ओड़िशा, पूर्वी भारत में बंगाल की खाड़ी के तट पर बसा एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक राज्य, अपनी प्राचीन मंदिर वास्तुकला, प्राकृतिक सौंदर्य, और विविध जनजातीय संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। इसका प्राचीन नाम उत्कल भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” में उल्लिखित है। भुवनेश्वर, इसकी आधुनिक राजधानी, मंदिरों का शहर कहलाता है, जबकि पुरी और कोणार्क धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र हैं। यह लेख ओड़िशा के इतिहास, भूगोल, संस्कृति, अर्थव्यवस्था, और पर्यटन का विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत करता है, जिसमें जगन्नाथ मंदिर, चिलिका झील, और सिमलिपाल राष्ट्रीय अभ्यारण्य जैसे आकर्षण शामिल हैं।
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ओड़िशा की अवस्थिति और बुनियादी जानकारी
- निर्देशांक: 20.27°N 85.82°E
- राष्ट्र: भारत
- क्षेत्र: पूर्वी भारत
- गठन: 1 अप्रैल 1936
- राजधानी: भुवनेश्वर
- जिले: 30
- शासन:
- राज्यपाल: कम्भम्पति हरिबाबू
- मुख्यमंत्री: मोहन चरण माझी
- विधायिका: एकसदनीय (147 सीटें)
- संसदीय प्रतिनिधित्व:
- लोक सभा: 21 सीटें
- राज्य सभा: 10 सीटें
- उच्च न्यायालय: उड़ीसा उच्च न्यायालय
- क्षेत्रफल:
- कुल: 155,707 किमी² (60,119 वर्गमील)
- क्षेत्र पद: 8वाँ
- जनसंख्या (2011):
- कुल: 41,974,218
- पद: 11वाँ
- घनत्व: 270 प्रति किमी²
- GDP (2021-22):
- कुल: ₹5.86 लाख करोड़ (US$85.56 अरब)
- प्रति व्यक्ति: ₹1,27,383 (US$1,859.79)
- भाषाएँ:
- आधिकारिक: ओड़िया
- अन्य: हिंदी, संथाली, हो, मुंडारी
- समय मंडल: भारतीय मानक समय (UTC+05:30)
- ISO 3166 कोड: IN-OR
- वाहन पंजीकरण: OD
- मानव विकास सूचकांक (2018): 0.606 (मध्यम, 32वाँ)
- साक्षरता (2011): 73.45%
- वेबसाइट: www.odisha.gov.in
- राज्य गान: वन्दे उत्कल जननी
भौगोलिक अवलोकन
ओड़िशा का क्षेत्रफल 155,707 वर्ग किलोमीटर है, और यह भारत का आठवाँ सबसे बड़ा राज्य है।
- सीमाएँ:
- उत्तर: झारखंड, पश्चिम बंगाल
- पश्चिम: छत्तीसगढ़
- दक्षिण: आंध्र प्रदेश
- पूर्व: बंगाल की खाड़ी (485 किमी तटरेखा)
- प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ:
- पर्वत: देवमाली (1,672 मीटर, उच्चतम शिखर), मलयगिरि
- नदियाँ: महानदी, ब्राह्मणी, बैतरणी, सुबर्णरेखा
- झीलें: चिलिका (एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील), अंशुपा
- जलवायु:
- प्रकार: उष्णकटिबंधीय, मानसूनी
- वर्षा: 1,500 मिमी (औसत)
- तापमान: 10°C (सर्दी) से 40°C (गर्मी)
- प्राकृतिक संसाधन:
- वन: 32% क्षेत्र वनाच्छादित, साल, सागौन
- वनस्पति: ऑर्किड, बांस
- वन्यजीव: बाघ, हाथी, गौर, 500+ पक्षी प्रजातियाँ
- खनिज: क्रोमाइट, मैंगनीज, लौह अयस्क, कोयला
- विशेष:
- चिलिका झील: रामसार साइट, प्रवासी पक्षियों का ठिकाना
- सिमलिपाल: बायोस्फीयर रिजर्व, रॉयल बंगाल टाइगर
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
ओड़िशा का इतिहास प्राचीन काल से समृद्ध है, जिसे कलिंग, उत्कल, और ओड्र जैसे नामों से जाना जाता था।
- प्राचीन काल:
- कलिंग युद्ध (261 ईसा पूर्व): अशोक द्वारा विजय, बौद्ध धर्म का प्रसार
- महामेघवाहन वंश: खारवेल, हातिगुम्फा शिलालेख
- ओड्र: महाभारत और मनुस्मृति में उल्लेख
- मध्यकाल:
- सोमवंशी, गंग, गजपति वंश: मंदिर निर्माण (जगन्नाथ, कोणार्क)
- 15वीं सदी: कपिलेंद्र देव, ओड़िशा साम्राज्य का विस्तार
- ब्रिटिश काल:
- 1803: ब्रिटिश नियंत्रण
- 1817: पैका विद्रोह, बख्शी जगबन्धु
- स्वतंत्रता के बाद:
- 1936: बिहार से अलग, उड़ीसा प्रांत
- 1950: भारत गणराज्य का हिस्सा
- 2011: नाम परिवर्तन, उड़ीसा से ओड़िशा
- विशेष:
- उत्कल: प्राचीन सांस्कृतिक केंद्र
- गजपति साम्राज्य: मंदिर वास्तुकला का स्वर्ण युग
जनसांख्यिकी और भाषाएँ
ओड़िशा की जनसंख्या (2011) 4.19 करोड़ है, जिसमें अनुसूचित जनजातियों की तीसरी सबसे बड़ी आबादी है।
- धर्म (2001):
- हिंदू: 94.35%
- ईसाई: 2.44%
- इस्लाम: 2.07%
- अन्य: बौद्ध, जैन, जनजातीय धर्म (1.14%)
- भाषाएँ:
- ओड़िया: 82%
- संथाली, हो, मुंडारी: जनजातीय भाषाएँ
- हिंदी, तेलुगु, बंगाली: अल्पसंख्यक
- साक्षरता: 73.45% (राष्ट्रीय औसत से कम)
- लिंगानुपात: 978♀/1000♂
- प्रमुख समुदाय:
- अनुसूचित जनजातियाँ: 22.8% (संताल, मुंडा, हो)
- अनुसूचित जातियाँ: 17.1%
- विशेष:
- जनजातीय संस्कृति: 62 मान्यता प्राप्त जनजातियाँ
- शहरीकरण: 16.7% आबादी शहरी
संस्कृति
ओड़िशा की संस्कृति मंदिर कला, शास्त्रीय नृत्य, और जनजातीय परंपराओं का संगम है।
- कला और शिल्प:
- पट्टचित्र: ताड़पत्र और कपड़े पर चित्रकला
- हस्तशिल्प: चाँदी की जाली, पत्थर की नक्काशी, अप्पलिक वर्क
- संगीत और नृत्य:
- नृत्य: ओड़िशी (शास्त्रीय), छऊ, घूमरा
- संगीत: ओड़िया भक्ति गीत, लोक संगीत
- त्योहार:
- रथ यात्रा: पुरी, जगन्नाथ मंदिर, विश्व प्रसिद्ध
- बोइता बंदना: नौकाओं की पूजा, समुद्री व्यापार की स्मृति
- कोणार्क नृत्य उत्सव: सूर्य मंदिर में
- जनजातीय: मंडा, परब
- भोजन:
- प्रमुख व्यंजन: दालमा, पखाला भात, चेन्ना पोडा
- विशेषताएँ: चावल-आधारित, समुद्री खाद्य
- पहनावा:
- महिलाएँ: साड़ी (संबलपुरी, बोमकाई)
- पुरुष: धोती, कुर्ता
- विशेष:
- ओड़िशी नृत्य: मंदिर परंपरा, कोणार्क में शिल्प
- जगन्नाथ संस्कृति: भक्ति और समन्वय का प्रतीक
अर्थव्यवस्था
ओड़िशा की अर्थव्यवस्था कृषि, खनिज, और उद्योग पर आधारित है।
- कृषि:
- प्रमुख फसलें: चावल (80% खेत), तिलहन, दलहन, जूट, गन्ना
- योगदान: 80% जनसंख्या कृषि पर निर्भर
- चुनौती: अनुपजाऊ भूमि, मानसून पर निर्भरता
- उद्योग:
- प्रमुख: इस्पात (राउरकेला), एल्यूमिनियम, उर्वरक
- खनिज: क्रोमाइट, मैंगनीज, लौह अयस्क (भारत में अग्रणी)
- परियोजनाएँ: हीराकुड बाँध, पारादीप बंदरगाह
- सूचना प्रौद्योगिकी:
- भुवनेश्वर: इन्फोसिटी, आईटी हब
- ई-गवर्नेंस: ओड़िया भाषा पैकेज
- मत्स्य और डेयरी:
- मत्स्य पालन: चिलिका झील, तटीय क्षेत्र
- डेयरी: 36 लाख लीटर दैनिक उत्पादन
- चुनौतियाँ:
- प्राकृतिक आपदाएँ: चक्रवात, बाढ़
- ग्रामीण गरीबी, सीमित रोजगार
- संभावनाएँ:
- खनिज आधारित उद्योग
- पर्यटन और आईटी में वृद्धि
यातायात
- सड़क:
- कुल लंबाई: 2,37,332 किमी
- राष्ट्रीय राजमार्ग: 3,595 किमी
- रेल:
- कुल लंबाई: 2,287 किमी (बड़ी लाइन), 91 किमी (छोटी लाइन)
- हवाई:
- हवाई अड्डा: बिजु पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (भुवनेश्वर)
- अन्य: 13 हवाई पट्टियाँ, 16 हेलीपैड
- बंदरगाह:
- प्रमुख: पारादीप
- विकासशील: गोपालपुर
- विशेष:
- भुवनेश्वर-कटक: युग्म शहर, मेट्रो रेल प्रस्तावित
पर्यटन स्थल
ओड़िशा अपने मंदिरों, प्राकृतिक सौंदर्य, और पुरातात्विक स्थलों के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
- धार्मिक स्थल:
- जगन्नाथ मंदिर: पुरी, चार धाम में से एक, रथ यात्रा
- कोणार्क सूर्य मंदिर: यूनेस्को विश्व धरोहर
- लिंगराज मंदिर: भुवनेश्वर, शिव-विष्णु समन्वय
- प्राकृतिक स्थल:
- चिलिका झील: रामसार साइट, डॉल्फिन और प्रवासी पक्षी
- सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान: बाघ, हाथी, बायोस्फीयर रिजर्व
- हीराकुड बाँध: विश्व का सबसे लंबा मिट्टी का बाँध
- पुरातात्विक स्थल:
- धौली: अशोक का शिलालेख, शांति स्तूप
- उदयगिरि-खंडगिरि: जैन गुफाएँ
- रत्नगिरि-ललितगिरि: बौद्ध स्थल
- अन्य:
- नंदनकानन: चिड़ियाघर, सफेद बाघ
- गोपालपुर तट: समुद्री पर्यटन
- भितरकणिका: मैंग्रोव, घड़ियाल
प्रशासन
- राजधानी: भुवनेश्वर
- जिले: 30
- अनुगुल, कटक, कंधमाल, कलाहांडी, केन्द्रापड़ा, कोरापुट, खोर्धा, गंजाम, पुरी, मयूरभंज, सम्बलपुर, सुन्दरगड़, आदि
- राजनीति:
- प्रमुख दल: बीजू जनता दल (BJD), भाजपा, कांग्रेस
- विधानसभा: 147 सीटें
शिक्षा
- साक्षरता: 73.45%
- प्रमुख संस्थान:
- विश्वविद्यालय: उत्कल विश्वविद्यालय, ओड़िशा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
- प्रबंधन: ज़ेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट
- अभियांत्रिकी: NIT राउरकेला, CET भुवनेश्वर
- चिकित्सा: SCB मेडिकल कॉलेज, कटक
- विशेष:
- ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की चुनौतियाँ
- ओड़िया भाषा का डिजिटल विकास
खेल
- पारंपरिक: घूमरा, कबड्डी
- आधुनिक: हॉकी (राउरकेला), क्रिकेट
- विशेष: भुवनेश्वर हॉकी विश्व कप मेजबान
संचार और समाचार माध्यम
- समाचारपत्र: सम्बाद, धरित्री
- टेलीविजन: डीडी ओड़िया, ETV ओड़िया
- रेडियो: आकाशवाणी भुवनेश्वर
समस्याएँ और संभावनाएँ
- चुनौतियाँ:
- प्राकृतिक आपदाएँ: चक्रवात, बाढ़
- गरीबी: ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च
- साक्षरता: राष्ट्रीय औसत से कम
- जनजातीय विकास: सामाजिक-आर्थिक अंतर
- संभावनाएँ:
- पर्यटन: सुनहरा त्रिकोण (पुरी-कोणार्क-भुवनेश्वर)
- खनिज: क्रोमाइट, लौह अयस्क
- आईटी हब: भुवनेश्वर का उदय
- जैविक खेती: चावल, फल, मसाले
निष्कर्ष
ओड़िशा, अपनी प्राचीन मंदिर वास्तुकला, समृद्ध जनजातीय संस्कृति, और प्राकृतिक वैभव के साथ, पूर्वी भारत का एक सांस्कृतिक रत्न है। जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क सूर्य मंदिर इसकी धार्मिक और वास्तुशिल्प विरासत को दर्शाते हैं, जबकि चिलिका झील और सिमलिपाल प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करते हैं। प्राकृतिक आपदाओं और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, ओड़िशा ने कृषि, उद्योग, और पर्यटन में उल्लेखनीय प्रगति की है। यह उत्कल की भूमि संस्कृति, इतिहास, और प्रगति का अनुपम संगम है।