राजस्थान की रियासतें एवं ब्रिटिश संधियाँ MCQ
प्रश्न 1: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ समझौता करने वाली राजपूताना की अंतिम देशी रियासत कौन-सी थी?
Junior Instructor (MMV) Exam 2024A) करौली
B) सिरोही
C) जयपुर
D) अलवर
उत्तर: सिरोही
स्पष्टीकरण: राजपूताना की अन्य सभी रियासतों ने अंग्रेजों के साथ जल्दी समझौता कर लिया था, लेकिन सिरोही ने सबसे अंत में 1823 में यह समझौता किया। इस देरी का मुख्य कारण यह था कि जोधपुर रियासत सिरोही पर अपना अधिकार जताती थी, जिसके समाधान के बाद ही सिरोही ने अंग्रेजों के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए।
प्रश्न 2: सिरोही राज्य और अंग्रेजों के बीच समझौता कब संपन्न हुआ था?
Junior Instructor (COS) Exam 2024A) 1818 ई.
B) 1813 ई.
C) 1823 ई.
D) 1817 ई.
उत्तर: 1823 ई.
स्पष्टीकरण: जब जोधपुर रियासत ने सिरोही पर अपने दावे को वापस ले लिया, तब अंग्रेजों ने महाराजा शिवसिंह के नेतृत्व वाली सिरोही रियासत के साथ औपचारिक संधि पर हस्ताक्षर किए। यह घटना 1823 में घटी और इसके साथ ही राजपूताना की अंतिम रियासत भी ब्रिटिश संरक्षण में आ गई।
प्रश्न 3: किशनगढ़ के किस शासक ने 7 अप्रैल, 1818 को ब्रिटिश कंपनी के साथ समझौता किया?
Junior Instructor (ICTSM) Exam 2024A) महाराजा कल्याणसिंह
B) महाराजा जगतसिंह
C) महाराजा मानसिंह
D) महाराजा बिशनसिंह
उत्तर: महाराजा कल्याणसिंह
स्पष्टीकरण: महाराजा कल्याणसिंह ने किशनगढ़ रियासत की ओर से अंग्रेजों के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते की विशेष बात यह थी कि किशनगढ़ को अन्य रियासतों के विपरीत कोई वार्षिक कर नहीं देना था, क्योंकि वह पहले से ही मराठों को भी चौथ नहीं देता था। इस तरह किशनगढ़ को विशेष छूट प्राप्त हुई।
प्रश्न 4: करौली रियासत और अंग्रेजों के बीच समझौता कब हुआ था?
Junior Instructor (COPA) Exam 2024A) नवम्बर, 1817 ई.
B) दिसम्बर, 1817 ई.
C) नवम्बर, 1818 ई.
D) दिसम्बर, 1818 ई.
उत्तर: नवम्बर, 1817 ई.
स्पष्टीकरण: 9 नवंबर, 1817 को करौली के महाराजा हरबक्शपाल सिंह ने अंग्रेजों के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए। यह घटना ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि करौली राजपूताना की पहली रियासत थी जिसने अधीनस्थ पार्थक्य की नीति के तहत अंग्रेजों के साथ समझौता किया, जिससे वह ब्रिटिश संरक्षण में आ गई।
प्रश्न 5: समझौतों के परिणामस्वरूप राजपूताना में सामाजिक सुधारों के नाम पर अंग्रेजों ने किन कुरीतियों को समाप्त करने का प्रयास किया?
A) सती प्रथा, कन्या वध, दासता, और डाकन प्रथा
B) बाल विवाह और विधवा पुनर्विवाह पर प्रतिबंध
C) भूमि कर और व्यापारिक कर
D) धार्मिक त्योहारों पर नियंत्रण
उत्तर: सती प्रथा, कन्या वध, दासता, और डाकन प्रथा
स्पष्टीकरण: अंग्रेजों ने संधियों के माध्यम से राजपूताना की रियासतों पर कई सामाजिक सुधार थोपे। इनमें सती प्रथा जैसी क्रूर प्रथा को रोकना, नवजात कन्याओं की हत्या पर रोक लगाना, दास प्रथा को समाप्त करना और डाकन प्रथा जैसी अंधविश्वासी प्रथाओं को खत्म करना शामिल था। राजाओं को इन मामलों में अंग्रेजी सलाह मानना अनिवार्य कर दिया गया।
प्रश्न 6: जोधपुर महाराजा को 1839 में सबक सिखाने के लिए अंग्रेजों ने कौन-सी कार्रवाई की?
A) जोधपुर पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया
B) मेरवाड़ा और जोधपुर लीजियन की सेना से जोधपुर दुर्ग पर अधिकार किया
C) जोधपुर को समझौते से बाहर कर दिया
D) जोधपुर के सामंतों को हटाकर नया प्रशासन स्थापित किया
उत्तर: मेरवाड़ा और जोधपुर लीजियन की सेना से जोधपुर दुर्ग पर अधिकार किया
स्पष्टीकरण: 1839 में जोधपुर के महाराजा के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए अंग्रेजों ने सैन्य शक्ति का प्रयोग किया। मेरवाड़ा और जोधपुर लीजियन की संयुक्त सेना ने ब्रिटिश आदेश पर जोधपुर के ऐतिहासिक किले पर कब्जा कर लिया। यह कार्रवाई दिखाने के लिए थी कि अंग्रेज किसी भी राजा को सबक सिखा सकते हैं।
प्रश्न 7: निम्नलिखित में से कौन-सा कथन समझौतों के परिणामों के संदर्भ में सही नहीं है?
