 2021) 1st shiftA) 2,3,1,4
B) 1,3,2,4
C) 1,4,2,3
D) 2,3,4,1
उत्तर: 2,3,4,1
व्याख्या: चौहान शासकों का सही कालक्रम है: अजयराज (1113-1133 ई.), अर्णोराज (1133-1155 ई.), विग्रहराज चतुर्थ (1158-1163 ई.), और पृथ्वीराज चौहान तृतीय (1177-1192 ई.)।
प्रश्न 142: अलाउद्दीन के राजस्थान पर आक्रमणों का सही कालानुक्रम है – 1. जालौर आक्रमण 2. चित्तौड़ आक्रमण 3. रणथम्भौर आक्रमण
Rajasthan Patwar 2021 (24 Oct 2021) 2nd shiftA) 3,2,1
B) 2,3,1
C) 1,2,3
D) 3,1,2
उत्तर: 3,2,1
व्याख्या: अलाउद्दीन खिलजी के राजस्थान पर आक्रमणों का सही क्रम है: रणथंभौर (1301), चित्तौड़ (1303), और जालौर (1311)।
प्रश्न 143: कान्हड़देव कहां का शासक था –
A) मेवाड़
B) रणथम्भौर
C) जालौर
D) सांभर
उत्तर: जालौर
व्याख्या: कान्हड़देव जालौर के चौहान शासक थे, जिन्होंने 1311 ई. में अलाउद्दीन खिलजी की सेना के खिलाफ वीरतापूर्वक लड़ाई लड़ी और अंततः अपने पुत्र वीरमदेव के साथ युद्धभूमि में शहीद हो गए।
प्रश्न 144: आनासागर झील का निर्माण किनके द्वारा कराया गया –
Raj Police Constable Exam (6 Nov 2020 S-1)A) आनाजी चौहान
B) पृथ्वी राज चौहान
C) शाहजहाँ
D) जहांगीर
उत्तर: आनाजी चौहान
व्याख्या: अर्णोराज (जिसे आनाजी चौहान भी कहा जाता है) ने तुर्क आक्रमणकारियों को पराजित किया और मालवा के नरवर्मन को हराया। उन्होंने ही अजमेर में प्रसिद्ध आनासागर झील का निर्माण करवाया।
प्रश्न 145: इनमें से किस वर्ष में तराइन का प्रथम युद्ध लड़ा गया था –
Raj Police Constable Exam (6 Nov 2020 S-2)A) 1001 में
B) 1191 में
C) 1192 में
D) 1206 में
उत्तर: 1191 में
व्याख्या: तराइन का पहला युद्ध 1191 ई. में लड़ा गया था, जिसमें पृथ्वीराज चौहान और मुहम्मद गौरी की सेनाएं आमने-सामने हुई थीं और पृथ्वीराज की विजय हुई थी।
प्रश्न 146: कोटा राज्य का संस्थापक शासक निम्न में से कौन था –
A) राव मुकन्द सिंह
B) राव माधो सिंह
C) राव रतन सिंह
D) जालिम सिंह
उत्तर: राव माधो सिंह
व्याख्या: कोटा राज्य के संस्थापक राव माधो सिंह थे, जिन्हें 1631 ई. में शाहजहाँ ने बूंदी से अलग कर कोटा का स्वतंत्र राज्य प्रदान किया था, जिसके बाद से कोटा एक स्वतंत्र रियासत के रूप में अस्तित्व में आया।
प्रश्न 147: सुल्तान मुहम्मद गोरी को वर्ष 1191 में किसने पराजित किया, लेकिन वर्ष 1192 में वह उससे हार गया –
Raj Police Constable Exam (7 Nov 2020 S-1)A) पृथ्वीराज तृतीय
B) राजराज प्रथम
C) राजेंद्र प्रथम
D) रामनराजा द्वितीय
उत्तर: पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान तृतीय ने 1191 ई. में तराइन के पहले युद्ध में मुहम्मद गोरी को हराया, लेकिन अगले ही साल 1192 ई. में तराइन के दूसरे युद्ध में उन्हें गोरी से पराजय का सामना करना पड़ा।
प्रश्न 148: पृथ्वीराज चौहान का दरबारी कवि कौन था –
A) बाणाभट्ट
B) रामानुज
C) चंद बरदाई
D) हरिहर
उत्तर: चंद बरदाई
व्याख्या: पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि चंदबरदाई थे, जिन्होंने प्रसिद्ध ‘पृथ्वीराज रासो’ की रचना की। इस महाकाव्य के बाद के भाग को चंदबरदाई के पुत्र जल्हण ने पूरा किया और यह रचना पिंगल भाषा में लिखी गई है।
प्रश्न 149: किस रणथंभौर शासक ने दिल्ली सल्तनत के जलालुद्दीन खिलजी को परास्त किया था, लेकिन अंततः 1301 में उन्हें अलाउद्दीन खिलजी से पराजित होना पड़ा –
Raj Police Constable Exam (8 Nov 2020 S-1)A) गुगा
B) हम्मीर देव चौहान
C) सपालदक्ष
D) राजा जयंत
उत्तर: हम्मीर देव चौहान
व्याख्या: हम्मीर देव चौहान ने दिल्ली सल्तनत के शासक जलालुद्दीन खिलजी को पराजित किया था, लेकिन 1301 ई. में अलाउद्दीन खिलजी से हुए युद्ध में उन्हें अंततः पराजय का सामना करना पड़ा।
प्रश्न 150: कदम्बवास या केम्बवास किस राजा के समय उनके मुख्यमंत्री थे –
Raj Police Constable(6742)A) मालदेव
B) जयमल
C) कुमारपाल
D) पृथ्वीराज तृतीय
उत्तर: पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या: कदम्बदास (कैमास) पृथ्वीराज चौहान तृतीय के समय में उनके प्रधानमंत्री थे। पृथ्वीराज को मात्र 11 वर्ष की आयु में ही अजमेर का शासक बनना पड़ा था, ऐसे में कदम्बदास ने उनके लिए एक सक्षम मंत्री की भूमिका निभाई।
प्रश्न 151: 1300 ईस्वी में रणथंभौर पर हमले के दौरान अलाउद्दीन खिलजी का कौन सा सैन्य कमांडर मारा गया था?
