जयपुर जिले का संपूर्ण विवरण
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1. जयपुर की भौगोलिक स्थिति
जयपुर जिला राजस्थान के उत्तर-मध्य भाग में स्थित है। यह अरावली पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है और इसकी जलवायु अर्ध-शुष्क है। यहाँ गर्मी अधिक और सर्दी ठंडी होती है।
- देशांतर एवं अक्षांशीय विस्तार: 26.92° N, 75.82° E
- कुल क्षेत्रफल: लगभग 11,143 वर्ग किमी
- सीमाएँ:
- उत्तर में सीकर और अलवर
- पूर्व में दौसा
- पश्चिम में नागौर
- दक्षिण में अजमेर और टोंक
2. जयपुर का इतिहास
- जयपुर की स्थापना 1727 ई. में आमेर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने की थी।
- इसे “पिंक सिटी” कहा जाता है क्योंकि 1876 में महाराजा रामसिंह ने पूरे शहर को गुलाबी रंग में रंगवा दिया था, जब इंग्लैंड के प्रिंस अल्बर्ट यहाँ आए थे।
- यह भारत का पहला सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध शहर है, जिसे बंगाली वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य ने डिज़ाइन किया था।
3. नदियाँ, झीलें और बाँध
- मुख्य नदियाँ:
- बांडी नदी
- ढूंध नदी
- साहिबी नदी
- मुख्य झीलें:
- मानसागर झील (जिसमें जलमहल स्थित है)
- रामगढ़ झील (अब सूख चुकी है)
- मुख्य बाँध:
- रामगढ़ बाँध (जयपुर की जलापूर्ति के लिए महत्वपूर्ण)
4. प्रमुख पर्यटन स्थल
आमेर किला (Amber Fort)
- स्थान: जयपुर से लगभग 11 किमी दूर
- निर्माण: 1592 ई. में महाराजा मान सिंह द्वारा
- विशेषताएँ:
- यह राजस्थान का सबसे बड़ा किला है और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
- किले के अंदर शिला देवी मंदिर, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, शीश महल और सुख निवास हैं।
- यहाँ हर शाम लाइट एंड साउंड शो होता है, जिसमें आमेर किले का इतिहास बताया जाता है।
- पर्यटक यहाँ हाथी सवारी का भी आनंद ले सकते हैं।
हवा महल (Hawa Mahal)
- स्थान: जयपुर के बीचों-बीच
- निर्माण: 1799 ई. में महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वारा
- विशेषताएँ:
- इसमें 953 छोटी खिड़कियाँ (झरोखे) हैं, जो हवा के प्रवाह को नियंत्रित करती हैं।
- यह महल महाराजाओं की रानियों के लिए बनाया गया था ताकि वे झरोखों से बाहर की दुनिया को देख सकें।
- इस महल को गुलाबी बलुआ पत्थरों से बनाया गया है, जो जयपुर के “पिंक सिटी” होने का मुख्य कारण है।
जल महल (Jal Mahal)
- स्थान: मानसागर झील, जयपुर
- निर्माण: महाराजा माधो सिंह प्रथम (18वीं सदी)
- विशेषताएँ:
- यह झील के बीचों-बीच स्थित एक खूबसूरत महल है।
- महल के पाँच मंज़िलों में से चार मंज़िलें पानी के अंदर डूबी रहती हैं, जिससे यह तैरता हुआ प्रतीत होता है।
- पर्यटक यहाँ बोटिंग का आनंद ले सकते हैं और पक्षी देखने का भी यह एक आदर्श स्थान है।
जयगढ़ किला (Jaigarh Fort)
- स्थान: आमेर किले के पास
- निर्माण: 1726 ई. में सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा
- विशेषताएँ:
- यहाँ दुनिया की सबसे बड़ी तोप “जयवाण” रखी गई है, जिसका वजन 50 टन है और जो एक बार में 100 किलोमीटर दूर तक गोला दाग सकती थी।
- इस किले को “विजय किला” भी कहा जाता है क्योंकि इसे कभी कोई जीत नहीं सका।