A) शासकों में निष्क्रियता आई क्योंकि अंग्रेजों की सलाह मानना अनिवार्य हो गया।
B) अंग्रेजों ने सांभर झील और मेवाड़ के अफीम उत्पादन पर अधिकार कर लिया।
C) राजपूताना में ईसाई मिशनरियों ने धर्मान्तरण शुरू किया।
D) सभी राज्यों ने खिराज देने से पूर्ण मुक्ति प्राप्त कर ली।
उत्तर: सभी राज्यों ने खिराज देने से पूर्ण मुक्ति प्राप्त कर ली।
स्पष्टीकरण: यह कथन पूरी तरह गलत है क्योंकि संधियों के बाद भी अधिकांश राज्यों को अंग्रेजों को भारी मात्रा में खिराज देना पड़ता था। वास्तव में, कई राज्यों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि वे खिराज के ब्याज का भुगतान भी नहीं कर पा रहे थे, जिससे उन पर कर्ज का बोझ बढ़ता गया।
प्रश्न 8: समझौतों के परिणामस्वरूप अंग्रेजों द्वारा राजपूताना में स्थापित सैन्य टुकड़ियों का खर्च किस पर थोपा गया?
A) केवल ब्रिटिश सरकार पर
B) संबंधित राज्यों पर
C) मराठों पर दंड के रूप में
D) सामंतों द्वारा दी जाने वाली सहायता से
उत्तर: संबंधित राज्यों पर
स्पष्टीकरण: अंग्रेजों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर विभिन्न रियासतों में सैन्य टुकड़ियाँ तैनात कीं, लेकिन इन सैनिकों के रखरखाव और वेतन का सारा खर्च संबंधित रियासतों को ही उठाना पड़ता था। उदाहरण के लिए, जयपुर में शेखावाटी ब्रिगेड, मेरवाड़ा में मेरवाड़ा बटालियन, और मेवाड़ में भील कोर का पूरा खर्च संबंधित राज्यों के खजाने से ही दिया जाता था।
प्रश्न 9: 1817-18 के समझौतों के परिणामस्वरूप राजपूताना में किस वर्ष अजमेर में एक पृथक एजेंसी स्थापित की गई, और इसका मुख्यालय बाद में कहाँ स्थानांतरित हुआ?
A) 1832, माउंट आबू
B) 1820, जयपुर
C) 1840, उदयपुर
D) 1850, जोधपुर
उत्तर: 1832, माउंट आबू
स्पष्टीकरण: 1832 में अंग्रेजों ने राजपूताना के प्रशासन को सुव्यवस्थित करने के लिए अजमेर में एक विशेष एजेंसी की स्थापना की। इस एजेंसी को 1857 के विद्रोह के बाद माउंट आबू स्थानांतरित कर दिया गया। इस एजेंसी के प्रमुख को एजेंट टू गवर्नर जनरल कहा जाता था जो छोटी रियासतों के मामलों में सीधे हस्तक्षेप कर सकता था।
प्रश्न 10: जोधपुर के समझौते (6 जनवरी, 1818) की एक विशिष्ट शर्त के अनुसार, जोधपुर को क्या प्रदान करना था?
A) अपनी आय का 25% ब्रिटिश सरकार को
B) 1500 सवार और आवश्यकता पड़ने पर सम्पूर्ण सेना कंपनी की सेवा में
C) वार्षिक 10 लाख रुपये खिराज
D) मराठों को दी जाने वाली चौथ की राशि से दोगुना खिराज
उत्तर: 1500 सवार और आवश्यकता पड़ने पर सम्पूर्ण सेना कंपनी की सेवा में
स्पष्टीकरण: जोधपुर समझौते के तहत रियासत को हमेशा 1500 सवारों की एक टुकड़ी अंग्रेजों की सेवा में रखनी होती थी। आपात स्थिति में जोधपुर को अपनी पूरी सेना भी अंग्रेजों के नियंत्रण में सौंपनी पड़ सकती थी। इसके अलावा जोधपुर को वार्षिक खिराज भी देना होता था, लेकिन बाद में अंग्रेजों ने जोधपुर लीजियन बना कर रियासत पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डाल दिया।
प्रश्न 11: कोटा के समझौते (26 दिसंबर, 1817) में झाला जालिमसिंह द्वारा जोड़ी गई पूरक संधि के परिणामस्वरूप क्या हुआ?
A) कोटा को मराठों से पूर्ण मुक्ति मिल गई।
B) हाडा शासक नाममात्र के शासक रह गए और शासन जालिमसिंह के वंशजों के पास आ गया।
C) कोटा को ब्रिटिश संरक्षण से बाहर कर दिया गया।
D) कोटा की आय का 50% अंग्रेजों को देना पड़ा।
उत्तर: हाडा शासक नाममात्र के शासक रह गए और शासन जालिमसिंह के वंशजों के पास आ गया।
स्पष्टीकरण: झाला जालिमसिंह ने चतुराई से समझौते में गुप्त रूप से दो अतिरिक्त शर्तें जोड़ दीं जिनके अनुसार कोटा के हाडा शासक केवल औपचारिक रूप से सिंहासन पर बने रहे जबकि वास्तविक प्रशासनिक शक्तियाँ जालिमसिंह और उनके परिवार के हाथों में चली गईं। इस चालाक चाल ने हाडा वंश को मात्र कठपुतली शासक बना दिया।
प्रश्न 12: राजपूताने में लॉर्ड हेस्टिंग्ज की ‘अधीनस्थ पार्थक्य की नीति’ के तहत पहला समझौता किस रियासत के साथ हुआ था?
