मेघालय राज्य दर्शन: 5 Breathtaking Facts

By: LM GYAN

On: 12 June 2025

Follow Us:

मेघालय

मेघालय, पूर्वोत्तर भारत का एक मनोरम राज्य, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध जैवविविधता, और अनूठी सांस्कृतिक परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। इसका नाम मेघालय, जिसका अर्थ है “बादलों का घर”, इसकी कोहरे और मेघों से भरी पहाड़ियों को दर्शाता है। शिलांग, इसकी राजधानी, अपनी मनमोहक सुंदरता के कारण “पूर्व का स्कॉटलैंड” कहलाती है। यह लेख मेघालय के इतिहास, भूगोल, संस्कृति, अर्थव्यवस्था, और पर्यटन का विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत करता है, जिसमें चेरापुंजी, जीवित जड़ सेतु, और नोहकालिकाई जलप्रपात जैसे आकर्षण शामिल हैं।

मेघालय की अवस्थिति और बुनियादी जानकारी

  • निर्देशांक: 25.57°N 91.88°E
  • राष्ट्र: भारत
  • स्थापना: 1 अप्रैल 1970 (स्वायत्त राज्य); 21 जनवरी 1972 (पूर्ण राज्य)
  • राजधानी: शिलांग
  • सबसे बड़ा शहर: शिलांग
  • जिले: 11
  • शासन:
    • राज्यपाल: गंगा प्रसाद
    • मुख्यमंत्री: कॉनराड संगमा (NPP)
    • विधायिका: एकसदनीय (60 सीटें)
    • संसदीय प्रतिनिधित्व:
      • लोक सभा: 2 सीटें (शिलांग, तुरा)
      • राज्य सभा: 1 सीट
    • उच्च न्यायालय: मेघालय उच्च न्यायालय
  • क्षेत्रफल:
    • कुल: 22,429 किमी² (8,660 वर्गमील)
    • क्षेत्र पद: 23वाँ
  • जनसंख्या (2011):
    • कुल: 29,64,007
    • पद: 23वाँ
    • घनत्व: 140 प्रति किमी²
  • GDP (2012):
    • कुल: ₹16,173 करोड़ (US$2.36 अरब)
  • भाषाएँ:
    • आधिकारिक: अंग्रेजी
    • क्षेत्रीय: खासी, गारो
    • अन्य: प्नार, बियाट, हजोंग, बंगाली, नेपाली, हिंदी
  • समय मंडल: भारतीय मानक समय (UTC+05:30)
  • ISO 3166 कोड: IN-ML
  • मानव विकास सूचकांक (2005): 0.585 (मध्यम, 19वाँ)
  • साक्षरता (2011): 75.84% (24वाँ)
  • वेबसाइट: www.meghalaya.gov.in

भौगोलिक अवलोकन

मेघालय का क्षेत्रफल 22,429 वर्ग किलोमीटर है, और इसका लंबाई-चौड़ाई अनुपात लगभग 3:1 है।

  • सीमाएँ:
    • दक्षिण: मयमनसिंह और सिलहट (बांग्लादेश)
    • पश्चिम: रंगपुर (बांग्लादेश)
    • उत्तर और पूर्व: असम (भारत)
  • प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र:
    • खासी पर्वत: मध्य भाग, उच्चतम शिखर शिलांग पीक (1,961 मीटर)
    • जयंतिया पर्वत: पूर्वी भाग
    • गारो पर्वत: पश्चिमी भाग, उच्चतम शिखर नोकरेक पीक (1,515 मीटर)
  • नदियाँ:
    • गारो पर्वत: गनोल, दारिंग, सिमसांग, निताई, भूपाई
    • खासी और जयंतिया पर्वत: ख्री, उमियम, किन्शी, उम्नगोट, मिन्डटू
  • झीलें:
    • उमियम झील: बड़ापानी, जल क्रीड़ा के लिए प्रसिद्ध
  • जलवायु:
    • प्रकार: उपोष्णकटिबंधीय, आर्द्र
    • वर्षा: औसत 12,000 मिमी (470 इंच), विश्व का सबसे आर्द्र क्षेत्र
    • विशेष: चेरापुंजी (माह में सर्वाधिक वर्षा), मावसिनराम (वर्ष में सर्वाधिक वर्षा)
  • प्राकृतिक संसाधन:
    • वन: 70% क्षेत्र वनाच्छादित, उपोष्णकटिबंधीय वन
    • वनस्पति: ऑर्किड (325+ प्रजातियाँ), नेपेन्थिस खासियाना (घटपर्णी)
    • वन्यजीव: हूलॉक जिब्बन, लाल पांडा, हाथी, 660+ पक्षी प्रजातियाँ
    • खनिज: कोयला, चूना पत्थर, यूरेनियम, सिलिमैनाइट
  • विशेष:
    • पवित्र वन (सैक्रेड ग्रोव्स): मावफलांग, धार्मिक और जैवविविधता संरक्षण