A) उलुघ खां
B) आईनुल मुल्क मुल्तानी
C) जफर खां
D) नुसरत खां
उत्तर: नुसरत खां
स्पष्टीकरण: सन 1301 में अलाउद्दीन खिलजी ने रणथंभौर किले पर कब्जा करने के लिए उलूघ खाँ और नुसरत खाँ को अपनी सेना का नेतृत्व सौंपा। घेराबंदी के दौरान नुसरत खाँ के मारे जाने के बाद अलाउद्दीन ने स्वयं घेराबंदी की कमान संभाली और किले पर विजय प्राप्त की।
प्रश्न 152: किस किले से राठौड़ वीर कल्ला रायमलोत की वीरता की कहानियाँ जुड़ी हुई हैं?
A) चित्तौड़गढ़ किला
B) सिवाणा किला
C) अचलगढ़ किला
D) आमेर किला
उत्तर: सिवाणा किला
स्पष्टीकरण: राठौड़ वीर कल्ला रायमलोत की वीरता की गाथाएँ सिवाणा किले से संबंधित हैं। उन्होंने इस किले की रक्षा करते हुए अदम्य साहस और बहादुरी का परिचय दिया था।
प्रश्न 153: निम्नलिखित में से किस शहर की स्थापना बारहवीं शताब्दी में राजा अजयपाल चौहान ने की थी?
A) उदयपुर
B) जयपुर
C) जोधपुर
D) अजमेर
उत्तर: अजमेर
स्पष्टीकरण: राजा अजयपाल चौहान ने 1113 ईस्वी में अजमेर शहर की स्थापना की और इसे अपनी राजधानी बनाया। उन्होंने यहाँ एक दुर्ग का भी निर्माण करवाया जिसे गढ़बीठली के नाम से जाना जाता है। इस दुर्ग को पूर्व का जिब्राल्टर भी कहा जाता है।
प्रश्न 154: इल्तुतमिश के राज्याभिषेक के समय राजस्थान का निम्नलिखित में से कौन सा प्रमुख शहरी केंद्र दिल्ली सल्तनत के अधीन था?
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)A) अजमेर
B) सांभर
C) मंदौर
D) बयाना
उत्तर: अजमेर
स्पष्टीकरण: इल्तुतमिश के सिंहासन पर बैठने के समय अजमेर राजस्थान का एकमात्र प्रमुख शहरी केंद्र था जो दिल्ली सल्तनत के प्रशासनिक नियंत्रण में था।
प्रश्न 155: बूंदी रियासत किन दो शासकों के काल में समृद्ध हुई?
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)A) अनिरुद्ध सिंह और उम्मेद सिंह
B) राव भाओ सिंह और राम सिंह
C) उम्मेद सिंह और बुद्ध सिंह
D) राव छतर साल और राव भाओ सिंह
उत्तर: राव छतर साल और राव भाओ सिंह
स्पष्टीकरण: बूंदी रियासत ने राव छतर साल और राव भाव सिंह के शासनकाल में उल्लेखनीय विकास और समृद्धि प्राप्त की। इन शासकों ने रियासत के विस्तार और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रश्न 156: राजस्थान के प्राचीन शहर शाकंभरी (वर्तमान सांभर) की स्थापना सातवीं शताब्दी में किस चौहान राजा ने की थी?
A) वासुदेव
B) सामंतदेव
C) सोमेश्वर
D) विग्रहराज
उत्तर: वासुदेव
स्पष्टीकरण: चौहान वंश के संस्थापक वासुदेव ने लगभग 551 ईस्वी में शाकंभरी (वर्तमान सांभर) की स्थापना की। यह क्षेत्र सपादलक्ष के नाम से प्रसिद्ध हुआ जिसका अर्थ सवा लाख गाँवों का समूह है। प्रारंभिक चौहान शासकों की राजधानी अहिच्छत्रपुर (वर्तमान नागौर) थी।
प्रश्न 157: रणथंभौर के किस चौहान शासक के सेनापति ने झाईं के पास जलालुद्दीन खिलजी को पराजित किया था?
Police Constable Exam (15 May 2022 Shift-2)A) हम्मीर
B) जैत सिंह
C) वीर नारायण
D) वाग्भट
उत्तर: हम्मीर
स्पष्टीकरण: रणथंभौर के शासक हम्मीर देव चौहान की सेना ने दिल्ली सल्तनत के शासक जलालुद्दीन खिलजी को झाईं के निकट पराजित किया था। हालाँकि बाद में 1301 में अलाउद्दीन खिलजी ने उन्हें पराजित कर दिया।
प्रश्न 158: पृथ्वीराज तृतीय का समकालीन चंदेल शासक कौन था?