A) कोटा
B) उदयपुर
C) करौली
D) जोधपुर
उत्तर: करौली
स्पष्टीकरण: लॉर्ड हेस्टिंग्ज की अधीनस्थ पार्थक्य की रणनीति का सबसे पहला निशाना करौली की रियासत बनी। नवंबर 1817 में संपन्न हुआ यह समझौता राजपूताना में इस प्रकार की पहली संधि थी जिसने करौली को ब्रिटिश संरक्षण में ले लिया और अन्य रियासतों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
प्रश्न 13: मेवाड़ के साथ समझौते के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
A) मेवाड़ का समझौता 13 जनवरी, 1818 को हुआ था।
B) मेवाड़ के महाराणा भीमसिंह के प्रतिनिधि ठाकुर अजीतसिंह ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
C) समझौते के तहत मेवाड़ को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधि चार्ल्स मेटकॉफ से समझौता प्राप्त हुआ।
D) उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का 20% खिराज देना तय हुआ।
उत्तर: उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का 20% खिराज देना तय हुआ।
स्पष्टीकरण: यह कथन गलत है क्योंकि मेवाड़ समझौते के अनुसार उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का 25 प्रतिशत खिराज के रूप में अदा करना था न कि 20 प्रतिशत। इस कर व्यवस्था में पाँच वर्षों के बाद कुछ संशोधन भी प्रस्तावित थे जो इसे 3/8 भाग तक ले जाने वाले थे।
प्रश्न 14: 1817-1823 ई. के बीच राजस्थान की रियासतों में से सबसे पहले किस रियासत ने अंग्रेजों के साथ समझौता किया था?
A) कोटा
B) जोधपुर
C) करौली
D) बीकानेर
उत्तर: करौली
स्पष्टीकरण: ऐतिहासिक क्रम के अनुसार करौली रियासत ने 9 नवंबर 1817 को सबसे पहले अंग्रेजों के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद कोटा ने दिसंबर 1817 में, जोधपुर ने जनवरी 1818 में और बीकानेर ने मार्च 1818 में समझौता किया। इस प्रकार करौली ने राजपूताना में ब्रिटिश संरक्षण की शुरुआत की।
प्रश्न 15: 1818 ई. तक सिरोही को छोड़कर सभी राजपूत राज्यों ने अंग्रेजों के साथ समझौता कर लिया था। सिरोही के साथ समझौता कब और क्यों हुआ?
A) 1817 ई. में, पिंडारियों के दमन के बाद
B) 1823 ई. में, जोधपुर के प्रभुत्ता दावे को अस्वीकार करने के बाद
C) 1818 ई. में, मराठा शक्ति के पूर्ण विनाश के बाद
D) 1820 ई. में, चार्ल्स मेटकॉफ के विशेष आग्रह पर
उत्तर: 1823 ई. में, जोधपुर के प्रभुत्ता दावे को अस्वीकार करने के बाद
स्पष्टीकरण: सिरोही रियासत ने 1823 में अंततः अंग्रेजों के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए। इस देरी का प्रमुख कारण जोधपुर द्वारा सिरोही पर किए जा रहे अधिकार के दावे थे। जब अंग्रेजों ने जोधपुर के इन दावों को खारिज कर दिया, तभी सिरोही ने ब्रिटिश संरक्षण स्वीकार किया और राजपूताना की अंतिम रियासत बन गई जिसने संधि की।
प्रश्न 16: निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘अधीनस्थ पार्थक्य की नीति’ के संदर्भ में गलत है?
A) इस नीति ने ‘घेरे की नीति’ को प्रतिस्थापित किया।
B) चार्ल्स मेटकॉफ को समझौतों को लागू करने का दायित्व सौंपा गया।
C) समझौतों का उद्देश्य राजपूत राज्यों को मराठों से दिए जाने वाले खिराज से मुक्ति दिलाना था।
D) समझौतों के द्वारा ब्रिटिश साम्राज्य की सीमाओं का विस्तार करना एक लक्ष्य था।
उत्तर: समझौतों का उद्देश्य राजपूत राज्यों को मराठों से दिए जाने वाले खिराज से मुक्ति दिलाना था।
स्पष्टीकरण: यह कथन पूर्ण रूप से गलत है क्योंकि संधियों का मुख्य उद्देश्य राजपूत राज्यों को कर मुक्ति दिलाना नहीं था। वास्तव में अंग्रेजों ने वही कर वसूल किया जो राज्य पहले मराठों को देते थे। ब्रिटिश नीति का वास्तविक लक्ष्य राजपूताना पर अपना प्रभुत्व स्थापित करना और मराठों व पिंडारियों के प्रभाव को समाप्त करना था।
प्रश्न 17: लॉर्ड हेस्टिंग्ज ने ‘अधीनस्थ पार्थक्य की नीति’ को लागू करने का मुख्य उद्देश्य क्या रखा था?
A) राजपूत राज्यों को मराठों से आर्थिक रूप से स्वतंत्र करना
B) ब्रिटिश सर्वोच्चता स्थापित कर मराठों और पिंडारियों के अतिक्रमण को रोकना
C) राजस्थान की अर्थव्यवस्था को पुनर्जनन करना
D) सामंतों के विद्रोह को समाप्त करना
उत्तर: ब्रिटिश सर्वोच्चता स्थापित कर मराठों और पिंडारियों के अतिक्रमण को रोकना
स्पष्टीकरण: लॉर्ड हेस्टिंग्ज की मुख्य रणनीति राजपूताना की सभी रियासतों को पूर्ण ब्रिटिश संरक्षण में लेना था ताकि मराठों और पिंडारियों के आक्रमणों को रोका जा सके और इन राज्यों के संसाधनों का उपयोग ईस्ट इंडिया कंपनी के हितों के लिए किया जा सके। यह ब्रिटिश साम्राज्यवादी विस्तार की एक सुनियोजित नीति थी।
प्रश्न 18: भरतपुर के साथ 1805 ई. की संधि को 1803 ई. की संधि की तुलना में अपमानजनक क्यों माना गया?
