तेलंगाना, भारत का 28वाँ राज्य, 2 जून 2014 को आंध्र प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आया। हैदराबाद, इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र है। तेलंगाना शब्द तेलुगू भाषा से लिया गया, जिसका अर्थ है तेलुगूभाषियों की भूमि। यह लेख तेलंगाना के इतिहास, भूगोल, संस्कृति, अर्थव्यवस्था, और पर्यटन का विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत करता है, जिसमें चारमीनार, रामप्पा मंदिर, गोलकोंडा किला, और नागार्जुन सागर जैसे आकर्षण शामिल हैं।
तेलंगाना की अवस्थिति और बुनियादी जानकारी
- निर्देशांक: 17°22′N 78°28′E
- राष्ट्र: भारत
- क्षेत्र: दक्षिण भारत
- गठन: 2 जून 2014
- राजधानी: हैदराबाद (आंध्र प्रदेश के साथ संयुक्त राजधानी, 2024 तक)
- सबसे बड़ा शहर: हैदराबाद
- जिले: 33
- शासन:
- राज्यपाल: तमिलिसै सौंदरराजन
- मुख्यमंत्री: अनुमुला रेवंत रेड्डी (कांग्रेस)
- विधानमंडल: द्विसदनीय
- विधान सभा: 119 सीटें
- विधान परिषद: 40 सीटें
- संसदीय प्रतिनिधित्व:
- लोक सभा: 17 सीटें
- राज्य सभा: 7 सीटें
- उच्च न्यायालय: तेलंगाना उच्च न्यायालय
- क्षेत्रफल:
- कुल: 112,077 किमी² (43,273 वर्गमील)
- क्षेत्र पद: 11वाँ
- जनसंख्या (2011):
- कुल: 35,003,674
- पद: 12वाँ
- घनत्व: 312 प्रति किमी²
- शहरी: 38.88%
- ग्रामीण: 61.12%
- भाषाएँ:
- आधिकारिक: तेलुगू
- अतिरिक्त आधिकारिक: उर्दू
- समय मंडल: भारतीय मानक समय (UTC+05:30)
- ISO 3166 कोड: IN-TG
- वाहन पंजीकरण: TS
- मानव विकास सूचकांक (2018): 0.669 (मध्यम, 22वाँ)
- साक्षरता (2017-18): 72.8%
- वेबसाइट: www.telangana.gov.in
भौगोलिक अवलोकन
तेलंगाना का क्षेत्रफल 112,077 वर्ग किलोमीटर है।
- सीमाएँ:
- उत्तर: महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़
- पश्चिम: कर्नाटक
- पूर्व और दक्षिण: आंध्र प्रदेश
- प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ:
- नदियाँ: गोदावरी, कृष्णा, मूसी
- पर्वत: दक्कन पठार
- झीलें: हुसैन सागर, लाखनवर्म
- जलवायु:
- प्रकार: अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय
- वर्षा: 800-1,200 मिमी (मानसून)
- तापमान: 15°C (शीत) से 45°C (ग्रीष्म)
- प्राकृतिक संसाधन:
- वन: 24% क्षेत्र, पर्णपाती
- खनिज: कोयला, चूना पत्थर, ग्रेनाइट
- वन्यजीव: कावल, अमराबाद (बाघ अभयारण्य)
- विशेष:
- नागार्जुन सागर: प्रमुख सिंचाई परियोजना
- हैदराबाद: भारत का IT हब
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
तेलंगाना का इतिहास प्राचीन सभ्यताओं और आधुनिक आंदोलनों का मिश्रण है।
- प्राचीन काल:
- सातवाहन (230 ई.पू.-220 ई.): व्यापारिक समृद्धि
- काकतीय (1083-1323): रामप्पा मंदिर, वारंगल किला
- मध्यकाल:
- कुतुब शाही (1512-1687): गोलकोंडा किला
- आसफ जाही (1724-1948): हैदराबाद निज़ाम
- आधुनिक काल:
- 1948: हैदराबाद का भारत में विलय
- 1956: आंध्र प्रदेश में विलय
- 2014: तेलंगाना का गठन
- तेलंगाना आंदोलन:
- 1969: प्रथम चरण, मुल्की नियम
- 2001-2014: के. चंद्रशेखर राव (TRS) के नेतृत्व में
- 18 फरवरी 2014: तेलंगाना विधेयक पारित
- विशेष:
- कोमूराम भीम: आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी
- 1946-51: कम्युनिस्ट किसान विद्रोह
जनसांख्यिकी और भाषाएँ
तेलंगाना की जनसंख्या (2011) 3.5 करोड़ है।
- धर्म (2011):
- हिंदू: 84%
- मुस्लिम: 12.4%
- अन्य: ईसाई, सिख (3.2%)
- भाषाएँ:
- तेलुगू: 76%
- उर्दू: 12%
- अन्य: हिंदी, मराठी, कन्नड़
- साक्षरता: 72.8%
- लिंगानुपात: 988♀/1000♂
- प्रमुख समुदाय:
- तेलुगू: बहुसंख्यक
- अन्य: लंबाडी, गोंड, उर्दूभाषी
- विशेष:
- हैदराबाद: सांस्कृतिक विविधता
- आदिवासी: 9.3% जनसंख्या
संस्कृति
तेलंगाना की संस्कृति तेलुगू परंपराओं और निज़ामी प्रभाव का संगम है।
- कला और शिल्प:
- नृत्य: पेरिनी शिवतांडवम, लंबाडी