A) परमार्दी देव
B) जयवर्मा
C) कीर्तिवर्मा
D) यशोवर्मा
उत्तर: परमार्दी देव
स्पष्टीकरण: 1182 ईस्वी में पृथ्वीराज चौहान ने महोबा के चंदेल शासक परमार्दी देव पर आक्रमण किया। इस तुमुल युद्ध में परमार्दी देव के दो प्रमुख सेनानायक आल्हा और उदल वीरगति को प्राप्त हुए। पृथ्वीराज ने विजय के बाद पज्जुन राय को महोबा का प्रशासक नियुक्त किया।
प्रश्न 159: चौहान राजवंश के निम्नलिखित शासकों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए – 1. पृथ्वीराज-3 2. अजयराज 3. अर्णोराज 4. विग्रहराज-4
A) 1,3,2,4
B) 1,4,2,3
C) 2,3,4,1
D) 2,3,1,4
उत्तर: 2,3,4,1
स्पष्टीकरण: चौहान शासकों का सही कालक्रम इस प्रकार है – अजयराज (1113-1133 ई.), अर्णोराज (1133-1155 ई.), विग्रहराज चतुर्थ (1158-1163 ई.), और पृथ्वीराज चौहान तृतीय (1177-1192 ई.)। यह क्रम चौहान वंश के विकास और शक्ति के चरमोत्कर्ष को दर्शाता है।
प्रश्न 160: रणथंभौर के हम्मीर के विरुद्ध किस मुस्लिम सेनापति ने खिलजी सेना का नेतृत्व किया था?
A) नुसरत खां
B) खिज्र खां
C) उलगू खां
D) कामरू
उत्तर: नुसरत खां
स्पष्टीकरण: अलाउद्दीन खिलजी ने 1301 में रणथंभौर पर आक्रमण के लिए उलूघ खाँ और नुसरत खाँ को सेना का नेतृत्व सौंपा। घेराबंदी के दौरान नुसरत खाँ की मृत्यु के बाद अलाउद्दीन ने स्वयं घेराबंदी की कमान संभाली और अंततः किले पर विजय प्राप्त की।
प्रश्न 161: रणथंभौर में चौहान वंश की स्थापना पृथ्वीराज चौहान के किस पुत्र ने की?
A) गोविन्दराज
B) वल्लनदेव
C) वीर नारायण
D) हम्मीर
उत्तर: गोविन्दराज
स्पष्टीकरण: तराइन के दूसरे युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय के बाद उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान वंश की स्थापना की। बाद में उनके उत्तराधिकारी वल्हण को दिल्ली के सुल्तान इल्तुतमिश ने पराजित कर किले पर अधिकार कर लिया।
प्रश्न 162: किस चौहान शासक को ‘कवि बान्धव’ के नाम से जाना जाता था?
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.)A) अर्णोराज
B) अजयराज
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) पृथ्वीराज द्वितीय
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
स्पष्टीकरण: विग्रहराज चतुर्थ, जिन्हें बीसलदेव के नाम से भी जाना जाता है, को ‘कवि बान्धव’ की उपाधि दी गई थी। उनका शासनकाल सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्ण युग माना जाता है और वे कला एवं साहित्य के महान संरक्षक थे।
प्रश्न 163: पृथ्वीराज चौहान तृतीय का समकालीन चंदेल शासक कौन था?
Lab Assistant Exam 2022 (Home Science)A) जयचन्द
B) महेन्द्र वर्मा
C) परमर्दि देव
D) यशोवर्मा
उत्तर: परमर्दि देव
स्पष्टीकरण: 1182 ईस्वी में पृथ्वीराज चौहान ने महोबा के चंदेल शासक परमार्दी देव पर आक्रमण किया। इस ऐतिहासिक तुमुल युद्ध में परमार्दी देव के वीर सेनानायक आल्हा और उदल युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए, जिनकी वीरता आज भी लोकगाथाओं में गाई जाती है।
प्रश्न 164: अजमेर नगर की स्थापना से पहले अजमेर के चौहानों की राजधानी कौन सी थी?
Lab Assistant Exam 2022 (Home Science)A) जालोर
B) साम्भर
C) सिरोही
D) रणथम्भोर
उत्तर: साम्भर
स्पष्टीकरण: अजमेर की स्थापना से पूर्व चौहान शासकों की मुख्य राजधानी सांभर (प्राचीन शाकंभरी) थी। यह क्षेत्र चौहानों की शक्ति का मूल केंद्र था और शाकंभरी देवी के मंदिर के कारण धार्मिक महत्व भी रखता था।
प्रश्न 165: फरिश्ता के अनुसार अलाउद्दीन खिलजी का जालौर पर दूसरा आक्रमण किस वर्ष हुआ?
A) 1306 ई.
B) 1308 ई.
C) 1310 ई.
D) 1311 ई.
उत्तर: 1311 ई.