- यहाँ से पूरे जयपुर का शानदार नज़ारा देखा जा सकता है।
नाहरगढ़ किला (Nahargarh Fort)
- स्थान: अरावली पहाड़ियों पर, जयपुर से 6 किमी दूर
- निर्माण: 1734 ई. में सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा
- विशेषताएँ:
- यह किला जयपुर शहर की सुरक्षा के लिए बनाया गया था।
- यह किला बॉलीवुड की कई फिल्मों जैसे “रंग दे बसंती” की शूटिंग के लिए प्रसिद्ध है।
- यहाँ से जयपुर का पैनोरमिक व्यू (360° दृश्य) देखने को मिलता है।
- किले के अंदर माधवेंद्र भवन नामक एक सुंदर महल है, जिसे राजा की रानियों के लिए बनाया गया था।
सिटी पैलेस (City Palace Jaipur)
- स्थान: जयपुर के केंद्र में स्थित
- निर्माण: 1727 ई. में सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा
- विशेषताएँ:
- यह महल अब भी जयपुर के शाही परिवार का निवास स्थान है।
- महल के अंदर चंद्र महल, मुबारक महल, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम और बग्गी खाना हैं।
- यहाँ एक म्यूज़ियम भी है, जहाँ शाही परिधानों, हथियारों और ऐतिहासिक वस्त्रों का संग्रह है।
- सिटी पैलेस के अंदर दो विशाल चांदी के कलश रखे गए हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े चांदी के पात्र माने जाते हैं।
जंतर मंतर (Jantar Mantar)
- स्थान: सिटी पैलेस के पास
- निर्माण: 1734 ई. में सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा
- विशेषताएँ:
- यह एक खगोलीय वेधशाला (Observatory) है और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
- यहाँ सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की गणना करने के लिए 19 बड़े यंत्र (इंस्ट्रूमेंट्स) लगे हुए हैं।
- यहाँ स्थित सम्राट यंत्र दुनिया की सबसे बड़ी धूपघड़ी है, जो सटीक समय बताती है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम (Albert Hall Museum)
- स्थान: राम निवास गार्डन, जयपुर
- निर्माण: 1876 ई. में महाराजा रामसिंह द्वारा
- विशेषताएँ:
- यह राजस्थान का सबसे पुराना म्यूजियम है।
- यहाँ मिस्र की 2300 साल पुरानी ममी, हथियार, पेंटिंग, मूर्तियाँ और ऐतिहासिक वस्त्र रखे गए हैं।
- यह इंडो-सरसेनिक शैली में बना हुआ है।
बिरला मंदिर (Birla Mandir)
- स्थान: मोती डूंगरी पहाड़ी, जयपुर
- निर्माण: 1988 ई. में बिरला समूह द्वारा
- विशेषताएँ:
- यह सफेद संगमरमर से बना एक भव्य मंदिर है, जो भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है।
- इसमें खूबसूरत नक्काशी और हिंदू पौराणिक कथाओं की मूर्तियाँ हैं।
गणेश मंदिर (Moti Dungri Ganesh Temple)
- स्थान: मोती डूंगरी पहाड़ी, जयपुर
- विशेषताएँ:
- यह जयपुर का सबसे प्रसिद्ध गणेश मंदिर है।
- यहाँ हर बुधवार को हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
अन्य प्रमुख स्थान:
- रामगढ़ झील – जयपुर के पास स्थित एक सुंदर झील
- चौकी ढाणी – जयपुर का प्रसिद्ध ग्रामीण थीम पार्क
- सिसोदिया रानी का बाग – एक सुंदर ऐतिहासिक गार्डन
- गोविंद देव जी मंदिर – जयपुर के मुख्य कृष्ण मंदिरों में से एक
5. जयपुर की कला और संस्कृति
- जयपुर चित्रशैली:
- मुगल शैली से प्रभावित राजस्थान की प्रथम चित्रशैली।
- एकमात्र चित्रशैली जिसमें आदमकद चित्र बनाए गए।
- सवाई प्रतापसिंह का काल इस शैली का स्वर्णिम काल था।