- हस्तशिल्प: बिद्री कला, नरमदा माला
- स्थापत्य: काकतीय शैली (रामप्पा मंदिर)
- संगीत और साहित्य:
- लोक गीत: ओग्गु कथा, जनपद गीत
- साहित्य: पालापिट्टा, कवि सम्मेलन
- त्योहार:
- बतुकम्मा: फूलों का उत्सव
- बोनालु: माँ दुर्गा को समर्पित
- सम्मक्का-सरलम्मा जात्रा: आदिवासी उत्सव
- मोहर्रम: उर्दू समुदाय
- भोजन:
- प्रमुख व्यंजन: बिरयानी, साकिनालु, पुट्टु
- विशेषताएँ: मसालेदार, चावल-आधारित
- पहनावा:
- महिलाएँ: साड़ी, लहंगा
- पुरुष: धोती, कुर्ता
- विशेष:
- तेलंगाना कविता: सामाजिक जागरूकता
- हैदराबाद बिरयानी: वैश्विक प्रसिद्धि
अर्थव्यवस्था
तेलंगाना की अर्थव्यवस्था सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि, और उद्योग पर आधारित है।
- कृषि:
- प्रमुख फसलें: चावल, कपास, मिर्च, मक्का
- सिंचाई: नागार्जुन सागर, मिशन काकटिया
- विशेष: मिर्च उत्पादन में अग्रणी
- उद्योग:
- प्रमुख: IT, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल
- केंद्र: हैदराबाद (हाइटेक सिटी)
- निर्यात: सॉफ्टवेयर, दवाइयाँ
- खनन:
- कोयला, चूना पत्थर, ग्रेनाइट
- सिंगरेनी कोलियरी: प्रमुख कोयला खदान
- पर्यटन:
- योगदान: 8% GSDP
- आकर्षण: मंदिर, किले, झीलें
- विशेष:
- हैदराबाद: भारत का दूसरा सबसे बड़ा IT हब
- GDP (2020-21): ₹9.78 ट्रिलियन
यातायात
- सड़क:
- राष्ट्रीय राजमार्ग: NH-44, NH-65
- कुल लंबाई: 35,000 किमी
- रेल:
- प्रमुख स्टेशन: सिकंदराबाद, काचीगुड़ा
- मेट्रो: हैदराबाद मेट्रो
- हवाई:
- अंतरराष्ट्रीय: राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
- घरेलू: वारंगल, रामागुंडम
- विशेष:
- हैदराबाद मेट्रो: भारत की सबसे लंबी मेट्रो प्रणाली
पर्यटन स्थल
तेलंगाना अपने ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
- ऐतिहासिक स्थल:
- चारमीनार: हैदराबाद का प्रतीक
- गोलकोंडा किला: कुतुब शाही वास्तुकला
- रामप्पा मंदिर: यूनेस्को विश्व धरोहर
- वारंगल किला: काकतीय स्थापत्य
- प्राकृतिक स्थल:
- नागार्जुन सागर: बांध और झील
- कुंतला जलप्रपात: सबसे ऊँचा जलप्रपात
- हुसैन सागर: बुद्ध प्रतिमा
- वन्यजीव:
- कावल अभयारण्य: बाघ और बारहसिंगा
- पाखाल झील: पक्षी अवलोकन
- अन्य:
- रमोजी फिल्म सिटी: विश्व की सबसे बड़ी फिल्म स्टूडियो
- आम्बेडकर प्रतिमा: हैदराबाद
प्रशासन
- राजधानी: हैदराबाद
- जिले: 33
- प्रमुख: हैदराबाद, वारंगल, करीमनगर
- राजनीति:
- प्रमुख दल: TRS (BRS), कांग्रेस, BJP
- विधानसभा: 119 सीटें
- विशेष:
- तेलंगाना: भारत का सबसे नया राज्य
शिक्षा
- साक्षरता: 72.8%
- प्रमुख संस्थान:
- विश्वविद्यालय: उस्मानिया विश्वविद्यालय, JNTU
- अन्य: IIT हैदराबाद, IIIT हैदराबाद
- विशेष:
- हैदराबाद: शिक्षा और अनुसंधान केंद्र
- तेलंगाना डिजिटल शिक्षा पहल
खेल
- लोकप्रिय: क्रिकेट, कबड्डी
- पारंपरिक: गिल्ली-डंडा
- विशेष: हैदराबाद सनराइजर्स (IPL)
संचार और समाचार माध्यम
- समाचारपत्र: नमस्ते तेलंगाना, एक्सप्रेस
- टेलीविजन: T न्यूज, ETV तेलंगाना
- रेडियो: आकाशवाणी हैदराबाद
- विशेष:
- तेलुगू सिनेमा: टॉलीवुड का केंद्र
समस्याएँ और संभावनाएँ
- चुनौतियाँ:
- जल विवाद: गोदावरी, कृष्णा नदियाँ
- ग्रामीण विकास: असमान प्रगति
- बेरोजगारी: युवा प्रवास
- संभावनाएँ:
- IT विकास: वैश्विक हब
- पर्यटन: ऐतिहासिक और प्राकृतिक आकर्षण
- कृषि: मिशन काकटिया से सुधार
निष्कर्ष
तेलंगाना, अपनी समृद्ध तेलुगू संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर, और आधुनिक प्रगति के साथ, भारत का एक उभरता हुआ राज्य है। चारमीनार और रामप्पा मंदिर इसकी सांस्कृतिक महानता को दर्शाते हैं, जबकि हैदराबाद वैश्विक IT केंद्र के रूप में चमकता है। कृषि, उद्योग, और पर्यटन में अग्रणी, तेलंगाना जल विवाद और ग्रामीण विकास जैसी चुनौतियों के बावजूद तेजी से प्रगति कर रहा है। यह तेलुगू संस्कृति का नया अध्याय परंपरा और नवाचार का प्रतीक है।