स्पष्टीकरण: ऐतिहासिक ग्रंथों के अनुसार अलाउद्दीन खिलजी ने 1311 ईस्वी में जालौर दुर्ग पर निर्णायक आक्रमण किया। लंबी घेराबंदी के बाद हुए अंतिम युद्ध में वीर कान्हड़देव सोनगरा और उनके पुत्र वीरमदेव सहित अनेक राजपूत योद्धा वीरगति को प्राप्त हुए और दुर्ग पर खिलजी का अधिकार हो गया।
प्रश्न 166: कर्पूरी देवी किस राजपूत शासक की माता थीं?
JEN 2022: Civil Degree (GK)A) महाराणा प्रताप
B) राणा सांगा
C) पृथ्वीराज चौहान III
D) राणा हम्मीर
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान III
स्पष्टीकरण: चौहान वंश के अंतिम महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म 1166 ईस्वी में सोमेश्वर की रानी कर्पूरी देवी के गर्भ से गुजरात के अन्हिलपाटन में हुआ था। पिता की अकाल मृत्यु के कारण मात्र 11 वर्ष की आयु में ही उन्हें अजमेर की गद्दी संभालनी पड़ी।
प्रश्न 167: किस मुगल सम्राट ने कोटा के महाराव भीमसिंह को पुरस्कार स्वरूप शेरगढ़ का किला प्रदान किया था?
JEN 2022: Civil Diploma (GK)A) औरंगजेब
B) फर्रुखसियर
C) शाह आलम
D) शाहजहाँ
उत्तर: फर्रुखसियर
स्पष्टीकरण: अकबर के शासनकाल से लेकर 1713 ईस्वी तक शेरगढ़ किला मुगलों के नियंत्रण में रहा। मुगल सम्राट फर्रुखसियर ने इसे कोटा के महाराव भीम सिंह को विशेष पुरस्कार के रूप में प्रदान किया, जिससे कोटा रियासत का क्षेत्र विस्तार हुआ।
प्रश्न 168: चौहान वंश के संस्थापक सहसमल की राजधानी क्या थी?
JEN 2022: Electrical Diploma (GK)A) चन्द्रावती
B) अचलगढ़
C) सिरोही
D) शिवगंज
उत्तर: सिरोही
स्पष्टीकरण: 1425 ईस्वी में सहसमल ने सिरोही नगर की स्थापना की और इसे अपनी राजधानी बनाया। इसके साथ ही सिरोही रियासत के इतिहास का आरंभ हुआ जो आगे चलकर राजस्थान की एक महत्वपूर्ण रियासत बनी।
प्रश्न 169: अलाउद्दीन खिलजी की निम्नलिखित विजयों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए – 1. रणथम्भौर 2. जालौर 3. चित्तौड़ 4. सिवाना
A) 1, 3, 4, 2
B) 1, 2, 3, 4
C) 1, 2, 4, 3
D) 1, 3, 2, 4
उत्तर: 1, 3, 4, 2
स्पष्टीकरण: अलाउद्दीन खिलजी की राजपूताना विजयों का सही कालक्रम है – रणथंभौर विजय (11 जुलाई, 1301), चित्तौड़ विजय (1303 ईस्वी), सिवाना विजय (1308 ईस्वी), और जालौर दुर्ग विजय (1311 ईस्वी)। यह क्रम उसकी राजपूताना में बढ़ती सैन्य सफलता को दर्शाता है।
प्रश्न 170: पृथ्वीराज- III और मुहम्मद गौरी के बीच कितने युद्ध लड़े गए थे?
RSMSSB House Keeper 2022उत्तर: दो
स्पष्टीकरण: पृथ्वीराज चौहान और मुहम्मद गौरी के बीच तराईन के मैदान में दो निर्णायक युद्ध हुए। पहला युद्ध 1191 ईस्वी में हुआ जिसमें पृथ्वीराज की विजय हुई, जबकि दूसरा युद्ध 1192 ईस्वी में हुआ जिसमें गौरी की विजय हुई और इसके साथ ही उत्तरी भारत में तुर्की शासन की नींव पड़ी।
प्रश्न 171: रणथंभौर के किन शासकों ने सल्तनत के विरुद्ध प्रतिरोध किया?
Superintendent Gar. 2021 (GK)A) प्रहलाद एवं हम्मीर
B) वीरनारायण एवं हम्मीर
C) उदयसिंह एवं हम्मीर
D) वागभट्ट एवं हम्मीर
उत्तर: वागभट्ट एवं हम्मीर
स्पष्टीकरण: रणथंभौर के चौहान शासक वागभट्ट और हम्मीर देव चौहान ने दिल्ली सल्तनत के विरुद्ध दृढ़ प्रतिरोध किया। हम्मीर देव ने जलालुद्दीन खिलजी को पराजित किया था, हालाँकि बाद में 1301 में अलाउद्दीन खिलजी ने उन्हें पराजित कर दिया।
प्रश्न 172: अलाउद्दीन खिलजी ने किस दुर्ग को जीतकर उसका नाम खैराबाद रखा?
Junior Instructor (WC&S)2018A) सिवाणा दुर्ग
B) जोधपुर दुर्ग
C) रणथम्भोर दुर्ग
D) चित्तौड़ दुर्ग
उत्तर: सिवाणा दुर्ग
स्पष्टीकरण: जालौर के मार्ग में स्थित सिवाना दुर्ग को 1308 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी ने जीतकर इसका नाम बदलकर खैराबाद रख दिया। उसने कमालुद्दीन गुर्ग को यहाँ का दुर्ग रक्षक नियुक्त किया। इस युद्ध में वीर सातल और सोम वीर जैसे राजपूत योद्धा वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 173: राजा अजयपाल किसके संस्थापक थे?