A) भरतपुर को अपने सभी क्षेत्र अंग्रेजों को सौंपने पड़े।
B) भरतपुर को 20 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति देनी पड़ी और राजकुमार को अंग्रेजों के साथ प्रतिनिधि के रूप में रहना पड़ा।
C) भरतपुर को अपनी सेना भंग करनी पड़ी।
D) भरतपुर को मराठों के साथ गठबंधन करने की अनुमति नहीं दी गई।
उत्तर: भरतपुर को 20 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति देनी पड़ी और राजकुमार को अंग्रेजों के साथ प्रतिनिधि के रूप में रहना पड़ा।
स्पष्टीकरण: 1805 की संधि भरतपुर के लिए अत्यंत अपमानजनक साबित हुई क्योंकि इसमें भरी भरकम 20 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करना और राजकुमार को ब्रिटिश नियंत्रण में प्रतिनिधि के रूप में रखना शामिल था। हालांकि इसके बावजूद भरतपुर को मराठों और अंग्रेजों के भविष्य के आक्रमणों से सुरक्षा मिल गई और डीग क्षेत्र पर उसका स्थायी अधिकार मान्य हो गया।
प्रश्न 19: 1803 ई. की सहायक संधियों का प्राथमिक उद्देश्य क्या था?
A) राजपूत राज्यों को मराठों से स्थायी सुरक्षा प्रदान करना।
B) मराठों के खिलाफ राजपूताना रियासतों से सहयोग प्राप्त करना।
C) ब्रिटिश सरकार की राजपूत राज्यों पर पूर्ण अधीनता स्थापित करना।
D) राजपूत राज्यों के आंतरिक प्रशासन को नियंत्रित करना।
उत्तर: मराठों के खिलाफ राजपूताना रियासतों से सहयोग प्राप्त करना
स्पष्टीकरण: 1803 की सहायक संधियों का केंद्रीय लक्ष्य सिंधिया जैसी मराठा शक्तियों की सैन्य क्षमता को कमजोर करना और राजपूत रियासतों से आवश्यक सैन्य सहायता प्राप्त करना था। यह मराठों के विरुद्ध ब्रिटिश रणनीति का एक महत्वपूर्ण अंग था जिसमें राजपूताना को मराठा विरोधी गठबंधन में शामिल किया गया।
प्रश्न 20: जोधपुर के साथ 22 दिसंबर, 1803 ई. को की गई संधि के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
A) यह संधि महाराजा मानसिंह द्वारा पूरी तरह स्वीकार कर ली गई थी।
B) संधि में जोधपुर को फ्रांसिसी व्यक्तियों को नौकरी देने से पहले अंग्रेजों से सलाह लेने की शर्त शामिल थी।
C) संधि की पुष्टि गवर्नर जनरल ने कभी नहीं की।
D) संधि के तहत जोधपुर को अंग्रेजों को वार्षिक खिराज देना पड़ता था।
उत्तर: संधि में जोधपुर को फ्रांसिसी व्यक्तियों को नौकरी देने से पहले अंग्रेजों से सलाह लेने की शर्त शामिल थी।
स्पष्टीकरण: 1803 की जोधपुर संधि में एक महत्वपूर्ण शर्त यह थी कि जोधपुर रियासत किसी भी फ्रांसीसी व्यक्ति को नौकरी पर रखने से पहले ईस्ट इंडिया कंपनी से परामर्श करेगी। यह ध्यान देने योग्य है कि यह संधि मई 1804 में रद्द कर दी गई थी और महाराजा मानसिंह ने इसकी पुष्टि नहीं की थी, साथ ही इसमें खिराज देने की कोई शर्त भी शामिल नहीं थी।
प्रश्न 21: अलवर राज्य के साथ 14 नवंबर, 1803 को की गई संधि की सबसे विशिष्ट शर्त क्या थी?
A) अलवर को अंग्रेजों से वार्षिक खिराज लेना था
B) ईस्ट इंडिया कंपनी ने अलवर से किसी प्रकार का कर वसूल न करने का वचन दिया
C) अलवर को अपनी सेना अंग्रेजों के अधीन करने की शर्त स्वीकार करनी पड़ी
D) अलवर को मराठों के खिलाफ युद्ध में अंग्रेजों की सहायता करने से छूट दी गई
उत्तर: ईस्ट इंडिया कंपनी ने अलवर से किसी प्रकार का कर वसूल न करने का वचन दिया
स्पष्टीकरण: अलवर के शासक बख्तावर सिंह के साथ हुए इस अनूठे समझौते में ब्रिटिश कंपनी ने अलवर की स्वायत्तता को मान्यता देते हुए यह आश्वासन दिया कि वह रियासत से कोई कर नहीं वसूलेगी। साथ ही अलवर के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने का भी वादा किया गया, जो अन्य रियासतों के मुकाबले एक विशेष व्यवस्था थी।
प्रश्न 22: 1803 ई. में भरतपुर राज्य के साथ की गई सहायक संधि के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है?
A) यह संधि 29 सितंबर, 1803 को लॉर्ड वैलेजली द्वारा की गई थी
B) भरतपुर को सिंधिया के खिलाफ सहायता के बदले कुछ परगने पुरस्कार में दिए गए थे
C) 1805 ई. की संधि में भरतपुर को डीग क्षेत्र लौटाया गया और अतिरिक्त परगने अलवर को दिए गए
D) भरतपुर ने यशवंतराव होल्कर को शरण देने से इनकार कर दिया, जिससे अंग्रेजों के साथ संबंध मजबूत हुए
उत्तर: भरतपुर ने यशवंतराव होल्कर को शरण देने से इनकार कर दिया, जिससे अंग्रेजों के साथ संबंध मजबूत हुए
स्पष्टीकरण: यह कथन तथ्यों के विपरीत है क्योंकि भरतपुर के शासक रणजीत सिंह ने 1804 में यशवंतराव होल्कर को अपने यहाँ आश्रय दिया और अंग्रेजों को सौंपने से साफ इनकार कर दिया। इसी कारण लॉर्ड लेक की कमान में ब्रिटिश सेना ने भरतपुर पर पाँच बार भीषण आक्रमण किए, लेकिन पाँच महीने की घेराबंदी के बावजूद किला जीत नहीं सके और अंततः संधि करनी पड़ी।
प्रश्न 23: ब्रिटिश संधियों की सामान्य शर्तों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन गलत है?