- कत्थक घराना:
- जयपुर घराना कथक नृत्य शैली का आदिम घराना माना जाता है।
- प्रवर्तक: भानूजी।
- ब्लू पॉटरी कला:
- जयपुर की प्रसिद्ध कला, जिसे G.I. टैग प्राप्त है।
- लहरियां और हाथी दांत का कार्य
6. खान-पान और पहनावा
- प्रसिद्ध व्यंजन:
- दाल-बाटी-चूरमा
- केर-सांगरी की सब्जी
- गट्टे की सब्जी
- मिर्ची बड़ा
- घेवर और फीणी
- पहनावा:
- पुरुष – सफा (पगड़ी), अंगरखा, धोती, जूतियाँ
- महिलाएँ – घाघरा-चोली, ओढ़नी
7. प्रमुख संस्थान
- राजस्थान विश्वविद्यालय
- मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT)
- आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी (स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए प्रसिद्ध)
- बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (BIT)
8. जयपुर के प्रमुख व्यक्तित्व
- सवाई जयसिंह द्वितीय – जयपुर के संस्थापक
- महाराजा मानसिंह – आमेर किले के शासक
- गुलाबचंद कटारिया – प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ
- इला अरुण – प्रसिद्ध गायिका और अभिनेत्री
- पंडित विश्वमोहन भट्ट:
- प्रसिद्ध सितारवादक और मोहन वीणा के आविष्कारक।
- पद्मश्री (2002) और पद्म भूषण (2017) से सम्मानित।
- उस्ताद अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन:
- प्रसिद्ध गजल गायक, 2023 में पद्म श्री से सम्मानित।
- महारानी गायत्री देवी:
- राज्य की पहली महिला लोकसभा सदस्य।
9. त्यौहार और नृत्य
- त्यौहार:
- गणगौर महोत्सव (चैत्र शुक्ल तीज)
- हाथी महोत्सव (फरवरी-मार्च, आमेर)
- तीज महोत्सव (श्रावण शुक्ल तृतीया)
- पतंग महोत्सव (14 जनवरी, मकर संक्रांति)
- नृत्य:
- घूमर
- कालबेलिया
- चकरी
10. जनसंख्या और बोलियाँ
- जनसंख्या (2011 के अनुसार): लगभग 66 लाख
- बोलियाँ: राजस्थानी, मारवाड़ी, हिंदी, अंग्रेजी
11. जिले के उपनाम
- पिंक सिटी
- राजस्थान की राजधानी
- हेरिटेज सिटी
- नगरों की पटरानी (कन्हैया लाल सेठिया द्वारा)
- रंग श्री का द्वीप (डॉ. सी. वी. रमन द्वारा)
- आइसलैंड ऑफ गैलरी / वैभव नगरी (डॉ. सी. वी. रमन द्वारा)
- गोल्डन बर्ड (एडवर्ड पंचम द्वारा)
12. जयपुर के प्रमुख संस्थान और संग्रहालय
- अल्बर्ट हॉल म्यूजियम:
- राजस्थान का सबसे बड़ा संग्रहालय।
- मिस्र की प्राचीन ममी “तुतु” यहां रखी हुई है।
- राजसीको (RAJSICO):
- 3 जून 1961 को स्थापित।
- हस्तकला उद्योग को संरक्षण देने वाली प्रमुख संस्था।
- जवाहर कला केंद्र:
- 1980 के दशक में स्थापित।
- वास्तुकार: चार्ल्स कोरिया।
- राजस्थान संगीत अकादमी:
- जयपुर में स्थित।
- राजस्थान उच्च न्यायालय:
- 29 अगस्त 1949 को स्थापित।
13. जयपुर के बारे में रोचक तथ्य
- जयपुर भारत का पहला योजनाबद्ध शहर है।
- जयपुर में राजस्थान का पहला साइबर थाना खोला गया।
- जयपुर में राजस्थान का पहला ऑल वुमेन रेलवे स्टेशन (गांधी नगर) स्थित है।
- जयपुर में उत्तर भारत का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट करने वाला सरकारी अस्पताल (एसएमएस अस्पताल) है।
- जयपुर में राजस्थान का पहला भालू रेस्क्यू सेंटर (नाहरगढ़ जैविक उद्यान) स्थित है।
- जयपुर में देश का पहला डॉल्फिनेरियम (जगतपुरा) स्थित है।
- जयपुर राजस्थान का एकमात्र शहर है जहां मेट्रो रेल संचालित है।