JEN Agriculture 2022A) अलवर
B) अजमेर
C) भरतपुर
D) चित्तौड़
उत्तर: अजमेर
स्पष्टीकरण: पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र अजयराज ने 1113 ईस्वी में अजयमेरु (वर्तमान अजमेर) की स्थापना की और इसे अपनी नई राजधानी बनाया। उन्होंने यहाँ एक सुरक्षित दुर्ग का निर्माण भी करवाया जिसे गढ़बीठली के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 174: ‘हुंजा’ नामक घोड़ा किस राजा से संबंधित था?
JEN Agriculture 2022A) मेवाड़ राणा प्रताप
B) बूंदी के उम्मेद सिंह
C) आमेर के मानसिंह
D) मारवाड़ के मालदेव
उत्तर: बूंदी के उम्मेद सिंह
स्पष्टीकरण: बूंदी के महाराव राजा उम्मेद सिंह का ‘हुंजा’ नामक घोड़ा ऐतिहासिक महत्व रखता है। उन्होंने इस घोड़े पर सवार होकर अनेक युद्ध लड़े और विजय प्राप्त की। यह घोड़ा बूंदी की राजपूत वीरता का प्रतीक बन गया।
प्रश्न 175: जालौर के चौहान वंश का संस्थापक कौन था?
Forester Exam 2020 Shift 1A) कान्हड़देव
B) कीर्तिपाल
C) रतनसिंह
D) हमीरदेव
उत्तर: कीर्तिपाल
स्पष्टीकरण: जालौर में चौहान वंश की स्थापना नाडोल शाखा के कीर्तिपाल चौहान ने की थी। उन्होंने स्थानीय परमार शासकों को पराजित कर जालौर पर अपना अधिकार स्थापित किया। सुण्डा पर्वत अभिलेख में उन्हें ‘राजेश्वर’ की उपाधि से विभूषित किया गया है।
प्रश्न 176: निम्नलिखित चौहान शासकों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए – (1) पृथ्वीराज राय पिथौरा (2) पृथ्वीराज II (3) विग्रहराज IV (4) सोमेश्वर
Sr. Computer Instructor 2022 Paper 1A) 1, 2, 3, 4
B) 4, 3, 2, 1
C) 3, 2, 4, 1
D) 1, 4, 2, 3
उत्तर: 3, 2, 4, 1
स्पष्टीकरण: चौहान शासकों का सही ऐतिहासिक क्रम है – विग्रहराज चतुर्थ (1158-1163 ई.), पृथ्वीराज द्वितीय (1169 ई. तक), सोमेश्वर (1170 के दशक), और पृथ्वीराज तृतीय (1177-1192 ई.)। यह क्रम चौहान वंश के उत्कर्ष और पतन की कहानी कहता है।
प्रश्न 177: चौहानों का मूल स्थान किसे माना जाता है?
School Lecturer 2022 History (Group – C)A) अजमेर
B) दिल्ली
C) सपादलक्ष
D) अहिछत्रपुर
उत्तर: सपादलक्ष
स्पष्टीकरण: चौहानों का मूल स्थान सपादलक्ष क्षेत्र था जो सांभर (प्राचीन शाकंभरी) और उसके आसपास के क्षेत्रों में फैला हुआ था। सपादलक्ष का अर्थ है सवा लाख गाँवों का समूह। प्रारंभिक चौहान शासकों की राजधानी अहिच्छत्रपुर (वर्तमान नागौर) थी और वंश के संस्थापक वासुदेव का समय लगभग 551 ईस्वी माना जाता है।
प्रश्न 178: पृथ्वीराज III द्वारा चंदेल राज्य पर आक्रमण के समय वहाँ का शासक कौन था?
School Lecturer 2022 History (Group – C)A) परमार्दी
B) जिनपाल
C) आल्हा
D) भीमदेव
उत्तर: परमार्दी
स्पष्टीकरण: 1182 ईस्वी में पृथ्वीराज चौहान ने महोबा के चंदेल शासक परमार्दी देव पर आक्रमण किया। इस तुमुल युद्ध में परमार्दी देव के प्रसिद्ध सेनानायक आल्हा और उदल वीरगति को प्राप्त हुए। विजय के बाद पृथ्वीराज ने पज्जुन राय को महोबा का प्रशासक नियुक्त किया।
प्रश्न 179: निम्नलिखित में से (अलाउद्दीन खिलजी के समय शासक – स्थान) कौन सा युग्म सुमेलित नहीं है?
Forest Guard Exam 2022 Shift 3A) चित्तौड़गढ़ – रावल रतनसिंह
B) रणथम्भौर – हम्मीर देव चौहान
C) जोधपुर – वीरम देव
D) सिवाणा – शीतल देव
उत्तर: जोधपुर – वीरम देव
स्पष्टीकरण: यह युग्म सुमेलित नहीं है क्योंकि वीरमदेव जालौर के शासक कान्हड़देव सोनगरा के पुत्र थे, जोधपुर के नहीं। 1311 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी के जालौर आक्रमण के दौरान कान्हड़देव और उनके पुत्र वीरमदेव ने वीरतापूर्वक युद्ध करते हुए वीरगति प्राप्त की।
प्रश्न 180: दत्ताणी के युद्ध के समय सिरोही का शासक कौन था?