A) रियासती शासकों ने अंग्रेजों की सर्वोच्चता स्वीकार की
B) अंग्रेजों ने प्रत्येक राज्य में पोलिटिकल एजेंट नियुक्त किया, जो राज्य कार्यों में हस्तक्षेप करता था
C) रियासती शासकों को अपनी विदेश नीति अंग्रेजों को सौंपनी पड़ी
D) अंग्रेजों ने बाहरी आक्रमण से राज्यों की सुरक्षा का आश्वासन दिया
उत्तर: अंग्रेजों ने प्रत्येक राज्य में पोलिटिकल एजेंट नियुक्त किया, जो राज्य कार्यों में हस्तक्षेप करता था
स्पष्टीकरण: यह कथन गलत है क्योंकि संधि शर्तों के अनुसार हर रियासत में तैनात किए गए ब्रिटिश पोलिटिकल एजेंटों को यह स्पष्ट निर्देश था कि वे राज्य के आंतरिक प्रशासनिक मामलों में दखल नहीं देंगे। हालांकि व्यवहार में ये एजेंट अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव जरूर डालते थे, लेकिन औपचारिक रूप से हस्तक्षेप की अनुमति नहीं थी।
प्रश्न 24: निम्नलिखित में से कौन सा राज्य ब्रिटिश संधियों के अंतर्गत मराठों को चौथ नहीं देने के कारण खिराज से मुक्त रखा गया था?
A) करौली
B) बीकानेर
C) जयपुर
D) जोधपुर
उत्तर: बीकानेर
स्पष्टीकरण: बीकानेर रियासत को इसलिए कर मुक्ति का विशेष दर्जा मिला क्योंकि वह ऐतिहासिक रूप से मराठों को चौथ नहीं देती थी। इसी प्रकार किशनगढ़, जैसलमेर और अलवर को भी यह छूट प्राप्त थी। करौली को छोड़कर इन सभी रियासतों ने मराठा कर व्यवस्था से स्वयं को मुक्त रखा था इसलिए अंग्रेजों ने भी उनसे कर नहीं लिया।
प्रश्न 25: जयपुर के उत्तराधिकार संघर्ष में मराठों की भूमिका के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
A) मल्हार राव होल्कर ने ईश्वरसिंह का पक्ष लिया, जिससे वह शासक बना
B) माधोसिंह ने मराठों के सहयोग से ईश्वरसिंह को पराजित कर जयपुर का शासक बनाया
C) सवाई जयसिंह ने मराठों के साथ संधि कर उत्तराधिकार संघर्ष समाप्त किया
D) चंद्रकुंवर बाई ने मराठों को आमंत्रित कर अपने पुत्र को गद्दी दिलाई
उत्तर: माधोसिंह ने मराठों के सहयोग से ईश्वरसिंह को पराजित कर जयपुर का शासक बनाया
स्पष्टीकरण: सवाई जयसिंह की मृत्यु के बाद उनके पुत्रों ईश्वरसिंह और माधोसिंह के बीच सत्ता संघर्ष छिड़ गया। माधोसिंह को अपने मामा महाराणा जगतसिंह द्वितीय और मराठा सरदार मल्हार राव होल्कर का समर्थन मिला। मराठा सैन्य सहायता के कारण ईश्वरसिंह को आत्महत्या करनी पड़ी और माधोसिंह जयपुर की गद्दी पर बैठे।
प्रश्न 26: औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात मराठों ने अपनी शक्ति का विस्तार किया। राजस्थान में मराठों का सर्वप्रथम प्रवेश कब और कहाँ हुआ था?
A) 1711 ई. में मेवाड़
B) 1720 ई. में कोटा
C) 1726 ई. में बूँदी
D) 1728 ई. में डूँगरपुर
उत्तर: 1711 ई. में मेवाड़
स्पष्टीकरण: मुगल साम्राज्य के कमजोर पड़ने के बाद मराठों ने राजस्थान में सबसे पहले 1711 में मेवाड़ रियासत में प्रवेश किया। इसके बाद 1720 में पेशवा बाजीराव ने ‘अटक से कटक’ तक मराठा ध्वज फहराने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा, जिसके बाद मराठा सेनाएँ उत्तर भारत की ओर बढ़ने लगीं।
प्रश्न 27: निम्नलिखित रियासतों में से 1817 – 1818 ई. के दौरान अंग्रेजों के साथ संधि करने वाली प्रथम रियासत कौन-सी थी?
Junior Instructor (RAT) Exam 2024A) कोटा
B) अलवर
C) करौली
D) जोधपुर
उत्तर: करौली
स्पष्टीकरण: लॉर्ड हेस्टिंग्ज की अधीनस्थ पार्थक्य नीति का पहला लक्ष्य बनने का गौरव करौली रियासत को प्राप्त हुआ। नवंबर 1817 में संपन्न हुई यह संधि राजपूताना में इस प्रकार की पहली औपचारिक संधि थी, जिसने करौली को ब्रिटिश संरक्षण में ले लिया और अन्य रियासतों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
प्रश्न 28: अक्टूबर 1818 में प्रतापगढ़ राज्य के साथ संधि पर हस्ताक्षर करने का श्रेय किस अंग्रेज अधिकारी को जाता है?
Junior Instructor (MDE) Exam 2024A) जॉन मेलकम
B) जॉर्ज मिल
C) जॉर्ज स्टुअर्ट
D) जॉन विल्सन
उत्तर: जॉन मेलकम
स्पष्टीकरण: प्रतापगढ़ रियासत के साथ अक्टूबर 1818 में हुई संधि पर हस्ताक्षर करने का श्रेय जॉन मेलकम को जाता है। यह ध्यान देने योग्य है कि जबकि अधिकांश राजपूत रियासतों के साथ चार्ल्स मेटकॉफ ने संधियाँ की थीं, वहीं डूंगरपुर, बाँसवाड़ा और प्रतापगढ़ जैसी रियासतों के साथ मालवा क्षेत्र के रेजीडेंट जॉन मेलकम ने यह समझौते किए थे।
प्रश्न 29: 13 जनवरी 1818 को कम्पनी सरकार और उदयपुर रियासत के मध्य संधि में महाराणा भीमसिंह की ओर से किसने हस्ताक्षर किया?