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

मेघालय का इतिहास नवपाषाण युग से शुरू होता है, और इसका आधुनिक गठन असम से अलगाव के बाद हुआ।

  • प्राचीन काल:
    • नवपाषाण युग: खासी और गारो पर्वतों में पुरातात्विक स्थल
    • चावल की खेती: पूर्वोत्तर भारत में घरेलू चावल की उत्पत्ति, 20,000+ प्रजातियाँ
  • मध्यकाल:
    • खासी, गारो, जयंतिया राज्य: स्वतंत्र शासन
    • ब्रिटिश काल: 19वीं सदी में असम के अधीन
    • 1905-1912: पूर्वी बंगाल और असम का हिस्सा
  • आधुनिक काल:
    • स्वतंत्रता (1947): असम के अंतर्गत सीमित स्वायत्तता
    • 1960s: पृथक राज्य की माँग
    • 1970: असम पुनर्संगठन अधिनियम, स्वायत्त राज्य
    • 1972: पूर्वोत्तर पुनर्गठन अधिनियम, पूर्ण राज्य का दर्जा

जनसांख्यिकी और भाषाएँ

मेघालय की जनसंख्या (2011) 29.64 लाख है, जिसमें जनजातीय समुदायों का प्रभुत्व है।

  • धर्म (2011):
    • ईसाई: 74.59% (प्रेस्बिटेरियन, बैपटिस्ट, कैथोलिक)
    • हिंदू: 11.52%
    • जनजातीय धर्म: 8.7% (नियाम खासी, सोंगसेरेक)
    • इस्लाम: 4.39%
    • अन्य: बौद्ध, सिख, जैन
  • भाषाएँ (2001):
    • खासी: 47.05% (ऑस्ट्रो-एशियाई)
    • गारो: 31.41% (तिब्बती-बर्मी)
    • बंगाली: 8.01%
    • नेपाली: 2.25%
    • हिंदी: 2.16%
    • अन्य: प्नार, बियाट, हजोंग, तीवा
  • साक्षरता: 75.84%
  • लिंगानुपात: 986♀/1000♂ (राष्ट्रीय औसत 940 से बेहतर)
  • प्रमुख समुदाय:
    • खासी: 34%, मातृवंशीय, पूर्वी और पश्चिमी खासी पर्वत
    • गारो: 30.5%, गारो पर्वत
    • जयंतिया: 18.5%, जयंतिया पर्वत
    • अन्य: बंगाली, नेपाली, हजोंग, बियाट, कोच
  • विशेष:
    • मातृवंशीय प्रणाली: खासी, गारो, जयंतिया में संपत्ति और वंश माँ के नाम से
    • कनिष्ठ पुत्री को संपत्ति और माता-पिता की देखभाल का अधिकार