A) महाराव सुरताण
B) अमर सिंह राठौड़
C) महाराव विजयसिंह
D) राव करण सिंह
उत्तर: महाराव सुरताण
स्पष्टीकरण: दत्ताणी का ऐतिहासिक युद्ध 1583 ईस्वी में लड़ा गया था और उस समय सिरोही रियासत के शासक महाराव सुरताण थे। इस युद्ध ने सिरोही के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया।
प्रश्न 181: बूंदी रियासत के अंतिम आधिकारिक शासक कौन थे?
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2A) महाराव राजा रात सिंह
B) महाराव राजा रघुबीर सिंह
C) महाराव राजा ईश्वरी सिंह
D) महाराव राजा बहादुर सिंह
उत्तर: महाराव राजा बहादुर सिंह
स्पष्टीकरण: बूंदी रियासत के अंतिम शासक के रूप में महाराव राजा बहादुर सिंह का नाम इतिहास में दर्ज है। उनके शासनकाल के बाद बूंदी का भारतीय संघ में विलय हो गया और रियासत काल का अंत हुआ।
प्रश्न 182: रणथम्भौर के चौहान वंश का संस्थापक कौन था?
Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (evening shift)A) गोविन्दराज
B) हम्मीर
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) कीर्तिपाल
उत्तर: गोविन्दराज
स्पष्टीकरण: तराइन के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय के पश्चात उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान वंश की नई शाखा की स्थापना की। हालाँकि बाद में उनके उत्तराधिकारी वल्हण को दिल्ली सुल्तान इल्तुतमिश ने पराजित कर इस दुर्ग पर अधिकार कर लिया।
प्रश्न 183: अलाउद्दीन खिलजी ने 1311 ई. में जालौर को जीतकर उसका नया नाम क्या रखा?
School Lecturer 2022 Gk (G-A)A) खिजराबाद
B) खैराबाद
C) जलालाबाद
D) मोमिनाबाद
उत्तर: जलालाबाद
स्पष्टीकरण: 1311 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी की जालौर विजय के पश्चात उसने इस ऐतिहासिक नगर का नाम परिवर्तित कर जलालाबाद रख दिया। इस विजय में वीर कान्हड़देव सोनगरा और उनके पुत्र वीरमदेव सहित अनेक राजपूत योद्धाओं ने वीरगति प्राप्त की।
प्रश्न 184: किस चौहान शासक के द्वारा अजमेर में जो संस्कृत पाठशाला बनवाई थी उसे तोड़कर ऐबक ने अढ़ाई दिन का झोंपड़ा मस्जिद बनवाई?
School Lecturer 2022 Gk (G-B)A) अजयराज
B) अर्णोराज
C) विग्रहराज चतुर्थ
D) पृथ्वीराज तृतीय
उत्तर: विग्रहराज चतुर्थ
स्पष्टीकरण: विग्रहराज चतुर्थ (बीसलदेव) ने अजमेर में एक भव्य संस्कृत पाठशाला का निर्माण करवाया था। बाद में मुहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस शैक्षणिक संस्थान को ध्वस्त करके उसी स्थल पर अढ़ाई दिन का झोंपड़ा नामक मस्जिद का निर्माण करवाया।
प्रश्न 185: हम्मीर के किन दो मंत्रियों की गद्दारी से रणथम्बौर का पतन त्वरित हुआ?
School Lecturer 2022 Gk (Group D)A) रणवीर एवं रिपुदमन
B) महेन्द्रपाल एवं विग्रहपाल
C) मानवेन्द्र एवं महिपाल
D) रणमल एवं रतिपाल
उत्तर: रणमल एवं रतिपाल
स्पष्टीकरण: हम्मीर देव चौहान के सेनापति रणमल और रतिपाल ने अलाउद्दीन खिलजी से मिलकर गद्दारी की। 1301 ईस्वी के अंतिम युद्ध में इस विश्वासघात के कारण हम्मीर की पराजय हुई, रानी रंगदेवी ने जौहर किया और 11 जुलाई 1301 को रणथंभौर दुर्ग खिलजी के अधीन हो गया।
प्रश्न 186: निम्नलिखित कथनों में से कौनसा एक कथन अजमेर के चौहान राजा अजयराज (अजय देव) के विषय में सही नहीं है?
School Lecturer 2022 Gk (Group E)A) अजयराज ने अजमेर (अजयमेरू) के नवीन नगर की स्थापना की
B) पृथ्वीराज विजय के अनुसार, अजयराज ने ‘गजन मतंग’ अर्थात् गजनी के मुस्लिम आक्रान्ताओं को पराजित किया था
C) दिल्ली (ढिल्लिका) को अपने अधिकार में लेने वाला वह पहला चौहान शासक था
D) कुछ सिक्कों पर उसकी रानी सोमला देवी का नाम उल्लिखित है
उत्तर: दिल्ली (ढिल्लिका) को अपने अधिकार में लेने वाला वह पहला चौहान शासक था
स्पष्टीकरण: यह कथन ऐतिहासिक रूप से सही नहीं है क्योंकि अजयराज पहले चौहान शासक नहीं थे जिन्होंने दिल्ली पर अधिकार किया। उन्होंने 1113 ईस्वी में अजमेर की स्थापना की, ‘श्री अजयदेव’ नामक सिक्के चलाए और गजनी के आक्रमणकारियों को पराजित किया, किंतु दिल्ली विजय का श्रेय अन्य चौहान शासकों को जाता है।
प्रश्न 187: महोबा विजय के बाद पृथ्वीराज III ने वहाँ का प्रशासक किसे नियुक्त किया था?