Junior Instructor(CLIT) Exam 2024A) ठाकुर अभयरामसिंह
B) ठाकुर बिशनसिंह
C) ठाकुर अजीतसिंह
D) ठाकुर विजयसिंह
उत्तर: ठाकुर अजीतसिंह
स्पष्टीकरण: मेवाड़ रियासत के महाराणा भीमसिंह ने ठाकुर अजीतसिंह को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया था जिन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधि सर चार्ल्स मेटकॉफ के साथ संधि पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का एक चौथाई भाग खिराज के रूप में देना तय हुआ, जिसे पाँच वर्ष बाद संशोधित किया जाना था।
प्रश्न 30: राज्य में ‘आश्रित पार्थक्य की नीति’ के तहत राजपूत राज्यों से किसने सन्धियां की?
A) लॉर्ड रीडिंग
B) लॉर्ड लिटिन
C) लॉर्ड रिपन
D) लॉर्ड हैस्टिंग्स
उत्तर: लॉर्ड हैस्टिंग्स
स्पष्टीकरण: आश्रित पार्थक्य या अधीनस्थ सहयोग की नीति को लागू करने का श्रेय लॉर्ड हेस्टिंग्स को जाता है। इस नीति के तहत सबसे पहले हैदराबाद के निजाम को ब्रिटिश संरक्षण में लिया गया था। राजपूताना की रियासतों के संदर्भ में यह नीति 1817-18 में लागू हुई और लॉर्ड हेस्टिंग्स ने इसे राजपूताना में सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया।
प्रश्न 31: भरतपुर एवं अलवर ने ब्रिटिश ईस्ट इंण्डिया कम्पनी के साथ संधियां की थी –
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016A) सितम्बर-नवम्बर 1803 में
B) अगस्त-अक्टूबर 1804 में
C) जन-फरवरी 1804 में
D) मार्च-मई 1806 में
उत्तर: सितम्बर-नवम्बर 1803 में
स्पष्टीकरण: राजस्थान में ब्रिटिश कंपनी के साथ पहली बार समझौता करने का गौरव भरतपुर और अलवर रियासतों को प्राप्त हुआ। लॉर्ड वेलेजली के कार्यकाल में 29 सितंबर 1803 को भरतपुर के महाराजा रणजीत सिंह के साथ और 14 नवंबर 1803 को अलवर के शासक बख्तावर सिंह के साथ सहायक संधियाँ संपन्न हुईं।
प्रश्न 32: निम्न में से किसने राजपूताना की देशी रियासतों के साथ 1817-18 की अधीनस्थ संधि की बातचीत की थी –
RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018A) डेविड आॅक्टरलोनी
B) चाल्र्स मैटकाॅफ
C) आर्थर वेलेजली
D) जाॅन जाॅर्ज
उत्तर: चाल्र्स मैटकाॅफ
स्पष्टीकरण: राजपूताना की विभिन्न रियासतों के साथ 1817-18 की अधीनस्थ संधियों पर बातचीत करने और उन्हें संपन्न कराने का श्रेय चार्ल्स मेटकॉफ को जाता है। दिल्ली में ब्रिटिश रेजीडेंट के रूप में कार्यरत मेटकॉफ को ही यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया था कि वह सभी राजपूत रियासतों को ब्रिटिश संरक्षण में ले आए।
प्रश्न 33: निम्नलिखित में से किसने राजपुताना की देशी रियासतों के साथ 1817-18 की अधीनस्थ सन्धि की बातचीत की थी –
JSA Chemistry-2019(Rajasthan Gk)A) चाल्र्स मैटकाॅफ
B) आर्थर वेलेजली
C) जाॅन जाॅर्ज
D) डेविड आॅक्टरलोनी
उत्तर: चाल्र्स मैटकाॅफ
स्पष्टीकरण: 1817-18 की अवधि में राजपूताना की देशी रियासतों के साथ अधीनस्थ गठबंधन संधियों पर वार्ता करने और उन्हें अंतिम रूप देने का महत्वपूर्ण कार्य चार्ल्स मेटकॉफ ने संपन्न किया। दिल्ली में ब्रिटिश निवासी के पद पर रहते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वह सभी राजस्थानी रियासतों को कंपनी के साथ गठबंधन में बाँध दें।
प्रश्न 34: राजस्थान की कौनसी देशी रियासत ने ब्रिटिश सरकार के साथ सबसे अन्त में प्रत्यर्पण सन्धि की –
JSA Biology-2019(Rajasthan Gk)A) सिरोही
B) कोटा
C) जैसलमेर
D) भरतपुर
उत्तर: जैसलमेर
स्पष्टीकरण: आधिकारिक परीक्षा कुंजी के अनुसार जैसलमेर रियासत ने ब्रिटिश सरकार के साथ प्रत्यर्पण संधि सबसे अंत में की थी। जबकि सामान्य तौर पर सिरोही को अंतिम संधि करने वाली रियासत माना जाता है, लेकिन विशेष प्रकार की प्रत्यर्पण संधि के संदर्भ में जैसलमेर का नाम सबसे बाद में आता है।
प्रश्न 35: ब्रिटिश सरकार के साथ समझौते करने वाला राजस्थान का पहला राज्य कौन सा था –
Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT – K2)A) कोटा
B) जयपुर
C) जोधपुर
D) उदयपुर
उत्तर: कोटा
स्पष्टीकरण: राजस्थान में ब्रिटिश सरकार के साथ सबसे पहले औपचारिक समझौता करने का श्रेय कोटा रियासत को जाता है। 26 दिसंबर 1817 को कोटा के प्रशासक झाला जालिमसिंह ने इस ऐतिहासिक संधि पर हस्ताक्षर किए। जालिमसिंह एक कुशल राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने समय रहते अंग्रेजों के साथ मैत्री संबंध स्थापित कर लिए थे।