संस्कृति

मेघालय की संस्कृति इसकी जनजातीय परंपराओं, नृत्य, और उत्सवों में झलकती है।

  • कला और शिल्प:
    • हथकरघा: खासी शॉल, गारो दक्षिणा
    • हस्तशिल्प: बाँस, बेंत, लकड़ी की नक्काशी
  • संगीत और नृत्य:
    • खासी: शाद सुक माइनसिएम, नोंगक्रेम नृत्य
    • जयंतिया: बेहदियेनख्लाम, लाहो नृत्य
    • गारो: वांगाला, रोंगचू गाला
  • त्योहार:
    • खासी: नोंगक्रेम, शाद सुक माइनसिएम
    • जयंतिया: बेहदियेनख्लाम, बुआई
    • गारो: वांगाला (कृषि उत्सव), क्रिस्मस
    • अन्य: शिवरात्रि (मावजिम्बुइन गुफा)
  • भोजन:
    • प्रमुख व्यंजन: जदोह (चावल और मांस), नाखाम (सूखी मछली), तुंगर्याम्बई
    • विशेषताएँ: चावल-आधारित, मसालेदार, बाँस शूट
  • पहनावा:
    • खासी: जैनसेम (महिलाएँ), धोती-जैकेट (पुरुष)
    • गारो: दक्षिणा (महिलाएँ), फेटी (पुरुष)
  • विशेष:
    • जीवित जड़ सेतु: खासी और जयंतिया द्वारा निर्मित, पर्यटक आकर्षण
    • पवित्र वन: मावफलांग, धार्मिक और पर्यावरणीय महत्व

अर्थव्यवस्था

मेघालय की अर्थव्यवस्था कृषि, वानिकी, और पर्यटन पर आधारित है।

  • GDP (2012):
    • कुल: ₹16,173 करोड़
  • कृषि:
    • प्रमुख फसलें: धान (80% खाद्यान्न), मक्का, आलू
    • बागवानी: अनानास, संतरा, केला, पपीता
    • मसाले: हल्दी, अदरक, काली मिर्च
    • विशेष: झूम कृषि, उच्च उत्पादन वाली किस्में (मेघा-1, मेघा-2)
  • उद्योग:
    • खनिज: कोयला, चूना पत्थर (सीमेंट उद्योग)
    • सीमेंट संयंत्र: जयंतिया हिल्स (लुम्श्नौंग, नौंग्स्निंग)
  • वानिकी:
    • 70% वनाच्छादन, साल और टीक के वृक्ष
  • पर्यटन:
    • योगदान: बढ़ता हुआ
    • क्षेत्र: चेरापुंजी, मावसिनराम, उमियम झील
  • विद्युत:
    • जलविद्युत क्षमता: 3000+ मेगावाट
    • वर्तमान: 185 मेगावाट
    • प्रमुख परियोजनाएँ: किन्शी, उमंगोट
  • चुनौतियाँ:
    • बुनियादी ढांचे की कमी
    • झूम कृषि से पर्यावरणीय हानि
    • बांग्लादेश से अवैध प्रवासन

यातायात

  • सड़क:
    • कुल लंबाई: 7,633 किमी (3,691 किमी पक्की)
    • राष्ट्रीय राजमार्ग: NH-6, NH-62
    • विशेष: गुवाहाटी-शिलांग मार्ग (103 किमी)
  • रेल:
    • सीमित: मेहंदीपत्थर तक (2014 से)
    • प्रस्तावित: बायर्नीहाट-शिलांग
  • हवाई:
    • हवाई अड्डा: उमरोई (शिलांग), बाल्जेक (तुरा)
    • सेवाएँ: एयर इंडिया (कोलकाता), हैलीकॉप्टर (गुवाहाटी, तुरा)
  • विशेष:
    • गुवाहाटी निकटतम प्रमुख रेल और हवाई केंद्र

पर्यटन स्थल

मेघालय अपने प्राकृतिक और सांस्कृतिक आकर्षणों के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

  • प्राकृतिक स्थल:
    • चेरापुंजी (सोहरा): विश्व का सबसे आर्द्र क्षेत्र, नोहकालिकाई जलप्रपात
    • मावसिनराम: सर्वाधिक वार्षिक वर्षा
    • उमियम झील: जल क्रीड़ा, बड़ापानी
    • नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान: गारो पर्वत, जैवविविधता
    • बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान: गारो पर्वत
  • जलप्रपात:
    • नोहकालिकाई, एलिफैंट फॉल्स, काइनरेम, लांगशियांग, स्वीट फॉल्स
  • गुफाएँ:
    • क्रेम लियाट प्रा: सबसे लंबी
    • सायन्रियांग पामियंग: सबसे गहरी
    • मावजिम्बुइन: शिवलिंग, धार्मिक महत्व
  • सांस्कृतिक स्थल:
    • जीवित जड़ सेतु: नोंग्रियाट, मावलिन्नॉंग, रिवाई
    • मावफलांग पवित्र वन: जैवविविधता और धार्मिक महत्व
    • मावलिन्नॉंग: एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव
  • अन्य:
    • शिलांग पीक: विहंगम दृश्य
    • डॉकी: भारत-बांग्लादेश सीमा, नाव उत्सव
    • जकरेम: गर्म जल स्रोत