School Lecturer 2022 Gk (Group E)A) पज्जुन राय
B) गोविन्द राय
C) भुवनमल्ला
D) उदयराज
उत्तर: पज्जुन राय
स्पष्टीकरण: 1182 ईस्वी में महोबा के तुमुल युद्ध में चंदेल शासक परमार्दी देव को पराजित करने के पश्चात पृथ्वीराज चौहान ने पज्जुन राय को महोबा क्षेत्र का प्रशासक नियुक्त किया। इस युद्ध में परमार्दी देव के प्रसिद्ध सेनानायक आल्हा और उदल वीरगति को प्राप्त हुए थे।
प्रश्न 188: अलाउद्दीन खल्जी की निम्नलिखित राजपूत राज्यों की विजय का सही कालानुक्रम क्या है – (i) चित्तौड़ विजय (ii) रणथम्भौर विजय (iii) जालौर विजय (iv) सिवाना विजय
Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam – 2022 (G.K. Group – B) (Re-Exam)A) (ii), (iii), (iv), (i)
B) (i), (ii), (iv), (iii)
C) (ii), (i), (iv), (iii)
D) (i), (ii), (iii), (iv)
उत्तर: (ii), (i), (iv), (iii)
स्पष्टीकरण: अलाउद्दीन खिलजी की राजपूताना विजयों का सही ऐतिहासिक क्रम है – रणथंभौर विजय (11 जुलाई 1301), चित्तौड़ विजय (26 अगस्त 1303), सिवाना विजय (1308 ईस्वी), और जालौर विजय (1311 ईस्वी)। यह क्रम उसकी बढ़ती सैन्य शक्ति और रणनीतिक सफलता को प्रदर्शित करता है।
प्रश्न 189: निम्न में से किस शासक को ‘पृथ्वीराज विजय’ में “वैरीघरट्ट” की पदवी दी गयी थी?
A) दुर्लभराज II
B) गोविन्द III
C) अर्णोराज
D) विग्रहराज IV
उत्तर: गोविन्द III
स्पष्टीकरण: ‘पृथ्वीराज विजय’ नामक ऐतिहासिक ग्रंथ में गोविन्द तृतीय को ‘वैरीघरट्ट’ की उपाधि से विभूषित किया गया है। फरिस्ता के अनुसार उन्होंने गजनी के शासक को मारवाड़ क्षेत्र में आगे बढ़ने से रोककर चौहान साम्राज्य की रक्षा की थी।
प्रश्न 190: किस चौहान रानी ने अपने नाम के सिक्के चलवाये?
A.R.O. (GK and Plant Pathology) 2022A) कर्पूर देवी
B) सायरी देवी
C) सोमल देवी
D) सायली देवी
उत्तर: सोमल देवी
स्पष्टीकरण: चौहान शासक अजयराज की रानी सोमल देवी (सोमलेखा) ने अपने नाम के सिक्के चलवाए। अजयराज ने ‘श्री अजयदेव’ नामक चाँदी के सिक्के जारी किए थे जिनमें से कुछ पर रानी सोमल देवी का नाम भी अंकित मिलता है।
प्रश्न 191: चन्दनराज की रानी “रुद्राणी” जो पुष्कर में प्रतिदिन एक हजार दीपक जला कर भगवान महादेव की उपासना करती थी, किस वंश से सम्बन्धित थी?
A.R.O. (GK and Horticulture) 2022A) आबू के परमार
B) गुजरात के सौलंकी
C) जयपुर के कच्छावा
D) शाकम्भरी के चौहान
उत्तर: शाकम्भरी के चौहान
स्पष्टीकरण: रानी रुद्राणी, जो पुष्कर में प्रतिदिन एक हजार दीपक जलाकर भगवान शिव की आराधना करती थीं, शाकम्भरी के चौहान वंश से संबंधित थीं। उनकी धार्मिक भक्ति और शिव आराधना की यह परंपरा चौहान काल की धार्मिक प्रवृत्तियों को दर्शाती है।
प्रश्न 192: 1308 ई. में सिवाना दुर्ग को विजित करने के बाद अल्लाउद्दीन खिलजी द्वारा इसे क्या नाम दिया गया?
A.R.O. (GK and Entomology) 2022A) महमूदाबाद
B) खैराबाद
C) खिज्राबाद
D) कमालाबाद
उत्तर: खैराबाद
स्पष्टीकरण: 1308 ईस्वी में सिवाना दुर्ग पर विजय प्राप्त करने के उपरांत अलाउद्दीन खिलजी ने इसका नाम परिवर्तित कर खैराबाद रख दिया। उसने कमालुद्दीन गुर्ग को इस दुर्ग का प्रशासक नियुक्त किया। इस युद्ध में वीर सातल और सोम वीर जैसे राजपूत योद्धा वीरगति को प्राप्त हुए।
प्रश्न 193: चौहान शासकों की प्रारम्भिक राजधानी कौन सी थी?
