हनुमानगढ़ जिले का संपूर्ण विवरण
हनुमानगढ़ जिला राजस्थान के उत्तरी भाग में स्थित है और इसे “सरस्वती सभ्यता का केंद्र” कहा जाता है। यह जिला ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ कालीबंगा जैसे विश्वप्रसिद्ध सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष मिले हैं।
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भौगोलिक स्थिति
- देशांतर एवं अक्षांशीय विस्तार: 29.58° N, 74.32° E
- कुल क्षेत्रफल: लगभग 12,645 वर्ग किमी
- सीमाएँ:
- उत्तर में पंजाब राज्य
- दक्षिण में चूरू जिला
- पूर्व में हरियाणा राज्य
- पश्चिम में श्रीगंगानगर जिला
- जलवायु:
- गर्मियों में तापमान 48°C तक और सर्दियों में 2°C तक गिर सकता है।
- भूभाग:
- अधिकांश भाग थार मरुस्थल से आच्छादित है।
प्रशासनिक एवं भौगोलिक जानकारी
- स्थापना: 12 जुलाई 1994 (श्रीगंगानगर से अलग होकर राजस्थान का 31वां जिला बना)
- ऐतिहासिक नाम: भटनेर (285 ई. में भाटी राजा भूपत द्वारा स्थापित)
- वर्तमान नाम: 1805 में बीकानेर के राजा सूरतसिंह द्वारा हनुमानगढ़ रखा गया
- उपनाम:
- फलों की टोकरी
- सभ्यता का पालन स्थल (कालीबंगा सभ्यता)
- भटनेर (प्राचीन नाम)
- शुभंकर: छोटा किलकिल पक्षी
- राष्ट्रीय राजमार्ग: NH-54, NH-954, NH-62
- प्रमुख नदी: घग्घर (उपनाम: सरस्वती, मृत नदी)
- मिट्टी का प्रकार: पीली भूरी मिट्टी
ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व
- भटनेर किला:
- 285 ई. में भाटी राजा भूपत द्वारा निर्मित
- वास्तुकार: ककैया
- राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी आक्रमण झेलने वाला किला
- कालीबंगा सभ्यता:
- हड़प्पा कालीन सभ्यता (1952 में खोज)
- प्रमुख खोजकर्ता: अमलानंद घोष, बी.बी. लाल
- विशेषता: काली चूड़ियों के अवशेष
- पीलीबंगा: महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल
प्रमुख धार्मिक स्थल
- गोगामेड़ी:
- फिरोजशाह द्वारा निर्मित मस्जिदनुमा मंदिर
- महाराजा गंगासिंह द्वारा पुनर्निर्मित
- भाद्रपद कृष्ण नवमी को विशाल मेला
- बराह्मणी माता मंदिर (पल्लू)
- कबूतर साहेब गुरुद्वारा:
- 1730 ई. में गुरु गोविंद सिंह का ठहराव स्थल
- श्री गोरखनाथ जी मंदिर (गोगामेड़ी)
कृषि एवं अर्थव्यवस्था
- कपास उत्पादन: राज्य में प्रथम स्थान
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना:
- रावतसर शाखा (9 शाखाओं में प्रथम)
- टिब्बी तहसील से प्रवेश (मसीतावाली हेड)
- सिद्धमुख परियोजना: हनुमानगढ़-चूरू संयुक्त परियोजना
- विशेष उपलब्धियाँ:
- राज्य का सबसे बड़ा गाँव: फेफाना
- खेल सामान निर्माण में विशेषज्ञता
सांस्कृतिक विरासत
- स्वामी केशवानंद स्मारक संग्रहालय (संगरिया)
- चंद्रसिंह बिरकाली:
- “मरुधरा का कालिदास”
- प्रसिद्ध राजस्थानी साहित्यकार
- राठी नस्ल गौवंश प्रजनन केंद्र (नोहर)
प्रमुख पर्यटन स्थल
- तलवाड़ा झील
- भद्रकाली मंदिर: बीकानेर के महाराजा रायसिंह द्वारा निर्मित
- सर छोटूराम स्मारक
हनुमानगढ़ जिला अपनी ऐतिहासिक विरासत (भटनेर किला), पुरातात्विक महत्व (कालीबंगा सभ्यता) और कृषि समृद्धि (कपास उत्पादन) के लिए प्रसिद्ध है। घग्घर नदी की सभ्यता और गोगामेड़ी जैसे धार्मिक स्थल इसकी सांस्कृतिक पहचान हैं। इंदिरा गांधी नहर परियोजना ने इसके सिंचाई संसाधनों में क्रांति ला दी है, जबकि राठी नस्ल के पशुधन ने कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की है। यह जिला राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी सीमा पर एक महत्वपूर्ण कृषि, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ है।
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