प्रशासन

  • राजधानी: शिलांग
  • जिले: 11
    • खासी हिल्स: पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिण पश्चिमी, री-भोई
    • जयंतिया हिल्स: पूर्वी, पश्चिमी
    • गारो हिल्स: उत्तर, पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमी, दक्षिण पश्चिमी
  • स्वायत्त परिषदें:
    • खासी हिल्स, गारो हिल्स, जयंतिया हिल्स
  • राजनीति:
    • प्रमुख दल: नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP), कांग्रेस
    • चुनौती: राजनीतिक अस्थिरता (औसत सरकार कार्यकाल 18 माह)

शिक्षा

  • साक्षरता: 75.84% (2011)
  • प्रमुख संस्थान:
    • विश्वविद्यालय: पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय (NEHU), IIM शिलांग
    • महाविद्यालय: सेंट एंथोनी, सेंट मैरी, शिलांग कॉलेज
    • तकनीकी: NIT मेघालय, RIST
  • विशेष:
    • अंग्रेजी शिक्षा का माध्यम
    • ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की चुनौतियाँ

खेल

  • पारंपरिक: खासी तीरंदाजी (लकड़ी का धनुष)
  • आधुनिक: फुटबॉल, क्रिकेट
  • विशेष: शिलांग गोल्फ कोर्स (भारत का सबसे पुराना)

संचार और समाचार माध्यम

  • समाचारपत्र: शिलांग टाइम्स, मेघालय गार्जियन
  • टेलीविजन: डीडी मेघालय, स्थानीय चैनल
  • रेडियो: आकाशवाणी शिलांग

समस्याएँ और संभावनाएँ

  • चुनौतियाँ:
    • अवैध प्रवासन: बांग्लादेश से घुसपैठ
    • हिंसा: जनजातीय समूहों और प्रवासियों के बीच तनाव
    • झूम कृषि: जैवविविधता और मिट्टी की उर्वरता को नुकसान
    • राजनीतिक अस्थिरता: बार-बार सरकार परिवर्तन
  • संभावनाएँ:
    • पर्यटन: चेरापुंजी, जीवित जड़ सेतु, पवित्र वन
    • जलविद्युत: 3000+ मेगावाट की अप्रयुक्त क्षमता
    • कृषि: अनानास, मसाले, और जैविक खेती
    • खनिज: कोयला और चूना पत्थर आधारित उद्योग

निष्कर्ष

मेघालय, अपने मेघाच्छादित पर्वतों, प्राकृतिक जलप्रपातों, और सांस्कृतिक वैभव के साथ, पूर्वोत्तर भारत का एक अनमोल रत्न है। चेरापुंजी और मावसिनराम की रिकॉर्ड-तोड़ वर्षा, जीवित जड़ सेतु की अनूठी शिल्पकला, और मावफलांग पवित्र वन की जैवविविधता इसे विश्व स्तर पर विशेष बनाती है। मातृवंशीय समाज और समृद्ध जनजातीय परंपराएँ इसकी सांस्कृतिक पहचान को और गहरा करती हैं। चुनौतियों जैसे अवैध प्रवासन और झूम कृषि के बावजूद, मेघालय की पर्यटन, जलविद्युत, और कृषि संभावनाएँ इसे प्रगति के पथ पर ले जा रही हैं। यह “बादलों का घर” प्रकृति और संस्कृति का एक अनुपम संगम है।

LM GYAN भारत का प्रमुख शैक्षिक पोर्टल है जो छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री प्रदान करता है। हमारा उद्देश्य सभी को निःशुल्क और सुलभ शिक्षा प्रदान करना है। हमारे पोर्टल पर आपको सामान्य ज्ञान, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, करंट अफेयर्स और अन्य विषयों से संबंधित विस्तृत जानकारी मिलेगी।

राजस्थान करंट अफेयर्स

Read Now

राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय करंट अफेयर्स

Read Now

Leave a comment