प्रश्न 36: अंग्रेजों से संधी करने वाला पहला राज्य था –
A) उदयपुर
B) करौली
C) बीकानेर
D) सिरोही
उत्तर: करौली
स्पष्टीकरण: राजपूताना की रियासतों में करौली ने सबसे पहले अंग्रेजों के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए, जबकि सिरोही ने सबसे अंत में यह समझौता किया। नवंबर 1817 में संपन्न हुई करौली संधि ने राजपूताना में ब्रिटिश संरक्षण युग की शुरुआत की और अन्य रियासतों के लिए एक मिसाल कायम की।
प्रश्न 37: मेवाड़ और अंग्रेजों की संधी का पमुख कारण था –
A) मेवाड़ के संबंध पड़ौसी राज्यों से खराब थे
B) मेवाड़ में मराठों का उत्पाद एवं आंतक
C) मेवाड़ को कुशल प्रशासक चाहिए थे
D) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर: मेवाड़ में मराठों का उत्पाद एवं आंतक
स्पष्टीकरण: मेवाड़ के महाराणा भीमसिंह ने मुख्य रूप से मराठों की लूटपाट और उत्पात से तंग आकर अंग्रेजों के साथ संधि करने का निर्णय लिया। 1818 में संपन्न हुई इस अधीनस्थ सहयोग संधि के माध्यम से मेवाड़ ने ब्रिटिश संरक्षण स्वीकार कर लिया और मराठा आतंक से मुक्ति पाई।
प्रश्न 38: अजमेर राज्य अंग्रेजों के नियंत्रण में कब चला गया –
A) 1818
B) 1819
C) 1820
D) 1829
उत्तर: 1818
स्पष्टीकरण: 25 जून 1818 को एक विशेष समझौते के तहत दौलत राव सिंधिया ने अजमेर क्षेत्र को औपचारिक रूप से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नियंत्रण में सौंप दिया। इसके साथ ही अजमेर सीधे तौर पर अंग्रेजी शासन के अधीन आ गया और बाद में यहाँ राजपूताना एजेंसी की स्थापना की गई।
प्रश्न 39: सिरोही के किस शासक ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी से सन्धि की –
A) शिवदान सिंह
B) कीर्तिपाल
C) सहसमल
D) शिवसिंह
उत्तर: शिवसिंह
स्पष्टीकरण: सिरोही रियासत अधीनस्थ पृथक्करण संधि करने वाली राजपूताना की अंतिम रियासत थी। उस समय सिरोही के शासक महाराजा शिव सिंह थे जिन्होंने 1823 में अंग्रेजों के साथ संधि पत्र पर हस्ताक्षर किए और सिरोही को ब्रिटिश संरक्षण में ले आए।
प्रश्न 40: निम्न में से किस शासक के पुत्र जगतसिंह ने ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ संधि की –
A) सवाई प्रताप सिंह
B) सवाई मानसिंह
C) रामसिंह
D) उदयसिंह
उत्तर: सवाई प्रताप सिंह
स्पष्टीकरण: सवाई प्रताप सिंह की मृत्यु के पश्चात उनके पुत्र जगतसिंह द्वितीय जयपुर की गद्दी पर बैठे। 1818 में मराठों और पिंडारियों के आतंक से राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जगतसिंह द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ संधि कर ली और राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी ब्रिटिश कंपनी को सौंप दी।
प्रश्न 41: सन् 1817 ई. में किन राज्यों के द्वारा ब्रिटिश-ईस्ट इण्डिया कम्पनी के साथ संधियां की थी –
A) मेवाड़, करौली एवं मारवाड़
B) किशनगढ़, करौली एवं कोटा
C) धौलपुर, प्रतापगढ़ एवं बीकानेर
D) जयपुर, सिरोही एवं डूंगरपुर
उत्तर: किशनगढ़, करौली एवं कोटा
स्पष्टीकरण: 1817 के दौरान करौली (9 नवंबर), टोंक (15 नवंबर) और कोटा (26 दिसंबर) रियासतों ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ संधियाँ संपन्न कीं। ये तीनों रियासतें राजपूताना में सबसे पहले ब्रिटिश संरक्षण में आईं और अन्य रियासतों के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
प्रश्न 42: राजपूत राज्यों से संधि करने वाला अंग्रेजों के तरफ से अधिकारी कौन था –
Librarian Grade III 2018A) मेटकाॅफ
B) कर्नल टाॅड
C) आक्टरलोनी
D) माउंटस्टुआर्ट इल्फिस्टोन
उत्तर: मेटकाॅफ
स्पष्टीकरण: राजपूत राज्यों के साथ संधि वार्ता करने और समझौते संपन्न कराने का दायित्व चार्ल्स मेटकॉफ को सौंपा गया था। 1818 में उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी कि वह सभी राजपूत रियासतों को ब्रिटिश संरक्षण में ले आएं। बाद में मेटकॉफ को 1835-36 के दौरान भारत का कार्यवाहक गवर्नर-जनरल भी नियुक्त किया गया।
प्रश्न 43: बीकानेर राज्य की ओर से मार्च 1818 में अंग्रेजों के साथ सहायक संधि पर हस्ताक्षर किसने किए –
A) दीनदयाल शर्मा
B) काशीनाथ ओझा
C) बद्रीप्रसाद शर्मा
D) तेजपाल माथुर
उत्तर: काशीनाथ ओझा
स्पष्टीकरण: महाराजा सूरतसिंह के शासनकाल में 1818 में बीकानेर रियासत ने अंग्रेजों के साथ सहायक संधि पर हस्ताक्षर किए। इस ऐतिहासिक समझौते पर बीकानेर रियासत की ओर से काशीनाथ ओझा ने और ब्रिटिश कंपनी की ओर से चार्ल्स मेटकॉफ ने हस्ताक्षर किए थे।