3rd Grade Teacher 2022 Social Studies L2A) अजमेर
B) रणथम्भौर
C) दिल्ली
D) अहिछत्रपुर
उत्तर: अहिछत्रपुर
स्पष्टीकरण: चौहान शासकों की प्रारंभिक राजधानी अहिच्छत्रपुर (वर्तमान नागौर) थी। यह स्थान सपादलक्ष क्षेत्र का केंद्र था और हर्षनाथ की प्रशस्ति में इसका उल्लेख मिलता है। बाद में चौहानों ने अपनी राजधानी सांभर और फिर अजमेर स्थानांतरित की।
प्रश्न 194: 1191 ई. में तराइन के युद्ध में किस शासक ने मुहम्मद गौरी के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी?
3rd Grade Teacher 2022 Social Studies L2A) जयचन्द
B) पृथ्वीराज चौहान
C) विजयचन्द
D) धर्मपाल
उत्तर: पृथ्वीराज चौहान
स्पष्टीकरण: 1191 ईस्वी में तराइन के प्रथम युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गौरी के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी। इस युद्ध में दिल्ली के गवर्नर गोविन्दराज ने गौरी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था और चौहान सेना को विजय प्राप्त हुई थी।
प्रश्न 195: जालोर के चौहान वंश का संस्थापक कौन था?
3rd Grade Teacher 2022 Sanskrit L2A) रतन सिंह
B) हमीरदेव
C) कान्हड़देव
D) कीर्तिपाल
उत्तर: कीर्तिपाल
स्पष्टीकरण: जालौर में चौहान वंश की स्थापना नाडोल शाखा के कीर्तिपाल चौहान ने स्थानीय परमार शासकों को पराजित करके की थी। सुण्डा पर्वत अभिलेख में उन्हें ‘राजेश्वर’ की उपाधि से सम्मानित किया गया है, जो उनकी शासन क्षमता का प्रमाण है।
प्रश्न 196: पृथ्वीराज चौहान की पत्नी का क्या नाम था?
High Court LDC 2022 (19 March 2023)A) पद्मा
B) संयोगिता
C) मूमल
D) कर्पूरीदेवी
उत्तर: संयोगिता
स्पष्टीकरण: पृथ्वीराज रासो के अनुसार संयोगिता कन्नौज के शासक जयचंद्र गहड़वाल की पुत्री थीं। पृथ्वीराज और संयोगिता के प्रेम प्रसंग और स्वयंवर की कथा राजस्थानी लोकसाहित्य में विशेष स्थान रखती है। पृथ्वीराज ने उनसे विवाह किया था।
प्रश्न 197: अजमेर के अजयराज चौहान के पिता कौन थे?
CET 2022 (12th Level) 05 February 2023 Shift-1A) विग्रहराज द्वितीय
B) दुर्लभराजं द्वितीय
C) पृथ्वीराज प्रथम
D) चन्द्रराज द्वितीय
उत्तर: पृथ्वीराज प्रथम
स्पष्टीकरण: अजमेर के संस्थापक अजयराज चौहान, पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र थे। 1113 ईस्वी में अजयराज ने साम्राज्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अजयमेरु (अजमेर) की स्थापना की और इसे अपनी नई राजधानी बनाया।
प्रश्न 198: अजमेर के चौहानों को ________ के नाम से भी जाना जाता है?
CET 2022 (12th Level) 11 February 2023 Shift-1A) नाडोल के चौहान
B) जालोर के चौहान
C) रणथम्भोर के चौहान
D) सपादलक्ष के चौहान
उत्तर: सपादलक्ष के चौहान
स्पष्टीकरण: अजमेर के चौहान शासक ‘सपादलक्ष के चौहान’ के नाम से विख्यात हैं। सपादलक्ष क्षेत्र सांभर और उसके आसपास के सवा लाख गाँवों के समूह को कहा जाता था। इस क्षेत्र में अहिच्छत्रपुर (नागौर) प्रारंभिक राजधानी थी।
प्रश्न 199: रणथम्भौर के चौहान राजवंश का संस्थापक कौन था?
Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (morning shift)A) जैत्रसिंह
B) वीरनारायण
C) हम्मीर
D) गोविन्दराज
उत्तर: गोविन्दराज
स्पष्टीकरण: तराइन के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय के पश्चात उनके पुत्र गोविंदराज ने रणथंभौर में चौहान वंश की एक नई शाखा की स्थापना की। हालाँकि यह शाखा अधिक समय तक शक्तिशाली नहीं रह सकी और बाद में दिल्ली सल्तनत के अधीन हो गई।
प्रश्न 200: निम्नलिखित चौहान शासकों में से किस शासक को बीसलदेव के नाम से भी जाना जाता है?
Sr. Teacher Gr II Comp. Exam – 2022 (G.K. & Edu. Psychology) Group DA) विग्रहराज IV
B) विग्रहराज III
C) वासुदेव
D) वाक्पतिराज I
उत्तर: विग्रहराज IV
स्पष्टीकरण: विग्रहराज चतुर्थ, जिन्हें बीसलदेव के नाम से भी जाना जाता है, ने 1158 ईस्वी के आसपास अजमेर की गद्दी संभाली। उनका शासनकाल सपादलक्ष क्षेत्र का स्वर्ण युग माना जाता है और उन्हें ‘कवि बान्धव’ की उपाधि से भी विभूषित किया गया था।