प्रश्न 44: 1818 की संधि के पश्चात् ब्रिटिश विरोधी भावना रखते हुए जोधपुर के किस महाराजा ने अंततः संन्यास ले लिया था –
Agriculture Officer 2020A) महाराजा छत्रसिंह
B) महाराजा तख्तसिंह
C) महाराजा सूरतसिंह
D) महाराजा मानसिंह
उत्तर: महाराजा मानसिंह
स्पष्टीकरण: 1803 के उत्तराधिकार संघर्ष के बाद सिंहासन पर आरूढ़ हुए महाराजा मानसिंह ने अंग्रेज अधिकारी चार्ल्स मेटकॉफ के दबाव में 6 जनवरी 1818 को जोधपुर के लिए सहायक संधि स्वीकार की। हालांकि उनमें ब्रिटिश विरोधी भावनाएँ बनी रहीं और अंततः उन्होंने संन्यास ले लिया।
प्रश्न 45: राजस्थान में ब्रिटिशों ने शासक हरवक्शपाल सिंह के साथ कहाँ पर संधि की –
Stenographer Pre Exam (21 March 2021) (Paper I)A) करौली
B) सिरोही
C) बूंदी
D) बीकानेर
उत्तर: करौली
स्पष्टीकरण: 1818 में ब्रिटिश सरकार ने राजपूत रियासतों के साथ संधि करने की एक नई नीति अपनाई। गवर्नर जनरल लॉर्ड हेस्टिंग्स ने चार्ल्स मेटकॉफ को यह जिम्मेदारी सौंपी। इस नीति के तहत संधि करने वाली पहली राजपूताना रियासत करौली बनी जहाँ महाराजा हरबक्शपाल सिंह के शासनकाल में यह ऐतिहासिक समझौता संपन्न हुआ।
प्रश्न 46: अंग्रेजों के साथ करौली राज्य की संधि कब हुई थी –
A) 9 नवम्बर, 1817
B) 9 दिसम्बर, 1817
C) 9 फरवरी, 1818
D) 9 मार्च, 1818
उत्तर: 9 नवम्बर, 1817
स्पष्टीकरण: करौली रियासत ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ 9 नवंबर, 1817 को औपचारिक संधि पर हस्ताक्षर किए। यह तिथि राजपूताना के इतिहास में विशेष महत्व रखती है क्योंकि इसके साथ ही राजस्थान में ब्रिटिश संरक्षण युग की शुरुआत हुई और करौली इस नई व्यवस्था में शामिल होने वाली पहली रियासत बनी।
प्रश्न 47: 1818 में राजपूत राज्यों से सन्धियां करने का उत्तरदायित्व ब्रिटिश कम्पनी ने किसे सौंपा था –
A) मेटकाफ
B) लार्ड वैलेजली
C) कार्नवालिस
D) सर जार्ज बालों
उत्तर: मेटकाफ
स्पष्टीकरण: 1818 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने राजपूत रियासतों के साथ संधि वार्ता करने और समझौते संपन्न कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी चार्ल्स मेटकॉफ को सौंपी। इस दायित्व का निर्वहन करते हुए मेटकॉफ ने सभी प्रमुख राजपूत रियासतों को ब्रिटिश संरक्षण में ले आए। बाद में उन्हें 1835-36 में भारत का कार्यवाहक गवर्नर-जनरल नियुक्त किया गया।
प्रश्न 48: 1803 में अंग्रेजों के साथ संधि करने वाले अलवर राज्य के शासक का नाम बताइये –
A) प्रतापसिंह
B) बख्तावरसिंह
C) रणजीतसिंह
D) जयसिंह
उत्तर: बख्तावरसिंह
स्पष्टीकरण: 14 नवंबर, 1803 को अलवर रियासत के शासक बख्तावर सिंह ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ एक सहायक संधि पर हस्ताक्षर किए। यह संधि राजस्थान में ब्रिटिश कंपनी के साथ होने वाली प्रारंभिक संधियों में से एक थी और इसने अलवर के साथ ब्रिटिश संबंधों की नींव रखी।
प्रश्न 49: कथन अ: राजस्थान के राज्यों ने अंग्रेजों के साथ अधीनस्थ संधियां की थीं।
कारण ब: उन्होंने साम्राज्यवादी शक्ति के संरक्षण की आवश्यकता थी।
Stenographer Comp. Exam – 2011 (Paper I)A) अ व ब दोनों सही हैं
B) ब सही हैं, और अ गलत है
C) अ और ब दोनों सही हैं, किन्तु ब, अ की ठीक व्याख्या नहीं करता
D) अ और ब दोनों सही हैं, ब, अ की ठीक व्याख्या करता है
उत्तर: अ और ब दोनों सही हैं, ब, अ की ठीक व्याख्या करता है
स्पष्टीकरण: दोनों कथन पूर्ण रूप से सही हैं। राजस्थान की रियासतों ने वास्तव में अंग्रेजों के साथ अधीनस्थ संधियाँ की थीं और इसका प्रमुख कारण उन्हें एक शक्तिशाली साम्राज्यवादी ताकत के संरक्षण की आवश्यकता थी ताकि वे मराठों और पिंडारियों के आतंक से अपनी रक्षा कर सकें।
प्रश्न 50: 1818 में अंग्रेजों के साथ संधियों पर हस्ताक्षर करने वाला जयपुर राज्य का शासक कौन था –
RSMSSB LSA 2022A) महाराजा मान सिंह
B) महाराणा भीम सिंह
C) राव विष्णु सिंह
D) सवाई जगत सिंह
उत्तर: सवाई जगत सिंह
स्पष्टीकरण: 1818 में जयपुर रियासत के शासक सवाई जगतसिंह द्वितीय ने मराठों और पिंडारियों के निरंतर आतंक से राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के माध्यम से जयपुर ने अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी ब्रिटिश कंपनी को सौंप दी और बदले में संरक्षण प्राप्त किया।